गजब! 44 अंक वाले को मिल गए 101
सबसे अधिक ताज्जुब हुआ नलिनी राठी के परिणाम को लेकर। अलीगढ़ की नलिनी को पहले परिणाम में 44 अंक मिले थे। बोर्ड ने तीन बार संशोधन का दावा किया तब भी नंबर नहीं बढ़े लेकिन शुक्रवार को जब नए सिरे से रिजल्ट जारी किया गया तो उसके 101 अंक हो गए। नलिनी का परिणाम देख सभी हैरान हैं। किस आधार पर उसे 44 मिले और कैसे उसे 101 मिल गए, किसी को नहीं पता।
नए परिणाम में कई अभ्यर्थियों के अंक कम भी हो गए। अभ्यर्थी हैरान हैं क्योकि उन्होंने संशोधन के लिए कोई आवेदन नहीं किया था। शिल्पी साहू को पहले 111 मिले थे अब 110 हो गए, प्रियंका के 132 के बजाय 127 तो रश्मि के 118 के स्थान पर 115 अंक हो गए। लगभग 50 अभ्यर्थियों ने नंबर कम होेने की सूचना दी है।
बोर्ड ने इस बार सभी का नया परिणाम जारी किया या कुछ लोगों का बदला, परिणाम से यह साफ नहीं हो सका। तीन दिन पहले अधिकारियों ने दावा किया था कि केवल उन्हीं के परिणाम बदले जाएंगे जिन्होंने आवेदन किया है लेकिन जिन लोगों के नंबर कम हुए, उनका दावा बोर्ड के बयान से इतर है। अल्लापुर निवासी राजेंद्र सिंह, शिवबरन, राजू पटेल, कटरा के रवींद्र, जयकरन सिंह, तुषार, शिवकुटी की राधिका, अमला, राघवेंद्र का दावा है कि नए परिणाम में भारी अनियमितता बरती गई है। अभ्यर्थियों ने इसके खिलाफ सोमवार को अदालत का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी दी है।
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टीईटी में फेल अभ्यर्थी हुए पास (Failed candidate passed in revised UPTET result)
यूपी बोर्ड ने वेबसाइट पर जारी किए संशोधित परिणाम
- एक से छह तक बढ़े ज्यादातर अभ्यर्थियों के अंकइलाहाबाद। टीईटी के नए सिरे से संशोधित परिणाम यूपी बोर्ड ने शुक्रवार को जारी किए। संशोधित परिणामों में अभ्यर्थियों के अधिकतम छह अंक तक बढ़े हैं। एक दो नंबर से फेल हुए अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली। मगर अभी भी काफी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिनके नेट पर परिणाम जारी नहीं हुए हैं। इसमें डुप्लीकेट प्रवेशपत्र से परीक्षा देने और ओएमआर शीट में गलत रोल नंबर भरने वाले अभ्यर्थी अधिक हैं। जिन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में गलत ओएमआर शीट मिल गई थी, उनके परिणाम भी नेट पर शो नहीं कर रहे हैं। 25 नवंबर को टीईटी के परीक्षा परिणामों को यूपी बोर्ड ने आनन-फानन में जारी कर दिया था। जिस वजह से परिणाम में सैकड़ों गलतियां सामने आईं। काफी संख्या में पास अभ्यर्थी भी फेल दिखाए गए। बोर्ड ने शुक्रवार को अंतिम बार संशोधित परिणाम जारी किए हैं। जिसमें करेली के शहबाज खान को दूसरे पेपर में अंक 106 से बढ़कर 108 हो गए हैं। हरितोष मिश्रा को 92 से 95, संतोष मिश्रा को 99 से 102 अंक, इंद्राणी को 96 से 98 और संतोष कुमारी को 104 से 106 अंक बढ़कर मिले हैं। अमित अस्थाना के पहले पेपर में 94 से 100, विद्याधर शर्मा के 87 से 83, कुसुम पाल के 88 से 95 अंक बढ़कर मिले हैं।
बढ़ने के बजाए घट गए नंबर
टीईटी के संशोधित परिणामों सैकड़ों अभ्यर्थियों को झटका भी दिया। बढ़ने के बजाए एक से पांच तक उनके अंक घट गए। शिल्पी साहू के प्रथम प्रश्न पत्र में 111 से 110, प्रियंका के 132 से 127 और रश्मि के 118 से 115 अंक तक घट गए।
अभ्यर्थियों ने लिया कोर्ट जाने का फैसला
टीईटी को पात्रता परीक्षा की जगह चयन परीक्षा बनाने के विरोध में अभ्यर्थियों ने कोर्ट जाने का फैसला लिया है। उप्र विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को बैठक कर सभी जरूरी कागजातों को एकत्र किया। मोर्चा अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने बताया कि पांच दिसंबर तक लखनऊ खंडपीठ में अभ्यर्थियों की याचिका दाखिल हो जाएगी। अभ्यर्थियों ने शनिवार को एक बार आजाद पार्क में बैठक बुलाई है।
News : Amar Ujala ( 3.12.11)
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In my opinion,
ReplyDeleteB.Ed%+TET% FORMULA IS THE BEST.
Isse na up board k candidate ka nuksaan hoga aur na hi cbse ke.
