HTET 2014, Teacher Selection in Haryana, HTET,
HTET / टीईटी / TET - Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News
Haryana Board of School Education HBSE has announced that the Haryana TET exam Admit card/ Hall Ticket 2014 will be available Online on its official website on 20th January 2014.
HBSE is going to conduct the HTET Examination will be held on 1st February, 2014 and 2nd February, 2014 for PGT Lecturer, Primary Teacher- Class I to V and Primary Teacher- Class VI to VIII.
Click here for the official web site for admit card.
Candidates who have been apply for the above post can download their HTET Admit Card 2014
बाबा रामदेव ने कहा की भारत के प्रधान मंत्री अगर भ्रस्ताचार ख़तम नही कर सकते,महंगाई कम नही कर सकते,कला धन नही ला सकते
ReplyDeleteतो गद्दी छोरो और आओ मेरे साथ अनुलोम,विलोम करो ना
STRANGE BUT TRUE...!!
ReplyDeleteWhen Someone Loves
you ,
You never Realize it ,
When you Realize it ,
It's Too Late..
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteSome lines for Boys..
ReplyDelete.
When a girl no matter how
much u hurt her,
still Loves u..
.
When a girl stops her
argument with you,
to save the relationship..
.
When a girl continuously
makes U feel special
& Tries to make U Happy ..
.
When a girl is Upset but
doesn't tell U Cause
she thinks she is annoying u..
.
When a girl wants to Leave U
bcoz of your rude behaviour,
but she is Not able to do..
.
So Don't Let her Go..
.
Cause You may never find
someone like her Ever again..!!
जिस देश में टैक्स का भार अधिक होता है, उस देश का गरीबी कभी भी पीछा नहीं छोड़ती
ReplyDelete#RamdevNamo
कुछ सोचने वाली बाते::
ReplyDeleteज्यादातर लोग आज की बनी रोटी कल खाना पसंद नहीं करेंगे, कुछ तो ऐसे भी है जो सुबह की बनी रोटी शाम को भी नही खाते, अब मैं अगर आपसे बोलूँ की आज रोटी बनाकर उसको पौलिथीन में पैक कर देता हूँ, उसको ४ दिन बाद खाने को कौन राजी होगा?
आप सोच रहे होंगे की क्या बेतुकी बातें कर रहा हूँ, अब जरा सोचो की आटे को सड़ाकर बनाई हुई ब्रेड और पाँव रोटी जो पता नही कितने दिन पहले की बनी हुई है, उसको इतना मजे ले कर क्यों खाते हो ? क्यों बर्गर और ब्रेड पकोड़ा खाते वक्त ये बातें दिमाग में नही आती हैं ?
अगर हम ताजा रोटी खाने की परम्परा को दकियानुसी मान कर ४-५ दिन पहले बनी बासी रोटी खाने को अपनी शान समझते है तो हम पढ़े लिखे मूर्खो के सिवा और कुछ नही है, यूरोप के गधों के पीछे आँख बंद कर चलने वाली भेड़ चाल को हमें छोड़ना ही होगा, यूरोप में ब्रेड खाना उनकी मज़बूरी है, वहाँ का तापमान इतना कम रहता है की रोटी बनाना संभव ही नही है, वहाँ कई महीने तो बर्फ जमी रहती है, इसीलिए वहाँ ब्रेड बनाई जाती है, आटे को सड़ाकर ब्रेड बना दी जाती है, और अत्यंत कम तापमान की वजह से वो चार पांच दिनों तक खराब नही होती है, भारतीय जलवायु के हिसाब से ब्रेड उचित नहीं है, भारतीय जलवायु में ब्रेड जैसे नमीयुक्त खाद्य पदार्थ जल्दी खराब होते हैं, तापमान बहुत कम होने के कारण उनके शरीर में मैदे से बनी ब्रैड पच जाती है पर भारत में तापमान बहुत अधिक होता है जो भारतीयों के लिये सही नही, इससे कब्ज की शिकायत होती है और कब्ज होने से सैंकडों बीमारियां लगती है, हजारों सालों से भारत में ताजे आटे को गूंथकर ही रोटी बनाई और खाई जाती है, हमारे पूर्वज इतने तो समझदार थे जो उन्होने ब्रैड आदि खाना शुरू नही किया तो आप भी समझदार बनिये,
गेहूँ के आटे के बारे में विज्ञान यह कहता है की इस आटे को गिला होने के 48 मिनट के अन्दर इसका रोटी बन जाना चाहिए और रोटी बन्ने के 48 मिनट के बाद इसको खा लिया जाना चाहिए | लेकिन पावरोटी और डबलरोटी का अगर कहानी सुनना और गिन्ना सुरु करेंगे तो वो तो ५-६ दिन पुराना होता है, उसको ख़राब कर कर के हम खा रहें है | और फिर बड़ा शान महसूस करते है, अपने आपको बड़ा स्मार्ट महसूस करते है ... हम पावरोटी खाते है हम डबलरोटी खाते है .. स्मार्टनेस मानते है इसमें ... अब ये Super idiocity है या smartness है इसको तय करने की अभी जरुरत है | पड़े लिखे घरों में खासकर अंग्रेजी घरों में इस तरह के भोजन का इतनी तेजी से प्रवेश हुआ है की भारत का विविधतापूर्ण ब्यंजन अब उनके घरों से गाएब हो गएँ है बाहर हो गए है |
इसीलिए सभी राष्ट्रभक्त भाई बहनों से निवेदन है की ब्रेड, पाँव रोटी जैसी चीजों से बने खाद्य पदार्थ का पूरी तरह से बहिष्कार करें और अन्य को भी प्रेरित करें।
आज की ताजा खबर
ReplyDeleteआज की ताजा खबर,
निरहुआ ने अकेडमिक शिरोमणि श्रीमान कपिलदेव से लिया पंगा।
(निरहुआ को कोई समझाओ रे भईया ज्यादा उड़ना ठीक नहीं, अरे कमबख्त अकेडमिक वीर सिपाही तो निरहुआ संभाल ही नहीं पाता और अब सीधे सेनापति से पंगा? भगवन बचाए निरहुआ को।)
* कपिलदेव (अकेडमिक सेनापति) महोदय एक पंडित जी के पास पहुंचे और कथा सुनने की इच्छा व्यक्त की और साथ ही अपना मंतव्य भी बताया की सुप्रीम कोर्ट से फैसला अपने पक्ष में आने की उम्मीद में वो कथा सुनना चाह रहे हैं। पंडित जी ने कथा सुनाने का रेट 5000 रूपए बताया। कपिल देव जी ने कहा की उनके पास तो बस 50 रूपए ही हैं (क्यूंकि बाकी चंदे के पैसों को वो मोबाइल, और अन्य प्रसाधनों में खर्च कर चुके हैं)। पंडित जी ने इतने कम रूपए में कथा सुनाने से इंकार कर दिया। कपिलदेव जी ने बहुत अनुनय विनय की और कहा की-" आप पूरी कथा मत सुनाइये सिर्फ 50 रूपए वाली सुना दीजिये"। पंडित जी मान गए। पंडित जी ने उन्हें एक पुराने पीपल के वृक्ष के नीचे हाथ जोड़कर और आँख बंद करके बैठने को कहा और जल्दी जल्दी मन्त्र पढ़ने लगे (वास्तव में पंडित जी उन महाशय से जल्द से जल्द पीछा छुड़ाना चाहते थे क्यूंकि बेचारे पुण्यात्मा थे और टेट के प्रबल समर्थक भी थे)।
जब कपिलदेव जी आँखें बंद किये हाथ जोड़कर बैठे थे तभी उस पेड़ की जड़ से एक बिच्छू निकला और कपिलदेव महोदय को काट खाया। पहले तो कपिलदेव महोदय बर्दाश्त करते रहे किन्तु जैसे जैसे जहर का असर बढ़ता गया वैसे वैसे पीड़ा असहनीय होती गयी। जब अंत में दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ तब कपिल महोदय चिल्लाकर बोले-" हे पंडित जी, ये तो अच्छा हुआ कि मैंने सिर्फ 50 रूपए की कथा सुनी, जब 50 रूपए की कथा सुनने में इतना दर्द होता है तो 5000 रूपए में क्या होता होगा ? बाप रे बाप आप 25 रूपए की ही कथा सुनाइए मैं अब ज्यादा नहीं सुन पाऊंगा"।
STRANGE BUT TRUE...!!
ReplyDeleteWhen Someone Loves
you ,
You never Realize it ,
When you Realize it ,
It's Too Late..
हार्ट अटैक: ना घबराये ......!!!
ReplyDeleteसहज सुलभ उपाय ....
99 प्रतिशत ब्लॉकेज को भी रिमूव कर देता है पीपल का पत्ता....
पीपल के 15 पत्ते लें जो कोमल गुलाबी कोंपलें न हों, बल्कि पत्ते हरे, कोमल व भली प्रकार विकसित हों। प्रत्येक का ऊपर व नीचे का कुछ भाग कैंची से काटकर अलग कर दें।
पत्ते का बीच का भाग पानी से साफ कर लें। इन्हें एक गिलास पानी में धीमी आँच पर पकने दें। जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाए तब ठंडा होने पर साफ कपड़े से छान लें और उसे ठंडे स्थान पर रख दें, दवा तैयार।
इस काढ़े की तीन खुराकें बनाकर प्रत्येक तीन घंटे बाद प्रातः लें। हार्ट अटैक के बाद कुछ समय हो जाने के पश्चात लगातार पंद्रह दिन तक इसे लेने से हृदय पुनः स्वस्थ हो जाता है और फिर दिल का दौरा पड़ने की संभावना नहीं रहती। दिल के रोगी इस नुस्खे का एक बार प्रयोग अवश्य करें।
* पीपल के पत्ते में दिल को बल और शांति देने की अद्भुत क्षमता है।
* इस पीपल के काढ़े की तीन खुराकें सवेरे 8 बजे, 11 बजे व 2 बजे ली जा सकती हैं।
* खुराक लेने से पहले पेट एक दम खाली नहीं होना चाहिए, बल्कि सुपाच्य व हल्का नाश्ता करने के बाद ही लें।
* प्रयोगकाल में तली चीजें, चावल आदि न लें। मांस, मछली, अंडे, शराब, धूम्रपान का प्रयोग बंद कर दें। नमक, चिकनाई का प्रयोग बंद कर दें।
* अनार, पपीता, आंवला, बथुआ, लहसुन, मैथी दाना, सेब का मुरब्बा, मौसंबी, रात में भिगोए काले चने, किशमिश, गुग्गुल, दही, छाछ आदि लें । ......
तो अब समझ आया, भगवान ने पीपल के पत्तों को हार्टशेप क्यों बनाया..
स्कूलों का पूरा विवरण अब एक क्लिक पर....
ReplyDeleteलखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश में सरकारी हो या सहायता प्राप्त, निजी या फिर केंद्रीय बोर्ड के स्कूल इनकी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) मैपिंग कराई जाएगी। इसका मकसद स्कूलों की जानकारी बस एक क्लिक में ऑनलाइन उपलब्ध कराना है। जिलेवार मैपिंग कराने की जिम्मेदारी डीआईओएस को सौंपी गई है। काम राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद के अलावा सीबीएससी और आईसीएससी बोर्ड के स्कूल चल रहे हैं। कौन सा स्कूल कहां है इसकी जानकारी विभागों को ही नहीं है। इसके चलते कभी-कभार स्थलीय जानकारी के लिए इन स्कूलों का पता तक नहीं चल पाता है। यही नहीं केंद्रीय बैठकों में जब इन स्कूलों का विवरण मांगा जाता है तो यह भी पता नहीं चलता है। इसलिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान का राज्य परियोजना निदेशालय चाहता है कि सरकारी, सहायता प्राप्त और केंद्रीय बोर्ड के स्कूलों का सभी विवरण तैयार कर लिया जाए।
माध्यमिक शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने आदेश जारी कर दिया है। इसके मुताबिक सहायता प्राप्त सभी अशासकीय हाईस्कूल व इंटरमीडिएट, सीबीएसई, आईसीएससी बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल, मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों की मैपिंग कराई जाएगी।
स्कूलों का पूरा विवरण अब एक क्लिक पर....
ReplyDeleteलखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश में सरकारी हो या सहायता प्राप्त, निजी या फिर केंद्रीय बोर्ड के स्कूल इनकी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) मैपिंग कराई जाएगी। इसका मकसद स्कूलों की जानकारी बस एक क्लिक में ऑनलाइन उपलब्ध कराना है। जिलेवार मैपिंग कराने की जिम्मेदारी डीआईओएस को सौंपी गई है। काम राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद के अलावा सीबीएससी और आईसीएससी बोर्ड के स्कूल चल रहे हैं। कौन सा स्कूल कहां है इसकी जानकारी विभागों को ही नहीं है। इसके चलते कभी-कभार स्थलीय जानकारी के लिए इन स्कूलों का पता तक नहीं चल पाता है। यही नहीं केंद्रीय बैठकों में जब इन स्कूलों का विवरण मांगा जाता है तो यह भी पता नहीं चलता है। इसलिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान का राज्य परियोजना निदेशालय चाहता है कि सरकारी, सहायता प्राप्त और केंद्रीय बोर्ड के स्कूलों का सभी विवरण तैयार कर लिया जाए।
माध्यमिक शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने आदेश जारी कर दिया है। इसके मुताबिक सहायता प्राप्त सभी अशासकीय हाईस्कूल व इंटरमीडिएट, सीबीएसई, आईसीएससी बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल, मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों की मैपिंग कराई जाएगी।
Prathmik TET Shikshak Sangh
ReplyDeleteशलभ तिवारी
दिल्ली में डेरा जमाये हमारे पैरवीकारों का दावा है
कि उनकी सत्य
मित्र गर्ग साहब से बात हुई है और वो सोमवार
को Defect दूर
करके SLP फ़ाइल कर देंगे........ मैंने बहुत दिमाग
दौड़ाकर
सोचा लेकिन मुझे तो 72825 पदों पर टेट मेरिट के
दावे को अस्वीकार
करने के लिए एक भी प्वाइंट
नही मिला,,,,,हो सकता है हमारे
पैरवीकारों की सहायता से गर्ग साहब कोई ऊट-
पटांग SLP लिखने
में कामयाब हो सकें,,,,,,,,
सभी टेट मेरिट समर्थकों से आग्रह है कि अगर
अगले हफ्ते भी SLP
डिफेक्टिव ही बनी रहती है तो वो अपने SC के लिए
जमा किये अपने-
अपने रूपये वापस ले लें ,,,,,आप जानते तो होगे
ही कि रुपया कितनी बुरी चीज होता है ......
शुभ संध्या साथियों,,
ReplyDeleteLalit sharma....
भर्ती की वास्तविकता....कुछ ऐसा भी है,,,,
सरकार नही चाहती कि बी.एड. वालो की कोई भी भर्ती हो,, सरकार नही चाहती कि बसपा कार्यकाल की भर्ती पूरी हो,, सरकार को मेरिट आधार से कोई लेना देना नही है,, उसे तो सिर्फ भर्ती को "ब्लैक होल" तक ले जाना है,, जहां पर सब कुछ ऐसे समाप्त हो जाता है, कि पता ही नही चलता कि कुछ समाप्त हुआ है, ऐसा ही कुछ लगा....आज... जब जूनियर शिक्षक भर्ती युवा मोर्चा के प्रदेश प्रमुख देवेन्द्र यादव एक प्रतिनिधि मंडल के साथ बेसिक सचिव श्री संजय सिन्हा से मिलने गए, और उनसे उर्दू भर्ती जारी रखने और 10000 बी.टी.सी. अध्यापक नियुक्ति की काउसिलिंग की दिनाँक जारी करने की बात पर 15वा संशोधन प्रभावी होने की बात पूछी गयी,, सचिव साहब का जवाब था, " बी.टी.सी. वाले हमारे अपने बच्चे है, वो डायट से प्रशिक्षण लेते है, और तुम लोग,..............( सचिव के शब्दों को सार्वजानिक करना उचित नही) और उर्दू वालो की भर्ती चलती रहेगी ये प्रशाशन का मामला है, तुम लोग मिलने आये हो या बहस करने,,, अभी तुम्हारी भर्ती में समय लगेगा क्योंकि तुम्हारा डाटा तैयार नहीं है, (जबकि इन्ही सचिव महोदय इन्ही साथियों के सामने स्वीकार किया था, कि सब डाटा तैयार है) और देखते है बात करते है, अभी तुम लोग जाओ,, आदि आदि,,, ये कोर्ट, सरकार, १२वा संशोधन, 15वा संशोधन, सुप्रीम कोर्ट, SLP, तारीख पर तारीख, ये सब केवल बी.एड. बेरोजगारों के लिए ही है, पहली टी.जी.टी./पी.जी.टी. के प्रवेश पत्र घर पर है, और नए फॉर्म आ गए,, लूटने के लिए,, प्राइमरी टेट पास बी.एड. का आखिर होगा क्या,,,, साथियों हम सब को बहुत सावधानी की जरुरत है, जरुरी नही कि ऐसी गन्दी मानसिकता की सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी भर्ती करे, और न ही भर्ती करने को मना करके, न्यायलय की अवहेलना करेगी, लेकिन क्या करे कुछ पता नही,, हमारी अगुवाई कर रहे साथियों को भारी समर्थन करे और उन्हें उचित सलाह भी दे, साथ रहे, ऐसी सरकार से निपटने के लिए शायद अस्त्र/शस्त्र बदलने भी पड सकते है, और कोई नयी निति पर भी विचार प्राथनीय है, क्योंकि इन्हें धरना और अनशन की भाषा समझ ही नही आती है, इनका वास्तविक इलाज न्यायलय रुपी मंदिर में ही संभव है, लेकिन नौकरी के लिए नही बल्कि दुश्मन से बदले की भावना को लेकर रिट डालकर..जैसे जो साथी मानसिक रूप से परेशान होकर अब हमारे साथ नही है, उनकी हत्या का मुकदमा,, जो लोग जीवित है, उनके मानसिक उत्पीडन का मुकदमा, दो साल से नौकरी के लिए परेशान वो भी बिना गलती के, उनके लिए मुआवजा, आदि आदि......... धन्यवाद ........
एक सुचना --- युवा मोर्चा प्रमुख देवेन्द्र यादव द्वारा दिनाँक 4 जनवरी 2014 को आजाद चंद्रशेखर पार्क इलाहबाद में प्रात: 10 बजे अति आवश्यक बैठक बुलाई है, जिसमे अधिक से अधिक संख्या में पहुच कर अपने विचार दे और आगे की रणनीति बनाने में अपनी उपस्थिति दर्ज करे,,
आपका.... ललित शर्मा,,....
शुभ संध्या साथियों,,
ReplyDeleteLalit sharma....
भर्ती की वास्तविकता....कुछ ऐसा भी है,,,,
सरकार नही चाहती कि बी.एड. वालो की कोई भी भर्ती हो,, सरकार नही चाहती कि बसपा कार्यकाल की भर्ती पूरी हो,, सरकार को मेरिट आधार से कोई लेना देना नही है,, उसे तो सिर्फ भर्ती को "ब्लैक होल" तक ले जाना है,, जहां पर सब कुछ ऐसे समाप्त हो जाता है, कि पता ही नही चलता कि कुछ समाप्त हुआ है, ऐसा ही कुछ लगा....आज... जब जूनियर शिक्षक भर्ती युवा मोर्चा के प्रदेश प्रमुख देवेन्द्र यादव एक प्रतिनिधि मंडल के साथ बेसिक सचिव श्री संजय सिन्हा से मिलने गए, और उनसे उर्दू भर्ती जारी रखने और 10000 बी.टी.सी. अध्यापक नियुक्ति की काउसिलिंग की दिनाँक जारी करने की बात पर 15वा संशोधन प्रभावी होने की बात पूछी गयी,, सचिव साहब का जवाब था, " बी.टी.सी. वाले हमारे अपने बच्चे है, वो डायट से प्रशिक्षण लेते है, और तुम लोग,..............( सचिव के शब्दों को सार्वजानिक करना उचित नही) और उर्दू वालो की भर्ती चलती रहेगी ये प्रशाशन का मामला है, तुम लोग मिलने आये हो या बहस करने,,, अभी तुम्हारी भर्ती में समय लगेगा क्योंकि तुम्हारा डाटा तैयार नहीं है, (जबकि इन्ही सचिव महोदय इन्ही साथियों के सामने स्वीकार किया था, कि सब डाटा तैयार है) और देखते है बात करते है, अभी तुम लोग जाओ,, आदि आदि,,, ये कोर्ट, सरकार, १२वा संशोधन, 15वा संशोधन, सुप्रीम कोर्ट, SLP, तारीख पर तारीख, ये सब केवल बी.एड. बेरोजगारों के लिए ही है, पहली टी.जी.टी./पी.जी.टी. के प्रवेश पत्र घर पर है, और नए फॉर्म आ गए,, लूटने के लिए,, प्राइमरी टेट पास बी.एड. का आखिर होगा क्या,,,, साथियों हम सब को बहुत सावधानी की जरुरत है, जरुरी नही कि ऐसी गन्दी मानसिकता की सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी भर्ती करे, और न ही भर्ती करने को मना करके, न्यायलय की अवहेलना करेगी, लेकिन क्या करे कुछ पता नही,, हमारी अगुवाई कर रहे साथियों को भारी समर्थन करे और उन्हें उचित सलाह भी दे, साथ रहे, ऐसी सरकार से निपटने के लिए शायद अस्त्र/शस्त्र बदलने भी पड सकते है, और कोई नयी निति पर भी विचार प्राथनीय है, क्योंकि इन्हें धरना और अनशन की भाषा समझ ही नही आती है, इनका वास्तविक इलाज न्यायलय रुपी मंदिर में ही संभव है, लेकिन नौकरी के लिए नही बल्कि दुश्मन से बदले की भावना को लेकर रिट डालकर..जैसे जो साथी मानसिक रूप से परेशान होकर अब हमारे साथ नही है, उनकी हत्या का मुकदमा,, जो लोग जीवित है, उनके मानसिक उत्पीडन का मुकदमा, दो साल से नौकरी के लिए परेशान वो भी बिना गलती के, उनके लिए मुआवजा, आदि आदि......... धन्यवाद ........
एक सुचना --- युवा मोर्चा प्रमुख देवेन्द्र यादव द्वारा दिनाँक 4 जनवरी 2014 को आजाद चंद्रशेखर पार्क इलाहबाद में प्रात: 10 बजे अति आवश्यक बैठक बुलाई है, जिसमे अधिक से अधिक संख्या में पहुच कर अपने विचार दे और आगे की रणनीति बनाने में अपनी उपस्थिति दर्ज करे,,
आपका.... ललित शर्मा,,....
झाड़ू के साथ निकाला जुलूस
ReplyDeleteSun, 05 Jan 2014 06:32 PM (IST)
आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण
संघर्ष मोर्चा इकाई
द्वारा अपनी मांग प्राथमिक
अध्यापक नियुक्ति टीईटी मेरिट के
आधार पर संपन्न करवाने को लेकर
रविवार को अंबेडकर पार्क में बैठक की।
इसके बाद झाड़ू के साथ जुलूस
निकाला और सड़कों की सफाई कर
भीख मांगी। इस दौरान प्रदेश सरकार
के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की।
बैठक को संबोधित करते हुए उमेश वर्मा ने
कहा कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद
के डबल बेंच के फैसले के आने के बाद भी राज्य
सरकार नियुक्ति न कर सुप्रीम कोर्ट में
याचिका दायर की है। हम बेरोजगार
पहले ही दो वर्षो से मानसिक व
आर्थिक प्रताड़ना का दंश झेल रहे हैं। ऊपर
से राज्य सरकार अब हम
लोगों को उच्चतम न्यायालय में
मुकदमा लड़वा रही है। चूंकि बीएड
टीईटी उत्तीर्ण
अभ्यर्थियों की प्राथमिक विद्यालय
में नियुक्ति की समय सीमा एनसीटीई
द्वारा निर्धारित 31 मार्च है।
राज्य सरकार नियुक्ति न करके समय
सीमा को समाप्त
करवाना चाहती है।
रविन्द्र यादव ने कहा कि सरकार
टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों के
प्रति पूरी तरह से निरंकुश हो चुकी है।
शिक्षक
भर्ती प्रक्रिया को न्यायालय में
मात्र उलझाना चाहती है। 20 नवंबर 13
को उच्च न्यायालय के फैसले को एक महीने
व्यतीत करने के बाद उच्चतम न्यायालय में
समय पास करने के उद्देश्य से डिफेक्टिव
विशेष अनुज्ञा याचिका दाखिल की।
उसमें संशोधन अब तक न करके
अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है। इस
अवसर पर बलवंत यादव उमेश वर्मा, हरेन्द्र
प्रसाद यादव, राजेश यादव, हृदय
नारायण सिंह, रामा वर्मा, विमल
किशोर यादव, सुनील गावस्कर, भूपेन्द्र
सिंह, वीरेन्द्र राजभर, महेश यादव,
जनार्दन मौर्य, संजय कुमार, रामकृष्ण
तिवारी, रविन्द्र नाथ पाठक,
प्रदीप कुमार, दिनेश कुमार, वीरेन्द्र
मौर्य, सुदामा यादव, दुष्यंत कुमार
चौधरी आदि उपस्थित थे। बैठक
की अध्यक्षता ब्रह्मानंद प्रजापति व
संचालन रविन्द्र यादव ने किया।
शिक्षक भर्ती के क्षेत्र में होगा बड़ा बदलाव,
ReplyDeleteवसुंधरा के फैसले पर टिकी सबकी नजर
जयपुर. राज्य सरकार ने राजस्थान शिक्षक
पात्रता परीक्षा (आरटेट) की प्रक्रिया के सरलीकरण
की कवायद शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार
किया है। इसके तहत आरटेट की मेरिट की आधार पर थर्ड ग्रेड
शिक्षक भर्ती की जा सकती है।
इसमें दसवीं, बारहवीं, स्नातक के अंकों भी शामिल किए जाएंगे।
हालांकि, अभी यह प्रस्ताव ही है। इस पर अंतिम निर्णय
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ही लेंगी। उनके पास यह प्रस्ताव
शुक्रवार को भेजा जाएगा।
शिक्षामंत्री कालीचरण सराफ का कहना है कि टेट को खत्म
करना संभव नहीं है। यह केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार
संचालित होती है। ऐसे में अभ्यर्थियों को अधिक परीक्षाओं से
बचाने के लिए यह प्रस्ताव तैयार किया है।
ये है प्रस्ताव
प्रस्ताव के अनुसार टेट परीक्षा में ही मेरिट बनाकर
अभ्यर्थियों का चयन किया जाए। मेरिट बनाते वक्त सेकंडरी व
सीनियर सेकंडरी तथा ग्रेजुएशन के 10-10 फीसदी अंक और
शेष अंक टेट परीक्षा के जोड़े जाए। इससे ग्रेड थर्ड शिक्षक
भर्ती परीक्षा जिला परिषदों या आरपीएससी के माध्यम से
नहीं करानी पड़ेगी।
अभी यह प्रक्रिया
ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती दो स्तरों पर हो रही है। पहली से
5वीं तक के लिए 12वीं के बाद प्री-बीएसटीसी फिर
बीएसटीसी करनी होती है। फिर टेट व इसके बाद शिक्षक
भर्ती परीक्षा देनी होती है। छठी से 8वीं तक का शिक्षक बनने
के लिए स्नातक के बाद प्री-बीएड, फिर बीएड, टेट व शिक्षक
भर्ती परीक्षा होती है। टेट का प्रमाण पत्र 7 साल के लिए वैध
होता है।
'झूठे आश्वासन नहीं नौकरी दे प्रदेश सरकार'
ReplyDeleteलखीमपुर : केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश सरकार युवकों को झूठे आश्वासन के बजाय नौकरी दे। प्रदेश में नवयुवकों के समक्ष बेरोजगारी आज बड़ी समस्या बन गई है। केंद्रीय मंत्री मोहम्मदी विधान सभा क्षेत्र के पिपरियाधनी गाव में सभा को संबोधित करते हुए ये उद्गार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि युवकों के सामने शिक्षा पूरी करने के बाद नौकरी एक बड़ी समस्या बन गई है। आज आधी आबादी युवकों की है और युवक शिक्षा ग्रहण करने के बाद नौकरी के लिए इधर-उधर घूम रहे हैं। प्रदेश सरकार युवकों को नौकरी देने के बजाय इधर-उधर की बाते बनाकर युवकों को झूठे आश्वासनों में फंसाना चाहती है। प्रदेश का युवक सपा सरकार की सच्चाई जान चुका है। उसे मालूम है कि प्रदेश में सरकार युवकों के लिए कोई भी कल्याणकारी कार्यक् नहीं चला रही है। सिर्फ युवकों का इस्तेमाल करने के लिए उनसे झूठी बातें कही जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार युवकों की सच्ची हितैषी तो उसे बेरोजगार युवकों को तत्काल नौकरिया देकर उनका भविष्य सुरक्षित करना चाहिए।
'झूठे आश्वासन नहीं नौकरी दे प्रदेश सरकार'
ReplyDeleteलखीमपुर : केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश सरकार युवकों को झूठे आश्वासन के बजाय नौकरी दे। प्रदेश में नवयुवकों के समक्ष बेरोजगारी आज बड़ी समस्या बन गई है। केंद्रीय मंत्री मोहम्मदी विधान सभा क्षेत्र के पिपरियाधनी गाव में सभा को संबोधित करते हुए ये उद्गार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि युवकों के सामने शिक्षा पूरी करने के बाद नौकरी एक बड़ी समस्या बन गई है। आज आधी आबादी युवकों की है और युवक शिक्षा ग्रहण करने के बाद नौकरी के लिए इधर-उधर घूम रहे हैं। प्रदेश सरकार युवकों को नौकरी देने के बजाय इधर-उधर की बाते बनाकर युवकों को झूठे आश्वासनों में फंसाना चाहती है। प्रदेश का युवक सपा सरकार की सच्चाई जान चुका है। उसे मालूम है कि प्रदेश में सरकार युवकों के लिए कोई भी कल्याणकारी कार्यक् नहीं चला रही है। सिर्फ युवकों का इस्तेमाल करने के लिए उनसे झूठी बातें कही जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार युवकों की सच्ची हितैषी तो उसे बेरोजगार युवकों को तत्काल नौकरिया देकर उनका भविष्य सुरक्षित करना चाहिए।
'झूठे आश्वासन नहीं नौकरी दे प्रदेश सरकार'
ReplyDeleteलखीमपुर : केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश सरकार युवकों को झूठे आश्वासन के बजाय नौकरी दे। प्रदेश में नवयुवकों के समक्ष बेरोजगारी आज बड़ी समस्या बन गई है। केंद्रीय मंत्री मोहम्मदी विधान सभा क्षेत्र के पिपरियाधनी गाव में सभा को संबोधित करते हुए ये उद्गार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि युवकों के सामने शिक्षा पूरी करने के बाद नौकरी एक बड़ी समस्या बन गई है। आज आधी आबादी युवकों की है और युवक शिक्षा ग्रहण करने के बाद नौकरी के लिए इधर-उधर घूम रहे हैं। प्रदेश सरकार युवकों को नौकरी देने के बजाय इधर-उधर की बाते बनाकर युवकों को झूठे आश्वासनों में फंसाना चाहती है। प्रदेश का युवक सपा सरकार की सच्चाई जान चुका है। उसे मालूम है कि प्रदेश में सरकार युवकों के लिए कोई भी कल्याणकारी कार्यक् नहीं चला रही है। सिर्फ युवकों का इस्तेमाल करने के लिए उनसे झूठी बातें कही जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार युवकों की सच्ची हितैषी तो उसे बेरोजगार युवकों को तत्काल नौकरिया देकर उनका भविष्य सुरक्षित करना चाहिए।
Dosto,Namaskaar,Aap logoon ko share krte hue bahut khushi ho rhi h ki hamare lko k sammanit sathiyo apne aarthik yogdaan k sahyog se lko jile total collection 94,500/ ho gya h.jald hi 100000/ k target ko poora ho jayega.hamare lko sangthan k sathiyo ko ganesh dixit,rakesh yadav,chandrshekhar,abhishek mishra ki taraf se bahut-2 dhanybad. Kal hm log sabhi logo ka nam k saath aur unka sahyog rashi k sath fb. pr dalemge.ummid h ki sabhi jilo se aise shuraat hogi.sabse khushi ek baat aur h ki hmare bade bhai anil verma ne ambedkar nagar se 103000/ collection kiya h.
ReplyDelete" टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा "
ReplyDeleteTet sathiyo
Namaskar
Tet-update
(1)- abhi tk defect sarkar dwara door nahi kiya gaya hai (ye apne-aap me ek badi bidmbana hai).saath hi prapt suchana k anusaar 10 caveats abhi tk pad chuke hai.
(2)-kux log(gammbhir & reasonable Prakriti k) nakartmak tippadiya lagatar kr rahe hai.(yadypi isaka ye bilkul uchit samay nahi hai) kintu in tippadiyo ka sidha matlab yahi hai ki kux log kux na kux Tet k liye awasay kr rahe hai.
(3)-yatharthata yahi hai ki jab tk defect door nahi ho jata hum kisi bade advocate ko na to engages kr saqte hai aur na hi hume proper usake dwra koi salaah hi mil saqti hai.
(4)- atah aap sabhi abhi saathi dhairy purvak defects door hone Ka intezaar kare ummid yahi hai ki aanewale saptah me ye door ho jay, saath hi Jo bhi arth-sangrah zila astar pr ho raha hai use zaari rakhe,tatha Jo vyakti individually sahyog karna chaah rahe hai vo purv ullikhit 3 accounts (avanish,anil verma,balkesh g k)me apna anshdaan kr saqte hai.
(5)-zila astar pr Jo bhi rashi juti hai use vahi rakha jay uchit samay aane pr aap sabhi ziladhayaxo aur sakriy karykartao ko suchit kr diya jayega.
(6)- kayi zilo se suchana mili hai ki dhan sangrah k laxy ko satpratishat pa liya gaya hai ye ham sabhi k liye Garv aur santosh ki baat hai.
(7)- humare sathiyo k lagan aur utsaah ko dekhate huye ab ye bilkul yaqeen se kaha ja saqta hai ki dhan roopi bandha humara kux nahi bigaad saqti.jarurat is baat ki hai hum ek dusare k visas ki kasauti pr ek baar fir Khara ban utar sake.Ishwar hume jaroor isame bhi vijeta k roop me dekhana chahega.
(8)-sathiyo kisi prakar k afwaah ,tarkheen aur niradhar bato pr bilkul dhyan na de apne buddhi ,vivek aur atma ki awaaj Ka anusaran kare.ye humari vilaxan ekata ki parixa ki ghadi hai ,Hume purn visvaas hai ki ise hum sab jarur achchhi tarah se pass kr lenge.
Sabhi ko
Tet sathiyo
ReplyDeleteNamaskar
Tet-update
(1)- abhi tk defect sarkar dwara door nahi kiya gaya hai (ye apne-aap me ek badi bidmbana hai).saath hi prapt suchana k anusaar 10 caveats abhi tk pad chuke hai.
