क्या आम आदमी पार्टी ने ऐसे लोगो को चुना है जा आम आदमी का मतलब नहीं जानते -
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राखी बिड़लान ने बड़ी लाइन देखकर बिना लाइन में लगे वोट डाला, पोलिंग बूथ पर बड़ा हंगामा
News Sabhaar : dainiksaveratimes.com (10.04.2014)
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सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
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दोस्तोँ ,
ReplyDeleteजब तक मैं जिंदा हूँ पोस्ट करता रहुँगा
करता ही रहुँगा !
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और अगर जिस दिन मेरी पोस्ट न आए ,
तो आप लोग ये समझ लेना कि. . . . . . .
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अगले दिन करूँगा यार. . . .
आप लोग तो बेवजह परेशान/ खुश होने लगते हैं !
चाँदनी मेँ क्यूँ सूरज की तरह किनारा करती हो ।
ReplyDeleteजहाँ रखती हो कदम
जमीँ पे सितारा करती हो ।
करीब होना तेरी- मेरी तकदीर मेँ लिखा ना सही ।
दिल तो पागल है-
दिलको मारा-2 करती हो ॥
lo,
ReplyDeletemai fir vishesh samay per aa gaya. suna hai ki laaton ke bhoot baaton se nahee mante.s c ke order se ye nirvivad rup se clear hai ki akal less sarkar ne bina vajah bharti ko latka kar tet berojgaron ka kitna jaan va maal ka nuksaan kiya hai. inhon ne pratyek berojgaron ka vetan ke roop me 3.5 laakh rs. saalaana yaani ab tak dhayee (2.5) saal se byaaj sahit 1000000 (das lakh) ka nuksaan kiya hai yaani 72825 sikshakon ka
72825 into 1000000 =72825000000 (bahattar arab) rupee ka nuksaan, plus 350 karor yanee 3.5 arab rupees form bharne ke kul lagbhag 75 arab rupees ka nuksaan gareeb berojgaron ka kya hai.uprokt lagbhag 72 arab ka 65 percent kendra sarkaar deti jo ki sabhi teachers uttar pradesh me
hee kharch karte .jisase apne pradesh ka vikaas hota aur bank maala maal rahte kintu ye akal less aur mulla yamraaj milkar uttar pradesh ke vikaas ko gart me kar diye jiska hame inka dugna nuksaan karke aur vote ka nuksaan karke pura karna hai vo kaise. 1. inke ghar ke bhai bhateeje larke patni bahu kul mila kar beeson log arabon rupaye sansad va vidhayak nidhi ke rup me dakar jate hain jo ki gareebon ki mehanat ke tax hain inko chunav me hara kar sabak sikhaana hai . 2.inke maai baap
vote bank hain inhe inke vote bank per chot kar ke inka arbo rupye ka
garit bigaar kar anya jeetane vale candidete ko vote de va apne gher ke kareeb 10 logon ke vote va sthiyon ke vote inke pratidvandiyon ko dilva ker inhen haryen. 3.har din ek vigyapti pratyek jile se ya samoohik rup me lucknow se pradershan kerke meadia ke samne poocchen ki sc.dvara diye gaye adesh ke anusaar aaz 70, 69, 68, 67, 65, aadi din shesh bache hain sarkar kab bharti shuru karegee. is prakar ki vigyapti sabhi akhbaar va shashan ko vitarit kare jisase sarkaar dabav me aaye aur samaaj va gadhank dhaariyon ko sachayee ka ahsaas ho aur inka gussa ubaal khaye tatha chunav me inko arthee ke liye 4 sansad se jyaada na naseeb hone paye . isliye aakhree dam tak sangharsh jaree rakhen soyen kadapi na. Mukhtar ambedkarnagar.
मुझे कुछ नही कहना ।कहेगे तो आप कमेन्ट में।
ReplyDeleteवोट जरुर दीजिए,बदला लेने का मौका हर
किसी को नही मिलता।
ये नोटिस लगवाया है सचिव साहव ने।
ReplyDelete72,825>>>>>>
समश्या सभी के लिए है।
परेशान भी सभी है।
हम जॉब के लिए,
सरकार वोट के लिए,
सचिव जेल के लिए....
बहुत सवाल हैं जो करना चाहता हूँ अक्सर ।
ReplyDeleteबस नहीं जानता अपने से करूँ या अपनों से ॥
पत्नी के साथ बहस करना ऐसा हुआ जैसे...
ReplyDelete.
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आप कोई सॉफ्टवेयर लाइसेंस पढ़ रहे हों।
आखिर में आप कुछ भी सुने-समझे बिना 'आई अग्री' ही कहेंगे!
WooOoow... Umashankar ji aapke comments wakai tarif ke kabil hai .... Allrounder hain aap ...
Deleteविशवास नही होता मुलायम सिंह उसी यादव
ReplyDeleteजाति से ही जो भगवान कृष्ण की जाती हैं
भगवान कृष्ण ने तो द्रोपती की अस्मत बचाई
थी
और ये साहब महिलाओं की अस्मत लुटने
को आतुर है
वाह भई वाह।
1 भारत की सबसे ऊँची चोटी –
ReplyDeletek-2 गाँडविन
आस्टिन, हिमालय
की पर्वतमाला की श्रंखला जो जम्मू
कश्मीर
मे हैं। इसका प्राचीन नाम –
कृष्णागिरि था।
2 मनुष्य का प्राचीन नाम –
होमोसेपियंस
3 हाथी का प्राचीन नाम – मैथम
4 भारत का प्राचीन नाम –
जम्बोद्वीप
(चारों ओर पानी से घिरा किन्तु
अब तीन ओर
से घिरा है)
5 नीलगिरि का पहाडियां –
तमिलनाडु
6 नीले पर्वत – तमिलनाडु
7 काले पर्वत – भूटान
8 गोरे पर्व त – अमेरिका
9 पीले पर्वत – अमेरिका
10 भारत में सबसे लम्बे पठार – ढक्कन
का पठार
11 भारत में सबसे लम्बे पठार
की ऊँची चोटी का नाम –
अनाईमुड़ी (केरल में)
12 विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत –
हिमालय
13 विश्व की सबसे ऊँची चोटी –
माउंट
एवर्रेस्ट (नेपाल)
14 हिमालय पर्वत फैला है – पाँच
देशों में
15 विश्व का सबसे लम्बा पर्वत –
एण्डीज
पर्वत (दक्षिणी अमेरिका)
16 एटलस पर्वत – अफ्रीका
17 आल्पस पर्वत – यूरोप में
18 नंगा पर्वत –
एशिया पाकिस्तान
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तू संग हो मेरे ये जरुरी भी नहीं ,
बस तेरे खयालो में जिन्दा रहूँ, इतना काफी है.
The Day You Broke My Heart..,
ReplyDeleteWill Be The Day That I Will Never Forget.
I Re-Read Our Old Text Messages Repeatedly,
Just To Reminisce On The Good Times We Had.
We Were Two People Of The Same Kind,
And What We Shared Was Beautiful..,
Now All I Got Is Memories
And A Heart Full Of Pain.
एक पत्नी रात को देरी से घर आयी.
