कौशांबी : बीटीसी 2013 की काउंसिलिंग में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी ओबीसी व एससी वर्ग के अभ्यर्थियों से जूझते नजर आए। मेरिट की मारामारी में वह पिछड़ चुके हैं। नतीजतन सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से सीट छिन गई। बुधवार को हुए साक्षात्कार में भी 76 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।
बीटीसी 2013 की प्रवेश प्रक्रिया में हर मोर्चे पर सामान्य वर्ग पुरुष के अभ्यर्थियों को चुनौती मिल रही है। बुधवार को सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों का साक्षात्कार होना था। साक्षात्कार के लिए ओबीसी के 119, एससी के 18 और जनरल के 61 अभ्यर्थी बुलाए गए थे। मेरिट हाई होने के कारण सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी चूक गए। जिसका खामियाजा यह रहा कि ओबीसी व एससी वर्ग ने सीटें छीन लीं। अभ्यर्थियों की मेरिट को देखकर लोग पसीने छोड़ रहे थे। डायट प्राचार्य प्रेम प्रकाश मौर्य की मौजूदगी में अभ्यर्थियों का साक्षात्कार हुआ। देर शाम तक साक्षात्कार लिया गया। सभी अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेजों से अभिलेखों का मिलान किया गया। प्राचार्य प्रेम प्रकाश मौर्य ने बताया कि सामान्य वर्ग के साक्षात्कार में 76 अभ्यर्थी नहीं आए। इनकी अनुपस्थिति का ब्यौरा शासन को भेज दिया गया है। डायट प्राचार्य ने बताया कि निदेशालय के निर्देश पर साक्षात्कार हो रहा है
News Sabhaar : Jagran (06 Nov 2013 08:58 PM (IST))
नमस्कार
ReplyDeleteacording to tet morcha tet fi8ter sailendra..tet ka pax puri tarah majbut hai..aur gov. Wakil agar aaj v na aaye tab v apne wakil apni bat judge sahab ke samne rakhege aur judge sahab order v kar sakte hai..acd 3rd party avi nai bne hai unki khabar afwah hai..
basic vibhag ke sutro se pta chala hai ki tet case me apni har ki sambhavna ko dekhte huye gov. V apna next kadam uthane par vichar kar rahi hai..gov. Wakilo ki nakami se pareshan hai basic vibhag s.c me slp dayar karne ke liye s.c ke siksha mamlo ke no.1 wakil ramesh trivedi se sadha sampark, magar sutron ke anusar ramesh trivedi ne gov. Ka pax kamjor hone ka hawaala dekar case lene se mana kar diya hai..gov. Agar suprime court gyi to hum unhe vaha v dikhayege apni ekta/taaqat ka ahsas aur jaane maane wakil prashant bhushan aur m.p jha rakhege apna pax.., par gov. Sayad na jaye suprime court.....
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जेल वाली
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Jis K Liye Tum Tarpe Wo Mohabbat
J0 Tumhare Liye Tarpa Uska Kya? ? ?
Jis Ko Tumne Chaaha Wo Tumko Mile
Aur Jis Ko Tum Na Mile Uska Kya?
