/* remove this */

Sunday, April 29, 2012

UP News : प्रमोशन-डिमोशन पर लगी रोक, प्रोन्नति में कोटा


UP News : प्रमोशन-डिमोशन पर लगी रोक, प्रोन्नति में कोटा

रिव्यू याचिका की तैयारी ः सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रमोशन में आरक्षण व्यवस्था समाप्त किए जाने संबंधी आदेश के खिलाफ आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति रिव्यू याचिका दाखिल करने की तैयारियों में जुट गई है

न्यूज़ साभार - अमर उजाला 
प्रशासनिक आदेश जारी होने के बाद होगी कार्यवाही
लखनऊ। पदोन्नतियों में आरक्षण के मामले पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शासन ने फिलहाल किसी भी तरह की पदोन्नति व पदावनति पर रोक लगा दी है। इस सबंध में कार्मिक विभाग की ओर से सभी विभागों को निर्देश भेज दिए गए हैं

सरकारी प्रवक्ता ने शनिवार को यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के परिपेक्ष्य में कार्मिक विभाग द्वारा सभी बिंदुओं का परीक्षण करते हुए पदोन्नति व पदावनति के संबंध में समस्त विभागों को अलग से दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। कार्मिक विभाग की ओर से आज आदेश जारी करके सभी विभागों को हिदायत दी गई है कि नए दिशा-निर्देश जारी होने तक किसी भी प्रकार की पदोन्नति या पदावनति की कार्यवाही न की जाए।

सूत्रों के अनुसार पदोन्नति में आरक्षण का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद शीर्ष न्यायालय ने फरवरी 11 में यथास्थिति का आदेश दिया था। शुक्रवार को न्यायालय का आदेश आने के बाद यथास्थिति संबंधी आदेश स्वत: समाप्त हो गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमल के लिए प्रशासनिक आदेश की औपचारिकता पूरी की जानी है। सूत्रों का कहना है कि आदेश जारी करने के पीछे सरकार की मंशा की यह भी है कि कहीं कोई विभाग न्यायालय के आदेश की अपने तरीके से व्याख्या करके पदोन्नति या पदावनति का फैसला न कर ले।

एसएलपी दायर करने की तैयारी तेज
लखनऊ। प्रमोशन में आरक्षण को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आरक्षण विरोधी व समर्थकों की सक्रियता बढ़ गई है। पदोन्नति में आरक्षण की मुखालफत कर रहे कर्मचारी संगठन जहां सरकार पर तत्काल रिक्त पदों पर प्रमोशन के दबाव बनाने में जुटे हैं वहीं आरक्षण समर्थक खेमा सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू याचिका दायर करने के लिए कानूनी विशेषज्ञों से राय करने में जुटा है।
आरक्षण विरोधी खेमे द्वारा न्यायालय के फैसले के बाद सालों से रुके प्रमोशन शुरू करने की मांग तेज हो गई है। सर्वजन हिताय संरक्षण समिति उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने शनिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर रिक्त पदों को प्रमोशन से शीघ्र भरने की मांग की है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रमोशन में आरक्षण संबंधी 1994 के अधिनियम की धारा 3 (7) एवं परिणामी ज्येष्ठता संबंधी 2007 की नियमावली के नियम 8 क को अवैधानिक करार दिया है। इसलिए मुख्यमंत्री इसे लागू कराने का आदेश शीघ्र जारी करें, ताकि सरकारी विभागों व निगमों में प्रमोशन शुरू हो सके।



News : Amar Ujala (29.4.12)
न्यूज़ साभार - अमर उजाला 

Read more...

सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को फटकारा , इलाहाबाद आैर लखनऊ बेंच को न्‍यायिक अनुशासन बरतने की सलाह

सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को फटकारा , इलाहाबाद आैर लखनऊ बेंच को न्‍यायिक अनुशासन बरतने की सलाह



•अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट और उसकी लखनऊ बेंच को एक ही मसले पर समानांतर सुनवाई करने पर कड़ी फटकार लगाई है। शीर्षस्थ अदालत ने हिदायत देते हुए कहा है कि न्याय देने के जोश में उस गंभीर जिम्मेदारी को नजर अंदाज नहीं किया जाना चाहिए जिसकी जजों से उम्मीद की जाती है।
जस्टिस दलवीर भंडारी की अध्यक्षता वाली पीठ ने लखनऊ डबल बेंच द्वारा इलाहाबाद की डबल बेंच के फैसले को नजरअंदाज किए जाने को अनुचित करार देते हुए कहा कि इस मामले में दोनों बेंचों का विरोधाभासी फैसला न्यायिक नियमों के विपरीत है। ऐसी स्थिति में सबसे बेहतर यही था कि मामले को बड़ी पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए भेज दिया जाता। सर्वोच्च अदालत के मुताबिक न्यायिक अनुशासनहीनता की स्थिति को काबू करने या समान बेंच के विचार न मिलने की स्थिति में मसले को बड़ी पीठ के समक्ष भेजा जाना ही उचित होता है
पीठ ने कहा कि लखनऊ डबल बेंच को खुद इस मामले पर निर्णय देने का भार नहीं उठाना चाहिए था, क्योंकि पहले ही उसी हाईकोर्ट की दूसरी डबल बेंच उसी मामले पर फैसला दे चुकी थी। शीर्षस्थ अदालत ने कहा कि हमारी राय में दोनों ही बेंच को न्यायिक अनुशासन व शिष्टाचार पर ध्यान देना चाहिए और भविष्य में ऐसा न हो, इसके लिए दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए। पीठ ने कहा कि हमारा मानना है कि न्याय देने के जोश में उस गंभीर जिम्मेदारी को नहीं भूला जाना चाहिए जिसकी उम्मीद जजों से की जाती है।

पीठ ने यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश सरकार के सरकारी कर्मियों की ओर से दायर उस अपील पर की जिसमें प्रमोशन व वरिष्ठता में आरक्षण देने के राज्य सरकार के प्रावधान को चुनौती दी गई थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच ने पहले फैसला दिया था


इसके बाद सरकारी कर्मचारी शीर्षस्थ अदालत पहुंचे थे। बाद में लखनऊ बेंच ने इलाहाबाद बेंच के फैसले को नजरअंदाज कर आदेश जारी कर राज्य सरकार के नियमों को गैरकानूनी करार दिया। इसके खिलाफ राज्य सरकार व उसके कई निगमों ने शीर्षस्थ अदालत का दरवाजा खटखटाया। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को इस पर ध्यान देना चाहिए था कि एक ही मामला दो अलग पीठों के समक्ष चल रहा है और दोनों के फैसले अलग होने की स्थिति में न्यायिक अनुशासनहीनता होगी।

News : Amar Ujala (29.4.12)
***********
One More News -

अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। न्यायपालिका के समक्ष त्वरित न्याय प्रदान करने की चुनौती अभी बनी हुई है। खासकर अधीनस्थ न्यायालयों में यह समस्या अधिक है। इससे वादियों में निराशा पैदा होती है। मनुष्य की उम्मीदों की सीमा होती है और मौजूदा जीवन शैली में अंतहीन इंतजार किसी के लिए भी संभव नहीं है। यह विचार सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एएस आनंद ने व्यक्त किए। वे शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में आयोजित प्रो. वीएन शुक्ला स्मृति व्याख्यान में बोल रहे थे।
भारतीय न्यायपालिका के 60 वर्षों की यात्रा पर चर्चा करते हुए जस्टिस आनंद ने कहा कि भारतीय संविधान को जनता के लिए प्रगतिशील रूप से व्यवस्थित करना आरंभ से ही न्यायपालिका का प्रयास रहा और आज भी यह काम जारी है। भूमि सुधार कानून के संदर्भ में न्यायपालिका एवं जनप्रतिनिधियों के बीच टकराव की चर्चा करते हुए उन्होंने समाजवादी सिद्धांतों एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चुनाव पर हुए विवाद एवं न्यायिक निर्णयों का संदर्भ भी रखा। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दलों ने बहुत बार अनेक न्यायिक निर्णयों एवं सुधारों को प्रभावित किया है। न्यायपालिका ने विधि के शासन, व्यक्तिगत स्वतंत्रता एवं मानवाधिकार, पंथनिरपेक्षता, लैंगिक न्याय, लोकतांत्रिक मूल्य, अल्पसंख्यकों के अधिकार आदि की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। इस दौरान कुलपति प्रो. मनोज मिश्र सहित लविवि शिक्षक एवं विधि तथा न्याय क्षेत्र से जुड़ी हस्तियां मौजूद रहीं।


News : Amar Ujala (29.4.12)

Read more...

बर्खास्त शिक्षकों की बहाली का आदेश स्थगित


बर्खास्त शिक्षकों की बहाली का आदेश स्थगित
बहराइच, गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज व बुलंदशहर में हुई थी सीधी भर्ती
न्यूज़ साभार - अमर उजाला (२९.४.१२)

•बहराइच छोड़कर अन्य जिलों में लागू होगा नया आदेश
•बसपा सरकार के आदेश का होगा नए सिरे से परीक्षण


शैलेंद्र श्रीवास्तव
लखनऊ। अखिलेश सरकार ने माया सरकार के उस आदेश को पलट दिया है कि जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग के बर्खास्त शिक्षकों को बहाल करने का आदेश दिया गया थायह आदेश तत्कालीन सचिव बेसिक शिक्षा अनिल संत ने विधानसभा चुनाव के मतगणना वाले दिन यानी 6 मार्च को जारी किया था। इसे जारी करने के लिए हाईकोर्ट के उस आदेश का सहारा लिया गया, जिसमें लखनऊ बेंच ने बहराइच के 263 शिक्षकों को ट्रेनिंग देकर बहाल करने का आदेश दिया है। अखिलेश सरकार ने बहराइच को छोड़कर अन्य जिलों के शिक्षकों की बहाली का आदेश स्थगित कर दिया है। अब इसका नए सिरे से परीक्षण कराया जाएगा कि इन्हें बहाल किया जा सकता है या नहीं

यूपी में 2003 में बहराइच, गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज और बुलंदशहर में 1143 शिक्षकों की सीधी भर्ती कर ली गई थी। यह भर्ती तत्कालीन बेसिक शिक्षा मंत्री के इशारे पर की गई थी। इस संबंध में शासनादेश हुआ था कि बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएड पास अभ्यर्थियों को शिक्षकों के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती कर सकते हैं। जबकि, बेसिक शिक्षा विभाग की नियमावली के मुताबिक बीटीसी या विशिष्ट बीटीसी ट्रेनिंग प्राप्त करने पर ही सहायक अध्यापक नियुक्ति किए जा सकते हैं। जिलों में शिक्षकों की भर्ती का खुलासा लखनऊ के एक होटल में बरामद लाखों रुपये के बाद हुआ। इसके बाद सत्ता बदलने के साथ ही सीधे भर्ती किए गए शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया।