(2)-kux log(gammbhir & reasonable Prakriti k) nakartmak tippadiya lagatar kr rahe hai.(yadypi isaka ye bilkul uchit samay nahi hai) kintu in tippadiyo ka sidha matlab yahi hai ki kux log kux na kux Tet k liye awasay kr rahe hai.
(3)-yatharthatayahi hai ki jab tk defect door nahi ho jata hum kisi bade advocate ko na to engages kr saqte hai aur na hi hume proper usake dwra koi salaah hi mil saqti hai.
(4)- atah aap sabhi abhi saathi dhairy purvak defects door hone Ka intezaar kare ummid yahi hai ki aanewale saptah me ye door ho jay, saath hi Jo bhi arth-sangrah zila astar pr ho raha hai use zaari rakhe,tatha Jo vyakti individually sahyog karna chaah rahe hai vo purv ullikhit 3 accounts (avanish,anil verma,balkesh g k)me apna anshdaan kr saqte hai.
(5)-zila astar pr Jo bhi rashi juti hai use vahi rakha jay uchit samay aane pr aap sabhi ziladhayaxo aur sakriy karykartao ko suchit kr diya jayega.
(6)- kayi zilo se suchana mili hai ki dhan sangrah k laxy ko satpratishat pa liya gaya hai ye ham sabhi k liye Garv aur santosh ki baat hai.
(7)- humare sathiyo k lagan aur utsaah ko dekhate huye ab ye bilkul yaqeen se kaha ja saqta hai ki dhan roopi bandha humara kux nahi bigaad saqti.jarurat is baat ki hai hum ek dusare k visas ki kasauti pr ek baar fir Khara ban utar sake.Ishwar hume jaroor isame bhi vijeta k roop me dekhana chahega.
(8)-sathiyo kisi prakar k afwaah ,tarkheen aur niradhar bato pr bilkul dhyan na de apne buddhi ,vivek aur atma ki awaaj Ka anusaran kare.ye humari vilaxan ekata ki parixa ki ghadi hai ,Hume purn visvaas hai ki ise hum sab jarur achchhi tarah se pass kr lenge.
Sabhi ko
Jay TET
जिंदगी अगर ख्वाब है
ReplyDeleteतो इसमें क्या बुरा है
आखिर
ख्वाबो को भी हमने देखा है चलते हुए
वोह जो दूर से दीखता बन, सपना मुस्कुरा कर
आज हकीक़त बन बैठा है, बस रंग बदलते हुए
सपनो के पाव नहीं होते, तो भी चल जाते है
चुटकी बजाते ही बदल जाते है मुक़क्दर सोये हुए
चलना ही फितरत है अगर, तो फिर रुकना कैसा
गिर-गिर कर भी बढ़ जाते है , लोग यूँ संभलते हुए
कयास यह है की जीत होगी या फिर होगी हार
क्यों खेलते हो फिर पाँसे, धडकनों को डूबोये हुए
मैदाने जंग है जिंदगी, यु हकीक़त से क्या शर्माना
किले फतेह कर जाते है कुछ घुटनों पर चलते हुए
शुक्र है कुछ तो है पास तुम्हारे आज देने के लिए,
आशाये चलाती है जिंदगी, गमो को गले लगाते हुए
माना की सफ़र कठिन है और मंजिल भी है दूर
समय बदल ही जायेगा, यु ही करवट बदलते हुए।।
आज की ताजा खबर
ReplyDeleteआज की ताजा खबर,
निरहुआ ने अकेडमिक शिरोमणि श्रीमान कपिलदेव से लिया पंगा।
(निरहुआ को कोई समझाओ रे भईया ज्यादा उड़ना ठीक नहीं, अरे कमबख्त अकेडमिक वीर सिपाही तो निरहुआ संभाल ही नहीं पाता और अब सीधे सेनापति से पंगा? भगवन बचाए निरहुआ को।)
* कपिलदेव (अकेडमिक सेनापति) महोदय एक पंडित जी के पास पहुंचे और कथा सुनने की इच्छा व्यक्त की और साथ ही अपना मंतव्य भी बताया की सुप्रीम कोर्ट से फैसला अपने पक्ष में आने की उम्मीद में वो कथा सुनना चाह रहे हैं। पंडित जी ने कथा सुनाने का रेट 5000 रूपए बताया। कपिल देव जी ने कहा की उनके पास तो बस 50 रूपए ही हैं (क्यूंकि बाकी चंदे के पैसों को वो मोबाइल, और अन्य प्रसाधनों में खर्च कर चुके हैं)। पंडित जी ने इतने कम रूपए में कथा सुनाने से इंकार कर दिया। कपिलदेव जी ने बहुत अनुनय विनय की और कहा की-" आप पूरी कथा मत सुनाइये सिर्फ 50 रूपए वाली सुना दीजिये"। पंडित जी मान गए। पंडित जी ने उन्हें एक पुराने पीपल के वृक्ष के नीचे हाथ जोड़कर और आँख बंद करके बैठने को कहा और जल्दी जल्दी मन्त्र पढ़ने लगे (वास्तव में पंडित जी उन महाशय से जल्द से जल्द पीछा छुड़ाना चाहते थे क्यूंकि बेचारे पुण्यात्मा थे और टेट के प्रबल समर्थक भी थे)।
जब कपिलदेव जी आँखें बंद किये हाथ जोड़कर बैठे थे तभी उस पेड़ की जड़ से एक बिच्छू निकला और कपिलदेव महोदय को काट खाया। पहले तो कपिलदेव महोदय बर्दाश्त करते रहे किन्तु जैसे जैसे जहर का असर बढ़ता गया वैसे वैसे पीड़ा असहनीय होती गयी। जब अंत में दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ तब कपिल महोदय चिल्लाकर बोले-" हे पंडित जी, ये तो अच्छा हुआ कि मैंने सिर्फ 50 रूपए की कथा सुनी, जब 50 रूपए की कथा सुनने में इतना दर्द होता है तो 5000 रूपए में क्या होता होगा ? बाप रे बाप आप 25 रूपए की ही कथा सुनाइए मैं अब ज्यादा नहीं सुन पाऊंगा"।
आज की ताजा खबर
ReplyDeleteआज की ताजा खबर,
निरहुआ ने अकेडमिक शिरोमणि श्रीमान कपिलदेव से लिया पंगा।
(निरहुआ को कोई समझाओ रे भईया ज्यादा उड़ना ठीक नहीं, अरे कमबख्त अकेडमिक वीर सिपाही तो निरहुआ संभाल ही नहीं पाता और अब सीधे सेनापति से पंगा? भगवन बचाए निरहुआ को।)
* कपिलदेव (अकेडमिक सेनापति) महोदय एक पंडित जी के पास पहुंचे और कथा सुनने की इच्छा व्यक्त की और साथ ही अपना मंतव्य भी बताया की सुप्रीम कोर्ट से फैसला अपने पक्ष में आने की उम्मीद में वो कथा सुनना चाह रहे हैं। पंडित जी ने कथा सुनाने का रेट 5000 रूपए बताया। कपिल देव जी ने कहा की उनके पास तो बस 50 रूपए ही हैं (क्यूंकि बाकी चंदे के पैसों को वो मोबाइल, और अन्य प्रसाधनों में खर्च कर चुके हैं)। पंडित जी ने इतने कम रूपए में कथा सुनाने से इंकार कर दिया। कपिलदेव जी ने बहुत अनुनय विनय की और कहा की-" आप पूरी कथा मत सुनाइये सिर्फ 50 रूपए वाली सुना दीजिये"। पंडित जी मान गए। पंडित जी ने उन्हें एक पुराने पीपल के वृक्ष के नीचे हाथ जोड़कर और आँख बंद करके बैठने को कहा और जल्दी जल्दी मन्त्र पढ़ने लगे (वास्तव में पंडित जी उन महाशय से जल्द से जल्द पीछा छुड़ाना चाहते थे क्यूंकि बेचारे पुण्यात्मा थे और टेट के प्रबल समर्थक भी थे)।
जब कपिलदेव जी आँखें बंद किये हाथ जोड़कर बैठे थे तभी उस पेड़ की जड़ से एक बिच्छू निकला और कपिलदेव महोदय को काट खाया। पहले तो कपिलदेव महोदय बर्दाश्त करते रहे किन्तु जैसे जैसे जहर का असर बढ़ता गया वैसे वैसे पीड़ा असहनीय होती गयी। जब अंत में दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ तब कपिल महोदय चिल्लाकर बोले-" हे पंडित जी, ये तो अच्छा हुआ कि मैंने सिर्फ 50 रूपए की कथा सुनी, जब 50 रूपए की कथा सुनने में इतना दर्द होता है तो 5000 रूपए में क्या होता होगा ? बाप रे बाप आप 25 रूपए की ही कथा सुनाइए मैं अब ज्यादा नहीं सुन पाऊंगा"।
पुराना समय जा रहा है ,नया समय आ रहा है।
ReplyDeleteहर कोई अपनी तरह से गम और खुशियां मना रहा है।
हमारे लिए न तो दशा बदली है और न बदले हैं हालात।
जहां कल खड़े थे आज भी वहीं से रास्ता जा रहा है।
पलट कर देख रहे हैं जो पीछे छूट गया ।
क्या पता वही समय फिर सामने से आ रहा है।
कहते हैं कि किस्मत के सहारे नहीं रहना चाहिए ।
पर हाथों कि लकीरें भी तो भाग्य ही बना रहा है।
ईश्वर कहता है कि बुरा समय कभी न
कभी तो चला ही जाएगा,
पर हर बुरे समय से भी तो वही मिलवा रहा है।
हम भी खुश रहें ,तुम भी खुश रहो।
ये समय बस इतना सा सबक सीखा रहा है।
आखिर कब तक अच्छे बुरे के लिए रोते रहेंगे।
जाने कितना समय तो बस ये सोचने में ही जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट से फैसला फरवरी में आने की सम्भावना है ,
ReplyDeleteऔर उसके बाद राज्य सरकार के लिए इसके अनुपालन मार्च / अप्रेल में करने तक समय होगा ,
७२८२५ की काउंसलिंग एक दिन में नहीं हो जायेगी और उसमें २-३ महीने लगेंगे , मेडिकल जांच भी होगी
तब उसके बाद जा कर नियुक्ति पत्र / ज्वाइनिंग मिलगी
इसीलिये मैंने पहले लिखा था की भर्ती / नियुक्ति जून /जुलाई तक सम्भव होगी
जूनियर भर्ती के चांस , ७२८२५ के बाद सभावित हैं कुछ न कुछ कारण हैं ज्यादा पद जल्द भर जायेंगे , ७२८२५ में ज्यादा लोगों को मोका मिल जायेगा अगर जूनियर भर्ती पहले हो गयी
शुभ प्रभात मित्रों, सभी साथियों को निरहुआ का प्रणाम। जब 72825 वाली भर्ती टेट मेरिट से हो गई तो सारे अकेडमिक वालों ने अपना दूसरा रोजगार देखना शुरू किया और इसी क्रम में निरहुआ का एक विरोधी भाई 'सुविधा शुल्क' की कृपा से ट्रेफिक पुलिस में भर्ती हो गया। एक दिन निरहुआ अपनी कार पर कहीं जा रहा था कि उसी अकेडमिक वीर ट्रेफिक पुलिस वाले भाई ने उसे रोका और जबरजस्ती overspeeding का चालान काटने लगा (अरे भाई निरहुआ तो सही स्पीड में चला रहा था लेकिन ये महाशय तो पुरानी खुन्नस निकालने पर तुले थे। निरहुआ के लाख समझाने पर भी वह महोदय अपनी जिद पर अड़े रहे। तब निरहुआ ने सोचा की इसे बिना सबक सिखाये बात नहीं बनेगी) निरहुआ:- वो क्या है कि हवलदार साहब आज मैं ड्राइविंग लाइसेंस लाना भूल गया हूँ। अकेडमिक वीर (ट्रेफिक पुलिस):- अच्छा, तब तो जुर्म दुगना हो गया एक तो लाइसेंस नहीं है ऊपर से गाड़ी तूफ़ान की तरह चला रहे हो। निरहुआ:- वो क्या है सर, आप तो जानते ही हैं की मेरे पास गाडी खरीदने के पैसे कहाँ से आएंगे ? मैंने ये गाड़ी चोर बाज़ार से खरीदी है इसलिए इसके कागजात नहीं हैं न, ऊपर से दारू पीने अड्डे पर गया था वहाँ किसी से झगड़ा हो गया और गलती से वो मेरे हाथों मारा गया। उसकी लाश अभी गाड़ी की डिक्की में ही है। पुलिस से बचने के लिए ही मैं तेज चला रहा था कि किसी तरह जल्दी लाश ठिकाने लगा सकूँ। भाई अब आप ही मेरी मदद करो प्लीज। (अकेडमिक वीर ट्रेफिक पुलिस महोदय हक्का-बक्का रह गया, उसने सोचा की अनजाने में ही उसने बहुत बड़ा अपराधी पकड़ लिया है। उसकी आँखों में पुलिस मैडल और प्रमोशन के सपने तैरने लगे। तत्काल उन महोदय ने वायरलेस पर अपने उच्च अधिकारीयों को सूचित किया साथ ही अपनी पब्लिसिटी करवाने के लिए मीडिया को भी फोन कर दिया की एक आदमी दारू के नशे में तेज ड्राइविंग करता हुआ पकड़ा गया है,गाड़ी की डिक्की में लाश है और गाड़ी भी चोरी की है साथ ही गाड़ी के कागजात एवं ड्राइविंग लाइसेंस नदारद है। भनक लगते ही पुलिस के उच्च अधिकारी और मीडिया वहाँ पहुँच गए और निरहुआ को चारों तरफ से घेर लिया गया।) पुलिस का एक अधिकारी:- चलो गाड़ी से नीचे उतरो और गाड़ी के कागजात एवं अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाओ। (निरहुआ ने गाड़ी के सभी कागजात और अपना ड्राइविंग लाइसेस निकालकर उस अधिकारी के सामने प्रस्तुत कर दिए। अब ट्रेफिक पुलिस हलकान हुआ।) अधिकारी:- ठीक है, चलो गाड़ी की डिक्की खोलो। (निरहुआ ने तुरंत गाडी की डिक्की भी खोल दी, उसमे कुछ भी ना पाकर अधिकारी सकपकाया की अब वह मीडिया को क्या जवाब देगा? उस अधिकारी ने खा जाने वाली नजरों से घूर कर उन अकेडमिक वीर पुलिस भाई की तरफ देखा और अपना आखिरी तीर छोड़ा-) अधिकारी:- मेरा ट्रेफिक सिपाही तो कह रहा था की तुम्हारी गाड़ी की डि लाश है और गाड़ी चोरी की है कागजात वगैरह नदारद हैं.... निरहुआ:- अरे जनाब इसका क्या है ये तो यह भी कह रहा होगा की मैंने शराब पी रखी है या मैं गाड़ी overspeed में चला रहा था। मैं इसे अच्छी तरह से जानता हूँ ये ऐसे ही झूठी अफवाहें फैलाता रहता है, पहले भी टेट वालों के खिलाफ ऐसे ही झूठी ख़बरें फैलाता था अब यहाँ भी शुरू हो गया है। ( निरहुआ से पंगा लेने पर अपने आपको कोसता हुआ अकेडमिक वीर बेहोश हो गया, प्रमोशन तो दूर उसे उल्टा ससपेंड होना पड़ा)
ReplyDeleteUptet.Ml News Box
Dosto shubhprabhat Akîlesh Yadav ka naya sigufa kal Shikohabad se Saifai cycle se kuch kiya publik ko bargalane ki puri taiyari lekin Akhilesh ye bhul rahe hain ki publik utani bhi bewkuf nahi hai jo CM nyaypalika ka samman nahin karta usaka bhi samman koi nahi karane wala jab aap ne prt ke 72825 padon ko purani tet merite se na karke shaikshik gudank se karane ka nirday liya to nyay vibhag ke R C Sriwastav ne apako s**lah di ki sir ap aisa nahin kar payenge HC ap ki prakriya par rok laga dega to ap ne kaha ki bharti hame karni hai ki HC ko to lo HC ne apake muh par kalikh pot di aur laiptop wa berojagari bhatta se kuchh bhala hone wala nahin hai kyon ki bhatta to main bhi udata hoon to kya SP ko vote karunga nahi kadapi nahin ulte 1500 vote SP ka katkar AAP me jod dunga SP ka safaya tay hai ek slp bhi tumase SC men dakil nahi ho pa rahi hai baki hum SC me kevit ke sahare tumahara swagat karane ke liye taiyar bhaide hai
ReplyDeleteDosto shubhprabhat Akîlesh Yadav ka naya sigufa kal Shikohabad se Saifai cycle se kuch kiya publik ko bargalane ki puri taiyari lekin Akhilesh ye bhul rahe hain ki publik utani bhi bewkuf nahi hai jo CM nyaypalika ka samman nahin karta usaka bhi samman koi nahi karane wala jab aap ne prt ke 72825 padon ko purani tet merite se na karke shaikshik gudank se karane ka nirday liya to nyay vibhag ke R C Sriwastav ne apako s**lah di ki sir ap aisa nahin kar payenge HC ap ki prakriya par rok laga dega to ap ne kaha ki bharti hame karni hai ki HC ko to lo HC ne apake muh par kalikh pot di aur laiptop wa berojagari bhatta se kuchh bhala hone wala nahin hai kyon ki bhatta to main bhi udata hoon to kya SP ko vote karunga nahi kadapi nahin ulte 1500 vote SP ka katkar AAP me jod dunga SP ka safaya tay hai ek slp bhi tumase SC men dakil nahi ho pa rahi hai baki hum SC me kevit ke sahare tumahara swagat karane ke liye taiyar bhaide hai
ReplyDeleteJunior ki bharti par aaj lagegi rok aur moallimeurdu teachron ki niyukti me jamia urdu ki farji marksheet degree lagakar naukri paane wale jayenge jail.
ReplyDeletehttp://www.patrika.com/news/56-per-cent-reduction-in-fees-for-competitive-exams/979683
ReplyDeleteशुभ प्रभात मित्रों
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
निरहुआ काफी दिन से सोच रहा है की सरकार ने slp में क्या प्रार्थना की होगी? बहुत दिमाग लगाने के बाद जो थोड़ी बहुत बातें निरहुआ के छोटे से दिमाग में आयी वो इस प्रकार हैं-
* हुजूर, जैसा की आपको पता है आज तक हम अपने प्रदेश में नक़ल संस्कृति को बढ़ावा देते आये हैं और नकलचियों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए अकेडमिक मेरिट से अध्यापकों की नियुक्ति
भी करते रहे हैं। अब अचानक ही हमारे हाई कोर्ट से ये आदेश आ गया की हम अपने द्वारा ही पाले गए नकलची औलादों को दरकिनार करके उन मेहनती और बुद्धिमान सौतेले भाइयों को नियुक्ति दे दें। आप ही बताइए माई-बाप ये कहाँ का न्याय है जो अपनी ही औलादो का भविष्य बिगाड़ दे रहा है।
*दफा नंबर 2- हुजूर अगर ये भर्ती टेट मेरिट पर हो गई तो प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ जाएगी क्यूंकि ना जाने कितने ही शिक्षा माफिया और दलाल बेरोजगार हो जायेंगे। हमने 2-4 कमरों वाले भवनों को जो स्नातक या परास्नातक महाविद्यालयों के रूप में पंजीकृत किया है उसका क्या होगा? और टेबल कुर्सी पर बैठ कर एग्जाम देने वाले ये टेट
सपोर्टर क्या जाने की खेतों में बैठकर नक़ल मारने में कितनी तकलीफ होती है।
दफा नंबर 3- हुजूर हर प्रदेश की अपनी अलग पहचान और संस्कृति है
और उसे बनाए रखने का उसे पूरा-पूरा हक़ भी है। इसी प्रकार हमारा उत्तर प्रदेश आज तक नक़ल संस्कृति को बढ़ावा देता आया है और हमे ये पूरा हक़ है की हम उसे बनाये रखें यदि ऐसा नहीं किया गया तो यह राज्य के मौलिक अधिकारों का हनन होगा।
दफा नंबर 4- टेट मेरिट से भर्ती हमारी आर्थिक दशा को भी बिगाड़ सकती है क्यूंकि यदि विद्वान अध्यापक सरकारी स्कूलों में पढ़ाएंगे तो हमारे कोचिंग सेंटर्स का क्या होगा और ट्यूशन रूपी उद्योग तो नष्ट-भ्रष्ट ही हो जायेगा। इसके अलावा महंगे इंग्लिश स्कूलों के भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह लगना तय है।
दफा नंबर 5- हुजूर, हमें इन टेट वालों ने बहुत मानसिक संताप दिया है जब से सत्ता में आये हैं इनका ही डर सताता रहता है। कभी विधानसभा घेराव करते हैं तो कभी आमरण अनशन करते हैं। हाई कोर्ट तो छोड़िये जनाब ये तो हमारा पीछा करते हुए दिल्ली तक आ पहुंचे हैं, आप ही बताइए हुजूर इन गरीब टेट वालों ने संगठन बनाकर यहाँ भी हमें चुनौती देने की ठान रखी है, अरे हमारी भी कोई इज्जत है की नहीं? अरे कोई सशक्त राजनैतिक दल होता तो कोई बात नहीं लेकिन इन गरीब और भूखे लोगों से हार जाना राज्य सरकार की तौहीन होगी।
************प्रार्थना************
हुजूर से हमारी विनम्र प्रार्थना है की हमारे प्रदेश में नक़ल संस्कृति को बनाये रखने हेतु इस टेट रूपी आधुनिकता को स्थगित करने का आदेश
दें ताकि हम अपनी नकलची औलादों का भविष्य बनाये रख सकें। इसके अतिरिक्त हम आर्थिक हानि से बचे रहेंगे क्यूंकि अगर हमें नए विज्ञापन का शुल्क वापस करना पड़ा तो हम कंगाल हो जायेंगे क्यूंकि सारा पैसा तो हमने लैपटॉप वितरण और सैफई महोत्सव में लगा दिया है। ज्यादा क्या कहें हजूर हाई कोर्ट के अत्याचार से हम सभी इतने डरे हुए हैं की हमारे एक मानस पुत्र कपिलदेव ने यहाँ केविएट में 150 लोगों को याची बनाया हुआ है ताकि अगर जुर्माना लगे तो उसे अकेले ना भुगतना पड़े बल्कि सभी 150 लोगों में बराबर-बराबर बंटे।
शुभ प्रभात मित्रों
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
निरहुआ काफी दिन से सोच रहा है की सरकार ने slp में क्या प्रार्थना की होगी? बहुत दिमाग लगाने के बाद जो थोड़ी बहुत बातें निरहुआ के छोटे से दिमाग में आयी वो इस प्रकार हैं-
* हुजूर, जैसा की आपको पता है आज तक हम अपने प्रदेश में नक़ल संस्कृति को बढ़ावा देते आये हैं और नकलचियों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए अकेडमिक मेरिट से अध्यापकों की नियुक्ति
भी करते रहे हैं। अब अचानक ही हमारे हाई कोर्ट से ये आदेश आ गया की हम अपने द्वारा ही पाले गए नकलची औलादों को दरकिनार करके उन मेहनती और बुद्धिमान सौतेले भाइयों को नियुक्ति दे दें। आप ही बताइए माई-बाप ये कहाँ का न्याय है जो अपनी ही औलादो का भविष्य बिगाड़ दे रहा है।
*दफा नंबर 2- हुजूर अगर ये भर्ती टेट मेरिट पर हो गई तो प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ जाएगी क्यूंकि ना जाने कितने ही शिक्षा माफिया और दलाल बेरोजगार हो जायेंगे। हमने 2-4 कमरों वाले भवनों को जो स्नातक या परास्नातक महाविद्यालयों के रूप में पंजीकृत किया है उसका क्या होगा? और टेबल कुर्सी पर बैठ कर एग्जाम देने वाले ये टेट
सपोर्टर क्या जाने की खेतों में बैठकर नक़ल मारने में कितनी तकलीफ होती है।
दफा नंबर 3- हुजूर हर प्रदेश की अपनी अलग पहचान और संस्कृति है
और उसे बनाए रखने का उसे पूरा-पूरा हक़ भी है। इसी प्रकार हमारा उत्तर प्रदेश आज तक नक़ल संस्कृति को बढ़ावा देता आया है और हमे ये पूरा हक़ है की हम उसे बनाये रखें यदि ऐसा नहीं किया गया तो यह राज्य के मौलिक अधिकारों का हनन होगा।
दफा नंबर 4- टेट मेरिट से भर्ती हमारी आर्थिक दशा को भी बिगाड़ सकती है क्यूंकि यदि विद्वान अध्यापक सरकारी स्कूलों में पढ़ाएंगे तो हमारे कोचिंग सेंटर्स का क्या होगा और ट्यूशन रूपी उद्योग तो नष्ट-भ्रष्ट ही हो जायेगा। इसके अलावा महंगे इंग्लिश स्कूलों के भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह लगना तय है।
दफा नंबर 5- हुजूर, हमें इन टेट वालों ने बहुत मानसिक संताप दिया है जब से सत्ता में आये हैं इनका ही डर सताता रहता है। कभी विधानसभा घेराव करते हैं तो कभी आमरण अनशन करते हैं। हाई कोर्ट तो छोड़िये जनाब ये तो हमारा पीछा करते हुए दिल्ली तक आ पहुंचे हैं, आप ही बताइए हुजूर इन गरीब टेट वालों ने संगठन बनाकर यहाँ भी हमें चुनौती देने की ठान रखी है, अरे हमारी भी कोई इज्जत है की नहीं? अरे कोई सशक्त राजनैतिक दल होता तो कोई बात नहीं लेकिन इन गरीब और भूखे लोगों से हार जाना राज्य सरकार की तौहीन होगी।
************प्रार्थना************
हुजूर से हमारी विनम्र प्रार्थना है की हमारे प्रदेश में नक़ल संस्कृति को बनाये रखने हेतु इस टेट रूपी आधुनिकता को स्थगित करने का आदेश
दें ताकि हम अपनी नकलची औलादों का भविष्य बनाये रख सकें। इसके अतिरिक्त हम आर्थिक हानि से बचे रहेंगे क्यूंकि अगर हमें नए विज्ञापन का शुल्क वापस करना पड़ा तो हम कंगाल हो जायेंगे क्यूंकि सारा पैसा तो हमने लैपटॉप वितरण और सैफई महोत्सव में लगा दिया है। ज्यादा क्या कहें हजूर हाई कोर्ट के अत्याचार से हम सभी इतने डरे हुए हैं की हमारे एक मानस पुत्र कपिलदेव ने यहाँ केविएट में 150 लोगों को याची बनाया हुआ है ताकि अगर जुर्माना लगे तो उसे अकेले ना भुगतना पड़े बल्कि सभी 150 लोगों में बराबर-बराबर बंटे।
पहली बात sc मे सुनवाई तो तब होगी जब सरकार की SLP एक्टिव होगी । दूसरी बात 72825 पदों पर
ReplyDeleteभर्ती चुनावी अधिसूचना से प्रभावित नही होगी । भर्ती 31 मार्च तक हर हालत मे पूरी होगी चाहे sc मे slp खारिज
होने के बाद हो या अवमानना होने पर । सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सरकार को और उसके सचिवों को है
क्योंकि अवमानना होने पर जेल उन्हे ही जाना पड़ेगा । 20 फरवरी तक भर्ती या तो शुरू होगी या अगले सप्ताह सचिव
को गैर जमानती वारंट जारी होगा .
पहली बात sc मे सुनवाई तो तब होगी जब सरकार की SLP एक्टिव होगी । दूसरी बात 72825 पदों पर
ReplyDeleteभर्ती चुनावी अधिसूचना से प्रभावित नही होगी । भर्ती 31 मार्च तक हर हालत मे पूरी होगी चाहे sc मे slp खारिज
होने के बाद हो या अवमानना होने पर । सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सरकार को और उसके सचिवों को है
क्योंकि अवमानना होने पर जेल उन्हे ही जाना पड़ेगा । 20 फरवरी तक भर्ती या तो शुरू होगी या अगले सप्ताह सचिव
को गैर जमानती वारंट जारी होगा .
पहली बात sc मे सुनवाई तो तब होगी जब सरकार की SLP एक्टिव होगी । दूसरी बात 72825 पदों पर
ReplyDeleteभर्ती चुनावी अधिसूचना से प्रभावित नही होगी । भर्ती 31 मार्च तक हर हालत मे पूरी होगी चाहे sc मे slp खारिज
होने के बाद हो या अवमानना होने पर । सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सरकार को और उसके सचिवों को है
क्योंकि अवमानना होने पर जेल उन्हे ही जाना पड़ेगा । 20 फरवरी तक भर्ती या तो शुरू होगी या अगले सप्ताह सचिव
को गैर जमानती वारंट जारी होगा .
पहली बात sc मे सुनवाई तो तब होगी जब सरकार की SLP एक्टिव होगी । दूसरी बात 72825 पदों पर
ReplyDeleteभर्ती चुनावी अधिसूचना से प्रभावित नही होगी । भर्ती 31 मार्च तक हर हालत मे पूरी होगी चाहे sc मे slp खारिज
होने के बाद हो या अवमानना होने पर । सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सरकार को और उसके सचिवों को है
क्योंकि अवमानना होने पर जेल उन्हे ही जाना पड़ेगा । 20 फरवरी तक भर्ती या तो शुरू होगी या अगले सप्ताह सचिव
को गैर जमानती वारंट जारी होगा .
पहली बात sc मे सुनवाई तो तब होगी जब सरकार की SLP एक्टिव होगी । दूसरी बात 72825 पदों पर
ReplyDeleteभर्ती चुनावी अधिसूचना से प्रभावित नही होगी । भर्ती 31 मार्च तक हर हालत मे पूरी होगी चाहे sc मे slp खारिज
होने के बाद हो या अवमानना होने पर । सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सरकार को और उसके सचिवों को है
क्योंकि अवमानना होने पर जेल उन्हे ही जाना पड़ेगा । 20 फरवरी तक भर्ती या तो शुरू होगी या अगले सप्ताह सचिव
को गैर जमानती वारंट जारी होगा .
Rajshthan me ab sirf TET MERIT se hi hogi bharti .. sidhe.
ReplyDeleteUP GOV. ko SC me jhatka lagna 10000 % tay ...
SC se 72825 par faisla TET MERIT ke favour me dikha .
Gov sirf apne HC dwara radd kiye sansodhan ko bachane ki hi firak me hai ..
friends kanoon ki bahut baarikiya toh nahi pata ,lekin iss Govt k shikshak bharti k jo maap dand h,woh nissandeh vivaad ka vishay h.jaise ki naye add mein -ARTS ,SCIENCE,MALE FEMALE,AGRICULTURE... sab ki all over merit banana etc........aur bhi bahut se the jise HC ne khatm kiya.ab in sabse hat jao toh shiksha mitro ko kiya gaya vaada jo inhone apne ghoshna patr mein kiya .......... kal ko ye vaada kar de ki hum har 80% se above ko IAS bana denge toh uske samayojan mein naye naye tarike dhoodenge inki inhi nitiyo par lagaam lagane k liye jo sangharsh ho rah h wah sahi h.ye kewal inke liye hi nahi har govt koi b ho sab k liy sabak hoga ki sarkari niyuktiyo k maap dand k saath manmaani nahi ho sakti.iss govt k liye kanoon shabd ka kya matlab h sabko pata h ab toh ye hc aur sc ko b kuch nahi samajhte ,matlab ye naye yug k raja jo bolenge sahi ho galat bass paalan karo .
ReplyDeleteनिरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही'
ReplyDeleteएक बार कुछ मजदूर विधान सभा के बाहर गड्ढा खोद रहे थे अचानक मुख्य सचिव उधर से गुजरे और गड्ढा खुदवा रहे ठेकेदार से पूछा कि ये सब क्या हो रहा है? ये गड्ढा यहाँ क्यों खोद रहे हो और किसके आदेश पर ऐसा हो रहा है? ठेकेदार बोला-" भाई मैं तो ठेकेदार हूँ, जो मुझे पैसा देगा उसका काम करूँगा, मुझे सपा सरकार की कब्र खोदने का ठेका मिला है कोई टेटवीर के नाम से एक भाई हैं जिन्होंने ये ठेका मुझे दिया है"। मुख्य सचिव बोले कि- " वो सब तो ठीक है लेकिन ये काम तत्काल रोक दो (क्यूंकि ठेके में मेरा कमीशन मुझे अभी नही मिला है) वैसे कितने रूपए का ठेका है यह"? ठेकेदार ने कहा-" महोदय ये ठेका 72825+29334 रूपए का है, आप बताइए काम जारी रखूं या बंद कर दूँ? वैसे भी ये काफी लम्बा काम है और इसमें 30-40 दिन लगेंगे"। मुख्य सचिव महाशय इन संखाओं को सुनकर भयभीत हो उठे और बोले- "जरा जल्दी जल्दी हाथ चलवाओ भाई तुम्हारा काम समय पर पूरा नहीं हो पायेगा क्यूंकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं, आदेश आते ही इन कब्रों की जरुरत पड़ेगी"।
निरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही'
ReplyDeleteएक बार कुछ मजदूर विधान सभा के बाहर गड्ढा खोद रहे थे अचानक मुख्य सचिव उधर से गुजरे और गड्ढा खुदवा रहे ठेकेदार से पूछा कि ये सब क्या हो रहा है? ये गड्ढा यहाँ क्यों खोद रहे हो और किसके आदेश पर ऐसा हो रहा है? ठेकेदार बोला-" भाई मैं तो ठेकेदार हूँ, जो मुझे पैसा देगा उसका काम करूँगा, मुझे सपा सरकार की कब्र खोदने का ठेका मिला है कोई टेटवीर के नाम से एक भाई हैं जिन्होंने ये ठेका मुझे दिया है"। मुख्य सचिव बोले कि- " वो सब तो ठीक है लेकिन ये काम तत्काल रोक दो (क्यूंकि ठेके में मेरा कमीशन मुझे अभी नही मिला है) वैसे कितने रूपए का ठेका है यह"? ठेकेदार ने कहा-" महोदय ये ठेका 72825+29334 रूपए का है, आप बताइए काम जारी रखूं या बंद कर दूँ? वैसे भी ये काफी लम्बा काम है और इसमें 30-40 दिन लगेंगे"। मुख्य सचिव महाशय इन संखाओं को सुनकर भयभीत हो उठे और बोले- "जरा जल्दी जल्दी हाथ चलवाओ भाई तुम्हारा काम समय पर पूरा नहीं हो पायेगा क्यूंकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं, आदेश आते ही इन कब्रों की जरुरत पड़ेगी"।
हाईकोर्ट के आदेश का असर सभी शिक्षक भर्तियों पर :
ReplyDeleteजनवरी के दूसरे हफ्ते में होगी सुनवाई ,
लखनऊ | ,,,,,,,,,,,,,,, सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 10 हजार
सहायक अध्यापकों के पदों के लिए अक्टूबर से नवंबर के पहले
हफ्ते तक आवेदन लिए गए थे । लेकिन हाईकोर्ट ने अपने एक
फैसले में अध्यापक सेवा नियमावली का 15वां संशोधन रद्द कर
दिया । लिहाजा राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष
अनुज्ञा याचिका दायर की है । इसकी सुनवाई जनवरी के दूसरे
हफ्ते में संभावित है । इसी लिहाज से काउन्सलिंग का कार्यक्रम
प्रस्तावित किया गया है कि तब तक शायद कोई फैसला आ जाए
।
हाईकोर्ट के आदेश का असर सभी भर्तियों पर :- 72,825
प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्तियों के संबंध में हाईकोर्ट ने जिस
संशोधन को रद्द कर दिया है उसका प्रभाव सभी भर्तियों पर
पड़ेगा । 29,334 जूनियर स्कूलों में गणित व विज्ञान के
सहायक अध्यापकों की काउन्सलिंग शुरू ही नहीं हो पाई
वहीँ उर्दू शिक्षकों के 4280 पदों पर काउन्सलिंग होने के बाद
भी नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए हैं ।
हाईकोर्ट के आदेश का असर सभी शिक्षक भर्तियों पर :
ReplyDeleteजनवरी के दूसरे हफ्ते में होगी सुनवाई ,
लखनऊ | ,,,,,,,,,,,,,,, सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 10 हजार
सहायक अध्यापकों के पदों के लिए अक्टूबर से नवंबर के पहले
हफ्ते तक आवेदन लिए गए थे । लेकिन हाईकोर्ट ने अपने एक
फैसले में अध्यापक सेवा नियमावली का 15वां संशोधन रद्द कर
दिया । लिहाजा राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष
अनुज्ञा याचिका दायर की है । इसकी सुनवाई जनवरी के दूसरे
हफ्ते में संभावित है । इसी लिहाज से काउन्सलिंग का कार्यक्रम
प्रस्तावित किया गया है कि तब तक शायद कोई फैसला आ जाए
।
हाईकोर्ट के आदेश का असर सभी भर्तियों पर :- 72,825
प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्तियों के संबंध में हाईकोर्ट ने जिस
संशोधन को रद्द कर दिया है उसका प्रभाव सभी भर्तियों पर
पड़ेगा । 29,334 जूनियर स्कूलों में गणित व विज्ञान के
सहायक अध्यापकों की काउन्सलिंग शुरू ही नहीं हो पाई
वहीँ उर्दू शिक्षकों के 4280 पदों पर काउन्सलिंग होने के बाद
भी नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए हैं ।
हाईकोर्ट के आदेश का असर सभी शिक्षक भर्तियों पर :
ReplyDeleteजनवरी के दूसरे हफ्ते में होगी सुनवाई ,
लखनऊ | ,,,,,,,,,,,,,,, सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 10 हजार सहायक अध्यापकों के पदों के लिए अक्टूबर से नवंबर के पहले हफ्ते तक आवेदन लिए गए थे । लेकिन हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में अध्यापक सेवा नियमावली का 15वां संशोधन रद्द कर दिया । लिहाजा राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुज्ञा याचिका दायर की है । इसकी सुनवाई जनवरी के दूसरे हफ्ते में संभावित है । इसी लिहाज से काउन्सलिंग का कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है कि तब तक शायद कोई फैसला आ जाए ।
हाईकोर्ट के आदेश का असर सभी भर्तियों पर :- 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्तियों के संबंध में हाईकोर्ट ने जिस संशोधन को रद्द कर दिया है उसका प्रभाव सभी भर्तियों पर पड़ेगा । 29,334 जूनियर स्कूलों में गणित व विज्ञान के सहायक अध्यापकों की काउन्सलिंग शुरू ही नहीं हो पाई वहीँ उर्दू शिक्षकों के 4280 पदों पर काउन्सलिंग होने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए हैं ।
एक शराबी झूमता हुआ घर की ओर जा रहा था कि अचानक रुक गया। उसके पीछे-पीछे दो लड़कियां किसी बात पर आपस में झगड़ते हुए चल रहीं थीं।
ReplyDeleteएक लड़की – “भगवान करे तेरी शादी इस शराबी से हो जाए … ”
दूसरी लड़की – “नहीं, भगवान करे तेरी हो जाये … ”
.
.
.
.
.
.
.
.
.
शराबी - “मैं रुकूं …. या जाऊं ?
चोर भी चोरी करने के नए-नए तरीके इजाद करने लगे हैं। इस बार चोरों ने पेन ड्राइव लगा कर एटीएम लूट लिया।
ReplyDeleteशोधकर्ताओं ने इस बात का पता लगा लिया है कि पिछले साल की शुरुआत में साइबर चोरों ने किस तरह से एक एटीएम मशीन में 'मालवेयर' डालकर उसे ख़राब करने की कोशिश की थी।
लुटेरों ने एटीएम मशीन की नक़दी पर हाथ साफ़ करने के लिए उसमें छेद कर दिया था ताकि वे एक पेन ड्राइव लगा कर उसमें अपना कोड डाल सकें। ये एटीएम किसी यूरोपीय बैंक का था लेकिन उसका नाम उजागर नहीं किया गया।
जर्मनी के हैमबर्ग शहर में हैकिंग पर एक कॉन्फ्रेंस में साइबर चोरी की इस घटना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
अपराध की इस घटना का एक दिलचस्प पहलू ये भी था कि चोरों को एक दूसरे पर शायद भरोसा नहीं था।
एटीएम लूट की इस घटना का अध्ययन करने वाले दो शोधकर्ताओं ने अपना नाम ज़ाहिर नहीं करने की गुज़ारिश की है।
सुरक्षा इंतज़ाम
लूट का पता जुलाई में उस वक़्त चला जब बैंकों ने पाया कि उसकी कई एटीएम मशीनें ख़ाली हो रही हैं। हालांकि भीतर रखी नक़दी के सुरक्षा इंतज़ाम किए गए थे।
जब बैंकों ने एटीएम मशीनों की निगरानी बढ़ा दी तो पाया गया कि अपराधी इन मशीनों को तोड़ कर उनमें पेन ड्राइव डाल दिया करते थे।
लुटेरों को जब एक बार ये एहसास हो जाता था कि मालवेयर एटीएम मशीनों में अपना काम कर चुके हैं तो वे उन सुराख़ों को फिर से भर देते थे।
इससे लुटेरों को इस बात की सहूलियत मिल जाती थी कि वे एक ही मशीन को हैकिंग का सुराग़ दिए बग़ैर कई बार अपना निशाना बना सकें।
साइबर चोरों ने लूट को अंज़ाम देने के लिए जिन चार मशीनों में मालवेयर डाले थे, उनकी जाँच करने पर शोधकर्ताओं ने पाया कि डिसप्ले पर मौजूद नोटों का पूरा ब्यौरा देखा जा सकता था।
बैंक एटीएम मशीन
इतना ही नहीं बल्कि एटीएम स्क्रीन पर मेन्यू ऑप्शंस में इसका भी विकल्प मौजूद था कि वे किस तरह से मशीन के भीतर की नक़दी को निकाल सकते हैं।
प्रोग्रामिंग
शोधकर्ताओं का कहना है कि प्रोग्रामिंग में की गई छेड़-छाड़ से साइबर चोरों को इस बात की सुविधा मिल जाती थी कि वे ऊँचे मूल्य वाले नोट एटीएम से निकाल सकें ताकि उन्हें लूट में कम वक़्त ज़ाया करना पड़े।
लेकिन जाँच के दौरान शोधकर्ताओं को इस बात के भी संकेत मिले हैं कि गिरोह के सरगना को इस बात का अंदेशा था कि उसके लोग पेन ड्राइव लेकर कहीं लूट के लिए अकेले न चले जाएँ।
इस ख़तरे को दूर करने के लिए सॉफ़्टवेयर में इस तरह के सुरक्षा इंतजाम किए गए थे कि चोर को एक अन्य कोड डालने की ज़रूरत पड़ती थी तभी मशीन से नकदी बाहर निकल सकती थी।
दूसरे कोड के लिए गिरोह के एक सदस्य को दूसरे साथी को फ़ोन करना पड़ता था। अगर एटीएम के पास मौजूद चोर के पास दूसरा कोड नहीं आ पाता तो मशीन तीन मिनट के बाद पहले जैसी अवस्था में आ जाती थी।
शोधकर्ताओं का कहना है कि चोरों को एटीएम मशीन को निशाना बनाने की गहरी समझ थी और उन्होंने ऐसा मालवेयर या नुकसान पहुँचाने वाला सॉफ़्टवेयर बनाया था जिसकी पहचान कर पाना ख़ासा मुश्किल काम था।
चोर भी चोरी करने के नए-नए तरीके इजाद करने लगे हैं। इस बार चोरों ने पेन ड्राइव लगा कर एटीएम लूट लिया।
ReplyDeleteशोधकर्ताओं ने इस बात का पता लगा लिया है कि पिछले साल की शुरुआत में साइबर चोरों ने किस तरह से एक एटीएम मशीन में 'मालवेयर' डालकर उसे ख़राब करने की कोशिश की थी।
लुटेरों ने एटीएम मशीन की नक़दी पर हाथ साफ़ करने के लिए उसमें छेद कर दिया था ताकि वे एक पेन ड्राइव लगा कर उसमें अपना कोड डाल सकें। ये एटीएम किसी यूरोपीय बैंक का था लेकिन उसका नाम उजागर नहीं किया गया।
जर्मनी के हैमबर्ग शहर में हैकिंग पर एक कॉन्फ्रेंस में साइबर चोरी की इस घटना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
अपराध की इस घटना का एक दिलचस्प पहलू ये भी था कि चोरों को एक दूसरे पर शायद भरोसा नहीं था।
एटीएम लूट की इस घटना का अध्ययन करने वाले दो शोधकर्ताओं ने अपना नाम ज़ाहिर नहीं करने की गुज़ारिश की है।
सुरक्षा इंतज़ाम
लूट का पता जुलाई में उस वक़्त चला जब बैंकों ने पाया कि उसकी कई एटीएम मशीनें ख़ाली हो रही हैं। हालांकि भीतर रखी नक़दी के सुरक्षा इंतज़ाम किए गए थे।
जब बैंकों ने एटीएम मशीनों की निगरानी बढ़ा दी तो पाया गया कि अपराधी इन मशीनों को तोड़ कर उनमें पेन ड्राइव डाल दिया करते थे।
लुटेरों को जब एक बार ये एहसास हो जाता था कि मालवेयर एटीएम मशीनों में अपना काम कर चुके हैं तो वे उन सुराख़ों को फिर से भर देते थे।
इससे लुटेरों को इस बात की सहूलियत मिल जाती थी कि वे एक ही मशीन को हैकिंग का सुराग़ दिए बग़ैर कई बार अपना निशाना बना सकें।
साइबर चोरों ने लूट को अंज़ाम देने के लिए जिन चार मशीनों में मालवेयर डाले थे, उनकी जाँच करने पर शोधकर्ताओं ने पाया कि डिसप्ले पर मौजूद नोटों का पूरा ब्यौरा देखा जा सकता था।
बैंक एटीएम मशीन
इतना ही नहीं बल्कि एटीएम स्क्रीन पर मेन्यू ऑप्शंस में इसका भी विकल्प मौजूद था कि वे किस तरह से मशीन के भीतर की नक़दी को निकाल सकते हैं।
प्रोग्रामिंग
शोधकर्ताओं का कहना है कि प्रोग्रामिंग में की गई छेड़-छाड़ से साइबर चोरों को इस बात की सुविधा मिल जाती थी कि वे ऊँचे मूल्य वाले नोट एटीएम से निकाल सकें ताकि उन्हें लूट में कम वक़्त ज़ाया करना पड़े।
लेकिन जाँच के दौरान शोधकर्ताओं को इस बात के भी संकेत मिले हैं कि गिरोह के सरगना को इस बात का अंदेशा था कि उसके लोग पेन ड्राइव लेकर कहीं लूट के लिए अकेले न चले जाएँ।
इस ख़तरे को दूर करने के लिए सॉफ़्टवेयर में इस तरह के सुरक्षा इंतजाम किए गए थे कि चोर को एक अन्य कोड डालने की ज़रूरत पड़ती थी तभी मशीन से नकदी बाहर निकल सकती थी।
दूसरे कोड के लिए गिरोह के एक सदस्य को दूसरे साथी को फ़ोन करना पड़ता था। अगर एटीएम के पास मौजूद चोर के पास दूसरा कोड नहीं आ पाता तो मशीन तीन मिनट के बाद पहले जैसी अवस्था में आ जाती थी।
शोधकर्ताओं का कहना है कि चोरों को एटीएम मशीन को निशाना बनाने की गहरी समझ थी और उन्होंने ऐसा मालवेयर या नुकसान पहुँचाने वाला सॉफ़्टवेयर बनाया था जिसकी पहचान कर पाना ख़ासा मुश्किल काम था।
एक अकेडमिक वीर मोटरसाइकिल पर बैठे बड़ी तेजी से कहीं चले जा रहे थे की अचानक उन्हें सड़क पर कुछ दिखा। उन्होंने तुरंत ब्रेक लगाया और मोटरसाइकिल को वहीँ स्टैंड पर लगाकर दौड़ते हुए वापस उस जगह पर आये जहाँ उन्होंने 'कुछ' देखा था। कुछ ही दूरी पर उन्हें वह दिखाई भी पड़ गया। अकेडमिक वीर महोदय पूरी फुर्ती से उसकी तरफ
ReplyDeleteबढ़े और उसे उठाने के लिए झुके, फिर ना जाने क्या हुआ कुछ बड़बड़ाते हुए पीछे हट गए। अपनी मोटरसाइकिल की ओर बढ़ते समय निरहुआ ने उनकी बड़बड़ाहट सुनी, महोदय कह रहे थे-" कमीने, साला थूकते भी 'अठन्नी' की तरह हैं"।
Nice
Deleteशुभ प्रभात मित्रों, सभी साथियों को निरहुआ का प्रणाम। जब 72825 वाली भर्ती टेट मेरिट से हो गई तो सारे अकेडमिक वालों ने अपना दूसरा रोजगार देखना शुरू किया और इसी क्रम में निरहुआ का एक विरोधी भाई 'सुविधा शुल्क' की कृपा से ट्रेफिक पुलिस में भर्ती हो गया। एक दिन निरहुआ अपनी कार पर कहीं जा रहा था कि उसी अकेडमिक वीर ट्रेफिक पुलिस वाले भाई ने उसे रोका और जबरजस्ती overspeeding का चालान काटने लगा (अरे भाई निरहुआ तो सही स्पीड में चला रहा था लेकिन ये महाशय तो पुरानी खुन्नस निकालने पर तुले थे। निरहुआ के लाख समझाने पर भी वह महोदय अपनी जिद पर अड़े रहे। तब निरहुआ ने सोचा की इसे बिना सबक सिखाये बात नहीं बनेगी) निरहुआ:- वो क्या है कि हवलदार साहब आज मैं ड्राइविंग लाइसेंस लाना भूल गया हूँ। अकेडमिक वीर (ट्रेफिक पुलिस):- अच्छा, तब तो जुर्म दुगना हो गया एक तो लाइसेंस नहीं है ऊपर से गाड़ी तूफ़ान की तरह चला रहे हो। निरहुआ:- वो क्या है सर, आप तो जानते ही हैं की मेरे पास गाडी खरीदने के पैसे कहाँ से आएंगे ? मैंने ये गाड़ी चोर बाज़ार से खरीदी है इसलिए इसके कागजात नहीं हैं न, ऊपर से दारू पीने अड्डे पर गया था वहाँ किसी से झगड़ा हो गया और गलती से वो मेरे हाथों मारा गया। उसकी लाश अभी गाड़ी की डिक्की में ही है। पुलिस से बचने के लिए ही मैं तेज चला रहा था कि किसी तरह जल्दी लाश ठिकाने लगा सकूँ। भाई अब आप ही मेरी मदद करो प्लीज। (अकेडमिक वीर ट्रेफिक पुलिस महोदय हक्का-बक्का रह गया, उसने सोचा की अनजाने में ही उसने बहुत बड़ा अपराधी पकड़ लिया है। उसकी आँखों में पुलिस मैडल और प्रमोशन के सपने तैरने लगे। तत्काल उन महोदय ने वायरलेस पर अपने उच्च अधिकारीयों को सूचित किया साथ ही अपनी पब्लिसिटी करवाने के लिए मीडिया को भी फोन कर दिया की एक आदमी दारू के नशे में तेज ड्राइविंग करता हुआ पकड़ा गया है,गाड़ी की डिक्की में लाश है और गाड़ी भी चोरी की है साथ ही गाड़ी के कागजात एवं ड्राइविंग लाइसेंस नदारद है। भनक लगते ही पुलिस के उच्च अधिकारी और मीडिया वहाँ पहुँच गए और निरहुआ को चारों तरफ से घेर लिया गया।) पुलिस का एक अधिकारी:- चलो गाड़ी से नीचे उतरो और गाड़ी के कागजात एवं अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाओ। (निरहुआ ने गाड़ी के सभी कागजात और अपना ड्राइविंग लाइसेस निकालकर उस अधिकारी के सामने प्रस्तुत कर दिए। अब ट्रेफिक पुलिस हलकान हुआ।) अधिकारी:- ठीक है, चलो गाड़ी की डिक्की खोलो। (निरहुआ ने तुरंत गाडी की डिक्की भी खोल दी, उसमे कुछ भी ना पाकर अधिकारी सकपकाया की अब वह मीडिया को क्या जवाब देगा? उस अधिकारी ने खा जाने वाली नजरों से घूर कर उन अकेडमिक वीर पुलिस भाई की तरफ देखा और अपना आखिरी तीर छोड़ा-) अधिकारी:- मेरा ट्रेफिक सिपाही तो कह रहा था की तुम्हारी गाड़ी की डि लाश है और गाड़ी चोरी की है कागजात वगैरह नदारद हैं.... निरहुआ:- अरे जनाब इसका क्या है ये तो यह भी कह रहा होगा की मैंने शराब पी रखी है या मैं गाड़ी overspeed में चला रहा था। मैं इसे अच्छी तरह से जानता हूँ ये ऐसे ही झूठी अफवाहें फैलाता रहता है, पहले भी टेट वालों के खिलाफ ऐसे ही झूठी ख़बरें फैलाता था अब यहाँ भी शुरू हो गया है। ( निरहुआ से पंगा लेने पर अपने आपको कोसता हुआ अकेडमिक वीर बेहोश हो गया, प्रमोशन तो दूर उसे उल्टा ससपेंड होना पड़ा)
ReplyDeleteUptet.Ml News Box
शुभ प्रभात मित्रों, सभी साथियों को निरहुआ का प्रणाम। जब 72825 वाली भर्ती टेट मेरिट से हो गई तो सारे अकेडमिक वालों ने अपना दूसरा रोजगार देखना शुरू किया और इसी क्रम में निरहुआ का एक विरोधी भाई 'सुविधा शुल्क' की कृपा से ट्रेफिक पुलिस में भर्ती हो गया। एक दिन निरहुआ अपनी कार पर कहीं जा रहा था कि उसी अकेडमिक वीर ट्रेफिक पुलिस वाले भाई ने उसे रोका और जबरजस्ती overspeeding का चालान काटने लगा (अरे भाई निरहुआ तो सही स्पीड में चला रहा था लेकिन ये महाशय तो पुरानी खुन्नस निकालने पर तुले थे। निरहुआ के लाख समझाने पर भी वह महोदय अपनी जिद पर अड़े रहे। तब निरहुआ ने सोचा की इसे बिना सबक सिखाये बात नहीं बनेगी) निरहुआ:- वो क्या है कि हवलदार साहब आज मैं ड्राइविंग लाइसेंस लाना भूल गया हूँ। अकेडमिक वीर (ट्रेफिक पुलिस):- अच्छा, तब तो जुर्म दुगना हो गया एक तो लाइसेंस नहीं है ऊपर से गाड़ी तूफ़ान की तरह चला रहे हो। निरहुआ:- वो क्या है सर, आप तो जानते ही हैं की मेरे पास गाडी खरीदने के पैसे कहाँ से आएंगे ? मैंने ये गाड़ी चोर बाज़ार से खरीदी है इसलिए इसके कागजात नहीं हैं न, ऊपर से दारू पीने अड्डे पर गया था वहाँ किसी से झगड़ा हो गया और गलती से वो मेरे हाथों मारा गया। उसकी लाश अभी गाड़ी की डिक्की में ही है। पुलिस से बचने के लिए ही मैं तेज चला रहा था कि किसी तरह जल्दी लाश ठिकाने लगा सकूँ। भाई अब आप ही मेरी मदद करो प्लीज। (अकेडमिक वीर ट्रेफिक पुलिस महोदय हक्का-बक्का रह गया, उसने सोचा की अनजाने में ही उसने बहुत बड़ा अपराधी पकड़ लिया है। उसकी आँखों में पुलिस मैडल और प्रमोशन के सपने तैरने लगे। तत्काल उन महोदय ने वायरलेस पर अपने उच्च अधिकारीयों को सूचित किया साथ ही अपनी पब्लिसिटी करवाने के लिए मीडिया को भी फोन कर दिया की एक आदमी दारू के नशे में तेज ड्राइविंग करता हुआ पकड़ा गया है,गाड़ी की डिक्की में लाश है और गाड़ी भी चोरी की है साथ ही गाड़ी के कागजात एवं ड्राइविंग लाइसेंस नदारद है। भनक लगते ही पुलिस के उच्च अधिकारी और मीडिया वहाँ पहुँच गए और निरहुआ को चारों तरफ से घेर लिया गया।) पुलिस का एक अधिकारी:- चलो गाड़ी से नीचे उतरो और गाड़ी के कागजात एवं अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाओ। (निरहुआ ने गाड़ी के सभी कागजात और अपना ड्राइविंग लाइसेस निकालकर उस अधिकारी के सामने प्रस्तुत कर दिए। अब ट्रेफिक पुलिस हलकान हुआ।) अधिकारी:- ठीक है, चलो गाड़ी की डिक्की खोलो। (निरहुआ ने तुरंत गाडी की डिक्की भी खोल दी, उसमे कुछ भी ना पाकर अधिकारी सकपकाया की अब वह मीडिया को क्या जवाब देगा? उस अधिकारी ने खा जाने वाली नजरों से घूर कर उन अकेडमिक वीर पुलिस भाई की तरफ देखा और अपना आखिरी तीर छोड़ा-) अधिकारी:- मेरा ट्रेफिक सिपाही तो कह रहा था की तुम्हारी गाड़ी की डि लाश है और गाड़ी चोरी की है कागजात वगैरह नदारद हैं.... निरहुआ:- अरे जनाब इसका क्या है ये तो यह भी कह रहा होगा की मैंने शराब पी रखी है या मैं गाड़ी overspeed में चला रहा था। मैं इसे अच्छी तरह से जानता हूँ ये ऐसे ही झूठी अफवाहें फैलाता रहता है, पहले भी टेट वालों के खिलाफ ऐसे ही झूठी ख़बरें फैलाता था अब यहाँ भी शुरू हो गया है। ( निरहुआ से पंगा लेने पर अपने आपको कोसता हुआ अकेडमिक वीर बेहोश हो गया, प्रमोशन तो दूर उसे उल्टा ससपेंड होना पड़ा)
ReplyDeleteUptet.Ml News Box
शुभ प्रभात मित्रों, सभी साथियों को निरहुआ का प्रणाम। जब 72825 वाली भर्ती टेट मेरिट से हो गई तो सारे अकेडमिक वालों ने अपना दूसरा रोजगार देखना शुरू किया और इसी क्रम में निरहुआ का एक विरोधी भाई 'सुविधा शुल्क' की कृपा से ट्रेफिक पुलिस में भर्ती हो गया। एक दिन निरहुआ अपनी कार पर कहीं जा रहा था कि उसी अकेडमिक वीर ट्रेफिक पुलिस वाले भाई ने उसे रोका और जबरजस्ती overspeeding का चालान काटने लगा (अरे भाई निरहुआ तो सही स्पीड में चला रहा था लेकिन ये महाशय तो पुरानी खुन्नस निकालने पर तुले थे। निरहुआ के लाख समझाने पर भी वह महोदय अपनी जिद पर अड़े रहे। तब निरहुआ ने सोचा की इसे बिना सबक सिखाये बात नहीं बनेगी) निरहुआ:- वो क्या है कि हवलदार साहब आज मैं ड्राइविंग लाइसेंस लाना भूल गया हूँ। अकेडमिक वीर (ट्रेफिक पुलिस):- अच्छा, तब तो जुर्म दुगना हो गया एक तो लाइसेंस नहीं है ऊपर से गाड़ी तूफ़ान की तरह चला रहे हो। निरहुआ:- वो क्या है सर, आप तो जानते ही हैं की मेरे पास गाडी खरीदने के पैसे कहाँ से आएंगे ? मैंने ये गाड़ी चोर बाज़ार से खरीदी है इसलिए इसके कागजात नहीं हैं न, ऊपर से दारू पीने अड्डे पर गया था वहाँ किसी से झगड़ा हो गया और गलती से वो मेरे हाथों मारा गया। उसकी लाश अभी गाड़ी की डिक्की में ही है। पुलिस से बचने के लिए ही मैं तेज चला रहा था कि किसी तरह जल्दी लाश ठिकाने लगा सकूँ। भाई अब आप ही मेरी मदद करो प्लीज। (अकेडमिक वीर ट्रेफिक पुलिस महोदय हक्का-बक्का रह गया, उसने सोचा की अनजाने में ही उसने बहुत बड़ा अपराधी पकड़ लिया है। उसकी आँखों में पुलिस मैडल और प्रमोशन के सपने तैरने लगे। तत्काल उन महोदय ने वायरलेस पर अपने उच्च अधिकारीयों को सूचित किया साथ ही अपनी पब्लिसिटी करवाने के लिए मीडिया को भी फोन कर दिया की एक आदमी दारू के नशे में तेज ड्राइविंग करता हुआ पकड़ा गया है,गाड़ी की डिक्की में लाश है और गाड़ी भी चोरी की है साथ ही गाड़ी के कागजात एवं ड्राइविंग लाइसेंस नदारद है। भनक लगते ही पुलिस के उच्च अधिकारी और मीडिया वहाँ पहुँच गए और निरहुआ को चारों तरफ से घेर लिया गया।) पुलिस का एक अधिकारी:- चलो गाड़ी से नीचे उतरो और गाड़ी के कागजात एवं अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाओ। (निरहुआ ने गाड़ी के सभी कागजात और अपना ड्राइविंग लाइसेस निकालकर उस अधिकारी के सामने प्रस्तुत कर दिए। अब ट्रेफिक पुलिस हलकान हुआ।) अधिकारी:- ठीक है, चलो गाड़ी की डिक्की खोलो। (निरहुआ ने तुरंत गाडी की डिक्की भी खोल दी, उसमे कुछ भी ना पाकर अधिकारी सकपकाया की अब वह मीडिया को क्या जवाब देगा? उस अधिकारी ने खा जाने वाली नजरों से घूर कर उन अकेडमिक वीर पुलिस भाई की तरफ देखा और अपना आखिरी तीर छोड़ा-) अधिकारी:- मेरा ट्रेफिक सिपाही तो कह रहा था की तुम्हारी गाड़ी की डि लाश है और गाड़ी चोरी की है कागजात वगैरह नदारद हैं.... निरहुआ:- अरे जनाब इसका क्या है ये तो यह भी कह रहा होगा की मैंने शराब पी रखी है या मैं गाड़ी overspeed में चला रहा था। मैं इसे अच्छी तरह से जानता हूँ ये ऐसे ही झूठी अफवाहें फैलाता रहता है, पहले भी टेट वालों के खिलाफ ऐसे ही झूठी ख़बरें फैलाता था अब यहाँ भी शुरू हो गया है। ( निरहुआ से पंगा लेने पर अपने आपको कोसता हुआ अकेडमिक वीर बेहोश हो गया, प्रमोशन तो दूर उसे उल्टा ससपेंड होना पड़ा)
ReplyDeleteUptet.Ml News Box
YE GOV NA TO ACCD K 7 H OR NA HI TET MERIT K 7 YE TO B.ed walo ki dusman h,agar ye hmare 7 hoti to slp final ker deti per jan ker time nikalna chahti h fir B.ed walo k ly koi gunjais hi ni bachegi aap kud hi socho mana prt per mamla ulja h to fir junior or tgt/pgt 2011 q rok rki h jbki urdu or B.T.C WALO KI BHARTI PER BHARTI KER RHI ,OR SIKSHMITRO K SMAYOJAN KI TEYARI KER RI H JWAB AAPKE PAS ABI AACAR SANHITA NI LGI H ABI TIME H HUM SB B.ed walo ko 1 hoker sarkar se slp k defect dor karne or prt ki or post nikalne per force karna chahye prt me 3 lakh se b jyada post kali h wo chahe to old add or new add dono k anusar bhart ker k baki post per sikshmitro ka smayojan ker sakti h bus yhi 1 tarika h jise tet or accd dono group ko satisfy kia ja sakta qki 31march 2014 k bad kuch ni hone wala isly aapas k vivad ko bhool ker hme dimag se kam karte hue apne targer per pahuchana h,PLJ MERI AAP SBI TET PASS B.ed WALO SE GUJARIS H KI AAP LOG SARE MANMUTAV BHULA KER EK HO JAIYE SBI KA MAKSAD 1 H BHALE HI RASTE ALAG HO PER MANJIL TO 1 H ,AAP YE MAT BHULYE KI ANGREJO KO BHARAT SE BAHER KARNE K LY HUM SAB KO 1 JUT HONA PDA TA TBI HUM AJAD HO PAYE OR AGER HUM B.ed walo ko job leni h is gamandi sarkar se to accd or tet walo ko 1 hona padega isime sabka hit h plj meri bat ko ganbirta se lijye time bahut kam h or ladai katin h
ReplyDeleteप्रेरणा तिवारी मैं आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूँ कि हम सभी को सिर्फ भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। लेकिन एक बहुत बड़ा सच और है, जिसे आपको स्वीकार करना ही होगा और वह यह कि टैट मेरिट से भर्ती की चाह रखने वाले लोग इस भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण होने ही नहीं देना चाहते हैं। मानता हूँ कि जब प्रारम्भ में भर्ती का विज्ञापन आया था तो टैट मेरिट से भर्ती होनी थी, लेकिन ये भी एक सच है कि लाखों रुपयों का खेल हुआ पास होने के लिए और नम्बर बड़वाने के लिए। जिस कारण सरकार ने भर्ती प्रक्रिया के नियम बदल दिए। अब जो हालात हैं उन्हें देखकर यही कहा जा सकता है कि ये भर्ती अब नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट में भले ही सरकार ने एसएलपी दाखिल की है, लेकिन वह मात्र एक दिखावा है समय निकालने का। कुछ समय बाद आचार संहिता लागू हो जायेगी और भर्ती का भर्ता बन जायेगा। जब सरकार ऐकेडमिक से भर्ती कर रही थी, तभी ये भर्ती हो जाती तो ठीक था। उर्दू शिक्षकों की भर्ती हो रही है। और बीटीसी वालों को सरकार अपने बच्चे मानती है। कुछ समय बाद शिक्षामित्रों का समायोजन होना शुरू हो जायेगा। बस बी.एड वाले भीख माँगने के लिए छोड़ दिए जायेंगे। इस ब्लॉग पर कुछ ऐसे लोग हैं कि जब उन्हें कोई आंदोलन करना होता है तो वे टैट मेरिट समर्थक और ऐकेडमिक समर्थकों को एक साथ आने के लिए कहते हैं। लेकिन जब कोई उम्मीद दिखाई देती है तो ऐकेडमिक वालों को कुत्ता कहकर पीछे धकेल देते हैं और टैट मेरिट से भर्ती का राग फिर से अलापने लगते हैं। सही मायनों में अगर कोई इस भर्ती को रोकने का जिम्मेदार है तो वह सिर्फ 'टैट मेरिट नहीं तो भर्ती भी नहीं' (कट्टर टैट मेरिट समर्थक) जैसे लोग हैं। ये लोग भूल जाते हैं कि ध्यान मात्र भर्ती प्रक्रिया शुरू होने पर होना चाहिए, न कि भर्ती के आधार पर। ये लोग सोच रहे हैं कि फरवरी में सुप्रीम कोर्ट इनके पक्ष में निर्णय सुनायेगा, हो सकता है कि निर्णय इनके पक्ष में आ भी जाये, लेकिन भर्ती तो सरकार को ही करनी है और वो ये नहीं करने वाली।
ReplyDeleteउच्च प्राइमरी में भर्ती होंगे 21 हजार
ReplyDeleteभाषा शिक्षक
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च
प्राइमरी स्कूलों में पहली बार
भाषा शिक्षकों की भर्ती की तैयारी है।
टीईटी पास बीएड वालों को भाषा शिक्षक
बनाया जाएगा। इसके लिए
रिक्तियों का ब्यौरा तैयार करा लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक करीब 21 हजार
भाषा शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। यह
भर्ती प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में दाखिल
विशेष अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) पर फैसला आने
के बाद शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।
सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार कहते
हैं कि भाषा शिक्षा के लिए टीईटी आयोजित
की जा चुकी है। उच्च प्राइमरी स्कूलों में
भाषा शिक्षकों की जरूरत भी है। इसलिए
एसएलपी पर फैसला आने के बाद इस पर विचार
किया जाएगा।
सूबे के परिषदीय स्कूलों में 2,91,906
शिक्षकों की कमी है। इसमें प्राइमरी स्कूलों में
2,36,398 तथा उच्च प्राइमरी में 55,508
शिक्षकों की कमी है। प्रदेश में पिछले दो साल से
शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती के प्रयास चल
रहे हैं, लेकिन
भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है। पहले
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 और फिर उच्च
प्राइमरी स्कूलों में गणित व विज्ञान के 29,334
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया फंस गई। इसलिए
बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि सुप्रीम
कोर्ट से जैसे ही एसएलपी पर फैसला आए,
प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों में
रिक्ति पदों पर भर्तियां कर ली जाएं। इसमें
उच्च प्राइमरी स्कूलों में भाषा शिक्षक
की भर्ती प्रक्रिया भी शामिल होगी।
जानकारों की मानें तो सचिव बेसिक
शिक्षा परिषद ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में
भाषा शिक्षक रखने का प्रस्ताव भी तैयार कर
लिया है। इसके मुताबिक प्रदेश में 76,782 उच्च
प्राथमिक स्कूल हैं। इनमें करीब 21 हजार
भाषा शिक्षक रखे जाएंगे। प्रदेश में वर्ष 2013
में आयोजित टीईटी में उच्च प्राथमिक स्तर
की भाषा शिक्षा की परीक्षा में 42,430
अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। इसके आधार पर
ही भाषा शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
इसके लिए 21 से 40 वर्ष की आयु के टीईटी पास
बीएड वाले पात्र होंगे। इन्हें शिक्षक पद पर
भर्ती के बाद छह माह का विशिष्ट
बीटीसी का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सचिव बेसिक शिक्षा के साथ शिक्षामित्रों की वार्ता बेनतीजा
