अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच की मांग
आगरा, जागरण संवाददाता: बीटीसी 2004 बैच की नियुक्तियों की तर्ज पर अब वर्ष 2011 के चयन में भी फर्जीवाड़े की आशंका जताई जा रही है। देहात क्षेत्र के कुछ अभ्यर्थियों ने दूसरे युवाओं के द्वारा लगाए गए बाहरी अंकपत्र और प्रमाणपत्रों की जांच की मांग उठाई है।
गौरतलब है कि बीटीसी चयन में इस बार सैकड़ों अभ्यर्थियों ने आवेदनपत्रों में गुरुकुल विद्यालय, दिल्ली बोर्ड आदि बाहरी संस्थाओं की बनी अंकतालिकाएं और प्रमाणपत्र जमा किए हैं। इसमें छात्रों के अंक यूपी बोर्ड के द्वारा दिए गए प्राप्तांकों से काफी ज्यादा हैं। लिहाजा मेरिट सूची में ऐसे करीब 250 अभ्यर्थियों ने वरीयता हासिल की है।
शनिवार को कई अभ्यर्थियों ने इन अंकतालिकाओं और प्रमाणपत्रों पर सवाल उठाए। साथ ही शिक्षा विभाग से जांच की मांग की। अभ्यर्थी नरेश सिंह ने कहा कि मथुरा, दिल्ली से फर्जी तरीके से मार्कशीट बनवाकर लाभ पाने की कोशिश की जा रही है। सूत्रों की मानें तो काउंसलिंग के दौरान इन बोर्डो से बनी कई अभ्यर्थियों की हाईस्कूल और इंटर की अंकतालिकाएं नई प्रतीत होने पर शिक्षकों को भी फर्जीवाड़े की आशंका प्रतीत हुई है। उन्होंने इसकी शिकायत डायट प्राचार्या से भी की है।
प्राचार्या नीना कटियार ने बताया कि चयन के बाद अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच कराई जाएगी। अगर कोई फर्जीवाड़े में शामिल पाया जाता है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी।
News : Jagran (26.11.11)