इसमें से बहराइच के 263 बर्खास्त शिक्षकों ने हाईकोर्ट लखनऊ बेंच में इसे चुनौती दी और 29 अप्रैल 2008 को उनके पक्ष में फैसला हुआ। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन इसे वहां से खारिज करते हुए वापस हाईकोर्ट में भेज दिया गया। हाईकोर्ट में 8 दिसंबर 2011 को इस मामले की सुनवाई के लिए तत्कालीन सचिव बेसिक शिक्षा अनिल संत को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया। हाईकोर्ट ने कहा है कि पूर्व में दिए गए आदेश को वापस लेने का कोई औचित्य नहीं बनता है इसलिए सरकार 29 अप्रैल 2008 को दिए गए आदेश का पालन 10 हफ्ते में सरकार करे। हाईकोर्ट ने केवल बहराइच के शिक्षकों को बहाल करने का आदेश दिया था, लेकिन इसे आधार बनाते हुए तत्कालीन सचिव बेसिक शिक्षा अनिल संत ने गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज और बुलंदशहर के बर्खास्त शिक्षकों को भी बहाल करने का आदेश दे दिया।
जिस दिन यह आदेश आया उसी दिन प्रदेश में सत्ता बदलने का जनादेश आया और 15 मार्च को अखिलेश सरकार ने काम संभाल लिया। सूत्रों का कहना है कि बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट बनाते हुए वर्तमान सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार के पास इस आदेश को भेजा। इसके बाद तय किया गया कि हाईकोर्ट का आदेश केवल बहराइच के शिक्षकों को बहाल करने का है। इसलिए शेष अन्य चार जिलों के शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया स्थगित करने का निर्णय किया गया


News : Amar Ujala (29.4.12)
Read more...

UPTET : वार्ता के आश्वासन पर माने टीईटी अभ्यर्थी


UPTET : वार्ता के आश्वासन पर माने टीईटी अभ्यर्थी


लखनऊ। टीईटी की मेरिट के आधार पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग कर रहे विभिन्न जिलों के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शनिवार को राजधानी में फिर धरना-प्रदर्शन किया और सार्थक निर्णय होने तक दारुलशफा में धरने पर बैठ गए। हालांकि देर रात डीआईजी आशुतोष पांडेय ने टीईटी अभ्यर्थियों को काफी मशक्कत के बाद धरना स्थगित करने पर मना लिया। उन्होंने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दो मई को जनता दरबार में टीईटी प्रतिनिधियों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। इस आश्वासन के बाद टीईटी अभ्यर्थियों ने धरना स्थगित कर दिया। उधर, धरना स्थगित करने के बाद टीईटी संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विवेक मिश्रा ने कहा कि दो मई को सकारात्मक निर्णय नहीं हुआ तो टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन तेज करेंगे।

इससे पहले दिन में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने चारबाग से धरना-प्रदर्शन करते हुए विधान भवन की तरफ कूच किया। पुलिस ने इन अभ्यर्थियों को स्टेशन पर ही रोकने की कोशिश की तो उन्होंने वहीं पर विरोध-प्रदर्शन किया। बाद में हंगामा बढ़ता देख प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने अभ्यर्थियों को दारुलशफा जाने की अनुमति दी तब अभ्यर्थी चारबाग से मार्च निकाल कर दारुलशफा पहुंच गए। अभ्यर्थियों को दो घंटे के धरना-प्रदर्शन की अनुमति मिली थी, लेकिन वह देर रात तक दारुलशफा पर डटे रहे। अभ्यर्थियों का कहना है जब भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी, तब वह धरना प्रदर्शन खत्म कर देंगे।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष विवेकानंद ने बताया कि टीईटी भर्ती प्रक्रिया के लिए प्रदेश सरकार ने 26 अप्रैल तक समय मांगा था, लेकिन अभी तक कोई नतीजा सामने न आने पर टीईटी अभ्यर्थियों को यह कदम उठाना पड़ा।


News : Amar Ujala (29.4.12)
Read more...

UPTET : मांगों को लेकर बेरोजगारों का प्रदर्शन


UPTET : मांगों को लेकर बेरोजगारों का प्रदर्शन

लखनऊ, 28 अप्रैल (जागरण संवाददाता): अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने एक बार फिर अपनी मांगों के समर्थन में सड़क पर उतरकर आवाज बुलंद की। प्रदेश के कोने-कोने से राजधानी पहुंचे अभ्यर्थी शनिवार सुबह चारबाग स्टेशन पर एकत्र हुए। अभ्यर्थियों की भीड़ को देखकर स्टेशन प्रशासन के भी हाथ पांव-फूल गए। आनन-फानन में अभ्यर्थियों को स्टेशन से हटाने की कवायद शुरू की गई। वाहन कम पड़ गए तो अभ्यर्थियों की पैदल कतार बनाकर विधान भवन स्थित धरना स्थल पहुंचाया गया। रात नौ बजे डीआइजी द्वारा आश्वासन दिया गया कि दो मई को मुख्यमंत्री से वार्ता कराई जाएगी, इसके बाद धरना समाप्त हो गया। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कहना है कि जबतक टीईटी के प्राप्तांकों को मेरिट का आधार बनाकर नियुक्ति नहीं की जाती, आंदोलन चलता रहेगा। शासन से इस बाबत लिखित आश्वासन मिले और विज्ञप्ति जारी की जाए कि चयन प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। अभ्यर्थियों ने इन्हीं मांगों को लेकर शनिवार को यहां विधान भवन के सामने धरना देने की तैयारी की। सुबह से ही चारबाग पर अभ्यर्थियों के आने के सिलसिला शुरू हो गया। अभ्यर्थियों की भीड़ इतनी बढ़ गई कि उन्हें संभालना मुश्किल हो गया। चारबाग पर ही अभ्यर्थियों ने धरना और सभा शुरू कर दी। रेलवे स्टेशन पर इतनी भीड़ एकजुट होने पर पुलिस-प्रशासन ने अभ्यर्थियों को यहां से हटाने की कवायद शुरू की। अभ्यर्थियों को पुलिस ने गाडि़यों से विधान भवन भेजना शुरू किया। गाडि़यां कम पड़ीं तो अभ्यर्थियों की लंबी कतार बनाकर विधान भवन की तरफ मोड़ दिया गया। अभ्यर्थी हाथों में तख्तियां लिए और नारेबाजी करते हुए विधानभवन पहुंचे। कई बार पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच तीखी झड़प भी हुई।


News : Jagran (29.4.12)

Read more...

Supreme Court Decision regarding Teachers appointment in Bihar

बिहार में प्रशिक्षित शिक्षकों की भर्ती का आदेश (Supreme Court Decision regarding Teachers appointment in Bihar )

Patna Highcourt cancelled advertisement and recruitment. And after that Supreme court of India reinstate old advertisement and passed order to appoint candidates from old advertisement.

Publised in Jagran - 12-May-2011

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। बिहार में नौकरी की बाट जोह रहे प्रशिक्षित शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार को 31 अगस्त तक प्रशिक्षित शिक्षकों के सभी 34540 पदों को भरने का आदेश दिया है।

न्यायमूर्ति अल्तमश कबीर व न्यायमूर्ति एचएल दत्तू की पीठ ने ये आदेश प्रशिक्षित शिक्षकों की ओर से दाखिल अवमानना याचिका पर सुनवाई के दौरान जारी किए। इस भर्ती के लिए वर्ष 2006 तक प्रशिक्षण पूरा करने वाले लोग आवेदन कर सकते हैं। प्रशिक्षित शिक्षकों में फिजिकल ट्रेंड शिक्षकों को भी शामिल किया जाएगा। कोर्ट ने कहा है कि भर्ती वरिष्ठता के आधार पर की जाएगी।
बिहार सरकार के वकील मनीष कुमार ने अनुरोध किया कि भर्ती में राज्य की आरक्षण नीति लागू करने की अनुमति दी जाए लेकिन प्रतिपक्षियों को इस पर आपत्ति थी। उनका कहना था कि सभी 34,540 पदों पर भर्ती की जाए और इनमें से आरक्षित कोटे के जो पद खाली रह जाएं उन्हें सामान्य वर्ग से भरा जाए। कोर्ट ने दोनों पक्षों की बात स्वीकार करते हुए कहा कि भर्ती में राज्य की आरक्षण नीति भी लागू होगी लेकिन आरक्षित पदों के रिक्त रह जाने पर उन्हें सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों से भरा जाएगा। इस मामले पर कोर्ट आठ सितंबर को फिर सुनवाई करेगा।

बिहार में प्रशिक्षित शिक्षकों की भर्ती का यह विवाद पुराना है। वर्ष 2003 में राज्य सरकार ने 34,540 पदों पर शिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन निकाला। इस विज्ञापन में प्रशिक्षित और गैर प्रशिक्षित दोनों तरह के शिक्षकों की भर्ती के आवेदन मंगाए गए थे। भर्ती प्रक्रिया को पटना हाईकोर्ट में चुनौती दी गई और पटना हाईकोर्ट ने भर्ती नियमों को गलत ठहराते हुए विज्ञापन और प्रक्रिया निरस्त कर दी थी।

बाद में सुप्रीमकोर्ट ने राज्य सरकार को रिक्त पदों पर प्रशिक्षित शिक्षकों की भर्ती का आदेश दिया। सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बावजूद जब राज्य सरकार ने भर्ती नहीं की, तो आवेदन करने वाले कुछ उम्मीदवारों ने राज्य सरकार के खिलाफ सुप्रीमकोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल कर आदेश पर अमल की मांग की है।


Source : http://in.jagran.yahoo.com/news/national/general/5_1_6407378/
Read more...

Saturday, April 28, 2012

UPTET : Heavy Crowd of UPTET Candidates Collected in Lucknow for Anshan


UPTET : Heavy Crowd of UPTET Candidates Collected  in Lucknow for Anshan

3 week time over and today heavy crowd of TET candidates collected in Lucknow to know progress - When will Recruitment of TET Candidates start

See :



Charbag Station par ikatthe hote hue TET Candidates, Dhoop Paseene mein nahate hue apne haq kee ladaee ladte hue

*************


Charbag Station se Vidhan Sabha kee aur prstan karte hue TET candidates
****************

Tanker ka panee peete hue  TET candidates


**************

Candidates did everything acccording to Government rules and NCTE Guidelines regarding RTE implementation.

