New Miss India 2014 : Koyal Rana
Koyal Rana won the coveted Miss India 2014 crown on Saturday night in a glittering ceremony, beating 24 other contestants from across the country.
Last year's winner Navneet Kaur Dhillion and Miss World 2013 Megan Young crowned Rana the new Femina Miss India 2014.
Sobhita Dhulipala crowned the first runner-up Jhataleka Malhotra and
Zoya Afroz did the honours for second runner-up Gail Nicole Da Silva.
Rana will represent India at the Miss World international beauty pageant this year.
The top five finalists (in random order) are Gail Nicole Da Silva,
Jhataleka Malhotra, Koyal Rana, Lopamudra Raut and Nikhila Nandgopal.
Special Awards
Miss Photogenic : Malati Chahar
Miss Fashion Icon : Simran Khandelwal
Miss Sudoku : Sonam Bhist
Miss Vivacious : Yoshiki Shindar
Miss Ramwalk : Shasi Bangari
Miss Beauty With A Purpose : Koyal Rana
Miss Timeless Beauty : Konica Kant
Miss Congeniality : Amishi Sindhwani
Miss Body Beautiful : Koyal Rana
Miss Healthy Skin : Shasi Bangari
Miss Adventurous : Koyal Rana
The panel of judges are actors Abhay Deol, Jacqueline Fernandez, Vidyut
Jamwal, Aditi Rao Hydari, Malaika Arora Khan, fashion designer Manish
Malhotra, rapper Yo Yo Honey Singh, Miss World 2013 Megan Young and
boxer Vijender Singh.
The event will be broadcast on Colors Television on 13 April starting from 7 pm, according to the official Twitter page
अगर यहाँ आपको कभी मेरी कोई बात समझ मेँ न आये तो
ReplyDelete.
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तो उन लोगों को ये समझ लेना चाहिये कि यहाँ पर बात बडे स्तर की हो रही है ।
सीधी बात , बिना बकवास !!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteकल कि घटना केवल दद्दू ग्रुप पे थी जो टेट मोर्चा के महासचिव राजपाल जी के साथ मोरादाबाद में हुआ | उनको नीजि फ़ोन करके मैंने उनके स्वास्थ्य कि जानकारी ली और पूरा हाल जानने कि कोशिश कि |
हुआ यूँ था कि अखिलेश एक जन सभा को सम्बोधित कर रहे थे और राजपाल जी अकेले उस सभा में टेट से नियुक्ति कि आवाज को बढ़ाने के लिए चुपचाप बैनर लेके धरना दे रहे थे |
तभी अखिलेश यादव ने अपने सिक्यूरिटी गार्ड्स से उनका बैनर भी छिंवाया और उनको प्रताड़ित भी किया | उनके २५० रुपए तक छिन लिए गए |
तत्पश्चात अपने विरोध के डर से बदायूं कि जनसभा में जाके टेट के लिए उसके फटे मुंह से कुछ निकला है |
हमें प्रकाश इस बात पे डालना चाहिए कि एक बैनर ने जब अक्की कि नींद हराम कर दी तो सामूहिक आवाज में कितना दम होगा |
अगर हम इसके तलवे अब भी चाटेंगे जैसा हमरे नेता गण कर रहे हैं तो इससे होंसला मिलेगा हमें टरकाने का और ये लेट ही करता रहेगा |
एक चीज़ और आपको बता दूँ मैं नेताओं कि मेरिट हाई है और वे शायद रिजर्वेशन कोटे के लाभ का भी फायदा उठा लें पर एक आधी काउंसलिंग से सबका भला नहीं होगा और ये मामला भर्ती का लम्बा चला जाएगा , तो बेनेफिट हमारे नेता ले जाएंगे और फिर हम इनसे गुहार लगाएंगे कि हमारा भी कुछ कराओ तो यह कहेंगे पैसा खर्च होगा और लूट का खेल चालू क्यूंकि खून तो इनके मुंह लगा ही चुके हैं|
२६ महीने कि लड़ाई मैं नेता आज सपा बसपा बी.जे.पी कांग्रेस इनको फायदा पहुंचा रहे हैं नाकि हमें |
आगे इनकी मर्जी पर ये कटु सत्य है, अब हमें सांत्वना के आलावा कुछ नहीं मिलना है |
अब देखना ये है लौन्डे बाहर से भर्ती करेन्गे या सहाराश्री की तरह कारागार मे बैठ के ? !!
ReplyDeleteयुवराज - अबे प्लेट में चाय क्यूँ पी रहा है?
ReplyDeleteधोनी - साले कप तो तेरा बाप श्री लंका ले गया ।।
ढाई वर्षों से जिस प्रकार इन पिता पुत्र ने हमारी 72825 शिक्षक भर्ती मामले में हरामीपने की......कमीनेपने की और साथ में चूतियापे की सारी हदें पार दीं है..........उससे मुझे इस बात का विश्वास हो गया है कि गधा हमेशा गधा ही रहता है भले ही उसके सिर पर ताज क्यों न पहना दिया जाये । सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट अंतरिम आदेश के बावजूद आज 11 दिन बीतने के बाद भी कोई हलचल नहीं...
ReplyDeleteहद हो गयी ...............एक मुख्यमंत्री जिसके लिये उसकी युवा शक्ति उसकी पहचान होती है ..............उत्तर प्रदेश में युवाओं की ऐसी दशा ................वास्तव में उस मुख्यमंत्री के लिये काल के समान है । भ्रती तो इनको करनी ही पड़ेगी और ये भी पक्का है ये भर्ती चाहे 1 महीने सोकर शुरू करें.....
ReplyDeleteअंदरखाने ही सही, शुरू हो गई
ReplyDeleteतैयारीएससीईआरटीने मांगी 2011
में आए आवेदनों की सूची
इलाहाबाद। यूपी शिक्षक
पात्रता परीक्षा की मेरिट से
72,825 शिक्षक पदों पर भर्ती के
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद से
प्रदेश सरकार की ओर से अभी कोई
आदेश जारी नहीं किया गया है।
हालांकि अंदर ही अंदर
भर्ती प्रक्रिया के लिए
तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दरअसल
प्रदेश के सभी जिला शिक्षण एवं
प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) से
2011 में आए
आवेदनों की जानकारी एससीईआरटी की ओर
से मांगी गई है।
2011 में टीईटी कराने
की जिम्मेदारी यूपी बोर्ड को और
प्रशिक्षु
शिक्षकों की नियुक्ति की जिम्मेदारी एससीईआरटी को दी गई
थी। मगर इसके बाद टीईटी और
भर्ती प्रक्रिया में विवादों के चलते
चयन प्रक्रिया रोक दी गई थी।
प्रदेश के सभी डायटों में तकरीबन
78 लाख आवेदन पड़े हुए हैं। ढाई
साल बाद सुप्रीम कोर्ट
का फैसला आने पर एक बार फिर नए
सिरे से तैयारियां की जा रही हैं।
बताया जा रहा है कि सचिव बेसिक
शिक्षा परिषद की ओर से
एससीईआरटी निदेशक से
कहा गया है कि वह 2011 मेें आए
आवेदनों की सूचना संकलित कर
परिषद को उपलब्ध कराएं। इसके
बाद ही एससीईआरटी ने प्रदेश के
सभी डायटों से 2011 के आवेदनों से
संबंधित सूचना मांगी है।
इलाहाबाद जिले की बात की जाए
तो यहां 2011 में एक हजार सहायक
अध्यापक पदों पर भर्ती के लिए डेढ़
लाख से अधिक आवेदन आए थे।
प्रदेश के सभी जिलों के डायटों से
आवेदनों की संख्या उपलब्ध होने के
बाद एससीईआरटी इसे बेसिक
शिक्षा परिषद को उपलब्ध
कराएगा।
हालांकि इस काम कितना वक्त
लगेगा कुछ कहा नहीं जा सकता है।
क्योंकि यह डायटों में मौजूद
आवेदनों की स्थिति पर निर्भर है।
अगर आवेदनों की डाटा फीडिंग
की गई होगी तो आंकड़े आसानी से
उपलब्ध हो जाएंगे। ऐसा नहीं है
तो वक्त लग सकता है।
एससीईआरटी द्वारा आंकड़े
उपलब्ध कराने के बाद
प्रक्रिया आगे बढ़ेगी ॥
Umshankr ji bharti nahi hogi kuki sabhi log jaisi so rahai hai .jabki es samay hamai apni takat sarkar ko dikhana chahiai jissasi pata chali ki chunv mai unka kya hars ho sakata hai
ReplyDeleteराम नवमी के शुभ अवसर पर सभी राम भक्त हिंदुओ को हार्दिक शुभकामनाए..!! "जय श्री राम"
ReplyDelete9 को हो सकता है टीईटी भर्ती पर
ReplyDeleteफैसला
इलाहाबाद।
प्राइमरी स्कूलों में 72,825
शिक्षकों की भर्ती समेत अन्य
मुद्दों पर 9 अप्रैल को शासन
की होनेवाली बैठक में
फैसला हो सकता है। बैठक में सुप्रीम
कोर्ट के शिक्षक भर्ती पर दिए आदेश
के अनुपालन समेत बेसिक
शिक्षा परिषद के स्कूलों में हर साल
होने वाले अंतर जनपदीय तबादले
आदि पर चर्चा होने की संभावना है।
वहीं दूसरी ओर टीईटी मेरिट पर
भर्ती की लड़ाई लड़ रहे अभ्यर्थियों ने
सोमवार को सचिव संजय
सिन्हा को कोर्ट के आदेश
की सत्यापित प्रति देकर डेडलाइन में
आदेश के अनुपालन की मांग की। आदेश
की प्रति सौंपने वालों में शिव कुमार
पाठक, संजीव मिश्र आदि शामिल थ
समाजवादी पार्टी ने अभी तक घोषणा नहीं की है कि अखिलेश यादव की नाक किस जगह से चुनाव लड़ रही है ।।।।
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद भी पचास हजार टन अनाज बारिश के पानी मे बर्बाद करके उसको 60 पैसे किलो के दर से शराब कँपनियोँ को बेचने वाली काँग्रेस सरकार खाद्य सुरक्षा बिल का गुणवान करती है!
ReplyDeleteमुज़फर्नगर में सपा की रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग गये , मीडिया को देश की सुरक्षा के लिए वो गंभीर मुद्दा नही लगता , उनको राममंदिर निर्माण को लेकर अपनी घटिया सेक्युलर सोच दिखानी है
ReplyDeleteGOD always has something for you, a key for every problem, a light for every shadow, a relief for every sorrow & a plan for every tomorrow.
ReplyDeleteKal 9 april ko 72825 ke sambandh me shasan star par meeting hai jisme yah charcha hogi ki kya ab bhi adanga daalne aur bharti ko latkane ka koi upay shesh rah gaya hai athawa nahi. now meeting over.
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Kitni jaldi ye mulakat gujar jati hai.
Pyas buzhti nhi or barsat gujar jati hai.
Apni yado ko kaho ki yun na staya kre.
Neend aati nhi or raat gujar jati hai.
जैसे कि हिंदुस्तान में कानून नाम की कोई चीज ही नहीं है ?
ReplyDeleteआज कि खबर है कि ९ तारीख को टेट के भविष्य का फैसला है उसे पढ़कर बहुत ही आहात हुआ हूँ मैं|
अब तक जो फैसले आये हैं उच्च न्यायलय और सर्वोच्च न्यायलय से वो क्या थे ?
ये सरकार हमारा मजाक उड़ा रही है और कुछ नहीं |
पर हम हाथ पे हाथ धरे इसलिए बैठे रहेंगे क्यूंकि हमारे भविष्य का फैसला करने वाले नेता तो हमारे दुश्मनो से जा मिले है और अब दुश्मनो का साथ देते हुए किसी भी प्रकार से सरकार का विरोध करने से मना कर रहे हैं |
सच बताऊँ तो हंसी आती है मेरे माध्यम से सबको अवगत कराया गया था कि लखनऊ मैं १० तारीख कि मीटिंग है पर जो नेता गण लखनऊ बैठे हैं उन्होंने ये कहके मीटिंग का विरोध कर दिया है कि कोई फायदा नहीं है पर मैं बताता हूँ उनका क्या फायदा है ?
अगर किसी भी प्रकार का सामूहिक शोर गुल हुआ सपा के खिलाफ तो उन नेताओं को मिलने वाला खर्च कहाँ से आएगा ?
पर अभी हम भी अपनी तरफ से रडणीति तैयार कर रहे हैं क्यूंकि अग्रिम पंक्ति में से एक नेता हैं जो समझ गए हैं इनकी राजनीती इसलिए वे अपने स्तर पे अपने जिले मैं एक मीटिंग रखेंगे और उसमे आंदोलन कि रूप रेखा तैयार कि जाएगी और हाँ एक चीज़ और अगर इस सरकार का ऐसे ही सुस्त रवैया रहा तो आंदोलन जरूर होगा |
डरे नहीं अचार सहिंता हैं जनता हूँ पर १०००० लोगों पे एक साथ १४४ नहीं लग सकती है और डी.एम्. को ज्ञापन भी सोंपा जाएगा सर्वोच्च न्यायलय के आर्डर के साथ कि कॉपी का तो आप सभी तैयार रहें ।
मुझे लगता है कि कल कैबिनेट मीटिंग में टेटमेरिट पर भर्ती को हरी झंडी मिल जायेगी
ReplyDeleteइसके पीछे कारण ये है कि 25 मार्च को भर्ती पर आदेश आना ही आना है इसकी उम्मीद सरकार को कतई नही थी और जब निर्णय आया है तो उसको अमल में लाना एकदम मुमकिन तो था नही क्योकि डायट्स में पुराने फार्म मेंटेन तो थे नही उनको दुरुस्त करने में 10-15 दिन तो लाजमी लगने ही थे क्योकि यह भर्ती यूपी की अब तक की सबसे बडी शिक्षक भर्ती है
अब चूँकि सभी डायट्स पर फार्म की छँटाई का काम लगभग सम्पन्न हो चुका है इसलिये आगे भर्ती को पूर्ण करने की जो नियमित औपचारिकताये शेष है वह पूर्ण कर ली जायेगी कल
क्योकि इस भर्ती को सम्पन्न कराने के अलावा और कोई विकल्प शेष नही है इसलिये जहाँ इतने दिन सब्र रखा है चंद दिन और सही ।।
हम सभी कार्य फटाफट चाहते है किंतु प्रशासनिक स्तर पर यह संभव नही थोडा समय तो लगेगा ही ।।
सभी टेटमेरिट चाहने वाले भाईयो का भविष्य अब पूर्णतया सुरक्षित है माननीय सुप्रीम कोर्ट की छत्रछाया सेदिमाग से सभी नकारात्मक विचारो को निकाल दे
सोचने का काम सरकार का है अब हमारा नही ।।
अंत में सभी दोस्तो को रामनवमी ओर नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं
खुदा बख्श देता है उनको.. जिनकी किस्मत ख़राब
होती है;
पर वो हरगिज नहीं बख्शे जाएँगे, जिनकी नियत
खराब होती है..
जय टेटमेरिट ।।
सत्यमेव जयते ।।
Umashankar Ji,
ReplyDeleteMere Doston ne aap se poocha hai ki sir ji ye batane ka kast kare ki 6 month ki training ke baad koi exam dena padega ya nahi. waiting for your valuable comments....
aapka dost,
sunil ji exam to dena hi padega but dont tention this exam will we rleted to your last educatiom.and there will be get you sum sylebus for exam.