एक बार स्वामी विवेकानंद विदेश में सेब
ReplyDeleteखरीद रहे थे।
दुकानदार ने उन्हें ख़राब सेब दे दिए। एक
बालक यह सब कुछ देख रहा था। जब
विवेकानंद जी चलने लगे तो उसने तुरंत
विवेकानंद से प्रार्थना की, ‘आप ये सेब मुझे
दे दीजिये क्योँकि आप किसी अन्य देश के हो और इसकी कीमत ले लीजिये।’
विवेकानंद जी को बालक का व्यव्हार कुछ
अजीब लगा।
कारण पूछने पर बालक ने कहा, ‘ये सेब ख़राब
हैं। अपने देश में जाकर मेरे देश की बुराई
हो,यह मेरे/मुल्क लिए कलंक की बात होगी ।
विवेकानंद उसके देशप्रेम को देखकर हैरान
रह गए।
उन्होंने कहा , ‘मुझे तुम्हारे देशप्रेम पर
गर्व हैं । मैं तुम्हारे देश की बुराई
नहीं करूँगा , बल्कि अपने देश के लोगो से
कहुँगा की इस देश
का बच्चा बच्चा देशप्रेमी हैं ।
विज्ञापन निकालना और उसे वापस लेना सरकार के अधिकारक्षेत्र में आता है,,,लेकिन अगर एक बार किन्हीं पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षा हो गई,,उसका परिणाम भी आ गया और वो परीक्षा निरस्त भी ना हुई तो उसी के प्राप्तांकों से चयन लेना आपका अधिकार है,,,, नया विज्ञापन आने के बाद से लेकर आज तक हम एक ही गलती बार-बार दुहराए जा रहे हैं की अपने अधिकारों का दावा करने के स्थान पर सरकार के अधिकारक्षेत्र में दखल देने का असफल प्रयास कर रहे हैं,,,, अपनी इसी जिद में आकर हमने सिंगिल बेंच द्वारा पूर्व विज्ञापन के फार्मों एवं उसकी शर्तों के आधार पर नए विज्ञापन से चयन लेने का दावा नौ जनवरी या उसके बाद से लेकर अब तक नहीं किया है,,,,,, ऐसा इसलिए हुआ है की आप एक अध्यापक हो ना कि वकील,,,
ReplyDeleteमामला इस हद तक उलझ चूका है की कभी जब भाग जाते हैं तो कभी अपने वकील और कभी सरकारी वकील..... ये सब भागमभाग में व्यस्त हैं और हम पिछले दो साल से वहीं के वहीं खड़े हैं..... सी.बी यादव कोर्ट के सामने जाने पर कहेंगे क्या? नए विज्ञापन के पूर्व विज्ञापन से चुराए पदों पर टेट मेरिट से भर्ती के सिवाय कोई विकल्प ही नहीं है,,एकेडमिक से उनपर भर्ती के पक्ष में बोलने के लिए यादव जी के पास एक भी कानूनी तर्क नहीं है..... पूर्व विज्ञापन बहाल नहीं हो सकता और नए विज्ञापन पर हमारे द्वारा टेट मेरिट का दावा किया नहीं गया है..... नए विज्ञापन के पदों पर पूर्व विज्ञापन के अधिकारों का दावा होने पर उसे अस्वीकार करने के अतिरिक्त ना तो कोर्ट के पास कोई विकल्प है और ना ही सरकार के पास.....
ReplyDeleteएकेडमिक वालों की उनसे अपेक्षाओं और हमारे अधिकारों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री महोदय सारी स्थिति समझने में सक्षम होते तो टेट मेरिट से चयन के लिए 72825 पदों हेतु एक और विज्ञापन आता और एकेडमिक के विज्ञापन में पदों की संख्या घटाकर आधी कर दी जाती,,,,, लेकिन मुख्यमंत्री महोदय की कार्यशैली देखकर इसी उम्मीद ना के बराबर है.
ReplyDeletebharti purane vigyapan par aur tet merit se hi hogi naye ka to sawal hi nahi kyunki vo vigyapan purn rup se sahi tha jise court ne bhi nahi nakara hai or vo vigyapan court ke dwara hi sahi karaya gaya tha.
ReplyDelete72825 seats purane avedako ke liye reserve rahengi chahe 20 saal bad bhi faisala aye koi time limit nahi hogi kyunki matter in court hai or court apna faisala lagoo karane ke liye sarkar or ncte ko samay sima tay karega.dar to un logo ko lag raha hai jo govt ke nikamepan ke karan pareshan ho rahe hai kyunki ye bharti Akhilesh nahi kar paya tet merit se to mayavati hi karengi.
ReplyDeleteu r absolutely right mr sanjeev.yeh bharti sirf aur sirf tet merit ki base par hi sambhav hai.
ReplyDeletetmntbbn bhai namaskar.
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Aj 72825 pr sunwai tay hai.... Tet mrt walo ko db me b mat milna tay hai.... Bs thoda wait kre...