Candidates want to know Government stand , and saying only culprits should be punished.
Advt. govt. ne nikala, bhartee govt ke niyamon se ho rahee thee va antim padav par thee.
Candidates (TET rank holde) lagbhag select ho chuke the va counselling karke appointment letter deeye jane baki the.

Par ab candidates anishitta ke mahol se ghir chuke hain. Aur ve govt. kee aage kee process janne ke leeye bechen hain - Ki Bhartee kab va kaise hogee.

Akhbaron mein sandeh bharee khabren aa rahee hain ki TET se recruitment cancel ho sakta hai.
Aur sarkaar ka koee spastikaran na aane se candidates bechen ho rahe hain ki ab unke bahvisye ka kya hoga.

Highcourt TET merit se bhartee ke favour mein pehle hee spast kar chuka hai - Kee TET Merit se bhartee niyamo ke vipreet nahin hai. Aur prkria ko achha bhee mana hai.

NCTE guideline mein saaf shabdon mein TET marks kee weightage selection mein dene kee baat kahee gayee.

Kaee TET candidates ka sochna hai ki jab 5 jilon se saare jilon mein aavedan ke leeye vigyapna sansodhit ho sakta hai to ab mamla kahan atak raha hai. (candidates in apna kafee saar paisa, mehnat va keemtee samay is bhartee mein laga deeya aur vo bhee saara govt. ke niymanusaar, to unkee kya galtee hai aur sarkaar akhbaar/news mein aa rahee bhramak khabron ko khandan kyon nahin kar rahee.
Kya TET se bhartee ab cancel ho jayegee, aur begunahon ko saja milegeee ya dosee adhikarion/candidates ko saja milegee. Sarkaar ka rukh kya hai TET candidates ke prati ?
**************
3 हफ्तों का समय अवधि पूरी हो चुकी और टीईटी अभ्यर्थी दोबारा से लखनऊ में  इकट्ठे हो रहे हैं 
उन को समझ नहीं आ रहा कि आये दिन अख़बारों के माध्यम से जो भ्रामक ख़बरें आ रही हैं - कि टीईटी से भर्ती निरस्त ही जायेगी या चयन प्रक्रिया में बदलाव हो जायेगा 
और सरकार ऐसी भ्रामक ख़बरों का खंडन भी नहीं कर रही 

पहले ५ जिलों से आवेदन वाले विज्ञापन में संसोधन भी हो गया था | पर अब विज्ञापन मामला कहाँ अटक रहा है |

अभ्यर्थी कह रहे हैं - कि उनकी क्या गलती , जैसा सरकार ने चाहा उन्होंने आवेदन कर दीया 
कोर्ट भी कह चुका है कि टीईटी  मेरिट से भर्ती नियम विरुद्द नहीं है व टीईटी  अंकों से भर्ती को सराहा भी है 

अभ्यर्थीयों ने अपनी मेहनत, पैसा व् कीमती समय इस टीईटी   परीक्षा से भर्ती में लगा दीया उनकी क्या गलती |
जो लोग दोषी हैं - भ्रष्ट / बेईमान अधिकारी व्  जिन अभ्यर्थीयों ने   टीईटी  अंक बढवाने में पैसा दीया , उनको दण्डित किया जाये |

चयन प्रक्रिया अंतिम दोर में थी , सिर्फ काउंसलिंग के जरिये नियुक्ति पात्र दीये जाने बाकि थे | 
पर अचानक अख़बारों में भ्रामक ख़बरें व सरकार का स्पस्टीकरण न आने से अभ्यर्थी  मानसिक तनाव से गुजरने लगे और उनके भविष्य पर काले बादल मंडराने लगे |

और अब वे पुन : लखनऊ  में अपने हक के लिये  एकत्रित हो रहे हैं , लगता है दोबारा से अनशन / धरना प्रदर्शन होने जा रहा है 
Pics send through email:





Read more...

UPTET :नियुक्ति न होने पर आत्महत्या की धमकी


UPTET :नियुक्ति न होने पर आत्महत्या की धमकी

सरकार बीएड बेरोजगारों के साथ कर रही हीलाहवाली

महेवा (इटावा)। उत्तर प्रदेश बीएड बेरोजगार संघ एवं टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को बैठक कर सरकार से नवीन शिक्षा सत्र के पूर्व माध्यमिक, उच्च प्राथमिक एवं इंटर कालेजों में सीधी भर्ती करने की मांग की है। ऐसा नहीं करने पर बीएड बेरोजगारों ने आत्महत्या की धमकी दी है।
बीएड बेरोजगार संघ के ब्लाक संरक्षक राजेश कुमार दुबे ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार देश में करीब 11 लाख अध्यापकों की प्राथमिक विद्यालयों म ें आवश्यकता है।
जिनमें सर्वाधिक बिहार में दो लाख और यूपी में सवा तीन लाख शिक्षकों की कमी है। वहीं शिक्षामित्रों को यदि स्थायी अध्यापक बना दिया जाए तो भी एक लाख 62 हजार शिक्षकों की जुलाई के पूर्व यूपी में सर्व शिक्षा अभियान के तहत जरूरत हैं। लेकिन पूर्व सरकार की भांति यह सरकार भी बीएड बेरोजगारों के साथ हीलाहवाली कर रही है।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी पंकज प्रताप पाल ने उच्च न्यायालय के 30 अप्रैल के निर्णय के बाद जो भी निर्णय आए अभ्यर्थियों के हित क ो देखते हुए जुलाई के पूर्व नियुक्ति देने की मांग की है।
पूर्व में बुलंदशहर के महेंद्र सिंह और संत कबीरनगर के अंगद सिंह की आत्महत्या की तरह वे भी अपनी जान देने को विवश होंगे। इस दौरान मोहित शुक्ला, तेजप्रताप, अनुजपाल, अंकुर सक्सेना, धर्मेंद्र दुबे, वास्वी तिवारी, चित्रा चौहान, सुनीता दोहरे, जितेंद्र दोहरे, सत्यवीर आदि रहे।




टीईटी उत्तीर्णों को शीघ्र दी जाए नौकरी, सीएम को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा

मैनपुरी। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण छात्र संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शुक्रवार को टीईटी उत्तीर्णों की बैठक कलक्ट्रेट स्थित तिकोनिया पार्क में आयोजित की गई। बैठक के बाद प्रदर्शन कर कहा कि सरकार उनके हितों की अनदेखी कर रही है। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा।
शुक्रवार को तिकोनिया पार्क में आयोजित बैठक में त्रिभुवन मिश्रा ने कहा कि सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के हितों की अनदेखी कर रही है। इससे वह मानसिक तनाव में हैं। हाईकोर्ट में भर्ती विज्ञप्ति पर लगी रोक अविलंब हटवाने के साथ ही उन्हें परिषदीय विद्यालयों में तैनाती दी जाए।
अंकुर कुमार ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को 30 नवंबर 2011 को प्रकाशित विज्ञप्ति के अनुसार मेरिट के आधार पर टीईटी उत्तीर्ण अध्यापकों की भर्ती की जाए। भर्ती प्रक्रिया में विलंब के कारण हम सभी मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया में विलंब होने के कारण गलत संदेश जा रहा है। अत: तत्काल उन्हें शिक्षक पद पर नियुक्ति दी जाए। बैठक के बाद प्रदर्शन कर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा
------

उपेक्षा से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में आक्रोश
कुरावली (ब्यूरो)। शासन द्वारा टीईटी भर्ती परीक्षा निरस्त किए जाने की सिफारिश से नगर के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में आक्रोश है। अभ्यर्थियों का कहना है कि शासन द्वारा उनकी उपेक्षा की जा रही है। सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।
शुक्रवार को नगर के प्राथमिक विद्यालय में आयोजित बैठक में टीईटी उत्तीर्ण रजनीकांत दुबे ने कहा कि बसपा शासन ने प्रदेश में 72 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी के जरिए विज्ञापन प्रकाशित कराया था। उस समय कम मेरिट वाले बीएड धारकों को आस जगी थी कि वह मेहनत से टीईटी उत्तीर्ण कर शिक्षक बन सकेंगे। टीईटी परीक्षा पर सवालिया निशान लगने के साथ ही सत्ता परिवर्तन हो गया। अब टीईटी भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने की शासन ने सिफारिश कर दी है। जिससे उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
सालिगराम शाक्य ने कहा कि युवा मुख्यमंत्री को बीएड धारक युवा बेरोजगारों की समस्या को समझने के साथ ही वर्तमान में शिक्षकों की भर्ती के लिए जागरूक होना चाहिए। शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों के हितों के साथ समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
अभिषेक गुप्ता ने कहा कि युवा मुख्यमंत्री टीईटी अभ्यर्थियों के हित में निर्णय लेकर नई पहल करेंगे। बैठक को अनिल दिवाकर, सोनू यादव, दीपक तिवारी, अवधेश गुप्ता, राकेश गुप्ता, धर्म नारायण, अनिल कुमार, नीरज पांडेय ने संबोधित किया।

**************

धरने को सफल बनाने का आह्वान
अहरौला (सं.)। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा इकाई अहरौला की बैठक शुक्रवार को हुई। इसमें अभ्यर्थियों से लखनऊ अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर प्रदर्शन को सफल बनाने का आह्वान किया गया। इस मौके पर रघुवंशी, दीपक गिरी, अयोध्या कुमार, विरेंद्र कुमार, रविंद्र कुमार, रजनीकांत, मिथिलेश कुमार, पंकज यादव, अजय सोनी, कृष्ण कुमार सिंह, सुनीता मौर्या, राजबहादुर यादव आदि उपस्थित थे।

News : Amar Ujala (28.4.12)
************

टीईटी अभ्यर्थियों ने बनाई आंदोलन की रणनीति

अंबेडकरनगर, टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट के समक्ष बैठक कर शनिवार को लखनऊ में होने वाले प्रदर्शन में भाग लेने की रणनीति तैयार की। साथ ही निर्णय लिया कि शनिवार को भोर में समूह में प्रदेश की राजधानी के लिए कूच करेंगे।

आंदोलन की तैयारी पर चर्चा करते हुए बड़ी संख्या में राजधानी पहुंचने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से अलग-अलग टीमों को जिम्मेदारी सौंपी गई। निर्देशित किया गया कि प्रत्येक अभ्यर्थी को यह मानकर चलना है कि लड़ाई फाइनल की है। वक्ताओं ने जोर देते हुए कहा कि सरकार का रवैया इसी तरह अड़ियल रहा तो संघर्ष के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा। इसके पूर्व टीईटी आंदोलन के दौरान बुलंदशहर के महेंद्र व संतकबीरनगर के अंगद चौरसिया की शहादत पर श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। इस मौके पर अनिल कुमार वर्मा, राधेश्याम, रजनीश, राम कोमल, बृजेश कुमार, प्रदीप, राकेश व आत्माराम समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

News : Jagran (28.4.12)
Read more...

