टीईटी: कहीं खुशी, तो कहीं मायूसी ( UP TET, For some candidates celebrating time, and for some disappintment)
फीरोजाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का परिणाम घोषित होने के पश्चात कहीं खुशी, तो कहीं गम का माहौल बना रहा। अधिकांश बीएड डिग्री धारकों का मौजूदा सत्र में शिक्षक बनने का ख्वाब अधूरा रह गया। परीक्षा परिणाम कम रहने की वजह से वह अर्ह होने के लिए निर्धारित अंक नहीं ला सके।
शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम शुक्रवार की देर रात तक घोषित हुआ। माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपने परिणाम की जानकारी करने के लिए आवेदकों को खासा परेशानी हुई। इसकी वजह थी, सर्वर डाउन होना। इस कारण अभ्यर्थी रात 12 बजे तक अपने परिणाम की जानकारी लेने के लिए बैठे रहे। परिणाम निकलने के बाद कहीं खुशी, तो कहीं मायूसी छा गई। जनपद से 12 हजार से अधिक बीएड डिग्रीधारक टीईटी में बैठे थे। हालांकि बीपीएड डिग्रीधारकों ने भी आवेदन किया था। लेकिन उन्हें हाईकोर्ट ने परीक्षा की फेहरिस्त से बाहर रखा।
इधर, 60 फीसदी से अधिक नंबर लाने वाले अभ्यर्थियों के चेहरे पर खुशी के भाव झलके। कइयों के 70 से 75 फीसदी तक नंबर आए हैं। 60 फीसदी से कम अंक लाने वाले अभ्यर्थी हताश दिखे। उन्होंने आगामी टीईटी में दोबारा बैठने की तैयारी शुरू कर दी है। विशिष्ट बीटीसी की भर्ती प्रक्रिया के तहत अब उन्हें बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति मिलने की राह साफ हो गई है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम शुक्रवार की देर रात तक घोषित हुआ। माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपने परिणाम की जानकारी करने के लिए आवेदकों को खासा परेशानी हुई। इसकी वजह थी, सर्वर डाउन होना। इस कारण अभ्यर्थी रात 12 बजे तक अपने परिणाम की जानकारी लेने के लिए बैठे रहे। परिणाम निकलने के बाद कहीं खुशी, तो कहीं मायूसी छा गई। जनपद से 12 हजार से अधिक बीएड डिग्रीधारक टीईटी में बैठे थे। हालांकि बीपीएड डिग्रीधारकों ने भी आवेदन किया था। लेकिन उन्हें हाईकोर्ट ने परीक्षा की फेहरिस्त से बाहर रखा।
इधर, 60 फीसदी से अधिक नंबर लाने वाले अभ्यर्थियों के चेहरे पर खुशी के भाव झलके। कइयों के 70 से 75 फीसदी तक नंबर आए हैं। 60 फीसदी से कम अंक लाने वाले अभ्यर्थी हताश दिखे। उन्होंने आगामी टीईटी में दोबारा बैठने की तैयारी शुरू कर दी है। विशिष्ट बीटीसी की भर्ती प्रक्रिया के तहत अब उन्हें बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति मिलने की राह साफ हो गई है।
News : Amar Ujala (27.11.11)
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