सीतापुर। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के पैनल से जिले में भेजे गये तीन शिक्षक फर्जी पाये गये हैं। तीनों की नियुक्ति एक साल पहले हुई थी और उनका आयोग से विभाग ने सत्यापन कराकर वेतन देना शुरू कर दिया था। इनमें से एक इंटर व दो हाईस्कूल स्तर के शिक्षक हैं। अब तीनों शिक्षकों को आयोग ने ही फर्जी घोषित कर दिया है। जिले को तीनों शिक्षकों की सूची मिलते ही उनकी सेवा समाप्ति की नोटिस देकर एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनमें से एक शिक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। इसके साथ ही तीनों से रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जेएनडी इंटर कालेज परसदा में अंग्रेजी प्रवक्ता के रूप में 6 अगस्त 2011 को शशिकांत रस्तोगी को माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के पैनल से तैनात किया गया था। वह यहां अंग्रेजी प्रवक्ता के पद पर तैनात हुए थे। तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने रजिस्टर्ड डाक से शशिकांत रस्तोगी का सत्यापन आयोग से कराया था। आयोग से सत्यापन रिपोर्ट आने पर उन्हें वेतन मिलने लगा। विद्यालय से उन्होंने साढ़े तीन लाख रुपये वेतन लिया। वहीं एचआरडी इंटर कालेज बिसवां में महमूदाबाद के प्रभात कुमार श्रीवास्तव की एक वर्ष पूर्व एलटी ग्रेड में तैनाती हुई थी। इन्हें भी आयोग के पैनल से भेजा गया था और सत्यापन के बाद वेतन मिलना शुरू हुआ था। प्रदीप कुमार पुत्र प्यारे लाल निवासी संसारपुर महमूदाबाद की तैनाती 29 सितम्बर 2011 को आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परसेहरामाल में गणित विज्ञान शिक्षक के पद पर हुई थी। इनको भी आयोग के पैनल से भेजा गया था। विभाग द्वारा सत्यापन के बाद वेतन मिलना शुरू हुआ था। दोनों एलटी ग्रेड के शिक्षकों ने लगभग छह लाख रुपये वेतन विभाग से लिया है। कुछ माह पूर्व माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को फर्जी शिक्षकों की तैनाती किए जाने की शिकायतें मिली थी। आयोग ने शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए हर जिले में 10 वर्षों से तैनात शिक्षकों का रिकॉर्ड तलब किया था। आयोग को जिले के शिक्षकों का रिकॉर्ड जब पहुंचा तो शशिकांत रस्तोगी, प्रभात कुमार श्रीवास्तव व प्रदीप कुमार का रिकॉर्ड आयोग के पास नहीं मिला। जांच पड़ताल करने के बाद आयोग ने तीनों शिक्षकों को फर्जी घोषित कर दिया। इसकी रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक को भेज दी गई। मामले की जानकारी जिलाधिकारी को दी गई। तीनों शिक्षकों को प्रबंध तंत्र ने निकाल दिया और नोटिस जारी कर दी है। वहीं प्रशासन के आदेश पर तीनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश जारी किए गये। रिकवरी की भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रदीप कुमार के खिलाफ हरगांव थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। अन्य फर्जी शिक्षकों के खिलाफ सम्बन्धित थानों में रिपोर्ट दर्ज कराने की तहरीर प्रबंधकों द्वारा भेज दी गई है
News Source : Amar Ujala (12.09.12)
अब पाँचो गुणांक पर भर्ती होने की कसमकस चल रही है=10+12+Ba+be.D+tetअन्त मे केवल Tetपर होगी/और अब ऐसा ही होगा
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