ReplyDeleteजैसे ही अपने बेडरूम में पहुंची तो उसने देखा
कि बेड पर कम्बल के नीचे दो के बजाय चार पैर हैं
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उसने बिना कुछ सोचे समझे बेसबॉल बैट लाया
और कम्बल पर जोर जोर से मारने लगी!
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ऐसा करने के बाद वह किचन में गयी और
पानी पीने लगी जैसे ही वह डाइनिंग टेबल की तरफ
मुड़ी उसने देखा उसका पति वहां मैगजीन पढ़ रहा है!
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पति: हाय डार्लिंग!! ....तुम्हारे मम्मी पापा आये हैं
और वे सफ़र करके काफी थक गए थे..
इसलिए मैंने उन्हें हमारे बेडरूम में आराम करने भेज दिया!
Ha..ha
Delete.ha..ha..ha.......
वोट दो और
ReplyDeleteरेप करो।
हम रेप के कानून में बदलाव करके
फांसी की सजा हटायेंगे।
रेप करने वाले हमारे बच्चे हैं, बच्चों से
गलती हो ही जाती है।
- मुलायम सिंह मुरादाबाद की सभा में।
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"Go for Someone who is not only PROUD to have YOU..
But..,
Will take every risk just to BE WITH YOU..."
मुलायम जी चलिए मान लेते हैं कि रेप के मामले में लड़को से गलती हो जाती हैं
ReplyDeleteलेकिन सोचिये अगर यही गलती कोई लड़का आपकी बहू डिंपल के साथ कर दे तो आप क्या करेंगे ???
कही उस लड़के को बेहतर परफारमेंस के लिए अवार्ड तो नहीं ना दिलवाएंगे ??
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I want 2 be surrounded by U always, day & night.
URs hugs bring strength unknown.
Ur smiles bring sunshine 2 brighten my mood
U r voice tells tales 2 sooth my restless soul
U r whisper says I love U never let me go.
baSiC siksha vibhag ke dono sachiv sanjay sinha aur niteshwar kumar se jb tet morcha ke pradesh adhyax ganesh dixit g ne is sambandh me kal bat ki thi to unhone unhe btaya ki unki taiyari puri hai..2 bar c.m se is sambandh me briefing v ho chuki hai par c.m se avi hari jhandi nai mili hai..c.m se hari jhandi milte hi basik vibhag g.o jari kar dega..aur jald se jald bharti sesh bache din (s.c ke order anusar) puri kar degi..thanx ,jai mata di, jai tet merit
ReplyDeleteउ प्र की लोकसभा सीटोँ का वोटिँग
ReplyDeleteप्रतिशत --
गाजियाबाद 60.20%.
सहारनपुर 73%.
गौतमबुद्ध नगर 58.83 %.
अलीगढ 60.4%.
मेरठ 63.15%.
कैराना 70.85%.
बुलँद शहर 59.36%.
बागपत 65.60%.
मुजफ्फर नगर 67.78%.
बिजनौर 65.38%.
रेप पर बोले मुलायमः लड़के हैं, गलती हो जाती है
ReplyDeleteमुलायम सिंह यादव ने वादा किया कि वह सत्ता में आए तो ऐसा कानून हटाएंगे जो रेपिस्टों को फांसी की सजा देता है।
उन्होंने कहा, 'रेप में फांसी की सजा सही नहीं है, लड़के हैं...गलती हो जाती है
सब नियति का खेल है,,,, एक चाय वाला आज देश के प्रधानमन्त्री की कुर्सी के इतना नजदीक ना खड़ा होता अगर उसने सालों पहले एक ऐसी महिला को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए ना छोड़ दिया होता जो इतनी असाधारण है कि आज भी उस शख्श को ऊँचाइयों पर पहुँचते देखकर प्रसन्न है जिसकी वजह से उसकी जिंदगी हमेशा-हमेशा के लिए सूनी हो गई ,,, आज नरेन्द्र मोदी ने यशोदबेन को अपनी पत्नी का दर्जा देकर सालों पूर्व किये एक अपराध को स्वीकार करने की हिम्मत जुटाई है जिसके लिए वो बधाई के पात्र हैं ,,,, उम्मीद है कि श्रीमती यशोदबेन मोदी शपथ ग्रहण में भाग लेने के बाद अगले पाँच वर्ष प्रधानमन्त्री आवास में व्ययतीत करेंगी.....
ReplyDeleteपत्नी के बारे में बताना भी इसलिए पड़ा कि सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बैंच ने रिसर्जेंट इंडिया बनाम चुनाव आयोग केस WRIT PETITION (CIVIL) NO. 121 OF 2008 में 13 सितंबर, 2013 को साफ फैसला सुना दिया कि चुनाव एफिडेविट में कॉलम खाली नहीं छोड़ सकते. नामांकन रद्द हो जाएगा. यह फैसला न होता तो इस बार भी खाली कॉलम से काम चलाया जाता.
ReplyDeleteअंतरात्मा ही नहीं जगी है. मजबूरी भी थी.
(vi) The candidate must take the minimum effort to explicitly remark as ‘NIL’ or ‘Not Applicable’ or ‘Not known’ in the columns and not to leave the particulars blank.
ReplyDelete(vii) Filing of affidavit with blanks will be directly hit by Section 125A(i) of the RP Act However, as the nomination paper itself is rejected by the Returning Officer, we find no reason why the candidate must be again penalized for the same act by prosecuting him/her.
28) The Writ Petition is disposed of with the above directions.
……….…………………………CJI.
(P. SATHASIVAM)
………….…………………………J.
(RANJANA PRAKASH DESAI)
………….…………………………J.
(RANJAN GOGOI)
NEW DELHI;
SEPTEMBER 13, 2013.
-----------------------
'' ऐ काश फ़िज़ा ऐसी मेरे हिन्दुस्तान की भी हो, कि मंदिर जले अगर तो रंज मुसलमान को भी हो.... मिट्टी में न मिल पाए मस्जिद की आबरू, ये फिक्र मंदिर के हर निगहबान को भी हो....''
ReplyDeleteठीक है भाई ठीक है .... कोई लहर नहीं है ... बस अगर 300 सीटें बिना लहर के आ जाये तो हमने कौन सा लहर का अचार डालना है .... हाहाहाहा
ReplyDeleteबेसिक शिक्षा सचिव के नोटिस-बोर्ड़ से,,,,,
ReplyDelete.
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प्रशासन की तरफ़ से सारे काम पूरे।
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देर है तो अक्की जी की चुप्पी टूटने की।
*§*Tet Merit All The Best*§*
ReplyDeleteGood Morning My dear tet merit supporters.
waise to diet ready hai,cnclng ke liye par govt ki hari jhandi nai mil rai.karan yahi hai govt tet merit pe bharti nai chahti.wo Review karne ke bad bhi final order ke khilaf review jarur karegi.mujhe ab lagne laga hai govt pahle recall fir final order pe review jarur karegi.dosto kamar kas lijiye abhi ek aur ladai baki hai.ishwar se yahi prarthana hai govt ko sadbuddi de.
Is review ya recall se bharti late to ho sakti hai.par hogi to tet merit se.
be cnfdnt.we are always winner.
jai tet merit.