ReplyDeleteलखनऊ (एसएनबी)। सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजन को लेकर बेसिक शिक्षा सचिव व शिक्षामित्रों के दो संगठनों के बीच सोमवार को हुई वार्ता बेनतीजा रही। इस मुद्दे पर मंगलवार को भी वार्ता होगी। वार्ता में आदर्श प्राथमिक शिक्षामित्र संघ व आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने हिस्सा लिया। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर टीईटी मुक्त समायोजन की तिथि घोषित करने की मांग पर अड़ा है। संघ के अध्यक्ष ने दो टूक कह दिया है कि टीईटी मुक्त समायोजन की तिथि घोषित होने तक आन्दोलन स्थगित नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा सचिव से इस मुद्दे पर मंगलवार को भी वार्ता होगी। उत्तर प्रदेश प्राथिमक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पर मिला था। प्रतिनिधि मण्डल से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने बेसिक शिक्षा सचिव नीतीश्वर कुमार को वार्ता कर तत्काल प्रभाव से शिक्षामित्रों के समायोजन व मानदेय वृद्धि की प्रक्रिया तय करने का निर्देश दिया था। इसके बाद शाम सात बजे बेसिक शिक्षा सचिव ने शिक्षामित्रों के दोनों संगठनों प्राथमिक शिक्षामित्र संघ व आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन से वार्ता की। शिक्षमित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला ने बताया कि सचिव बेसिक शिक्षा ने सहमति जतायी है और शिक्षामित्रों के 20 जनवरी से सहायक अध्यापक के पदों पर समायोजन की प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि समायोजन की प्रक्रिया पूरी होते ही शिक्षामित्रों को पूरा वेतनमान दिया जाएगा। उधर आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने बैठक में जोर देकर कहा कि संविधान की धारा 38 एक के तहत केन्द्र ने राज्य सरकार को अधिकार दे रखा है कि वह कोई भी निर्णय ले सकती है, ऐसे में शिक्षामित्रों के भविष्य को देखते हुए उनका टीईटी मुक्त समायोजन का फैसला करना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक ऐसा नहीं होगा आन्दोलन स्थगित नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा सचिव ने दोबारा वार्ता के लिए बुलाया है। शिक्षामित्र संगठनों के साथ वार्ता में सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा, संयुक्त सचिव ममता श्रीवास्तव, नितिन गुप्ता सहित कई अधिकारी मौजूद थे। उधर बैठक में शामिल अधिकारी शिक्षामित्रों के मामले में किसी ठोस नतीजे के बारे में अभी बोलने से मना कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह मामला नीतिगत है, ऐसे में फैसले की जानकारी शासन स्तर से ही दी जाएगी। आज फिर होगी दूसरे दौर की बातचीत
शुभ प्रभात मित्रों
ReplyDeleteनिरहुआ का सभी भाइयों को प्रणाम।
बड़े दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि कल अपने एक भाई (नाम नहीं बताऊंगा) का मुझे अपमान करना पड़ा। ये महाशय प्रतिदिन निरहुआ को अपशब्दों का प्रयोग करके उसकी माँ-बहन को आरोपित कर रहे थे, निरहुआ ने इन महोदय को समझाने की बहुत चेष्टा की और इन्हें भरसक प्रेमपूर्वक सम्मान भी दिया किन्तु ये महोदय प्रतिदिन मेरा बॉक्स गालियों से भरते रहे। निरहुआ ने इनसे प्रार्थना भी की लेकिन श्रीमान जी नहीं माने और टेट के पक्ष एवं अकेडमिक के विपक्ष में लिखने पर ऊँगली उठाते रहे। निरहुआ कभी जल्दी नाराज नहीं होता है किन्तु जब इनकी अशिष्टता सीमा से बाहर हो गई तो इन्हें निरहुआ ने अंतिम चेतावनी दी। जिस पर महोदय निरहुआ को धमकाना शुरू कर दिए की फेसबुक पर इतने गंदे कमेंट्स भर देंगें की निरहुआ भाग खड़ा होगा या आत्महत्या कर लेगा। तब निरहुआ को लगा की ये महाशय लातों के भूत हैं, यद्यपि निरहुआ अहिंसावादी है किन्तु अहिंसा और कायरता में फर्क करना जानता है। निरहुआ ने इन महाशय को सबक सिखाने के लिए यशवंत भाई से संपर्क किया और अपनी व्यथा बताई, यशवंत भाई ने मुझे आश्वासन दिया और कल पूरे दिन संपर्क में बने रहे। जब वो अकेडमिक वीर महाशय पुनः ब्लॉग पर आये और अपशब्दों का प्रयोग शुरू किया तब निरहुआ ने पहले तो अपने चिर परिचित अंदाज में समझाया लेकिन उनके ना मानने पर यशवंत भाई को आमंत्रित कर दिया। अब जैसा की आप सभी यशवंत भाई के गरम मिजाज से आप सभी वाकिफ हैं ही, तत्काल 'महायुद्ध' प्रारंभ हो गया। इस घटनाक्रम के साक्षी बने ब्रज भाई और अतुल भाई जो लगभग पूरे समय तक निरहुआ के साथ डटे रहे। निरहुआ के उस ब्लॉग पर 200 से भी ज्यादा कमेन्ट हुए, जिससे 'युद्ध' की भयावहता का पता चलता है। निरहुआ आप सभी भाइयों से आपकी असुविधा के लिये क्षमाप्रार्थी है किन्तु साथियों, निरहुआ टेट के पक्ष में था, है और आगे भी रहेगा। जिस बन्धु को निरहुआ के टेट प्रेम पर आपत्ति हो वह ख़ुशी से उसे ब्लॉक कर सकता है। ये अकेडमिक वीर महोदय जो निरहुआ को गालियाँ दे रहे थे, ये उनकी फर्जी id तो थी ही साथ ही एक और फर्जी id बनाकर निरहुआ से मित्रता का दम भरते हैं। निरहुआ जानता है की ये महाशय मुझसे महिलामित्र बनकर बात करते हैं किन्तु निरहुआ इसलिए चुप रहता है क्योंकि उस महिलामित्र वाले बहुरूप में वो टेट को सपोर्ट करते हैं। मित्रों यहाँ अकेडमिक का पक्ष रखने वाले भी कम नहीं हैं जैसे मनीष गुप्ता या गुरमीत सिंह, निरहुआ की उनसे नोक- झोंक भी होती है किन्तु मर्यादा के भीतर। ये महशय कुछ ज्यादा ही अत्याचार मचाये हुए थे उम्मीद है की सबक ले लिया होगा अभी अगला नंबर इन्ही के एक मित्र का है जो 'मिश्र' टाइटल लगाते हैं। उम्मीद है आप सभी साथी टेटवीर धैर्य बनाये रखेंगे और इस विषम परिस्थिति में निरहुआ का साथ नहीं छोड़ेंगे।
सभी बंधुओं को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteनिरहुआ देख रहा है की भर्ती प्रक्रिया में हो रहे विलंभ के कारण हमारे कुछ बन्धु धैर्य खोने लगे हैं और पुनः निराशा के भंवर में उलझ रहे हैं। साथियों ! जंग जितनी भयानक होगी दुश्मनों की कब्र भी उतनी ही गहरी खुदेगी। मेरे कई मित्र अक्सर प्रश्न करते रहते हैं किन्तु उन्हें अनावश्यक समझकर निरहुआ ने उन्हें उत्तर देना उचित नहीं समझा क्योंकि समय के साथ उन्हें अपने प्रश्नों के उत्तर स्वयं मिल जाने वाले थे। अब जबकि आप सभी कुछ ज्यादा ही आशंकित दिखाई देने लगे हैं तो मजबूरन ये पोस्ट करना पड़ रहा है साथ ही दुःख भी है कि इतने गुणी होकर भी हमारे सरस्वतीपुत्र कुछ धूर्त मानसिकता वाले विरोधियों के भ्रमजाल में फंस रहे हैं-
* यकीन रखें यह भर्ती होली से पहले शुरू हो जाएगी, हमारे सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ताओं ने हमसे 2-3 हियरिंग का पैसा इकठ्ठा करने को कहा था क्यों? क्योंकि इससे ज्यादा केस चलेगा ही नहीं (हांलाकि इसमें भी लाखों का खर्च आयेगा)।
* सुप्रीम कोर्ट का फैसला 101% हमारे ही पक्ष में होगा क्योंकि हाई कोर्ट की लार्जर बेंच कोई नौसिखिया जजों की जमात नहीं होती और उन्होंने अपने फैसले में संविधान के अनुच्छेदों का हवाला देते हुए पूरी तरह से सशक्त और सर्वमान्य बिन्दुओं को शामिल किया है।
* 31 मार्च की समयसीमा की कोई बाध्यता इस विज्ञापन पर लागू नहीं होगी और अंततः आप इतना समझ लीजिये की भर्ती प्रक्रिया इस समय सीमा से पहले ही प्रारंभ हो चुकी होगी।
* चुनाव आचार संहिता के बारे में बस इतना कहूँगा की मोटे-मोटे शब्दों में प्रतिबन्ध की परिभाषा निम्न है-" वह नवीन घोषणाएं अथवा परियोजनाएं जो जनहित से सम्बंधित हों और जनमत को प्रभावित करतीं हों, पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेंगी किन्तु पहले से चली आ रही परियोजनाओ या प्रक्रियाओं पर कोई प्रतिबन्ध नहीं होगा"।
* उत्तर प्रदेश के मूल निवासी जिन्होंने भारत के किसी भी विधिमान्य विश्वविद्यालय (कुछ विवादित विश्वविद्यालयों को छोड़कर) से बी.एड. की डिग्री प्राप्त की है वे इस नियुक्ति के पात्र अभ्यर्थी हैं।
* जिन बंधुओं का ड्राफ्ट वापस आया है वे भी निश्चिंत रहें और उस ड्राफ्ट को संभलकर रखें। काउंसलिंग के समय आपको एक नया ड्राफ्ट बनवाकर शुल्क के रूप में देना पड़ सकता है किन्तु आपको चयन प्रक्रिया से बाहर करने का कोई वैधानिक अधिकार/ आधार या औकात इस निकम्मी सरकार के पास नहीं है अतः प्रसन्न रहें।
* कुछ मित्रों ने संभावित चयन सूची की मेरिट बताने का आग्रह किया है किन्तु खेद है सिर्फ आंकड़े प्रस्तुत करना या कल्पना करना उचित नहीं होगा। परिस्थिति को देखते हुए बस इतना कहा जा सकता है की सामान्य-97 से 100, पिछड़ा वर्ग-93 से 98 और अनुसूचित जाति/जनजाति- 89 से ऊपर हैं तो आप उम्मीद रख सकते हैं। फिलहाल ये आंकड़े सिर्फ निरहुआ के अनुमान पर आधारित हैं।
(उम्मीद है हमारे सभी बन्धु अब अपने मन को भ्रांतियों से दूर रखेंगे, धन्यवाद)
सभी बंधुओं को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteनिरहुआ देख रहा है की भर्ती प्रक्रिया में हो रहे विलंभ के कारण हमारे कुछ बन्धु धैर्य खोने लगे हैं और पुनः निराशा के भंवर में उलझ रहे हैं। साथियों ! जंग जितनी भयानक होगी दुश्मनों की कब्र भी उतनी ही गहरी खुदेगी। मेरे कई मित्र अक्सर प्रश्न करते रहते हैं किन्तु उन्हें अनावश्यक समझकर निरहुआ ने उन्हें उत्तर देना उचित नहीं समझा क्योंकि समय के साथ उन्हें अपने प्रश्नों के उत्तर स्वयं मिल जाने वाले थे। अब जबकि आप सभी कुछ ज्यादा ही आशंकित दिखाई देने लगे हैं तो मजबूरन ये पोस्ट करना पड़ रहा है साथ ही दुःख भी है कि इतने गुणी होकर भी हमारे सरस्वतीपुत्र कुछ धूर्त मानसिकता वाले विरोधियों के भ्रमजाल में फंस रहे हैं-
* यकीन रखें यह भर्ती होली से पहले शुरू हो जाएगी, हमारे सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ताओं ने हमसे 2-3 हियरिंग का पैसा इकठ्ठा करने को कहा था क्यों? क्योंकि इससे ज्यादा केस चलेगा ही नहीं (हांलाकि इसमें भी लाखों का खर्च आयेगा)।
* सुप्रीम कोर्ट का फैसला 101% हमारे ही पक्ष में होगा क्योंकि हाई कोर्ट की लार्जर बेंच कोई नौसिखिया जजों की जमात नहीं होती और उन्होंने अपने फैसले में संविधान के अनुच्छेदों का हवाला देते हुए पूरी तरह से सशक्त और सर्वमान्य बिन्दुओं को शामिल किया है।
* 31 मार्च की समयसीमा की कोई बाध्यता इस विज्ञापन पर लागू नहीं होगी और अंततः आप इतना समझ लीजिये की भर्ती प्रक्रिया इस समय सीमा से पहले ही प्रारंभ हो चुकी होगी।
* चुनाव आचार संहिता के बारे में बस इतना कहूँगा की मोटे-मोटे शब्दों में प्रतिबन्ध की परिभाषा निम्न है-" वह नवीन घोषणाएं अथवा परियोजनाएं जो जनहित से सम्बंधित हों और जनमत को प्रभावित करतीं हों, पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेंगी किन्तु पहले से चली आ रही परियोजनाओ या प्रक्रियाओं पर कोई प्रतिबन्ध नहीं होगा"।
* उत्तर प्रदेश के मूल निवासी जिन्होंने भारत के किसी भी विधिमान्य विश्वविद्यालय (कुछ विवादित विश्वविद्यालयों को छोड़कर) से बी.एड. की डिग्री प्राप्त की है वे इस नियुक्ति के पात्र अभ्यर्थी हैं।
* जिन बंधुओं का ड्राफ्ट वापस आया है वे भी निश्चिंत रहें और उस ड्राफ्ट को संभलकर रखें। काउंसलिंग के समय आपको एक नया ड्राफ्ट बनवाकर शुल्क के रूप में देना पड़ सकता है किन्तु आपको चयन प्रक्रिया से बाहर करने का कोई वैधानिक अधिकार/ आधार या औकात इस निकम्मी सरकार के पास नहीं है अतः प्रसन्न रहें।
* कुछ मित्रों ने संभावित चयन सूची की मेरिट बताने का आग्रह किया है किन्तु खेद है सिर्फ आंकड़े प्रस्तुत करना या कल्पना करना उचित नहीं होगा। परिस्थिति को देखते हुए बस इतना कहा जा सकता है की सामान्य-97 से 100, पिछड़ा वर्ग-93 से 98 और अनुसूचित जाति/जनजाति- 89 से ऊपर हैं तो आप उम्मीद रख सकते हैं। फिलहाल ये आंकड़े सिर्फ निरहुआ के अनुमान पर आधारित हैं।
(उम्मीद है हमारे सभी बन्धु अब अपने मन को भ्रांतियों से दूर रखेंगे, धन्यवाद)
mr ravindra rather embarrassing for me when i have read your comment about TET. as per recruitment concern it will be in any condition. no body can stop this process only they can delay it . regarding ability of academic veer i even have met six science graduate who have completed their graduation (who have gained more than 70% marks)from different universities of up , are already rejected by all reputed school of jaipur and now working in gali mohalla type school in a salary of 5-6000 only.better u can understand where they are?
ReplyDeleteRavindra ji mai aap logo se aapsi manmutav mita ker 1 hone k ly keh rhi hu or aap log fir accd or tet ker rhe h hmari isi kami ka fayda ye gov or sikshmitra uta rhe h ladne se kisi ko kuch ni milne wala,aisa rasta apnao jisse sbi ka bhala ho jb sbka bhala hoga to sari ladai apne aap katam ho jayegi.hum sbi ko malum h ki prt me 3 lakh se jyada post kali h or 72,825+72,825=14,5650 jis per old or new add dono per bharti ho skti h baki bachi post per sikshamitr mere kyal se is per kisi ko problem ni honi chahiye gov her department per bharti ker ri h to prt per itni post h ki old or new add dono k anusar bharti ho sakti h,ye gov jagda suljane k bajay aag me ghi dalne ka kam karti h,wo time nikal ker apna palla jadna chahti h ager hum sub 1 ho gy to gov ko hmari bharti dono add per karni hi padegi qki ekta me jo shakti h wo is gov me ni,abi hmari ladi se gov kus ho rhi h ki hum aapas me lad rhe h to gov per koi force karne wala hi ni h jiske karan wo 1-1 din kark sara time nikal de rhi h aap ye galat keh rhe jb luckhnow me tet wale aandolan per te to unhone apne gyapn me old or new add dono per bharti ki mang rki ti isly agrengi sarkar ki foot dalo or raj karo ki niti ki treh is sp sarkar ki foot dalo or raj karo wali niti ko hme kamyab ni hone dena h ni to gov ka kuch ni jayega wo to 5 sal k paisa bator ker chali jyegihum kuch sal uski sajiso ko yad rkege fir jab wo laptop berojgari bhatte ka lalach degi hum fir use ser aanko per baita lenge,aap kud hi sochiye be sir pair ki iski neetiyan h janha light ni un logo ko laptop diye gy berojgeri bhatta 1000 yani pahle hi bat saf ki inke raj me rojgar ni milne wala 1000 se kam chalao wo b garibi reka se neeche wale or jo middle classs unka kya wo kya kre bhik mange,are neetiyan bnani h to elegible ko rojgar do, tax kam karo,suraksha ka intjam ye sab inko ni dikta jo wakai logo ki jarurat h laptop or tab k bina gujara ho sakta h per rojgar k bina ni ,aise batdimag sarkar se aap ye ummid rak rhe h ki wo time rahte B.ed walo ki bharti karegi ager use karna hota to 20 nov 2013 k hc k faisle k bad time na karab ker sbka hit sochte hue old or new add per bharti start ker deti,ab aap ye kahege ki hc ne gov ka 15 or 16 sansodan radd ker dia use bachane k ly sc gi h to fir urdu walo ka oppintment letter q jari hone ja rha h or jonior ki bharti q ni start ho ri h ab aap kud hi samjo is sarkar ki dogli neeti chalo 1 bar man hi lete h ki sarkar ne sc jaker sahi kia to fir defet ab tak q ni door kia q time pass ker ri h, sari bate aapke samne h ab aap log sach samjna ni chahte to aapki marji per ladne se kuch ni milega or 31 march 2014 k bad hum bus yahi kahenge ki ab pchtaye kya hot jab........ , ise sarkar ki baddimagi khe ya jarurat se jyada chalaki ki iske raj me sari B.ed ki bharti court me fasi pdi h abi b time h sarkar ko tet or accd group ki ladai me bandar bat karne se rokna hoga .& once again mere tet or accd veero apni veerta aapas me ladne k bajye gov ko dono add pr bharti karne k ly compel karne me dikaye to sab apne aap sahi hoga
ReplyDeleteसभी बंधुओं को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDelete(निरहुआ का खयाली पुलाव, अब हमला सीधे सत्यमित्र गर्ग यानी सुप्रीम कोर्ट के सरकारी वकील पर)
एक टेटवीर slp में हो रही देरी को लेकर बहुत उत्तेजित था, उसने सरकारी वकील श्री सत्यमित्र गर्ग जी से मिलने का निश्चय किया और उनके घर जा पहुंचा। वकील साहब बहुत व्यस्त थे, उन्हें उस टेटवीर का इस तरह बिना अपॉइंटमेंट चले आना अच्छा नहीं लगा किन्तु धैर्य के आठ बोले- "जो पूछना है जल्दी से हां या ना में पूछो और चलते बनो क्योंकि मेरे पास टाइम नहीं है"। टेटवीर ने बहुत प्रार्थना की कि कई सवाल ऐसे होते हैं जिनका जवाब सिर्फ हाँ या ना में नहीं दिया जा सकता, किन्तु वकील साहब अपनी जिद पर अड़े रहे और क्रोध में उस टेटवीर से बोले की वे तो जवाब सिर्फ हाँ या ना में ही देंगें। अब टेटवीर को भी गुस्सा आया और उसने कहा की ठीक है दीजिये जवाब हाँ या ना में मेरा सवाल है कि-" क्या आपकी पत्नी आपको 'अब भी' झाड़ू से पीटती है"?
(सुधर जा निरहुआ, सुधर जा नहीं तो ससुरे जेल में सड़ेगा जमानत भी नहीं होगी कमबख्त दिन पर दिन मनबढ़ होता जा रहा है)
yah dekho dosto vote ke liye sarkar ka kaminapan.ek or slp ka defect dur nhi kr raha hai to dusri taraf jaldi jaldi joining letter bhi baat raha hai.waah re gov ji krta hu teri.......
ReplyDeletebhaiyon vaise maine sikchha mitro ki bhawanao ko thes pahuchaney ke liye kuchh nahi likha hai lekin agar dhyan purwak vichar kiya jay to woh bhi daya ke patra hai. Jo 3500rs/month pe kisi tarah jeewan ji rahe hai aur humari pradesh sarkar unhey murkh bana rahi hai .permanent karne ki baat kaun kare pradesh sarkar ne un becharo ka ek bhi paisa mandeya tak nahi badaya bigat 2barson mein uskey liye in becharon ka vote bhi liya ab yeh dhokhey baaj sarkar mandeya badane ke liye kendra sarkar se bheekh mang rahi thi
ReplyDeleteIs bharti ko janbujhkar itna jatil banaya gaya hai jitna hai nahi.mujhe to ab is nyaypalika par se bhi bharosa uth gaya hai.kyonki ye mamla saikdo ya hazaro logo se related nahi hai balki lakho logo ki life aur unke family se juda hai. Court ka darwaja baar2 khatkhatya jay ye zaruri nahi court ko bhi swataha sangyan lena chahiye.iss bharti se jitne bhi log jude hai wo kisi amir family se belong nahi karte hai. Aur ye baat to sab jante hi hai ki court me case ladne me aur vakil ko fee dene me kitna kharch ata hai.charo taraf se hume hi bali ka bakra banana pad raha hai.
ReplyDeletepata chala hai ki ram ganjedi chavdhary h.r.d minister ke darwaje par sikchha mitro ka mandeya badane ke liye bheekh magne gaya tha lekin h.r.d minister ne dutkar kar is khunchuswa ko bhaga diya . Kaha tu mere dum par kood raha tha kambakht .
ReplyDeletebhasha adhyapak ki bharti matra dhokha ke siva kuchh nahi sirf 6 month ki traing uske baad exam phir avedan kare yeh sab prakriya hone me kam se kam 18 mahiney ka samay us me bhi kuchh vivad phir vidhan sabha ka chunav 2017 july me sabki joining honi hain no doubt dec 17 me chunav
ReplyDeletebhasha adhyapak ki bharti matra dhokha ke siva kuchh nahi sirf 6 month ki traing uske baad exam phir avedan kare yeh sab prakriya hone me kam se kam 18 mahiney ka samay us me bhi kuchh vivad phir vidhan sabha ka chunav 2017 july me sabki joining honi hain no doubt dec 17 me chunav
ReplyDeletebhasha adhyapak ki bharti matra dhokha ke siva kuchh nahi sirf 6 month ki traing uske baad exam phir avedan kare yeh sab prakriya hone me kam se kam 18 mahiney ka samay us me bhi kuchh vivad phir vidhan sabha ka chunav 2017 july me sabki joining honi hain no doubt dec 17 me chunav
ReplyDeletebhasha adhyapak ki bharti matra dhokha ke siva kuchh nahi sirf 6 month ki traing uske baad exam phir avedan kare yeh sab prakriya hone me kam se kam 18 mahiney ka samay us me bhi kuchh vivad phir vidhan sabha ka chunav 2017 july me sabki joining honi hain no doubt dec 17 me chunav
ReplyDeletebahu sare mitra baton se asantust huye hain per mera uddashya yeh nahi ki kisi ki bhavna ko thes pahunche per baten sach hain lekin sp govt me kuchh bhi sambhav nahi
ReplyDeletebahu sare mitra baton se asantust huye hain per mera uddashya yeh nahi ki kisi ki bhavna ko thes pahunche per baten sach hain lekin sp govt me kuchh bhi sambhav nahi
ReplyDeleteAdmin ji ise aap court me uthaye joki uchit hai plsss
ReplyDeletesarkar ka ek aur pakshapati muslim nirnay.........
uptet 2014 me bhasa wale paper me urdu bhasa ke liye BA me urdu athwa MA urdu se ho
jabki english aur sanskrit walo ke liye kewal BA me sanskrit or english honi chahiye aisa kyu jb MA urdu wale daal sakte hai bhasa ke liye to MA english ya sanskrit wale kyun nhi
akhir ek hi exam me do niyam kaise ek hi estar bhasa ke liye
बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राइमरी स्कूलों में पहली बार भाषा शिक्षकों की भर्ती की तैयारी है. टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) पास बीएड डिग्री धारकों को भाषा शिक्षक बनाया जाएगा. इसके लिए रिक्तियों का ब्यौरा तैयार करा लिया गया है और करीब 21 हजार भाषा शिक्षकों की भर्ती की जाएगी.
ReplyDeleteयह भर्ती प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में दाखिल विशेष अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) पर फैसला आने के बाद शुरू करने पर विचार किया जा रहा है. सूबे के परिषदीय स्कूलों में 2,91,906 शिक्षकों की कमी है. इसमें प्राइमरी स्कूलों में 2,36,398 तथा उच्च प्राइमरी में 55,508 शिक्षकों की कमी है. प्रदेश में पिछले दो साल से शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती के प्रयास चल रहे हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है.
पहले प्राइमरी स्कूलों में 72,825 और फिर उच्च प्राइमरी स्कूलों में गणित व विज्ञान के 29,334 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया फंस गई. इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि सुप्रीम कोर्ट से जैसे ही एसएलपी पर फैसला आए, प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों में रिक्ति पदों पर भर्तियां कर ली जाएं. इसमें उच्च प्राइमरी स्कूलों में भाषा शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया भी शामिल होगी.
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में भाषा शिक्षक रखने का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है. इसके मुताबिक प्रदेश में 76,782 उच्च प्राथमिक स्कूल हैं. इनमें करीब 21 हजार भाषा शिक्षक रखे जाएंगे. प्रदेश में वर्ष 2013 में आयोजित टीईटी में उच्च प्राथमिक स्तर की भाषा शिक्षा की परीक्षा में 42,430 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे. इसके आधार पर ही भाषा शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. इसके लिए 21 से 40 वर्ष की आयु के टीईटी पास बीएड वाले पात्र होंगे. इन्हें शिक्षक पद पर भर्ती के बाद छह माह का विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
Uttar Pradesh
ReplyDeleteHigh Council for Basic Education in primary school language teacher recruitment is preparing for the first time. Teachers Elijibiliti Test (tet) Language Teachers will be made to the BEd degree holders. The details of vacancies has been prepared and will be hiring about 21 thousand language teachers.
The recruitment process the special permit petition filed in the Supreme Court (SLP) starting after the decision is being considered. Prisdiy shortage of teachers in schools in the province is 291 906. 236 398 55 508 teachers in primary and upper primary schools it is lacking. Vacancies of teachers in the state over the last two years of recruitment efforts are ongoing, but are unable to complete the recruitment process.
Primary schools 72 825 and 29 334 teachers of mathematics and science in higher primary schools mired recruiting process. Basic Education Department wants the Supreme Court decision came as SLP, primary and upper primary schools have space to fill up positions. It is high in primary school language teacher will involve the recruitment process.
Secretary of the High Council for Basic Education in primary school language teacher has to prepare a proposal. Overall, 76 782 upper primary schools in the state. They will be kept around 21 thousand language teacher. Tet held in 2013 in the state of education in upper primary level language exam, 42 430 candidates passed. Teachers will be recruited on the basis of language. Tet for 21 to 40 years of age shall be eligible to the bed. Six months after recruitment of these teachers will be trained for specific BTC.
विधानसभा चुनाव के बाद जब ‘समाजवादी’ साइकिल
ReplyDeleteचली तो सीधे 4.5 लाख रुपए की मर्सडीज साइकिल।
जी हां, साइकिल मैराथन में रविवार
को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिस साइकिल से
शिकोहाबाद से सैफई का सफर तय किया उसकी कीमत
कंपनी का नाम देखकर ही अंदाज लगाया जा सकता है। किसान
और गरीबों की साइकिल से बहुत अलग और खास थी।
शिकोहाबाद के रामलीला मैदान से जब छह हजार से अधिक
युवाओं को मुख्यमंत्री ने मैराथन के लिए रवाना किया तब
उन्होंने साइकिल को गरीब और
किसानों का साथी बताया था।
कार और बाइक की रफ्तार की तरह हाईवे पर हवा से बातें करते
हुए मुख्यमंत्री की साइकिल ने जब रफ्तार पकड़ी तब हर
कोई परेशान दिखा कि आखिर सीएम की साइकिल में
ऐसा क्या था जो वह सबको पीछे छोड़ती जा रही है।
जानकारों ने उस वक्त साइकिल की स्पीड को 40
किमी प्रति घंटा से भी अधिक आंका था। दरअसल जिस
साइकिल पर ‘अखिलेश भइया’ सवार थे वह
दुनिया की नामी कंपनी मर्सडीज की थी।
पढ़ें, यूपी के टीपू पर भी चढ़ा केजरीवाल का रंग!
ब्रांड लोगो के साथ साइकिल का वजन साढ़े पंद्रह
किलो है। खास एल्युमीनियम के फ्रेम में 26 इंच के पहिए
दिए गए हैं। हाइड्रोलिक शिनानो डिस्क ब्रेक है।
आगे पीछे एलईडी लाइट हैं और डायनेमो भी लगाया गया है।
छह गीयर वाली यह साइकिल हरेक गीयर पर तेज रफ्तार
पकड़ती है।
वैसे इस कंपनी की साइकिल की भारत में कीमत 1 लाख 56
हजार से लेकर छह लाख तक है। यह चार से छह गीयर में आती है।
विधानसभा चुनाव के बाद जब ‘समाजवादी’ साइकिल
ReplyDeleteचली तो सीधे 4.5 लाख रुपए की मर्सडीज साइकिल।
जी हां, साइकिल मैराथन में रविवार
को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिस साइकिल से
शिकोहाबाद से सैफई का सफर तय किया उसकी कीमत
कंपनी का नाम देखकर ही अंदाज लगाया जा सकता है। किसान
और गरीबों की साइकिल से बहुत अलग और खास थी।
शिकोहाबाद के रामलीला मैदान से जब छह हजार से अधिक
युवाओं को मुख्यमंत्री ने मैराथन के लिए रवाना किया तब
उन्होंने साइकिल को गरीब और
किसानों का साथी बताया था।
कार और बाइक की रफ्तार की तरह हाईवे पर हवा से बातें करते
हुए मुख्यमंत्री की साइकिल ने जब रफ्तार पकड़ी तब हर
कोई परेशान दिखा कि आखिर सीएम की साइकिल में
ऐसा क्या था जो वह सबको पीछे छोड़ती जा रही है।
जानकारों ने उस वक्त साइकिल की स्पीड को 40
किमी प्रति घंटा से भी अधिक आंका था। दरअसल जिस
साइकिल पर ‘अखिलेश भइया’ सवार थे वह
दुनिया की नामी कंपनी मर्सडीज की थी।
पढ़ें, यूपी के टीपू पर भी चढ़ा केजरीवाल का रंग!
ब्रांड लोगो के साथ साइकिल का वजन साढ़े पंद्रह
किलो है। खास एल्युमीनियम के फ्रेम में 26 इंच के पहिए
दिए गए हैं। हाइड्रोलिक शिनानो डिस्क ब्रेक है।
आगे पीछे एलईडी लाइट हैं और डायनेमो भी लगाया गया है।
छह गीयर वाली यह साइकिल हरेक गीयर पर तेज रफ्तार
पकड़ती है।
वैसे इस कंपनी की साइकिल की भारत में कीमत 1 लाख 56
हजार से लेकर छह लाख तक है। यह चार से छह गीयर में आती है।
टीईटी मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च
ReplyDeleteकलेक्ट्री क्षेत्र में भ्रमण कर अपने नियुक्ति की किया मांग .
आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की स्थानीय इकाई ने मृत साथी की आत्मा की शांति के लिए सोमवार की शाम कलेक्ट्री स्थित मेहता पार्...See more — with Yash Thakur Thakur and 2 others.
hindustan allhabad front page news,,,
ReplyDeleteek do din me junior bharti counseling date ki ghoshna....
hindustan allhabad front page news,,,
ReplyDeleteek do din me junior bharti counseling date ki ghoshna....
2Like · · Share
35 people like this.
Vinita Choudhary Amen
41 minutes ago via mobile · Like · 1
Ankit Saxena hoPe so ....
40 minutes ago via mobile · Like
Pravin Prabhat jai mata di.
39 minutes ago via mobile · Like
Dharmendra Kumar Great news.
39 minutes ago via mobile · Like
Drag Pal Singh ho sake to cutting post kare....
39 minutes ago via mobile · Like
Aparna Singh 72000 ka kuch ni ho payega kya....
37 minutes ago via mobile · Like
Aparna Singh Junior ke baad shayad hamara(72000) bi khayal aa jaye CM ko
36 minutes ago via mobile · Like
Santosh Kumar Yadav Aparna mam...ab jyada wait nahi karna hoga..jyada se jyada february last tak sab clear ho jayega
34 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh hello frnds...ye sab natak h
34 minutes ago via mobile · Like · 1
Anshu Teotia ohhho shuru to ho ye process...
33 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh aisa to ni h ki govt ne jaanbhuj kr hc se time pass krne liye haar mani ho
33 minutes ago via mobile · Like
Deepak Sharma ho jaye to acchi bat h...bt muje cm pe faith nai h
33 minutes ago via mobile · Like
Rahul Dubey bakwas hai. kyo bewkuf bn rhe ho. kewal coslng progrm jare hoga take dharna band karaya ja sake. iske bad fir sup crt me date ka wait kria.
32 minutes ago via mobile · Like · 1
Ashish Singh suru to ni hogi...frnds
32 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh ri8 rahul
30 minutes ago via mobile · Like
Jitendra Singh Nya drama
29 minutes ago · Like
Rammurat Pal akhir aur kittna bewakoof banayegi sarkar..... tet 2014 aur tgt-pgt 2013-14 k form nikaal diya fir bhi aap logo ki samjh me nhi aaya....!! aur pahle cut off to nikale asli khel jounior bharti ka tb suru hoga kyunki keval Bed aur vbtc k beech kaise chayan ka nirdharn kregi govt
27 minutes ago via mobile · Like · 1
Narendra Pandey Gov me bharosha ab nhi rha shayd chalu ho jaye, wait and watch, and wait vote day also
25 minutes ago via mobile · Like · 1
Hemant Sharma fir se tet aur tgt pgt k frm nikal diye gov ne paise kamane k liye...aur bhasha sikshak ki b nikalne ko bol rahe h aakhir b.ed wale kab tak lut te rahenge....???