ReplyDeleteकोई परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी
ReplyDeleteमुझे लगता है कि कल कैबिनेट मीटिंग में टेटमेरिट पर भर्ती को हरी झंडी मिल जायेगी
ReplyDeleteइसके पीछे कारण ये है कि 25 मार्च को भर्ती पर आदेश आना ही आना है इसकी उम्मीद सरकार को कतई नही थी और जब निर्णय आया है तो उसको अमल में लाना एकदम मुमकिन तो था नही क्योकि डायट्स में पुराने फार्म मेंटेन तो थे नही उनको दुरुस्त करने में 10-15 दिन तो लाजमी लगने ही थे क्योकि यह भर्ती यूपी की अब तक की सबसे बडी शिक्षक भर्ती है
अब चूँकि सभी डायट्स पर फार्म की छँटाई का काम लगभग सम्पन्न हो चुका है इसलिये आगे भर्ती को पूर्ण करने की जो नियमित औपचारिकताये शेष है वह पूर्ण कर ली जायेगी कल
क्योकि इस भर्ती को सम्पन्न कराने के अलावा और कोई विकल्प शेष नही है इसलिये जहाँ इतने दिन सब्र रखा है चंद दिन और सही ।।
हम सभी कार्य फटाफट चाहते है किंतु प्रशासनिक स्तर पर यह संभव नही थोडा समय तो लगेगा ही ।।
सभी टेटमेरिट चाहने वाले भाईयो का भविष्य अब पूर्णतया सुरक्षित है माननीय सुप्रीम कोर्ट की छत्रछाया सेदिमाग से सभी नकारात्मक विचारो को निकाल दे
सोचने का काम सरकार का है अब हमारा नही ।।
अंत में सभी दोस्तो को रामनवमी ओर नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं
खुदा बख्श देता है उनको.. जिनकी किस्मत ख़राब
होती है;
पर वो हरगिज नहीं बख्शे जाएँगे, जिनकी नियत
खराब होती है..
जय टेटमेरिट ।।
सत्यमेव जयते ।।
तुझे एतबार करना है कर, न करना है न कर
ReplyDeleteपर, मुझ पर फरेबी होने का इल्जाम न लगा ?
A Very True LIne....
ReplyDeleteDil ke dard ko chupana kitna mushkil hota
hain....
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Toot kar ke fir muskurana kitna mushkil hota
hain....
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Dur tak chalo kisi ke sath to fir....
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Tanhaa laut ke aana kitna mushkil hota
hain....
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तेरी एक नज़र का कमाल है
मेरी तो बस जिंदगी का सवाल है.
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फर्क थोडा सा है मेरे और तेरे इश्क मे
तू मेरी खातिर रातभर जागती है ।
और मुझे 72824 के हालात कभी सोने ही नही देते ॥
सच मे, मुलायम की स्पीच तो मुझे कभी समझ मे नही आयी यार,
ReplyDeleteइसलिए अबकी बार मोदी सरकार !! समझ गयी न !
कांग्रेस सरकार - भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार
ReplyDeleteऐसा लगता है कि 1947 मेँ आजादी की प्राप्ति के साथ हिन्दुस्तान के सत्ताधीशोँ को भ्रष्टाचार की भी आजादी मिल गयी।सत्ता के शीष यानि प्रथम प्रधानमंत्री की ओर से भ्रष्टाचारियोँ को जैसे निर्लज्ज समर्थन दिया गया,वह आगामी प्रधानमंत्रियोँ,खासतौर पर वंश और पार्टी मेँ उनके उत्तराधिकारियोँकी परिपाटी बन गया।भ्रष्टाचार के कुछ उल्लेखनीय उदाहरण-
>1948 जीप कांड: पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर पर हुए हमले (अक्टूबर 1947-48) के दृष्टिगत सेना के लिए 2000 नयी जीपेँ तत्काल खरीदने का आदेश लंदन की एक फर्म को वहाँ स्थित भारतीय उच्चायुक्त वी.के.कृष्णमेननक माध्यम से दिया गया।अधिकांश भुगतान अग्रिम हुआ पर भारत पहुँची सिर्फ 155 जीपेँ और वे भी सब पुरानी।
>जीपकांड के बाद पंजाब के कांग्रेसी मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरो के भ्रष्टाचार के चर्चे बच्चे-बच्चे की जुबान पर आये पर वह जवाहर लाल नेहरु के कृपापात्र बने रहे।
>नेहरु के शासन के दौरान हुए घोटाले: उद्योग मंत्री शिवबहादुर सिँह रिश्वत कांड(1949),एल आई सी कांड,धर्मतेजा कांड(1960) आदि।
>इंदिरा गाँधी के शासन मेँ: नागरवाला कांड(1970),मारुति कांड(1974),तेल कांड(1976),थाल वैशत परियोजना कांड(1980),ए.आर.अंतुले सीमेँट कांड(1981) आदि।
>राजीव गाँधी के शासन मेँ: जर्मन पनडुब्बी कांड(1986),बोफोर्स तोपकांड(1987) आदि।
>नरसिम्हा राव के शासन मेँ: जैन हवाला कांड(1991),हर्षद मेहता कांड(1991),चाराघोटाला कांड,संचार मंत्री घूस कांड(1996),इंडियन बैँक कांड(1996),म्युचुअल फंड घोटाला आदि।
>उसके बाद घोटाले: मुम्बई का आदर्श बिल्डिँग घोटाला,केतन-पारिख घोटाला,सत्यम घोटाला,2 जी घोटाला,एयरसैल-मैक्सिस घोटाला,कोयला खान आवंटन घोटाला,कॉमनवैल्थ खेल घोटाला,इसरो घोटाला,एस-बैण्डघोटाला,वीआईपी हैलीकॉप्टर घोटाला जैसे घोटालोँ की झड़ी लगी है।
---नरेँद्र मोदी कहते हैँ कि कांग्रेस A से Z तक अंग्रेजी वर्णमाला के सभी अक्षरोँ से शुरु घोटाले कर चुकी है।इन से देश को कुल कितना नुकसान हुआ है,इसका सही आकलन तो सम्भव नहीँ पर मोटा अनुमान 15 लाख करोड़ की क्षति हुई है।
इसलिए देश के हित मेँ वोट करेँ।
वोट देश को।
वोट कमल को।
वोट मोदी को।
वोट भाजपा को।
अबकी बार , मोदी सरकार
Dhyan se Padh lo jinko confuson ho dubara tenson mat lena..
ReplyDeleteJab bhi kisi bhi bharti ka vigyapan nikala jata hai to us wakt wahi candidates apply kar sakte hain jo uss vigyapan ke niyamanusar elligble ho..
agar ap elligible nahi hain to apka ko hak nahi banta you are already out of selection process..
S.C se 30.11.11 ka add as it is bahal hua hai to us samay elligible condidates hi usme rahenge..jinhone uski term and conditions ke anusar apply kiya tha..
प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत मंगल पांडे को आज ही के दिन 1857 में फांसी हुई थी। पहला संग्राम हिंदुस्तान के जवानों और किसानों ने एक साथ मिलकर लड़ा था।
ReplyDeleteभारत के वीर सिपाही मंगल पांडे को शत -शत नमन
मोदी की धर्मनिरपेक्षता स्वय उसके काम से दिखती है उसके लिऐ किसी पार्टी के प्रमाण की जरुरत नही !!
ReplyDeleteना बोतल में, ना जार में, ना होटल में,
ReplyDeleteना बार में,
ना बाइक पे, ना कार में, ना दिल में,
ना दिलदार
में, ना घर में, ना बाजार में, ना कोलेज
में,
ना सात समंदर पार में, ना आम में,
ना अनार में,
ना " टेप" में, ना " वी सी आर" में,
ना सुर में,
ना ताल में, ना पायल की झंकार में.......
अब
तो दिन गुजरते हैं, बस ''मोदी जी'' के
इंतजार में...
मेरा निजी मत है कि नियुक्ति प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत के तुरंत बाद लखनऊ में टेट संघर्ष मोर्चे का विजय जश्न मनाया जाये जिसमें उन सभी लोगों को आम टेट मेरिट समर्थकों की ओर से सम्मानित किया जाए जिन्होंने टेट मेरिट के रथ को अपनी मंजिल तक पहुँचाने में योगदान दिया है,,, मेरे विचार से सम्मानित किये जाने वाले लोगों में उत्तर प्रदेश टेट संघर्ष मोर्चे की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एकमात्र घोषित हुए अध्यक्ष विवेकानंद आर्य,, आन्दोलन का शानदार तरीके से नेतृत्व करने के लिए राजेश प्रताप एवं उनके साथ जेल जाने वाले तथा नैनी जेल में बंद होने वाले सभी साथी,, समस्त आमरण अनशनकारी, कोर्ट केस की पैरवी करने वाले साथी नितिन मेहता,रंजीत यादव,एस के पाठक,सुजीत सिंह,अनिल बागपत एवं अन्य ,अंत तक संघर्ष करने वाले समस्त जिला अध्यक्ष जिनमे सर्वाधिक जुझारू कानपुर युनियन के रत्नेश पाल एवं विजय तोमर,हरदोई से अवनीश यादव और अम्बेडकर नगर से अनिल वर्मा विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं , सभी भूमिकाओं में अपने आपको फिट करने में सक्षम बिग बी गणेश दीक्षित एवं उनके विश्वासपात्र एवं कर्मठ सहयोगी राकेश यादव, इलाहाबाद में केस चलने के दौरान विभिन्न गुटों में समन्वय बनाए रखने वाले राकेश मणि,फेसबुक के माध्यम से टेट मेरिट की अलख जगाये रखने वाले श्यामदेव,सारिका,रीतेश ,शाश्वत एवं अन्य, निर्विकार भाव से कापी पेस्ट करके विभिन्न ग्रुपों की सूचनाओं को दूसरे ग्रुपों तक पहुँचाने में सर्वाधिक विश्वसनीय माध्यम नीलेश पुरोहित,,,,,,,,और यदि संभव हो तो इस मामले को देखने वाले सभी जज
ReplyDeleteहो सकता है कुछ महत्वपूर्ण नाम छूट गए हों जिन्हें आप लिखकर सूची पूर्ण कर सकते हैं ,,,,
दिसंबर 2012 में ऐसी पोस्ट शायद पागलपन की निशानी मानी जाती ,,, आज यह ऐसा स्वप्न है जिसका जल्द ही साकार होना निश्चित है,,,
Kal ho rahi sarkar ki uchchastariy baithak me nirnay apne paksh me ana tay hai. Par dhyan den sarkar ko dhannywad dekar T.E.T. sangharsh morcha ke etihasik sangharsho ka apman na kare. Dhannywad dena hai to Bhart ki nyyaypalika ko de jinhone inki halat sanp aur chhachhundar wali bana di hai. Bhaiyon bharti karna inka sirdard hai chahe kursi par baithkar karen ya Sahara shri ki tarah 'TIHAD' men baithkar faisla inke hath. Hame to apne S.P. mukkt u.p. ke sankllp par kaym rahna hai. Sawdhan......YE ..... UMEED ..... KI .... NAHI.... DHOKHE....KI ...CYCLE .....HAI.
ReplyDeleteकृपया इसे अश्लील न समझें क्योंकि जानकारी ही बचाव है---------
ReplyDeleteपुत्र प्राप्ति हेतु गर्भाधान का तरीका
--------- --------------------
हमारे पुराने आयुर्वेद ग्रंथों में पुत्र-पुत्री प्राप्ति हेतु दिन-रात, शुक्ल पक्ष-कृष्ण पक्ष तथा माहवारी के दिन से सोलहवें दिन तक का महत्व बताया गया है। धर्म ग्रंथों में भी इस बारे में जानकारी मिलती है।
यदि आप पुत्र प्राप्त करना चाहते हैं और वह भी गुणवान, तो हम आपकी सुविधा के लिए हम यहाँ माहवारी के बाद की विभिन्न रात्रियों की महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।
* चौथी रात्रि के गर्भ से पैदा पुत्र अल्पायु और दरिद्र होता है।
* पाँचवीं रात्रि के गर्भ से जन्मी कन्या भविष्य में सिर्फ लड़की पैदा करेगी।
* छठवीं रात्रि के गर्भ से मध्यम आयु वाला पुत्र जन्म लेगा।
* सातवीं रात्रि के गर्भ से पैदा होने वाली कन्या बांझ होगी।
* आठवीं रात्रि के गर्भ से पैदा पुत्र ऐश्वर्यशाली होता है।
* नौवीं रात्रि के गर्भ से ऐश्वर्यशालिनी पुत्री पैदा होती है।
* दसवीं रात्रि के गर्भ से चतुर पुत्र का जन्म होता है।
* ग्यारहवीं रात्रि के गर्भ से चरित्रहीन पुत्री पैदा होती है।
* बारहवीं रात्रि के गर्भ से पुरुषोत्तम पुत्र जन्म लेता है।
* तेरहवीं रात्रि के गर्म से वर्णसंकर पुत्री जन्म लेती है।
* चौदहवीं रात्रि के गर्भ से उत्तम पुत्र का जन्म होता है।
* पंद्रहवीं रात्रि के गर्भ से सौभाग्यवती पुत्री पैदा होती है।
* सोलहवीं रात्रि के गर्भ से सर्वगुण संपन्न, पुत्र पैदा होता है।
व्यास मुनि ने इन्हीं सूत्रों के आधार पर पर अम्बिका, अम्बालिका तथा दासी के नियोग (समागम) किया, जिससे धृतराष्ट्र, पाण्डु तथा विदुर का जन्म हुआ। महर्षि मनु तथा व्यास मुनि के उपरोक्त सूत्रों की पुष्टि स्वामी दयानंद सरस्वती ने अपनी पुस्तक 'संस्कार विधि' में स्पष्ट रूप से कर दी है। प्राचीनकाल के महान चिकित्सक वाग्भट तथा भावमिश्र ने महर्षि मनु के उपरोक्त कथन की पुष्टि पूर्णरूप से की है।
च्विंगम खाने के बाद उसको यहाँ वहाँ मत फेंकिये...क्योंकि पक्षियों को वो पाव का टुकड़ा नज़र आता है...और उसे खाने के प्रयास में..वो उनकी चोंच में गम की तरह चिपक जाता है...इस कारण ना तो वह दाना चुग सकती हैं..ना ही अपनी प्यास बुझा सकती हैं..और धीरे धीरे ये निष्पाप पक्षी अपने प्राण गंवा बैठते हैं...
ReplyDelete.
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अगर आप पक्षी प्रेमी हैं..तो अधिक से अधिक मात्रा में इसे लोगों तक पहुँचाने का प्रयास करें..आपके एक शेयर से अगर एक भी पक्षी की जान बचती है..तो ये सन्देश सफल हो जाएगा...
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धन्यवाद.
शेयर करके थोडा पुण्य कर लो।।
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Tere Pyar ne zindgi se pehchaan karai hai,
Mujhe wo toofano se phir lauta ke laayi hai,
Bas itni hi dua karte hain khuda se hum,
Bujhe na yeh shama kabhi jo tumne jalai hai…
नमो नमो मित्रो सुबह सुबह के बेला पे मै एक
ReplyDelete『श्री मोदी जी』 के『दोहा』से सुरूआत है
करते है इसे पढ़े और अनंद ले......
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.रहिमन पोस्टर पंजा का, जब भी कोई
चिपकाय !