हम कभी भर्ती सपोर्टर नही रहे । हमने कभी वेटेज पर सहमति नही दी बल्कि जोरदार तरीके से विरोध किया । हम कभी भी अपनी जीत के प्रति सशंकित नही रहे । हमने कभी हिम्मत नही हारी । नए विज्ञापन से हमे न कभी कोई उम्मीद नही रखी और अधिकांश सदस्यों ने उसे देखना तक उचित नही समझा । निराशा को दिल मे ही नही ग्रुप मे भी नही आने दिया । आज हम सब देश की सर्वोच्च अदालत से विजयी घोषित हो चुके है ।
ReplyDeleteऔर रही बात नियुक्ति की तो वह यही सरकार देगी मई मे दे या जुलाई मे रोकर दे या हँसकर इसकी चिंता आपको नही शिक्षा विभाग के अधिकारियों को होनी चाहिए । ग्रुप के सभी सदस्यों का इस मुहिम मे सहयोग के लिए हार्दिक आभार ! साधुवाद !
ReplyDeleteकभी आप लोग घर से बाहर जाकर राजनीति की जमीनी हकीकत को समझो ,,,फिलहाल लोकसभा चुनाव समाप्त होने तक टेट मामले में अखबारबाजी के सिवाय और कुछ नहीं होने वाला ॥
ReplyDeleteआज टेट संघर्ष मोर्चे की अंतिम मीटिंग होगी जिसमे मोर्चे के संघर्ष समापन की औपचारिक घोषणा कर दी जायेगी क्योंकि संघर्ष की सारी वजहें 25 को SC द्वारा हमारी भर्ती को अपने संरक्षण में कराये जाने के संकल्प के साथ ही समाप्त हो गयी थीं ,,,जुलाई में joining होगी ....15 अगस्त 2014 को झंडा फहराना है ना ?
ReplyDeleteहमारे सभी मित्र इसबार सिर्फ और सिर्फ बीजेपी को ही वोट दें .....देश को मजबूत सरकार चाहिए ,मजबूर और नौटंकीबाज सरकार नहीं .....इसलिए अब जहाँ -जहाँ वोटिंग होगी वहां-वहां के मित्र सबसे पहले अपने परिवार ,सभी मित्रों और रिश्तेदारों के साथ वोट देने जाये उसके बाद ही कोई कार्य करे .....आपका एक-एक वोट इसबार देश का भविष्य तय करेगा ......इसलिए अबकी बार,मोदी सरकार
ReplyDeleteताजमहल पर 3
ReplyDeleteदोस्तों की कविता ..
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कुंवारा--
तकदीर है मगर किस्मत
नही खुलती,
ताज महल बनाना चाहता हु , मगर
मुमताज़ नही मिलती .
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आशिक --
तकदीर है मगर किस्मत
नही खुलती, मुमताज़ मिल गई है ,
मगर शादी नही करती ....
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शादीशुदा --
तकदीर है मगर किस्मत
नही खुलती,
ताजमहल बनाना चाहता हु, मगर कमबख्त है कि
मुमताज़ मरती ही नही !!
मरती ही नही !!
एक हजार से भी अधिक कारण है जो मोदी जी को वोट देने के लिए विवश करते हैं
ReplyDeleteपर मेरी लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण गौ-माता की रक्षा हैं, गौ-रक्षा के विषय में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी कभी कुछ नहीं बोलती हैं, वास्तव में कांग्रेस और आप पार्टी गौ-माता के हत्यारों का पक्ष लेती हैं, इनसे कोई भी आशा करना स्वयं के साथ विश्वासघात करने के तुल्य है,
गौ-भक्तों की यही पुकार
अबकी बार मोदी सरकार
mai aap logo ko ek maje ki baat batata hoon gov ki band bajne wali hai...gov jaise sc me tet record na hone ka bahana karegi....aur kahegi..record police k pass hai...dhandhali hui thee....bhaio agar sc me hamare advocate sc k samne ense pooch lea ...jab aap nay vigyapan se bharti kar rahe the aur uski counselling bhee kar dali...vbtc walo ki bharti kar joining de dali...tab dhandhali nahi hue thee kya...jab tet ka record police k pass hai to joining aur counselling k wakt candidate k tet record ka milan kar joining kaise de di...aaj hc aur sc ne tet merit kar dea to enk pass record nahi hai ...kya jawab denge...gov wale...jail pakki hai...wait kare. ab to koi bahana chal hi nahi sakta ..sc enki chaal ab aachi tarah samajh jaigi...
ReplyDeletemai aap logo ko ek maje ki baat batata hoon gov ki band bajne wali hai...gov jaise sc me tet record na hone ka bahana karegi....aur kahegi..record police k pass hai...dhandhali hui thee....bhaio agar sc me hamare advocate sc k samne ense pooch lea ...jab aap nay vigyapan se bharti kar rahe the aur uski counselling bhee kar dali...vbtc walo ki bharti kar joining de dali...tab dhandhali nahi hue thee kya...jab tet ka record police k pass hai to joining aur counselling k wakt candidate k tet record ka milan kar joining kaise de di...aaj hc aur sc ne tet merit kar dea to enk pass record nahi hai ...kya jawab denge...gov wale...jail pakki hai...wait kare. ab to koi bahana chal hi nahi sakta ..sc enki chaal ab aachi tarah samajh jaigi...
ReplyDeletemai aap logo ko ek maje ki baat batata hoon gov ki band bajne wali hai...gov jaise sc me tet record na hone ka bahana karegi....aur kahegi..record police k pass hai...dhandhali hui thee....bhaio agar sc me hamare advocate sc k samne ense pooch lea ...jab aap nay vigyapan se bharti kar rahe the aur uski counselling bhee kar dali...vbtc walo ki bharti kar joining de dali...tab dhandhali nahi hue thee kya...jab tet ka record police k pass hai to joining aur counselling k wakt candidate k tet record ka milan kar joining kaise de di...aaj hc aur sc ne tet merit kar dea to enk pass record nahi hai ...kya jawab denge...gov wale...jail pakki hai...wait kare. ab to koi bahana chal hi nahi sakta ..sc enki chaal ab aachi tarah samajh jaigi...
ReplyDeleteनेता जी कभी तो अपने प्रदेश की चिंता कर लिया कीजिये| आप तो हर वक्त कानून तोड़ने वालो के बारे मे ही सोचते रहते हैं| पहले नक़ल अध्यादेश फिर आतंकवादियों की रिहाई और रेप केस पर वयान|
ReplyDeleteआज के दिन कुते भी तो खुश बहुत होंगे.
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क्योकि कोई रेप समर्थक उनका नेता नहीं हैं|
जो उनको अब मिल गया है ॥
धन्यवाद धरती शत्रु जी !
