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Sunday, December 4, 2011

Rajasthant TET - Teacher Eligibility Test : 20% marks of RTET added in selection for teacher recruitment in Rajasthan

शिक्षक भर्ती में जुड़ेंगे टेट के 20 फीसदी नंबर

(Rajasthant TET - Teacher Eligibility Test : 20% marks of RTET added in selection for teacher recruitment in Rajasthan)
प्रावधान से अभ्यर्थियों के सामने आ सकती है दिक्कत, आईएएस और आरएएस की परीक्षा में नहीं जुड़ते प्रवेश परीक्षा के नंबर

जयपुर। शिक्षकों की भर्ती में वे ही अभ्यर्थी नौकरी पा सकेंगे, जो मुख्य परीक्षा और टेट में मिले अंकों के 20 फीसदी जोडऩे के बाद वरीयता सूची में ऊपर आएंगे। राज्य सरकार की ओर से शिक्षकों की भर्ती कब की जाएगी, इसके बारे में निश्चित तौर पर तो कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से नियमों की लंबी हो रही फेहरिस्त नौकरी दूर होती जा रही है। बार-बार नियमों को बदलने से अभ्यर्थियों के समक्ष नई चुनौतियां आती जा रही हैं। एक तो नौकरी के लिए तमाम घोषणाओं के बाद भी विज्ञापन जारी नहीं हो रहा, वहीं कई अभ्यर्थी आयु सीमा को पार करने को हैं।

क्या किया है प्रावधान : राज्य सरकार की ओर से राजस्थान पंचायती राज (द्वितीय संशोधन) नियम, 2011 में जोड़े परंतु क में यह प्रावधान शामिल किया। इसमें कहा गया कि अध्यापक कक्षा 1 से 5 तक और 6 से 8 तक की भर्ती के लिए जिला स्थापन समिति अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत जोड़ते हुए लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर योग्यता सूची तैयार करेगी

क्या होगा असर : इस नए तरीके के प्रावधान से सिर्फ मुख्य परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले अभ्यर्थियों के परिणाम पर असर आ सकता है। अगर किसी अभ्यर्थी के मुख्य परीक्षा में नंबर अधिक है, लेकिन टेट में सामान्य अंक हैं तो वह वरीयता सूची में आने से वंचित हो सकता है।अभी क्या है स्थिति : हाईकोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई के दौरान टेट के प्रमाण पत्र जारी करने पर रोक लगा दी। इस याचिका में राज्य सरकार की ओर से विभिन्न वर्गों के लिए न्यूनतम अंकों की अलग अलग रखी गई श्रेणी को चुनौती दी गई है।

टेट क्यों : अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम में शिक्षकों की भर्ती में शामिल होने के लिए पात्रता परीक्षा का प्रावधान किया गया था, इसके लिए आगे कोई उद्देश्य नहीं था। पता चला है कि टेट के प्राप्तांकों को शामिल करने के संबंध में चर्चा के दौरान विरोध भी किया गया, लेकिन अधिकारियों का तर्क था कि इससे टेट के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। अब सवाल यह उठता है कि जब शिक्षक भर्ती के लिए टेट पास होना जरूरी है तो फिर आकर्षण का तर्क क्यों? दूसरा यह कि क्या भविष्य बिना टेट (
टी ई टी ) वालों को भी शिक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका देगा?
अन्य परीक्षाओं की व्यवस्था : आईएएस और आरएएस प्रवेश परीक्षा के नंबर मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के नंबरों में जोड़ कर वरीयता सूची नहीं बनाई जाती। आरपीएससी के सचिव के.के. पाठक ने बताया कि आरएएस की प्रवेश परीक्षा में प्राप्तांकों को वरीयता सूची बनाने के लिए मुख्य परीक्षा और साक्षात्कारों के साथ नहीं जोड़े जाते हैं। यह सिर्फ संवीक्षा परीक्षा है, जो मुख्य परीक्षा में शामिल होने की योग्यता को बताती है।
News साभार  : Bhaskar Epaper ( 3.12.11)