एंटीकरप्शन टीम ने लिया अफसरों की भूमिका का ब्यौरा
कानपुर। टीईटी घोटाले की जांच कर रही पुलिस की एंटीकरप्शन शाखा की दो सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) और डीआईओएस कार्यालय में छानबीन की। लखनऊ से टीम के आने से कार्यालय में हड़कंप मचा रहा। जेडी और डीआईओएस के कार्यालय में न होने पर टीम ने विभाग के बाबुओं से परीक्षा प्रक्रिया की पड़ताल की। वहीं, डीआईओएस द्वितीय से भी परीक्षा में उनकी भूमिका के बारे में पूछा।
इंस्पेक्टर आरके सिंह के नेतृत्व में एंटीकरप्शन की टीम शुक्रवार दोपहर चुन्नीगंज स्थित जेडी कार्यालय पहुंची। जेडी माया निरंजन के कार्यालय में न मिलने पर विभाग के बाबुओं से प्रश्न पत्रों की गोपनीयता, प्रश्न पत्र रखने के स्थान, परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचाने और ओएमआर शीट को सील बंद करने की प्रक्रिया के बारे में पूछा। इसके बाद टीम डीआईओएस कार्यालय पहुंची। डीआईओएस शिवसेवक सिंह के न होने पर टीम ने डीआईओएस द्वितीय विभा शुक्ला से परीक्षा केंद्र निर्धारण में उनकी भूमिका और परीक्षा के दौरान केंद्रों का दौरा करने के बारे में पूछा। उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्र निर्धारण में उनकी कोई भूमिका नहीं थी जबकि पांच केंद्रों का निरीक्षण उन्होंने किया था।
News : Amar Ujala (28.4.12)
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शिक्षक नियुक्ति मामले की रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपी
कानपुर। हरसहाय जगदम्बा सहाय इंटर कालेज के सात शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जांच पूरी कर आख्या रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंप दी है।
गौर रहे कि कॉलेज मैनेजमेंट ने 1993 में कॉलेज में विज्ञान विषय के तीन, गणित, हिन्दी, वाणिज्य और खेल शिक्षक विषयों सहित सात शिक्षकों की नियुक्ति की थी। एक उम्मीदवार ने प्रबंधतंत्र पर नियुक्ति में मनमानी का आरोप लगाकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी थी। 19 वर्षों से चल रहे मामले में वर्ष जुलाई 2011 में हाईकोर्ट ने तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन को मामले को निस्तारित करने का आदेश दिया था।
साथ ही शिक्षकों से कार्य करते रहने को कहा था। इस बीच टीईटी घोटाले में नाम आने पर संजय मोहन को गिरफ्तार कर माध्यमिक शिक्षा निदेशक पद से बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद शासन ने वासुदेव यादव को निदेशक बना दिया। अब उन्होंने इसकी जांच पूरी कर रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंप दी है।
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News : Amar Ujala (28.4.12)
Govt. exam radd karne ka bahana dhoondh rahi hai, isiliye viglence team ab exam center k bare me padtal kar rahi hai, taaki kami nikal kar exam radd kiya ja sake.
ReplyDeleteUnke ghar ki kheti hai kya. Chalo supreme court. Inse bhikh magne se kuch nahi milega
ReplyDeletesahi kaha, unke baap ka boya khet hai ki jab jee me aaya kaat le, tet radd karna to c.m. k baap ki bhi aukaat nhi hai,
Deletesahi kaha, unke baap ka boya khet hai ki jab jee me aaya kaat le, tet radd karna to c.m. k baap ki bhi aukaat nhi hai,
Deletebilkul sahi kaha .....ke abb 30 th april ke fiasla ke bad supreme court main PIL dal dene chahiye ...........
ReplyDeletesp ko jitana up walo ki sabse badi galti hai. maya sarkar ne 2 mahatwapurna nirnay liye the. pahla tet merit se bharti ,jisse yogya teacher mil sake,
ReplyDeletedoosra basic teachers ke transfer ki online proccess ,jisme kisi ko transfer ke liye paisa nahi dena padta sath hi samay ki bachat.
but maya sarkar ne ye nirnay kafi deri se lekar galti ki.
but sp govt ne to had hi kar di, in dono proccess ka 90% karya complete ho jane ke baad bhi in pe rok laga di.
what a dirty politics
shame on u sp govt
are ye to bekar log......inse kya ummid kar rahe ho .........bahut pareshan kar raeh hai ye ...........
ReplyDeleteYe bharti latkane ke prayas me hai isliye sc hi ek rasta he. Janch ke nam par ye tet cancil karne ka prayas kar rahe hai
ReplyDeletesc chalo..
ReplyDeleteHaq magne se nahi chhinne se milta hai
ReplyDelete@AJAB TUM TO CHUHE HO TUM GHAR HO HAME SALAH MAT DO.CHUDIYA PAHAN LO.
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