13 minutes ago via mobile · Like
Jugendra Singh Maurya news paper galat h. GOvt ka koi bharosa nahi bhai
9 minutes ago via mobile · Like
Vishnu Kumar Sharma Such mai ye khabar hai kya
6 minutes ago via mobile · Like
Vishnu Kumar Sharma Ki sb maje ke rahe ho in b.ed walo ke jhakhmo pr namak jhidak kr. Kuch din ke liye man shant ho gaya tha .sicha tha jo hoga dekha jayega.......phir chingari laga dii phir tension kya hoga ..... kb tk hoga ....nhi hoga....
3 minutes ago via mobile · Like
hindustan allhabad front page news,,,
ReplyDeleteek do din me junior bharti counseling date ki ghoshna....
2Like · · Share
35 people like this.
Vinita Choudhary Amen
41 minutes ago via mobile · Like · 1
Ankit Saxena hoPe so ....
40 minutes ago via mobile · Like
Pravin Prabhat jai mata di.
39 minutes ago via mobile · Like
Dharmendra Kumar Great news.
39 minutes ago via mobile · Like
Drag Pal Singh ho sake to cutting post kare....
39 minutes ago via mobile · Like
Aparna Singh 72000 ka kuch ni ho payega kya....
37 minutes ago via mobile · Like
Aparna Singh Junior ke baad shayad hamara(72000) bi khayal aa jaye CM ko
36 minutes ago via mobile · Like
Santosh Kumar Yadav Aparna mam...ab jyada wait nahi karna hoga..jyada se jyada february last tak sab clear ho jayega
34 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh hello frnds...ye sab natak h
34 minutes ago via mobile · Like · 1
Anshu Teotia ohhho shuru to ho ye process...
33 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh aisa to ni h ki govt ne jaanbhuj kr hc se time pass krne liye haar mani ho
33 minutes ago via mobile · Like
Deepak Sharma ho jaye to acchi bat h...bt muje cm pe faith nai h
33 minutes ago via mobile · Like
Rahul Dubey bakwas hai. kyo bewkuf bn rhe ho. kewal coslng progrm jare hoga take dharna band karaya ja sake. iske bad fir sup crt me date ka wait kria.
32 minutes ago via mobile · Like · 1
Ashish Singh suru to ni hogi...frnds
32 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh ri8 rahul
30 minutes ago via mobile · Like
Jitendra Singh Nya drama
29 minutes ago · Like
Rammurat Pal akhir aur kittna bewakoof banayegi sarkar..... tet 2014 aur tgt-pgt 2013-14 k form nikaal diya fir bhi aap logo ki samjh me nhi aaya....!! aur pahle cut off to nikale asli khel jounior bharti ka tb suru hoga kyunki keval Bed aur vbtc k beech kaise chayan ka nirdharn kregi govt
27 minutes ago via mobile · Like · 1
Narendra Pandey Gov me bharosha ab nhi rha shayd chalu ho jaye, wait and watch, and wait vote day also
25 minutes ago via mobile · Like · 1
Hemant Sharma fir se tet aur tgt pgt k frm nikal diye gov ne paise kamane k liye...aur bhasha sikshak ki b nikalne ko bol rahe h aakhir b.ed wale kab tak lut te rahenge....???
13 minutes ago via mobile · Like
Jugendra Singh Maurya news paper galat h. GOvt ka koi bharosa nahi bhai
9 minutes ago via mobile · Like
Vishnu Kumar Sharma Such mai ye khabar hai kya
6 minutes ago via mobile · Like
Vishnu Kumar Sharma Ki sb maje ke rahe ho in b.ed walo ke jhakhmo pr namak jhidak kr. Kuch din ke liye man shant ho gaya tha .sicha tha jo hoga dekha jayega.......phir chingari laga dii phir tension kya hoga ..... kb tk hoga ....nhi hoga....
3 minutes ago via mobile · Like
hindustan allhabad front page news,,,
ReplyDeleteek do din me junior bharti counseling date ki ghoshna....
2Like · · Share
35 people like this.
Vinita Choudhary Amen
41 minutes ago via mobile · Like · 1
Ankit Saxena hoPe so ....
40 minutes ago via mobile · Like
Pravin Prabhat jai mata di.
39 minutes ago via mobile · Like
Dharmendra Kumar Great news.
39 minutes ago via mobile · Like
Drag Pal Singh ho sake to cutting post kare....
39 minutes ago via mobile · Like
Aparna Singh 72000 ka kuch ni ho payega kya....
37 minutes ago via mobile · Like
Aparna Singh Junior ke baad shayad hamara(72000) bi khayal aa jaye CM ko
36 minutes ago via mobile · Like
Santosh Kumar Yadav Aparna mam...ab jyada wait nahi karna hoga..jyada se jyada february last tak sab clear ho jayega
34 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh hello frnds...ye sab natak h
34 minutes ago via mobile · Like · 1
Anshu Teotia ohhho shuru to ho ye process...
33 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh aisa to ni h ki govt ne jaanbhuj kr hc se time pass krne liye haar mani ho
33 minutes ago via mobile · Like
Deepak Sharma ho jaye to acchi bat h...bt muje cm pe faith nai h
33 minutes ago via mobile · Like
Rahul Dubey bakwas hai. kyo bewkuf bn rhe ho. kewal coslng progrm jare hoga take dharna band karaya ja sake. iske bad fir sup crt me date ka wait kria.
32 minutes ago via mobile · Like · 1
Ashish Singh suru to ni hogi...frnds
32 minutes ago via mobile · Like
Ashish Singh ri8 rahul
30 minutes ago via mobile · Like
Jitendra Singh Nya drama
29 minutes ago · Like
Rammurat Pal akhir aur kittna bewakoof banayegi sarkar..... tet 2014 aur tgt-pgt 2013-14 k form nikaal diya fir bhi aap logo ki samjh me nhi aaya....!! aur pahle cut off to nikale asli khel jounior bharti ka tb suru hoga kyunki keval Bed aur vbtc k beech kaise chayan ka nirdharn kregi govt
27 minutes ago via mobile · Like · 1
Narendra Pandey Gov me bharosha ab nhi rha shayd chalu ho jaye, wait and watch, and wait vote day also
25 minutes ago via mobile · Like · 1
Hemant Sharma fir se tet aur tgt pgt k frm nikal diye gov ne paise kamane k liye...aur bhasha sikshak ki b nikalne ko bol rahe h aakhir b.ed wale kab tak lut te rahenge....???
13 minutes ago via mobile · Like
Jugendra Singh Maurya news paper galat h. GOvt ka koi bharosa nahi bhai
9 minutes ago via mobile · Like
Vishnu Kumar Sharma Such mai ye khabar hai kya
6 minutes ago via mobile · Like
Vishnu Kumar Sharma Ki sb maje ke rahe ho in b.ed walo ke jhakhmo pr namak jhidak kr. Kuch din ke liye man shant ho gaya tha .sicha tha jo hoga dekha jayega.......phir chingari laga dii phir tension kya hoga ..... kb tk hoga ....nhi hoga....
3 minutes ago via mobile · Like
jrt ki councling s..sart karane ki taiyari ki ja rahi hai ..2..3 ..dino me merit list v councling ki date ghoshit kar di jayegi....lekin niyukti patra...sc me dakhil slp ke niranay aane ke baad hi kiya jayega.....sanjay sinha
ReplyDeletert ki councling s..sart karane ki taiyari ki ja rahi hai ..2..3 ..dino me merit list v councling ki date ghoshit kar di jayegi....lekin niyukti patra...sc me dakhil slp ke niranay aane ke baad hi kiya jayega.....sanjay sinha
ReplyDeleteSant, Kapitl, Dev, Duplicate TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI kidhar ho?
ReplyDeleteशिक्षक भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने का सरकार का पहला मंसूबा आज शाम तक पूरा हो रहा है।
ReplyDeleteमोअल्लिम चाचा आज शाम तक नौकरी पा जायेंगे, जिनकी टीईटी भी फर्जी है।
मामला अपील में है एसएलपी में सरकार ने जानबूझ कर डिफेक्ट किया है।
अनीति करने का अब कोई काम और न बचा होगा तो शीघ्र डिफेक्ट सुधारेगी अन्यथा अंतिम तिथि १६ अथवा ३० जनवरी के पूर्व तो सुधार ही लेगी।
उत्तर प्रदेश में बेसिक स्कूलों में बेसिक सचिव की दृष्टि से २३६३९८
पद रिक्त हैं जबकि कोर्ट की दृष्टि से दो लाख सत्तर हजार पद रिक्त हैं।
बेरोजगारों की जिन्दगी से यह सरकार खेल रही है परसों इलाहाबाद में सरिता पटेल नामक बेरोजगार युवती ने फांसी लगा ली।
अब ये सरकार याचिका का डिफेक्ट चाहे जब दूर करे लेकिन इनका डिफेक्ट उत्तर प्रदेश की जनता दूर करेगी।
सुप्रीम कोर्ट में सरकार की याचिका स्वीकार होने पर दो-एक बसंत और गुजर जाने का भय सतायेगा।
इस प्रकार चिंताओं में ग्रस्त बेरोजगार घुट-घुट कर जी रहा है , कितने बेरोजगारों ने मौत को गले लगा लिया।
बेरोजगार पीड़ा में हैं और उनका मुख्यमंत्री विदेशों की सैर कर रहा है।
तप से राज्य, राज्य से नर्क।
उत्तर प्रदेश की दशा।
ReplyDeleteदिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार
प्रतीकात्मक ही सही, सादगी की मिसाल पेश कर
रही है. लेकिन उत्तर प्रदेश में सरकारी पैसे पर सैर
का सिलसिला बदस्तूर जारी है.
मुलायम सिंह यादव के खास माने जाने वाले यूपी के
शहरी विकास मंत्री आजम खान की अगुवाई में
प्रदेश के 17 विधायक यूरोप दौरे पर रवाना हो गए
हैं. इनमें यूपी कैबिनेट के 9 मंत्री भी शामिल हैं. वे
18 दिनों के स्टडी टूर पर यूरोप गए हैं. वह भी ऐसे
मौके पर, जब मुजफ्फरनगर राहत कैंप में ठंड से
बच्चों की मौत और सैफई महोत्सव के जश्न
का मामला गरमाया हुआ है.
Clearly no one told the UP
legislators that you don't head to
countries like UK, Turkey & Greece
for a junket in winter, only in
summer.
— Omar Abdullah
(@abdullah_omar) January 8, 2014
इस टूर में बाहुबली नेता और यूपी के
मंत्री राजा भैया भी गए हैं. उनके अलावा अन्य
मंत्रियों में अंबिका चौधरी, ओम प्रकाश सिंह,
अभिषेक मिश्रा, भागवत शरण गंगवार, शिव कुमार
बेरिया और योगेश सिंह भी यूरोप दौरे पर गए हैं.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पूरे
मामले पर यूपी विधायकों की खिल्ली उड़ाते हुए ट्वीट
किया. उन्होंने लिखा, 'यूपी के विधायकों को किसी ने
नहीं बताया कि सर्दियों में यूके, तुर्की और यूनान
जैसे देशों की सैर पर नहीं जाना चाहिए.'
सपा विधायक और मंत्री तुर्की, इंग्लैंड, नीदरलैंड्स
और यूएई जैसे देशों का भ्रमण करेंगे.
बताया जा रहा है कि इस टूर के दौरान वे राजनीतिक
संस्थानों का अध्ययन करेंगे.
उधर पूर्व सपा नेता अमर सिंह ने भी इस हवाले से
समाजवादी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा है.
उन्होंने कहा कि यह नया समाजवाद है जिसमें
अंग्रेजी का विरोध है, लेकिन अंग्रेजियत का नहीं.
अमर सिंह ने कहा, 'रामगोपाल यादव मुझ पर आरोप
लगाते थे कि मैं सपा में सिनेमा कल्चर ले आया हूं,
अब सैफई में कौन फिल्मी सितारों को बुला रहा है.'
ReplyDeleteजब दुनिया यह कह्ती है कि ‘हार मान लो’,
तो आशा धीरे से कान में कह्ती है कि ‘एक बार फिर प्रयास करो’ और यह ठीक भी है.,
"जिंदगी आईसक्रीम की तरह है,
टेस्ट करो तो भी पिघलती है;
वेस्ट करो तो भी पिघलती है,
इसलिए जिंदगी को टेस्ट करना सीखो,
वेस्ट तो हो ही रही है.
पैसा तो हर कोई
कमा लेता हैं लेकिन
खुशनसीब होते हैं जो
"परिवार" कमा लेते हैं !
अगर कोई आपको
अच्छा लगता हैं तो
अच्छा वो नहीं अच्छे
आप हैं क्योंकि
आपने उसमें अच्छाई
खोजी हैं
"जोखिम उठाएं"
यदि आप जीत जाते हैं,
तो आप प्रसन्न होंगे,
यदि आप हार जाते हैं,
तो आप समझदार बन जाएंगे !
ज्ञान से हम शब्दों को जानते हैं,
लेकिन अनुभव से हम शब्दों
का अर्थ जानते हैं !
जब भी जीवन आपको
दुखी होने के 100 कारण दे
आप पलट कर उसे खुश होने
के 1000 कारण दें !
Shyam Dev Mishra> Struggle for Right to Education Implementation" एक पहल "
ReplyDelete72825 से कुछ हटकर ………
सरकारी दामाद या 3500 में "Mr. Joe B. Karwalho"??
जाने क्या होगा बेचारे डेढ़ लाख लोगों का?? मानदेय बढ़ाने के झांसे में लिए हैं डेढ़ साल से! ज्यादा प्रेशर बनाते हैं तो एक सिफारिशी चिट्ठी लिख दी जाती है केंद्र सरकार को, जहां से आनेवाला जवाब सबको पहले से पता रहता है. दो बार हो चुका ऐसा कि केंद्र ने इसे राज्य सरकार का मामला बता दिया, क्या राज्य सरकार को पता नहीं था? अरे साहब, सब जानते हैं ये! इनके पेट में दाढ़ी जो है! प्रशिक्षण देने के नाम पर आज तक बेवकूफ बना रहे हैं। जरा इसकी भी पड़ताल करिये तो देख पाएंगे कितने पेंच हैं इस ट्रैनिंग में, तभी तो अब 2015 कि बजाय एकदम से 2017 की बात करने लगे। 3500 के ""अब 2014 इलेक्शन में इसी वादे के भरोसे इनपर सवारी जो गांठनी है! हाँ, इन्ही में से कुछ को अन्य तरीकों से इतना उपकृत किया गया है कि खुद तो विधायकों जैसी हनक से घूमते हैं पर 3500 रुपये और एक अदद नौकरी की उम्मीद के सहारे स्कूलों में जुते अपने साथियों को बिलकुल वही पहाड़ा पढ़ाते हैं, जो पहाड़ा गाँजे की पिनक में इन्हे पढ़ाया जाता है।
टेट से छूट के झुनझुने का सच सबको पता है। कहीं कुछ गलत हो भी गया तो उसका उदाहरण देकर आप अपने गलत काम को सही नहीं ठहरा सकते, कम से कम कानून तो यही कहता है. इसको छोड़िये, जरा ट्रैनिंग प्रोग्राम के अहम् नियमों पर निगाह डालिये, फिर देखिये, कितना झोल-झाल है?? ध्यान रहे, ये तो सिर्फ बानगी भर है!!
Shyam Dev Mishra> Struggle for Right to Education Implementation" एक पहल "
ReplyDelete72825 से कुछ हटकर ………
सरकारी दामाद या 3500 में "Mr. Joe B. Karwalho"??
जाने क्या होगा बेचारे डेढ़ लाख लोगों का?? मानदेय बढ़ाने के झांसे में लिए हैं डेढ़ साल से! ज्यादा प्रेशर बनाते हैं तो एक सिफारिशी चिट्ठी लिख दी जाती है केंद्र सरकार को, जहां से आनेवाला जवाब सबको पहले से पता रहता है. दो बार हो चुका ऐसा कि केंद्र ने इसे राज्य सरकार का मामला बता दिया, क्या राज्य सरकार को पता नहीं था? अरे साहब, सब जानते हैं ये! इनके पेट में दाढ़ी जो है! प्रशिक्षण देने के नाम पर आज तक बेवकूफ बना रहे हैं। जरा इसकी भी पड़ताल करिये तो देख पाएंगे कितने पेंच हैं इस ट्रैनिंग में, तभी तो अब 2015 कि बजाय एकदम से 2017 की बात करने लगे। 3500 के ""अब 2014 इलेक्शन में इसी वादे के भरोसे इनपर सवारी जो गांठनी है! हाँ, इन्ही में से कुछ को अन्य तरीकों से इतना उपकृत किया गया है कि खुद तो विधायकों जैसी हनक से घूमते हैं पर 3500 रुपये और एक अदद नौकरी की उम्मीद के सहारे स्कूलों में जुते अपने साथियों को बिलकुल वही पहाड़ा पढ़ाते हैं, जो पहाड़ा गाँजे की पिनक में इन्हे पढ़ाया जाता है।
टेट से छूट के झुनझुने का सच सबको पता है। कहीं कुछ गलत हो भी गया तो उसका उदाहरण देकर आप अपने गलत काम को सही नहीं ठहरा सकते, कम से कम कानून तो यही कहता है. इसको छोड़िये, जरा ट्रैनिंग प्रोग्राम के अहम् नियमों पर निगाह डालिये, फिर देखिये, कितना झोल-झाल है?? ध्यान रहे, ये तो सिर्फ बानगी भर है!!
शिक्षकों को पहले प्राइमरी में
ReplyDeleteबनना होगा हेडमास्टर
लखनऊ। प्राइमरी स्कूलों में तीन साल पर पदोन्नति पाने वाले शिक्षकों को उसी स्कूल में हेडमास्टर बनाया जाएगा। सहायक अध्यापक से अध्यापक के पद पर पदोन्नति पाने वालों को उच्च प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती दी जाती थी। इससे प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी रहती थी। इसलिए यह तय किया गया है कि तीन साल पर पदोन्नति पाने वालों को उसी स्कूल में हेड मास्टर बना दिया जाएगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद इस संबंध में जल्द आदेश जारी करने वाले हैं।
प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में 2,36,398 पद रिक्त हैं। इन पदों पर भर्ती की कवायद वर्ष 2011 से चल रही है लेकिन यह प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। शिक्षकों की हर साल पदोन्नति होने की वजह से प्राइमरी स्कूलों में कमी बढ़ती जा रही है। इस शासन स्तर पर हुई बैठक में यह तय किया गया है कि शिक्षकों को पदोन्नति तो दी जाएगी लेकिन उन्हें वहीं पर हेड मास्टर बना दिया जाएगा। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा को निर्देश दे दिया है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि शिक्षकों को तीन साल पर पदोन्नति देने संबंधी आदेश इसी शर्त के आधार पर जारी किया जाए।
शिक्षक नहीं बनना चाहते हेडमास्टर
प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक जल्द हेडमास्टर नहीं बनना चाहते हैं। इसके पीछे मुख्य वजह हेडमास्टर बनने वाले शिक्षक को बच्चों को पढ़ाने के साथ अन्य प्रशासनिक काम भी करने पड़ते हैं। उदाहरण के लिए अभिभावकों को प्रेरित करते हुए बच्चों का नाम स्कूलों में लिखाने, स्कूल चलो अभियान के लिए रैलियां निकालने, मिड-डे मील में बच्चों को अच्छा खाना खिलवाने और स्कूल निर्माण की जिम्मेदारी भी हेडमास्टर को ही निभानी पड़ती है। कई शिक्षक हेडमास्टर इन झंझटों के चलते ही नहीं बनना चाहते हैं। इसलिए वे चाहते हैं कि सहायक अध्यापक के बाद अध्यापक बने तो उन्हें सीधे उच्च प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बना दिया जाए। प्राइमरी स्कूल के हेडमास्टर और उच्च प्राइमरी स्कूल के सहायक अध्यापक का वेतनमान एक समान होता है।
•प्राइमरी स्कूलों में तीन साल में पदोन्नति पाने संबंधी आदेश जल्द
•प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने की कवायद
सर्द ऋतु
ReplyDeleteजिधर देखो ठंडी ही ठंडी छाई है
सिर्फ बीवी के दिमाग पर गरमाई है
दिल तो करता है सुधर जाऊं मगर
बाजूवाली छत पे धुप सेकने आई है!!
ग्रीष्म ऋतू
पसीना ही पसीना -- बहुत गरमाई है
आज बीवी ने लस्सी नहीं बनायी है
दिल करता है गुस्सा करूँ लेकिन
बाजूवाली ठंडी बियर लेकर आई है!!!!
बसंत ऋतू
सब तरफ हरयाली छाई है
बीवी के चेहरे पर अब भी सुखाई है
दिल तो करता है सुधर जाऊं मगर
बाजूवाली होली खेलने आई है!!!
वर्षा ऋतु
आसमान में काली घटा छाई है
आज फिर बीवी ने दो बातें सुनाई है
दिल तो करता है सुधर जाऊं मगर
बाजूवाली आज फिर भीग के आई है!
विशेष अनुज्ञा याचिका ( S L P ) का अर्थ है कि आप हाई कोर्ट या किसी न्यायिक ट्रिब्यूनल के आदेश के खिलाफ सुने जाने कि विशेष अनुमति कि मांग करते हैं। सामान्यतः हाई कोर्ट द्वारा निर्णित कोई मुद्दा अंतिम माना जाता है किन्तु यदि कोई संवैधानिक या क़ानूनी मुद्दा विद्यमान है जो केवल उच्चतम न्यायालय द्वारा स्प्ष्ट किया जा सकता है तब इस विशेष अनुमति को सुप्रीम कोर्ट देती है। उच्चतम न्यायालय में फ्रेश केस प्रत्येक सोमवार और शुकवार को सुने जाते है। और 90 % नयी विशेष अनुज्ञा याचिकायें ( S L P ) प्रथम दृष्टया ही अस्वीकार कर दी जाती हैं।
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट में किसी के द्वारा अपील करने का अर्थ उसका अधिकार नहीं समझना चाहिए बल्कि मामले में संवैधानिक या क़ानूनी मुद्दा विद्यमान होने पर और हाई कोर्ट द्वारा वह मुद्दा उचित से निर्धारित नहीं होने पर सप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमति देना(leave grant ) आपको मिला एक विशेष लाभ है। यहाँ तो यादव जी से पहला प्रश्न यही होगा what is your right अर्थात आप वादी हैं क्या,आपकी पोषणीयता क्या है ?
विशेष अनुज्ञा याचिका ( S L P ) अनुच्छेद 136 के तहत सुप्रीम कोर्ट में कोई भी दाखिल कर सकता है अब इसकी अनुमति प्रदान करना या नहीं करना माननीय न्यायधीशो पर निर्भर है।
मेरे अधिवक्ता मित्र माफ़ करे पर जब कोई भी व्यक्ति इनके चैम्बर में जाता है तो ये सब्ज़बाग दिखाते हैं कि वो भ्रमित हो जाता है और slp तो एक जुआ है जो 90 % प्रथम दृष्टया खारिज़ हो जाती हैं।
मिडिल में भाषा शिक्षक: बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राइमरी स्कूलों में पहली बार भाषा शिक्षकों की भर्ती की तैयारी है. टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) पास बीएड डिग्री धारकों को भाषा शिक्षक बनाया जाएगा. इसके लिए रिक्तियों का ब्यौरा तैयार करा लिया गया है और करीब 21 हजार भाषा शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. यह भर्ती प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में दाखिल विशेष अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) पर फैसला आने के बाद शुरू करने पर विचार किया जा रहा है. सूबे के परिषदीय स्कूलों में 2,91,906 शिक्षकों की कमी है. इसमें प्राइमरी स्कूलों में 2,36,398 तथा उच्च प्राइमरी में 55,508 शिक्षकों की कमी है. प्रदेश में पिछले दो साल से शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती के प्रयास चल रहे हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है. पहले प्राइमरी स्कूलों में 72,825 और फिर उच्च प्राइमरी स्कूलों में गणित व विज्ञान के 29,334 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया फंस गई. इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि सुप्रीम कोर्ट से जैसे ही एसएलपी पर फैसला आए, प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों में रिक्ति पदों पर भर्तियां कर ली जाएं. इसमें उच्च प्राइमरी स्कूलों में भाषा शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया भी शामिल होगी. सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में भाषा शिक्षक रखने का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है. इसके मुताबिक प्रदेश में 76,782 उच्च प्राथमिक स्कूल हैं. इनमें करीब 21 हजार भाषा शिक्षक रखे जाएंगे. प्रदेश में वर्ष 2013 में आयोजित टीईटी में उच्च प्राथमिक स्तर की भाषा शिक्षा की परीक्षा में 42,430 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे. इसके आधार पर ही भाषा शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. इसके लिए 21 से 40 वर्ष की आयु के टीईटी पास बीएड वाले पात्र होंगे. इन्हें शिक्षक पद पर भर्ती के बाद छह माह का विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
ReplyDeleteकोर्ट ने 15 वें संशोधन को निरस्त कर 12 वाँ संशोधन बहाल कर दिया है जिसका परिणाम यह है कि हमारी भर्ती 2011 से सतत जारी मानी जाएगी । अंतिम तारीख से पहले शुरू होना आवश्यक है जो पहले ही हो चुकी है । अंतिम तारीख निकल जाने या आचार संहिता जारी हो जाने का कोई प्रभाव हमारी भर्ती पर नही पड़ेगा । कुछ ऐसा ही राम गोविंद चौधरी जी ने भी वार्ता के दौरान कहा था । उन्होने आंदोलन समाप्त करने का आग्रह मोर्चा द्वारा ठुकराए जाने पर खुद कोई जुगाड करने की बात भी इशारे मे की थी और अगले दिन ही वह जुगाड slp के रूप मे सामने आई । आगे आप लोग खुद समझदार है ।यह अपील लड़ने के लिए नही धरना समाप्त कराने के लिए की गई थी । मुझे तो डर यह है कि मोर्चा को कल slp करने के लिए भी आंदोलन करने की घोषणा करने के लिए लोगों के दबाव के आगे बाध्य न होना पड़े ! हद हो गई यार slp का इंतजार इतना बेसब्री से हो रहा है जितना कुँवारोँ को शादी का भी नही होता !
ReplyDeleteसरकार ने अपनी सभी शिक्षक भर्ती रोककर 20 नवंबर के आदेश का असर दिखाना शुरू कर दिया है । वह दिन दूर नही जब वह इसका पूरी तरह पालन करते हुए 72825 भर्ती शुरू करेगी । उम्मीद है वह शुभ घड़ी 20 फरवरी से पहले ही आएगी । ऐसा इसलिए क्योंकि 20 फरवरी निकल जाने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की अवमानना हो जाएगी । अवमानना झेलने के मूड मे सरकार बिलकुल नही है । sc मे slp लड़ने के लिए नही बल्कि दो अन्य उद्देश्यों से डाली है जिसमे पहला अनशन समाप्त कराना और दूसरा अकेडमिक वालों को टेट मैरिट से भर्ती स्वीकार करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करना । अगर मेरा अनुमान गलत है तो भी भर्ती उक्त तारीख sc मे विशेष याचना खारिज होने के बाद शुरू हो जाएगी ।
ReplyDeleteनिरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही'
ReplyDelete.
.
.
सत्यमित्र गर्ग- (जज साहब से) हुजूर सरकार चाहती है की बिना टेट पास अभ्यर्थियों को भी नियुक्ति दी जाए।
जज महोदय- बस इतनी सी बात, हम तो 10 पास विद्यार्थी को भी प्राइमरी टीचर बनाने की सोच रहे हैं।
सत्यमित्र गर्ग:-( उत्साहित होकर) क्यों मजाक कर रहें हैं हुजूर।
जज साहब- (गुस्से से) शुरू तो तुम्हीं ने किया था।
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
It is not important that how much
you love a person !
But the important thing is that how
long you love that person with same feelings !
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
“Tu Hazar Baar Bhi Rooth... To Manaa Lenge ‘tujhe,
Magar Dekh,,,!
Mohabbat Me Shamil ...Koi Dosra Na Ho…..!!!
यात्रियों से खचाखच भरी ट्रेन में टी.टी.ई. को एक पुराना फटा सा पर्स मिला। उसने पर्स को खोलकर यह पता लगाने की कोशिश की कि वह किसका है। लेकिन पर्स में ऐसा कुछ नहीं था जिससे कोई सुराग मिल सके। पर्स में कुछ पैसे और भगवान श्रीकृष्ण की फोटो थी। फिर उस ... टी.टी.ई. ने हवा में पर्स हिलाते हुए पूछा -"यह किसका पर्स है?" एक बूढ़ा यात्री बोला -"यह मेरा पर्स है। इसे कृपया मुझे दे दें।"टी.टी.ई. ने कहा -"तुम्हें यह साबित करना होगा कि यह पर्स तुम्हारा ही है। केवल तभी मैं यह पर्स तुम्हें लौटा सकता हूं।"उस बूढ़े व्यक्ति ने दंतविहीन मुस्कान के साथ उत्तर दिया -"इसमें भगवान श्रीकृष्ण की फोटो है।"टी.टी.ई. ने कहा -"यह कोई ठोस सबूत नहीं है। किसी भी व्यक्ति के पर्स में भगवान श्रीकृष्ण की फोटो हो सकती है। इसमें क्या खास बात है? पर्स में तुम्हारी फोटो क्यों नहीं है?" बूढ़ा व्यक्ति ठंडी गहरी सांस भरते हुए बोला -"मैं तुम्हें बताता हूं कि मेरा फोटो इस पर्स में क्यों नहीं है। जब मैं स्कूल में पढ़ रहा था, तब ये पर्स मेरे पिता ने मुझे दिया था। उस समय मुझे जेबखर्च के रूप में कुछ पैसे मिलते थे। मैंने पर्स में अपने माता-पिता की फोटो रखी हुयी थी। जब मैं किशोर अवस्था में पहुंचा, मैं अपनी कद-काठी पर मोहित था। मैंने पर्स में से माता-पिता की फोटो हटाकर अपनी फोटो लगा ली। मैं अपने सुंदर चेहरे और काले घने बालों को देखकर खुश हुआ करता था। कुछ साल बाद मेरी शादी हो गयी। मेरी पत्नी बहुत सुंदर थी और मैं उससे बहुत प्रेम करता था। मैंने पर्स में से अपनी फोटो हटाकर उसकी लगा ली। मैं घंटों उसके सुंदर चेहरे को निहारा करता। जब मेरी पहली संतान का जन्म हुआ, तब मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू हुआ। मैं अपने बच्चे के साथ खेलने के लिए काम पर कम समय खर्च करने लगा। मैं देर से काम पर जाता ओर जल्दी लौट आता। कहने की बात नहीं, अब मेरे पर्स में मेरे बच्चे की फोटो आ गयी थी।" बूढ़े व्यक्ति ने डबडबाती आँखों के साथ बोलना जारी रखा -"कई वर्ष पहले मेरे माता- पिता का स्वर्गवास हो गया। पिछले वर्ष मेरी पत्नी भी मेरा साथ छोड़ गयी। मेरा इकलौता पुत्र अपने परिवार में व्यस्त है। उसके पास मेरी देखभाल का क्त नहीं है। जिसे मैंने अपने जिगर के टुकड़े की तरह पाला था, वह अब मुझसे बहुत दूर हो चुका है। अब मैंने भगवान कृष्ण की फोटो पर्स में लगा ली है। अब जाकर मुझे एहसास हुआ है कि श्रीकृष्ण ही मेरे शाश्वत साथी हैं। वे हमेशा मेरे साथ रहेंगे। काश मुझे पहले ही यह एहसास हो गया होता। जैसा प्रेम मैंने अपने परिवार से किया, वैसा प्रेम यदि मैंने ईश्वर के साथ किया होता तो आज मैं इतना अकेला नहीं होता।" टी.टी.ई. ने उस बूढ़े व्यक्ति को पर्स लौटा दिया। अगले स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही वह टी.टी.ई. प्लेटफार्म पर बने बुकस्टाल पर पहुंचा और विक्रेता से बोला -"क्या तुम्हारे पास भगवान की कोई फोटो है? मुझे अपने पर्स में रखने के लिए चाहिए।
ReplyDeleteये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक,
ReplyDeleteहौसला रख ए मुसाफ़िर ..
कभी सुना है क्या ..???
अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया ..!!
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
ये मेरी मोहब्बत थी या थी दीवानगी की इम्तहाँ,
तेरे करीब से गुजर गये हम तेरे ही ख्यालो में..
आज बीस दिन पूरा हो गया जिसमें आपको 'डिफेक्ट' ने परेशान करके रखा है। बड़ी विनम्रता से आपने मुझे पढ़ा है लेकिन यह भी मेरा एक पहलू है कि खून से खेलेंगी जब मजहबी ताकतें पिलाकर लेखनी को खून हम अंगार लिखेंगे। जिसके रक्त में डिफेक्ट हो धोती पहनकर खुद को सेक्युलर कहे। राज-धर्म में डिफेक्ट हो । उसकी याचना में डिफेक्ट तो होना ही था।
ReplyDeleteआज मै खुद को लेकर आश्चर्य में हूँ कि जिस विषय पर मै उस विषय के
ReplyDeleteबिना बयार के कह देता हूँ आगे चलकर वही होता है।
मैंने स्पष्टरूप से वृहद्पीठ में विशिष्ट बीटीसी के साथ नाइंसाफी का जिक्र किया था और यह भी कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस वीएस चौहान के भेजे नोटिस का यह सरकार जवाब नहीं भेज रही है यह डायरेक्ट हियरिंग में प्रेजेंट होकर शिक्षामित्रों के लिए जमीन तैयार करना चाहती है।
जमीन तो मिलेगी लेकिन उस जमीन में दलदल है।
हाई कोर्ट में जब टीईटी का मुकदमा न्यायमूर्ति अशोक भूषण साहब को मिला तो मैंने स्पष्टरूप से कहा कि पुराना विज्ञापन आज ही बहाल मान लो।
क्योंकि नये विज्ञापन में नॉनटेट वालों को शामिल करने का आदेश न्यायमूर्ति अशोक भूषण साहब ने ही दिया था । उनके आवेदन को लेकिन डीपी चाचा ने अवमानना का नोटिस भी जारी कर दिया था। वीके शुक्ला सर भी कुछ कार्यवाई किये थे।
मै जानता था कि बेसिक नियमावली में संशोधन १६ करके भूषण साहब को
नॉन टेट का फैसला देने को मजबूर करके खलनायक बनाने वाली इस सरकार को अब इस मामले में ठिकाने लगाकर हीरो बनने का अवसर मिल गया है।
मैंने तत्काल फेसबुक और ट्विटर पर लिखा कि बेसिक नियमावली का संशोधन १५ , १६ रद्द होने जा रहा है।
बाकायदा अपने वाल पर भूषण साहब और श्री विपिन सिन्हा जी की फोटो लगायी और लोगों के मन में व्याप्त उनके प्रति भय को मैंने दूर करने का प्रयास किया।
मैंने कभी विवादित विचार नहीं रखा जो लोग न समझ पाए उन्होंने भले ही विवादित मान लिया।
मै भी चाहता था तो गुणांक वालों की हवा में गुणांक-गुणांक करता लेकिन जानता था कि गठबंधन टीईटी वालों से ही करना है तो जिस तरह मै अपने धोखेबाजों को माफ़ नहीं करता तो मेरे धोखे को वे कैसे माफ़ करेंगे।
अतः निःस्वार्थ भाव से अपनी बात रखता रहा।
जब राष्ट्रपति सचिवालय से इलाहाबाद उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश (कार्यवाहक) न्यायमूर्ति शिवकुमार सिंह को पत्र आया तो उन्होंने माननीय भूषण साहब से पूछा कि हम और आप में से कोई एक सुनेगा क्या आप इस विवादित मुक़दमे को लेने को तैयार हो?