तुरतहिँ लाकर कमल फूल, उस पर दो चपकाय ।।
काँग्रेस भाजपा दोऊ खड़े, किस पे बटन दबायेँ ।
गर चाहिए सुख शाँति, मोदी को दो जितवाये ।।
वोटिंग तक सब छुट है, लूट सके जो लूट।
लेकिन फिर पछताओगे, जब पड़ेँगे सिर पर बूट ।।
मोदी कहे पुकार के, काँग्रेस न किसी की होय ।
इस बार कहीँ जीत गयी, फिर से रौंदेगी तोय ।।
वोटिँग बूथ पर जाइए, अपना होश संभाल ।
कमल पर बटन दबाय के, काँग्रेस को दे दो हराय।।
मोदी का भाषण देख कर, दिया राहुलवा रोय ।
ऐसा भाषण मेरे लिए, काहे नहीँ लिखता कोय।।
जाति न देखो प्रत्याशी की, सत्य का दो तुम साथ ।
बटन दबाओ कमल पर, पंजे को मारो लात ।।
कबीरा ते नर अँध है, जो दे काँग्रेस को वोट ।
खाद्य सुरक्षा की बात करेँ खाने को न दे रोट ।।
काँग्रेस लज्जा ना करै, न दे कभी किसी का साथ
।
आतंकवाद को बढ़ावा दे, ऐसा है खूनी हाथ ।।
मोदी खड़ा चुनाव में, सब की चाहे खैर ।
ना हिँदू से दोस्ती, ना मुस्लिम से बैर ।।
कल करे सो आज कर, आज करे सो अब ।
वरना काँग्रेस आएगी, 5 साल लुटेगी फिर सब ।।
बटन दबावत जुग गया, मिली न अच्छी सरकार ।
चंद रुपये, शराब के बदले सब कुछ जाते हार ।।
रहिमन जूता रखिये, कांखन बगली दबाय।
न जाने किस मोड़ पे भ्रष्ट खान्ग्रेसी मिल जाये
कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है
चने की साईज के मुँह वाला खुद को चाणक्य
समझता है vote for modi
जब एक बस कंडक्टर देश का सबसे बड़ा फिल्मनायक
ReplyDelete(रजनीकांत) बन सकता है,
जब जंगल में रहने वाला (चन्द्रगुप्त मौर्य) सम्राट
बन सकता है,
जब पेपर बेचने वाला (कलाम) राष्ट्रपति बन
सकता है,
जब एक बार डांसर (सोनिया गांधी) देश पर राज
कर सकती है,
जब एक लंगोट वाला पहलवान (मुलायम यादव)
मुख्यमंत्री बन सकता है,
जब सेना का जवान हॉकी का जादूगर ( मेजर
ध्यानचंद) बन सकता है जिसके सामने हिटलर
भी झुका,
जब एक चापलूस रसोई वाली (प्रतिभा पाटिल)
राष्ट्रपति बन सकती है,
और जब एक रोबोट (मन्नू सिंह) प्रधानमंत्री बन
सकता है,
और जब एक दो कौड़ी का दलाल (नरेश अग्रवाल)
सांसद बन सकता है,
तो मैं पूछता हूँ एक चाय बेचने वाला, मेहनत करके आज
यहाँ इस मुकाम तक पहुचने
वाला प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकता..???
हे प्रभु ǃ चारों दिशाओं के पालन हारी श्री सत्य नारायण जी महाराज।
ReplyDeleteनकलचियों कर संहार हम गरीबों के हित में करें भर्ती का आगाज ।।
सब दुखहारी कृपालु जय जय जय श्री सत्य नारायण जी महाराज।।
हे प्रभु ǃ चारों दिशाओं के पालन हारी श्री सत्य नारायण जी महाराज।
नकलचियों कर संहार हम गरीबों के हित में करें भर्ती का आगाज ।।
सब दुखहारी कृपालु जय जय जय श्री सत्य नारायण जी महाराज।।
हे प्रभु ǃ चारों दिशाओं के पालन हारी श्री सत्य नारायण जी महाराज।
नकलचियों कर संहार हम गरीबों के हित में करें भर्ती का आगाज ।।
सब दुखहारी कृपालु जय जय जय श्री सत्य नारायण जी महाराज।।
अब चारो तरफ अफवाहों का बाज़ार गर्म होता जा रहा है,, कोई कह रहा है, टेट का रिकॉर्ड ही नहीं मिल रहा है, तो कोई कह रहा है की पुराने विज्ञापन के आवेदन हो खो गए है,, कभी सी. डी. को गुम कर देते है,, अगर वास्तव ऐसा हो सकता है, फिर तो नौकरी करना भी बेकार है,, क्योंकि जंगल राज में तो नौकरी आप करेगे और सेलरी किसी और के खाते में भी जा सकती है या फिर स्कूल में नाम आपका और लखनऊ रिकॉर्ड में किसी और का..
ReplyDeleteऐसा नहीं होता है,,
आज दैनिक जागरण में था कि टेट का रिकॉर्ड मुश्किल,,,, साथ ही हिन्दुस्तान बरेली में दिया था कि नए विज्ञापन में प्रथम काउंसेलिंग करा चुके आवेदक डायट से अपने प्रमाण पत्र वापिस ले सकते है,,,
ऐसे रिकॉर्ड गायब हो जाये या पता न चले तो समझो फिर तो कुछ भी गायब हो जायेगा,,
निक और कोर्ट के पास सभी रिकॉर्ड सुरक्षित है,, सिर्फ रिजल्ट तैयार करने वाली कंपनी के पास कुछ नही है,, उनके कंप्यूटर में तो हार्ड डिस्क भी नही है,,
ज्यादा नकारात्मक लोगो से दुरी बनाकर रखे,, बहुत जल्दी भर्ती शुरू होने वाली है,, और मेरिट भी बहुत कम रहेगी,,,
जय हो,
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Khel raha hun iss ummid par mohabbat ki baazi,
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Ek din jeet hi lunga utmhe...apna sab kuchh haarkar
क्या कोई अभ्यर्थी अपने ही विज्ञापन की बहाली के निर्णय के विरुद्ध अपील कर सकता है?
ReplyDeleteअगर कोइ व्यक्ति इस सवाल का हाँ में जवाब देता है तो उसे क्या नाम दिया जाना चाहिए?
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दोस्ती गुनाह हे तो होने ना देना
दोस्ती खुदा हे तो खोने ना देना
करते हो दोस्ती किसीसे तो
कभी उस दोस्त को रोने ना देना..!!
बडा अनमोल जीवन है इसे रो रो कर ना बिताओ,
ReplyDeleteकितनी हसीन ये दुनिया है जरा होश मेँ तो आओ ॥
__________________________________________________
सु-प्रभात मित्रों ,, हमलोग इस 26 जनवरी 2014 तो भले ही नहीं पर हमलोग लेकिन 15 अगस्त 2014 को अपने-अपने प्राईमरी स्कूलों में जरुर तिरंगा
फहराएंगे ---------- आप सभी का दिन मंगलमय हो ,, मस्त रहे आप सब ॥
______________
आप सबका बेहद ही गरीब टेट मित्र --
Mr.TMNTBN
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इश्क का समंदर भी क्या समंदर है,
जो डूब गया वो आशिक जो बच गया वो दीवाना..!!
aur zo tairta rah gaya wo pati hi hai..!!
एक बच्चे ने सारे सवालों के जवाब दिए फिर भी मौखिक
ReplyDeleteपरीक्षा में फेल
हो गया.
क्यों ?
सवाल के जवाब कुछ इस तरह थे..
सवाल: - टीपू सुल्तान की मृत्यु किस युद्ध में हुई थी ?
जवाब: - उसके आखिरी युद्ध में.
सवाल - आजादी की उद्घोषणा की गई थी ?
जवाब - पन्ने के आखिर में सबसे नीचे.
सवाल - तलाक का प्रमुख कारण क्या है ?
जवाब - शादी.
सवाल - गंगा किस स्टेट में बहती है ? जवाब - लिक्विड
स्टेट.
सवाल - महात्मा गांधी का जन्म कब हुआ था ?
जवाब - उनके जन्मदिन के दिन्.
सवाल - 6 लोगों के बीच 8 आम को तुम कैसे बांटोगे ?
जवाब - मैंगो शेक बनाकर.
सवाल - भारत में पूरे साल सबसे ज्यादा बर्फ
कहां गिरती है ? जवाब - दारू के ग्लास में....."
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ReplyDeleteकपिल देव यादव
ReplyDeleteबनाम
शिव कुमार पाठक
मित्रों
इन दोनो की लड़ाई में 'टेट' में तो बहुत 'निखार' आ गया है.....
है कि नही....
'यादव' जी ने 'टेट' को 'अखाड़ा' बना तो दिया.....पर इसे 'वज्र' जैसी 'मजबूती' प्रदान की.....साथ ही साथ 'बलशाली' भी बनाया.....
और 'पाठक' जी ने तो इसे 'खूब तपाया' और बनाया 'खरा सोना'
और इसको इतना 'मूल्यवान' बनाया कि कोर्ट को इस पर 'रेट-टैग' लगाना ही पड़ा....
अब 'टेट', 'आभूषण' बनकर उस 'प्रस्थिति' में है.....
कि जिस भी 'शरीर' पर यह 'सजेगा'..
वह
'सूरज' जैसा 'चमकेगा'...
'कुन्दन' जैसा 'दमकेगा'....
'चन्दन' जैसा 'महकेगा'....
और कोई इसे 'भेद' नही पायेगा....
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" Love is one beautiful forest,
where
Brave Tigers are killed by Beautiful
Deers' eyes "
वक़्त की मार या सियासत का वार:
ReplyDelete______________________
इतिहास खुद को दोहराता है । जिस प्रकार मौर्यों का उदय हुआ था उसी प्रकार गुप्तों का उदय हुआ।
इसी प्रकार अंत भी दोनों का एक तरह से हुआ ।
संभव है कि गुप्तों ने मौर्यों के उदय का इतिहास पढ़ा हो लेकिन पतन का इतिहास ना पढ़ा हो
या पतन का इतिहास पढ़ने के बावजूद भी उनके पतन के कारण से खुद को प्रेरित ना किया हो।
मैंने हर समय हर घटना से सबक लेने की कोशिश की है।
जब मायावती जी मुलायम जी के नियुक्त किये सिपाहियों को बर्खास्त कर रही थीं उस वक़्त मेरे मन में यह ख्याल आता था कि एक दिन मुलायम भी इनकी किसी भर्ती का ऐसा हाल करेंगे।
उस वक़्त परिणाम अंत में मायावती के फैसले के खिलाफ आया और सिपाहियों को ढूंढ ढूंढकर मायावती ने पुनः नियुक्त किया ।
उस समय कोर्ट के आदेश पर सरकार की हालत ख़राब थी ।
सब सिपाही पुनः नियुक्त हुये।
अखिलेश ने सत्ता पाने के बाद बदला लेना चाहा लेकिन परिणाम उसका इनको याद ना रहा।
जिस प्रकार हाई कोर्ट ने इनके खिलाफ फैसला सुनाया उस ज़माने की याद ताज़ा हो गयी जब बर्खास्त सिपाही हाई कोर्ट की सीढ़ियों को चूम रहे थे । जज तो भगवान बन गये थे।
वही दृश्य पुनः ताज़ा हुआ जब न्यायमूर्ति अशोक भूषण भगवान बन गये।
जिस प्रकार मै अभी तक सरकार का रुख और शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान की हालत देख रहा हूँ
कहीं इतिहास पूर्वत पुनरावृत्ति ना कर दे।
जिस दिन ३१ मार्च २०१४ बीता और कोर्ट ने अपना रुख दिखाया
यही अखिलेश सरकार गाँव-गाँव ढूढेंगी कि कोई टीईटी उत्तीर्ण इस गाँव में बचा तो नहीं है।
जिस अधिकारी से पूंछो उदासीन जवाब देता है जैसे कहीं से फंसाकर लाये गये हो।
कोई बात नहीं , सबका भ्रम दूर हो जायेगा। आन्दोलन आदि प्रयास करना हमारा हक है हम उसे करेंगे।
अंततः यह समर शानदार परिणति को पहुँच जायेगी।
सत्य की विजय हो। chuki hai
आप लोग आन्दोलन, धरना , कूटनीति और राजनीति सब करो लेकिन हताश ना हो।
पुराने विज्ञापन मेँ सिर्फ बी.एड. आवेदकोँ की संख्या करीब 1.80 लाख थी , जिसमेँ विज्ञान वर्ग के 60 हजार और कला वर्ग के 1,20,000 है इन आँकड़ोँ के हिसाब से मेरिट लगभग ऐसी रहने की पूर्ण संम्भावना है
ReplyDeleteकला- पुरुष(General)-103
कला- पुरुष (O.B.C.)- 98
कला- पुरुष (S.C.)- 88
विज्ञान-पुरुष (Gen.)- 98
विज्ञान-पुरुष (O.B.C.)- 93
विज्ञान-पुरुष (S.C.)- ALL
Note- विज्ञान वर्ग (महिला) सभी का हो जायेगा।
PLEASE do not make any call for merit related information
T
H
A
N
K
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Qayaamat Hai Tera Yun Ban Sanwar ke Baithna,
Humare Dil Ki Chhodo Ayine Pe Kya Guzri Hogi....
कुछ टेट मेरिट समर्थकों का भी कहना है कि सरकार इस 72825 कि भर्ती को करने के मुड़ में नहीं है ,,, सायद हो भी सकता है वो सही बोल रहे हों ,,, क्यूंकि सरकार तो नहीं पर उसकी हिमायत में लगी मिडिया जरुर ये बात जोर-शोर से उठा रही है कि सरकार के पास टेट-2011 से सम्बंधित कोई भी रिकॉर्ड मौजूद नहीं है ॥ पर साथ ही ये बात भी मिडिया बोल रही है कि टेट-2011 के सभी रिकॉर्ड पुलिस के पास सीलबंद है।
ReplyDelete_____________ ------ कुछ लोगों का ये भी कहना है कि जैसा आज लखनऊ में सभी डायट प्राचार्यों के साथ मीटिंग है और यदि इस मीटिंग में कोई सकारात्मक रुख स्पष्ट नहीं हुवा तो फिर सरकार का पूरा मन होगा कि वो इस भर्ती को आसानी से ना करने का मन बना चुकी है ॥
कुल मिलकर अब तो सरकार पर ही निर्भर है कि वो इस भर्ती में कहा तक पूरा करने की दिलचस्पी लेगी ,,, आज कि मीटिंग भी एक नया रास्ता दिखाएगी कि यह भर्ती समय से पूरी होगी या फिर सरकार वाकई में इसे टाइम पास ही करने का इरादा बना चुकी है ॥
ReplyDelete____________________ अब टेट मेरिट समर्थकों को क्या करना चाहिए ,,, आगे क्या रुख अपनाना चाहिए अपने हक़ के लिए जिसे उनसे 2 साल से दूर रखा गया है ??
------------------------------------ जय हिन्द ,, जय टेट मेरिट ,,, जय टेट मेरिट समर्थक ||
हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए
ReplyDeleteइस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए
आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी,
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए
हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में
हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,
सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए
पति के साथ प्यार से कैसे रहें।
ReplyDeleteउपरोक्त विषय पर औरतों का एक सेमीनार हो रहा था।
उनसे एक सवाल किया गया कि आप अपने पति से कितना प्यार करती हैं?
सभी औरतों ने अपने हाथ उठा दिए।
अगला सवाल था, `आपने अपने पति को I LOVE YOU कब बोला था?`
किसी ने आज सुबह, किसी ने पिछले कल, किसी ने कुछ दिन पहले बताया और कुछ को तो याद भी नहीं था।
अब उनसे अपने-अपने मोबाइल से अपने पति को 'I LOVE YOU, SWEET HEART' मैसेज भेजने को कहा गया और आपस में एक दूसरे को उनके पति के जवाब को पढ़ने के लिए कहा गया।
पतियों के जवाब में मैसेज कुछ ऐसे थे:
1. मेरे बच्चों की प्यारी माँ, तू पागल हो गई है क्या?
