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Wednesday, December 7, 2011

UPTET PRT: Is selection process completion process possible in next 23 days for Primary Level Teachers

23 दिन में कैसे पार करेंगे टीईटी का पहाड़

( UPTET PRT: Is selection process completion process possible in next 23 days for Primary Level Teachers)

गोरखपुर। क्या अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) क्वालीफाई करने के बाद भी बेरोजगार धोखा खाएंगे? फिलहाल जो परिस्थितियां दिख रही हैं उनमें इस आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि पूरी प्रक्रिया जल्द बाजी की ही भेंट चढ़ जाए। क्योंकि दो-तीन महीने में 72825 पदों की नियुक्ति का आनन-फानन में विज्ञापन और आवेदन से लगायत रिजल्ट तक सिर्फ गड़बड़ियां। आदेश है कि 31 दसंबर तक नियुक्ति पत्र निर्गत कर देना है और 19 दिसंबर तक आवेदन मांगें गए हैं। हालत यह है कि राेज टीईटी के अंक पत्र में संशोधन हो रहा है। यदि 19 दिसंबर तक आवेदन कर भी दिए जाएं तो 11 दिन में शार्ट लिस्टिंग, मेरिट और नियुक्ति कैसे हो पाएगी?राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के निर्देशों के अनुसार प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति 31 दिसंबर तक हो जानी है। 22 सितंबर को विज्ञापन निकला तो पहला सुधार बीए 45 फीसदी के साथ बीएड करने वालों के मामले में हुआ। चुनावी रंग में भंग न पड़े इसके लिए बीएड समकक्षों को भी परीक्षा में शामिल किया गया। इसके बाद क्वालीफाइंग अंकों में भी फेरबदल किया गया। सामान्य साठ फीसदी, ओबीसी 55 फीसदी किया गया, एससी अभ्यर्थी को पहले ही 50 फीसदी अंक मिलने पर क्वालीफाई माने जाने का निर्देश था।परीक्षा के दिन तक प्रवेश पत्र की गड़बड़ियां दूर की जाती रहीं। आधा दर्जन से ज्यादा केंद्रों पर परीक्षा निरस्त करनी पड़ी। रिजल्ट आने पर आंसर की पर सवाल उठे तो इसे फिर संशोधित किया गया। अब तो संशोधित रिजल्ट जारी करने की बात की जा रही है। यानी गड़बड़ियों के कुएं में भांग जैसे हालात हैं

मार्कशीट अभी नहीं मिलीसंयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) प्रताप सिंह बघेल ने कहा कि टीईटी की मार्कशीट अभी नहीं मिली है। बता दें कि मार्कशीट मिलने के बाद ही अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। मार्कशीट कहां से मिलेगी पर भी संशय बरकरार है। हालांकि विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि जहां परीक्षा आवेदन फार्म जमा हुए थे, मार्कशीट भी वहीं से मिलेगी। इस लिहाज से मार्कशीट जेडी कार्यालय से मिलेगी।
जिनको रोल नंबर नहीं मिला, उनका क्या
ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या में काफी ज्यादा है जिन्हें परीक्षा के समय रोल नंबर नहीं मिला था। इन्हें लोकल स्तर पर रोल नंबर एलाट किया गया था। अभी इनको रोल नंबर देने की शुरुआत नहीं हुई है। जब इन्हें रोल नंबर मिलेगा और इन्हें प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।

चुनाव के लिए हो रही वसूलीमाध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री डा. आरपी मिश्र का कहना है कि सरकार नियुक्ति ही नहीं चाहती। चुनाव के लिए बेरोजगारों से वसूली हो रही है। परीक्षा के नाम पर अभ्यर्थियों से 50 करोड़ से ज्यादा वसूल लिए गए। अब पांच जगहों से आवेदन के नाम पर अरबों रुपयों की वसूली की पृष्ठभूमि तैयार हो गई है। काउंसिलिंग में शामिल होने के लिए ज्यादा से ज्यादा पचास रुपया प्रति केंद्र मांगे जाने चाहिए थे।

मुझे नहीं लग रहा कि नियुक्ति होगी
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष भक्तराज राम त्रिपाठी कहते हैं कि मुझे नहीं लग रहा कि नियुक्ति हो पाएगी। कार्यालयों और अधिकारियों की कार्य प्रणाली इतनी तेज नहीं है। और तो और परीक्षा में इतनी गड़बड़ियां और धांधली हुई है कि नियुक्ति मुश्किल होगी।
News : Amar Ujala Epaper (7.12.11)

1 comment:

  1. Kai dino se mein aap sab ke vicharon ko kewal padh raha tha aur samjhne ki koshish kar raha tha ki ye jo ladai tet v/s acadm. Chal rahi hai ye kyon hai? Ye ladai kewal swarth ki ladai hai har ek apne swarth ke liye tathyon ko manne se inkaar kar raha hai jab ki hum sab jaante hai ki sahi kya hai aur galat kya.aaj ke samay mein har koi kaamyaab hona chahta hai chahey uske liye kitna bhi galat kyon na karna ho ya phir kisi ka haqh hi kyon na maarna ho.doston ab ye laladi tet v/s acadm. Ki bebuniyaad baaton se bahut aagey nigal aayi hai. Bandron ki ladai mein fhayda kewal billi ko hota hai, humari aapasi ladai ka fhayda do logon ko hai hc ke vakeelon ko aur up sarkaar ko.dekho itihaas batata hai ki is desh par yadi kisi ko shasan karna ho do logon mein phoot daal do.
    Mere pyaare doston ab samay badal chukka hai ab vakeel insaaf ke liye nahi dhan ke liye case ladta hai usko tumhari jeet ya haar se koi lena dena nahi doosri aur court mein phele se lakhon case pending hai jo kai saalon se insaaf ke umeed mein latke hai lekin unse uska koi matlab nahi fhaltoon ke case ke liye uske pass bhi bahut time hai aur judge bhi hai.
    Aur rahi baat humar desh ke karandharon ki tou doston baat aesi hai ki jab tak is desh mein humare jaise bander hain tab tak billiyon ko roti milti rahegi,jab tak is desh mein kisi bhi lalach mein vote dalta rahega tabtak aisa hi chalta rahega.
    Akhir mein bus itna kehna chahta hoon ki ISHWAR ke liye bus karo bahut ho chuka ab aur nahi jeeo aur jeene do…..up mein koi tou baat bina kisi pangey ke hone do…..pls……….

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