टीईटी के परिणाम में गड़बड़झाला
(Problem comes again & again in UPTET 2011 Exam)
UPTET many times update its result but no end to Candidates complaint,
UPTET2011.com again change updated Primary Level teacher result, and displayed it -> Coming soon (display on 29-11-2011)
(As per news finally corrected result displayed by this Friday, 2-12-2011), updated result was announced on 28-11-2011)
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UPTET2011.com again change updated Primary Level teacher result, and displayed it -> Coming soon (display on 29-11-2011)
(As per news finally corrected result displayed by this Friday, 2-12-2011), updated result was announced on 28-11-2011)
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वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : सैकड़ों अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना चकनाचूर होता दिख रहा है। इसके पीछे कारण है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कई प्रश्नों के उत्तर संशोधित किए बिना ही परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। इसके अलावा सैकड़ों अभ्यर्थियों को खुद जोड़ने पर उनके किए गए सही उत्तरों से कम अंक मिले हैं। इन्हीं बातों के लेकर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने सोमवार को सचिव कार्यालय का घेराव किया और समस्या का समाधान करने का अनुरोध किया।
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में कमियों को लेकर अभ्यर्थियों ने सोमवार को सचिव कक्ष के सामने प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने सचिव से मिलकर समस्याएं बताई और उन्हें जल्द दूर करने का अनुरोध किया। शिकायत करने वालों में ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या अधिक थी जिनको अधिक प्रश्न हल करने के बाद भी कम अंक मिले हैं। इसके अलावा ओएमआर शीट भरने के दौरान की गई गलतियों कारण जिन अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम रोके गए हैं वे भी प्रदर्शन में शामिल थे। दिनभर में बोर्ड को 500 से अधिक प्रार्थना पत्र दिए गए।
दरअसल, फैजाबाद व झांसी मंडल के कुछ परीक्षा केंद्रों पर शाम की पाली की ओएमआर शीट सुबह और सुबह की शाम को बांट दी गई थी। मूल्यांकन के दौरान इसका ख्याल नहीं रखा गया। ऐसे में कम्प्यूटर ने सभी कॉपियों को एक ही तरीके से जांच दिया। इससे अभ्यर्थियों के विकल्प गलत हो गए और उन्हें अप्रत्याशित रूप से कम अंक मिले। यह बात तब सामने आई जब अभ्यर्थियों ने उत्तर माला से अपने द्वारा किए गए विकल्पों की जांच की।
विकल्प सही किए पर नंबर वही
यूपी बोर्ड ने गुपचुप उत्तर माला चार बार संशोधित कर दी। गलत आप्शन को भी सही कर दिया गया, पर इसका फायदा अभ्यर्थियों को नहीं हुआ। कई अभ्यर्थियों को इसका नुकसान उठाना पड़ा है। इसके अलावा नाम, अनुक्रमांक व वर्ग आदि में संशोधन के लिए मांगे गए आवेदन पत्रों पर भी विचार नहीं किया गया।
दिनभर जमावड़ा
संशोधन कराने को लेकर बोर्ड दफ्तर पर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी जमा रहे। सचिव, प्रभा त्रिपाठी से भी जाकर मिले। सचिव ने अभ्यर्थियों से कहा कि जिसमें बोर्ड की गलती है उन्हें तो बोर्ड ठीक कर लेगा पर अभ्यर्थियों द्वारा की गई गलती पर बोर्ड कोई विचार नहीं करेगा।
..तो फिर आपत्तियां ही क्यों लीं