2. अब क्या हो गया? कार तो नहीं ठोक दी?
3. क्या मतलब?
4. ??????
5. क्या कर दिया है तुमने? इस बार नहीं छोडूंगा तुझे।
6. क्या खरीदने जा रही हो, डार्लिंग? कितने पैसे चाहिए?
7. सपना तो नहीं देख रहा हूँ मैं?
8. अरे मैडम! यह मैसेज गलती से तो मुझे नहीं भेज दिया?
9. सुबह ही तुम कह रही थी कि कहीं जाना है, ज्यादा तो नहीं पी ली है तुमने ?
और अंत में एक साहब का मैसेज तो यह भी था।
10. कौन?
दो मित्र थे, दोनो चुनाव लड़ने की योजना बनाते है, उनमे से एक को भाषण देना नही आता था, तो वो दूसरे वाले से कहता है यार मुझे तो भाषण देना नही आता, तू सब सम्भाल लेगा ना?__
ReplyDeleteदूसरा बोला अरे चिन्ता मत करो यार भाषण देने मेँ क्या है,बात से बात जोड़ते जाओ और बन गया भाषण, खैर दोनो अपने योजना के अनुरूप चुनाव लड़ते है,और अब बारी आती है भाषण की,
दूसरा वाला मंच से भाषण शुरू करता है-
"भाइयो एवं भौजाइयो मै न कोई नेता हूँ और ना ही कोई अभिनेता, ............
सभी 'अभिनेता' मुम्बई शहर मे रहते है..........
लेकिन दिल्ली भी एक 'शहर' है,
'दिल्ली '
मे चश्मा बहुत मिलता है,चश्मे' को उर्दू मे झरना कहते है,
'झरने'
कश्मीर मे बहुत पाये जाते है,'कश्मीर' एक सुन्दर प्रदेश है,
'सुन्दर'
तो हेमा मालिनी भी है,
'हेमा'
की पहली फिल्म सपनो के सौदागर थी जिसके हीरो राजकपूर थे,
'हीरो'
बहादुर को कहते है, 'बहादुर' तो शेर होता है, 40 'सेर' का 1 मन होता है,
'मन'
बहुत चंचल होता है,
'चंचल'
मधुबाला की छोटी बहन थी जिन्होने मुगलेआजम मे काम किया,
'काम'
तो गधा भी करता है,
'गधा'
सीधा और नेक होता है,
'सीधा'
तो लौह स्तम्भ भी है,
'लौह'
पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल को कहते है,
सरदार कौम का वफादार होता है,
वफादार तो कुत्ता भी होता है
लेकिन कुत्ते की पूँछ टेढ़ी होती है,
इसी टेढ़ी पूँछ को सीधी करने के लिए मुझे भारी मतो से विजयी बनाये..
कोई भी इंसान बुरा ही हो
ReplyDeleteजरुरी नहीं है
क्योकि गलत घड़ी भी दिन में
दो बार सही समय बताती है..!!
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Aankhe To Pyar Me Dill Ki Juban Hoti Hai,
Chahat To Sadaa Bezuban Hoti Hai,
Pyar Me Dard Bhi Mile To Kya Ghabrana,
Suna Hai Dard Se Chahat Our Jawan Hoti Hai…
वैसे तो मैँ किसी के सवाल जवाब मेँ तो नहीँ पड़ता हूँ।
ReplyDeleteलेकिन अगर आपका समाधान है मेरे पास आप मुझे फोन क्योँ नहीँ कर लेते ?
पति देर रात एक पार्टी से घर लौटा।
ReplyDeleteबीवी गुस्से में तमतमाई हुई थी, उसने चिल्लाकर
पूछा, “अगर तुम मुझे दो दिन तक ना देखो तो तुम्हें
कैसा लगेगा?”
पति को अपने कानों पर भरोसा ही नहीं हुआ, उसने
खुशी के मारे बोल दिया, “बहुत अच्छा लगेगा!” ....
सोमवार का पूरा दिन बीत,
पति को बीवी नहीं दिखाई दी...
इसी तरह मंगलवार और बुद्धवार भी बीत गए...
लेकिन पति को अपनी बीवी नहीं दिखी!
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गुरुवार को पति के चेहरे से सूजन कुछ कम हुई और
वो बायीं आँख के कोने से आखिरकार
अपनी बीवी को देख ही लिया।
हर काम को तीन अवस्थाओं से गुज़रना होता है -- उपहास, विरोध और स्वीकृति | जो मनुष्य अपने समय से आगे विचार करता है, लोग उसे निश्चय ही ग़लत समझते हैं |इसलिए विरोध और अत्याचार हम सहर्ष स्वीकार करते हैं , परन्तु मुझे दृढ और पवित्र होना चाहिए और भगवान् में अपरिमित विश्वास रखना चाहिए, तब ये सब लुप्त हो जायेंगे |
ReplyDelete>>स्वामी विवेकानंद <<
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कमी खल रही है तेरी बड़ी जोर से
चले आओ न करीब किसी ओर से..!!
किसी के दोष को देखकर उससे घृणा न करो और न उसका बुरा चाहो | यदि ऐसा न करोगे तो उसका दोष तो न मालूम कब दूर होगा; पर तुम्हारे अपने अन्दर घृणा, क्रोध, द्वेष और हिंसा को अवश्य ही स्थान मिल जायगा | उसमें तो एक ही दोष था; परन्तु तुममें चार दोष आ जायँगे | हो सकता है, तुम्हारे और उसके दोषों के नाम अलग-अलग हों |
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यूँ तो जो कुछ था मेरे पास मैं सब बेच आया...
कहीं इनाम मिला और कहीं क़ीमत भी नहीं
कुछ तुम्हारे लिए आँखों में छुपा रक्खा है....
देख लो और न देखो तो शिकायत भी नहीं......
आज से 21 वर्ष पहले मनमोहन सिंह ने कहा था कि उदारीकरण और वैश्वीकरण के परिणाम 20साल में देखने को मिलेंगे!
ReplyDeleteपरिणाम आज सामने है 1991 में 67टन सोना गिरवी रखा गया था और आज 2013 में 500टन सोना गिरवी रखने की नौबत आ गई है! वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने 500 टन सोना गिरवी रखने का सुझाव दिया है !
देश को इतना कंगाल कर दिया है कि कांग्रेस सरकार 500 टन
सोना गिरवी रखेगी !ये 500 टन सोना कितने का है ?आइये देखें !
अगर 10 ग्राम सोना --------------------- 30000 (30 हजार ) रुपए का
तो 100 ग्राम सोना होगा ------------------ 300000 (3 लाख ) रूपये का
तो 1 किलो होगा ---------------------------3000000 (30 लाख) रूपये का
तो 10 किलो होगा ---------------------------30000000 (3 करोड़ ) रूपये का
तो 100 किलो होगा ------------------------300000000 (30 करोड़ ) रूपये का
तो 1000 किलो (1टन) होगा --------------3000000000 (300 करोड़ ) रूपये का
तो 10000 किलो (10 टन) होगा -----------30000000000 (3000 करोड़ ) रूपये का
तो 100000 किलो(100 टन)------------------300000000000 (30000 हजार करोड़ ) रूपये का
तो 500000 किलो (500 टन)-----------------1500000000000(1 लाख 50 हजार करोड़ ) रूपये का
500 टन सोने की कीमत 1 लाख 50 हजार करोड़ है !
और मंदमोहन सिंह का एक कोयला घोटाला 1 लाख 80 हजार करोड़ का है बाकी घोटाले अलग है !
हो रहा है भारत नीलाम !
जनहित में जारी
मित्रो ये तो एक छोटा सा प्रस्तुती करन है 2014 के बाद भारत का इतिहास सदैव के लिए बदल जाएगा !! ऊपर जाएगा या नीचे ..ये भारत की जनता के कर्मो और वोटिंग वाले दिन किये जाने वा ली हरकत पर निर्भर करता है ।
280 लाख करोड़ का सवाल है ...
गरीब नहीं रहा"* ये कहना है स्विस बैंक के डाइरेक्टर का.स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने यह भी कहा है कि भारत का लगभग 280 लाख करोड़ रुपये (280 ,00 ,000 ,000 ,000) उनके स्विस बैंक में जमा है.
30 सालों का बजट बिना टैक्स के बनाया जा सकता है.
अवसर दिए जा सकते है.
किसी भी गाँव से दिल्ली तक 4 लेन रोड बनाया जा सकता है.
ज्यादा सामाजिक प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते है.
भारतीय को 2000 रुपये हर महीने भी दिए जाये तो 60 साल तक ख़त्म ना हो.
लोन लेने कि कोई जरुरत नहीं है.
राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे
देश को लूटा है और ये लूट का सिलसिला अभी तक 2013 तक जारी है. इस सिलसिले को अब रोकना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है.
200 सालो तक राज करके करीब 1 लाख करोड़ रुपये लूटा. मगर आजादी के केवल 65 सालों में हमारे भ्रस्टाचार ने 280 लाख करोड़ लूटा है.
और दूसरी तरफ केवल 65 सालों में 280 लाख करोड़ है.यानि हर साल लगभग 4.37 लाख करोड़, या हर महीने करीब 36 हजार करोड़ भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में इन भ्रष्ट लोगों द्वारा जमा करवाई गई है. भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन की कोई दरकार नहीं है.
राजनेताओं और उच्च अधिकारीयों ने ब्लाक करके रखा हुआ है. हमे भ्रस्ट राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ जाने का पूर्ण अधिकार है.हाल ही में हुवे घोटालों का आप
२जी स्पेक्ट्रुम घोटाला , आदर्श होउसिंग घोटाला... और ना जाने कौन कौन से घोटाले अभी उजागर होने वाले है ........
आप लोग जोक्स फॉरवर्ड करते ही हो.
इसे भी इतना फॉरवर्ड करो की पूरा भारत इसे पढ़े ... और एक आन्दोलन बन जाय……!!!
भर्ती पर अमल हो चुका है जल्द
ReplyDeleteकार्यक्रम जारी होगा ।
आप पत्नी की नजर से दुनिया देखो -
ReplyDelete* दुनिया का सबसे पर्फक्ट आदमी - उसका बाप!
* दुनिया की सबसे प्यारी औरत - उसकी माँ!
* दुनिया की सबसे अकलमंद औरत - वो खुद!
* दुनिया का सबसे दुःखी पति - उसका भाई!
* दुनिया की सबसे बङी चुङैल - उसकी भाभी!
* दुनिया का सबसे सुंदर लङका - उसका बेटा!
* दुनिया का सबसे नसीबवाला आदमी - उसकी बहन का पति!
* दुनिया की सबसे गंवार औरत - उसकी सास!
* और दुनिया का सबसे खराब, निकम्मा, स्वार्थी, झूठा, कंजूस और बेकार आदमी - अब ये भी लिखवा लोगे क्या ???
लद्दाख़ के बर्फ़ में
ReplyDeleteठिठुरता हुआ सैनिक
आधे अधूरे signal में
कपकपाते हुए बहार निकलकर
जब कॉल लगाता है
तब घरवाली ये नहीं पूछती है कि
saving account कैसा है
बस एक डरा हुआ इंतज़ार पूछता है
"are you safe?"
दो बाल्टी पानी में जब
चौबीस घंटे निकालने होते हैं, और
देश के किसी posh colony में
गर्म पानी नहीं आने पर
बवाल मच जाता है
तब माँ ये नहीं पूछती है कि
आज नहाये हो या नहीं
बस एक डरा हुआ इंतज़ार पूछता है
"are you safe?"
सिनेमा के छिछोरे गानों पर जब
मोहल्ले में
बलम पिचकारी चल जाती है
सरहद पर लोग पिचकारियाँ नहीं सुनते
गोलियों की आवाज़ के बीच
दोस्त ये नहीं पूछते हैं कि
होली कैसी गुज़र रही है
बस एक डरा हुआ इंतज़ार पूछता है
"are you safe?"
जब अपने बच्चों के तस्वीरों के सहारे
महीने-साल निकल जाते हैं
और कश्मीर में अख़बार में आता है कि
army के 'एक और वहशी' ने
एक बच्चे को मार दिए है
तो बच्चे ये नहीं पूछतें हैं कि
papa, annual day पर आओगे
बस एक डरा हुआ इंतज़ार पूछता है
"are you safe?"
अगर ये नशा एक रोग है
तो पाल रे ये रोग नादां.
भारतीयों की खूबियां:
ReplyDelete.
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1. जब शैंपू की बॉटल खत्म हो जाए तो उसमें
पानी डालकर एक बार और शैंपू कर लो.
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2. टूथपेस्ट तब तक करो जब तक कि उससे
पूरा पेस्ट निचुड़ न जाए.
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3. घर के शो केस में चाइना का क्रॉकरी बस
मेहमानों को दिखाने के लिए लगाओ.
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4. टीवी के रिमोट को रोज पटकेंगे
कि काम करे पर उसमें नई बैटरी नहीं लगाएंगे.
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5. किसी ने खाने पे बुलाया या शादी,
पार्टी है तो उस दिन पूरा दिन भूखा रहेंगे
कि वहां जी भर के खा सकें
.
6. टीशर्ट पुरानी हो जाए तो उसे नाइट ड्रेस
बना लो, जब और पुरानी हो जाए तो उसपर
होली में रंग खेलो, और फिर
उसका पोछा बना लो…
.
7. डॉमिनोज वाले से एक एक्स्ट्रा केचप
मांगो ताकि बाद में उसे खा सकें…
.
और सबसे जरूरी है..
.
8. पानी पूरी खाकर पैसे दे देने के बाद
फ्री पानी मांगना हमारा हक है…
.
गर्व से कहो….’हम भारतीय हैं’!
सच्चाई के आईने, काले हो गये।बुजदिलो के घर मेँ, उजाले हो गये॥
ReplyDeleteझूठ बाजार मेँ, बेखौफ बिकता रहा।मैने सच कहा तो, जान के लाले हो गये॥
बेच-बेच कर, जिसने परिवार पाले।वो भुखा ही मर गया ,जब बच्चे कामवाले हो गये॥
लहजा मिटा, मिजाज ,जमीर, आँखो मेँ शरम। सब बेच खाये जब, वो शहर वाले हो गये॥
जो अपनी कमाई से एक, झोपड़ी तक ना बना सके। वो सियासत मेँ आये, तो ताजमहल वाले हो गये ॥
-पहले बंगाल में Cong की सरकार थी
ReplyDeleteअब नहीं रही
-पहले बिहार में Cong की सरकार थी
अब नहीं रही
-पहले उड़ीसा में Cong की सरकार
थी अब नहीं रही
-पहले U.P में Cong की सरकार थी
अब नहीं रही
-पहले पंजाब में Cong की सरकार थी
अब नहीं रही
-पहले छत्तीसगड़ में Cong की सरकार
थी अब नहीं रही
-पहले M.P में Cong की सरकार थी
अब नहीं रही
-पहले तमिलनाडु ने Cong की सरकार थी
अब नहीं रही
-पहले गुजरात में Cong की सरकार थी
अब नहीं रही
-पहले गोवा में Cong की सरकार थी
अब नहीं रही
-पहले त्रिपुरा में Cong की सरकार थी
अब नहीं रही
तो बच्चा गाँधी PM क्या वेस्टइंडीज़
का बनेगा ?