UPTET : टीईटी घोटाला - जेडी और डीआईओएस दफ्तर में जांच


UPTET :  टीईटी घोटाला - जेडी और डीआईओएस दफ्तर में जांच

एंटीकरप्शन टीम ने लिया अफसरों की भूमिका का ब्यौरा

कानपुर। टीईटी घोटाले की जांच कर रही पुलिस की एंटीकरप्शन शाखा की दो सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) और डीआईओएस कार्यालय में छानबीन की। लखनऊ से टीम के आने से कार्यालय में हड़कंप मचा रहा। जेडी और डीआईओएस के कार्यालय में न होने पर टीम ने विभाग के बाबुओं से परीक्षा प्रक्रिया की पड़ताल की। वहीं, डीआईओएस द्वितीय से भी परीक्षा में उनकी भूमिका के बारे में पूछा।
इंस्पेक्टर आरके सिंह के नेतृत्व में एंटीकरप्शन की टीम शुक्रवार दोपहर चुन्नीगंज स्थित जेडी कार्यालय पहुंची। जेडी माया निरंजन के कार्यालय में न मिलने पर विभाग के बाबुओं से प्रश्न पत्रों की गोपनीयता, प्रश्न पत्र रखने के स्थान, परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचाने और ओएमआर शीट को सील बंद करने की प्रक्रिया के बारे में पूछा। इसके बाद टीम डीआईओएस कार्यालय पहुंची। डीआईओएस शिवसेवक सिंह के न होने पर टीम ने डीआईओएस द्वितीय विभा शुक्ला से परीक्षा केंद्र निर्धारण में उनकी भूमिका और परीक्षा के दौरान केंद्रों का दौरा करने के बारे में पूछा। उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्र निर्धारण में उनकी कोई भूमिका नहीं थी जबकि पांच केंद्रों का निरीक्षण उन्होंने किया था

News : Amar Ujala (28.4.12)
************************

प्रदर्शन में शामिल होने को रवाना
मछलीगांव। क्षेत्र के लगभग तीन दर्जन टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी 28 अप्रैल को लखनऊ में होने वाले धरना-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए रवाना हुए। टीईटी उत्तीर्ण मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी ने बताया मांग पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।

-------------

टीईटी अभ्यर्थी लखनऊ रवाना
फतेहपुर। अपनी समस्याओं के निस्तारण की मांग को लेकर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों का दल लखनऊ रवाना हुआ। टीईटी अभ्यर्थी प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर लखनऊ में होने वाले आंदोलन में हिस्सा लेंगे। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों की नियुक्ति की मांग कर रहा है।
************
टीईटी अभ्यर्थी आज करेंगे अनशन
कानपुर। टीईटी उत्तीर्ण करने वाले शहर के सैकड़ों अभ्यर्थी शनिवार को लखनऊ में होने वाले अनशन में शामिल होंगे। यह निर्णय यूपीटीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले बर्रा आठ में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में रत्नेश पाल, दिनेश पाठक, अभिरुचि सचान, प्रवीण सचान, उमेश सचान, सुशील पाल, विजय सिंह तोमर, संजू सचान, जुबली, रेखा, मंजूषा आदि मौजूद रहे।
***********
आंदोलन में शामिल होंगे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी
अंबेडकरनगर। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के समक्ष संपन्न हुई। इसमें 28 अप्रैल से लखनऊ में शुरू होने वाले आंदोलन को सफल बनाने के लिए जिले से भारी संख्या में भागीदारी करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि मेरिट पर जल्द से जल्द नियुक्ति न होने से उन लोगों के समक्ष विकट समस्या खड़ी हो जाएगी, जिनकी उम्र 35 से 45 वर्ष के बीच है। कहा कि बीते दिनों मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया था कि किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने देंगे। हालांकि अब तक इस दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठाया जा सका है। वक्ताओं ने कहा कि अब आंदोलन ही एकमात्र रास्ता बचा है। संगठन द्वारा 28 अप्रैल से लखनऊ में आंदोलन का जो निर्णय लिया गया है, उसमें जनपद से बढ़-चढ़कर भागीदारी की जाएगी। सदस्यों से एकजुट होकर इसमें भाग लेने का आह्वान किया गया।


************

शिक्षक नियुक्ति मामले की रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपी

कानपुर। हरसहाय जगदम्बा सहाय इंटर कालेज के सात शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जांच पूरी कर आख्या रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंप दी है।
गौर रहे कि कॉलेज मैनेजमेंट ने 1993 में कॉलेज में विज्ञान विषय के तीन, गणित, हिन्दी, वाणिज्य और खेल शिक्षक विषयों सहित सात शिक्षकों की नियुक्ति की थी। एक उम्मीदवार ने प्रबंधतंत्र पर नियुक्ति में मनमानी का आरोप लगाकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी थी। 19 वर्षों से चल रहे मामले में वर्ष जुलाई 2011 में हाईकोर्ट ने तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन को मामले को निस्तारित करने का आदेश दिया था।
साथ ही शिक्षकों से कार्य करते रहने को कहा था। इस बीच टीईटी घोटाले में नाम आने पर संजय मोहन को गिरफ्तार कर माध्यमिक शिक्षा निदेशक पद से बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद शासन ने वासुदेव यादव को निदेशक बना दिया। अब उन्होंने इसकी जांच पूरी कर रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंप दी है।

******************

News : Amar Ujala (28.4.12)
Read more...

Friday, April 27, 2012

UPTET : अभी और हटेंगे घोटालेबाजों के चेहरे से नकाब


UPTET : अभी और हटेंगे घोटालेबाजों के चेहरे से नका


कानपुर, नगर प्रतिनिधि : 72 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के घोटाले में अभी दलाल, शिक्षा विभाग के अफसर और कुछ लिपिकों के नाम भी सामने आ सकते हैं। यह संकेत शिक्षा विभाग में जांच कर लौटी एंटी करप्शन टीम ने दिये। टीम के मुताबिक तीन-चार माह में जांच पूरी होने की संभावना है।

पिछले वर्ष 13 नवंबर को आयोजित टीईटी परीक्षा का परिणाम 25 नवंबर को घोषित किया गया था। परीक्षा में सवालों को लेकर परिणाम में कई बार संशोधन हुआ, इसके बाद भी हेरफेर किया गया।

सूत्रों के मुताबिक रमाबाई नगर पुलिस ने तत्कालीन शिक्षानिदेशक संजय मोहन और उनके दामाद धीरज गर्ग के यहा छानबीन में इलाहाबाद से टीईटी घोटाले का कनेक्शन मिला है। चुनाव के पहले रमाबाईनगर पुलिस ने तत्कालीन डीजीपी अतुल कुमार को अवगत करा दिया था। जांच के बाद संजय मोहन समेत आधा दर्जन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। शुक्रवार को विजिलेंस की एंटी करप्शन टीम ने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में परीक्षा प्रक्रिया व परीक्षा केंद्रों के निर्धारण को समझने के साथ शासनादेश भी देखा। साथ ही तीन लिपिकों के बारे में भी पूछताछ की। हालांकि एंटी करप्शन टीम जांच की बात कहकर अपने पत्ते नहीं खोल रही है। इनकी संलिप्तता खंगालने के बाद सुबूत के साथ पुलिस इन पर हाथ डालेगी

---------------------

'डीआईओएस और संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में अधिकारियों एवं लिपिकों से पूछताछ की। मामले में आधी विवेचना हो चुकी है, तीन-चार माह में पूरी होने की संभावना है। '


- एके सिंह, इंस्पेक्टर एंटी करप्शन (विजिलेंस)

News : Jagran (27.4.12)
Read more...

Reservation in Promotion is cancelled by Supreme Court, Shocking News for Mayavati Government


यूपी में प्रमोशन में आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया
(Reservation in Promotion is cancelled by Supreme Court, Shocking News for Mayavati Government)

नई दिल्ली। पूर्ववर्ती मायावती सरकार के एक बड़े फैसले को जबरदस्त झटका लगा है। मायावती ने प्रमोशन में रिजर्वेशन लागू किया था जिसके चलते उत्तर प्रदेश के हजारों कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रमोशन मिला था। प्रमोशन पाने वाले सारे लोग आरक्षित वर्ग के हैं। इसके चलते सालों जूनियर लोग अपने सीनियर्स से भी सीनियर हो गए थे।
हाई कोर्ट ने इस फैसले को गलत करार दिया था जिसपर तत्कालीन मायावती सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई थीअब सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इन सभी लोगों का प्रमोशन वापस लिया जाएगा। इसके अलावा लोगों के प्रमोशन सिनियोरिटी लिस्ट के मुताबिक ही होंगे। और जिनका प्रमोशन हो चुका है उनकी सिनियोरिटी लिस्ट में वो ही जगह हो जाएगी जो पहले थी


वहीं अखिलेश की सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले ही तय कर चुकी थी कि वो इस पूरे मामले में हाईकोर्ट के आदेश का पालन करेगी।

मालूम हो कि अगर ये फैसला लागू रहता तो अगले 7 साल में हर विभाग का विभागाध्यक्ष सिर्फ आरक्षित वर्ग का रहता। गौरतलब है कि कि मायावती सरकार ने राज्य कर्मचारियों की प्रोन्नति में दलितों के लिए आरक्षण का प्रावधान कर दिया था। राज्य कर्मचारियों का एक बड़ा तबका इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट गया। हाई कोर्ट ने माना कि प्रमोशन में आरक्षण नहीं होना चाहिए। मायावती सरकार हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गयी थीं

News : khabar.ibnlive.in.com ( 27.04.2012)



Read more...

