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Sunday, November 27, 2011

Candidates appeared with Duplicate Admit card are not able to see there result, Some are alleging to got less marks in UPTET 2011 exam

शिक्षक बनने का सपना टूटा (Candidates appeared with Duplicate Admit card are not able to see there result, Some are alleging to got less marks in UPTET 2011 exam)


इलाहाबाद। जिले के पांच हजार टीईटी अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना टूट गया। डुप्लीकेट प्रवेश पत्र पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों का परिणाम नहीं घोषित किया गया। यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर रात भर रिजल्ट खोजते रहे अभ्यर्थी शनिवार को सड़क पर उतर आए। अभ्यर्थियों ने यूपी बोर्ड कार्यालय और सचिव के घर पर बवाल तो काटा ही, सिविल लाइंस में चक्कजाम भी कर दिया। जाम खुलवाने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
जब अभ्यर्थी यूपी बोर्ड पहुंचे तो वहां उनके सवालों के जवाब देने वाला कोई मौजूद नहीं था। शनिवार को अवकाश होने के कारण सारे कार्यालय बंद थे। कुछ कर्मचारी मौजूद तो थे लेकिन अभ्यर्थियों के तेवर देखकर उन्होंने वहां से खिसकना ही मुनासिब समझा। यहां से अभ्यर्थी नारेबाजी करते महात्मा गांधी मार्ग स्थित बोर्ड की सचिव प्रभा त्रिपाठी के घर पहुंच गए। भीड़ देखकर घर में मौजूद कर्मचारियों ने दरवाजा भीतर से बंद कर लिया। अभ्यर्थी दरवाजा पीटने लगे तो पुलिस बुला ली गई। इसी बीच कुछ युवकों ने सचिव का नेम प्लेट तोड़ डाला। इसके बाद उन्होंने सचिव के आवास के सामने जाम लगा दिया। रिजल्ट के संदर्भ में सचिव प्रभा त्रिपाठी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका मोबाइल पूरे दिन बंद रहा। जवाब न मिलने से अभ्यर्थियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अभ्यर्थियों ने रविवार को 11 बजे कंपनीबाग में बैठक बुलाई है। अभ्यर्थी कोर्ट जाने की तैयारी में हैं।
एक दिन पहले जारी किए थे प्रवेश पत्रः जिन अभ्यर्थियों का रिजल्ट रुका है, उनको टीईटी के एक दिन पहले ही प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। प्रवेश पत्र न पहुंचने पर जब अभ्यर्थी संयुक्त शिक्षा निदेशक के कार्यालय पर पहुंचे तो उनको डुप्लीकेट प्रवेश पत्र जारी किए गए। आननफानन में ऐसे अभ्यर्थियों की परीक्षा तो करा ली गई लेकिन रिजल्ट नहीं घोषित किया गया।
हजारों को मिले कम नंबरः टीईटी को लेकर शिकायतों की लिस्ट लंबी होती जा रही है। हजारों अभ्यर्थियों ने कम नंबर दिए जाने का आरोप लगाया है। अभ्यर्थी अवधेश तिवारी का कहना है कि प्राइमरी में उनके 118 सवाल सही थे लेकिन नंबर मिले हैं 92, ऐसा ही आरोप विनोद प्रताप ने लगाया। विनोद का कहना है कि उनके 102 सवाल सही हैं लेकिन अंक मिले हैं सिर्फ 49, गलत अंक मिलने का आरोप लगाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या काफी है। अभ्यर्थी सोमवार को यूपी बोर्ड कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएंगे।
News : Amar Ujala (27.11.11)