आप जिस रेमेडी के लिये वहां जा रहे हो उसपर आपसे पहले जिसको रेमेडी मिलनी चाहिये थी मिल चुकी है।
ReplyDeleteडिवीज़न बेंच ने आपसे पूछा लेकिन आप अपनी तकलीफ नहीं बता सके ।
आपका आवेदन सिर्फ इसलिये छोड़ दिया गया कि सरकार अगर चाहे तो उसमेँ समायोजन कर सकती है।
लेकिन ज्यादा उछल कूद करने पर उसे पदविहीन और भाराँक न होने के कारण रद्द किया जाना सुनिश्चित है, जिस प्रकार ज्यादा उछल कूद का एक नतीजा आप और सरकार अभी तक बर्दाश्त नहीँ कर पा रही है ( टीइटी के अँकोँ को न नकारना -द्वारा पूर्ण पीठ )
मैँने सरकार तक ये बात पहुँचाने का पुरजोर प्रयत्न किया था ( कि कम से कम 0.01% ही दे दो,
0.01% ही दे दो,
लेकिन मेरी कौन सुनता क्योँकि मुझसे अधिक समझदार लोग उनके पास /खास हैँ ।
अगर उन्होने मेरी वाली (0.01 % ) कर ली होती तो . . . . . . . . . . . . . . . . . . .आप लोग अब तक सुरक्षित होते हमारी तरह
अब मेरा वही पुराना वक्तव्य / संवाद फिर से जीवित हो जाता है
"नाक कई बार कटवाई जा सकती है लेकिन गर्दन तो एक ही बार कटेगी "
आप परीक्षा भी रद्द नहीं करा पाये।
कुछ बातें जो कि भविष्य को क्षति नहीं पहुंचाती हैं आपके पक्ष में हैं लेकिन अब आपकी बुद्धि देखकर यकीन हो रहा है कि आप उसका फायदा कभी नहीं उठा पाओगे।
एक कंपनी है अमेरिका की "कोलगेट पॉमोलिव" जो मात्र 13 लाख रु. पूंजी निवेश लगाकर प्रति वर्ष 213 करोड़ रु अमेरिका ले जा रही है।
ReplyDeleteलूट मचा रखी है इन विदेशी कंपनियों ने....और हम कहते हैं महंगाई है।
स्वदेशी अपनाओ, देश बचाओ !
७२८२५ भर्ती मामला...
ReplyDeleteबड़ा प्रश्न कोर्ट आर्डर के बाद सर्कार का क्या रुख होगा मतलब
ऊंट किस करवट बैठेगा
भाई ...
पहले ऊंट को मूत लेने दो....अच्छी तरह से ....
फिर करवट की बात करना.....
क्या जनता के पैसे को खैरात में बाँट रही है अखिलेश सरकार?
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव शकुंतला यादव कह रही हैं कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा २०११ के दस्तावेज पुलिस के पास हैं इसलिये उसका सत्यापन कैसे होगा कुछ पता नहीं है।
आखिरकार फिर यह प्रश्न बनता है कि उसी परीक्षा के आधार पर १०८०० की रिक्ति में स्थान पाने वाले बीटीसी / एसबीटीसी के लोगों को बिना सत्यापन के ही वेतनमान दिया जा रहा है।
यह तो जनता के पैसे की लूट है ।
कहीं चौटाला की राह पर तो अग्रसर नहीं है अखिलेश जी!
इसका जवाब भी इनको ही देना होगा।
मीडिया इसे भी प्रकाशित करे।
अत्यंत विचारोपरांत कोशिश की है ..
ReplyDeleteGen male art 99
Gen fem art 97
Gen male sc 97
Gen fem sc 95
Obc male art 96
Obc fem art 91
OBC Male SC 95
OBC Fem SC 90
SC Male Art 91
SC Fem Art ALL
SC Male Sc 89
SC FEM Sc ALL
ST Male Art 87
ST Male SC All
ST FEMALR ART +SC ALL
पुराने विज्ञापन से लगभग 48000 अभ्यर्थी बाहर हो चुके है जैसे
1.10000 BTC
2.3000 SBTC
3.30000 B.Ed 2011-12
4.1000 BPEd jo amanya hai.
5.1500 Rajkiya.
6.2000 other job
***********************
***********************
Upper Diya Hua Cut Off Matra Ek Anuman, Vastvik Merit Kam-Jyada Ho Sakti Hai........,
Counsling List Bhi Jald Hi Aapke Samne Aane Wali Hai......,
Be Positive & Hope For The Best
Jai Hind Jai TET Jai Bharat
!! Satymev Jayte !!
आज पुरे 15 दिन हो चुके है उच्च न्यालय का आदेश आए
ReplyDeleteपर सरकार कि तरफ से कोई अधिकारिक बयान
नहीं आया। हमारे साथी छोटे छोटे घटिया टाइप के
समाचारपत्रों कि घटिया समाचारो में फसे हुए है और उन
अनपढ़ जाहिल लोगो के पीछे परेशान हो जो हमारे सामने
कही नहीं टिकते है। अगर टिक पाते तो हमारे साथ होते
वैसे वो लोग १० और १२ से ले के बी.एड तक सिर्फ नक़ल
के सहारे रहे।
आप सब से निवेदन है अब वो समय आ गया है कि सरकार
और इन टाइप के घटिया लोगो को दिखा दो कि हम
शांत नहीं बैठे है हमे हर लड़ाई लड़ना और
जीतना आता है क्यों कि हम सच कि लड़ाई लड़ रहे है।
आने वाली दिन में कम से कम इतनी संख्या में तैयार
रहो लखनऊ पहुचने के लिए कि लखनऊ में २० मार्च २०१२
से ज्यादा कि संख्या इक्कठा हो जाय।
परन्तु तब तक अपने अपने जिलो में कम से कम २ से ३
बार मीटिंग कर के अपने साथियो को जोड़े।
और घटिया टाइप के
अखबारो कि घटिया खबरो को अपने
बच्चो कि पोट्टी पोछने में इस्तेमाल करे।
जय टेट मेर्रिट जय ओल्ड ऐड
जय न्यायपालिका
नमस्कार दोस्त,
ReplyDeleteये भर्ती "सरकार" को करनी है या "अखबार" को में समझ नही पा रहा हूँ......
सरकार २5 तारीख से मौन है और इन अखबार वालो की बजह से बी0 एड0 टेट पास बैचन है, पता नही ये मीडिया वाले कभी अपना पत्रिकारिता धर्म निभाएंगे भी या भर्ती पूरी होने के बाद भी अपनी इन हरकतो से बाज नही आयेंगे........
आप सभी से निवेदन है कि अपने विवेक का भी प्रयोग करे
और हाँ
यदि सरकार कुछ नही बोलेगी तो उसका मुँह खुलवाने के लिए नाक तो दबानी ही पड़ेगी उसके लिए भी तैयार रहे.! धन्यबाद
जय हिन्द जय टेट जय भारत
!! सत्यमेव जयते सर्वदा !!
!
ReplyDelete!
!
सु
नो
!
!
!
स
ज
नी
!
!
!
Wait for a guy who calls u
Beautiful
instead of hot
Will stay awake just to watch
you sleep......
Wait for the Boy who kisses
your
forhead not on your lips
The one who hold ur hands
infront of his friends...
The one who contantly
reminds you how
lucky he is to have you
and
the one who turns to his
mates and
says..!!!
look my princess is going...
♥ ♥ ♥
सुनो गौर से Pepsi वालोँ,
ReplyDeleteबुरी नजर ना Coke पे डालो,
चाहे जितना Dew पिला लो,
फिर भी आगे रहेगा NimbuPaani,
हैँ ना हम पूरे Hindustani ???
!
!
!
सु
नो
!
!
!
स
ज
नी
!
!
!
Boy: I have 2 words for you
"I love You"
Girl: But these are 3 words
Boy: I & You are the same word. yaar.............
मित्रों !
ReplyDeleteटेट संघर्ष मोर्चा का एक सक्रिय सदस्य होने के नाते मेरा एक विचार है जो आप लोगों से कहना चाहता हूँ -
हम सभी को ये कमर खुजाला और साप्ताहिक अंधकार ( दैनिक जागरण ) की बिना सिर पूँछ वाली विधवा विलापी खबर की कटिंग लेके इनके खिलाफ हाईकोर्ट में एक रिट फाइल करनी चाहिए कि ये न्यूजपेपर वाले हमलोगो के खिलाफ षणयंत्र रचने और सरकार को हमलोगों के भर्ती के प्रति दिक्भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं! जो बयानबाजी सरकार को करनी चाहिए कि हमारे पास रिकार्ड नहीं है हालाकि सरकार के पास इस तरह की बयानबाजी करने की हिम्मत ही नहीं है, वो ये न्यूजपेपर वाले जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहलाते हैं और समाज को एक नई दिशा देते हैं वो समाज के नवयुवा पीढ़ी के भविष्य को अंधकार में ढ़केलने का कार्य कर रहे हैं ।
आपकी क्या राय है
दोस्तों अवश्य बतायें ।
शहीद बाबा भगत सिंह जी का नाम ले कर सड़क पर उछल-कूद मचाने से 'क्रांति' नहीं आती, और न ही इंक फेंकने से इंकलाब आ जाता है। सच्चे राष्ट्रवादियों के प्रति पूर्ण सम्मान के साथ मैं यह बात रखना चाहता हूँ, कि कई फ़र्ज़ी राष्ट्रवादी चुनाव नज़दीक आते ही एकदम से सक्रिय हो जाते हैं। वो जो भी कहते हैं, उससे मुझे कोई परहेज़ नहीं हैं। लेकिन, बाबा भगत सिंह जैसे अमर शहीदों की तस्वीर लगा कर, उनके नाम पर संस्था बना कर जो फ़र्ज़ी राष्ट्रवाद का भ्रम फैलाने की वो कोशिश कर रहे हैं, वो अपराध इसलिए अक्षम्य है, क्योंकि आप जिनका नाम ले कर यह सब कर रहे हैं, उनके सम्मान को आप चोट पहुँचा रहे हैं। शहीद बाबा भगत सिंह के पौत्र श्री अभितेज सिंह सन्धू कल हमारे मंच पर थे। आज भी उनके पूरे परिवार को बार-बार यह दर्द कचोटता रहता है, कि "ये वो भारत नहीं है, जिसके लिए बाबा शहीद हुए थे". उन्हें विश्वास है कि उनके साथ मिल कर 'आप' भगत सिंह की कल्पना जैसे भारत की नींव रख सकता है। इस पहल में वो 'आप' के साथ हैं। ईश्वर 'आप' को वो शक्ति, क्षमता और संकल्प दे, कि 'आप' बाबा भगत सिंह के सपनों तक पहुँच सके।
ReplyDeleteजय हिन्द!
एक समझदार,सुगढ़ और अच्छी पत्नी वो होती हैं...
ReplyDelete.
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जो पति द्वारा धोये हुए कपड़ों को सुखाने खुद छत पर जाती है.........
चाणक्य के बुद्धिबल और चन्द्रगुप्त के बहुबल ने मिलकर भारत को एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया था . और वास्तव में अगले सौ बर्षों तक किसी विदेशी की हिम्मत नहीं पडी भारत पर हमला करने की . लेकिन जब चन्द्रगुप्त का पोते " सम्राट अशोक" ने अपने निजी कारणों से "बौद्ध धर्म "स्वीकार करके शस्त्रों का त्याग कर दिया तो उसके बाद भारत कमजोर होने लगा. सम्राट अशोक की देखा- देखी उस समय के अधिकाँश राजाओं ने बौद्धधर्म स्वीकार कर लिया था. बौद्धधर्म के अहिंसा के सिद्धांत को मानने के कारण देश की आत्मरक्षा प्रणाली ही गड़बड़ा गयी. अहिंसा का इतना प्रचार हो गया था की युवाओं ने सेना में भर्ती होना बंद कर दिया था. हिंसा के खिलाफ इतना ज्यादा प्रचार हो गया कि - सैनिकों को गिरी नजर से देखा जाने लगा. इस अविवेकपूर्ण अहिंसा की वजह से भारत कमजोर हो गया . बिदेशी हमलावरों का हमला होने पर केवल वही क्षत्रीय मुकाबला करते थे जो बौद्ध धर्म से दूर थे . बौद्धमत के लोग खुद मुकाबला करते नहीं थे साथ ही लड़ने वाले क्षत्रीय राजाओं हिंसा फैलाने के लिए कोसते रहते थे. देश की अधिकाँश आबादी युद्धों से दूर रहती थी और इसीलिए भारत को कई बार पराजय का सामना करना पडा. लेकिन राम-कृष्ण के वंशज हार के बाबजूद बार-बार उठ खड़े होते थे. विदेशियों को उन्होंने कभी चैन नहीं लेने दिया और आखिर में देश को आजाद कराकर ही दम लिया . गुलामी के समय में कोने में दुबके रहे बौद्ध , देश के आजाद होते ही फिर अपने उसी पुराने रवैये पर चलने लगे। खुद तो देश के लिए कुछ करना नहीं और जो कर रहे हैं उनको कोसना ये इनकी पुरानी नीति है . ये असफल लोग केवल अपनी असफलता के लिए दूसरों को दोष देते हैं। आज जब देश में जातिवाद समाप्ति की और बढ़ रहा है तो ये लोग झूठे किस्से गढ़ कर जातिवाद की आग को और भड़काने में लगे हैं . लेकिन आज देश जाग चुका है, इन कायरों की बातों में आकर कोई भी देश की सुरक्षा के मामले में समझौता करने को तैयार नहीं है . जातिवाद का जो जहर फैलाकर, दलितों को भड़काकर, अपनी वोट संख्या बढाने की कोशिश करने की उनकी ये नीति निश्चित रूप से असफल साबित होगी . सब को समझना चाहिए की अति हर चीज की बुरी होती है चाहे वो इस्लाम की हिंसा हो या फिर बौद्धों की अहिंसा . बौद्दों की अविवेक-पूर्ण अहिंसा काशिकार भी सबसे ज्यादा बौद्ध ही हुए. प्राचीन भारत के वही हिस्से आज विधर्मियों के कब्जे में हैं , जहां पर बौद्ध धर्म का सबसे ज्यादा प्रभाव था . जैसे अफगानिस्तान, पापिस्तान, तिब्बत, बंगाल, इंडोनेशिया , मलेशिया , लंका , आदि। इन देशों से मार कर खदेड़े जाने पर भी उन हिन्दुओं ने ही इन्हें बार -बार शरण दी है जिनको ये सबसे ज्यादा कोसते हैँ।
ReplyDeleteएक सुन्दर लड़की अगर रोज़ मोर्निंग
ReplyDeleteवाक् के लिए जाये तो
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कम से कम 5 लड़को की हेल्थ सुधर
जाये !!
( जनहित में जारी )
1 to 5 ka UPTET2011 pass condidates DATA
ReplyDelete83-89=148918
90-94=17500
95-99=10000
100-104=8800
105-109=7900
110-114=6240
115-119=5000
120-124=3750
125-127=1074
128-130=342
131-134=168
135-140=34
जानें और जरा सोचें ::
ReplyDelete• हमारे देश के बारे में यह प्रचारित किया गया है कि भारत बहुत ही गरीब देश है...... यदि यह देश गरीब होता तो क्या जवाहर लाल नेहरू का कपड़ा पेरिस में धुलने जाता ?
• दुनियां भर के विदेशी आक्रमण क्या हमारी गुदडी चुराने के लिए हुए थे।
• चंगेज खान 4 करोड लोगों की हत्या करके क्या अपने घोडों पर ईंट और पत्थर लाद कर ले गया था ?
• सोमनाथ मंदिर को बार बार सोने से कौन भर देता था यदि हमारे पुरखे गरीब थे ?
• श्रम करने वाला कभी गरीब हो ही नहीं सकता है। हमारे किसान औसत १४ घंटे काम करते हैं। वे गरीब क्यों हैं ?