अभ्यर्थियों का कहना है कि बोर्ड को जब प्रार्थना पत्रों पर विचार नहीं करना था तो प्रार्थना पत्र क्यों जमा किए गए। बोर्ड को साफ-साफ मना कर देना चाहिए था। कम से कम अभ्यर्थियों का समय तो जाया नहीं जाता। अभ्यर्थियों में इस बात को लेकर गहरा आक्रोश है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में कमियों को लेकर अभ्यर्थियों ने सोमवार को सचिव कक्ष के सामने प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने सचिव से मिलकर समस्याएं बताई और उन्हें जल्द दूर करने का अनुरोध किया। शिकायत करने वालों में ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या अधिक थी जिनको अधिक प्रश्न हल करने के बाद भी कम अंक मिले हैं। इसके अलावा ओएमआर शीट भरने के दौरान की गई गलतियों कारण जिन अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम रोके गए हैं वे भी प्रदर्शन में शामिल थे। दिनभर में बोर्ड को 500 से अधिक प्रार्थना पत्र दिए गए।
दरअसल, फैजाबाद व झांसी मंडल के कुछ परीक्षा केंद्रों पर शाम की पाली की ओएमआर शीट सुबह और सुबह की शाम को बांट दी गई थी। मूल्यांकन के दौरान इसका ख्याल नहीं रखा गया। ऐसे में कम्प्यूटर ने सभी कॉपियों को एक ही तरीके से जांच दिया। इससे अभ्यर्थियों के विकल्प गलत हो गए और उन्हें अप्रत्याशित रूप से कम अंक मिले। यह बात तब सामने आई जब अभ्यर्थियों ने उत्तर माला से अपने द्वारा किए गए विकल्पों की जांच की।
विकल्प सही किए पर नंबर वही
यूपी बोर्ड ने गुपचुप उत्तर माला चार बार संशोधित कर दी। गलत आप्शन को भी सही कर दिया गया, पर इसका फायदा अभ्यर्थियों को नहीं हुआ। कई अभ्यर्थियों को इसका नुकसान उठाना पड़ा है। इसके अलावा नाम, अनुक्रमांक व वर्ग आदि में संशोधन के लिए मांगे गए आवेदन पत्रों पर भी विचार नहीं किया गया।
दिनभर जमावड़ा
संशोधन कराने को लेकर बोर्ड दफ्तर पर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी जमा रहे। सचिव, प्रभा त्रिपाठी से भी जाकर मिले। सचिव ने अभ्यर्थियों से कहा कि जिसमें बोर्ड की गलती है उन्हें तो बोर्ड ठीक कर लेगा पर अभ्यर्थियों द्वारा की गई गलती पर बोर्ड कोई विचार नहीं करेगा।
..तो फिर आपत्तियां ही क्यों लीं
अभ्यर्थियों का कहना है कि बोर्ड को जब प्रार्थना पत्रों पर विचार नहीं करना था तो प्रार्थना पत्र क्यों जमा किए गए। बोर्ड को साफ-साफ मना कर देना चाहिए था। कम से कम अभ्यर्थियों का समय तो जाया नहीं जाता। अभ्यर्थियों में इस बात को लेकर गहरा आक्रोश है।
News : Jagran (28.11.11)
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UPTET (UP Madhymik Shiksha Parishad) secratary Prabha Tripathi assured candidates check updates on website and by Friday there problem is to be solved.
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हजारों के भविष्य पर संकट
(Dark future for thousands - UPTET 2011)
- नाराज अभ्यर्थियों ने यूपी बोर्ड कार्यालय पर की जमकर नारेबाजी
- आक्रोशित अभ्यर्थियों को नियंत्रित करने को बुलाई गई फोर्स
- प्रार्थनापत्र की रिसीविंग न देने के विरोध के बाद खुला काउंटर
इलाहाबाद। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की लापरवाही से हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। उत्तरमाला पर सवाल उठने के बाद अब परीक्षा की शुचिता पर ही प्रश्न चिन्ह लग गया है। आनन फानन में टीईटी परिणाम जिस तरह से घोषित किए गए हैं, उसको लेकर अभ्यर्थियों में आक्रोश है। टीईटी के रिजल्ट से परेशान फैजाबाद, बनारस, अलीगढ़, गाजीपुर के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने सोमवार को बोर्ड कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। नाराज अभ्यर्थियों को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को फोर्स बुलानी पड़ी, तब जाकर वे शांत हुए। अभ्यर्थियों ने टीईटी का पुनर्मूल्यांकन कराने और इसकी मेरिट के आधार पर नियुक्ति न करने की मांग की है। अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का निदान नहीं किया तो वो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