न्यायमूर्ति भूषण साहब ने कहा कि यह मुकदमा मेरे संज्ञान में है बाकी इसमें कोई विवाद नहीं है बमुश्किल से दो डेट का मामला है ।
सीजे साहब ने भूषण साहब को मुकदमा सौप दिया और मैंने तत्काल अपने मित्रों को बधाई भी दे दी।
वैसे महापात्रा जी के जाते ही मैंने भविष्यवाणी कर दी थी कि भूषण साहब होंगे हमारे अगले जज , नॉन टेट का उनका फैसला सुने मेरे मित्रों को पसीना आने लगा।
तब मैंने उनको समझाया कि मेरा ११ जनवरी २०१३ का वाल पोस्ट देखो जिसमे नॉन टेट का फैसला आने की बात आदेश आने के पांच दिन पहले ही लिख दी है।
आज पुनः फिर इसी प्रक्रिया में कह रहा हूँ कि ७२८२५ की भर्ती शानदार तरीके से संपन्न होगी।
आप सबको अग्रिम बधाई भी पुनः प्रेषित करता हूँ बस न्यायालय में समय की गारंटी नहीं है लेकिन अपना मामला संवेदनशील है छोटे-छोटे बच्चों की जिन्दगी बर्बाद हो रही है।
जिसका जिक्र आदेश में है।
अपना मुकदमा न्यायमूर्ति वीएस चौहान या फिर न्यायमूर्ति राधाकृष्णन की पीठ में जाये तो मजा आ जायेगा।
धन्यवाद।
शिक्षामित्रों का जीवन सफाईकर्मी से भी बदतर है।
ReplyDeleteउत्तराखंड में शिक्षामित्रों का मानदेय पिछले नववर्ष पर ही दस हज़ार से अधिक कर दिया गया था।
यूपी में इनका जीवन आज भी पैतीस सौ रूपये में चल रहा है।
टीईटी उत्तीर्ण बीएड बेरोजगारों को तो खून के आंसू रुलाया जा रहा है।
दो लाख सत्तर हजार रिक्ति है सबको समायोजित करने में इस सरकार को क्या नुकसान है?
१ अप्रैल २०१० को राईट टू एजुकेशन एक्ट लागू हुआ उसका पहले छः महीने में अनुपालन जरुरी था फिर तीन वर्ष किया गया।
३१ मार्च २०१३ को अनुपालन की तिथि भी समाप्त हो गयी।
उत्तर प्रदेश में बाल अधिकार अधिनियम १९७४ और राईट टू एजुकेशन २००९ का खुला उलंघन हो रहा है ।
संविधान की धज्जी उड़ाई जा रही है ।
सरकार सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं पायेगी बशर्ते कि बचाव पक्ष इन सब घटनाओं का जिक्र करे।
सर्विस केस में कोई जल्दबाजी नहीं होती है।
अतः इन सब जरुरी मामलों का अगर हाई कोर्ट में भी जिक्र हुआ होता तो फैसला शीघ्र आता।
समस्या इस बात की थी कि नया विज्ञापन तब प्रगति पर था उसको भी लाभ मिल सकता था अतः संवैधानिक हवाले नहीं दिए गए।
अब सब कुछ सकारात्मक चल रहा है।
अतः हर हलबा हथियार दुरुस्त रखा जाये।
धन्यवाद।
एकेडमिक की डगर पे मित्रो दिखाओ चलके
ReplyDeleteये नियुक्ति है तुम्हारी टीचर तुम्हीं हो कलके ।।
अध्यापकों के सिर पर इज्जत की ताज रखना
अच्छे डिवीजन लेकर शिक्षा की लाज रखना।।
सम्मान नया मिलेगा एकेडमिक भर्ती से गुजरके
ये नियुक्ति है तुम्हारी टीचर तुम्हीं हो कलके ।।
एकेडमिक की डगर पे मित्रो दिखाओ चलके
ये नियुक्ति है तुम्हारी टीचर तुम्ही हो कलके।।
अपने हों या पराये अच्छे डिविजन लेकर आये
देखो कदम तुम्हारा हरगिज ना डगमगाए।।
परीक्षा बड़ी कठिन है देना संभल संभल के
ये नियुक्ति है तुम्हारी टीचर तुम्ही हो कलके।।
एकेडमिक की डगर पे मित्रो दिखाओ चलके
ये नियुक्ति है तुम्हारी टीचर तुम्ही हो कलके।।
टे टे भाईयों के रंज सहना
पर मुँह से कुछ ना कहना।।
रख दोगे एक दिन तुम इतिहास को बदलके
ये नियुक्ति है तुम्हारी टीचर तुम्हीं हो कलके।।
एकेडमिक की डगर पे मित्रो दिखाओ चलके
ये नियुक्ति है तुम्हारी टीचर तुम्ही हो कलके।।
Good evening,,
ReplyDeleteJunior bharti GO jari,, 5 feb ko hogi merit list jari,, 8-10 feb district wise cut-off jari hogi, aur 12 feb se counseling suru ho jayegi,, smabhavta 5 guna abhyarthi bulaye jayege,,
thanks,,,, — with Neel Kamal Pandey and 8 others.
Good evening,,
ReplyDeleteJunior bharti GO jari,, 5 feb ko hogi merit list jari,, 8-10 feb district wise cut-off jari hogi, aur 12 feb se counseling suru ho jayegi,, smabhavta 5 guna abhyarthi bulaye jayege,,
thanks,,,, — with Neel Kamal Pandey and 8 others.
Good evening,,
ReplyDeleteJunior bharti GO jari,, 5 feb ko hogi merit list jari,, 8-10 feb district wise cut-off jari hogi, aur 12 feb se counseling suru ho jayegi,, smabhavta 5 guna abhyarthi bulaye jayege,,
thanks,,,, — with Neel Kamal Pandey and 8 others.
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteएक सीधा सा सवाल जिसका उत्तर सिर्फ हाँ या ना में दें........
ReplyDeleteक्या सरकार पूर्व विज्ञापन के 72825 पदों पर टेट मेरिट से
चयन के बीस नवम्बर के आदेश के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में
अपील करने की हिमाकत करेगी?
अपने बैंक से महीने में सिर्फ 5 बार एटीएम ट्रांजैक्शन मुफ्त! नई दिल्ली। बैंकों ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) से अनुरोध किया है कि एटीएम से होने वाले प्रत्येक छठे लेन-देन पर शुल्क वसूलने की मंजूरी मिले। इसका मतलब है कि पांच बार तो आप किसी भी बैंक के एटीएम से मुफ्त में पैसे, अकाउंट का बैलेंस, पासवर्ड बदलने का काम कर सकते हैं। लेकिन अगर आपने छठी बार ऐसा किया तो बैंक आपसे पैसे वसूल लेगा। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) ने प्रस्ताव दिया है कि अब हर महीने सिर्फ पांच बार मुफ्त ट्रांजैक्शन की इजाजत हो, चाहे वह वह अपने खाते से ही पैसे निकाल रहा हो या और कुछ। बैंकों को यह कदम इसलिए उठाना पड़ रहा है कि उन्हें एटीएम पर सिक्योरिटी गार्ड रखने पड़ रहे हैं जिससे उनका खर्च बढ़ गया है। इसके अलावा, उन्हें और भी सीसीटीवी लगाने होंगे। बेंगलुरु में एक एटीएम में एक महिला पर हुए हमले के बाद से एटीएम में सुरक्षा और कड़ी की जा रही है। इतना ही नहीं, अभी तक ग्राहक द्वारा दूसरे बैंकों के एटीएम इस्तेमाल करने पर वह बैंक उसे 15 रुपये देता था लेकिन यह राशि अब बढ़ाकर 18 रुपये करने का प्रस्ताव है। वहीं, नॉन-कैश ट्रांजैक्शन पर बैंकों द्वारा 5 रुपये वसूले जाते हैं। दूसरे बैंकों के एटीएम से आप 10,000 रुपये तक निकाल सकते हैं। आरबीआई ने पहले ही संकेत दिया है कि बैंक अपनी मर्जी से एटीएम शुल्क वसूल सकते हैं तथा अपनी इच्छा से शुल्क भी तय कर सकते हैं।
ReplyDeleteया खुदा ! वो इतनी दूआओं के बाद मिला है मुझ को कि मैं परेशान हूँ ,
ReplyDeleteजिंदगी अब उस को मुहोब्बत में गुजारूं या तेरा शुक्रिया अदा करने में
एक बच्चा नयी कार पर पेन से स्क्रेच कर
ReplyDeleteरहा था,
ये देखते ही उसके पापा ने उसके गाल पर
जोरदार थप्पड़ मार दिया
बच्चा कमजोर था थप्पड़ की मार से
ही बेहोश हो गया,
और अस्पताल में उसकी मौत हो गयी
पिता को अपनी गलती पर
पछतावा हो रहा था,
अचानक उनकी नजर कार के उस स्क्रेच पर
पड़ी
गौर से देखा तो कार पर अंग्रेजी में
लिखा था -I love u papa.
(प्यार रिश्तों से करना चाहिए चीजों से
नहीं,क्योकि चीज़े आती रहती है-
जाती रहती है...................
G
ReplyDeleteO
O
O
O
O
O
ODDDDDDDDDDDDDDDDDD
.
.
.
N
I
G
HTTTTTTTTTTTTTTTTTT
8 9 2 3 0 0 3 8 0 3
आइये आपको बताये ये विशेष अनुज्ञा याचिका ( S L P ) क्या होती है जिसको फ़ाइल कर देने मात्र से अकादमिक मेरिट के महाज्ञानी लोग कूद रहे हैं। अगर विशेष अनुज्ञा याचिका ( S L P ) का मतलब आप समझ गए तो आपको इन बेचारों पर तरस आएगा।
ReplyDeleteविशेष अनुज्ञा याचिका ( S L P ) का अर्थ है कि आप हाई कोर्ट या किसी न्यायिक ट्रिब्यूनल के आदेश के खिलाफ सुने जाने कि विशेष अनुमति कि मांग करते हैं। सामान्यतः हाई कोर्ट द्वारा निर्णित कोई मुद्दा अंतिम माना जाता है किन्तु यदि कोई संवैधानिक या क़ानूनी मुद्दा विद्यमान है जो केवल उच्चतम न्यायालय द्वारा स्प्ष्ट किया जा सकता है तब इस विशेष अनुमति को सुप्रीम कोर्ट देती है। उच्चतम न्यायालय में फ्रेश केस प्रत्येक सोमवार और शुकवार को सुने जाते है। और 90 % नयी विशेष अनुज्ञा याचिकायें ( S L P ) प्रथम दृष्टया ही अस्वीकार कर दी जाती हैं।
सुप्रीम कोर्ट में किसी के द्वारा अपील करने का अर्थ उसका अधिकार नहीं समझना चाहिए बल्कि मामले में संवैधानिक या क़ानूनी मुद्दा विद्यमान होने पर और हाई कोर्ट द्वारा वह मुद्दा उचित से निर्धारित नहीं होने पर सप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमति देना(leave grant ) आपको मिला एक विशेष लाभ है। यहाँ तो यादव जी से पहला प्रश्न यही होगा what is your right अर्थात आप वादी हैं क्या,आपकी पोषणीयता क्या है ?
विशेष अनुज्ञा याचिका ( S L P ) अनुच्छेद 136 के तहत सुप्रीम कोर्ट में कोई भी दाखिल कर सकता है अब इसकी अनुमति प्रदान करना या नहीं करना माननीय न्यायधीशो पर निर्भर है।
मेरे अधिवक्ता मित्र माफ़ करे पर जब कोई भी व्यक्ति इनके चैम्बर में जाता है तो ये सब्ज़बाग दिखाते हैं कि वो भ्रमित हो जाता है और slpतो एक जुआ है जो 90 % प्रथम दृष्टया खारिज़ हो जाती हैं।
वैसे चंदा बटोरने का अच्छा बहाना है ग़ालिब आओ बिना मुद्दई रहते एक slp तो कर दें
एकल बेंच में न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने शिक्षामित्रों से ईर्ष्या के कारण सरकार को उलझा दिया और एक नया समूह ही बनवा दिया।
ReplyDeleteजिसका प्रतिफल आज सबको दिख रहा है।
पुराना विज्ञापन भी बहाल हुआ और गुणांक का समूह जो कि सपा का पैदा किया है सरकार के खिलाफ आज सर्वोच्च अदालत में मुकदमा ठोंक दिया।
इतिहास खुद को दोहराता है।
लादेन को अमेरिका ने पैदा किया था।
क्या आप बता सकते हैं कि शिक्षामित्र और गुणांक वालों में सरकार किसे तरजीह देगी??
न्यायमूर्ति अरुण कुमार टंडन की मुराद आज पूरी होने की तरफ अग्रसर हुयी।
आज पुनः स्पष्ट करता हूँ कि बीएड की प्रथम भर्ती प्राइमरी में पुराने विज्ञापन की शर्तों पर होगी।
फरवरी में होगी शिक्षकों की काउंसिलिंग
ReplyDeleteWed, 08 Jan 2014 08:59 PM (IST)
इलाहाबाद : उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गणित-
विज्ञान विषय के 29334 अध्यापकों की काउंसिलिंग
की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सारी तैयारी पूरी करके
फरवरी माह में काउंसिलिंग शुरू की जाएगी।
इसको लेकर विभागीय स्तर पर तैयारी की जा रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने
सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों के पास
शिक्षकों का डाटा भेज दिया है। हर जिला के बीएसए
सारी तैयारियां पूरी करके 12 से 21 फरवरी तक
काउंसिलिंग कराएंगे।
गौरतलब है कि शिक्षकों की मेरिट लिस्ट जारी कराने
को लेकर 'जूनियर शिक्षक भर्ती युवा मोर्चा' के बैनर
तले अभ्यर्थी कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने
शासन पर खुद के मानसिक व आर्थिक शोषण का आरोप
लगाया। अभ्यर्थियों के दबाव के कारण ही शासन ने
उनकी काउंसिलिंग कराने का निर्णय लिया है।
वहीं नई भर्ती होने से परिषदीय विद्यालयों में
शिक्षकों की कमी दूर होगी, इससे पढ़ाई का स्तर
सुधरेगा।
शुभ रात्री दोस्तों।
BREAKING NEWS>>>>>>
ReplyDeleteAaj tet sangharsh morcha u.p. ne senior advocate ashok khare aur shalendra shrivastav,abhishek shrivastav ji se mulakat hui.
jisme tet sangharsh morcha dwara gov ki hathdharmita tatha highcourt k 20nov 13 k order ane k wabzood gov lagatar niyukti patra aur cousling, tha g.o jari kiye ja rhe h jo ki puri tour par gairkanuni hai. Isi matter ko lekar gov k khilaaf contempt of court ka mamla file kiya jayega. Jis par tet sangharsh morch u.p agami ek se do din me faisla le lega. Jai tet jai hind
BREAKING NEWS>>>>>>
ReplyDeleteAaj tet sangharsh morcha u.p. ne senior advocate ashok khare aur shalendra shrivastav,abhishek shrivastav ji se mulakat hui.
jisme tet sangharsh morcha dwara gov ki hathdharmita tatha highcourt k 20nov 13 k order ane k wabzood gov lagatar niyukti patra aur cousling, tha g.o jari kiye ja rhe h jo ki puri tour par gairkanuni hai. Isi matter ko lekar gov k khilaaf contempt of court ka mamla file kiya jayega. Jis par tet sangharsh morch u.p agami ek se do din me faisla le lega. Jai tet jai hind
bhaio aj main bharti k bare me nhi balki kch or bat share karna chahuga. Maine aj news me dekha k safai mahotsav k lye salman khan or madhuri dixit k sath or bi bde bde log phuche. Kisi bi show me jana ya krna ye actor ka kam h ye unki roji roti h. Bt kya vo insan nhi h kya unhe muzaffarnagr k halat pta nhi h. Sarkar ki to yha bat krna bekar h. Lekin kya ye actor vo rakam jo inhe mhotsav me ane k lye mili h vo un pidito ki help k lye nhi de skte. Free me to aaye nhi hoge itne log. Salman to bhai h. Unhe ye nek kadam uthana chaiye. Sarkar ko to jawab dene ka waqt aa gaya h or dia bi jayega. Jis tarh se vo log up ki paresanio se mu modkar mja le rhe h or videsh ghum rhe h. Sbko sbak milega. Upr wala sb dekh rha h. Hindu bi dekh rha h musalman bi. Janta karegi or ab sarkar bhugtegi. VINASH KALE VIPREET BUDDHIE
ReplyDeletebhaio aj main bharti k bare me nhi balki kch or bat share karna chahuga. Maine aj news me dekha k safai mahotsav k lye salman khan or madhuri dixit k sath or bi bde bde log phuche. Kisi bi show me jana ya krna ye actor ka kam h ye unki roji roti h. Bt kya vo insan nhi h kya unhe muzaffarnagr k halat pta nhi h. Sarkar ki to yha bat krna bekar h. Lekin kya ye actor vo rakam jo inhe mhotsav me ane k lye mili h vo un pidito ki help k lye nhi de skte. Free me to aaye nhi hoge itne log. Salman to bhai h. Unhe ye nek kadam uthana chaiye. Sarkar ko to jawab dene ka waqt aa gaya h or dia bi jayega. Jis tarh se vo log up ki paresanio se mu modkar mja le rhe h or videsh ghum rhe h. Sbko sbak milega. Upr wala sb dekh rha h. Hindu bi dekh rha h musalman bi. Janta karegi or ab sarkar bhugtegi. VINASH KALE VIPREET BUDDHIE
ReplyDeletebhaio aj main bharti k bare me nhi balki kch or bat share karna chahuga. Maine aj news me dekha k safai mahotsav k lye salman khan or madhuri dixit k sath or bi bde bde log phuche. Kisi bi show me jana ya krna ye actor ka kam h ye unki roji roti h. Bt kya vo insan nhi h kya unhe muzaffarnagr k halat pta nhi h. Sarkar ki to yha bat krna bekar h. Lekin kya ye actor vo rakam jo inhe mhotsav me ane k lye mili h vo un pidito ki help k lye nhi de skte. Free me to aaye nhi hoge itne log. Salman to bhai h. Unhe ye nek kadam uthana chaiye. Sarkar ko to jawab dene ka waqt aa gaya h or dia bi jayega. Jis tarh se vo log up ki paresanio se mu modkar mja le rhe h or videsh ghum rhe h. Sbko sbak milega. Upr wala sb dekh rha h. Hindu bi dekh rha h musalman bi. Janta karegi or ab sarkar bhugtegi. VINASH KALE VIPREET BUDDHIE
ReplyDeleteगणित-विज्ञान शिक्षकों की काउंसलिंग 12 फरवरी से
ReplyDelete---------------------------------------------------------
29,334 शिक्षकों की होगी भर्ती, एनआईसी से मिले डाटा को जिलेवार भेजा जा रहा है
-----------------------------------------------------------------------------------------
अमर उजाला लखनऊ (ब्यूरो)
---------------------------------
बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाईस्कूलों में गणित व विज्ञान शिक्षकों की भर्ती के लिए 10 फरवरी को मेरिट जारी करते हुए 12 से 21 फरवरी तक काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद चयनितों की सूची का अनुमोदन 25 फरवरी को जिला चयन समिति से कराया जाएगा। यह प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में दाखिल विशेष अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) पर निर्णय के अधीन होगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। विशेष आरक्षित वर्ग के पांच गुना और अन्य वर्ग में तीन गुना अधिक आवेदकों को शामिल करते हुए मेरिट सूची जारी की जाएगी।
जूनियर हाईस्कूल में गणित के 14,667 और विज्ञान के 14,667 शिक्षक पद पर भर्ती के लिए 30 अगस्त से 10 अक्तूबर 2013 तक आवेदन लिए गए थे। इन पदों पर भर्ती के लिए 3.80 लाख आवेदन आए। भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए कार्यक्रम जारी होता, इससे पहले हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली में किए गए भर्ती के प्रावधान पर रोक लगा दी। इसके चलते काउंसलिंग कार्यक्रम जारी नहीं किया जा सका। राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल किया है। इस पर इसी माह के दूसरे हफ्ते में निर्णय आने की संभावना है।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने इसे देखते हुए काउंसलिंग कार्यक्रम जारी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि काउंसलिंग प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के आधार पर ही शुरू की जाएगी। नेशनल इनफारमेटिक सिस्टम (एनआईसी) से मिले डाटा को जिलेवार भेजा जा रहा है। जिले में गणित-विज्ञान शिक्षकों के रिक्त पदों के आधार पर आरक्षण का पालन करते हुए वरिष्ठता सूची तैयार कराते हुए इसका प्रकाशन कराया जाएगा। मेरिट में शामिल होने मात्र से ही कोई आवेदक शिक्षक बनने का दावा नहीं कर सकेगा।
** गणित-विज्ञान शिक्षकों की काउंसलिंग 12 फरवरी से..
ReplyDelete** जूनियर हाईस्कूलों में 29,334 शिक्षकों की होगी भर्ती..
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाईस्कूलों में गणित व विज्ञान शिक्षकों की भर्ती के लिए 10 फरवरी को मेरिट जारी करते हुए 12 से 21 फरवरी तक काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद चयनितों की सूची का अनुमोदन 25 फरवरी को जिला चयन समिति से कराया जाएगा। यह प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में दाखिल विशेष अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) पर निर्णय के अधीन होगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। विशेष आरक्षित वर्ग के पांच गुना और अन्य वर्ग में तीन गुना अधिक आवेदकों को शामिल करते हुए मेरिट सूची जारी की जाएगी।
जूनियर हाईस्कूल में गणित के 14,667 और विज्ञान के 14,667 शिक्षक पद पर भर्ती के लिए 30 अगस्त से 10 अक्तूबर 2013 तक आवेदन लिए गए थे। इन पदों पर भर्ती के लिए 3.80 लाख आवेदन जमा हुए। भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए कार्यक्रम जारी किया जाता, इससे पहले हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली में किए गए भर्ती के प्रावधान पर रोक लगा दी। इसके चलते काउंसलिंग कार्यक्रम जारी नहीं किया जा सका। राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल किया है। इस पर इसी माह के दूसरे हफ्ते में निर्णय आने की संभावना है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने इसके आधार पर काउंसिलंग कार्यक्रम जारी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय आने के अधीन काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
जिलों को नेशनल इनफारमेटिक सिस्टम (एनआईसी) से मिले डाटा को जिलेवार भेजा जा रहा है। जिले में गणित-विज्ञान शिक्षकों के रिक्त पदों के आधार पर आरक्षण का पालन करते हुए वरिष्ठता सूची तैयार कराते हुए इसका प्रकाशन कराया जाएगा। मेरिट में शामिल होने मात्र से ही आवेदक शिक्षक बनने का दावा नहीं कर सकेगा।
**काउंसलिंग में कब क्या
*जिलेवार वरिष्ठता निर्धारण कर ऑनलाइन प्रकाशन5 फरवरी
*मेरिट तैयार करने को जिला चयन समिति की बैठक8 फरवरी
*जिलेवार मेरिट का प्रकाशन10 फरवरी
*मेरिट में आने वालों की काउंसलिंग12 से 21 फरवरी
*चयनितों की सूची का अनुमोदन25 फरवरी
पत्राचार बीएड वालों को प्रशिक्षण का रास्ता साफ
लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश में पत्राचार बीएड वालों को विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण देने का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जांच के समय यदि पिता के नाम का जाति प्रमाण पत्र बनवाया गया है तो उसे काउंसलिंग में शामिल किया जाएगा। इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर भर्ती के लिए वर्ष 2004 में बीएड वालों से आवेदन मांगे गए थे। इसकी अंतिम तिथि 15 मार्च 2004 थी। इसमें पत्राचार बीएड वालों ने भी आवेदन किया था, लेकिन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने उस समय पत्राचार बीएड वालों को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इन्हें प्रशिक्षण देने की तैयारी शुरू हुई तो जाति प्रमाण पत्र का मामला फंस गया। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर जब पत्राचार बीएड वाले काउंसलिंग के लिए पहुंचे तो पति के नाम पर जाति प्रमाण पत्र देने वाली महिलाओं को इससे अलग कर दिया गया। एससीईआरटी ने इस संबंध में शासन से निर्देश मांगा था। वहां से स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि काउंसलिंग के समय भी पिता के नाम जाति प्रमाण पत्र बनवाया गया है तो उसे प्रशिक्षण प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
** गणित-विज्ञान शिक्षकों की काउंसलिंग 12 फरवरी से..
ReplyDelete** जूनियर हाईस्कूलों में 29,334 शिक्षकों की होगी भर्ती..
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाईस्कूलों में गणित व विज्ञान शिक्षकों की भर्ती के लिए 10 फरवरी को मेरिट जारी करते हुए 12 से 21 फरवरी तक काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद चयनितों की सूची का अनुमोदन 25 फरवरी को जिला चयन समिति से कराया जाएगा। यह प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट में दाखिल विशेष अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) पर निर्णय के अधीन होगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। विशेष आरक्षित वर्ग के पांच गुना और अन्य वर्ग में तीन गुना अधिक आवेदकों को शामिल करते हुए मेरिट सूची जारी की जाएगी।
जूनियर हाईस्कूल में गणित के 14,667 और विज्ञान के 14,667 शिक्षक पद पर भर्ती के लिए 30 अगस्त से 10 अक्तूबर 2013 तक आवेदन लिए गए थे। इन पदों पर भर्ती के लिए 3.80 लाख आवेदन जमा हुए। भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए कार्यक्रम जारी किया जाता, इससे पहले हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली में किए गए भर्ती के प्रावधान पर रोक लगा दी। इसके चलते काउंसलिंग कार्यक्रम जारी नहीं किया जा सका। राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल किया है। इस पर इसी माह के दूसरे हफ्ते में निर्णय आने की संभावना है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने इसके आधार पर काउंसिलंग कार्यक्रम जारी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय आने के अधीन काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
जिलों को नेशनल इनफारमेटिक सिस्टम (एनआईसी) से मिले डाटा को जिलेवार भेजा जा रहा है। जिले में गणित-विज्ञान शिक्षकों के रिक्त पदों के आधार पर आरक्षण का पालन करते हुए वरिष्ठता सूची तैयार कराते हुए इसका प्रकाशन कराया जाएगा। मेरिट में शामिल होने मात्र से ही आवेदक शिक्षक बनने का दावा नहीं कर सकेगा।
**काउंसलिंग में कब क्या
*जिलेवार वरिष्ठता निर्धारण कर ऑनलाइन प्रकाशन5 फरवरी
*मेरिट तैयार करने को जिला चयन समिति की बैठक8 फरवरी
*जिलेवार मेरिट का प्रकाशन10 फरवरी
*मेरिट में आने वालों की काउंसलिंग12 से 21 फरवरी
*चयनितों की सूची का अनुमोदन25 फरवरी
पत्राचार बीएड वालों को प्रशिक्षण का रास्ता साफ
लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश में पत्राचार बीएड वालों को विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण देने का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जांच के समय यदि पिता के नाम का जाति प्रमाण पत्र बनवाया गया है तो उसे काउंसलिंग में शामिल किया जाएगा। इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर भर्ती के लिए वर्ष 2004 में बीएड वालों से आवेदन मांगे गए थे। इसकी अंतिम तिथि 15 मार्च 2004 थी। इसमें पत्राचार बीएड वालों ने भी आवेदन किया था, लेकिन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने उस समय पत्राचार बीएड वालों को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इन्हें प्रशिक्षण देने की तैयारी शुरू हुई तो जाति प्रमाण पत्र का मामला फंस गया। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर जब पत्राचार बीएड वाले काउंसलिंग के लिए पहुंचे तो पति के नाम पर जाति प्रमाण पत्र देने वाली महिलाओं को इससे अलग कर दिया गया। एससीईआरटी ने इस संबंध में शासन से निर्देश मांगा था। वहां से स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि काउंसलिंग के समय भी पिता के नाम जाति प्रमाण पत्र बनवाया गया है तो उसे प्रशिक्षण प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
क्या नौटंकी है .......ये बेरोजगारों को बेबकूफ बनाने के लिए ही पैदा हुए है ...
ReplyDeleteहाईकोर्ट की डबल बेंच द्वारा नए विज्ञापन , उर्दू भाषा शिक्षक की भर्ती और जूनियर शिक्षक के विज्ञापन को अवैध बताने के बाबजूद ..ये सरकार उसमे भर्ती कर रही है ..बाबजूद इसके इसमें सुप्रीम कोर्ट से स्टे नहीं मिला है बहाना सुप्रीम कोर्ट में एस.एल.पी. दाखिल है ...हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ ....
वहीँ दूसरी और २०११ के विज्ञापन के आधार पर भर्ती का आदेश देने के बाबजूद सरकार भर्ती न करके लाखो बेरोजगारों को प्रताड़ित कर रही है ...भर्ती न करने का बहाना सुप्रीम कोर्ट में एस.एल/पी ....
ये दोहरा मानदंड सब समझ रहे है .....लगता है इनके अधिकारी बिना जेल जाए नहीं सुधरेंगे ......दोनों तरफ से अदालत के आदेश की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है इस सरकार के द्वारा ....अपनी कब्र खुद खोद रहे है .....
अब मजा आयेगा, सरकार अब शायद ही खुद कोर्ट में जाने की हिम्मत करे,
ReplyDeleteअगर आप यह सोच रहे है कि कपिल अपनी से अपनी इच्छा से सुप्रीम कोर्ट गया है तो यह आप गलत सोच रहे हैं।
यह आदमी वाराणसी सपा का सक्रिय सदस्य है, पिछली बार भी ये सपा की शह पर कोर्ट गया था, चुकी पिछली बार हम लोग थोड़ा नासमझ और कोर्ट मामले में कच्चे थे हमें ये भी पता चलने में बहुत समय लग गया कि स्टे तो पूरी साजिश के तहत लगाया गया था, हमें तो तब यह भी नहीं मालूम था कि अग्रवाल जी का शिक्षा सचिव से बहुत बड़ा व्यक्तिगत खुन्नस भी था। हम सीधे साधे पढ़ने लिखने वाले लोग ये सब कोर्ट कचहरी साजिश कुछ नहीं समझ पाये थे।
अब स्थिति बदल चुकी है, सबसे बड़ी बात की ये हाई कोर्ट नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट है वो भी भारत की सुप्रीम कोर्ट जिसे दुनिया का सबसे बड़ा न्यायालय का मंदिर कहा जाता है यहाँ साजिश छल कपट पैसा पावर ये सबका कोई जगह नहीं होता।
अब हम सरकार की धूर्तता साजिश को भी समझ गए हैं।
कपिल से कोई जा कर कह दो कि काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती।
वैसे मुझे व्यक्तिगत रूप से इस बात की खुशी है कि सरकार खुद सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी और कपिल को सामने कर दिया सरकार की नैतिक हार तो पहले ही हो गई अब बचा कपिल देव बहादुर यादव इससे तो पुराना हिसाब चुकता करना है।
दोस्तों आप लोगों ने सुना तो होगा ही कि अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब यहीं होता है, कपिल का बुरा वक्त ही उसके दिमाग को ऐसा घुमाया कि वो खुद एक पार्टी बनकर सुप्रीम कोर्ट आ गया अगर ऐसा न हुआ होता तो इसके पाप की सजा इसको कभी न मिल पाती, हम लोग अपनी अपनी नौकरी करते और इसके पाप को हम सभी भूल जाते।
लेकिन भगवान इसको माफ करने के मूड में नहीं है, इसकी वजह से बहुत बूढ़े माँ बाप के अंतिम सहारा इस दुनिया से चले गये, उन बूढ़े माँ बाप के आंसू उनका कभी न खत्म होने वाला दर्द इन सभी बात का हिसाब होगा इस बार कोर्ट में।
hi !
ReplyDeleteकपिलदेव यादव की SLP पर SC में बहस होने से पहले अगर सरकार ने दुगने पदों पर टेट मेरिट से चयन की सहमति नहीं दी तो जल्द ही कपिलदेव और जावेद उस्मानी तिहाड़ जेल की एक ही सेल में बंद नजर आयेंगे..... RETROSPECTIVE EFFECT से किसी चयन प्रक्रिया में संशोधन करने और कराने का प्रयास भी विधि के शासन के मूल सिद्दांत का मजाक उडाना है जिसके अंजाम कितने गंभीर हो सकते हैं इसका निर्णय अब सर्वोच्च न्यायालय में होगा........
ReplyDeleteअव्वल तो ACD वालों की SLP एडमिशन स्टेज पर ही खारिज हो जायेगी लेकिन यदि ऐसा ना हुआ तो हमें यह देखना होगा कि उस slp में कौन से सवाल उठाये गए हैं जिसके आधार पर हमें यह निर्णय लेना होगा कि हमें उस केस में पार्टी बनना चाहिए या नहीं,,,,,,, अगर दिल्ली में मौजूद हमारे साथी कपिल की slp की कापी ला सके तो बेहतर रहेगा,,,,,,
एक जाने-माने स्पीकर ने हाथ में पांच सौ का नोट लहराते हुए अपनी सेमीनार शुरू की. हाल में बैठे सैकड़ों लोगों से उसने पूछा ,” ये पांच सौ का नोट कौन लेना चाहता है?” हाथ उठना शुरू हो गए.
ReplyDeleteफिर उसने कहा ,” मैं इस नोट को आपमें से किसी एक को दूंगा पर उससे पहले मुझे ये कर लेने दीजिये .” और उसने नोट को अपनी मुट्ठी में चिमोड़ना शुरू कर दिया. और फिर उसने पूछा,” कौन है जो अब भी यह नोट लेना चाहता है?” अभी भी लोगों के हाथ उठने शुरू हो गए.
“अच्छा” उसने कहा,” अगर मैं ये कर दूं ? “ और उसने नोट को नीचे गिराकर पैरों से कुचलना शुरू कर दिया. उसने नोट उठाई , वह बिल्कुल चिमुड़ी और गन्दी हो गयी थी.
“ क्या अभी भी कोई है जो इसे लेना चाहता है?”. और एक बार फिर हाथ उठने शुरू हो गए.
“ दोस्तों , आप लोगों ने आज एक बहुत महत्त्वपूर्ण पाठ सीखा है. मैंने इस नोट के साथ इतना कुछ किया पर फिर भी आप इसे लेना चाहते थे क्योंकि ये सब होने के बावजूद नोट की कीमत घटी नहीं,उसका मूल्य अभी भी 500 था.