रेप पर नेताजी का ताजा वयान उनकी हताशा का परिचायक ही हैं|अपनी आवस्यम्भावी हारको देखते हुये जीत की आश में किसी भी स्तर तक निचे गिर सकते हैं|
ReplyDeleteSapa sarkar sabse bekar sarkar h. Sapa mukhiya ko n pradesh ke vikas ki parwah h , n tet merit rakhne wale berojgaron ke bhavisya ki chinta h , n is bat ki koi chinta h ki hamare naunihal bachchon ko yogya aur anubhavi teachers siksha den. N nariyon ke samman ki parwh h. Inko agar parwah h to sirf VOTE aur KURSI ki parwah h jise liye ye kisi ka bhi bhavisya danw pr lagane ko taiyar rahte h. Apna kam banta aur bhad me jaye janta. Samast sathiyon is bar modi ko lana h aur desh ka vikas karana h.
ReplyDeleteMere priye tet sathiyo ♡se kaha raha hu is bar sabhi ko baddla lene ka mauka hai. Bar bar nahi ata aisa mauka .is sarkar ko dikhana hai ekta ki sakti.all the best.
ReplyDeleteUma Shankar ji aapne achha yaad dilaya aaj hi ki news hai padh k bahut gussa aaya man kiya bolne wale ka muh noch le... inse kaho beti paida kro fir usko ordinary life jine ko do fir Pta chalega ki hm logo ko kitni pareshani jhelni pdti hai... ldkiyo se anurodh hai AGR safe bhavishya chahiye to plz inko mja chakhaye aur apne sath ek knife jarur rkhe kyunki jaha PR pagal kutto ka sanrakshan hota hai Jo kisi ko bhi Kate aur unki galati manke unko maaf kr diya jaye waha PR right to kill bhi Hona chahiye aur Jo pareshan kre use mar do... izzat se jiyo aur iske liye Jaan bhi leni PDE to woh bhi lelo.
ReplyDeleteHad ho gyi Maine suna tha yeh bhi teacher the well ek teacher ko apni Maryada me rehna chahiye jiski zban pe lagam ni won anpadh kehlata hai
ReplyDeleteAGR yeh bharti na hui tb sbhi school bhro aandolan krna aur pas k school me ja kr school time pdhate hai hm qualified hai jb vacancy khali hai to hm berojgaro ka jivan kyu jiye...
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मुस्कुरा के देखो तो सारा जहाँ रंगीन है।
वर्ना भीगी पलकों से तो आईना भी धुंधला दिखता है।।
जब मोदी पर कुशाशन,भ्रस्टाचार,घोटाले, विकाश पर नहीं घेर सके तो ले दे कर उनका परिवारिक जीवन मिला हैं| आज देश के सारे नेता विकास की बात छोड केवल विनाश की बात कर रहे है| अरे अपने अगल-बगल झाककर देखो हर गाँव में ऐसे एक दो मामलें मिल जाया करते है| जशोदा बेन मोदी केलिए व्रत रख रही हैं| भगवान से उनकेलिए PM पद मांगने के लिए चार धाम कि यात्रा पर गयी हैं| फिर दुसरे लोग उल्टिया कर कर के गन्दगी क्यों फैला रहे हैं|
ReplyDeleteगुजरात में नरेन्द्र मोदी ने विकास नहीं किया यह बात सिर्फ कांग्रेस और कांग्रेस के दलाल अरविंद केजरीवाल को ही मालूम है। गुजरात में जब चुनाव होता है तो वहाँ मंगल ग्रह के लोग आकर वोट डालते हैं।
ReplyDeleteबेचारे गुजरातियों का दर्द कोई नहीं समझ पाता।
ReplyDeleteमैं बनारस की जनता से अनुरोध करूँगा केजरीवाल अगर आपके दरवाजे पर आकर गुजरात के विकास को लेकर झूठ बोलता है तो उससे एक ही सवाल कीजिएगा कि गुजराती क्यों हर बार मोदी जी को ही मुख्यमंत्री चुनते हैं? गलती एक बार हो सकती है दो बार नही हो सकती है ।
लेकिन क्या हर बार गुजरात की जनता मोदी जी को दो तिहाई बहुमत से विधानसभा में भेज कर गलती करती है?
ReplyDeleteऔर अगर केजरीवाल फिर कुछ बोले तो घर में रखा झाड़ू लाना और इसके पिछवाड़े पर मारकर भगा देना। भगोड़ा बहुत तेज भागेगा।
ReplyDeleteइस भगोड़े को पूरा यकीन था कि दिल्ली में अब बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता तो भोले भाले बनारसियो को ठगने बनारस आ गया।
क्या समाजवाद का झूठा चोला धारण किये हुए इस बेहुदी सरकार के बेमर्यादित बयान को सुनकर, उसके चरित्र की वास्तविकता से परिचित होते हुए, हमारे घर-परिवार, समाज, प्रदेश, राष्ट्र; की माँ, बहिन,बहु, बेटियाँ सुरक्षित हैँ ?
ReplyDeleteयदि नहीँ तब मैँ अपनी मताओँ एव बहिनोँ से यह विशेष अनुरोध करता हूँ कि समाजवादी पार्टी के विरोध मेँ आप अधिक से अधिक मत देँ तथा आसपास की महिलाओँ को भी इस पार्टी के चरित्र से अवगत कराएँ ।
क्या लोकसभा चुनावो के बाद रेप समर्थक नेता की इतनी हैसियत हो जाएगी की केंद्रीय कानून को बदल सके|
ReplyDeleteRGC - bharti old add se hi ho paayegi
ReplyDeleteBasic ke officers - bharti old add se hi ho paayegi
Supreem court - bharti old add se hi ho paayegi
Scert officers - bharti old add se hi ho paayegi
Akhilesh yadav - main bhi dekhu kaise hogi
yaha kewal ek hi bandaa hai jo iske virodh me hai...wo bandaa na mantri ki sunta na adhikari ki na court ki....... usko apni position par ghamand hai ghamand hai 224 MLA par ....uska ye ghamand 2014 lok sabha chunaav me tutane waala hai aur ye baat sab jaante hain ...to bhai logo apne ko niraas mat hone do aur iske ghamand ko tutane ka wait karo.....bhartito ab honi hai.....bas 17 may ke newspaper padhne ke baad jab satta ka nasha utarega to dikhega ki berojgaaro ke maa baap ke ansuo ki keemat kya hoti hai.....
proud to be a teacher (ban chuke ho bas school milna hai)
proud to be a tetian
proud to be an indian
hum wo chiraag nahi jo hawaao se bujh jaaye
hum wo shole hain jo andhiyo me aur dahkte hain.
