•सपा के घोषणा पत्र और मुख्यमंत्री के पत्र पर अमल नहीं
•शिक्षक माननीय से लेकर विभागीय अफसरों के चक्कर काटने को मजबूर
लखनऊ। सरकार की ढुलमुल नीति से सूबे के हजारों बेसिक नगर शिक्षकों के मनचाहे तबादले पर पानी फिर गया है। सपा के घोषणा पत्र और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा शिक्षकों को लिखे पत्र के बाद नई सरकार से शिक्षकों को काफी उम्मीदें थी। लेकिन तबादला सीजन बीतने के बावजूद नगर शिक्षकों के मनचाहे तबादले की आस पूरी नहीं हुई। यह स्थिति तब है जब बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा पहले 31 जुलाई तक शिक्षकों को महचाही तैनाती का ऐलान किया और बाद में इसे बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया गया। लेकिन दो माह बाद भी स्थिति यह है कि लखनऊ सहित प्रमुख शहरों में सैकड़ों पद खाली हैं और मनचाहे तबादले के लिए शिक्षक माननीय से लेकर विभागीय अधिकारियों तक के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वयं शिक्षकों को 27 जुलाई को पत्र लिखकर गृह जनपद में तैनाती का भरोसा दिलाया था। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में खासकर शिक्षिकाओं को अपने परिवार व गृह जिले में यथासंभव तबादला करने आश्वासन दिया था। लेकिन हजारों शिक्षिकाएं असाध्य बीमारी व अन्य कारणों से अपने परिवार से सैकड़ों किलोमीटर दूर रहने को मजबूर हैं।
News Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120902a_010163019&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120902a_010163019 / Amar Ujala (2.9.12)
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News Analysis : It looks an effort for teacher transfer / shuffling going to conduct before teachers recruitment (72825 + approx. 5000 posts),
But transfer process slowed as new teacher recruitment process slowed, and now cancelled.
May be transfer process going to conduct, when new teachers recruitment going to start.
Kya ab UPTET 2012 , 2013 ke baad bhrtee hogeee . Apnee rai den.
ReplyDeleteKya bhrtee mein aur der lagegeee , maslan 8-10 mahine ya aur
Mujhe bhi aisa hee lgta h...
DeleteBharti jabtak nahi hogi jabtak log 72825 ko bhul na jaye
ReplyDeleteV.K.Yadav ji ap abi tak ke sare news ko padane ke bad apna coment prastut kare. Kya ho sakata hai kal.
ReplyDeleteG
ReplyDeletedosto gov. kojo karna tha kar dia ab inhe court mai vigyapan radd karne ka uchit karan batana hoga .kyonki inke pas koi uchit tark nahi hai isliye inhe court mai fatkar padni tay hai aur kal yani 3 sep ko hi ye saaf ho jayega ki ye vigyapan radd nahi hoga. moh.istyak rampur
ReplyDeletea
ReplyDeleteonly win
ReplyDeleteone week naya bigapan ayega
ReplyDeletebharti isi vigyapan per puri hogi/gov. nyaya palika se badi nhi h.jis din aisa ho gaya yahan jungle raj hoga.
ReplyDeleteitna sab kuchh hone k baad bhi mera dava h ki process radd nhi hogi
bharti kal court kai adesh per suru hogikal ki hearing main court new adv. jari karnai ka adesh dega
ReplyDeletebharti 12 sep sai suru hogi meri baat shikshamantri sai hu thi
Muskan apna blog band kar do nhi to c.m. Ko pata lag gya to tumhari khatiya kgadi ho jayegi.
ReplyDeleteMuskan apna blog band kar do nhi to c.m. Ko pata lag gya to tumhari khatiya kgadi ho jayegi.
ReplyDeleteMuskan apna blog band kar do nhi to c.m. Ko pata lag gya to tumhari khatiya kgadi ho jayegi.
ReplyDeleteKanoon humara sath dega. esi hume ummid he.
ReplyDeletekal manney tandan ji tetians k febar me faisla sunayenge aur bharti atisighra suru karne ka aadesh denge.
ReplyDeleteKal sarkar halafnama court me lekar dakhil kregi aur apna rukh spast kregi phir court kahega sarkar ne vigyapan radd kr diya hai naya vigyapan 30 sept tak bharti shuru kare stay ko hata liya gaya h.
ReplyDeletevk sir
ReplyDeleteplease bataiye court kya nirnay de sakti hai
6aug.kosarkari wakeel ne kaha tha ki 60per.wale hi farm dalenge jabki 55per.walo ne farm dala hai.ncte k narm k anusar60per.hi manak hai aur aiseme.ctet wale jo 59per.pakar not aplicable hai.we mang karenge ki agar tet 55 per farm dal sakte hai to hum kyu.nai.aise me 60perhi manak hoga agar faisla tet k virudh taya to ye aik aahut badi samasya hogi.sirf87000 hi farm dal payege.rep.plz.9792855450
ReplyDeleteBharti General Election(2014) ke pahle jaroor ho jayegi.