UPTET : मुख्यमंत्री से मिलेगा टीईटी संघर्ष मोर्चा


UPTET : मुख्यमंत्री से मिलेगा टीईटी संघर्ष मोर्चा

संभल/चंदौसी। टीईटी संघर्ष मोर्चा की सरदार भगत सिंह पार्कमें हुई बैठक में शुक्रवार को मुख्यमंत्री से मिलकर नौकरी दिलाने की मांग रखने का निर्णय लिया गया। टीईटी अभ्यर्थियों की सरदार भगत सिंह पार्क में बैठक हुई। जिला महा सचिव प्रियंक त्यागी ने कहा कि सभी अभ्यर्थी कल लखनऊ पहुंचकर अपनी ताकत का अहसास कराते हुए सीएम केसामने उपस्थित होकर अपनी मांग रखेंगे। सरकार से जल्दी से जल्दी नौकरी दिलाने की मांग करेंगे। इस मौकेपर महिपाल सिंह, मुहम्मद तसलीम, अचल सक्सेना, तौकीर अहमद, रामवीर सिंह, मुहम्मद हिलाल, सौरभ गुप्ता, जफर उल्ला खान, सुनील कुमार, आनंद कुमार, लौकेश कुमार, काविंद्र सिंह आदि रहे। वहीं चंदौसी।

टीईटी बेरोजगार 27 अप्रैल को लखनऊ में सरकारी नौकरी के लिए सरकार के समक्ष हुंकार भरेंगे। लखनऊ कूच की तैयारी शुरू हो गई है और इसी क्रम में गुरुवार को बैठक हुई जिसमें विष्णु कुमार, जयप्रकाश, मोहम्मद अशरफ, प्रभाकर शर्मा, मनोज कुमार, विशाल शर्मा आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता उमेश यादव ने की। संचालन हरेंद्र सिंह ने किया।

अनशन में भाग लेगा संघर्ष मोर्चा
बरेली। यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की कोर कमेटी की बृहस्पतिवार को गांधी उद्यान में बैठक हुई। इसमें फैसला लिया गया कि 28 अप्रैल को लखनऊ के झूले लाल पार्क में होने वाले क्रमिक अनशन के लिए मोर्चा के सदस्य 27 अप्रैल को लखनऊ रवाना होंगे। बैठक में विकास कुमार, हरीश गंगवार, टीडी भाष्कर, संजय सिंह यादव आदि मौजूद रहे।


टीईटी अभ्यर्थियों ने खोला मोर्चा
बाराबंकी। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक बृहस्पतिवार को जिला कार्यालय पर हुई। जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कहा कि, 28 अप्रैल से टीईटी अभ्यर्थी आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। उपाध्यक्ष विनोद वर्मा व महामंत्री अशोक यादव ने कहा कि अभ्यर्थियाें ने अब अधिकार की लड़ाई के लिए कमर कस ली है। बैठक में नरेंद्र कुमार यादव, रजनीश कुमार वर्मा, हरिहर बैसवार, यज्ञेश नारायण बैसवार, विशाल गुप्त, संदीप कुमार, प्राची वर्मा आदि मौजूद रहे।

News : Amar Ujala (27.4.12)
****************************
Related Commens on Blog by Blog Visitor :

All U.P. Zila Adhyaksh Nitan Mehta Ghaziabad 9639885609 Shiv Kumar Ghaziabad 9368735257 Devendar Delhi/Prbd.N 09560705898 Ajay Pandey Sant Kabir Nagar 8738069495 Devesh Trivedi Lakhimpur 9839940748 Kushveer Singh Hapur/ Panch S N 9457287549 Vishesh Sharma Hapur/ Panch S N 9634502507 Avnish Yadav Hardoi 9721612971 Praveen Sachan Kanpur 9839379099 Sarvesh Joshi Sitapur 9889174114 Atul Kumar Tiwari Unnav 9451360651 Anit Mishra Aurriya 9045028271 Ajab Singh Badera Bijnaur 8430472461 Sudansu Rai Gonda 9532191640 Rajesh Kumar Rao Bahraich 8090150279 Jitendra Verma Barabanki 9369206268 Varun Sharma Meerut 9045512773 Mahendra Kumar Verm Maharajganj 8874191926 Aanand Pandey Rai Bareilly 9919211141 Mod. Mobeen Siddiqui Kushinagar 9648631691 Rajeev Kumar Bulandsahar 8781142611 Bhupendra Kumar Rai Lucknow 9415783018 Nirbhai Singh Lucknow 7499088470 Satish Singh Shajahanpur 8004019835 Manoj Sharma Shajahanpur 9044144623 Ugrasen Verma Shrawasti 9984555954 Ashwani Kumar Shukla Baharich 8765108094 Aanand Tiwari Shultanpur 9136128507 Shiv Kumar Pathak Alld/ Shultanpur 9415023170 Mayank Varanasi 9807122569 Vivekanand Allahabad 8081934675 Gyanesh Allahabad 9807188538 Manoj Gupta Saharanpur 9548938754

***********
DELHI -NCR SE CHAL NE WALE TET K SATHI ANAND VIHAR RAILWAY STATION PE MIL 7.40 PM KI TRAIN HAI JIS KO CHAL NA HO WO DEVENDRA SINGH -09560705898 Pe bat kare thanks ...

**********
Saharanpur se bhari jansamuh aaj sham lucknow ke liye kooch karega saharanpur wale bhai bahan aaj sham 7 baje saharanpur railway station inquiry par mile

***********
JHANSI BUNDELKHAND TET MORCHA KE SAB TET STUDENT 28-04-2012 KO MORNING 5:45 POOJA INTEERCITY SE LUCKNOW KE LIYE KOOCH KARAINGE SABHI BHAIYON OR BAHANE STATION PER PLATEFORM NO.7 PER MILE.

***********
28 APRIL 2012 SABHI TETIANS VISHAL SAMKHYA ME LUCKNOW RLY STATION PER SUBEH 08 BAJE PAHUCHE. APNA ADHIKAR PANE KE LIYE 4 DIN YA 4 SAAL. APKO TAY KARNA HAI.YADI 4 DIN ME APNA ADHIKAR CHAHTE HAITO 28 APRIL KO LUCKNOW PAHUCHE.

***************
Comment by uptet merit > Kal saharanpur merut muzafrnagar prabudnagar rampur muradabad bareilly bijnor barot bagpat bulandshahr etc west up walo ki emergency meeting thi usme sabi dwara 28 apr ko bhari sankhya mai lucknow pahuchne ka nirnay liya gya

***************
Sarika Srivastava लखनऊ मे धरना स्थल दारुलशफ़ा की अनुमति हमको मिल गयी है अब आप सभी लोग बिना किसी भय या आशंका के लखनऊ 28/4/12 को आये द्वारा विजय सिंह तोमर कानपुर
***********
 28 04 2012 को लखनऊ चलो हम बलिया से नगरा कस्बा से कल चल रहे हैं

**********
Read more...

UPTET : टीईटी अभ्यर्थी कल से देंगे धरना


UPTET : टीईटी अभ्यर्थी कल से देंगे धरना , जूनियर हाईस्कूल में बैठक कर बनाई गई रणनीति



संतकबीरनगर। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक गुरुवार को जूनियर हाईस्कूल खलीलाबाद के परिसर में आयोजित हुई। बैठक को संबोधित करते हुए महामंत्री देवेंद्र राय ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र शुरू कराने के लिए पिछले दिनों प्रदेश स्तरीय आह्वान पर विधानसभा के सामने टीईटी अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया था। उसको समाप्त कराते वक्त सीएम ने आश्वासन दिया था कि तीन सप्ताह के अंदर समाधान निकाल लिया जाएगा।
सीएम ने जो समय दिया था, वह समाप्त हो चुका है। अभी तक भर्ती प्रक्रिया पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तरीय आह्वान पर यह निर्णय लिया गया है कि 28 अप्रैल को भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने के लिए प्रदेश के सभी टीईटी अभ्यर्थी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के लिए लखनऊ पहुंचेंगे। उपाध्यक्ष अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि अपने हक के लिए जिले के समस्त महिला/पुरूष टीईटी अभ्यर्थी भारी संख्या में लखनऊ पहुंचे। जिससे आंदोलन को सफल बनाया जा सके। बैठक में सतीश विश्वकर्मा, बृजेश शर्मा, सत्यनारायण सिंह, धर्मेन्द्र पाल, सत्य प्रकाश चौधरी, रईश खान, कमलेश यादव, संतोष, रामधनी शर्मा, शाह आलम, दिलीप यादव, एनडी त्रिपाठी, विपिन राज, दिलीप राज, जाकिर अली, राजबहादुर शर्मा, अब्दुल्लाह अंसारी, मिठाईलाल मौर्य सहित भारी संख्या में टीईटी अभ्यर्थी मौजूद रहे।

*********


कल करेंगे लखनऊ में प्रदर्शन
गोरखपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में कई समस्याओं को लेकर 28 अप्रैल को लखनऊ में प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदेश संयोजक नवीन श्रीवास्तव,प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष मिश्र ने बताया कि 25 अप्रैल को लखनऊ बैठक में प्रदर्शन का ऐलान किया गया था। पदाधिकारियों ने अभ्यर्थियों से 28 को लखनऊ चलने की अपील की है।

**********


धरना देंगे टीईटी अभ्यर्थी
मुजफ्फरनगर। टीईटी संघर्ष मोर्चा अपनी मांगों को लेकर 28 अप्रैल को लखनऊ के झूलेलाल पार्क में प्रदेश व्यापी धरना शुरू करेगा। गुरुवार को टाउन हाल में आयोजित बैठक में जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने सरकार के टीईटी भर्ती के विज्ञापन रद्द करने को निंदनीय बताया।
राहुल कुमार,नीरज चौधरी, राजन कुमार, भतेंद्र सैनी, राजीव, संजय राजपूत,सुधीर कुमार, जावेद, ऋतु शर्मा, टिंकी, मधु, रजनी, मोनिका, रविंद्र कुमार, सादिक और रुखसाना मौजूद रहे। अध्यक्षता फारूख हसन और संचालन प्रदीप बरवाला ने किया।