Department ne chaspa kiya notice-
ReplyDeleteJO KARNA HAI GOVERMENT KO USNE APNA
KAAM PURA KIYA
माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ७२,८२५
प्रशिक्षु शिक्षकों के सम्बंध में दिनांक
२५.०३.२०१४ को पारित आदेश के परिप्रेक्ष्य में
अग्रिम कार्यवाही शासन द्वारा दिये गये निर्देश
के क्रम में की जानी है। ऐसी स्थिति में कार्यालय
में अनावश्यक पूछताछ न करें। इस सम्बन्ध में आवश्यक
सूचना समाचार पत्रों के माध्यम से उपलब्ध
करायी जायेगी।
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आज्ञा से
सचिव,
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद
इलाहाबाद
गैर मर्द से सहमति या असहमति से यौन संबंध बनाने वाली हर महिला को फाँसी बलात्कारी को एडवांस बलात्कारी भत्ता ! आम नागरिको को जेल आतंकवादियों को आजादी ! ऐसा करने वाले पाएँगे देश की सत्ता ? क्या यही है विकास ? हमारा समाजवाद ? क्या ऐसे बयान देने वालों को नियंत्रित करने के लिए चुनाव आयोग के पास कानून नही ? क्या ऐसे लोग समाज और देश की राजनीति के लिए कलँक नही ? क्या हमे इनके भाग्य का फैसला करने का अधिकार और समझ नही ? अपना और इनका फैसला कीजिए । देश और समाज को बचाने के लिए वोट दीजिए ।
ReplyDeleteउम्मीद,
ReplyDeleteवर्षों से दहलीज़ पर खडी वो मुस्कान है,
जो हमारे कानों में धीरे से कहती है;
“अब सब कुछ अच्छा ही होगा”…
report from mathura DIET:
ReplyDeletetotal forms aye the : 12024
dd vapas hue:89
scert ka adesh aa chuka hai vahan bhi aur unhone apne records ki CD unhe uplabdh bhi kara di hai aur agey SCERT ko poora byora bhi diya jaa raha hai
source : Himanshu Rawat , office superviser
DIET - vice principal : bhoori singh
(pilibheet mein bhi kaam poora ho chuka )
बम्पर वोटिंग का मुख्य कारण सत्ता विरोधी लहर होता है न कि अचानक से देश के नागरिको मे अपने कर्तव्य का बोध हो जाना होता है जैसा कि पिछले युपी के विधान सभा चुनाव मे देखने को मिला सत्तारूढ़ दल के प्रति लोगो मे व्यापक जन आक्रोश व्याप्त हो गया था जिसके परिणाम स्वरूप सपा के पच्छ मे बम्पर वोटिंग हुई वर्तमान मे फिर वही परिस्थिति जनता के सामने आन खडी़ हुई है जनता मे एक बार फिर से सत्तारूढ़ दल के प्रति व्यापक जन आक्रोश व्याप्त हो गया है इसी कारण से जनता इस बार के चुनाव मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है ताकि सत्तारूढ़ दल को सबक सिखाया जा सके....
ReplyDeleteवाराणसी के मुस्लिमो ने मोदी को क्लीनचिट देते हुए नरेंद्र मोदी विरोधियो से कुछ सवाल पूछे हैं :-
ReplyDeleteअगर मोदी ने दंगा भड़काया तो क्यों बचाया 6000 हज यात्रियों को ??
तमाम लोगों को यह तथ्य नहीं मालूम है कि 27 फरवरी 2002 को दंगे भड़के और उसके ठीक दो दिन बाद हज करके लौटे करीब 6000 मुसलमान अलग-अलग जत्थों में अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरे। एयरपोर्ट से बाहर निकलते, तो जान से हाथ धोना पड़ जाता, लिहाजा उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया और सीधी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी गई और पूछा गया कि क्या किया जाये। मोदी ने पुलिस की एक विशेष टीम को निर्देश दिये और कहा, "सभी 6000 मुसलमान भाई सुरक्षित अपने घर तक पहुंचने चाहिये, अगर एक की भी जान गई, तो आप नौकरी पर वापस मत आइयेगा।" मोदी की इस विशेष टीम ने सेना के सहयोग से सभी को गुजरात के अलग-अलग शहरों, कस्बों में स्थित उनके घर तक पहुंचाया।
अगर मुसलमानों को मारना चाहते थे मोदी, तो उनसे छह गुनी संख्या में हिन्दुओं को क्यों गिरफ्तार किया गया ????????????????????????
गोधरा स्टेशन पर ट्रेन में आगजनी के बाद फैले दंगों के पहले 72 घंटों में गुजरात पुलिस की ओर से 103,559 राउंड गोलियां चलायी गईं। ये गोलियां किसी हिन्दू या मुसलमान पर नहीं चलायी जा रही थीं, ये गोलियां दंगाईयों पर चलायी जा रही थीं। दंगों के दौरान गुजरात पुलिस ने 10,861 मुसलमानों को गिरफ्तार किया और उनसे कहीं अधिक 66,268 हिन्दुओं को।
दिग्विजय सिंह ने क्यों नहीं भेजी पुलिस ?????????????
ReplyDelete2002 में दंगे भड़कते ही नरेंद्र मोदी को आभास हो गया कि स्थिति अनियंत्रित हो सकती है। उन्होंने तुरंत पड़ोसी राज्यों को फैक्स भेजे, और पुलिस फोर्स की डिमांड की, क्योंकि सेना के पहुंचने में समय लग रहा था। इसे मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की राजनीतिक खुन्नस ही कहेंगे कि उन्होंने मोदी को पुलिस फोर्स देने से साफ इंकार कर दिया।
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मुलायम सिंह को जो वोट देंगे वो अपने घर में अपनी माँ, बहन और बेटी से कभी नज़र मिला पायेंगे?
ReplyDeleteक्या आप ऐसे चरित्रहीन व्यक्ति को वोट देंगे जो वोट के लिए लड़कियों का बलात्कार करने को बोलता है और बलात्कारी को बचाने की बात करता है ??
ReplyDeleteबहुत हुआ नारी पर अत्याचार ,अबकी बार मोदी सरकार
Wife(SMS) :- Hi Baby
ReplyDeleteHusband :- Hii Honey(sending failed)
Wife :- R u there???
Husband :- Yes Yes.... I am here (sending failed).
Wife :- R U ignoring me or what ??
Husband :- Honey I m not... I am trying to reply u (sending failed)
Wife :- Its over.... don't ever talk to me again.
Husband :- Ja mar (Message sent)
Admi Galat nahi hote, haalaat galat hote hai.....
Chalo halaat badlen, Desh ki Sarkaar Badlen.
Abki Baar, Modi Sarkaar!!
गाँव से रोटी, कमाने को आदमी निकलता है..
ReplyDeleteपरदेश में जा कर, पानी के लिए भी तरसता है,
गाँव में पीने को पानी मुफ़्त में मिल जाता है
शहर में पैसे चूका कर भी, प्यासा तडपता है,
# गाँवकी रोटी खाकर, दिल को चैन मिलत्ता है
# शहरमें होटल से भी खाकर, दिल मचलता है,
गाँव में खेतो की तरफ से, सूरज निकलता है
शहर में पता नहीं चलता कब, दिन निकलता है,
गाँव में सभी से हम को प्यार # प्रेममिलता है
शहर में एक दूजे पर हर कोई, गुस्से में बरसता है...
खुद को खराब कहने की
ReplyDeleteहिम्मत नही है...
इसलिए लोग कहते है
कि जमाना खराब है.......
वक़्त कम है, जितना दम है लगा दो !
ReplyDeleteकुछ लोगो को मैं जगाता हूँ, कुछ लोगो को तुम जगा दो !!
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Vote For India
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आपका एक सही वोट देश की दशा और दिशा बदल सकता हैं !
वोट जरुर डालने जाये !!
