पुलिस ने खंगाले शिक्षा विभाग के दस्तावेज
आगरा, जागरण संवाददाता: शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) में धांधली का खुलासा होने के बाद अब जांच की सुई आगरा की ओर घूमी है। सोमवार को रमाबाई नगर की पुलिस टीम ने बेसिक शिक्षा विभाग पहुंचकर तमाम दस्तावेज खंगाले। साथ ही वे तमाम कागजातों की फोटो प्रतियां भी ले गए।
पंद्रह दिन पूर्व ताजनगरी के जैतपुर कलां ब्लॉक के दो शिक्षक विनय सिंह सिकरवार और रतन कुमार मिश्रा को 87 लाख रुपये व अन्य साथियों के साथ रमाबाई नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जांच में पता लगा था कि शिक्षकों ने यह रुपये टीईटी परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने के एवज में वसूले थे। जमा की गई रकम लेकर सभी लखनऊ जा रहे थे, तभी आयकर टीम के हत्थे चढ़ गए।
यह खुलासा होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। परीक्षा कराने वाले माध्यमिक शिक्षा परिषद पर भी उंगलियां उठने लगीं। सूत्रों की मानें तो पूरे प्रकरण में विभाग के ही एक बड़े अधिकारी का नाम सामने आ रहा है। इसलिए पुलिस और जांच एजेंसियां हाथ डालने से पहले सबूत इकट्ठा करने में जुटी हैं।
सोमवार सुबह रमाबाई नगर की पुलिस ने यहां बीएसए कार्यालय पर भी दस्तावेज खंगाले। जैतपुर कलां के खंड शिक्षा अधिकारी से भी वार्ता की और दोनों शिक्षकों के पते और सेवा पुस्तिका की कॉपी ले गए। यही नहीं पुलिस टीम ने ब्लॉक के भी कुछ शिक्षक नेताओं से वार्ता के प्रयास किए, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए।
खंड शिक्षा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि पुलिस ने जो दस्तावेज मांगे, उपलब्ध करा दिए गए हैं। संभवत: अब पुलिस आरोपी शिक्षकों के घर जाकर भी पड़ताल करेगी।
विवि भी पहुंची पुलिस टीम
इसके बाद पुलिस टीम अंबेडकर विश्वविद्यालय भी पहुंची। वहां डिग्री सेल समेत कुछ विभागों में पूछताछ की। माना जा रहा है कि पुलिस को शिक्षा विभाग के साथ ही इस प्रकरण में विवि के भी कुछ कर्मचारियों का हाथ होने की आशंका है। सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए फर्जी तरीके से मार्कशीट भी बनवाई थीं।
News : Jagran (16.1.12)
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वापस आ रहे डाक द्वारा भेजे गये आवेदन
(PRT Applications sent through Speedpost returned back)दुबारी के संतोष शर्मा, ममता शर्मा, अनिल यादव, दीपक जायसवाल, अमित गोड़ आदि द्वारा पिछले 24 दिसम्बर को राय बरेली के लिये स्पीड पोस्ट से आवेदन भेजने गये थे। चूंकि आवेदन की अंतिम तिथि 9 जनवरी थी इस लिये इन लोगों को पूरी उम्मीद थी कि आवेदन समय पर पहुंच जाएंगे लेकिन डाक विभाग की लापरवाही से उनके आवेदन समय पर नहीं पहुंच पाये और शनिवार को वापस आ गए। सोमवार को भी आवेदन वापस आने का क्रम जारी रहा। बेचारे इन आवेदकों को यह चिंता सताए जा रही है कि अब इनका भविष्य क्या होगा। यदि डाक द्वारा स्पीड पोस्ट से भेजे गये पत्र का यह हाल है तो साधारण डाक द्वारा भेजे जा रहे पत्र का हाल क्या होता होगा।
I sent my application form on dated 26.12.11 but it came return back to my address on dated 18.01.12 .on one envelop it was written "REFUSED" it means the Post Office did not distributed the application form timely to the DIET office.This is SPEED POST and the delivery time of speed post is 48 hours
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