*************


यूपी में क्या हो रहा है
पाठकनामा
युवा शक्ति कहकर पहले वोट बटोरी, जीतने पर सबसे पहले युवाओं की ही छाती में छुरी घोंपी,
समझ नहीं आ रहा यूपी में ये क्या हो रहा है।
 राजनीति तथा भ्रष्टाचार ने सभी युवाओं के सपनों के साथ जो खिलवाड़ किया, क्या वो सही है? एक पार्टी की सरकार आती है युवाओं को रोजगार के सपने दिखाती है। फीस के नाम पर बेरोजगारों से कई-कई ड्राफ्ट बनवाती है और अपनी जेबें भरती है। और इतने में अगले चुनाव की बारी आती है। सारी पार्टियां युवाओं के लिए वादे करती हैं। कहीं राहुल गांधी हाथ बढ़ाकर तो कहीं अखिलेश साइकिल की रफ्तार दिखाकर युवा शक्ति की दुहाई देकर वोट बटोरते हैं। चुनाव समाप्त होते ही सरकार बदलती है। नई सरकार पुरानी से बदला लेने के नाम पर टीईटी का विज्ञान रद कर देती है। 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती में युवाओं का कितना पैसा खर्च हुआ क्या इसका कोई हिसाब है? टीईटी फार्म में पैसा बर्बादी, फिर टीईटी परीक्षा का परिणाम जो एक बार नहीं कई कई बार देखना पड़ा, कई बार युवाओं को ठगा गया। इसका नतीजा क्या रहा, सब रद रद... अब युवाओं को सरकार को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए। युवाओं एकजुट हो जाओ और अपनी लड़ाई खुद लड़ो।
-गीता तोमर, बड़ौत
गीता तोमर की तरह अन्य पाठक भी अपनी समस्याएं, अनुभव, आपबीती, सुझाव, टिप्पणी, रचनाएं, कविता, उपयोगी सलाह, जिले के संदर्भ में कोई जानकारी आदि अपने फोटो और पते के साथ हमारे पते पर भेज सकते हैं।
हमारा पता है- अमर उजाला कार्यालय, शॉप नंबर पांच, नगरपालिका मार्केट, कोर्ट रोड, बागपत। आप अपनी बात ई-मेल भी कर सकते हैं।  bptnews@mrt.amar ujala.com



News : Amar Ujala (27.4.12)
Read more...

महिला चलाती थी फर्जी रेलवे भर्ती बोर्ड, सीबीआई ने किया गिरफ्तार



महिला चलाती थी फर्जी रेलवे भर्ती बोर्ड, सीबीआई ने किया गिरफ्तार


Railway Recruitment Forgery

रांची.नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवकों से करोड़ों रुपए ऐंठने वाले फर्जी रेलवे भर्ती बोर्ड का सीबीआई ने पर्दाफाश किया है। यह गिरोह रेलवे की तरह का वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को लूटता था। भुवनेश्वर से आई सीबीआई टीम ने रेलवे में काम करने वाली महिला सरगना सत्यवती को मंगलवार को रांची में गिरफ्तार कर लिया। रेलवे के बड़े अफसरों की मिलीभगत से फर्जी भर्ती बोर्ड बेहद सफाई से युवाओं को फंसाता था। साइट की डिजाइनिंग से लेकर इंफॉर्मेशन तक रेलवे से हूबहू मिलती थी। कहीं किसी को संदेह न हो, इसलिए मोबाइल नंबर और मेल आईडी भी दी गई थी। छापेमारी में गिरोह से जुड़ा मेडिकल जांच किए बगैर सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने वाला डॉक्टर और उसका सहयोगी फरार हो गया। इनकी गिरफ्तारी के लिए भी रिम्स के क्वार्टर में छापेमारी की गई। मगर उसका सुराग नहीं मिला।

सीबीआई में केस

युवक ज्वाइनिंग लेटर लेकर जब रेलवे में योगदान करने गए, तो लेटर फर्जी करार दिया गया। तब सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कर छापेमारी की।

ये हैं आरोपी :सत्यवती, पवन और नालंदा के शशि शेखर को नामजद अभियुक्तबनाया गया है। इनके अलावा रेलवे के अज्ञात अफसर भी आरोपी हैं।

गिरोह ने करोड़ों ठगे

गिरोह अब तक बेरोजगारों को करोड़ों का चूना लगा चुका है। करीब 100 लोग इनके झांसे में आ चुके हैं। प्रति व्यक्तिदो से चार लाख रुपए की उगाही की गई। मामला पकड़ में आने के बाद सीबीआई भुवनेश्वर ने कांड संख्या आरसी 15(ए)/12 दर्ज किया है।

फर्जी वेबसाइट से चलता था ठगी का कारोबार

>गिरोह ने भुवनेश्वर में रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड का एक फर्जी वेबसाइट तैयार कर लिया था।
>साइट में फर्जी रिक्तियां व अन्य सूचनाएं भरी होती थीं। इससे बेरोजगार झांसे में आ जाते थे।
>गिरोह में रांची का डॉक्टर भी है, जो फर्जी सर्टिफिकेट दिलाता था।
>वेबसाइट में एक नंबर भी दिया गया था। संपर्क करने पर बेरोजगारों से ठगे जाते थे दो से चार लाख रुपए।
>पैसा ठगने के बाद फर्जी ज्वाइनिंग लेटर वेबसाइट पर डाल दिया जाता था। रेलवे जिसे नकार देता था।

कहां-कहां छापे

>रातू रोड की लाह कोठी स्थित सरगना सत्यवती के घर।
>हटिया स्थित सरकारी क्वार्टर।
>बेटे पवन के थड़पखना स्थित प्लेसमेंट सॉल्यूशन।
>गिरोह के डॉक्टर सदस्य के रिम्स स्थित क्वार्टर।

आगे क्या

>रेलवे के कई अफसर गिरफ्त में आ सकते हैं। इनकी मिलीभगत से ही ठगी का यह धंधा चल रहा था।
>गिरोह के तार ओडि़शा, झारखंड सहित कई राज्यों तक फैले हुए हैं।


News : Bhaskar.com (25.4.12)

Read more...

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण 28 को लखनऊ में देंगे धरना


UPTET : टीईटी उत्तीर्ण 28 को लखनऊ में देंगे धरना

ललितपुर। टीईटी उत्तीर्ण छात्रों ने भर्ती प्रक्रिया में बदलाव करने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बैठक में आशंका जताई कि जुलाई माह तक भर्ती प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई तो तमाम स्कूल शिक्षकों के अभाव में बंद हो जाएंगे।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि टीईटी परीक्षा में धांधली नहीं पाई गई है, इसके बाद भी भर्ती प्रक्रिया में संशोधन किया जा रहा है। टीईटी उत्तीर्ण छात्र इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। अंत में उन्होंने लखनऊ में अट्ठाइस अप्रैल को धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। बैठक में नीलेश पुरोहित, राहुल तिवारी, अनुराग शर्मा, आलोक श्रीवास्तव, दीपक गुप्ता, अनुपम, राजेंद्र, रामचरन, महेश बवेले, अमित जैन आदि उपस्थित रहे।



UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक आज
ज्ञानपुर (भदोही)। अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अभ्यर्थियों की एक बैठक 27 अप्रैल को दोपहर 12 बजे स्थानीय हरिहरनाथ मंदिर परिसर में होगी। यह जानकारी देते हुए अजय मिश्र टीईटी संघ के जिलाध्यक्ष अजय कुमार मिश्र ने यह जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के चलते प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार हो गया है। इसके विरोध में पूरे प्रदेश में 28 अप्रैल को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। कहा कि तीन सूत्रीय मांगों को लेकर यह प्रदर्शन होगा। इसके लिए बैठक में विशेष रणनीति तैयार की जाएगी। एक महीने में प्रदेश सरकार का रवैया नहीं बदला तो अभ्यर्थी क्रमिक अनशन पर जाएंगे।
***********

टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक आज
अहिरौला (संवाददाता)। स्थानीय ब्लाक क्षेत्र के रघुवंश ज्ञानोदय विद्यालय परगासपुर के प्रांगण में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा अहिरौला ईकाई की बैठक हुई। इसमें संगठन से जुड़े लोगों ने ं शुक्रवार की शाम चार बजे बैठक कर भावी रणनीति तय करने का निर्णय लिया। कहा कि भविष्य की लड़ाई के लिए संगठन पीछे नहीं रहेंगा। बैठक की अध्यक्षता कृष्ण कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर रामनरायन गुप्ता, जितेंद्र यादव, रसल रघुवंशी, रविंद्र कुमार, विरेंद्र कुमार, पंकज यादव, दीपक आदि रहे।


News : Amar Ujala (27.4.12)
Read more...

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों से लखनऊ कूच का आह्वान


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों से लखनऊ  कूच का आह्वान


सम्भल : टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में टीईटी परीक्षा पास अभ्यर्थियों का चयन कर उन्हें सर्विस दिलाने की मांग को लेकर लखनऊ कूच करने का आह्वान किया गया।

टीईटी संघर्ष मोर्चा की सरदार भगत सिंह पार्क में हुई बैठक में मुरादाबाद के जिला महासचिव प्रियंक त्यागी ने सभी टीईटी संघर्ष मोर्चा के अभ्यर्थियों से शुक्रवार को लखनऊ कूच करने का आह्वान किया।

कहा कि लखनऊ में समस्त टीईटी अभ्यर्थी अंतिम लड़ाई को सफल बनाने हेतु संघर्ष करेंगे। साथ ही, सरकार से जल्द से जल्द टीईटी परीक्षा पास अभ्यर्थियों का चयन कर उन्हें सर्विस दिलाने की अपील की जाएगी।

इस दौरान महीपाल सिंह, मो. तसलीम, अंशुल सक्सेना, तौकीर अहमद, रामवीर सिंह, मो. हिलाल, जफरउल्ला खान, सौरभ गुप्ता, सुनील कुमार, आनंद कुमार, लोकेश कुमार, काविंद्र सिंह, कीर्ति रमन, शशिकांत सिंह, भरत मिश्रा, अजीत सिंह, प्रदीप, महेंद्र प्रजापति आदि रहे।

News : Jagran (26.4.12)
********************
लखनऊ में प्रदर्शन करेंगे टीईटी अभ्यर्थी


बदायूं : टीईटी अभ्यर्थियों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। 28 अप्रैल को प्रदेश भर के अभ्यर्थी लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने यह जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में गुनहगारों को सजा देने के बजाय रोजगार की आस लगाये बैठे टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले लाखों बेरोजगारों को सजा देने पर तुली हुई है। एक तरफ सरकार बेरोजगारों की हितैषी होने का दावा कर रही है तो टीईटी मुद्दे पर आंखें बंद किए हुए है। नियुक्ति का विज्ञापन रद्द किए जाने के आदेश की आलोचना करते हुए उन्होंने टीईटी अभ्यर्थियों से लखनऊ पहुंचकर आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि 27 अप्रैल को सायं 4.30 बजे बदायूं रेलवे स्टेशन पर अभ्यर्थी एकत्रित होंगे


News : Jagran (26.4.12)
Read more...