गलत ओएमआर शीट मिलने से बढ़ी मुसीबत
टीईटी परीक्षा में प्रदेश के कई केंद्रों में गलत ओएमआर शीट दे दी गई थी। फैजाबाद की प्रीति जायसवाल ने बताया कि उनके कालेज में पहली परीक्षा में दूसरी पाली की ओएमआर शीट दे दी गई थी। जिससे प्रथम प्रश्न पत्र में उन्हें 110 की जगह महज 29 नंबर दिए गए थे। गलत ओएमआर शीट मिलने की वजह से सैकड़ों अभ्यर्थियों के नंबर वेबसाइट पर कम दिखा रहे हैं। अभ्यर्थियों के मुताबिक उन्हें आश्वासन दिया गया था कि इनकी मैनुअल जांच की जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मंडल बदलने वालों को दिखाया अनुपस्थित
टीईटी के प्रवेश पत्र पर गलत मंडल मिल जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए व्यवस्था की गई थी कि वे पहली परीक्षा केंद्र में ही दूसरी परीक्षा दे सकते हैं। अभ्यर्थियों के मुताबिक ऐसे सभी अभ्यर्थियों के दूसरी परीक्षा के परिणाम की जगह उन्हें अनुपस्थित दिखाया जा रहा है।
निरस्त परीक्षा के अभ्यर्थियों के परिणाम गायब
टीईटी की परीक्षा में प्रदेश के कुछ केंद्रों की परीक्षाएं निरस्त की गई थीं। दुबारा इनकी परीक्षा 20 मई को कराई गई। ऐसे सभी अभ्यर्थियों के परिणाम इंटरनेट पर प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं। अभ्यर्थियों के मुताबिक पूरे केंद्र में बैठे अभ्यर्थियों के साथ यही समस्या है। फैजाबाद के रामजी चौरसिया ने बताया कि जीजीआईसी रुदौैली, फैजाबाद केंद्र के 400 अभ्यर्थियों की भी यही परेशानी है।
एक रोल नंबर पर कई अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
टीईटी की परीक्षा में एक ही रोल नंबर पर दो से तीन अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। इसमें उन अभ्यर्थियों की संख्या सबसे ज्यादा है जिन्होंने नेट से प्रवेश पत्र डाउनलोड किए थे। नेट से डाउनलोड प्रवेशपत्र में अभ्यर्थियों को खुद से ही फोटो, नाम और पता लिखना था। पिता और अभ्यर्थी का नाम समान होने की वजह से अभ्यर्थियों को एक ही रोल नंबर मिल गया। जिस अभ्यर्थी को स्पीड पोस्ट से प्रवेशपत्र मिला, उनके रिजल्ट तो जारी कर दिए गए लेकिन डाउनलोड प्रवेशपत्र वाले अभ्यर्थियों के परिणाम रोक दिए गए। वहीं दूसरी ओर गलत विकल्प पर आपत्ति जताने वाले उर्दू अभ्यर्थियों को भी कोई आश्वासन नहीं दिया गया।
शुक्रवार तक होगा समस्या का समाधान
बोर्ड कार्यालय पहुंचे सैकड़ों अभ्यर्थियों के प्रार्थनापत्र लेने के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव प्रभा त्रिपाठी ने उन्हें शुक्रवार तक समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। उन्होंने अभ्यर्थियों से कहा कि लगातार वेबसाइट चेक करते रहें, क्योंकि परिणाम अभी भी घोषित किए जा रहे हैं। इसी प्रकार गलत रोल नंबर भरने वाले अभ्यर्थियों के परिणामों पर विचार नहीं किया जाएगा।
News : Amar Ujala (29.11.11)- आक्रोशित अभ्यर्थियों को नियंत्रित करने को बुलाई गई फोर्स
- प्रार्थनापत्र की रिसीविंग न देने के विरोध के बाद खुला काउंटर