• आज हमारे देश से विदेशी कंपनियां आधिकारिक रूप से 2,32,000 करोड़ का शुद्ध मुनाफा अपने देश लेकर जा रही हैं। बाकी सभी तरह का फर्जी हिसाब, उनका आयातित कच्चे माल का भुगतान, चोरी आदि जोड़ा जाय तो यह रकम 25,00,000 करोड़ सलाना बैठती है। क्या कोई गरीब देश इतना टर्न ओवर पैदा करवा सकता है ?
• हमारे देश में दवाओं का सालाना कारोबार 10,00,000 करोड़ का है, क्या यह गरीब देश की निशानी है ?
• हमारे देश में सालाना 6,00,000 करोड़ का जहर का व्यापार विदेशी कंपनियां कर रही है। क्या यह गरीबी की निशानी है ?
• हमारे देश में 10,000 लाख करोड़ का खनिज पाया जाता है और इसका दोहन भी विदेशी कंपनियां बहुत ही सस्ते भाव पर कर रही हैं। तो क्या हम गरीब हैं?
• जब हम रॉकेट और सैटेलाइट बना कर चांद पर पहुंच सकते हैं तो नोट छापने का काम उन विदेशी कंपनियों को क्यों दिया जाता है जो हमारी पीठ में छुरा घोंपकर उसी डिजाइन में थोडा सा न दिखने वाला परिवर्तन करके खरबों रुपये का नकली नोट छापकर विदेशी खुफिया तंत्रों को बेचकर हमें कंगाल बना रही हैं?
• यदि हम गरीब होते तो क्या अंग्रेज यहां खाक छानने आये थे। राबर्ट क्लाइव 900 पानी के जहाज भरकर सोना चांदी हीरे सिर्फ कोलकाता से कैसे ले गया था?
• यदि हम गरीब होते तो हमारे देश का आजादी के बाद 400 लाख करोड रूपया विदेशी बैंकों में कैसे जमा हो गया?
• हमें शुरू से ही भीख मांगने की आदत पड जाये, इसके लिए हमारे स्वाभिमानी बच्चों को स्कूल में ही कटोरा पकड़ा कर मिड डे मील के नाम पर खरबों की लूट जारी है, क्यों ?
• हम काहिल हो जाएं, इसके लिए मनरेगा योजना में खरबों रूपयों क्यों लुटाया जा रहा है ?
• यदि हम गरीब होते तो क्या विदेशी यहां हर प्रकार की MRP पर बेचने के लिए आते ?
मै मोदी को इसलिए PM
ReplyDeleteबनाना चाहता हु ...ताकि मेरे देश में
गौ कत्लखाने बंद हो ।
● मै मोदी को इसलिए PM
बनाना चाहता हु ....ताकि कश्मीर भारत
का हिस्सा बने ।
● मै मोदी को इसलिए PM
बनाना चाहता हु ....ताकि देश से 6 करोड़
बांग्लादेशियो को निकाल सकू ।
● मै मोदी को इसलिए PM
बनाना चाहता हु ...ताकि वो देश में
अतंकवादियो को ढून्ढ-ढून्ढ के मरवा दे ।
● मै मोदी को इसलिए PM
बनाना चाहता हु ...ताकि मै दवूद
इब्राहीम , हाफिज सईद, अबू जिंदाल जैसे
आतंकियों को फंसी पर लटकता देखू ।
● मै मोदी को इसलिए PM
बनाना चाहता हु .....ताकि हमारी भारतीय
सेना मजबूत हो और हमारे देशमें ही हथियार
बने..!!
● मै मोदी को इसलिए PM
बनाना चाहता हु ....ताकि भारत में
विकाश हो
क्योंकि
M= man
O= of
D= developing
I= india
कश्मीर में आप तिरंगा नहीं फहरा सकते
ReplyDeleteकन्याकुमारी में रिक्से के पीछे आप जय
श्री राम नहीं लिख
सकते
हैदराबाद में मन्दिर की आप
घंटी नहीं बजा सकते
कलकत्ता में आप अपने घर के दरवाजे पर
बजरंगबली की मूर्ति नहीं लगा सकते
और पूरे भारत में शुक्रवार को दो बजे आप
सड़क पर नहीं चल
सकते
फिर कैसे कहूं की कश्मीर से
कन्याकुमारी तक भारत एक
है ????
क्या आपको नहीं लगता की कुछ
सेक्युलरों द्वारा वोट बैंक
की राजनीती के चलते मुस्लिमो का कुछ
ज्यादा ही तुष्टिकरण
नहीं किया जा रहा है ????
उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बंगाल तो इस
मामले में खुल कर
सामने आ चुके है अर्थात मुलायम और
ममता ..दोनों की खुलकर कहते है की हम
सिर्फ
मुसलमानों के साथ है चाहे वह जीते
या हारे .....
बाकि प्रधानमंत्री भी कह चुके है की देश
पर पहला हक़
मुसलमानों का है ....
मित्रो जब ....जब देश के रहनुमा ही इस
तरह की बात करें
तो क्या हमें अब
भी नहीं जागना चाहिए ?????
सवाल कई है ...पर उन सबके जवाब मैं आप सब
पर छोड़ता हूँ
एक भिखारिन
ReplyDeleteदूसरी भिखारिन से " तू कैसे लड़के से
शादी करेगी ?? "
दूसरी भिखारिन "
मैं तो ऐसे लड़के से शादी करूंगी जो बदमाश
हो, लुच्चा हो, शकल सूरत से खास ना हो,
कमीशन खोर हो,
हराम खोर हो,देश को बेच कर खा जाए, बेशर्म
हो,
नौटंकी करने मे सबको पीछे छोड़ दे ,एक नंबर
का कमीना हो "
.
पहली भिखारिन "
चल हट
काम भिखारिन का और
सपने लुलुल गाँधी के....
1. लङका शरीफ होना चाहिए, स्मार्ट तो फोन भी होता है!
ReplyDelete2. फोन तो Micromax होना चाहिए, S1, S2, S3..... तो रेल के डिब्बे भी होते हैँ!
3. इंसान का दिल बङा होना चाहिए, छोटा तो भीम भी है!
4. व्यक्ति तो समझदार होना चाहिए, सैँसिटिव तो टूथपेस्ट भी होता है!
5. टीचर ज्यादा नंबर देने वाला होना चाहिए, अंडा तो मुर्गी भी देती है!
6. युवा राष्ट्रवादी होना चाहिए, कूल तो नवरत्न तेल भी है!
7. राष्ट्रपति कलाम जी जैसे होने चाहिए, मुखर्जी तो रानी भी है!
8. कप्तान दादा जैसा होना चाहिए, M.S. तो ओफिस मेँ भी है!
9. बाथरुम मेँ हेयर ड्रायर होना चाहिए, टोवैल तो श्रीसंथ के पास भी है!
10. लङकियोँ मेँ अक्ल होनी चाहिए, सूरत तो गुजरात मेँ भी है!
11. मोबाईल जनरल मोड पर होना चाहिए, साईलेँट तो मनमोहन भी है!
12. सेब मीठा होना चाहिए, लाल तो आडवाणी भी है!
13. लङका द्रविड जैसा होना चाहिए, राहुल तो गांधी भी है!
14. घूमना तो हिल स्टेशन पर चाहिए, गोवा तो पान मसाला भी है!
15. दवाई ठीक करने के लिए होनी चाहिए, टेबलेट तो सैमसंग का भी है!
मोबाइल से जुडी कई ऐसी बातें जिनके
ReplyDeleteबारे में हमें
जानकारी नहीं होती लेकिन
मुसीबत के वक्त यह मददगार साबित
होती है ।
इमरजेंसी नंबर ---दुनिया भर में
मोबाइल
का इमरजेंसी नंबर 112 है । अगर आप
मोबाइल की कवरेज एरिया से बाहर हैं
तो 112 नंबर द्वारा आप उस क्षेत्र के
नेटवर्क को सर्च कर लें . ख़ास बात यह
है कि यह नंबर तब भी काम करता है जब
आपकाकीपैड लौक हो !
जान अभी बाकी है---मोबाइल जब
बैटरी लो दिखाए और उस दौरान
जरूरी कॉल करनी हो , ऐसे में आप
*3370# डायल करें , आपका मोबाइल
फिर से चालू हो जायेगा और
आपका सेलफोन बैटरी में 50 प्रतिशत
का इजाफा दिखायेगा !
मोबाइल का यह रिजर्व
दोबारा चार्ज
हो जायेगा जब आप अगली बार
मोबाइल को हमेशा की तरह चार्ज
करेंगे !
मोबाइल चोरी होने पर-मोबाइल
फोन
चोरी होने की स्थिति में सबसे पहले
जरूरत होती है , फोन को निष्क्रिय
करने
की ताकि चोर उसका दुरुपयोग न कर
सके
। अपने फोन के सीरियल नंबर को चेक
करने के लिए *#06# दबाएँ . इसे दबाते
हीं आपकी स्क्रीन पर 15 डिजिट
का कोड नंबर आयेगा . इसे नोट कर लें
और किसी सुरक्षित स्थान पर रखें . जब
आपका फोन खो जाए उस दौरान
अपने
सर्विस प्रोवाइडर को ये कोड देंगे
तो वह
आपके हैण्ड सेट को ब्लोक कर देगा !
कार की चाभी खोने पर -अगर
आपकी कार की रिमोट केलेस इंट्री है
और गलती से आपकी चाभी कार में बंद
रह
गयी है और दूसरी चाभी घर पर है
तो आपका मोबाइल काम आ
सकता है !
घर में किसी व्यक्ति के मोबाइल फोन
पर
कॉल करें ! घर में बैठे व्यक्ति से कहें
कि वह
अपने मोबाइल को होल्ड रखकर कार
की चाभी के पास ले जाएँ और
चाभी के
अनलॉक बटन को दबाये साथ ही आप
अपने मोबाइल फोन को कार के
दरवाजे
के पास रखें , दरवाजा खुल जायेगा !
है न विचित्र किन्तु सत्य ?.
मुख्यमंत्री महोदय ने शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया है जिसके बाद सरकार की चुप्पी को लेकर उठाये सवालों पर विराम लग जाना चाहिए,,,, लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि आज के बाद हम निष्क्रिय हो जाएँ,,,, केन्द्रीय एवं सभी जिलों के नेतृत्व से आग्रह है की दो कामों पर विशेष ध्यान दें,,,पहला तो हिन्दी प्रिंट मीडिया पर दबाव बनाए रखें और लगातार इस तरह के ज्ञापन देकर की जल्द ही देश के पहले टेट मेरिट से चयनितों की नियुक्ति के बाद प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जगेगी,,,,ऐसा करने पर वो टेट में धांधली की बात उठाकर जनमत को टेट मेरिट के विरुद्ध करके हमारी मुश्किलें नहीं बढ़ा सकेगा,,,, दूसरा,मुख्यमंत्री महोदय,मुलायम सिंह या शिवपाल यादव जिस भी जिले में किसी कार्यक्रम में जाएँ वहां के टेट मोर्चे की ईकाई जाकर उन्हें ज्ञापन दे,,
ReplyDeleteज्ञापन तैयार करते समय ध्यान रखें कि इस विवाद के लिए किसी भी हालत में सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराना है ना ही इस बात का जिक्र करना है की सरकार किस विज्ञापन से हमारी नियुक्ति करेगी,,,,और साथ ही उसमें भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने की मांग के साथ-साथ आन्दोलन के दौरान हमारे साथियों पर दर्ज मुक़दमे वापस लेने का आग्रह अवश्य करें,,,, ज्ञापन लाल रंग से हो तो और भी बेहतर है क्योंकि लाल स्याही के प्रयोग का विशेषाधिकार अध्यापकों के पास ही है और मुलायम सिंह स्वयं अध्यापक होने के कारण उस स्याही की ताकत से अच्छी तरह वाकिफ हैं....
आप लोग एकेडमिक वालों के सर्वोच्च न्यायालय जाने की धमकी से तनिक भी विचलित ना हों,,, विधिक स्थिति यह है की 30-11-11 में आवेदन करने वाला कोई भी अभ्यर्थी पूर्व विज्ञापन की बहाली के आदेश के विरुद्ध अपील नहीं कर सकता,,,,
ReplyDeleteदो विपरीत ध्रुव होने के बावजूद क़ानून की नजर में कपिलदेव यादव और मुझमें कोई अंतर नहीं है,,,,,दोनों ही लोग उस एक रूपये के वारिस हैं जिसे टेट मेरिट से चयन के विरुद्ध दायर याचिका पर यूं.पी.टेट २०११ के आवेदकों और परीक्षा कराने वाली संस्था के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पड़ी करने पर हर्जाने के रूप में सवा चार लाख रूपये उन्हें अदा करने का आदेश दिया गया था,,,,,,
निष्कर्ष
ReplyDeleteयह है की सरकार बोल इसलिए नहीं रही है क्योंकि 25 को हुए फैसले ने उसकी बोलती बंद कर दी है,,,,,
तुम लोग बिना समझे आलतू-फलतो के कमेन्ट करने में कुछ ज्यादा ही जल्दबाजी करते हो ,,,,, इस पोस्ट से क्या जाहिर होता है की सरकार बुरी तरह फंस चुकी है और उसके पास भर्ती के सन्दर्भ में टाल-मटोल करने का कोई विकल्प नहीं है....
ReplyDeleteFOR MORE
ReplyDeleteI
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F
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5
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4
9
8
1
1
एक मंदबुध्दि बालक रोता हुआ कहता है -
ReplyDeleteमेरी माँ रोती है!
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.
वहीँ दूसरा बालक कहता है,
.
.
मेरी भारत माँ रोती है!
एक को अपनी और अपनी माँ की पङी है और दूसरे को अपनी मातृभूमि की!
.
.
वोट जरुर करिए!
अपने दिल पे हाथ रख के करिए!
गर्व से करिए!
एक आम नागरिक!