Thursday, April 26, 2012

UPTET Good Article : यूपीटीईटी-बहुत कठिन है डगर पनघट की- मनोज कुमार सिंह 'मयंक'

UPTET : यूपीटीईटी-बहुत कठिन है डगर पनघट की- मनोज कुमार सिंह 'मयंक'

भ्रष्टाचार का आरोप मढ़कर हम अपनी असफलता छुपा सकते हैं और सच का गला भी घोंट सकते हैं,विशेषकर जब यह बात उत्तर प्रदेश और उत्तर प्रदेश में शिक्षा की वर्तमान स्थिति के संदर्भ में कही जा रही हो तब हमें इस कथन की सत्यता जांचने के लिए अधिक परिश्रम नहीं करना पड़ेगा|

पूरे प्रदेश में इस बात को जोर शोर से प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है की उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा नवम्बर में आयोजित परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई और अब इस आधार पर इस परीक्षा को रद्द कर देना चाहिए|

मजे की बात तो यह है की परीक्षा में प्राथमिक स्तर पर लगभग २ लाख ७० हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण घोषित किये गए|क्या इसका यह अर्थ है की प्राथमिक स्तर पर परीक्षा में उत्तीर्ण समस्त २ लाख ७० हजार अभ्यर्थी बेईमान हैं  ?

फिलहाल कथित टीईटी घोटाले के आरोप में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद निदेशक श्री संजय मोहन समेत माध्यमिक शिक्षा परिषद के कुछ अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी हिरासत में हैं,उन पर गैंगेस्टर लग चुका है और मामले की तफ्तीश चल रही है|

हमें यह नहीं भूलना चाहिए की उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री माननीय श्री अखिलेश यादव अपनी चुनावी सभाओं में मुख्यमंत्री बनने से पहले ही टीईटी निरस्त करने की सार्वजनिक घोषणा कर चुके हैं और इस घोषणा को आधार मानकर उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी तथा मीडिया का एक विशिष्ट वर्ग उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी को स्पष्ट बहुमत पाता देखकर मतगणना की शाम से ही टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के विरुद्ध अनर्गल प्रलाप करने लगा|


टीईटी के आधार पर नियुक्ति की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिसकर्मियों द्वारा बर्बरतापूर्ण लाठियां भी बरसाई गई|यही नहीं, विधानसभा के बाहर क्रमिक अनशन पर बैठे आंदोलनरत अभ्यर्थियों की व्यथा को किसी ने भी संज्ञान में लेने की आवश्यकता नहीं समझी और वर्तमान शासन ने भी टीईटी को लेकर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है|

टीईटी को लेकर असमंजस और उससे उपजे अवसाद के चलते संत कबीर नगर के अंगद चौरसिया और बुलंद शहर के महेंद्र सिंह की मृत्यु हो चुकी है|इससे पहले भी एक टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी की माँ नकारात्मक समाचार सुनकर स्वर्ग सिधार चुकी है|इन सब ख़बरों को लेकर हमारा युवा हतोत्साहित है और आक्रोशित भी|


हमें समस्या के मूल में जाना होगा|जनता को यह जानने का हक है की उसके खून पसीने की कमाई कहाँ जाती है और नौनिहालों की शिक्षा पर होने वाले व्यय की क्या सार्थकता है? हमारे देश को आजाद हुए ६४ वर्ष से अधिक हो गए हैं,हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने पराधीन भारत में स्वतंत्र भारत का जो स्वप्न देखा था,हम उसके आस पास भी नहीं हैं|अपने अधिकारों और कर्तव्यों की कौन कहे,इन ६४ सालों में हम आज तक समग्र साक्षरता के मह्त्वाकांक्षी लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर पाए हैं|

हालांकि,इतने सालों में हमने अच्छी उपलब्धि हासिल की है और आज साक्षरता के क्षेत्र में हम ब्रिटिश राज के १२ प्रतिशत के आकडें को पार करते हुए २०११ के आंकड़ों के अनुसार ७५.०४ प्रतिशत तक पहुँच गए हैं किन्तु तुलनात्मक दृष्टि से हम आज भी विश्व साक्षरता के औसत (८४ प्रतिशत) से भी लगभग १० अंक निचले पायदान पर स्थित हैं|बात यही पर खत्म नहीं होती है,यदि हम नेपाल,बंगलादेश और पाकिस्तान जैसे संसाधनविहीन देशों को छोड़ दे तो हमारे अन्य पडोसी मसलन चीन,म्यामार,यहाँ तक की श्रीलंका जैसे छोटे देश भी साक्षरता के क्षेत्र में ९० प्रतिशत से ऊपर पहुँच चुके है|ध्यातव्य है की साक्षरता के ये आंकड़े ७ वर्ष से ऊपर आयु वर्ग की जनसँख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं|

हम योजना दर योजना मूल्य आधारित,गुणवत्तापरक और सामूहिक शिक्षा की बात करते तो हैं किन्तु जब इन्हें अमली जामा पहनाने का वक्त आता है तो हम बजट की कमी का रोना रोने लगते हैं|राज्य, केन्द्र पर दोषारोपण करता है और केन्द्र सरकार राज्यों को दोषी ठहराने लगती है|वर्तमान में भारत शिक्षा पर अपने सकल घरेलू उत्पाद का मात्र ४.१ फीसदी व्यय कर रहा है जो आगे बढ़ कर लगभग ६ फीसदी होने का अनुमान है|

सर्व शिक्षा अभियान केन्द्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जो शत प्रतिशत साक्षरता और शत प्रतिशत स्कूली शिक्षा के ध्येय को समर्पित है|सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत केन्द्र, राज्यों के प्राथमिक शिक्षा पर होने वाले समस्त व्यय का ६५ प्रतिशत स्वयं वहन करती है और शेष ३५ प्रतिशत व्यय राज्य सरकार वहन करती है|

विशिष्ट बी टी सी से पूर्व प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा का सारा दारोमदार बी टी सी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर ही निर्भर था किन्तु योग्य अध्यापकों की अनुपलब्धता के चलते बी. एड. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भी प्राथमिक शिक्षा के लिए अर्ह मानते हुए १९९८ से विशिष्ट बी टी सी की व्यवस्था अपनाई गयी|

नयी व्यवस्था होने के कारण इसका विरोध हुआ किन्तु तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की दृढता के चलते किसी की भी एक न चली और राज्य में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए|२००१ में विशिष्ट बी टी सी के आवेदन तो निकाले गए किन्तु तकनिकी बाधाओं के चलते नियुक्तियां नहीं हो पायी|२००४ और २००८ में पुनः विशिष्ट बीटीसी के माध्यम से राज्य में प्राथमिक शिक्षकों का चयन किया गया|

चूंकि इस प्रक्रिया में चयन का आधार मात्र अकादमिक उपलब्धियां थी अतः अनेक मेधावी छात्र जिनकी अकादमिक उपलब्धि संतोषजनक थी,अध्यापक बनने की प्रक्रिया से बाहर हो गए|

दूसरी ओर,ऐसे अभ्यर्थी जिनके पास तकनिकी अथवा जुगाडू डिग्रियां थी, प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापक नियुक्त कर लिए गए|शिक्षा के क्षेत्र में फर्जीवाडा कोई नई बात नहीं है|किसी दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे देना,डिग्रियों में हेर फेर,प्रश्न पत्र आउट करवा देना यहाँ तक की संसाधनों के नितांत अभाव के बावजूद उच्च शिक्षण संस्थान संचालित करने की मान्यता प्राप्त कर लेना सब कुछ चलता है|

जनता यह जानना चाहती है की उत्तर प्रदेश में नक़ल माफियाओं और शिक्षा माफियाओं की जड़े कितनी गहरी है और हाल ही में बोर्ड परीक्षाओं के दौरान प्रश्न पत्र लीक होने की घटनाओं को कितनी गंभीरता से लिया गया और उस पर अब तक क्या क्या कार्यवाहियां हुई हैं?
अभी हाल ही में सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर बिंदा प्रसाद मिश्र ने अपनी हत्या की साजिश रचे जाने की आशंका व्यक्त की है|
कारण स्पष्ट है, कुलपति महोदय शिक्षा माफियाओं के राह में रोड़ा बने हुए है और प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त अध्यापकों के अंकपत्रों तथा प्रमाण पत्रों के सत्यापन में अपना सहयोग दे रहे हैं|

इन्हीं सब तथ्यों को ध्यान में रखते हुए और फर्जीवाड़े पर लगाम लगा कर योग्यता के वास्तविक पहचान के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित करने का निश्चय किया|
उत्तर प्रदेश में आयोजित टीईटी की परीक्षा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के मानकों के अनुरूप ही हुई थी और इस परीक्षा में पारदर्शिता तथा शुचिता बनाये रखे जाने का पूर्ण प्रबंध किया गया था|खेद का विषय है की राज्य सरकार द्वारा मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति टीईटी के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति के बिंदु तलाशने के स्थान पर इस प्रक्रिया को निरस्त किये जाने के बिंदु तलाशने में अपनी ऊर्जा अधिक व्यय कर रही है|

सोचने की बात तो यह है की ९० मिनट की सार्वभौमिक(टीईटी अभ्यर्थियों के लिए) समय सीमा के अंदर जो अभ्यर्थी ९० अंक (सामान्य वर्ग के लिए) भी नहीं ला सका, वह प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त होने का किस तरह का नैतिक आधार रखता है ?

और उसे प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त ही क्यों किया जाय जबकि वह निर्धारित समय सीमा के अंदर कक्षा ८ स्तर तक के प्रश्नों का भी समुचित उत्तर नहीं दे सका  ?

अब यदि यह मान भी लिया जाय की माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में जो भी अंक बढ़ाये गए, उनमे धांधली हुई है तो इसका दोषी वह प्रतिभाशाली युवक कैसे है, जिसने स्वयं के बल परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त किये
और इस आधार पर वह प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त होने का नैतिक आधार रखता है?
आप नियुक्ति के पश्चात भी जांच करवा सकते हैं और आपका यह अधिकार संवैधानिक भी है
किन्तु यदि संजय मोहन को आधार बनाकर इस प्रक्रिया को निरस्त किया जाता है तो हमें यह कहना होगा उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार का पौधा एक दरख्त बन चुका है क्योंकि मात्र राजनैतिक विद्वेष के चलते एक अच्छी व्यवस्था को लागू होने से पहले ही खत्म कर दिया गया|प्रधान,शिक्षा मित्र और बीएसए गठजोड़ हमारे प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा को पहले ही निगल चुका है|

साभार- bhadas.blogspot.in
Read more...