अरे यार बोर्ड से गलती हो गयी क्यो पीछे पडे हो वो भी तो इन्सान हैँ
ReplyDeleteyes it is very bad show by uptet2011
ReplyDeleteआप सभी को मालूम है जो भी हो रहा है वह ठीक नहीं हो रहा है
ReplyDeleteया तो सभी जगह से फॉर्म भरने दिया जाये नहीं तो स्टेट लेवल पर
पुरुष महिला कितने पास है
विज्ञान और कला के अलग अलग कितने लोग पास है
सामान्य वर्ग अन्य पिछड़ा वर्ग एस सी एस टी कितने पास हैं
स्टेट लेवल मेरीट क्या है
हमे भी पता चले के हमारा रंक कितना है --
उत्तर प्रदेश प्रशासनिक व्यवस्था बिलकुल ही सड़क छाप हो चली है| सरकार के अफसर जनता के लिए नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के लिए काम करते करते अपनी जिम्मेदारिओं को भूल चुके हैं| केवल सत्ताधारी दल की सरकार की इज्जत बचाने की खातिर उत्तर प्रदेश के अफसर आम जनता की सुविधा और कानून की परवाह किये बिना सब कुछ सफ़ेद स्याह करने पर तुले हैं| ताजे मामले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् के अधिकारिओ और बाबुओं ने ये कारनामा कर दिखाया है| उत्तर प्रदेश में अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 में लापरवाही और जल्दबाजी के चक्कर में जबरदस्त गलतियाँ हुई और अब नाकामी छुपाने के लिए सरकारी वेबसाईट से वो सभी जानकारी ही हटा दी गयी जिससे जनता नयी शिकायत ही न कर सके| उत्तर प्रदेश में अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 कराने के लिए uptet2011.com वेबसाईट बनायीं गयी| UPTET सम्पन्न कराने का काम उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् इलाहाबाद को सौपा गया या यूं कहें की इस काम में बड़ी धनराशी के आय व्यय की सम्भावना के चलते माध्यमिक शिक्षा परिषद् के कारिंदों ने इस काम को लपक लिया| वेबसाईट भी प्राइवेट हाथो में सौप दी गयी जबकि NIC इस काम को कर सकता था| पोर्टल के लिए .कॉम चुना गया जबकि सरकारी काम के नाते .gov.in भी मुफ्त में मिल सकती थी| खैर ये तो छोटी मोटी अनियमितताएं थी| मगर परीक्षा का पूरा काम एक प्राइवेट कम्पनी को सौपा गया जिसने अपनी वेबसाईट की हिटिंग बढ़ाने के लिए जानबूझ कर गलतियाँ की ताकि अधिक से अधिक बार परीक्षार्थी वेबसाईट पर आये और वेबसाईट की हित्तिंग बढ़ सके| वेबसाईट से answar sheet हटा दी गयी| मगर इन सब के बीच माध्यमिक शिक्षा परिषद् की मुसीबते बढ़ने लगी| माध्यमिक शिक्षा परिषद् की वेबसाईट upmsp.nic.in पर उपलब्ध अधिकारिओ के नाम पते और फोन नंबर को खोज कर परीक्षार्थियो ने घंटी बजाना शुरू किया तो माध्यमिक शिक्षा परिषद् के सचिव से लेकर बाबू तक की जानकारी हटा दी गयी| अब इस वेबसाईट से वो अब जानकारी हटा दी गयी जिससे आम आदमी उत्तर प्रदेश के इस सबसे नाकाम और चोर टाइप विभाग से सम्पर्क न कर सके
ReplyDeletesir
ReplyDeletemrer marks 99 hai bper recheing hone par i gope 2 no will increase as i matched with answer key kya kawal unihi candidates ke marks recheck huae hai jinhone iske liye application diya tha ab mein kya kar sakti huu plzzzzzzz suggest me thanks any body who read this mes suggest the salution
my friends 10 se bed tak merit banane ka faisla govt ne kiya tha aur ab yadi govt apna decision change karke uptet se merit banati hai to problem kya hai while everyone has got the equal opportunity to get sellected if some one fails or inable to get a job then he itself is responsible govt should not be blamed as far as irregularties are concern govt should have done little better. lekin main fir kahunga merit tet k hisab se hi banani chahiye kyonki hame ye nahi bhoolna chahiye ki age 18 se 40 hai aur jinhone pahle padhai ki hai unke saath nainsafi hogi
ReplyDeletemy friends 10 se bed tak merit banane ka faisla govt ne kiya tha aur ab yadi govt apna decision change karke uptet se merit banati hai to problem kya hai while everyone has got the equal opportunity to get sellected if some one fails or inable to get a job then he itself is responsible govt should not be blamed as far as irregularties are concern govt should have done little better. lekin main fir kahunga merit tet k hisab se hi banani chahiye kyonki hame ye nahi bhoolna chahiye ki age 18 se 40 hai aur jinhone pahle padhai ki hai unke saath nainsafi hogi
ReplyDeleteare ye nautanki chalti rahegi aur tym nikal jayega ncte ko sara matter apne under me lekar dkhna chahye taki students ke bhavisya k sath ye log khilwad na kar paye
ReplyDeletehow's possible teacher recruitment upto 31DEC.
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