ReplyDeleteBhaiya koi bataye aaj h c me kya ho raha hai
ReplyDeletecourt room me apne wakil 20 minut se rakh rahe hai apna jordar pax...aaj bahas kafi hone ke aasar..ashok bhushan ki ye khasiyat hai urgent case ko kafi time dete hai.
ReplyDeletekapil dev yadav ji agar tumhari baat 1 percent sach bhi ho jaati hai to bhi yeh matter supreme court mein jayega aur wahan par tumhara aaka akal-less bhi kuchh nahin kar payega aur doodh ka doodh aur paani ka paani ho jayega jay tet merit.
ReplyDeleteAb kya chal rha hai court main. Koi information de do bhai...
ReplyDeleteJai tet merit.
ReplyDeleteCB yadav k aage sb ki bolti band... New add se bhrti hogi, aaj stay hat sakta hai... Thoda wait kre..
ReplyDeletehow much wait
ReplyDeletebhaiyo jald jankari update karo or is kapildev yadav ke cb yadav ki aukat batao
ReplyDeletewhat is happen in kort?
ReplyDeleteYadev ji kya chal rha hai.
ReplyDeleteJAI SHREE RAM.
ReplyDeletesanse tham k wait kr rahe h sab plz kuchh to batao
ReplyDeleteWhat happan in court
ReplyDeleteC.B YADAV JI.. Aaj sb tet mrt walo ko ptk ptk kr dho rahe hai...
ReplyDeleteLAGATAR HOGI APNI SUNWAI..KAL BHI BAHAS JARI RAHEGI.
ReplyDeleteArgument will continue on tomorrow. . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . .
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ReplyDeleteBhai log paresan na ho jo hoga sahi hoga
ReplyDeletekisi ki baat ko seriously na le
Sr ajj ka kya conclusion nikal rha hi. Tet mrt ki chance hai kya. Jai tet merit
ReplyDeleteइलाहाबाद से अब तक जितनी भी सूचनाएं प्राप्त हुई हैं उनके आधार पर इसके सिवाय और कुछ कहा ही नहीं जा सकता कि नए विज्ञापन पर टेट मेरिट वालों का कब्जा होने जा रहा है,,,,,, एकेडमिक से भर्ती चाहने वाले जल्द ही आन-लाइन फ़ार्म में जमा भारी-भरकम रकम प्राप्त करके ठेला वगैरह लगाकर अपना गुजारा करने में व्यस्त होने वाले हैं,,,
ReplyDeleteKulbhaskar tiwari Amethi sir aapke paas koi exactly news hai
ReplyDeleteKl b tet mrt walo ki dulai, C.B yadav ji jari rakkhege....
ReplyDeleteयदि आज फैसला हो जाता है तो आज ही आपके सारे कष्टों का अंत हो जाएगा,,यदि फैसला रिजर्व हो जाता है तो भी यही परिणाम होगा,,बस औपचारिक घोषणा करने की तिथि निर्धारित की जायेगी,,,हो सकता है की इलाहाबाद उच्च न्यायालय बाल दिवस पर प्रदेश के गरीब बालकों को गुणवत्तापरक शिक्षा देने में सक्षम टीचरों का तोहफा देना पसंद करे,,,,, मुझे विश्वास है कि RTE की मंशा के अनुकूल शत प्रतिशत वेटेज से चयनित होने वाले शिक्षकों के शामिल होने से प्राप्त गर्व की अनुभूति आपकी उन कटु स्म्रतियों का विलोप कर सकेगी जो कपिलदेव यादव द्वारा लगवाए स्टे के बाद से हर पल हम सबके दिलोदिमाग पर हावी रही है.....
ReplyDeleteजिन्हें हम अपना शत्रु समझते हैं उनमें से अधिकाँश हमारे भावनात्मक परीक्षक होते हैं जो हमें महान बनाने के लिए परमपिता परमेश्वर द्वारा इस धरती पर भेजे जाते हैं,,,,, मायावती को शुक्रिया,,कपिलदेव यादव को शुक्रिया और अखिलेश यादव को शुक्रिया जिनके कारण हमने पिछले दो वर्षों में जिन्दगी से वो सीखा जिसे सीखने में लोगों की एक उम्र कम पड़ जाया करती है.....