DOSTO
ReplyDeleteKYA OPTION HAI AKHILESH SARKAR KE PASS
1-SC KE ADESH KO MANE AUR TET MERIT SE BHARTI KARE AUR KIRKIRI SE BACHE
2-REVIEW PETITION WITH IN ONE MONTH OF ORDER OR JUDGEMENT
3-IF REVIEW PERTION DISMISSED THEN CURATIVE REVIEW PETITION
AB YE SAMJHO REVIEW PETITION KYA HAI -REVIEW PETITION ME EK LIKHIT APPLICATION HOGI USI BENCH KE SAMNE JISNE ORDER DIYA HAI .JO KI KHARIJ HOGI NISCHIT
PHIR BHI YADI GOVT CHAHE TO CURATIVE PETITION DAAL SAKTI HAI JISME SC KE TEEN SENIOR JUDGE IS PETION KE DEKHENGE .JISME ES BENCH KE JUDGE BHI HONGE
MAGAR IN SAB KE BEECH EK BAAT OR
ABHI TO ORDER HAI YADI COURT KO GUSSA AA GAYA TO SAARA CLEAR KAR DEGA MATLAB SABHI KE PAISA JALD WAPAS ,DOSIYO KO SAJA ,OR DESICION NISCHIT HI TET MERIT KE PAKSH ME PAKKA HO JAYEGA .AB YE SARKAR KO DEKHNA HAI KYA KARNA HAI.
'खुदा मेहफ़ूज़ रखे मुल्क़ को गन्दी सियासत से...
ReplyDeleteशराबी देवरों के बीच में भौजाई रहती है..'
एक आदमी अपने खेतों में घूम रहा था, ये सोचते हुए की उसकी पत्नी उसके लिए कितनी अच्छी है और वो कितना भाग्यशाली है !!
ReplyDeleteउसने भगवान से पूछा: हे भगवान, तुमने उसे इतना दयालु क्यों बनाया ?
भगवान ने उत्तर दिया: ताकि तुम उसे प्यार कर सको !
उसने फिर पूछा: भगवान तुमने उसे इतना सुंदर क्यों बनाया ?
ताकि तुम उसे प्यार करो सको !
हे भगवान, तुमने उसे इतना अच्छा खाना बनाने वाली क्यों बनाया ?
ताकि तुम उसे प्यार कर सको !
उस आदमी ने थोड़ी देर और सोच कर बोला: हे भगवान, वैसे तो मुझे कोई शिकायत नहीं है पर तुमने उसे इतनी मूर्ख क्यों बनाया?
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ताकि वो भी तुमसे प्यार कर सके !!
लखनऊ अपडेट
ReplyDeleteआज का अपडेट
पुरे युपी सेँ
4 बहनो तथा 46 जिला प्रतिनिधियो ने रणनीत पर चर्चा करते हु
बाकी अपडेट कुछ देर मेँ.....
पश्चिम मे बही बयार,
ReplyDeleteसपा उड़ गई देश के पार,
हाथ दब गया हाथी का भार,
अबकी बार मोदी सरकार|
कुछ एक को छोड़कर कोई भी अपराधी यह सोंचकर अपराध नहीं करता कि वह पकड़ा भी जा सकता है। इसलिए केवल दस साल कैद या फाँसी की सजा से ही डरकर अपराध होना बन्द हो जायेगा, यह सोंचना मात्र एक भूल है।
ReplyDeleteएक बार की बात है , एक नौविवाहित जोड़ा किसी किराए के घर में रहने पहुंचा . अगली सुबह , जब वे नाश्ता कर रहे थे , तभी पत्नी ने खिड़की से देखा कि सामने वाली छत पर कुछ कपड़े फैले हैं , – “ लगता है इन लोगों को कपड़े साफ़ करना भी नहीं आता …ज़रा देखो तो कितने मैले लग रहे हैं ? “
ReplyDeleteपति ने उसकी बात सुनी पर अधिक ध्यान नहीं दिया .
एक -दो दिन बाद फिर उसी जगह कुछ कपड़े फैले थे . पत्नी ने उन्हें देखते ही अपनी बात दोहरा दी ….” कब सीखेंगे ये लोग की कपड़े कैसे साफ़ करते हैं …!!”
पति सुनता रहा पर इस बार भी उसने कुछ नहीं कहा .
पर अब तो ये आये दिन की बात हो गयी , जब भी पत्नी कपडे फैले देखती भला -बुरा कहना शुरू हो जाती .
लगभग एक महीने बाद वे यूँहीं बैठ कर नाश्ता कर रहे थे . पत्नी ने हमेशा की तरह नजरें उठायीं और सामने वाली छत
की तरफ देखा , ” अरे वाह , लगता है इन्हें अकल आ ही गयी …आज तो कपडे बिलकुल साफ़ दिख रहे हैं , ज़रूर किसी ने टोका होगा !”
पति बोल , ” नहीं उन्हें किसी ने नहीं टोका .”
” तुम्हे कैसे पता ?” , पत्नी ने आश्चर्य से पूछा .
” आज मैं सुबह जल्दी उठ गया था और मैंने इस खिड़की पर लगे कांच को बाहर से साफ़ कर दिया , इसलिए तुम्हे कपडे साफ़ नज़र आ रहे हैं . “, पति ने बात पूरी की .
ज़िन्दगी में भी यही बात लागू होती है : बहुत बार हम दूसरों को कैसे देखते हैं ये इस पर निर्भर करता है की हम खुद अन्दर से कितने साफ़ हैं . किसी के बारे में भला-बुरा कहने से पहले अपनी मनोस्थिति देख लेनी चाहिए और खुद से पूछना चाहिए की क्या हम सामने वाले में कुछ बेहतर देखने के लिए तैयार हैं या अभी भी हमारी खिड़की गन्दी है !
1.China मोदी के खिलाफ,
ReplyDelete2. America मोदी के खिलाफ,
3. CIA मोदी के खिलाफ,
4. CBI मोदी के खिलाफ,
5. IB मोदी के खिलाफ,
6. ISI मोदी के खिलाफ,
7. PAK मोदी के खिलाफ,
8. Congress मोदी के खिलाफ,
9. JDU मोदी के खिलाफ,
10. BSP मोदी के खिलाफ,
11. SP मोदी के खिलाफ,
12. CPI मोदी के खिलाफ,
13. CPIM मोदी के खिलाफ,
14. AAP मोदी के खिलाफ,
15. लालू, मालू, भालू, कालू, राहु, कजरी,
मोदी के खिलाफ,
सारे गद्दार मोदी के खिलाफ,
सारे देश द्रोही मोदी के खिलाफ,
→ सिर्फ देशभक्त ही मोदी के साथ!
→ हम और तुम भी मोदी के साथ!
→ और मोदी जी देश के साथ!
सारी कायनात लगी है एक शख्स को झुकाने में.....
खुदा भी सोचता होगा,
जाने किस मिटटी का इस्तेमाल किया मैंने
"मोदी" को बनाने में...
Vote for MODI = Vote for HINDUSTAN.
JARA SOCHO,जो व्यक्ति PM बनने से पहले यदि अमरीका को झुका सकता है,
ReplyDeleteभूखे नंगे देश पाकिस्तान में हडकंप
मचा सकता है, चीन जैसे गद्दार देश के
अखबारों की सुर्खियों में आ सकता है, तो भाई वह भारत को विश्व गुरु बना सकता है यह बात पक्की है!