ReplyDeleteDear Friends,
ReplyDeleteYe rahi vigyapti-
कार्यालय,उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद,इलाहाबाद
आदेश संख्या:बे0 शि0 प0 /5568/2012-13
विज्ञप्ति
सचिव उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा शासन के निर्देशानुसार समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियोँ की ओर से प्रदेश के समाचार पत्रोँ मेँ निम्नाकिँत विज्ञप्ति उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयोँ के लिए प्रशिक्षु-शिक्षकोँ के चयन हेतु उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली 1981 के बारहवेँ संशोधन मेँ किये गये प्राविधानानुसार प्रकाशित करायी गयी थी:-
1. 30 नवम्बर,2011:दैनिक जागरण,अमर उजाला,राष्ट्रीय सहारा,हिन्दुस्तान,दैनिक आज,टाइम्स आफ इण्डिया(अंग्रेजी) व अन्य मेँ
2. 2 दिसम्बर,2011:दैनिक जागरण,अमर उजाला,राष्ट्रीय सहारा,हिन्दुस्तान,दैनिक आज,टाइम्स आफ इण्डिया(अंग्रेजी) व अन्य मेँ
3. 20 दिसम्बर,2011: दैनिक जागरण,अमर उजाला,राष्ट्रीय सहारा,हिन्दुस्तान,दैनिक आज,टाइम्स आफ इण्डिया(अंग्रेजी) व अन्य मेँ
शासनादेश संख्या 2639/79-5-2012-14(10)/10 दिनांक 31.8.2012 के क्रम मेँ उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियामावली 1981 के पन्द्रहवेँ संशोधन की अधिसूचना सं02521/79-5-2012-14(10)/2010 दिनांक 30.8.2012 मेँ किये गये प्रविधानानुसार चयन सम्बन्धी प्रकिया परिवर्तित हो जाने के फलस्वरुप उपरोक्त सभी विज्ञप्ति निष्प्रभावी हो गयी हैँ ।अत: तत्काल प्रभाव से सभी विज्ञप्तिया निरस्त की जाती हैँ ।उक्त विज्ञप्तियोँ के क्रम मेँ प्राप्त आवेदन पत्रोँ को भी निरस्त किया जाता है एवं इसके साथ संलग्न बैँक ड्राफ्ट सम्बन्धित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से शीघ्र ही निर्धारित प्रक्रियानुसार अभ्यर्थियोँ को वापस प्रेषित किये जायेगेँ।
डा0 आई0 पी0 शर्मा
सचिव
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद,इलाहाबाद
Dear Friends,
ReplyDeleteYe rahi vigyapti-
कार्यालय,उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद,इलाहाबाद
आदेश संख्या:बे0 शि0 प0 /5568/2012-13
विज्ञप्ति
सचिव उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा शासन के निर्देशानुसार समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियोँ की ओर से प्रदेश के समाचार पत्रोँ मेँ निम्नाकिँत विज्ञप्ति उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयोँ के लिए प्रशिक्षु-शिक्षकोँ के चयन हेतु उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली 1981 के बारहवेँ संशोधन मेँ किये गये प्राविधानानुसार प्रकाशित करायी गयी थी:-
1. 30 नवम्बर,2011:दैनिक जागरण,अमर उजाला,राष्ट्रीय सहारा,हिन्दुस्तान,दैनिक आज,टाइम्स आफ इण्डिया(अंग्रेजी) व अन्य मेँ
2. 2 दिसम्बर,2011:दैनिक जागरण,अमर उजाला,राष्ट्रीय सहारा,हिन्दुस्तान,दैनिक आज,टाइम्स आफ इण्डिया(अंग्रेजी) व अन्य मेँ
3. 20 दिसम्बर,2011: दैनिक जागरण,अमर उजाला,राष्ट्रीय सहारा,हिन्दुस्तान,दैनिक आज,टाइम्स आफ इण्डिया(अंग्रेजी) व अन्य मेँ
शासनादेश संख्या 2639/79-5-2012-14(10)/10 दिनांक 31.8.2012 के क्रम मेँ उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियामावली 1981 के पन्द्रहवेँ संशोधन की अधिसूचना सं02521/79-5-2012-14(10)/2010 दिनांक 30.8.2012 मेँ किये गये प्रविधानानुसार चयन सम्बन्धी प्रकिया परिवर्तित हो जाने के फलस्वरुप उपरोक्त सभी विज्ञप्ति निष्प्रभावी हो गयी हैँ ।अत: तत्काल प्रभाव से सभी विज्ञप्तिया निरस्त की जाती हैँ ।उक्त विज्ञप्तियोँ के क्रम मेँ प्राप्त आवेदन पत्रोँ को भी निरस्त किया जाता है एवं इसके साथ संलग्न बैँक ड्राफ्ट सम्बन्धित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से शीघ्र ही निर्धारित प्रक्रियानुसार अभ्यर्थियोँ को वापस प्रेषित किये जायेगेँ।
डा0 आई0 पी0 शर्मा
सचिव
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद,इलाहाबाद
Countdown start. Next 24 hours will decide faith of more than 5 lakh people.