प्रदेश के लाखों युवाओं की निगाहें हाई कोर्ट के फैसले पर
ReplyDeleteनवभारत टाइम्स | Nov 7, 2013, 05.14AM IST
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प्रमुख संवाददाता, इलाहाबाद
सात नवंबर 2013 को इलाहाबाद हाई कोर्ट के कोर्ट नंबर 37 पर युवाओं की लाखों जोड़ी आंखें टिकी होंगी। इस कोर्ट में ही जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस विपिन सिन्हा टीईटी पर लगी रोक को हटाने के लिए दाखिल अपील को अर्जेंसी के आधार पर सुनवाई करेंगे। दो साल से ज्यादा समय से एक अदद नौकरी के लिए पुलिस की लाठी के साथ दर-दर की ठोकरें खा रहे सूबे के लाखों बेरोजगारों को उम्मीद है कि गुरुवार को हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिलने के साथ नौकरी की राह में लगा कानूनी रोड़ा भी खत्म हो जाएगा। ट्रेनी टीचर के लिए टीईटी परीक्षा पास करने के बाद दर-दर भटक रहे युवाओं के आंखों में उम्मीद की चमक बेसिक शिक्षा निदेशालय के सामने धरने पर बैठे सैकड़ों युवाओं के साथ उनके परिजनों में भी दिखने लगी है।
जिन लाखों युवाओं की आंखों में हाई कोर्ट में सात नवंबर को होने जा रही सुनवाई पर टिकी है, वह दो साल से ज्यादा समय से ट्रेनी टीचर बनने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सूबे में 72 हजार 825 ट्रेनी टीचरों की भर्ती पर लगी रोक के मसले पर हाई कोर्ट ने खुद अभ्यर्थियों की अपील को अर्जेंसी के तहत सुनवाई के लिए 7 नवंबर की तिथि तय की है। हाई कोर्ट की ओर से इतनी जल्दी सुनवाई की तारीख तय करने से उम्मीद जगी है कि गुरुवार को बड़ा फैसला आ सकता है। 30 अक्टूबर को इस मसले की सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से अपर स्थायी महाधिवक्ता ने मोहलत की मांग की थी। हाई कोर्ट ने सात नवंबर को तारीख दी थी, अब इस मामले की सुनवाई के दौरान गुरुवार को अपर महाधिवक्ता भी मौजूद रहेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि हाई कोर्ट में टीईटी को दाखिल सभी अपीलों की एक साथ सुनवाई करेगी।
ये है मामला
[ जारी है ]
यूपी में ट्रेनी टीचरों की भर्ती का मामला लंबे समय से कानूनी फेर में फंसा हुआ है। बीएसपी सरकार में निकले इस विज्ञापन के बाद से ही विवाद का प्रारंभ हो गया। बीएसपी सरकार के दौरान अदालत में कानूनी दांव-पेंच में 72825 नौकरियों के फंस जाने से सबसे ज्यादा सफर उन युवाओं को करना पड़ रहा है, जो टीईटी पास होने के बाद सालों से आर्थिक और मानसिक शोषण का शिकार हो रहे हैं। हाई कोर्ट में सबसे पहले ट्रेनी टीचर की नियुक्ति का आधार क्या हो ? यह मामला पहुंचा। लंबी बहस के बाद हाई कोर्ट ने व्यवस्था दी कि ट्रेनी टीचर के लिए टीईटी अनिवार्य है। हाई कोर्ट में इसके बाद चयन के लिए क्या मानक अपनाया जाए, यह मामला भी पहुंचा। हाई कोर्ट में फंसी हजारों नौकरियों को लेकर प्रदेश सरकार की उदासीनता के कारण युवाओं का गुस्सा सड़क पर धरना-प्रदर्शन के रूप में उतरने लगा। लगभग 50 दिन से चल रहे टीईटी छात्रों के धरने पर आधा दर्जन बार लाठियां भी चल चुकी हैं। दो दर्जन छात्र नौकरी न मिलने की आस देखकर राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की भी मांग कर चुके हैं। नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे युवाओं को अब हाई कोर्ट से उम्मीद है। प्रदेश सरकार भी कोर्ट में फंसी इन नौकरियों की जल्द भर्ती चाहती है ताकि प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर हो सके।