जीवन में कई बार हम गिरते हैं, हारते हैं, हमारे लिए हुए निर्णय हमें मिटटी में मिला देते हैं. हमें ऐसा लगने लगता है कि हमारी कोई कीमत नहीं है. लेकिन आपके साथ चाहे जो हुआ हो या भविष्य में जो हो जाए , आपका मूल्य कम नहीं होता. आप स्पेशल हैं, इस बात को कभी मत भूलिए.
कभी भी बीते हुए कल की निराशा को आने वाले कल के सपनो को बर्बाद मत करने दीजिये. याद रखिये आपके पास जो सबसे कीमती चीज है, वो है आपका जीवन.”
एक जाने-माने स्पीकर ने हाथ में पांच सौ का नोट लहराते हुए अपनी सेमीनार शुरू की. हाल में बैठे सैकड़ों लोगों से उसने पूछा ,” ये पांच सौ का नोट कौन लेना चाहता है?” हाथ उठना शुरू हो गए.
ReplyDeleteफिर उसने कहा ,” मैं इस नोट को आपमें से किसी एक को दूंगा पर उससे पहले मुझे ये कर लेने दीजिये .” और उसने नोट को अपनी मुट्ठी में चिमोड़ना शुरू कर दिया. और फिर उसने पूछा,” कौन है जो अब भी यह नोट लेना चाहता है?” अभी भी लोगों के हाथ उठने शुरू हो गए.
“अच्छा” उसने कहा,” अगर मैं ये कर दूं ? “ और उसने नोट को नीचे गिराकर पैरों से कुचलना शुरू कर दिया. उसने नोट उठाई , वह बिल्कुल चिमुड़ी और गन्दी हो गयी थी.
“ क्या अभी भी कोई है जो इसे लेना चाहता है?”. और एक बार फिर हाथ उठने शुरू हो गए.
“ दोस्तों , आप लोगों ने आज एक बहुत महत्त्वपूर्ण पाठ सीखा है. मैंने इस नोट के साथ इतना कुछ किया पर फिर भी आप इसे लेना चाहते थे क्योंकि ये सब होने के बावजूद नोट की कीमत घटी नहीं,उसका मूल्य अभी भी 500 था.
जीवन में कई बार हम गिरते हैं, हारते हैं, हमारे लिए हुए निर्णय हमें मिटटी में मिला देते हैं. हमें ऐसा लगने लगता है कि हमारी कोई कीमत नहीं है. लेकिन आपके साथ चाहे जो हुआ हो या भविष्य में जो हो जाए , आपका मूल्य कम नहीं होता. आप स्पेशल हैं, इस बात को कभी मत भूलिए.
कभी भी बीते हुए कल की निराशा को आने वाले कल के सपनो को बर्बाद मत करने दीजिये. याद रखिये आपके पास जो सबसे कीमती चीज है, वो है आपका जीवन.”
निरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही'
ReplyDeleteशुभ प्रभात बंधुओं,
सभी साथियों को निरहुआ का प्रणाम।
अकेडमिक वीर- (टेटवीर से) क्या तुम हाई स्कूल 70% + मार्क्स के साथ उत्तीर्ण हो ?
टेटवीर- जी नहीं श्रीमान मेरे तो मार्क्स 70% से कुछ कम हैं।
अकेडमिक वीर- तब तो तुम्हारे अध्यापक बनने की संभावना 10% कम हो गई, अच्छा ये बताओ क्या +2 में तुम्हारे 70% या अधिक मार्क्स हैं ?
टेटवीर- (निराशा के साथ) नहीं मित्र हमारे विद्यालयों में नक़ल नहीं होती थी अतः अपनी मेहनत पर कुछ कम ही मार्क्स पा पाया हूँ।
अकेडमिक वीर- ओह ! सत्यानाश, तब तो तुम्हारे अध्यापक बनने सम्भावना 20% और कम हो जाती है। खैर, ग्रेजुएशन और बी.एड. का तो कुछ अच्छा हुआ होगा ना? फिर भी अब तुम अपने अध्यापक बनने की सम्भावना कम ही समझो।
(टेटवीर बहुत चिंता में पड़ गया और दुखी दिखाई देने लगा, अचानक उसे कुछ याद आया और उसने प्रसन्नता के साथ उस अकेडमिकबन्धु से पूछा)
टेटवीर- क्या आप टेट परीक्षा उत्तम अंकों के साथ उत्तीर्ण हैं ?
अकेडमिक वीर- (संकोच के साथ) नहीं यार, लेकिन कोई समस्या नहीं होगी क्यूंकि चाचा आजम, दादा मुलायम और भैया अखिलेश हमारे साथ हैं।
टेटवीर- (पुरे जोश के साथ) तब तो तुम आज स्टाम्प पेपर पर लिख लो तुम्हारे अध्यापक बनने की सम्भावना 0% नहीं बल्कि -100% है।
मित्रों
ReplyDeleteपरसों जबसे उर्दू मुअल्लिम वालों का नियुक्ति पत्र जारी करने का शासनादेश जारी हुआ है तथा 10000 बी0टी0सी0 और 29000 जूनियर रिक्तियों का काउंसलिंग कार्यक्रम घोषित हुआ है तबसे एक बार फिर टेट साथियों में कोलाहल मचा हुआ है । इतने फोन आ रहे हैं कि मैनें सोचा हर व्यक्ति को एक ही बात बार- बार बताने से अच्छा है सार्वजनिक रूप से सबको एक साथ बता दिया जाये ।
सर्वप्रथम आते हैं मुअल्लिम भर्ती पर,,,,, तो उसका नियुक्ति पत्र जारी करने के पीछे कूटनीतिक तथा न्यायिक चाल है । 20 नवम्बर के पश्चात भले ही बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 का 15वाँ संशोधन निरस्त हो चुका हो लेकिन 12वाँ संशोधन तो प्रभावी है ही न ,,,,मुअल्लिम वाले कुल 4187 मात्र ही हैं ,,,कहने का तात्पर्य मुअल्लिम के पद ज्यादा सृजित हैं और अभ्यर्थी कम हैं ,,,,,ऐसी परिस्थिति में जब पद ज्यादा होते हैं और अभ्यर्थी कम होते हैं तो सबको नियुक्ति दे दी जाती है उसमें किसी प्रकार की प्रतिस्पर्धा नहीं रह जाती ,,,,,कहने का मतलब की मेरिट चाहे टेट से बनाओ चाहे एकेडमिक से जब सबको नियुक्ति देनी है तो यह उसको चाहे 15वें से करें या 12वें से,,,,,,,12वें से करने के लिये इनको एक छोटे से शासनादेश की आवश्यक्ता मात्र होगी जो कि पूर्ण बहुमत सरकार तुरंत कर लेगी । चूँकि मुअल्लिम के सभी टेट पास को नौकरी देनी है तो इस बदले हुये शासनादेश का कोई भी मुअल्लिम वाला विरोध भी नहीं करेगा क्योंकि सरकार के ऐसा करने से उसकी नियुक्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है । कोर्ट में मामला जाने पर भी यह साफ कह देंगे कि हमने इनको 12वें संशोधन के आधार पर ही किया है और सबको नियुक्ति दे दी है ,,,,,,,और माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुये संशोधित शासनादेश कोर्ट के सामने रख देंगे । हम सब जानते हैं कि यह इनकी कलाकारी है लेकिन कानून का ही आड़ लेकर यह इनको बचा ले जायेंगे इसीलिये इनको नियुक्ति पत्र जारी किया जा रहा है। अब आते हैं बी0टी0सी0 और जूनियर की काउंसलिंग पर ,,,,अगर आप पता करेंगे तो पायेंगे कि जो भी काउंसलिंग का प्रारूप निर्धारित किया गया है उसमें साफ – साफ प्रकाशित किया गया है कि अभी सिर्फ काउंसलिंग ही होगी ,,,नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया जा सकता,,,साथ में ही एक नोटरी भी ली जा रही है कि यह काउंसंलिग पूर्ण अभ्यर्थी की जिम्मेदारी पर की जा रही है और अगर आदेश सरकार के पक्ष में नहीं आता है तो अभ्यर्थी का किसी भी प्रकार का दावा मान्य नहीं होगा ।अब जब सरकार अपनी बेबसी को साफ – साफ आपके सामने रो रही है तो आप उल्टा स्वयं को इतना विचलित क्यों कर रहे हैं ,,,,यह तय है कि अब जब तक हमारी नियुक्ति नहीं हो जायेगी तब तक मुअल्लिम को छोड़कर किसी भी प्रकार की शिक्षक भर्ती सम्भव नहीं ,,,,,,,एक की काउंसलिंग की सम्भावित तिथि 29 जनवरी से रखी गयी है तो दूसरे की 12 फरवरी से ,,,,, सरकार परोक्ष रूप से इन तारीखों से पहले हमारे सामने सरेंडर होने का संकेत दे रही है कि तब तक हम आपके सामने नतमस्तक हो जायेंगे ,,,,,,क्योंकि इनको अब यह समझ में आ गया होगा कि जब तक 72825 की भर्ती टेट से नहीं होगी तबतक यह समस्त काउंसलिंग प्रारूप भविष्य की तारीखों में खिसकते जायेंगे । यादव कपिल देव लाल बहादुर के डायरी नम्बर का जिक्र मैं इसलिये नहीं कर रहा हूँ क्योंकि हमारे मामले में अब उसकी किसी भी प्रकार की दस्तक सम्भव नहीं है । धन्यवाद
हमारे एक मित्र थे हमेशा ही हर क्लास में फ़ैल हो जाते थे। जब मै हाई स्कूल में था तो मै सेकंड डिविजन से पास हो गया लेकिन वे महाशय फ़ैल हो गए। जब में इंटर में आया तो पास हो गया लेकिन वे हाई स्कूल को ३ बार फ़ैल करने के बाद फर्स्ट क्लास पास हो गए। मेरी इटर में थर्ड डिवीज़न आयी ओर एक बार में ही पास हो गया बी ए भी एक बार में ही पास कर ली। लेकिन मेरे दोस्त ने २ बार इंटर में फ़ैल होकर ५५% से इंटर पास कर लिया तब तक में बी. ए. कर चूका इसीप्रकार ३ साल कि बी. ए. को उन्होंने ५ साल में किया लेकिन फर्स्ट डिवीज़न से। अब आप बताये कोन बुद्धिजीवी था...…?लोग मोहल्ले में उन्हें फेलियर कहने लगे ओर मुझे कभी फ़ैल न होने बाला बिजेता लेकिन उनकी जॉब १० साल पहले लग गई प्राइमरी में अकादमिक रिकॉर्ड से वहाँ यह नहीं देखा कि कितनी बार फ़ैल हुए वहाँ यह देखा कि कितने % आये। … य़ेः है अकादमिक
ReplyDeleteहमारे एक मित्र थे हमेशा ही हर क्लास में फ़ैल हो जाते थे। जब मै हाई स्कूल में था तो मै सेकंड डिविजन से पास हो गया लेकिन वे महाशय फ़ैल हो गए। जब में इंटर में आया तो पास हो गया लेकिन वे हाई स्कूल को ३ बार फ़ैल करने के बाद फर्स्ट क्लास पास हो गए। मेरी इटर में थर्ड डिवीज़न आयी ओर एक बार में ही पास हो गया बी ए भी एक बार में ही पास कर ली। लेकिन मेरे दोस्त ने २ बार इंटर में फ़ैल होकर ५५% से इंटर पास कर लिया तब तक में बी. ए. कर चूका इसीप्रकार ३ साल कि बी. ए. को उन्होंने ५ साल में किया लेकिन फर्स्ट डिवीज़न से। अब आप बताये कोन बुद्धिजीवी था...…?लोग मोहल्ले में उन्हें फेलियर कहने लगे ओर मुझे कभी फ़ैल न होने बाला बिजेता लेकिन उनकी जॉब १० साल पहले लग गई प्राइमरी में अकादमिक रिकॉर्ड से वहाँ यह नहीं देखा कि कितनी बार फ़ैल हुए वहाँ यह देखा कि कितने % आये। … य़ेः है अकादमिक
ReplyDeleteहमारे एक मित्र थे हमेशा ही हर क्लास में फ़ैल हो जाते थे। जब मै हाई स्कूल में था तो मै सेकंड डिविजन से पास हो गया लेकिन वे महाशय फ़ैल हो गए। जब में इंटर में आया तो पास हो गया लेकिन वे हाई स्कूल को ३ बार फ़ैल करने के बाद फर्स्ट क्लास पास हो गए। मेरी इटर में थर्ड डिवीज़न आयी ओर एक बार में ही पास हो गया बी ए भी एक बार में ही पास कर ली। लेकिन मेरे दोस्त ने २ बार इंटर में फ़ैल होकर ५५% से इंटर पास कर लिया तब तक में बी. ए. कर चूका इसीप्रकार ३ साल कि बी. ए. को उन्होंने ५ साल में किया लेकिन फर्स्ट डिवीज़न से। अब आप बताये कोन बुद्धिजीवी था...…?लोग मोहल्ले में उन्हें फेलियर कहने लगे ओर मुझे कभी फ़ैल न होने बाला बिजेता लेकिन उनकी जॉब १० साल पहले लग गई प्राइमरी में अकादमिक रिकॉर्ड से वहाँ यह नहीं देखा कि कितनी बार फ़ैल हुए वहाँ यह देखा कि कितने % आये। … य़ेः है अकादमिक
ReplyDeleteजब तक मैं जिंदा हूँ रोज पोस्ट करता रहूँगा
ReplyDeleteजिस भी दिन ना करूँतो समझ लेना
.
.
. .
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
समझ लेना कि अगले दिन करूँगा
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम एम.ए. फ़र्स्ट डिवीजन हो,
मैं हुआ मैट्रिक फ़ेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम फौजी अफ़्सर की बेटी हो,
मैं तो किसान का बेटा हूँ।
तुम रबडी खीर मलाई हो ,
मैं सत्तू सपरेटा हूँ ।
तुम ए. सी. घर में रहती हो,
मैं पेड के नीचे लेटा हूँ ।
तुम नयी मारूती लगती हो,
मैं स्कूटर लम्बरेटा हूँ ।
इस कदर अगर हम छुप -छुप कर,
आपस मे प्रेम बढायेंगे ।
तो एक रोज़ तेरे डैडी जी
अमरीश पुरी बन जायेंगे ।
सब हड्डी पसली तोड मुझे ,
भिजवा देंगे वो जेल प्रिये।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम अरब देश की घोडी हो ,
मैं हूँ गदहे की नाल प्रिये ।
तुम दीवली का बोनस हो ,
मैं भूखों की हडताल प्रिये ।
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
Hamari Jaan Jayegi, Phir Tum Jaanoge..!!
Ki Hasil Kuchh Nahi Hota Kisi Ko Azmaane Se..!!
एक महापुरुष ने कुछ नेताओं से पूछा: एक फ्लाइट दिल्ली से मुंबई डेढ़ घंटे में पहुंचती है, जबकि लौटते वक्त वह सिर्फ 90 मिनट लेती है। ऐसा क्यों?
ReplyDeleteजवाब मिले-
राहुल: जाती डीजल पर होगी और लौटती पेट्रोल पर होगी।
लालू: रास्ते में ट्रैफिक्वा होता होगा न!
माया: पहले यह बताओ कि अंदर दलित कितने हैं?
दिग्गी: जरूर इसमें RSS का हाथ होगा!
कजरी- हम स्टील के गिलास के साथ अनशन करेंगे.!!
तिवारी: बीच में गुजरात पड़ता है। साफ जाहिर होता है कि दंगों में मोदी का हाथ है।
मनमोहन: मैं जरा मैडम से पूछकर बताता हूं।
The Best Lines ever said by a
ReplyDeleteMan....."
When I was born, A Woman was there
to hold me...... My Mother
As I grew up as a child, A woman was
there to care & play with me..... My
Sister
I went to school, A Woman was there
to help me learn...... My Teacher
I became depressed when I lost, A
Woman was there to offer a
shoulder...
My Girlfriend
I needed compatibility, company &
Love, A Woman was there for me.. My
Wife
I became tough, A Woman was there
to melt me..... My Daughter
When I will die, A Woman will be
there to absorb me in.......
Motherland
If you are a Man, avoid value of every Woman
&.
If you are a Woman, feel proud to be
one!
The Best Lines ever said by a
ReplyDeleteMan....."
When I was born, A Woman was there
to hold me...... My Mother
As I grew up as a child, A woman was
there to care & play with me..... My
Sister
I went to school, A Woman was there
to help me learn...... My Teacher
I became depressed when I lost, A
Woman was there to offer a
shoulder...
My Girlfriend
I needed compatibility, company &
Love, A Woman was there for me.. My
Wife
I became tough, A Woman was there
to melt me..... My Daughter
When I will die, A Woman will be
there to absorb me in.......
Motherland
If you are a Man, avoid value of every Woman
&.
If you are a Woman, feel proud to be
one!
लालू प्रसाद यादव निर्मल दरबार में-
ReplyDeleteलालू :- बाबा जी को प्रणाम.......
बाबा :- कहा से आए हो.......
लालू ;- घर से.......
बाबा :- मेरा मतलब है कहाँ रहते हो...?
लालू :- अब का प्रशनवा पूछ रहे हो, घर मे ही रहता हूँ ओर का तबेले मे रहूँगा...
बाबा :- नाम क्या है....?
लालू :- लालू प्रसाद यादव....
बाबा :- लालू की जगह चालू लिखा करो...
लालू :- चालू तो हम है ओर देखिये ये लिखने पढ़ने की बाते ना करे तो ही ठीक रहेगा........
बाबा :- ये चारा क्यू आ रहा है बीच मे, चारा खाया है कभी.......
लालू :- उ तो कई बरस पुरानी बात है अब तो मामला दब चुकाहै.......
बाबा :- यही कृपा रूक रही है, जाओ थोड़ाचारा खाओ........ कृपा आनी शुरू हो जाएगी..........
लालू :- बुडबक समझे हो का, हम चारा कैसेखा सकते है....?
बाबा :- तूमने ही तो कहा है की खाया था...
लालू :- उ तो कागजो मे खाया था......
बाबा :- तो अब की बार प्लेट मे खाना......
लालू :- चल ससुर का नाती कुछओर इलाज बता......
बाबा :- ये माया क्यू आ रही है बीच मे.....
लालू :- आरे आप गलत दिशा मे जा रहे है, माया तो यूपी मे है तनिक दूसरी ओर आइए,ममताको देखिये.......
बाबा :- मूर्ख मैं उस माया की नहीं इस माया की बात कर रहा हु, धन की दोलत की.......
लालू :- धन तो सुरक्षित है, विदेशवा Swics Bank मे है ना.......
बाबा :- तो अपने देश मे लाओ ओर थोड़ा मेरे अकाउंट मे डलवाओ.....
लालू :- तोहार का ना डलवा दूँ जेलवा मे.....
बाबा :- आप तो गरम हो रहे है,कुछ ठंडी चीज खाइये , रबड़ीये रबड़ी कहा से आ रही है बीच मे.......
लालू :- अरे हो ढोंगी बाबा हमरी दुलहनवा का नाम ना ले तो ही ठीक रहेगा,हमका का बुडबक समझे हो हम देश का नेता है देश चलाता है ओर तूहमका चला रहे हो.......
बाबा :- प्रभु गुरुदेव कोई रास्ता बताइये की हमारे धंधे को कानूनी लाइसेन्स मिल जाये.......
लालू :- ठीक है जाइए अपनी कमाई का आधा हिस्सा हमरे खाते मे डलवाईए लालटेन जलाईए, सरकारी कृपा आनी शुरू हो जाएगी.!!
रोमांस है शतरंज के खेल जैंसा !!
ReplyDeleteजरा सा चूके नही कि शादी हुई !!
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
Kitni Ajeeb Hai Mere Andar ki Tanhai Bhi...
Hazaron Apne Hain Magar Yaad Tum Hi Aate Ho...
Kabhi Teri RafaQat Se Nikalna Hi Nahi Mumkin,
ReplyDeleteKabhi Daaman Chhuda Lena Bohat Aasan LaGta Hei,
Kabhi Tum Ro0thty Ho To Ajab Mushkil C Hoti Hei,
Kabhi Tum Ko Manaa Lena Bohat Asaan LaGta Hei,
Kabhi Samjha Karo Kuch Faisle Haalaat Karte Hein,
Kabhi Waade Nibha Lena Bohat Aasaan LaGta Hei,
Kabhi Kuch Din Tumhare Bin Guzarte Hi Nahi Lekin,
Kabhi Muddat Bitaa Dena Bohat Asaan LaGta Hai.
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
TUM KO MAALUM BHI NAHI HAI KITNI TALABGAAR HUN TERA,
PUCHH UN FARISTO SE JO ROJ LIKHTE HAI DUWAYEN MERI AUR NAAM TERA....
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
TUM KO MAALUM BHI NAHI HAI KITNI TALABGAAR HUN TERA,
PUCHH UN FARISTO SE JO ROJ LIKHTE HAI DUWAYEN MERI AUR NAAM TERA....
लो भाईयो कपिलांडू की पी पी भी अंगूठा न लगाने के कारण डिफेक्टिव हो गई है ,जो वकील/याची कोर्ट फीस नहीं चुका सकता वो केस क्या लड़ेगा,लड़ना है लड़ना है लड़ना है पर माँगना क्या है प्रेयर क्या है कुछ निश्चित नहीं हैं,डिफेक्ट एक आम बात है पर इसका लेवल ही याचिका और एडवोकेट का लेवल भी बताता है आप भी देखें:-
ReplyDeleteSUPREME COURT OF INDIA
COURTNIC DEFECTIVE
Status of : Diary Number 1019 OF 2014
Date of Filing : 08/01/2014
YADAV KAPIL DEV LAL BAHADUR & ORS
.Vs. STATE OF U.P & ORS
Filed By : MR. GARVESH KABRA
State : Uttar Pradesh Section : XI
Agency : HIGH COURT OF JUDICATURE AT
ALLAHABAD
FOLLOWING ARE THE DEFECTS :
1. SLP(C) HAS NOT BEEN FILED IN FORM
NO.28 WITH CERTIFICATE AS PER
NOTIFICATION DATED 17.6.1997.(II) THE
PRESCRIBED COURT FEE HAS NOT BEEN
PAID
2. THE CONTENTS OF THE PETITION/APPEAL,
APPLICATIONS AND ACCOMPANYING
DOCUMENTS ARE NOT CLEAR, LEGIBLE
AND TYPED IN DOUBLE SPACE ON ONE
SIDE OFTHE PAPER.
3. THE PETITION AND APPLICATIONS DOES
NOT BEAR THE SIGNATURE OF THE
COUNSEL/IN-PERSON.
SM-टेटमुक्त G.O दे दो न
ReplyDeleteCM-यह न लो भाई यह घातक है
SM-मुझे यही चाहिए
CM-मेरी अन्यभर्तियोँ की तरह यह भी फँस जाएगा (मन में )
SM- मुझे यहीचाहिए
CM-कोर्ट राजी नही है
SM नेता -यही चाहिए नही मेरा क्या होगा CM-तथास्तु (भगवान आपका भलाकरे )
पर्दा गिर जाताहै
.
..
.
.
..
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
एसे
मे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
Tumhe Maalum Bhi Hai Main Tanha Rah Nahi Sakta...
Meri Adat Badalne Tak To Mere Sath Ruk Jaate.
कोई बुद्धिमान व्यक्ति क्या करेगा इसका अनुमान तो लगाया जा सकता है लेकिन पागलों की हरकतों का अनदाजा तो ऊपर वाला भी नहीं लगा सकता ,,, मेरे ख्याल से इस बात में तो किसी को भी संदेह नहीं होगा कि यह सरकार निन्यान्नाबे प्रतिशत रूप से बेवकूफों से मिलकर बनी है ,, अगर दो-चार बुद्धिमान लोग सरकार में होंगे भी तो उनको पागल समझा जाता होगा ....
ReplyDeleteमीडिया क्या चाहती है ..
ReplyDelete******************
1. मीडिया चाहती है कि आप राजनीति से नफरत करने
लगे .
2. मीडिया चाहती है कि आप देश से नफरत करने लगे
3. मीडिया चाहती है कि आप धर्म से नफरत करने लगे और
सेक्युलर बन जाये.
4. मीडिया चाहती है कि आप क्रिकेट और फिल्मे देखे चाहे
देश में हाहाकार मचा हो .
5. मीडिया चाहती है कि जुर्म होते रहे
(क्योंकि यही तो मसालाहै)
6. मीडिया चाहती है कि आप mcdonald जाये और kfc
जाये और कोक पिए (यह सब प्रायोजित है)
7. मीडिया चाहती है की बहेन, बेटियां कम कपड़ोमें घूमे ..
ताकि रेप के मामले ऊपर जाये और उन्हें थोड़ी trp मिले.
8. मीडिया चाहती है की आप नास्तिक बन जाये ..
क्योंकि फिर आपका पाप और पुण्य पर कोई विश्वास
नहीं रहेगा और आप कुछ भी कर सकते है .
9. मीडिया चाहती है की आप लालची और
भौतिकतावादी हो जाये .. तभी तो आप प्रायोजित सामान
खरीदेंगे और उसे हासिल करने के लिएकुछ भी कर गुजरेंगे .
मेरे पास मोदी को वोट देने के कारण हैं
ReplyDelete1- यदि भारतीय हूँ तो भी मैंमोदी को ही वोट दूँगा क्योकि मोदी सबसेबड़े राष्ट्रवादी है और उनके नाम में एकभी "गद्दारी" का केस नहीं है,
2- यदि मैं हिंदू हूँ तो मै मोदी को ही वोटदूँगा क्योकि उन्होंने हिंदू सहित हर धर्मकी रक्षा का संकल्प लिया हैऔर करके दिखा रहे हैं.
3-यदि मै पिछड़ी जाती से हूँ तो भी मैंमोदी को ही वोट दूँगा क्योकि मोदीपिछड़ी जाति से है तो ख्याल तो रखेंगे.
4-यदि मैं गरीब हूँ तो भी मोदी को वोटदूँगा क्योकि मोदी राज में सबकोरोजगार मिलता है सरकार गरीबो के लिए घर देरही है.
5- यदि मैं व्यापारी हूँ तो भी मोदी को वोटदूँगा क्योकि मोदी राज में बिना गुंडा गर्दी केअपना व्यापार खूब फलेगा,गुजरात जैसा पूरा भारत बनने से तो व्यापर मेंबहुत मजा आयेगा.मोदी तो टैक्स कम करने की भी बात कर रहे हैं..
6- यदि ब्राह्मण-ठाकुर या कोई और सवर्णजाती हूँ तो भी मै मोदी को वोटकरूँगा क्योकि मोदी जातिवादी नहीं हैं.
7-यदि मै गाँव का हूँ तो मै मोदी को वोट जरुरदूँगा क्योकि मोदी के राजमें 24 घण्टे बिजली मिलती है और हर गाँव में बसजाती हैं, हर गाँव मेंपक्की सड़क है.हर गाँव में पानी का नलहै..ल्याहान तक की हर गाँव में Internetकी सुविधा भी उपलब्ध है खेती के लिए नर्मदा केपानी का जाल बिछा है..मोदी के यहाँ किसान आत्महत्या नहीं करते हैं.
8- यदि मै बेरोजगार हूँ तो मोदी को अवश्य वोटदूँगा क्योकि मोदी के राजमें सिर्फ 1 % बेरोजगारी है जिसे अगले 3 साल मेंजीरो कर दिया जायेगा.मोदी जी तो भारत से 150 लाख अकेले सिर्फटीचर ही पैदा करना चाहते हैं.बाकि की योजना तो बाद की बात है..वह कहते हैं की इतने रोजगारपैदा करो की अमेरिका वाले भारत में वीजा के लिएलाइन में खड़े हो..
9-यदि मैं मुस्लिम हू तो भी मोदी को ही वोटकरूँगा क्योकि पिछले 10 सालमें गुजरात में एक भी दंगें नहीं हुए और नही कभी कर्फ्यू लगा और पूरेभारत में सबसे ज्यादा विकास दर है.
10-यदि मै ड्राइवर हूँ तो भी मोदी को ही वोटदूँगा क्योकि गुजरात मेंमोदी जी ने जो सड़क बनवाई है, वह कोई नहीं करपाया और वहाँ कोई भीअसुरक्षा वाली बात नहीं है.
11- यदि मै विधवा हूँ तो भी मोदी को वोटइसलिए दूंगी की मोदी के राज मेंऔरते सबसे सुरक्षित हैं
12- यदि मै अनाथ रहा हूँ तो भी मोदी को ही वोटदूँगा क्योकि अविवाहित,कर्मनिष्ठ, ईमानदार, समर्पित और कुशलप्रशाशक मोदी हमारे अभिभावक सिद्धहोंगे.
13-यदि मै साधू- संत हूँतो भी मोदी को ही वोटदूँगा क्योकि मोदी संतो को प्रिय है क्योकि वहगौ-सेवक हैं. गाय काटने - मारने पर 7 सालकी सजा देते हैं और दुग्ध-उत्पाद के लिए बहुतकुछ कर रहे हैं.
Blogger TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI said...
ReplyDeleteBOY:"A, B, C
GIRL:"What ??
BOY:"Always Be Careful
GIRL:"Ahan then ??
BOY:"D, E, F, G
Girl:"??
BOY:"Don't Ever ForGet That
GIRL:"Hmmm...
BOY:"I'm H I
Girl:"What H I ??
BOY:"Happily In love
GIRL:"So ??
BOY:"J, K, L, M, - Just Keep Loving Me
GIRL:"And how about N, O,P, Q, R,S,
T, U, V, W, X, Y, Z ??
BOY:"No Other Person Quite,
Reasonable , Shall Treat U Very Well
Xcept me You'll Zee...
Hello Maurya ji kya kr rhe ho?
ReplyDeleteमे
ReplyDeleteरी
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
Tu mujhe bhool jaye,
Tera mobile toot jaye,
Charger jal jaye,
Sim lock ho jaye,
Local call par ISD ka bill aaye,
Tere city me bhi Roaming lag jaye,
Ab tu mujhe bhool ke to dikhaa.
ReplyDeleteमे
री
.
.
.
वा
ली
.
.
.
.
Saath agar doge muskrayenge zarur,
Pyar dil se karoge to nibhayenge zarur,
Raah me kitne kante q na ho ,
Awaz agar dil se doge to aayenge zarur…
एक आदमी की 8 साल
ReplyDeleteकी इकलोती और
लाडली बेटी बीमार पड़
गयी. बहुत कोशिश के बाद
भी वो नहीं बच पाई.
पिता गहरे शोक में डूब
गया और खुद
को दुनिया और दोस्तों से
दूर कर लिया. एक रात
उसे
सपना आया की वो स्वर्ग
में
था जहाँ नन्ही परियो का
जुलुस जा रहा था. वो सब
जलती मोमबत्ती को हाथ
में लिए सफ़ेद पोशाक में
थी. उनमे से एक
लड़की की मोमबत्ती बुझी
हुई थी. व्यक्ति ने पास
जाकर
देखा तो वो उसकी बेटी
थी. उसने
अपनी बेटी को दुलारा और
पूछा की ‘बेटी तुम्हारी
मोमबत्ती में
रौशनी क्यों नहीं हैं?’
लड़की बोली की ‘पापा ये
लोग कई बार
मेरी मोमबत्ती जलाते हैं
लेकिन आपके आंसुओ से हर
बार बुझ जाती हैं.” एकदम
से उस आदमी की नीदं
खुली और उसे सपने
का मतलब समझ आ गया.
तब से उसने दोस्तों से
मिलना खुश रहना शुरू कर
दिया ताकि उसके आंसुओ से
उसकी बेटी की मोमबत्ती
न बुझे.
“कई बार हमारे आंसू और
दुःख, हमारे न चाहते हुए
भी अपनों को दुःख देते हैं.
और वे भी दुखी हो जाते
हैं.
तुम सोच रहे हो बस, बादल कीउड़ानों तक,
ReplyDeleteमेरी तो निगाहें हैं सूरज के ठिकानों तक।
टूटे हुए ख़्वाबों की एक लम्बी कहानी है,
शीशे की हवेली से पत्थर के मकानों तक।
दिल आम नहीं करता अहसास की ख़ुशबू को,
बेकार ही लाए हम चाहत को ज़ुबानों तक।
लोबान का सौंधापन, चंदन की महक में है,
मंदिर का तरन्नुम है, मस्जिद की अज़ानों तक।
इक ऎसी अदालत है, जो रुह परखती है,
महदूद नहीं रहती वो सिर्फ़बयानों तक।
हर वक़्त फ़िज़ाओं में, महसूस करोगे तुम,
मैं प्यार की ख़ुशबू हूँ, महकूंगा ज़मानों तक___
कभी पहली बार स्कूल जानेमे डर लगता था…आज अकेले
ReplyDeleteही दुनिया घूम लेते हे ।।
पहले 1st नंबर लानेके लिए पढ़ते थे, आज कमाने के लिए
पढ़ते हें !!
गरीब दूर तक चलता हे… खाना खाने के लिए…
अमीर दूर तक चलता हे … खाना पचाने के लिए …
कीसी के पास खाने के लिये एक वक्त की रोटी नहीं हे …..
कीसी के पास रोटी खाने के लिए वक़्त ही नहीं हे …
कोई लाचार हे इस लिए बीमार हे, कोई बीमार हे इस लिये
लाचार हे
कोई अपनों के लिए रोटी छोड देता हे, कोई रोटी के लिए
अपनों को छोड़ देता हे
ये दुनीया भी कितनी निराली हे .. कभी वक़्त मीले
तो सोचना…
कभी छोटी सी चोट लगनेपे रोते थे, आज दिल टूट जाने पर
भी संभल जाते हें!
पहेले हम दोस्तों के सहारे रहते थे, आज दोस्तों की यादो मे
रहते है!
पहले लड़ना मारना रोज़ का काम था, आज एक बार लड़ते हें
तो रिश्ते खो जाते हे!
सच में जिन्दगीने बहुत कुछ सिखादिया, जाने कब हम
को इतना बड़ा बना दिया
संविधान पीठ के आदेश ने टेट प्राप्तांकों को वेटेज दिए जाने को बाध्यकारी बताकर एकैडमिक वालों के लिए कांटे बिछा दिए हैं,,,
ReplyDeleteसंविधान पीठ ने ऐसा इतिहास लिखा है जिसे हम आने वाली पीढ़ी को सुनाया करेँगे
ReplyDeleteएक बात पक्की है इस भर्ती में मूर्खो का चयन नहीं होगा |
ReplyDeleteऐसा कहने और सोचने वाले अखिलेश यादव जी से पूँछ ले वह बता देंगे क्या होगा । आज ऐसा केवल कुछ मंदबुद्धि अकेडमिक वाले ही सोच सकते है
ReplyDeleteग़धान्क्धारियो अब आप लोग नीचे दिये गये प्वाईन्ट्स को दुबारा मत बोल्ना वर्ना तुम्हारा सर कोइ पान वाला बाल्टी मे डुबा देगा वो भी पान्च बार (क्लोर्मिन्ट के एड की तरह)--
ReplyDelete1.टेट केवल एक पात्र्ता परीक्षा है
2. टेट मे धान्ध्ली हुई थी
3.सरकार सर्वशक्तीमान है
3. डेढ घन्टे के टेस्ट मे क्या होता है
4. महाभारत काल से भर्ती अकदेमिक पे होती चली आयी है
5.भर्ती टेट वाले नही होने दे रहे है
6.पुराना विग्यापन मर चुका है —
M
ReplyDeleteE
R
I
.