"देश की जरुरत है मोदी"
ReplyDelete"मैं मुफ्त भोजन दूंगा" - राहुल गांधी.
"मैं मुफ्त पानी दूंगा" - केजरीवाल.
"न तो मैं मुफ्त पानी दूँगा, ना ही मुफ्त भोजन कि बात करूंगा, बल्कि मैं
इतने रोजगार पैदा करूँगा, भारत के युवाओं को इतना सक्षम कर दूंगा, की
मेरे देश का हरेक व्यक्ति स्वाभिमान से
अपना भी पेट भरेगा
और दूसरों की भी
प्यास बुझाएगा"
- नरेंद्र मोदी.
दिक्कत केजरीवाल में नहीं, भारत की जनता में है जो मुफ्त की
ReplyDeleteचीज पाने के लिए
लादेन को भी वोट दे देगी!!!
अगर देश के लिए कुछ करना है तो यह सन्देश 3 लोगो को भेजना है।
बस आपको तो एक कड़ी जोड़नी है देखते
ही देखते पूरा देश जुड़ जायेगा।
अरे जब राखी माँ के करन अर्जुन आ गए तो जी ओ को भी आना ही पड़ेगा ।बस जरा सा राखी माँ जैसा विश्वास व धैर्य तो रखो । उत्तर प्रदेश के शासन मे दुःशासन ,भैंसासन पर आरूढ़ होकर कुशासन जो चला रहा है श्रीकृष्ण की उंगली से चीर (साड़ी ) प्रस्फुटित होने मे कुछ समय तो लगेगा ही ।
ReplyDeleteYe lo ek Aur chor aa gya paswan bhai mai to kahata hu ki sare chor Aur ghotale baj hi politics kar rahe hai ye desh bech denge............. abhi bhi samay hai modi yani bjp ko vote karo aap sabhi ko sankalp hai. Jai. Mata di.
ReplyDeleteहम
ReplyDeleteतो
ख़ुशबू
जैसे
लोग
हैँ,
लेकिन
बस
यही
एक
कमी
है
कि
थोड़ा
बिखरे-बिखरे
से
रहते हैं....
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ReplyDelete!
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सु
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नो
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स
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ज
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नी
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ना तो अब मुस्कुराने को जी चाहता है और ना ही आँसू बहाने को जी चाहता है
आपकी याद में लिखे तो क्या लिखे
बस आपके पास आने को जी चाहता है !
!
ReplyDelete!
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सु
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नो
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स
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ज
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नी
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आप का मुस्कुराना हर रोज़ हो ,
कभी चेहरा कमल तो कभी गुलाब हो |
सौ पल ख़ुशी हज़ार पल मौज हो ,
बस ऐसा ही दिन आपका हर रोज़ हो ||
राजनीतिज्ञ हर जगह एक जैसे हैं,
ReplyDeleteवे लोग वहां पुल बनाने का वादा करते हैं
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जहाँ नदी ही नहीं होती।
Neta j to ak hi the Neta j S. C. Bose lekin S. P. ka mukhiya Mulayam ko kio neta kahte h kia ye neta j ka apman nahi h ?
ReplyDelete^ नारियल की ये प्राचीन बातें जानेंगे तो आप भी मानेंगे ये है चमत्कारी
ReplyDeleteहम सभी जानते हैं पूजन कर्म में नारियल का महत्वपूर्ण स्थान है। किसी भी देवी-देवता की पूजा नारियल के बिना अधूरी ही मानी जाती है। क्या आप जानते हैं नारियल खाने से शारीरिक दुर्बलता एवं भगवान को नारियल चढ़ाने से धन संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
स्त्रियां नहीं फोड़तीं नारियल
यह भी एक तथ्य है कि महिलाएं नारियल नहीं फोड़तीं। नारियल बीज रूप है, इसलिए इसे उत्पादन (प्रजनन) क्षमता से जोड़ा गया है। स्त्रियों बीज रूप से ही शिशु को जन्म देती है और इसलिए नारी के लिए बीज रूपी नारियल को फोड़ना अशुभ माना गया है। देवी-देवताओं को श्रीफल चढ़ाने के बाद पुरुष ही इसे फोड़ते हैं। नारियल से निकले जल से भगवान की प्रतिमाओं का अभिषेक भी किया जाता है।
सौभाग्य का प्रतीक है नारियल
नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है, जब भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर अवतार लिया तो वे अपने साथ तीन चीजें- लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष तथा कामधेनु लाए। इसलिए नारियल के वृक्ष को कल्पवृक्ष भी कहते है। नारियल में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों ही देवताओं का वास माना गया है। श्रीफल भगवान शिव का परम प्रिय फल है। नारियल में बनी तीन आंखों को त्रिनेत्र के रूप में देखा जाता है।
कैलोरी से भरपूर है नारियल
- नारियल की तासीर ठंडी होती है।
- ताजा नारियल कैलोरी से भरपूर होता है। इसमें अनेक पोषक तत्व होते हैं।
- नारियल के कोमल तनों से जो रस निकलता है उसे माड़ी (नीरा) कहते हैं उसे लज्जतदार पेय माना जाता है।
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- सोते समय नारियल पानी पीने से नाड़ी संस्थान को बल मिलता है तथा नींद अच्छी आती है।
ReplyDelete- जिन शिशुओं को दूध नहीं पचता उन्हें दूध के साथ नारियल पानी मिलाकर पिलाना चाहिए।
- शिशु को डि-हाइड्रेशन होने पर नारियल पानी में नीबू का रस मिलाकर पिलाएं। नरियल का पानी हैजे में रामबाण औषधि है।
- नारियल की गिरी (खोपरा) खाने से कामशक्ति बढ़ती है।
- मिश्री के साथ खाने से गर्भवती स्त्री की शारीरिक दुर्बलता दूर होती है तथा बच्चा सुंदर होता है।
- सूखी गिरी खाने से आंख की रोशनी तथा गुर्दों के शक्ति मिलती है।
- पौष, माघ और फाल्गुन माह में नियमित सुबह गिरी के साथ गुड़ खाने से वक्षस्थल में वृद्धि होती है, शारीरिक दुर्बलता दूर होती है।
- इसके पानी में पोटेशियम और क्लोरीन होता है जो मां के दूध के समान होता है।
- नारियल कठिनता से पचने वाला, वातशोधक, विष्टïम्भी, पुष्टिïकारक, बलवर्धक और वात-पित्त व रक्तविकार नाशक होता है।
सम्मान का सूचक है नारियल
श्रीफल शुभ, समृद्धि, सम्मान, उन्नति और सौभाग्य का सूचक है। सम्मान करने के लिए शॉल के साथ श्रीफल भी दिया जाता है। सामाजिक रीति-रिवाजों में भी नारियल भेंट करने की परंपरा है। जैसे बिदाई के समय तिलक कर नारियल और धनराशि भेंट की जाती है। रक्षाबंधन पर बहनें भाइयों को राखी बांध कर नारियल भेंट करती हैं और रक्षा का वचन लेती हैं।
Trick Trick Trick
ReplyDeleteदक्षिण भारत के दर्रे -
trick - गोरा थाली मेँ भोजन परोस
गोरा - गोरान घाट
थाली - थाल घाट
भोजन - भोर घाट
परोस - पाल घाट
शैन
कोटा
घाट
७२८२५ को लेकर शुरू से ही समाजवादियो की सोच नकारात्मक रही है ......इतना कुछ होने के बाद भी ये कहते है की सारा दोष मायावती का था हमलोगों ने क्या किया ?