इलाहाबाद। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की लापरवाही से हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। उत्तरमाला पर सवाल उठने के बाद अब परीक्षा की शुचिता पर ही प्रश्न चिन्ह लग गया है। आनन फानन में टीईटी परिणाम जिस तरह से घोषित किए गए हैं, उसको लेकर अभ्यर्थियों में आक्रोश है। टीईटी के रिजल्ट से परेशान फैजाबाद, बनारस, अलीगढ़, गाजीपुर के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने सोमवार को बोर्ड कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। नाराज अभ्यर्थियों को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को फोर्स बुलानी पड़ी, तब जाकर वे शांत हुए। अभ्यर्थियों ने टीईटी का पुनर्मूल्यांकन कराने और इसकी मेरिट के आधार पर नियुक्ति न करने की मांग की है। अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का निदान नहीं किया तो वो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
गलत ओएमआर शीट मिलने से बढ़ी मुसीबत
टीईटी परीक्षा में प्रदेश के कई केंद्रों में गलत ओएमआर शीट दे दी गई थी। फैजाबाद की प्रीति जायसवाल ने बताया कि उनके कालेज में पहली परीक्षा में दूसरी पाली की ओएमआर शीट दे दी गई थी। जिससे प्रथम प्रश्न पत्र में उन्हें 110 की जगह महज 29 नंबर दिए गए थे। गलत ओएमआर शीट मिलने की वजह से सैकड़ों अभ्यर्थियों के नंबर वेबसाइट पर कम दिखा रहे हैं। अभ्यर्थियों के मुताबिक उन्हें आश्वासन दिया गया था कि इनकी मैनुअल जांच की जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मंडल बदलने वालों को दिखाया अनुपस्थित
टीईटी के प्रवेश पत्र पर गलत मंडल मिल जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए व्यवस्था की गई थी कि वे पहली परीक्षा केंद्र में ही दूसरी परीक्षा दे सकते हैं। अभ्यर्थियों के मुताबिक ऐसे सभी अभ्यर्थियों के दूसरी परीक्षा के परिणाम की जगह उन्हें अनुपस्थित दिखाया जा रहा है।
निरस्त परीक्षा के अभ्यर्थियों के परिणाम गायब
टीईटी की परीक्षा में प्रदेश के कुछ केंद्रों की परीक्षाएं निरस्त की गई थीं। दुबारा इनकी परीक्षा 20 मई को कराई गई। ऐसे सभी अभ्यर्थियों के परिणाम इंटरनेट पर प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं। अभ्यर्थियों के मुताबिक पूरे केंद्र में बैठे अभ्यर्थियों के साथ यही समस्या है। फैजाबाद के रामजी चौरसिया ने बताया कि जीजीआईसी रुदौैली, फैजाबाद केंद्र के 400 अभ्यर्थियों की भी यही परेशानी है।
एक रोल नंबर पर कई अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
टीईटी की परीक्षा में एक ही रोल नंबर पर दो से तीन अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। इसमें उन अभ्यर्थियों की संख्या सबसे ज्यादा है जिन्होंने नेट से प्रवेश पत्र डाउनलोड किए थे। नेट से डाउनलोड प्रवेशपत्र में अभ्यर्थियों को खुद से ही फोटो, नाम और पता लिखना था। पिता और अभ्यर्थी का नाम समान होने की वजह से अभ्यर्थियों को एक ही रोल नंबर मिल गया। जिस अभ्यर्थी को स्पीड पोस्ट से प्रवेशपत्र मिला, उनके रिजल्ट तो जारी कर दिए गए लेकिन डाउनलोड प्रवेशपत्र वाले अभ्यर्थियों के परिणाम रोक दिए गए। वहीं दूसरी ओर गलत विकल्प पर आपत्ति जताने वाले उर्दू अभ्यर्थियों को भी कोई आश्वासन नहीं दिया गया।
शुक्रवार तक होगा समस्या का समाधान
बोर्ड कार्यालय पहुंचे सैकड़ों अभ्यर्थियों के प्रार्थनापत्र लेने के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव प्रभा त्रिपाठी ने उन्हें शुक्रवार तक समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। उन्होंने अभ्यर्थियों से कहा कि लगातार वेबसाइट चेक करते रहें, क्योंकि परिणाम अभी भी घोषित किए जा रहे हैं। इसी प्रकार गलत रोल नंबर भरने वाले अभ्यर्थियों के परिणामों पर विचार नहीं किया जाएगा।
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UPTET (UP Madhymik Shiksha Parishad) secratary Prabha Tripathi assured candidates check updates on website and by Friday there problem is to be solved.