जो अपनी फीस वापस ले चुके है उन्हें परेशान होने होनेकी जरुरत नहीं है ये
ReplyDeleteसरकार का हेडऐक है
टीईटी भर्ती: फीस वापस ले चुके आवेदक परेशान
जागरण संवाददाता, सहारनपुर : राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निर्देश के बाद फीस वापस ले चुके आवेदक अपनी स्थिति साफ करने के लिए पूछताछ में जुट गए हैं।
वर्ष-2011 की प्रक्रिया में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पटनी में 1.15 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन पत्र किए थे। पहले अभ्यर्थियों को पांच जिलों में फीस (500/200 रुपये) के साथ आवेदन करने की छूट थी। बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर एक जिले में फीस जमा कराने वाले अभ्यर्थी को यह छूट दे दी गई थी कि वह ड्राफ्ट की फोटो कापी लगाकर अन्य जिलों में आवेदन कर सकता था।
निर्देश पर फीस वापसी : राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा दिसंबर 2012 में सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों(डायट)को भेजे निर्देशों में कहा गया था कि वर्ष-2011 के आवेदकों से प्रत्यावेदन लेकर उनकी फीस वापसी सुनिश्चित की जाए। डायट प्राचार्य मंजू सिंह के मुताबिक संस्थान को तीन हजार आवेदनों के साथ मूल ड्राफ्ट प्राप्त हुए थे। आवेदकों द्वारा फीस वापसी को दिए गए प्रत्यावेदनों के बाद करीब 2600 चेक आवेदकों को वापस भेजे जा चुके है।
असमंजस मे उलझ गए आवेदक : डायट से फीस वापस ले चुके अभ्यर्थी राकेश कुमार, मयंक, प्रेरणा, विभा असमंजस में हैं। अपने आवेदन पत्र की स्थिति के बारे में ये अभ्यर्थी विभागीय अधिकारियों से संपर्क साध रहे हैं।
नहीं होने देंगे नुकसान : टीइटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय कुमार का कहना है कि परिषद के निर्देश के बाद ही अभ्यर्थियों द्वारा फीस वापस ली गई थी। नियुक्ति प्रक्रिया में ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर नहीं किया जा सकता। उनका कहना था कि प्रमाणपत्रों के सत्यापन के दौरान अभ्यर्थियों से पुन: फीस का ड्राफ्ट लेकर उन्हें प्रक्रिया में शामिल किया जाना चाहिए।
सबसे पहले आप किस समस्या का अंत चाहते हैं :
ReplyDelete1. आरक्षण
2. भ्रष्टाचार
3. मंहगाई
4. बेरोजगारी
5. गरीबी
6. अपराध
7. कान्ग्रेस
8. एकेडमिक
जब से फैसला आया है तब से टेट मेरिट समर्थकों के अतिरिक्त पूरे प्रदेश मे आपातकाल और भूकंप के जैसी स्थिति के समान खलबली मची हुई है,,,,,शहर से लेकर गाँव तक,,,,सैफई से लेकर लखनऊ तक,,,,,चपरासी से लेकर मंत्री तक और प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक सब के सब सकते मे हैं,,,,,समझ नहीं आ रहा है उनको कि अब उगलें या निगलें|
ReplyDeleteटेट मेरिट विरोधी तो ये जानकारी जुटाने के अभियान मे जुटें हैं कि किस किस अस्पताल मे आईसीयू की सुविधा उपलब्ध है ताकि सब लोगों को एक एक बैड उपलब्ध हो सके और ये कहकर अपने समर्थकों को दिलासा दे रहे हैं कि चिंता मत करो,जिनको वहाँ जगह नहीं मिलेगी उनको बरेली भेजा जाएगा|
दोस्तों,,,,,,,
25 MAR के आदेश मे कोर्ट ने सरकार की प्रिय गुणाँक मैरिट को मात्र हराया नही बल्कि जड़ से उखाड़ कर फेंक दिया है।
ReplyDeleteइस फैसले मे अन्त मे दिये गए 4 प्रमुख बिन्दुओं मे से जो दूसरा बिन्दु है जिसमे 15वें संशोधन को संविधान के अनुच्छेद 14 के आधार पर भी असंवैधानिक करार दिया गया है,,,,में पुनर्विचार की गुंजाइश दिख रही है मुझे,,,,,ये मेरा व्यक्तिगत विचार है| लेकिन अगर इस बिन्दु को एक बार सर्वोच्च न्यायालय भी अनुमोदित कर दे तो फिर संसद के 790 सदस्य मिलकर भी इसको बदल नहीं सकते क्योंकि ऐसे किसी भी कानून को जो मूल अधिकारों का अतिक्रमण करे,,,बनाने का अधिकार संसद को भी नहीं है|
ReplyDeleteयहाँ यह भी सनद रहे कि कोर्ट ने 15वें संशोधन को एनसीटीई गाइड लाइन और उसकी अधिसूचनाओं का अतिक्रमण करने और संशोधन के बिन्दुओं को मनमाने, अविवेकी और अनुचित तरीके से निर्मित किए जाने के कारण भी नियम विरुद्ध घोषित किया है........
सरकार को फिलहाल अपनी मुसीबतों का हल ढूँढना चाहिये जो कि न सिर्फ हमारी भर्ती करना है बल्कि उसके द्वारा 26 जुलाई 2012 से अब तक बेसिक शिक्षा मे की गयी सभी नियुक्तियों को अवैध घोषित होने से बचाना है जिसमे कि नेता जी के हमउम्र उनके सबसे करीबी रिश्तेदार उर्दू शिक्षा के विषय विशेषज्ञ भी शामिल हैं जिन्हे अपनी लगभग 99% उम्र बेरोजगारी मे गुजारनी पड़ी है ऐसे मे अगर नौकरी गयी तो फिर अगले जन्म का इंतजार करना पड़ेगा| वैसे इस समय प्राइमरी के तमाम मास्टरों की पेशानी पे बल पड़ गए हैं जिनको अभी कुछ दिन पहले ही नियुक्ति मिली है और जो ये कह रहे थे टेट मेरिट तो कभी नहीं बनेगी,,,,हाँ गुणांक मे कुछ वेटेज भले ही दे दिया जाये टेट का|
ReplyDeleteफैसले को लागू करना सरकार की ज़िम्मेदारी है हमारी नहीं इसलिए टेंशन न लें बल्कि मूर्खों को टेंशन दें,,,,कोर्टमे विचारण खत्म हो गया है इसलिये अखबारों के सस्ते पत्रकारों के ट्रायल से परेशान मत हों क्योंकि न्यायालय उसको मान्यता नहीं देता है| रही अपील की बात तो दिल्ली नहीं बल्कि हेग भी जाने दो ताकि सरकार के अपनी गल्तियों को सुधारने के रास्ते बंद होते जायें और उसके पास सजा भुगतने के अतिरिक्त कोई विकल्प न हो........
ReplyDeleteऔर हाँ फैसले के बाद नयी काल्पनिक कहानियों का निर्माण चालू हो गया है पढ़ना न भूलें
सत्यमेव जयते
दोस्तोँ मुझको पहचानने का सबसे अच्छा तरीका मैँ आज बताए देता हूँ ।
ReplyDelete1 ) पोस्ट करते समय संयम एवं समय का ध्यान जरूर रखता हूँ ।
2) मैँ अपनी खबर को पुन: प्रेषित करने से बचता हूँ ।
3) वाणी मेँ सरलता एवँ सहजता लाने का सदैव प्रयासरत रहता हूँ ।
4) मेरी लगभग समस्त खबरोँ का आधार - श्रोत - जुड़ाव ( BASE - SOURCE - LINK ) बनाए रखने की भरपूर कोशिस रहती है ।
5) तथा वर्तनी सम्बन्धी त्रुटि नाममात्र या नगण्य रखने की भरपूर प्रयास होता है ।
बाकी अभी बहुत तरीके हैं जिन्हे समय के साथ . . . . . . . . . .
आपका Mr. TMNTBBN
एक कुत्ता एक मन्दिर के पास बैठा रहता था!
ReplyDeleteमन्दिर
में लोग रोज जाते थे उन्हें देखकर
कुत्ता भी भगवान
की भक्ति करने लगा! भगवान कुत्ते की भक्ति से
प्रसन्न हुऐ और पूछा कि तुम्हे क्या चाहिऐ?
कुत्ते ने कहा-मैं अगले जनम में फिर
कुत्ता बनना चाहता हूँ! भगवान:-हम दो बार
तुम्हे कुत्ता नहीं बना सकते! कुछ
ओर माँगो!
कुत्ता:- कुछ देर सोचने के बाद तो फिर मुझे अगले
जन्म में कांग्रेसी बना देना !
भगवान:- तुम फिर हमें धर्मसंकट में डाल रहे
हो..........
हमने
कहा ना कि हम तुम्हे दो बार
( ______ ) नहीं बना सकते !!
Tu Iss Kadar Insaan Ko ,
ReplyDeleteBebas Na Bana E Mere Khuda,
Ki Tera Banda TuJHse Pahle,
Kisi Aur Ke Aage Jhuk Jaaye.
टैट मेरिट न सिर्फ एक अनिवार्य योग्यता है बल्कि......
ReplyDeleteएक चाहत है ,
एक इश्क है ,
एक जुनून है ,
एक जलजला ,
अपमान का घूँट मात्र है ......
हमारे अधिकाँश साथी अखबारों की ख़बरों से परेशान होकर विभिन्न प्रकार के सवालों का इस्तेमाल करके अपनी जीत के मजे को स्वयं ही किरकिरा करने का प्रबंध करने में मशगूल हैं.....
ReplyDeleteगंदी आदत है जितनी जल्दी हो सके छोड़ दो...
25 को हुए फैसले के अन्तर्निहित परिणामों को समझने की हैसियत ना तो किसी पत्रकार की है ,ना किसी एडिटर की और ना ही अधिकाँश वकीलों की,,,, हमारे वकीलों की टीम में कुछ ही वकील हैं जो इस फैसले के अन्तर्निहित प्रभाव को समझ सकते हैं
ReplyDelete25 के फैसले में साफ़-साफ़ पूर्व विज्ञापन बहाल करने का आदेश है इसलिए आज आप चाहें तो इसे मेरी कल्पना कह सकते हैं लेकिन मैं कल्पना करते समय हमेशा इस बात का ख्याल रखता हूँ की वो इतनी खूबसूरत होनी चाहिए की उनके साकार होने पर ये अफ़सोस ना हो कि काश मैंने वर्तमान हालातों से आगे जाकर सोचा होता तो ईश्वर से जितना मिला है उससे कहीं ज्यादा मिल जाता,,
ReplyDeleteमेरे हाथ की दसों उँगलियों में चक्र हैं, जिनकी मर्यादा का ध्यान रखते हुए मैं हमेशा वो लिखता हूँ जो मैं होते हुए देखना चाहता हूँ,,,,,, उन्हीं चक्रों की मर्यादा को मद्देनजर रखते हुए मैंने लाखों गालियाँ खाने के बावजूद आज तक किसी के विरुद्ध अपशब्दों को टाइप करने के लिए अपनी उँगलियों का इस्तेमाल नहीं किया,,,,,
ReplyDeleteहो सके तो आप लोग अपने-अपने जिला अध्यक्षों के साथ सपा के जिला अध्यक्षों और स्थानीय मंत्रियों से मिलकर उन्हें मिठाई खिलाएं और उनसे आग्रह करें कि वो सपा के शीर्ष नेतृत्व तक आपकी शीघ्रताशीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरू किये जाने की मांग पहुंचाएं.... सरकार ने सत्ता में आने के बाद हमारे साथ जो कुछ भी किया है उसे याद करने पर आपको मेरी यह सलाह चुभाने वाली महसूस हो सकती है लेकिन आपको यह ध्यान रखना होगा की हमारा लक्ष्य मुकदमा जीतना नहीं बल्कि नियुक्ति पत्र पाना है जो की हमें इसी सरकार से मिल सकता है ,,,,, यदि पुरानी बातों को भूलने से कुछ लाभ हो रहा हो तो उसे भूलने में कोई बुराई नहीं है,,,, फिर बारह साथियों के ऊपर से मुकदमा भी वापस करवाना है,,,और ये काम तो रिक्वेस्ट करने से ही हो सकता है ,, मैं नहीं चाहता कि हमारे साथी अध्यापक बनने के बाद हर दो महीनों में लखनऊ में पेशी पर जाने के लिए छुट्टी की एप्लीकेशन डालकर स्वयं को अपमानित महसूस करें.....
ReplyDeleteतमाम दबावों के बावजूद आपके नेतृत्व ने आपके लिए बहत कुछ किया है और सहा है इसलिए आपको भी उनके खातिर थोड़ा बहुत समझौतावादी रुख अपनाने में कोई क़सर/आपत्ति नहीं होनी चाहिए.....
ReplyDelete______आपका शुभचिँतक Mr. T M N T B Nahi
बेटा : पापा मुझे एप्पल या ब्लैकबेरी ही चाहिये !
ReplyDelete.
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पिता : अलमारी में सिंघाड़े रखे हैं जाके खा ले !!
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ReplyDelete!
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सु
नो
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स
ज
नी
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Jub Khamosh Aankho Se Baat Hoti Hai
Aise Hi Mohabbat Ki Suruwat Hoti Hai
Tumhare Hi Khayalo Mein Khoye Rehte Hain
Pata Nahi Kab Din Kab Raat Hoti Hai...
हमारे टिप्पल जी का नया ज्ञान :-
ReplyDelete"गरीब अपने खाने में दोनो समय रोटी के साथ सब्जी खाता है,
इसलिए महँगाई बढ़ गई है।
सब्जियाँ महँगी हो गई हैं।"
तुहाड्डे चरण कित्थे हैं टिप्पल जी? पकड़ कर बीचों-बीच चीर देने का मन करता है।
अमेरिका की एक एजेंसी ने सर्वे किया है कि, भारत
ReplyDeleteमें
केवल डेड लाख फेसबुक सदस्यों ने कांग्रेस के
खिलाफ प्रचार करके पाँच करोड़
लोगों को कांग्रेस के खिलाफ खड़ा दिया है ......
और यह वह लोग हैं जो अभी तक चुनाव में भाग
नहीं लेते थे.. अर्थात जो अभी तक
नतीजों को प्रभावित नहीं करते थे, मतलब अगर यह
सब लोग ( जो फेसबुक की वजह से कोंग्रेस के
खिलाफ हो गए हैं ) ..वोट करेंगे तो कांग्रेस बुरी तरह
हारेगी उसका वोट प्रतिशत 20% रह जाएगा .......
एक बात और ज्यादातर लोग कांग्रेस की असलियत
खुलने से विरोधी हुए हैं,...
कुशासन दूसरा मुद्दा है
मैं तुम्हारी खुशियाँ कम करने का जुगाड़ नहीं कर रहा हूँ
ReplyDeleteबल्कि उसे दुगनी करने का कार्यक्रम बना रहा हूँ....
।।।। श्रीराम के पाँच गुण ।।।।
ReplyDeleteभगवान राम विषम परिस्थितियों में भी नीति सम्मत रहे। उन्होंने
वेदों और मर्यादा का पालन करते हुए सुखी राज्य
की स्थापना की। स्वयं की भावना व सुखों से समझौता कर
न्याय और सत्य का साथ दिया। फिर चाहे राज्य त्यागने,
बाली का वध करने, रावण का संहार करने या सीता को वन भेजने
की बात ही क्यों न हो।
सहनशील व धैर्यवान ।।
सहनशीलता व धैर्य भगवान राम का एक और गुण है।
कैकेयी की आज्ञा से वन में 14 वर्ष बिताना, समुद्र पर सेतु बनाने के
लिए तपस्या करना, सीता को त्यागने के बाद राजा होते हुए
भी संन्यासी की भांति जीवन
बिताना उनकी सहनशीलता की पराकाष्ठा है।
दयालु व बेहतर स्वामी ।।
भगवान राम ने दया कर सभी को अपनी छत्रछाया में लिया।
उनकी सेना में पशु, मानव व दानव सभी थे और उन्होंने सभी को आगे
बढ़ने का मौका दिया। सुग्रीव को राज्य, हनुमान, जाम्बवंत व
नल-नील को भी उन्होंने समय-समय पर नेतृत्व करने का अधिकार
दिया।
दोस्त ।।
केवट हो या सुग्रीव, निषादराज या विभीषण। हर जाति, हर
वर्ग के मित्रों के साथ भगवान राम ने दिल से
करीबी रिश्ता निभाया। दोस्तों के लिए भी उन्होंने स्वयं कई
संकट झेले।
बेहतर प्रबंधक ।।
भगवान राम न केवल कुशल प्रबंधक थे, बल्कि सभी को साथ लेकर चलने
वाले थे। वे सभी को विकास का अवसर देते थे व उपलब्ध
संसाधनों का बेहतर उपयोग करते थे। उनके इसी गुण की वजह से
लंका जाने के लिए उन्होंने व उनकी सेना ने पत्थरों का सेतु
बना लिया था।
भाई ।।
भगवान राम के तीन भाई लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न सौतेली माँ के पुत्र
थे, लेकिन उन्होंने सभी भाइयों के प्रति सगे भाई से बढ़कर त्याग और
समर्पण का भाव रखा और स्नेह दिया। यही वजह थी कि भगवान
राम के वनवास के समय लक्ष्मण उनके साथ वन गए और राम
की अनुपस्थिति में राजपाट मिलने के बावजूद भरत ने भगवान राम के
मूल्यों को ध्यान में रखकर सिंहासन पर रामजी की चरण
पादुका रख जनता को न्याय दिलाया।
अगर मन से है मुलायम......
