मुख्याध्यापकों की सीधी भर्ती रद हो ( Himachal Pradesh / shimla:Head Master Direct Recruitment should be cancelled)
शिमला। हिमाचल प्रदेश विज्ञान अध्यापक संघ जिला शिमला इकाई ने मुख्य अध्यापकों की सीधी भर्ती प्रक्रिया को रद करने की मांग की है। शिक्षा विभाग से सभी वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में मुख्य अध्यापकों के पद सृजित करने की भी गुहार लगाई है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सीधी भर्ती प्रक्रिया को स्नातक अध्यापकों से धोखा करार दिया है। पदों को 1992 के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के अनुसार केवल स्नातक अध्यापकों से भरने का प्रावधान था, लेकिन विभाग ने पचास फीसदी अंकों के साथ स्नातकोत्तर की शर्त लगाकर स्नातक अध्यापकों को सीधी भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया है।
शिमला इकाई के अध्यक्ष लाल चंद चंदेल, कार्यकारी अध्यक्ष राजीव मोहन सिंह, महासचिव हरविंदर कंवर, वरिष्ठ उपप्रधान निहाल कंवर, महेंद्र चौहान, कृष्ण ठाकुर, सलाहकार हरनाम धर्मा, कोषाध्यक्ष अमर सिंह, प्रेस सचिव जितेंद्र ठाकुर एवं राकेश कटवाल, महिला इकाई की अध्यक्ष सुलोचना चौहान, महासचिव साधना एवं वरिष्ठ उपप्रधान प्रगति चौहान ने इसका विरोध करते हुए कहा कि सीधी भर्ती के लिए 45 वर्ष आयु की शर्त लगाकर उन वरिष्ठ स्नातक अध्यापकों को बाहर कर दिया गया है, जो 25 वर्ष का सेवाकाल पूर्ण करने के बाद भी पदोन्नत नहीं हुए हैं। सीधी भर्ती प्रक्रिया से निजी स्कूलों के शिक्षक, जो पूर्व में किसी भी छंटनी परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हुए हैं, उन्हें भी मुख्याध्यापक बनने के दरवाजे खोल दिए हैं।
News : Amar Ujala (28.11.11)शिमला इकाई के अध्यक्ष लाल चंद चंदेल, कार्यकारी अध्यक्ष राजीव मोहन सिंह, महासचिव हरविंदर कंवर, वरिष्ठ उपप्रधान निहाल कंवर, महेंद्र चौहान, कृष्ण ठाकुर, सलाहकार हरनाम धर्मा, कोषाध्यक्ष अमर सिंह, प्रेस सचिव जितेंद्र ठाकुर एवं राकेश कटवाल, महिला इकाई की अध्यक्ष सुलोचना चौहान, महासचिव साधना एवं वरिष्ठ उपप्रधान प्रगति चौहान ने इसका विरोध करते हुए कहा कि सीधी भर्ती के लिए 45 वर्ष आयु की शर्त लगाकर उन वरिष्ठ स्नातक अध्यापकों को बाहर कर दिया गया है, जो 25 वर्ष का सेवाकाल पूर्ण करने के बाद भी पदोन्नत नहीं हुए हैं। सीधी भर्ती प्रक्रिया से निजी स्कूलों के शिक्षक, जो पूर्व में किसी भी छंटनी परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हुए हैं, उन्हें भी मुख्याध्यापक बनने के दरवाजे खोल दिए हैं।