ReplyDeletemansik utpidan ka jimmdar kaun ha kaya koyj iske liye koi jimmdar ha kya tetion ka 9 mahine ki mansik utpidan ke mukdama darj ho sakata ha
ReplyDeleteO.K. Friends kal milte hai es ummeed ke sath ki every tetian ka bhala hoga.THANKS &
ReplyDeleteGOOD NIGHT
V.K.Yadav-Ghazipur
Aur vote do S.P. ko ab maza lo.
ReplyDeletekya baat muskan ji mai to is blog pe bahut pahle se hun aur nahi kabhi galat shabd ka prayog ki fir bhi lekh ke liye aap ki swekrati leni padegi.
ReplyDeleteHy
ReplyDeleteSarkar kah rai paise vapas karegi,mai sarkar se puchana chahti hu ki sarkar kya kya vapas kar sakti hai,kya sarkar vo mehnat vapas kar sakti hai jo hamne tet me ki,kya vo hamara vo samay vapas kar sakti jo hamne draf banvane ki or 50-50 form jama karne ki line me barbad kiya hai,in sab se upar kya sarkar hame us dukh or dvand ka harjana de sakthi hai jo 8 mahino se har din jhel rae hai,nai shayad kabi nai....
ReplyDeletegd nt
ReplyDelete2 month me start hogi
ReplyDeleteGood mr
ReplyDeletemuskan ji , aaj court me hearing hai please aaj comments direct show kariye jis se humko pal pal ki information apne sathion se mil sake .
ReplyDeleteKindly dont block it today respected editor
ReplyDeleteradha ji is sarakar se koi ummeed karana bekar hai.
ReplyDeleteRadha khali tum ne hi mahenat kiya hai kay
ReplyDeletetet
ReplyDeleteAaj court ne fir 11 sep ko date lgai h
ReplyDeleteAccording to my frnd. Aaj sab kuchh khatm ho gaya h
ReplyDeleteआज टी0ई0टी0 नेताओ से पुछना चाहिए कि
ReplyDelete1 जज ने खुद कहा था कि विग्यापन सेफ़ है
तो आज क्या हो गया। सरकार से आज कुछ
नही कहा गया?
2 जज हमेशा टीईटी के फ़ेवर मे थे तो आज स्टे
क्यू हट गया?
आज इन सब का चेहरा सब के सामने आ
गया कि ये टीईटी नेता एक नम्बर के चोर
है। जो सच तक नही बोल सकते है वो सिर्फ़
पैसो के लिए सबको पागल बना रहे है।
अब नए एड का इन्तज़ार है।
UP mein samajvadion ne vidhansabha se lekar nyaylaye tak uptetians berozgaran ki khoob khilli udai hai,ye kaisa samajvad hai?aise samajvad ki kalapna to shri Ramman lohia ji ne bhi nahin kee hogi,
ReplyDeleteGoverment aur court ne mil kr bewakuf bnaya..हाई कोर्ट की डबल बेंच और सुप्रीम कोर्ट जाने का रास्ता खुला है, लेकिन वहां कुछ नहीं होने वाला। क्योंकि सरकार ने सभी उम्मीदवारों की फीस वापस करने का फैसला किया है और आज के जजमेंट में जस्टिस टंडन ने इस बारे में कुछ पूछा ही नहीं। इस तरह यह भर्ती प्रक्रिया रद्द हो गई है। चलिए आने वाले समय में किसी शुभ सूचना का इंतजार सभी करें,
GOVT. CHALANE KA POLITICAL PHANDA SAMANE AAYAA HAI.
BSP ne elaction ko apne favour me effective karne ke leye jate jate bhriti process start kya.
ReplyDeleteSP ne political phanda apnate hue sampurn bharti ko radd kar nai vigyapti jari karne taha sampurn regard prapt karne ka rajnetik dristikon apnya hi.
vigyapti se naye sire re ravenue avam siksha daptment ka phand growth hoga.
bapis karne bale 500-500 Rs. ke drafts ko lambey samaya tak fund me rakhne se intrust to sanstha ke hit me gaya hi hai.
उत्तर प्रदेश में स्वयं सरकार को शिक्षा-व्यवस्था को प्रदूषित (भ्रष्ट कह सकते हैं) करने वाला सबसे बड़ा कारक बताते हुए सरकारी डायट में चल रहे प्रशिक्षण को मात्र प्रमाणपत्र बाटने के उद्देश्य से किया जा रहा तमाशा करार देते हुए लिखित रूप से स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में सरकार को अपनी शक्तियों का मनचाहा प्रयोग करते हुए कुछ भी करने की छूट नहीं दी जाएगी और सरकार को कोर्ट के आदेश मानने ही पड़ेंगे. अतः सबको यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि “सरकार बहुत कुछ तो कर सकती है, पर सबकुछ नहीं कर सकती!
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