.
.
W
A
L
I
.
.
अगर इजाजत हो तो एक सवाल पूंछू तुमसे,
वो जो इश्क तुमने सिखाया है अब किससे करे हम..
नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने
ReplyDeleteका जो लोग विरोध कर रहे हैं
उसके निम्नलिखित कारण हैं :-
1. अगर नरेन्द्र मोदी ने सुराज और
सुशासन लागू कर
दिया तो जनता की अनगिनत
समस्याओं का अंत हो जायेगा. फिर
नेताओं के घर पर सुबह शाम लगने
वाली भीड़ समाप्त हो जाएगी ।
यानि सब पार्टियों के नेताओं
की दुकानदारी बंद !
2. यदि मोदी ने गुजरात की तरह देश से
भ्रष्टाचारमिटाद िया तो स्विस बैंकके
माध्यम से अमेरिका को मिलने वाले धन
का स्रोत बंदहो जायेगा औरभारत
की पश्चिमी देशों पर आर्थिक
निर्भरता सदा को समाप्त हो जाएगी!
3. नरेन्द्र मोदी के रहते
हुएअमेरिका का किसी भी एशियाई देश
पर आक्रमण करना आसान नहीं होगा !
4. नरेन्द्र मोदी ने जिस तेजी से सौर
ऊर्जा के दम पर गुजरातको बिजलीके
मामले में आत्मनिर्भर बनाया है
यदि उन्होंने पूरे भारत को पेट्रोलियम
रहित ऊर्जा का विकल्प दे
दिया तो इसका अर्थ है कि अरब देश
फिर से कंगाल हो जायेंगे अर्थात पूरे
विश्व में जिहाद की फन्डिंगबंद
यानि इस्लाम की उलटी गिनती शुरू !
5. पिछले एक दशक में मोदी के गुजरात
में एकभी दंगा नहीं हुआ और एक दिन
भी कर्फ्यू नहीं लगा। जबकि कांग्रेस के
राज में हर साल दुर्गा पूजा और
जगन्नाथ यात्रा पर हमले होते थे।
अगर पूरे देश में दंगे रुक गए तो भारत
को दारुल इस्लाम बनाने के सपने
की तो ऐसी - तैसी हो जायेगी !
6. भारत में सेवा करने को आतुर इसाई
मिशनरियों को भी अपनी धर्मांतरण
की दुकानें बंद करनी पड़ेंगी ! अर्थात
मोदी के आने से मोहम्मद गौरी से लेकर
मैकाले और माउन्टबेटेन से लेकर
मनमोहन तक सबकी मेहनत पर
पानी फिर जाएगा
अगर आपको कभी मेरी कोई बात समझ मेँ न आये तो
ReplyDelete.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
तो समझ लेना चाहिये कि बात बडे स्तर की हो रही है ।
कुछ अनकहे नियम-
ReplyDelete1.लाइन का नियम-जिस लाइन को आप छोड़ देते हैं
वो आपकी अभी वाली लाइन से तेज़ चलती है.
2.यांत्रिकी का नियम-जब आपके हाथों में ग्रीस
इत्यादि लगा होता है तभी नाक में खुजली होती है.
3.सिक्के का नियम-जब भी कोई सिक्का गिरता है तो वो सबसे
कोने वाली असंभव जगह में जाता है.
4.टकराने का नियम-किसी जान-पहचान के आदमी के मिलने
की संभावना तब अधिक रहती है जब आप किसी ऐसे शख्स के
साथ होते हैं जिसके साथ आपको नहीं होना चाहिए.
5.टेलीफोन का नियम-जब भी रॉंग नंबर लगाइए
वो कभी बिजी नहीं जाता है.
6.एग्जाम का नियम-एग्जाम के वक़्त दीवार भी खुबसूरत और
इंटरेस्टिंग लगने लगती ह !!
एक नेता मेँ तीन गुणोँ का होना आवश्यक है-
ReplyDelete1. भुलाने की क्षमता
2. बेशर्मी
3. नजरअंदाज करने की अदा
इस सम्पूर्ण ब्रह्मांड के समस्त चर अचर प्राणियोँ मेँ नेता इकलौता ऐसा प्राणी है जिसमे ये तीनो गुण एक साथ पाये जाते हैँ,
नेता नामक जीव चुनाव के पहले ढेर सारे वादे करता हैँ, चुनाव जीतने के बाद उन्हे भूल जाता है,
और साथ साथ अपने क्षेत्र लोगो की समस्याओ को भी नजरअदांज करता रहता हैँ
फिर अगले चुनाव के दौरान फिर वही वादे दोहराकर बेशर्मी की सारी हदे पार करता हैँ,
धन्य है ये भारतभूमि जहाँ ऐसे बेशर्मशिरोमणि प्राणी पाये जाते हैँ,
और उससे भी धन्य हैँ भारत के आदरणीय मतदाता जो हर 5 साल मेँ इनका निर्माण करते रहते हैँ,
hello
ReplyDeleteटीईटी का डुप्लीकेट प्रमाण पत्र अब दो माह में....
ReplyDeleteसचिव ने जारी किया संशोधित शासनादेश....
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का डुप्लीकेट प्रमाण पत्र अब पास होने वालों को दो माह के अंदर डाक से भेजा जाएगा। पहले इसे स्वयं अभ्यर्थी ले सकता था और उसके न आने पर डाक से 20 दिन के अंदर भेजने की व्यवस्था थी। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार ने संशोधित शासनादेश जारी कर दिया है। पहले डुप्लीकेट प्रमाण पत्र देने की अवधि निर्धारित नहीं थी।
उत्तर प्रदेश में टीईटी कराने की जिम्मेदारी परीक्षा नियामक प्राधिकारी इलाहाबाद को दी गई है। पिछले वर्ष 17 अप्रैल को टीईटी कराने और डुप्लीकेट प्रमाण पत्र जारी करने की जो व्यवस्था बनाई गई थी, उससे विभागीय अधिकारियों को दिक्कतें हो रही थीं। इस नाते इसमें संशोधन करते हुए सभी स्थितियां स्पष्ट कर दी गई हैं। प्रमाण पत्र खोने, पिता या स्वयं के नाम में गड़बड़ी होने पर डुप्लीकेट टीईटी प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए 300 रुपये परीक्षा संस्था के नाम जमा कराना होगा।
इसके साथ हाईस्कूल, स्नातक अंतिम वर्ष, आरक्षित वर्ग में होने पर जाति प्रमाण पत्र, नि:शक्त होने का प्रमाण पत्र और टीईटी प्रमाण पत्र खोने की सूचना अखबार में प्रकाशित कराते हुए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। इसमें यह भी साफ कर दिया गया है कि यह संशोधन तीन साल के अंदर आवेदन करने वाले का ही किया जाएगा।
CTET 2014 ADMIT CARD DOWNLOAD LINK,,
ReplyDeleteCLICK HERE....
http://ctet.nic.in/ctetapp/online/admitcardlogin.aspx
NIMN VARTA DHARMEDRA SHRIVASTAV UNNAV SE FON PAR HUI VARTA PAR ADHRIT H JO IS TIME DELHI ME H
ReplyDeleteBREAKING NEW
KAPIL DEV YADAV LAL BAHADUR KI YACHIKA NIKAL LI GAYI H AUR USKO PURA STUDY KR LIYA GAYA H YACHIKA K ANUSAR
1. Kapil ne 20 nov k pure order ko chellenge kiya h
2. Tet me dhandli ki baat kahi gai h( mere anusar kapil av chahte h ki tet radd ho jaye, jo ki sambhav nahi h)
3. Old vigyapan tatha uski process ko galat bataya h
4. Kapil ne slp me kaha h ki unka paksh h.c ki d.b me sahi se nahi suna gaya, tatha unke adhikaro ka hanan hua h
Tet sathiyo namaskar……. Supreme court me
ReplyDeleteKapildev ki slp ki prati , hamko prapt ho chuki
hai…….. 1. Kapildev lal bahadur ki slp me 20
nov 2013 ke order ko ,kewal aur kewal, naveen
srivastva ki apeel 150/2013 ko chellenge karke,,
kiya gaya hai ……. Aur ald hc ki db ki anay kisi
yachika ko chellenge nahi kiya gaya hai … jo ki
ek takniki khami hai……. atha slp ke kharji ho
jane ki sambhavana hai… 2. Kapildev Allahabad
highcourt ke Single bench me party nahi tha …
aur ald db me inhone intervention apeel ke
madhyam se party banana ki koshis ki parantu
ye party nahi ban paye …… apni slp me
kapildev ne yahi likha hai ki ham allahabad
highcourt me party nahi the aur ab slp ke
madhyam se ham supreme court me party
banana chahte hai …….jo ki ab asambhav hai….
3. Kapildev ne apni slp me Allahabad highcourt
single aur db me inke avm government dwara
diye gaye sare argument ko code kiya hai
…………jisko ki ald hc ki single avm db ne do do
baar alag alag kharij kar chuki hai ….. jaise
a.sakcham pradhikari issu…. b. .. sanjay mohan
ki giraftaari … c… aniyamitata issu… d….
prasikchu sikchak sabad ka issu.. e…. ncte ke
norms ka issu ……… inhi sabhi purane aur kharij
ho chuke issu ke aadhar par kapildev nai
vigyapan par bahali chahta hai………… 4.
Kapildev ne apni slp me yah nahi bataya ki ye
30 nov 2011 ke purane vigyapan me bhi form
bhara tha… 5. Kapildev ne apni slp me…yah
bataya hai ki….kapildev ki hi writ par .. 30 nov
2011(old ad) vigyapan par sakcham pradhikari
ke issu ko lekar ald hc single bench ne stay diya
tha………kapildev ne stay milana to bataya
parantu uske baad kapil ki writ ka kya hua yah
nahi bataya ……arthat kapil ne apni writ wapas
(withdraw) le lit hi ki …. Dispose off ho gai ….
Yah apni supreme court ki slp me nahi
bataya…. ……………….niskarshtah……….. 1.
ReplyDeletechunki ald hc ki sigle bench me kapildev party
nahi tha avm ald hc ki db me party banana ka
pryas kiya par court ne kharij kar diya
tha………… usi prakar ye supreme court me
party banana chahte hai ………..jo ki asambahv
si baat hai…. 2. Jaisa ki supreme court slp ko
padhane ke baad yah punchati hai ki ……. Aapka
adhikar kya hai……….iska jawab kapil ke liye
asambhav hai ….. kyuki dono vigyapti me
inhone form bhara hai jabki..apni slp me nai
vigyapti ke applicant hone ko to darsaya hai ,,
par purane vigyapan me bhi applicant hai isko
nahi bataya ….. 3. Kapildev ki yachika padane
ke baad………..Aaj ki date me ……. Gov ki
mukhya samasya yah hai ki ………wah waadi
bane ya prati waadi………. 4. Government ne
abhi apni slp ka defect door nahi kiya hai , 31
jan tak kar sakte hai ………iske baad 20 feb
2014 ke laghbag inhe naye sire se slp dakhil
karna hoga …. 5. Vartman paristhitiyo me gov
dwara ki ja rahi let latifi avm……… anay karya
kalapo par……….hamari sanghthan ki lagatar
najar hai……….hamara Aapsi vichar vimarsh
chal raha hai………. Uchit samay par ..uchit avm
thos kadam uthaye jayenge……… jiski jaankari
samay samay par aapko di jayegi……….
………………..ant me yahi kahna chahenge ki
……… jis tarike se aap sabhi tet sathiyo ne all hc
ke sangharsh me dharya ke sath ham par
viswas rakha…………..aur result me hame ald hc
db me jeet ki prapti hui hai ………. Usi tarike se
supreme court ke sangharsh me bhi aap sabhi
tet sathi dharya banaye rakhne ke sath hamare
sanghthan par bharosha rakhe………… ham
jauroor jeetenge…….. aur shegrh hi prathmik
vidyalyo me tainat honge…………. … (photo me
20 nov 2013 ko ald hc db me jeet ke baad
allahabad ki ,abir gulal yukt tasvir hai……… aur
supreme court me jeet ke baad bhi delhi me
bhi kuch aisi hi tasvir hogi……)……… jai hind …
AAP SABHI BHAIYON KO FIRST PARTY SE JUDNE MAIN TEJI AAI HAI USI KE KRAM MAIN NEW JILA PRESIDENT KE NAAM KI SOOCHNA AAPKO DI JA RAHI HAI,,, 1.BABU SINGH YADAV-(FATEHPUR DISTRICT)-8858746013 2.ADVOCATE OM NARAYAN TIWARI JI (DEHLI, GAIYABAAD,MERATH MANDAL)-09868219376 3.VINOD YADAV -(UNNAO)-9794651225 GHOSIT KIYE GAYE HAI FIRST PARTY KA MAIN MOTIVE 2.70 LAKHS RTE ACT 2009 KE ACCORDING PRIMARI TEACHERS KI BHARTI KARANA HAIN ISS SLADAI MAIN SABHI SAKRIYA SAHYOGIYON KO AAGE AKAR HISSA LENE KI JAROORAT HAI KIYONKI ISS MOTIVE MAIN UN SABHI BED AND TET PASS LOGO KA BHALA HOGA JINKA NO. KISI BHI MERITE SE NAHIN ANE WALA HAI....OR EK BAAT JIN LOGON KA NO....KISI BHI MERITE SE AA JAYEGA UNKE LIYE YE BAAT IMPORTENT HAIN KI TET OR ACCADMIC KI LADAI KE CHAKAR MAIN UNKI 2 SAAL BHI KHARAB HO GAI HAIN OR LAGBHAG SAMBHAVNA HAIN KI 2 SAAL OR WAIT KARNA PAD JAYE ,,ISS LIYE SABHI BHAIYON SE NIVEDAN HAIN KI WO FIRST PARTY KE SATH JAROOR JUDE OR SAHYOG KAREN SABHI JAROORI DOCUMENT COLLECT KAR LIYE GAYE HAIN OR SUPREME COURT KE ADVOCATE SE BAAT BHI HO GAI HAI.....APP KE MADHYAM SE LAGATAR SAHYOG MIL RAHA HAI...THANKS NOTE- JIN JILON MAIN JILA PRESIDENT NAHIN HAIN UN JILO KA NETRATV KARNE KE LIYE APNA NAME AND APNE DISTRICT NAME OR "I JOIN FIRST PARTY LIKH KAR JALD HI SMS SEND KAREN..9058838983 PAR OR SAHYOG KAREN ..THANKS
ReplyDeleteDosto namaskar Kapil dev Yadav ki slp ki copy hamen mil chuki hai jisame usane HC ke yachi Navin shrivastav ki yachika 150/2013 ko chalenge kiya hai jo ki ek defective yachika thi slp me usane old ad par HC ki singale bench dwara stay milana to dikhaya hai lekin ye nahi dikhaya ki usane apani yachika wapas karli thi aur ye bhi nahi dikhaya ki usane old ad me avedan kiya tha aur kapil yadav ne HC ki db me yachi banane ki kosish ki thi lekin isaki yachika kharij ho gai thi yah SC ki slp me nahin dikhaya hai aur kai point hai kapil ki slp men sari to share nahi kar sakata atah ap tet sathiyo ap sab dhairya se kam lo kapil ki slp kharij ho jayegi aur SC ka isase yahi qusetion hoga wat is your write jisaka jawab kapil ke pas nahi hai atah ap sab sainyam se kam le bharti old ad par hi hogi शुभ दिन धन्यवाद
ReplyDeleteDosto namaskar Kapil dev Yadav ki slp ki copy hamen mil chuki hai jisame usane HC ke yachi Navin shrivastav ki yachika 150/2013 ko chalenge kiya hai jo ki ek defective yachika thi slp me usane old ad par HC ki singale bench dwara stay milana to dikhaya hai lekin ye nahi dikhaya ki usane apani yachika wapas karli thi aur ye bhi nahi dikhaya ki usane old ad me avedan kiya tha aur kapil yadav ne HC ki db me yachi banane ki kosish ki thi lekin isaki yachika kharij ho gai thi yah SC ki slp me nahin dikhaya hai aur kai point hai kapil ki slp men sari to share nahi kar sakata atah ap tet sathiyo ap sab dhairya se kam lo kapil ki slp kharij ho jayegi aur SC ka isase yahi qusetion hoga wat is your write jisaka jawab kapil ke pas nahi hai atah ap sab sainyam se kam le bharti old ad par hi hogi शुभ दिन धन्यवाद
ReplyDeleteDosto namaskar Kapil dev Yadav ki slp ki copy hamen mil chuki hai jisame usane HC ke yachi Navin shrivastav ki yachika 150/2013 ko chalenge kiya hai jo ki ek defective yachika thi slp me usane old ad par HC ki singale bench dwara stay milana to dikhaya hai lekin ye nahi dikhaya ki usane apani yachika wapas karli thi aur ye bhi nahi dikhaya ki usane old ad me avedan kiya tha aur kapil yadav ne HC ki db me yachi banane ki kosish ki thi lekin isaki yachika kharij ho gai thi yah SC ki slp me nahin dikhaya hai aur kai point hai kapil ki slp men sari to share nahi kar sakata atah ap tet sathiyo ap sab dhairya se kam lo kapil ki slp kharij ho jayegi aur SC ka isase yahi qusetion hoga wat is your write jisaka jawab kapil ke pas nahi hai atah ap sab sainyam se kam le bharti old ad par hi hogi शुभ दिन धन्यवाद
ReplyDeleteDosto namaskar Kapil dev Yadav ki slp ki copy hamen mil chuki hai jisame usane HC ke yachi Navin shrivastav ki yachika 150/2013 ko chalenge kiya hai jo ki ek defective yachika thi slp me usane old ad par HC ki singale bench dwara stay milana to dikhaya hai lekin ye nahi dikhaya ki usane apani yachika wapas karli thi aur ye bhi nahi dikhaya ki usane old ad me avedan kiya tha aur kapil yadav ne HC ki db me yachi banane ki kosish ki thi lekin isaki yachika kharij ho gai thi yah SC ki slp me nahin dikhaya hai aur kai point hai kapil ki slp men sari to share nahi kar sakata atah ap tet sathiyo ap sab dhairya se kam lo kapil ki slp kharij ho jayegi aur SC ka isase yahi qusetion hoga wat is your write jisaka jawab kapil ke pas nahi hai atah ap sab sainyam se kam le bharti old ad par hi hogi शुभ दिन धन्यवाद
ReplyDeleteDosto namaskar Kapil dev Yadav ki slp ki copy hamen mil chuki hai jisame usane HC ke yachi Navin shrivastav ki yachika 150/2013 ko chalenge kiya hai jo ki ek defective yachika thi slp me usane old ad par HC ki singale bench dwara stay milana to dikhaya hai lekin ye nahi dikhaya ki usane apani yachika wapas karli thi aur ye bhi nahi dikhaya ki usane old ad me avedan kiya tha aur kapil yadav ne HC ki db me yachi banane ki kosish ki thi lekin isaki yachika kharij ho gai thi yah SC ki slp me nahin dikhaya hai aur kai point hai kapil ki slp men sari to share nahi kar sakata atah ap tet sathiyo ap sab dhairya se kam lo kapil ki slp kharij ho jayegi aur SC ka isase yahi qusetion hoga wat is your write jisaka jawab kapil ke pas nahi hai atah ap sab sainyam se kam le bharti old ad par hi hogi शुभ दिन धन्यवाद
ReplyDeleteMr TMNTBBN
ReplyDeleteNamskar
.
Satta manusy ko bharst nahi banati
han kupatra jab satta pa jata h to
puri satta ko bhrast bana deta h
( JARJ BANARD SHAA )
Mr TMNTBBN
ReplyDeleteNamskar
.
Satta manusy ko bharst nahi banati
han kupatra jab satta pa jata h to
puri satta ko bhrast bana deta h
( JARJ BANARD SHAA )
कपिल की slp को slp कहना सबसे बड़ी भूल है ।कपिल की slp के लिए रद्दी की टोकरी सर्वोत्तम स्थान है और यह वहाँ जल्द ही पहुँच जाएगी । slp मे वकील और वादी मे से किसी के हस्ताक्षर नही है कोर्ट फीस भी जमा नही है slp अपठनीय है लिखते समय उचित मानकों का प्रयोग नही किया गया है आदि आदि । जब इतना सब कुछ है तो फिर यह slp कैसे है भाई ?
ReplyDeleteइसके 3000/1500/ 72 पेज मे जो कुछ लिखा है 2 मिनट मे हमेशा हमेशा के लिए उड़ जाएगा साथ ही कोर्ट को गुमराह करने का चार्ज ब्याज मे देना पड़ेगा
Tet sathiyo namaskar…….
ReplyDeleteSupreme court me Kapildev ki slp ki prati , ham logo ko prapt ho chuki hai……..
1. Kapildev lal bahadur ki slp me 20 nov 2013 ke order ko ,kewal aur kewal, naveen srivastva ki apeel 150/2013 ko chellenge karke,, kiya gaya hai …….
Aur ald hc ki db ki anay kisi yachika ko chellenge nahi kiya gaya hai … jo ki ek takniki khami hai…….
atha slp ke kharji ho jane ki sambhavana hai…
2. Kapildev Allahabad highcourt ke Single bench me party nahi tha … aur ald db me inhone intervention apeel ke madhyam se party banana ki koshis ki parantu ye party nahi ban paye …… apni slp me kapildev ne yahi likha hai ki ham allahabad highcourt me party nahi the aur ab slp ke madhyam se ham supreme court me party banana chahte hai …….jo ki ab asambhav hai….
3. Kapildev ne apni slp me Allahabad highcourt single aur db me inke avm government dwara diye gaye sare argument ko code kiya hai …………jisko ki ald hc ki single avm db ne do do baar alag alag kharij kar chuki hai …..
jaise
a.sakcham pradhikari issu….
b.sanjay mohan ki giraftaari …
c… aniyamitata issu…
d…. prasikchu sikchak sabad ka issu..
e…. ncte ke norms ka issu ……… inhi sabhi purane aur kharij ho chuke issu ke aadhar par kapildev naye vigyapan par bahali chahta hai………… 4. Kapildev ne apni slp me yah nahi bataya ki ye 30 nov 2011 ke purane vigyapan me bhi form bhara tha…
5. Kapildev ne apni slp me…yah bataya hai ki….kapildev ki hi writ par .. 30 nov 2011(old ad) vigyapan par sakcham pradhikari ke issu ko lekar ald hc single bench ne stay diya tha………kapildev ne stay milana to bataya parantu uske baad kapil ki writ ka kya hua yah nahi bataya ……arthat kapil ne apni writ wapas(withdraw) le li thi ki nahi ….
Dispose off ho gai …. Yah apni supreme court ki slp me nahi bataya…. ……………….niskarshtah……….. 1. chunki ald hc ki sigle bench me kapildev party nahi tha avm ald hc ki db me party banana ka pryas kiya par court ne kharij kar diya tha………… usi prakar ye supreme court me party banana chahte hai ………..jo ki asambahv si baat hai…. 2. Jaisa ki supreme court slp ko padhane ke baad yah punchati hai ki ……. Aapka adhikar kya hai……….iska jawab kapil ke liye asambhav hai ….. kyuki dono vigyapti me inhone form bhara hai jabki..apni slp me nai vigyapti ke applicant hone ko to darsaya hai ,, par purane vigyapan me bhi applicant hai isko nahi bataya ….. 3. Kapildev ki yachika padane ke baad………..Aaj ki date me ……. Gov ki mukhya samasya yah hai ki ………wah waadi bane ya prati waadi………. 4. Government ne abhi apni slp ka defect door nahi kiya hai , 15 jan tak kar sakte hai ………iske baad 17 feb 2014 ke baad laghbag inpar hum daalenge .
5. Vartman paristhitiyo me gov dwara ki ja rahi late latifi avm……… anay karya kalapo par……….hamari sanghthan ki lagatar najar hai……….hamara Aapsi vichar vimarsh chal raha hai………. Uchit samay par ..uchit avm thos kadam uthaye jayenge……… jiski jaankari samay samay par aapko di jayegi……….
6. 31 march 2014 ki samay seema ko lekar aap sabhi pareshan na ho......supreme court ke order ke sath hi ...is samasya ka nidan shat pratishat ho jayega....
8-ant me yahi kahna chahenge ki ……… jis tarike se aap sabhi tet sathiyo ne ald hc ke sangharsh me dharya ke sath ham par viswas rakha…………..aur result me hame ald hc db me jeet ki prapti hui hai ………. Usi tarike se supreme court ke sangharsh me bhi aap sabhi tet sathi dharya banaye rakhne ke sath hamare sanghthan par bharosha rakhe………… ham jauroor jeetenge…….. aur shighr hi prathmik vidyalyo me tainaat honge…………. …
jai hind …
PRIME POST OF UPTET APPOINTMENT>>>>>>>>
ReplyDelete(TETIAN KI GHERABANDI AUR KANUNI RUP SE BHARI HONE SE DARI SARKAR)
MERE TET SUPPORTER SATHIYO...
1) jaisa ki s.p government ke kabil wakil mr. Saty mitra garg ji ne avi tak slp ke defect ko dur nahi kiya hai ,jabki wo is week me dur karne ki bat kah chuke the..
aaj friday tha aur is week ka last working day v tha par slp ke defect ko dur nahi kiya gya.. sarkar ka pax kamjor hone se sarkar ki samjh me ku6 v nahi aa raha hai..
gov wakil itne kabil hai ki wo slp v theek tarike se nahi dakhil kar sakte to wo tet morcha ke best wakilo ke panel se bahas kya karege..
2) dosto slp ke defect dur karne ki koi samay seema nahi hoti..sarkar h.c ke order ke 3 mahine ke andar kavi v slp ke defect ko dur kare ya nayi slp dakhil kare..uske liye 90 din hi hai..
90 din ke bad court ka chabuk jab is nikammi government par girega tab inhe pta chalega ki h.c ka order koi bachcho ka khel nahi..
20 feb ke bad jab avmanna me inke sachiv bari bari se jail jayege fir inke vibhag ke mantry tab inhe court ke order ka matlab pta chalega..
3) dosto kapil dev yadaw ne jo slp dali hai wo suprime court me 10 minute v nahi tikegi..kyuki wo d.b me party hi nahi hai..dubte huye acdian aakhiri nirarthak prayas kar rahe hai par unka dubna tay hai..
4)15va sansodhan par bina rahat ke kar rahi counseling ke bad v radd ho jayegi..kyuki d.b ke order ke bad ki gyi counseling par koi rahat na milegi..
thanx
thanks a lot mr tmntbn
ReplyDeleteउठेंगे चलेंगे गिरेंगे-उठेगें, मगर आखिरी साँस तक हम लड़ेंगे!
ReplyDeleteजिंदगी मौत से हो गई है बत्तर,अब मौत से नहीं डरेंगे!
हमें आम-इंसान कब तक कहोगे !
फांस बनकर अगले इलेक्शन में चुभेंगे !
तारीक के भरोसे न रहने वाले अब हम !
हवाओ से आगे बढ़ेंगे !
नहीं मरने वाले अब बेमौत हम !
मरना है तो लड़ कर मरेंगे!
जो हक है हमारा हमको दे दो !
वर्ना छीन के हम रहेंगे !
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteएक दिन की बात है ,
ReplyDeleteलड़की की माँ खूब परेशान होकर अपने
पति को बोली की
एक तो हमारा एक समय
का खाना पूरा नहीं होता और बेटी साँप की तरह
बड़ी होती जा रही है .
गरीबी की हालत में इसकी शादी कैसे करेंगे ?
बाप भी विचार में पड़ गया .
दोनों ने दिल पर पत्थर रख कर एक
फैसला किया की कल बेटी को मार कर गाड़ देंगे .
दुसरे दिन का सूरज निकला ,
माँ ने लड़की को खूब लाड प्यार किया , अच्छे से
नहलाया , बार - बार उसका सर चूमने लगी .
यह सब देख कर लड़की बोली : माँ मुझे कही दूर भेज
रहे हो क्या ?
वर्ना आज तक आपने मुझे ऐसे कभी प्यार नहीं किया ,
माँ केवल चुप रही और रोने लगी ,
तभी उसका बाप हाथ में फावड़ा और चाकू लेकर
आया ,
माँ ने लड़की को सीने से लगाकर बाप के साथ
रवाना कर दिया .
रस्ते में चलते - चलते बाप के पैर में कांटा चुभ गया ,
बाप एक दम से नीचे बैठ गया ,
बेटी से देखा नहीं गया उसने तुरंत
कांटा निकालकर फटी चुनरी का एक हिस्सा पैर
पर बांध दिया .
बाप बेटी दोनों एक जंगल में पहुचे
बाप फावड़ा लेकर एक गढ़ा खोदने
लगा बेटी सामने बेठे - बेठे देख रही थी ,
थोड़ी देर बाद गर्मी के कारण बाप को पसीना आने
लगा .
बेटी बाप के पास गयी और पसीना पोछने के लिए
अपनी चुनरी दी .
बाप धक्का देकर बोला तू दूर जाकर बैठ
थोड़ी देर बाद जब बाप गढ़ा खोदते - खोदते थक
गया ,
बेटी दूर से बैठे -बैठे देख रही थी,
जब उसको लगा की पिताजी शायद थक गये तो पास
आकर बोली
पिताजी आप थक गये है .
लाओ फावड़ा में खोद देती हु आप थोडा आराम कर लो .
मुझसे आप की तकलीफ नहीं देखी जाती .
यह सुनकर बाप ने अपनी बेटी को गले लगा लिया,
उसकी आँखों में आंसू की नदिया बहने लगी ,
उसका दिल पसीज गया ,
बाप बोला : बेटा मुझे माफ़ कर दे , यह गढ़ा में तेरे
लिए ही खोद रहा था .
और तू मेरी चिंता करती है , अब
जो होगा सो होगा तू हमेशा मेरे कलेजा का टुकड़ा बन
कर रहेगी
में खूब मेहनत करूँगा और तेरी शादी धूम धाम से
करूँगा - !! भारत माता की जय !!
आत्महत्या कायरता है सुख दुःख तो अपना साथी है
संघर्ष ही जीवन है ।
*************************************
सारांश : बेटी तो भगवान की अनमोल भेंट है ,
बेटा - बेटी दोनों समान है ,
उनका एक समान पालन करना हमारा फ़र्ज़ है ....!!
बड़ा भोला बड़ा सादा बड़ा सच्चा है
ReplyDeleteतेरे शहर से तो मेरा गाँव अच्छा है
वहां मैं मेरे बाप के नाम से जाना जाता हूँ
और यहाँ मकान नंबर से पहचाना जाता हूँ
वहां फटे कपड़ो में भी तन को ढापा जाता है
यहाँ खुले बदन पे टैटू छापा जाता है ...
यहाँ कोठी है बंगले है और कार है
वहां परिवार है और संस्कार है
यहाँ चीखो की आवाजे दीवारों से टकराती है
वहां दूसरो की सिसकिया भी सुनी जाती है ... ...
यहाँ शोर शराबे में मैं कही खो जाता हूँ
वहां टूटी खटिया पर भी आराम से सो जाता हूँ
यहाँ रात को बहार निकलने में दहशत है
वहां रात में भी बाहर घुमने की आदत है
मत समझो कम हमें की हम गाँव से आये है
तेरे शहर के बाज़ार मेरे गाँव ने ही सजाये है
वह इज्जत में सर सूरज की तरह ढलते है
चल आज हम उसी गाँव में चलते है .............
उसी गाँव में चलते है।
हम चले तो आंधियां-तूफ़ान खुद ही चल पड़ेंगे
ReplyDelete.
सागर की तो क्या बात करें, पर्वत भी ढल पड़ेंगे
.
ये सारी दिशाएं क्या पथ हमारा रोक लेंगी?
.
हम चले तो दीप क्या, सूरज भी हजारों जल पड़ेंगे.........
आज कल हर शख़्श हमे ज़िंदगी कैसे जिए ये सीखा जाता है,
ReplyDeleteउन्हे कौन समझाए कुछ ख्वाब अधूरे है हमारे,
वरना हमसे बेहतर जीना किसे आता है.
20 मार्च का त्योहार
ReplyDeleteजब टैटियन लड़े बिना हथियार,
शपथ ग्रहण के पाँचवेँ दिन ही,
हिल गयी सपा सरकार ।
चार बजे से चारबाग पर युवाओँ का डेरा था,
कहीँ बरेली कहीँ बनारस कहीँ इलाहाबाद का घेरा था,
बलिया से मेरठ तक सबने भर ली थी हुँकार ।
आया . . .
न कभी किसी से मिला था कोई
न कोई किसी का साथी था,
न दूल्हा था उनमेँ कोई
न कोई बाराती था,
पुरुषोँ से आगे महिलायेँ थीँ
तोड़ लाज शर्म की दीवार ।
आया . . . .
चारबाग से चले दीवाने
हाथोँ मेँ झन्डी बैनर ताने,
अपने युवा शासक को
मर्यादा का पाठ पड़ाने,
बदले की जिद छुडवाकर
लेना था शिक्षा का अधिकार ।
आया . . . .
युवाओँ पर लाठी बरसाने
आयी युवा सरकार थी,
जब पानी संग राणा चौराहे पर
हुई रक्त की बौँछार थी,
पड़ीँ लाठियाँ सर भी फूटे
जुड़ने लगे दिलोँ के तार ।
आया . . . .
झूलेलाल और दारुल शफा
विधानसभा भी काँपी थी,
अनशन से हरपल शेरोँ की
चौड़ी होती छाती थी,
बर्लिगंटन से कारागार तक
सबकुछ अब भी है साकार ।
आया . . . .
न्याय की देवी के मन्दिर मेँ
डाला हमनेँ डेरा है,
गम के काले बादल छँट गये
अब आना नया सबेरा है,
थोड़ा सा और धैर्य रखो
सपना होगा ये साकार ।।
आया 20 मार्च का तयोहार
टैटियन लड़े बिना हथियार
जिंदगी तू मेरा साथ देना
ReplyDeleteप्यार से हाथ में हाथ देना
कर्ज मुझको चुकाना है हर सांस का
जिंदगी तू मेरा साथ देना
(टेट से)प्यार की राह में मोड़ आया
जो मेरा था मैं सब छोड़ आया
दिल के जलने से कितना उजाला हुआ
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
मंजिलों से रहा बेखबर मैं
बन गया दर्द का एक सफर मैं
एक तिनका हवाओं में उडाता रहा
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
घूँट पीता रहा मैं लहू के
पाँव हारे नहीं जुस्तजू के
है यकीं के मिलेगा कोई रास्ता
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
है सहर तक दिए को चलाना
रह ना जाए अधूरा फ़साना
हाथ से छूट जाए ना दामन तेरा
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
जिंदगी तू मेरा साथ देना
प्यार से हाथ में हाथ देना
कर्ज मुझको चुकाना है हर सांस का
जिंदगी तू मेरा साथ देना