Haryana : नई शिक्षा नियमावली के विरोध में उतरे अध्यापक

Haryana : नई शिक्षा नियमावली के विरोध में उतरे अध्यापक
गुड़गांव। प्रदेश सरकार की ओर से हाल में जारी की गई नई शिक्षा नियमावली 2012 के विरोध में अध्यापक लामबंद हो गए हैं। हरियाणा अध्यापक संघ के बैनर तले अध्यापकों ने आंदोलन करने का फैसला कर लिया है। संघ की ओर से 27 तारीख को सभी जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

पदाधिकारियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार सोची समझी साजिश के तहत नियमित भर्ती को समाप्त करना चाहती है। संघ के गुड़गांव प्रधान सुरेंद्र गुलिया ने कहा कि नई शिक्षा नियमावली में विसंगतियां है। इन्हें दूर किया जाना जरूरी है। गुलिया ने कहा कि 15-20 वर्ष का अनुभव रखने वाले शिक्षकों के लिए पात्रता की शर्त लगाना शिक्षकों का अपमान है। एक तरफ सरकार चार वर्ष से अधिक का अनुभव रखने वाले शिक्षकों को पात्रता में छूट प्रदान कर रही है तो दूसरी तरफ ऐसा नियम बनाकर शिक्षकों का अपमान कर रही है। उन्हाेंने कहा कि नई अधिसूचना के तहत तीन माह की गर्भवती महिला शिक्षक को आवेदन की मनाही की गई है। यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना है। सरकार को नियमावली में संशोधन कर इसे पुन: जारी करना चाहिए।

News : Amar Ujala (26.3.12)
Read more...

Samvida Shala Shikshak (Grade-III) Eligibility Test Result - 2011

MADHYA PRADESH PROFESSIONAL EXAMINATION BOARD

(MADHYA PRADESH VYAVSAYIK PAREEKSHA MANDAL)
"Chayan Bhawan", Main Road No.1, Chinar Park (East), Bhopal - 462011

Samvida Shala Shikshak (Grade-III) Eligibility Test Result - 2011
MP Samvidashala Shikshak - Grade IIIrd Teacher Result Declared

See following link result (By Enter Your Roll No ) :
Samvida Shala Shikshak (Grade-III) Test Result - 2011

For answer keys, visit below link : -
Answer Key : Final Answer

संविदा शिक्षक वर्ग-3 के परिणाम घोषित, सुनीता टॉप

भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) ने बुधवार को संविदा शिक्षक शाला पात्रता परीक्षा वर्ग-3 के परिणामों की घोषणा कर दी। 22 जनवरी को आयोजित की गई इस परीक्षा में 133.22 अंकों के साथ जबलपुर की सुनीता शर्मा ने टॉप किया है। मुरैना की ज्योति शिवहरे व छिंदवाड़ा के जयंत असराती क्रमश: दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे हैं। भोपाल का कोई भी विद्यार्थी टॉप-10 में नहीं है। परीक्षा परिणाम व्यापमं की वेबसाइट पर देखे जा सकते हैं। संविदा शिक्षक शाला पात्रता परीक्षा वर्ग-3 की इस परीक्षा में कुल 12 लाख 21 हजार 480 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 4 लाख 48 हजार 186 को सफल घोषित किया गया है। परिणामों की घोषणा करते हुए व्यापमं अध्यक्ष रंजना चौधरी ने बताया कि इस परीक्षा के द्वारा प्रदेश के स्कूलों में प्राइमरी स्तर पर लगभग 58 हजार पदों पर भर्ती होनी है
Read more...

Rajastha Highcourt : प्रार्थी याचिकाकर्ता बीएडधारियों को शिक्षक भर्ती में शामिल करने के आदेश

प्रार्थी याचिकाकर्ता बीएडधारियों को शिक्षक भर्ती में शामिल करने के आदेश( RTET Rajasthan Grader 3rd / Three Teacher Recruitment )

राजस्थान हाई कोर्ट ने अशोक कुमार महरानियां व अन्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ताओं को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के प्रथम स्तर पर बैठने के अंतरिम आदेश जारी किए है।
याचिकाकर्ता बसंत कुमार व अन्य के अधिवक्ता संदीप कलवानिया ने न्यायालय को बताया कि याचिकाकर्ता बीएड परीक्षा व आरटेट के प्रथम स्तर की परीक्षा में पास होने के बावजूद रा'य सरकार उन्हें शिक्षक भर्ती की परीक्षा में नहीं बैठा रही है जो कि अवैधानिक है। न्यायाधीश प्रेमशंकर आसोपा ने रा'य सरकार व अन्य को नोटिस जारी कर याचिकाकर्ताओं को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रथम स्तर में बैठाने के अंतरिम आदेश जारी किए है।

News : Bhaskar.com ( 26.4.12)
Source : http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-154409-3170233.html
Read more...

RTET Rajasthan : शिक्षक भर्ती: जुलाई में टेट, फिर होंगी 20 हजार भर्तियां!

RTET Rajasthan : शिक्षक भर्ती: जुलाई में टेट, फिर होंगी 20 हजार भर्तियां!(Rajastha Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment )

जयपुर.राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण में 20 हजार भर्तियां करने से पहले टेट का आयोजन करेगी। इसका आयोजन जुलाई में होगा और नोडल एजेंसी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ही रहेगा। बोर्ड के सैकंडरी और सीनियर सैकंडरी परीक्षाओं के परिणाम घोषित होने के साथ ही टेट के लिए तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। प्रदेश में फिलहाल प्रक्रियाधीन 41 हजार शिक्षकों की भर्ती में महज तीन लाख टेट उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के शामिल होने से सरकार पर अगली टेट को लेकर भारी दबाव है।

शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अशोक संपतराम ने बताया कि शिक्षक भर्ती का दूसरा चरण शुरू होने से पहले ही टेट का आयोजन कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में छात्रों को शिक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका मिल सकेगा। इस संबंध में विभागीय स्तर पर फैसला कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि टेट जुलाई के अंतिम सप्ताह में संभावित है और इसकी तिथि कुछ दिनों में तय कर ली जाएगी।

फिलहाल बोर्ड की पहली प्राथमिकता समय पर परिणाम तैयार करना है, ऐसे में जल्दबाजी में टेट नहीं कराई जा सकती। अगली टेट में उन अभ्यार्थियों को भी अंक सुधार का मौका मिलेगा जो कम अंकों से उत्तीर्ण हुए हैं। शिक्षक भर्ती में टेट का 20 प्रतिशत अंक भार होने से यह चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

शिक्षक भर्ती परीक्षा तिथि अब तय होगी
41 हजार शिक्षकों की आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब परीक्षा तिथि का निर्धारण एक-दो दिनों में कर लिया जाएगा। परीक्षा मई के अंतिम सप्ताह में संभावित है।
अधिकारी फिलहाल मई के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित सभी परीक्षाओं के कलंडर खंगालने लगे हैं जिससे परीक्षा तिथि का अन्य परीक्षाओं से किसी प्रकार का टकराव नहीं हो। पंचायतीराज विभाग की आयुक्त अपर्णा अरोड़ा ने बताया कि फिलहाल मंत्री बाहर हैं और उनसे चर्चा के बाद एक-दो दिन में तिथि घोषित कर दी जाएगी।

विषयवार पाठ्यक्रम निर्धारित नहीं होने से अभ्यर्थी परेशान: शिक्षक भर्ती के लिए विषयवार पाठ्यक्रम निर्धारित नहीं होने से परीक्षा की तैयारी में लगे अभ्यार्थियों को खासी परेशानी आ रही है। वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर प्रश्न किस टॉपिक से पूछ लिए जाएंगे। इस संबंध में अभ्यार्थियों ने विभाग को शिकायत भी दर्ज कराई है। हालांकि यह पहले ही तय हो चुका है कि विषयवार पाठ्यक्रम घोषित नहीं किया जाएगा। हर विषय में सैकंडरी स्तर तक के प्रश्न पूछे जाएंगे।

News: Bhaskar.com (26.4.2012)
Read more...

UGC National Eligibility Test (NET) June 2012 Last Date 30 April 2012

UGC National Eligibility Test (NET) June 2012 Last Date 30 April 2012



The National Educational Testing Bureau of University Grants Commission (UGC) conducts National Eligibility Test (NET) for Indian nationals in order to ensure minimum standards for the entrants in the teaching profession and research.

The tests are conducted twice in a year generally in the months of June and December. For candidates who desire to pursue research, the Junior Research Fellowship (JRF) is available for five years subject to fulfilment of certain conditions.
The JRFs are awarded to the meritorious candidates from among the candidates qualifying for eligibility for lectureship in the NET. JRFs are available only to the candidates who opt for it in their application forms.
Name of the post
  • Lectureship NET: for appointment as Lecturers
  • JRF (Junior Research Fellowship) NET: for appointment as Lecturers and also receive fellowship from UGC
Important Dates for National Eligibility Test (NET) 2012 June
  • Opening date for online registration: 12 April 2012
  • Closing date for online registration: 30 April 2012
  • Last date for sending documents at the test centre: 7 May 2012
  • Date of Written Test: 24 June 2012 (Sunday)
Eligibility Criteria for National Eligibility Test (NET) 2012 June
Educational Qualification
  • Candidates who have secured at least 55% marks (50% for SC/ ST/ PH/ VH) (without rounding off) in Master's Degree OR equivalent examination from universities/ institutions recognised by UGC in Humanities (including languages) and Social Sciences, Computer Science & Applications, Electronic Science etc. are eligible for this Test.
  • Final year candidates can also apply. Such candidates must complete their PG degree examination within two years from the date of NET result with required percentage of marks, failing which they shall be treated as disqualified.
  • The PhD degree holders whose Master's level examination had been completed by 19 September 1991 (irrespective of date of declaration of result) shall be eligible for a relaxation of 5% in aggregate marks (ie, from 55% to 50%) for appearing in NET.
  • Candidates are advised to appear in the subject of their post-graduation only. The candidates, whose post-graduation subject is not covered in the list of subjects, may appear in a related subject.
  • Candidates with post-graduate diploma/certificate course(s), should in their own interest, ascertain the equivalence of their course(s) with Master's degree of recognized Indian universities from Association of Indian Universities (AIU), New Delhi. (www.aiuweb.org)
Read more...