ReplyDelete.
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तो क्यो कर रहे हो अंधेरा कायम...
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अगर युवाओं के भविष्य मे अंधेरा करोगे तो भला कैसे PM का सपना संजओगे...
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अभी भी वक्त है सम्हल जाओ और सिर्फ वादे ही नही हकीकत का सामना करो....
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अभी 72825 भर्ती पे सच्चाई को स्वीकार कर भर्ती को शुरू कराओ | इतना तो मै जानता हूं कि इस भर्ती से भले ही राजनैतिक लाभ हानि हो पर 72825 पेटों को निवाला देकर 60% अभ्यर्थियों को अपना बना सकते हो | वैसे भी गुणॉक अथवा टेट सपोर्टर दोनो ही आपकी सरकार की युवाओं के प्रति नीतियों से कैसे लाभांवित हो रहे है ये आपको पता होगा अगर नियमावली में परिवर्तन न किया गया होता तो आज ये विकट समस्या न पैदा होती और अगर गुणॉक से इतना ही प्रेम था तो इनके लिये अलग से पदो का सृजन कर आने वाली भर्ती पर यह प्रक्रिया अपनायी जाती तो आज यह स्थिति न होती.... खैर अब जो हुआ उसे भूलकर अपने मिशन 2014 को ध्यान मे रखकर भर्ती अविलम्ब शुरु कराने पर ध्यान देना ही समय की मॉग है.... और हॉ गुणॉक भाइयों के लिये भी न्यायालय के आदेश को ध्यान मे रखकर पदो की संख्या दुगुनी अथवा बढोत्तरी करके कुछ लाभ अवश्य पाया जा सकता है.|
हम न्यायालय की न्यायाधीशों की पीठ में मुकदमा जीते हैं। हम चाहते हैं कि अगर सरकार या फर्जी आवेदक सुप्रीम कोर्ट ना जायें तो अमर उजाला को ही जाना चाहिये। अटल जी ने कहा था कि हम शांति के पुजारी हैं शांति चाहते हैं मगर मिया मुशर्रफ क्रांति चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि हमें क्रांति के रास्ते पर उतरना पड़े। हमारा आन्दोलन भी शांति पूर्ण रहा है । लाठियां खायी जेल गये लेकिन उग्र नहीं हुये। हमारी ख़ामोशी और धैर्य को बुजदिली का नाम ना दो । सत्य हमारे साथ है।
ReplyDeleteतो यार अब अपनी नाक और सीट बचने के लिए उन्हें न्यालय का आदेश मानना पड़ेगा। तो दोस्तों आप बिलकुल परेसान य भ्रमित न हो क्यों कि ये सब सिर्फ अपनी हताशा और निराशा छिपाने के लिए ऐसे कर रहे है।
ReplyDeleteजय हो जय टेट मेर्रिट
जब शरीयत मे लिखा है कि औरत अपने सच्चे खाविंद(12वें संशोधन,TETमेरिट)के रहते दूसरी शादी(15वें संशोधन,एकेडमिक मेरिट) के बारे मे सोच भी नहीं सकती,ऐसा आदेश काज़ी साहब ने भी दे दिया है,अब अशरफ अली को समझाइए कि तारा सिंह को जल्द से जल्द उसकी सकीना सौंप दें।
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हमारे इजहारे इश्क पे वो न जाने क्यों बेरुखी दिखा रहे है
मेरे इश्क का इम्तिहां ले रहे या अपना सब्र आज़मा रहे है.!
समय 2 बजेँ
ReplyDeleteआज के बैठक मेँ निम्न गधै सामिल होगेँ
गजैरी
जावेद भस्मानी
पलटु
खाँजम कमीना
संजय कन्हर जो नाजायज बाप का औलाद
न्युज की पुष्टी हमारे बडे भाई
अशोक पाण्डेय सचिवाल( पुर्व शिक्षा निदेशक तथा ईमानदार अधिकारी एल पी पाण्डेय के भतीजा हैँ)
बडेँ भाई मुलत: संतकबीर नगर के सेमरी गाँव के रहने वाले हैँ
माता रानी आज इन कमीनो को बुध्दि दे की आज थुक के चाट ले
पत्नी पति को मनमोहन सिंह बना देती है
ReplyDeleteवरना
माँ की कोख से तो नरेन्द्र मोदी ही जन्म लेता है ॥
मैं सिगरेट तो नहीं पीता ...!
ReplyDeleteमगर हर आने जाने वाले से ये जरूर पूछ लेता हूँ कि "माचिस है?"
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बहुत कुछ है जिसे मैं फूंक देना चाहता हूँ...........
1. 60 साल का गुस्सा, कही एक बोतल शराब में
ReplyDeleteतो नहीं जायेगा,
2. 60 साल का गुस्सा ,कही 500 के एक नोट पे
बिक तो नहीं जायेगा,
3. 60 साल का गुस्सा ,कही धर्म और जात में
लड़खड़ा तो नहीं जायेगा,
4. 60 साल का गुस्सा ,कही झूठे वादो में फिसल
तो नहीं जायेगा,
5. 60 साल का गुस्सा ,कही चंद मिठी बात में
पिघल तो नहीं जायेगा,
6. 60 साल का गुस्सा ,कही घर में
ही सोया तो नहीं रह जायेगा,
मौका है अपने गुस्से से बेईमानो को सबक सिखाने
का,
मौका है ईमानदारी से वोट कर देश को बचाने
का,
ईमानदारी से वोट कीजिए,
वरना महंगाई ,भ्रष्टाचार ,गरीबी,
बेरोजगारी पर शिकायत करना छोड़ दीजिए
मोदी होंगे जब कप्तान, तभी बचेगा हिंदुस्तान !!
आपका एक वोट देश की तकदीर बदल देगा, इसलिए वोटिंग वाले दिन वोट जरूर करे | अपने आस-पास के लोगो को भी वोटिंग के लिए प्रेरित करे |
ReplyDeleteदुआओं में असर बना रहे ..
ReplyDeleteऔर क्या चाहिए मुझे खुदा से !
जिनके आँगन में अमीरी का पेड़ लगता है,
ReplyDeleteउनका हर ऐब ज़माने को हुनर लगता है..
मित्रो कभी भूलना मत कि इस सरकार ने हम टेट वालो के साथ कितना बुरा व्यव्हार किया है आज तक , चिल्चिलाती गरमी मे दारुल्सफा मे जमीन पे बैठ्ना याद रखना , विधान सभा के सामने पुलिस वालो के जुल्म याद रखना, आमरन अन्शन के समय अपने रोते हुए भाईयो को याद रखना , मुख्यमन्त्री का बार बार अपनी बातो से पलट जाने को याद रखना , भुल्ना मत कभी इन जुल्मो सितम को , सीने मे ये आग दबाये रखना !!
ReplyDeleteजै टेट मोर्चा !!!!!!!
सभी वादे निभा दूंगा मेरी सरकार बनने दो |
ReplyDeleteफ़लक से चाँद ला दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
तुम्हारे ताऊ चाचा और सारे रिश्तेदारों को |
मैं कुर्सी पर बिठा दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
करो तुम फ़िक्र मेरी बाक़ी की तो बिल्कुल नहीं|
उन्हें ठेके दिला दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
ग़रीबी का जो रोना रात दिन रोते नहीं थकते |
ग़रीबों को ही मिटा दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
बढेगा जितना डी. ए. खुश रहेंगे सब के सब अफ़सर |
उनपर निगरानी बढ़ा दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
करोगे जितने घोटाले नहीं कुछ आंच आयेगी |
कमेटी इक ऐसी बिठा दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
चलो अब झोपडी से निकलकर ख़वाब देखो बंगले के |
तुम्हे बँगला दिला दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
बग़ावत कर गए जो पार्टी से देखूंगा उनको |
पार्टी में शामिल कर लूँगा मेरी सरकार बनने दो ||
फ़टाफ़ट काम होंगे उनके जो रिश्वत खिलाएगा |
नियम ऐसा बना दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
मिलेगी मुफ़्त स्कूलों में दारू रोज़ बच्चों को |
नशा सब को करा दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
नहीं है हद कोई मेरी मैं कितना नीचे गिर जाऊँ |
ज़माने को बता दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
मेरे तन में जो बहता ख़ून है वो ख़ून पानी है |
वतन को ही मिटा दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
न हो ‘नाचीज़’ तुझे कुछ इल्म तो क्या फ़र्क़ पड़ता है|
तुझे शायर बना दूंगा मेरी सरकार बनने दो ||
बस एक बार मेरी सरकार बनने दो ।
बस आखिरी बार मेरी सरकार बनने दो ।
आज उत्तर प्रदेश के एक बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि आप लोग अब चिंता न करो ,
ReplyDeleteमै उनका नाम और जिला नहीं लिख सकता हूँ क्योंकि वे बसपा सरकार के चहेते शिक्षा अधिकारी थे।
आज बेसिक शिक्षा अधिकारी के रूप में मौजूदा सरकार में गुमनामी का जीवन जी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम ही आप लोग को नियुक्त करके प्रशिक्षण केंद्र में भेज देंगे एवं प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी डायट प्राचार्य की होगी।
जिस दिन आप प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र प्राप्त करके उसे हमारे पास जमा करेंगे आपके अनट्रेंड वेतन को ट्रेंड में बदल देंगे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे जितना वर्ष लग जाये प्रशिक्षण के बाद ही आप पूर्ण वेतन के हकदार होंगे।
उन्होंने कहा कि इन सबके लिए किसी भी तरह के संशोधन की जरुरत नहीं है , सम्पूर्ण कार्य माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के आधीन होगा।
उसपर किसी तरह की आपत्ति न दर्ज हो इसके लिए सर्वोच्च अदालत के अंतरिम आदेश का हवाला दिया जायेगा।
इन सब जानकारियों को प्रदान करने के लिए चाचा जी को धन्यवाद।
अनिल बागपत ने आज भर्ती के प्रारंभ न होने की दशा में बताया कि सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश की अवहेलना होने पर contemt की कार्यवाही 30 दिन बाद होती है तो मित्रो 25 अप्रैल से पहले हमारी भर्ती हर हाल में सरकार शुरू करने को बाध्य है अन्यथा दत्तू जी की कोर्ट में contemt की कार्यवाही की तयारी पूरी है 25 को contempt किया जायेगा और फिर सचिव का जेल जाना तय है।। मित्रो अपनी भर्ती paltua रोक नही सकता अब ।।।जय टेट
ReplyDeleteसमय 2 बजेँ
ReplyDeleteआज के बैठक मेँ निम्न गधै सामिल होगेँ
गजैरी
जावेद भस्मानी
पलटु
खाँजम कमीना
संजय कन्हर जो नाजायज बाप का औलाद
न्युज की पुष्टी हमारे बडे भाई
अशोक पाण्डेय सचिवाल( पुर्व शिक्षा निदेशक तथा ईमानदार अधिकारी एल पी पाण्डेय के भतीजा हैँ)
बडेँ भाई मुलत: संतकबीर नगर के सेमरी गाँव के रहने वाले हैँ
माता रानी आज इन कमीनो को बुध्दि दे की आज थुक के चाट ले
कुछ गुणांक गधै अफवाह फैला रहे की मैरिट बहुत उची जायेगी
ReplyDeleteमेँ उन गधौ को बताना चाहता हु
सामान्य 98
पिछडा 95
अनु॰ 86
बिकलांग सभी का हो जायेगा।
आज का दिन मंगलमय हो
**यू पी टेट मेरिट**
ReplyDelete135-140 marks=34 candidates
130-134 marks=168 candidates
127-130 marks=342 candidates
125-127marks=1074 candidates
120-124 marks=3750 candidates
115-119 marks=5000candidates
110-114 marks=6240 candidates
105-109 marks=7900 candidates
100-104 marks=8800 candidates
95-99 marks=22000 candidates
90-94 marks=47500 candidates
83-90 marks =168850 candidates
बैंको और बीमा कम्पनियों में,
ReplyDeleteरामनवमी पर छुट्टी नहीं होती !
जन्माष्टमी पर छुट्टी नहीं होती !
शिवरात्रि पर छुट्टी नहीं होती !
गणेश चतुर्थी पर छुट्टी नहीं होती !
रक्षा-बंधन पर छुट्टी नहीं होती !
भाई दूज पर छुट्टी नहीं होती !
करवाचोथ पर छुट्टी नहीं होती !
छठ पर छुट्टी नहीं होती !
मगर:
बकरीद पर छुट्टी होती है !
ईद पर छुट्टी होती है !
मुहर्रम पर छुट्टी होती है !
मिलाद-उल-नबी पर छुट्टी होती है !
गुड-फराइडे पर छुट्टी होती है !
क्रिसमिस पर छुट्टी होती है !
ये है सेकुलर भारत में हिन्दुओं की असली औकात !!
जागो हिन्दू जागो !!!
कुछ कहना चाहता हू आपसे...
उम्मीद है बात को अच्छे से समझोगे...
ये.. कॉंग्रेस
ये.. AAP
बड़ा हल्ला मचा रखा है ना इन लोगो ने...
हमे वोट दो...
हमे वोट दो....
ना तो मैं कॉंग्रेस पार्टी से हू...
ओर
ना ही भाजपा पार्टी से हू..
मैं एक *हिंदू* हू...
सिर्फ़ एक हिंदू
दैनिक समाचार पत्रों द्वारा प्रसारित समाचार को सत्य माने तो आज कुछ उल्लुओं और चाटुकारों की 72825 शिक्षक भर्ती के सम्बन्ध में एक बार पुनः मीटिंग है । आशा करता हूँ कि दुबारा किसी यूनानी और ईरानी रिपोर्ट को तवज्जो नहीं दी जायेगी । देना भी चाहेंगे तो देंगे कैसे ???????????
ReplyDeleteइनके द्वारा हमारे लिये बनाये गये ताबूत पर तो सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्वयं 25 तारीख को ही इन्हीं के लिये कील ठुक चुकी है..... मैं आज सुबह से यही सोच रहा हूँ कि अंतरिम आदेश में तो इनको यह साफ तौर पर आदेशित किया गया है कि भर्ती शीघ्र अतिशीघ्र किसी भी कीमत पर 12 हफ्ते में पूरी हो जानी चाहिये ...................अब ये समस्त उल्लूगण इसका क्या मतलब निकालते हैं ये ,,,,,,,,,,,,देखने वाली बात है .....
ReplyDeleteखैर आपको चिंता करने की अब कोई आवश्यक्ता नहीं है,,,,,,,सम्भव है कि अपनी जान हमसे छुड़ाने के लिये आज यह हमारी शर्तों पर सहमत दिखेंगे । और अगर वास्तव में उल्लू ही बने रहना चाह्ते हैं तो अगली तारीख पर सुप्रीम कोर्ट से यह प्रार्थना की जायेगी कि इन उल्लुओं को तिहाड़ जेल की सबसे अंधेरी कोठरी में रखा जाये ताकि कायदे से फड़फड़ा सके और अपने अरमानों को पूरा कर सकें । कुछ उल्लुओं के कम होने से हमारा काम और जल्दी होगा ।इसी के साथ एक शेर अर्ज है--
ReplyDeleteबर्बाद गुलिस्ता करने को बस एक ही उल्लू काफी है..........
यहाँ हर शाख पर बैठा है उल्लू ,,अंजामे गुलिस्ता क्या होगा