जूनियर टीईटी पास अभ्यर्थियों के लिए 29334 पदों की घोषणा की गई। इन पदों के लिए शैक्षिक अर्हता विज्ञान एवं गणित में स्नातक मांगी गई। सरकार ने आवेदन के समय इन पदों की भर्ती के लिए बीटेक, बीफार्मा अभ्यर्थियों को छूट दे दी। बाद में इन पदों के लिए मात्र बीएससी ही अर्हता रखी गई। ऐसे में इन पदों को भरने के दौरान विवाद की संभावना बन रही है
इलाहाबाद। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में लगभग 73 हजार रिक्त पदों पर भर्ती के लिए दो बार विज्ञापन जारी हो चुका है, अभ्यर्थियों ने मोटी रकम खर्च कर आवेदन किया लेकिन भर्तियां अब तक अटकी हैं। उसके बाद से अब तक किश्तों किश्तों में लगभग 50 हजार पदों का विज्ञापन जारी किया गया लेकिन उन्हें भरा नहीं गया। कभी टीईटी पास करने वाले बीएड बेरोजगारों के लिए रिक्तियों की घोषणा करती है तो कभी उर्दू और विज्ञाग-गणित के शिक्षकों के आवेदन मांगती है लेकिन पदों को कब भरा जाएगा इसके बारे में जवाब देने वाला कोई नहीं है।
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में खाली पदों को भरने केलिए सबसे पहले 2011 में लगभग 73 हजार पदों की घोषणा की थी। इन पदों को भरने केलिए सरकार ने टीईटी की मेरिट के आधार पर चयन की घोषणा की थी। चयन प्रक्रिया पूरी होने से पहले आने वाली अड़ंगेबाजी के कारण इन पदों को नहीं भरा जा सका। इसके बाद प्रदेश में नई सरकार बन गई। व्यवस्था में बदलाव का खामियाजा आवेदकों को भुगतना पड़ा।
नई सरकार ने एनसीटीई की अनुमति से फिर से पदों की घोषणा का निर्णय लिया। दोबारा 2012 में जारी पदों के लिए चयन का मानक बदल गया। इस बार सरकार ने आवेदकों के शैक्षिक गुणांक के आधार पर भर्ती का निर्णय लिया। इसके बाद पहली बार आवेदन करने वाले कुछ अभ्यर्थी कोर्ट चले गए। इन अभ्यर्थियों ने टीईटी मेरिट के आधार चयन की मांग की। इसके बाद से पूरी भर्ती प्रक्रिया विवादों में फंसी है। दो-दो बार आवेदन के बाद अभी तक प्रदेश सरकार बीएड बेरोजगारों को भर्ती नहीं कर सकी। बीएड बेरोजगारों के लिए परेशानी यह है कि यह उनके लिए अंतिम मौका है। इसके बाद परिषदीय विद्यालयों में मात्र बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी अभ्यर्थियों की भर्ती की जाएगी।
इन पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों ने चयन पक्का करने के लिए प्रदेश केसभी 71 जिलों से आवेदन किया। इस प्रक्रिया में एक-एक अभ्यर्थी ने 30 से 35 हजार रूपये खर्च कर दिए। इसके बाद भी नौकरी की संभावना दिखाई नहीं दे रही। प्रदेश सरकार से कोर्ट में सही पैरवी करने की मांग को लेकर टीईटी पास अभ्यर्थी पिछले एक महीने से शिक्षा निदेशालय के सामने अनशन पर बैठे हैं।
इन पदों की घोषणा के बाद सरकार ने उर्दू शिक्षकों के 4280 पदों की घोषणा कर दी। इन पदों के लिए सरकार ने मोअल्लिम योग्यता मांगी है। इन पदों के लिए काउंसलिंग इसी महीने होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जूनियर टीईटी पास अभ्यर्थियों के लिए 29334 पदों की घोषणा की गई। इन पदों के लिए शैक्षिक अर्हता विज्ञान एवं गणित में स्नातक मांगी गई। सरकार ने आवेदन के समय इन पदों की भर्ती के लिए बीटेक, बीफार्मा अभ्यर्थियों को छूट दे दी। बाद में इन पदों के लिए मात्र बीएससी ही अर्हता रखी गई। ऐसे में इन पदों को भरने के दौरान विवाद की संभावना बन रही है। अभी इन पदों को भरा नहीं गया और अब 10880 पदों पर भर्ती के लिए बृहस्पतिवार से आवेदन शुरू हो गया। पुरानी रिक्तियों को भरे बिना नई नई रिक्तियां घोषित करने से अभ्यर्थियों की जेब तो ढीली हो ही रही है, साल भी बर्बाद हो रहा है।
News Source / Sabhaar : Amar Ujala Allahabad (18.10.13)
president ki news ka up govt ka kya efect pada.govt ne kya spastikarad diya h.bharti k mamle me.ali khan kaha gaye jo pakki riport dete the.but tet merit valo ne hi ye bharti latkai h.
ReplyDeletekya junior ki bharti k kilaph koi rit hc me padi h.kya arts vale ese hi hat par hat rakhenge. kuch karo.bcom vale bi rit dalo.hame bharti lia yogy mankar date badai jae.hc hame jarur samil karega.rit dalo.apna hak mango govt se jo do bar junior tet pas kia h.
ReplyDeleteRit we log dalte hai jo junior tet pass hi na ho or art wale ho or basic shiksha ka hi koi candidate.jisase bharti par par stay lag jaye or bharti lataki rahe.
ReplyDeleteAapko kya lagta hai? Comment pl.
Junior me 12_6_3 par rit dalne ki kya jarurat thi? Gov. chahe jaise bhi bharti karati.
ReplyDeletePrimary ki bharti se sabak lena chahiye.
array bhai kissi ko primary wallay prakran say sambandhit case ki date patta hain tho jaroor batea jo jantay who a bhi nahin batae woo bahut bada madarchood
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