उत्तरमाला के बाद रिजल्ट पर उठे सवाल ( UPTET 2011 - Candidates may go to court due to incorrect result declared, Uttar Pradesh Vishist BTC Sangarsh Morcha and B Ed Unemployed Candidates are against TET merit for selection of 72825 Primary Teachers)
- टीईटी के संशोधित परिणाम पर अभ्यर्थियों ने जताई आपत्ति- पात्रता परीक्षा को मानक परीक्षा बनाने से छात्र नाराज, कोर्ट जाने का लिया निर्णय
इलाहाबाद। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा की उत्तरमाला के बाद अब नेट पर जारी रिजल्ट विवादों के घेरे में हैं। सैकड़ाें अभ्यर्थियों के परिणाम शो नहीं कर रहे हैं तो वहीं कई अभ्यर्थियों ने गलत परिणाम जारी करने का आरोप लगाया हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि रविवार को नेट पर जो संशोधित परिणाम जारी किया गया हैं उसमें उन्हें कम अंक दिए गए हैं। जबकि पहले वाले परिणाम में ज्यादा अंक दिखाए गए थे। यह शिकायत प्राथमिक और जूनियर स्तर दोनों परीक्षाओं के परिणामों को लेकर हैं। अभ्यर्थियों ने सोमवार को एक बार फिर से बोर्ड कार्यालय जाने का निर्णय लिया हैं। शनिवार को नेट पर परिणाम घोषित न करने से आक्रोषित छात्र माध्यमिक शिक्षा परिषद के घर पर बवाल कांट चुके हैं।
उत्तर प्रदेश विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा और बीएड बेरोजगारों ने पात्रता परीक्षा को मानक परीक्षा बनाने पर विरोध किया है। छात्रों ने रविवार को आजाद पार्क में जमकर नारेबाजी की। मोर्चा सदस्य अजय त्रिपाठी ने कहा कि शासन अपने इस निर्णय को वापस लें, नहीं तो वे अपनी लड़ाई कोर्ट से लड़ेंगे। प्रदर्शन के दौरान राजकुमार सिंह, मनोजकुमार सिंह, दिव्य प्रकाश मिश्रा, राकेश मिश्रा, बृजेश शुक्ला, सुशील कुमार यादव, आशिफ जमा, उमेश वर्मा, सुरेंद्र पाल, शनि सिंह, राकेश यादव, दीपक सिंह और उमाकांत यादव मौजूद रहे।
उर्दू अभ्यर्थियों में भी आक्रोष
रिजल्ट को लेकर उर्दू अभ्यर्थियों ने भी रोष जताया हैं। इनका कहना है कि उर्दू के दो जवाबों के विकल्प पर आपत्ति दर्ज कराए जाने के बाद बोर्ड ने संशोधित उत्तरमाला में इनमें सुधार नहीं किया। जिस वजह अभ्यर्थियों के अंक कम हो गए। शहबाज अहमद खान ने बताया कि सोमवार को एक बार फिर से अभ्यर्थी बोर्ड कार्यालय जाएंगे। अगर सचिव माध्यमिक शिक्षा ने उन्हेें कोई आश्वासन दिया तो ठीक हैं, नहीं तो वे कोर्ट को दरवाजा खटखटाएंगे।
इलाहाबाद। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा की उत्तरमाला के बाद अब नेट पर जारी रिजल्ट विवादों के घेरे में हैं। सैकड़ाें अभ्यर्थियों के परिणाम शो नहीं कर रहे हैं तो वहीं कई अभ्यर्थियों ने गलत परिणाम जारी करने का आरोप लगाया हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि रविवार को नेट पर जो संशोधित परिणाम जारी किया गया हैं उसमें उन्हें कम अंक दिए गए हैं। जबकि पहले वाले परिणाम में ज्यादा अंक दिखाए गए थे। यह शिकायत प्राथमिक और जूनियर स्तर दोनों परीक्षाओं के परिणामों को लेकर हैं। अभ्यर्थियों ने सोमवार को एक बार फिर से बोर्ड कार्यालय जाने का निर्णय लिया हैं। शनिवार को नेट पर परिणाम घोषित न करने से आक्रोषित छात्र माध्यमिक शिक्षा परिषद के घर पर बवाल कांट चुके हैं।
उत्तर प्रदेश विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा और बीएड बेरोजगारों ने पात्रता परीक्षा को मानक परीक्षा बनाने पर विरोध किया है। छात्रों ने रविवार को आजाद पार्क में जमकर नारेबाजी की। मोर्चा सदस्य अजय त्रिपाठी ने कहा कि शासन अपने इस निर्णय को वापस लें, नहीं तो वे अपनी लड़ाई कोर्ट से लड़ेंगे। प्रदर्शन के दौरान राजकुमार सिंह, मनोजकुमार सिंह, दिव्य प्रकाश मिश्रा, राकेश मिश्रा, बृजेश शुक्ला, सुशील कुमार यादव, आशिफ जमा, उमेश वर्मा, सुरेंद्र पाल, शनि सिंह, राकेश यादव, दीपक सिंह और उमाकांत यादव मौजूद रहे।
उर्दू अभ्यर्थियों में भी आक्रोष
रिजल्ट को लेकर उर्दू अभ्यर्थियों ने भी रोष जताया हैं। इनका कहना है कि उर्दू के दो जवाबों के विकल्प पर आपत्ति दर्ज कराए जाने के बाद बोर्ड ने संशोधित उत्तरमाला में इनमें सुधार नहीं किया। जिस वजह अभ्यर्थियों के अंक कम हो गए। शहबाज अहमद खान ने बताया कि सोमवार को एक बार फिर से अभ्यर्थी बोर्ड कार्यालय जाएंगे। अगर सचिव माध्यमिक शिक्षा ने उन्हेें कोई आश्वासन दिया तो ठीक हैं, नहीं तो वे कोर्ट को दरवाजा खटखटाएंगे।
News : Amar Ujala (28.11.11)