भ्रष्ट अफसरों के चलते लटकी है नौकरियां
हाई कोर्ट में टीईटी भर्ती को लेकर जिन युवकों ने अपील किया, उनमें से कुछ से एनबीटी ने बातचीत की। सुजीत सिंह का कहना है कि यूपी बोर्ड के भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से लाखों छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है। जिन छात्रों ने अपनी मेहनत व परिश्रम के बल पर अच्छे अंक प्राप्त किए हैं, उनकी मेहनत पर भी पानी फिरता नजर आ रहा है। 72 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जो टीइटी मेरिट के आधार पर होनी थी, उसकी प्रक्रिया बदल देने से पिछले दो साल साल से अभ्यर्थियों को आर्थिक और मानसिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से मांग की है कि भर्ती प्रक्रिया जल्द प्रारंभ करने के साथ मेरिट के आधार पर की जाए। ऐसा ही कहना है शिवकुमार पाठक, वीके सिंह, जीके सिंह, नवीन श्रीवास्तव और एके यादव का भी। इन सबको उम्मीद है 7 नवंबर को कोर्ट में लाखों बेरोजगारों के हक में कोई फैसला होगा। हम सबको सरकार से नहीं कोर्ट से न्याय मिलने की उम्मीद है।
आधुनिक काल के दोहे..
ReplyDeleteकर्ज़ा देता मित्र को, वह मूर्ख कहलाए,
महामूर्ख वह यार है, जो पैसे लौटाए...
बिना जुर्म के पिटेगा, समझाया था तोय,
पंगा लेकर पुलिस से, साबित बचा न कोय...
गुरु पुलिस दोऊ खड़े, काके लागूं पाय,
तभी पुलिस ने गुरु के, पांव दिए तुड़वाय...
पूर्ण सफलता के लिए, दो चीज़ें रखो याद,
मंत्री की चमचागिरी, पुलिस का आशीर्वाद...
नेता को कहता गधा, शरम न तुझको आए,
कहीं गधा इस बात का, बुरा मान न जाए...
बूढ़ा बोला, वीर रस, मुझसे पढ़ा न जाए,
कहीं दांत का सैट ही, नीचे न गिर जाए...
हुल्लड़ खैनी खाइए, इससे खांसी होय,
फिर उस घर में रात को, चोर घुसे न कोय...
हुल्लड़ काले रंग पर, रंग चढ़े न कोय,
लक्स लगाकर कांबली, तेंदुलकर न होय...
बुरे समय को देखकर, गंजे तू क्यों रोय,
किसी भी हालत में तेरा, बाल न बांका होय...
दोहों को स्वीकारिये, या दीजे ठुकराय,
जैसे मुझसे बन पड़े, मैंने दिए बनाय.
Aj new add se stay hatne wala tha, tabhi tet mrt walo k vakil ne apni har dekhte hue new date ki mang ki, lekin judge sahab ne inhe kal ki date de... Bakre ki maa kb tak khair manayegi...
ReplyDeleteArgument will continue tomorrow and order will deliver in the favour of tet merit.
ReplyDeleteDosto - Aaj ki bahas puri . Judge saheb ne Case ko continue kiya hai . Case kal bhi fresh ke baad suna jayega. Bhushan Sir ne apna case Monday tak final karne ko kaha hai . Thanks
ReplyDeleteआज की बहस पूरी....बहस कल भी जारी रहेगी ... सभी वकीलों ने अच्छी बहस की ..अभी तक की बहस में कोर्ट का रुझान टैट मैरिट के फेवर में ही है ..
ReplyDeleteJAY HO
ReplyDeletedekhte hai ki bakre(kapil dev yadav) ki maa kab tak khair manayegi beta aaj khud ko jhuti tasalli aur dele kal to katne wala hai.uske baad chat pakodi ka thela lagana.
ReplyDeletekutta kapil yadav kal phir bhokna. ab alprex ki goli khakar so ja.
ReplyDeletekya 2 saal ki tetions ki kathin tapasya koee fal kal tak milega?
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