UPTET SARKARI NAUKRI News72825 Teacher Recruitment
SAATHEEYON,
MEREE SANAJH SE ( AAP LOG APNEE RAY COMMENT SE DEN KI MEIN SAHEE HOON KI NAHIN)
1st , 2nd , 3rd counseling kara chuke logo kE LIYE 4TH COUNSELING KE SHASNADESH NE ULJHAN BADA DEE HAI.
SHASNADESH MEIN SAAF SAAF LIKHA HAI KI COUNSELING RIKT PADON KE SAAPEKSH HO RAHEE HAI.
LEKIN AGAR REPLACEMENT KI POLICY LAGU HOGEE AUR 1ST VA 2ND COUNSELING VAALON KO BINA ABHYARTHAN NIRAST KARAYE MOKA DENGE TO KYA HOGAA.
HAR KOEE 10-10 SCHOOL KI CHOICE CHAHATA HAI.
1ST , 2ND COUNSELING KARA CHUKE LOGO KE LIYE BONUS POINT HAI KI VHE APNE ORIGINAL DOCUMENTS NIKAALKAR AUR JAGH COUNSELING KARA SAKTE HAIN.
AUR UNKA ABHYARTHAN BHEE NIRAST NAHIN HOGA.
WAHIN 3RD COUNSELING KARA CHUKE LOGO KE LIYE THODEE MUSHKIL HAI.
KYUNKI ORIGINAL DOCS NIKALNE KI CHOOT SIRF 1ST, 2ND COUNSELING VAALON KO DEE GAYEE HAI.
KOEE 4TH COUNSELING MEIN BHAG LETA HAI AUR USKE MARKS ADHIK HOTE HAIN TO VHE 3RD CIUNSELING VAALE KO REPLACE KAR SAKTA HAI. 1ST VA 2ND VAALON KO BHEE REPLACE KAR SAKTA HIGA, KYUNKI G.O MEIN SIRF ABHYRTHAN NIRAST NA KARNE KI BAAT KAHEE HAI.
INHEE KAARNO SE AAJ DIET KENDRON PAR BHAREE BHEED DEKHEE GAYEE
JO SABSE BADEE BAAT G.O MEIN 1,2,3,COUNSELING KE HITON MEIN HAI VHE YEH HAI KI SIRF RIKT PADON KE SAAPEKSH COUNSELING HO RAHEE HAI,
LEKIN NATURAL JUSTICE / PRAKRITIK NYAY KE SIDDANT KO MAANTE HUE ADHIK MARKS VAALE 1ST 2ND COUNSE VAALE CANDIDATES AUR JANPADON MEIN COUNSELING KARAATE HAIN. TO FIR VE PEHLE COUNSELING KARAANE VAALE KO REPLACE KAR SAKTE HAIN. AISE MEIN RIKT SEATS KA MATLAB KYA RAHEGAA.
ACTUALLY ABHEE KISEE NIYUKTI DEE HEE NAHIN TO FIR SEAT KA MATLAB KAISE BANEGA. JO KUCH BHES FINAL HOGAA VO 4TH COUNSELING KE BAAD HOGAA
4th COUNSELING KA G.O / SHASNADESH
4th Counseling KI Vigyapti / Advertisement
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⭕MOTIVATION⭕
ReplyDeleteएक प्रोफ़ेसर कक्षा में आये और उन्होंने छात्रों से कहा कि वे
आज जीवन का एक महत्वपूर्ण पाठ पढाने वाले हैं ...
उन्होंने अपने साथ लाई एक काँच की बडी बरनी ( जार ) टेबल पर रखा और उसमें
टेबल टेनिस की गेंदें डालने लगे और तब तक डालते रहे जब तक कि उसमें एक भी गेंद समाने की जगह नहीं बची ...
उन्होंने छात्रों से पूछा - क्या बरनी पूरी भर गई ? हाँ ...
आवाज आई ...
फ़िर प्रोफ़ेसर साहब ने छोटे - छोटे कंकर उसमें भरने शुरु किये धीरे - धीरे बरनी को हिलाया तो काफ़ी सारे कंकर उसमें जहाँ जगह खाली थी , समा गये ,
फ़िर से प्रोफ़ेसर साहब ने पूछा , क्या अब बरनी भर गई है , छात्रों ने एक बार फ़िर हाँ ... कहा
अब प्रोफ़ेसर साहब ने रेत की थैली से हौले - हौले उस बरनी में रेत डालना शुरु किया , वह रेत भी उस जार में जहाँ संभव था बैठ गई , अब छात्र अपनी नादानी पर हँसे ...
फ़िर प्रोफ़ेसर साहब ने पूछा , क्यों अब तो यह बरनी पूरी भर गई ना ? हाँ
.. अब तो पूरी भर गई है .. सभी ने एक स्वर में कहा ..
सर ने टेबल के नीचे से
चाय के दो कप निकालकर उसमें की चाय जार में डाली , चाय भी रेत के बीच स्थित
थोडी सी जगह में सोख ली गई ...
प्रोफ़ेसर साहब ने गंभीर आवाज में समझाना शुरु किया
इस काँच की बरनी को तुम लोग अपना जीवन समझो ....
टेबल टेनिस की गेंदें सबसे महत्वपूर्ण भाग अर्थात भगवान , परिवार , बच्चे , मित्र , स्वास्थ्य और शौक हैं ,
छोटे कंकर मतलब तुम्हारी नौकरी , कार , बडा़ मकान आदि हैं , और
रेत का मतलब और भी छोटी - छोटी बेकार सी बातें , मनमुटाव , झगडे़ है ..
अब यदि तुमने काँच की बरनी में सबसे पहले रेत भरी होती तो टेबल टेनिस की गेंदों और कंकरों के लिये जगह ही नहीं बचती , या
कंकर भर दिये होते तो गेंदें नहीं भर पाते , रेत जरूर आ सकती थी ...
ठीक यही बात जीवन पर लागू होती है ...
यदि तुम छोटी - छोटी बातों के पीछे पडे़ रहोगे
और अपनी ऊर्जा उसमें नष्ट करोगे तो तुम्हारे पास मुख्य बातों के लिये अधिक समय
नहीं रहेगा ...
मन के सुख के लिये क्या जरूरी है ये तुम्हें तय करना है । अपने
बच्चों के साथ खेलो , बगीचे में पानी डालो , सुबह पत्नी के साथ घूमने निकल जाओ ,
घर के बेकार सामान को बाहर निकाल फ़ेंको , मेडिकल चेक - अप करवाओ ...
टेबल टेनिस गेंदों की फ़िक्र पहले करो , वही महत्वपूर्ण है ... पहले तय करो कि क्या जरूरी है
... बाकी सब तो रेत है ..
छात्र बडे़ ध्यान से सुन रहे थे ..
अचानक एक ने पूछा , सर लेकिन आपने यह नहीं बताया
कि " चाय के दो कप " क्या हैं ?
प्रोफ़ेसर मुस्कुराये , बोले .. मैं सोच ही रहा था कि अभी तक ये सवाल किसी ने क्यों नहीं किया ...
इसका उत्तर यह है कि , जीवन हमें कितना ही परिपूर्ण और संतुष्ट लगे , लेकिन
अपने खास मित्र के साथ दो कप चाय पीने की जगह हमेशा होनी चाहिये ।
( अपने खास मित्रों और निकट के व्यक्तियों को यह विचार तत्काल बाँट दो .. मैंने अभी - अभी यही किया है
Like it... inspiring
DeleteVry inspiring!!!
DeleteThanks friends
Deleteक्या किसी को जानकारी है कि male और female की combined मेरिट बन रही है ?????
ReplyDeleteअभिषेक
ReplyDeleteवर्ग के हिसाब से कट ऑफ़ और लिस्ट , वकैंट सीट्स निकल हुआ है
तो ये नए मेरिट के तरीके का सवाल ही नही बनता
Attention plzzzz...!!!!
ReplyDelete...koi mujhe batayega ki ek
se jyada district me
councelling karwane ka kya
fayada hai..??, agr bharti
72825 pe hi hoti hai tb 75
district me councelling
karane pe bhi 105-114 walo
ko seat nahi milegi,aur agr
sc ke according 105 walo ko
appoint kiya jayega to sirf
ek district hi kaafee
hai..,apke keemti sujhaw
aamantrit hain.
Attention plzzzz...!!!!
ReplyDelete...koi mujhe batayega ki ek
se jyada district me
councelling karwane ka kya
fayada hai..??, agr bharti
72825 pe hi hoti hai tb 75
district me councelling
karane pe bhi 105-114 walo
ko seat nahi milegi,aur agr
sc ke according 105 walo ko
appoint kiya jayega to sirf
ek district hi kaafee
hai..,apke keemti sujhaw
aamantrit hain.
सीधा जवाब
ReplyDeleteपहला पॉइंट
जो अभी तक मतलब तीसरी काउंसलिंग तक कही भी लिस्ट में नहीं आया है वो इस काउंसलिंग में कैसे जगह बना पाएगा जरा सोचो जबकी सभी ऊपर के रइस नम्बर के लोगो को दोबारा खुला छोड़ दिया गया है काउंसलिंग के लिए |
ये हाई मेरिट की वजह से ही लो मेरिट कौन्सेलिंग से वंचित रहा था अब भी वही स्थिति बनेगी |
दूसरा पॉइंट
ये हाई मेरिट के लिए कई जगह से नियुक्ति पत्र लेकर तकिये के नीचे रख कर सोने जैसा है जाएगा वो एक ही जगह,
बस नियुक्ति प्रक्रिया घसीटी जाएगी लगभग मार्च या अप्रैल तक , खुद हाई मेरिट की जोइनिंग भी देरी से होगी और सरकार को कोर्ट में जूते पड़ना तय |
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