ReplyDeleteविश्वास करिए ऐसे कुतर्को का कोई जवाब नही है ।लेकिन एक बात समझ में आती है की काश गलत रिपोर्ट बनानेवाले के लिए भी सजा का प्राविधान होता तो उश्मानी जैसी रिपोर्ट किसी की खुशामद में मनगढ़ंत न बनकर वास्तविकता पे आधारीत होती ।
ReplyDeleteएक घटिया रिपोर्ट ने सरकार के राजस्व में ३५० करोड़ रूपये का लाभ पहुचाया और वो भी बेरोजगारों से ।
ReplyDeleteइसके अतिरिक्त राज्य सरकार हमारे खिलाफ केस लड़ी और वो भी जानबुझकर काफी लम्बा और वो भी हमारे पैसे से ही ।जबकि हमे न्याय की लडाई लड़ने में आर्थिक समस्याओ का सामना करना पड़ा।
ReplyDeleteसमझ में नही आता इनकी सजा क्या केवल सत्ताहीन कर देना ही पर्याप्त है यदि हां तो यह लोकतंत्र का स्याह चेहरा है जिसमे आम जनता को कोई राहत नही ।।
पत्नी- तुमने कभी सोचा है कि मेरी शादी किसी और से हो जाती तो क्या होता?
ReplyDeleteपति-नहीं यार मैंने तो कभी किसी का भी
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बुरा तो चाहा ही नहीं!!!
हम तो सनम डुबे तुमको भी ले डुबे यूपी मेँ चुनाव आयोग का अब तक सबसेँ कठोर कायँवाही !
ReplyDeleteवह एक लम्बी यात्रा पर निकला था। चलते चलते-चलते
ReplyDeleteरात हो गई। एक गाँव में उसने एक घर
का दरवाजा खटखटाया।
“कौंन है?” भीतर से आवाज़ आई।
“मैं एक यात्री हूँ” “क्या चाहते हो?”
“रात भर के लिये सिर छुपाने की जगह”
“मिल सकती है। मगर पहले अपना धर्म बताओ?”
धर्म के नाम पर वह चुप रहा।“अगर हि#दू हो तो भीतर
आ जाओ
”वह हि#दू नहीं था। इसलिये आगे बढ़ गया।
उसने अगले घर का दरवाज़ा खटखटाया “कौंन?” “एक
यात्री ”
“क्या चाहते हो?” “रात भर के लिये आश्रय”
“मिल सकता है। मगर पहले अपना मजहब बताओ?”
मजहब के नाम पर वह चुप रहा। “अगर मु#लमान
हो तो भीतर आ जाओ”
मगर वह रुका नहीं। पूरी रात वह हर घर में आश्रय
माँगता रहा।
मगर उसे किसी ने आश्रय नहीं दिया क्योंकि हर घरवाले ने
आश्रय देने से पहले उसका धर्म पूछा।
सुबह लोगों ने गाँव के मुहाने पर एक आदमी को मृत पाया।
उसके पास एक कागज पड़ा था।
उस कागज में लिखा था-
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“मैं भारत था"
एक आदमी विदेश से एक
ReplyDeleteऐसा कुत्ता खरीद कर लाया जो बहुत
समझदार था और सिर्फ सूंघकर
ही अपने मालिक के सगे-
सम्बन्धियों को पहचान सकता था.
घर आते ही आदमी ने कुत्ते को आदेश
दिया – “जाओ और स्कूल से मेरे
दोनों बच्चों को लेकर आओ !”
कुत्ता फ़ौरन स्कूल की तरफ दौड़
गया और काफी देर तक वापस
नहीं आया. जब बहुत ज्यादा देर हो गई
तो आदमी को चिंता होने लगी.
उसकी पत्नी हाय-तौबा करने
लगी तो वह खुद कुत्ते और अपने
बच्चों को ढूँढने के लिए घर से निकला.
तभी उसने देखा कि सामने से
कुत्ता बच्चों के एक पूरे झुण्ड को घेरे
हुए लेकर आ रहा है.
इन बच्चों में से 2 उसकी नौकरानी के,
3 उसके पड़ोसियों के, 1
उसकी साली का और 2 बच्चे
उसकी सेक्रेटरी के थे.
पत्नी फनफनाती हुई बोली –
“तो इसका मतलब ये सारे बच्चे तुम्हारे
हैं ???”
जवाब में आदमी दहाडा – “ये तो मैं बाद
में बताऊँगा पहले ये बताओ
कि कुत्ता हमारे 2 बच्चों को लेकर
क्यों नहीं आया ???
पलटूआ – गुरु सम्हर जा, नाहीं त हफ्तन गोली चली आउर महीनन धुआँ उड़ी
ReplyDelete.
गंजेड़ी- सरउ के! एक लप्पड़ में तीन तरह के मुतबे
काले पीले लाल बहादुर
.
भर्ती अवरोधक- एतना गोली मारब कि छर्रा बीनत बीनत लोग करोड़पति हो जइबे
.
इच्छा मृत्यु के बाजीगर जो अब दयामृत्यु के दावेदार हैं- बेटा जेतना तोहर उमर हौ, ओकर दुगना हमार कमर हौ
सूरजी जुगनू जो अब खटमल बन गए- जेतना तू पानी न पीले होबे, ओसे ज्यादा हम मूत चुकल हई
.
संघ- बेटा सज के आइल हउवे, बज के जइबे
कद्दू लौकी तरोई सिंह- कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भानुमती ने कुनबा जोड़ा
.
चचा जान- धोबी का कुत्ता घर का न घाट का
.
सरकारी वकील- बड़े बेआबरू होके तेरे कूँचे से हम निकले
.
टेट मेरिट विरोधी न्यायिक शैतान- बुरी नजर वाले तेरा मुँह काला
.
सरकारी नुमाइंदे- कबीर दास की उल्टी बानी, बरसे कंबल भीगे पानी
.
नेता जी- आ तुझे मै करा दूँ तमंचे पे डिस्को
.
अकेडमिक मेरिट- आता न जाता, चुनाव चिन्ह छाता ।
एक और......
ReplyDeleteदिग्विजय सिंह- धाम चंडी काशी में, जीवन बीतल बदमाशी में
संकेतो को समझने में गलती मत करिएगा,,,,वास्तविक नाम नहीं लिखे, आचार सहिंता लागू है न
खैर जो भी हो जब से आदेश हुआ है तब से नेताओं अधिकारियों से लेकर कुत्तों के मोहल्लों तक में अफरा तफरी मची हुई है जल्द ही आधिकारिक सूचनाएँ आधिकारिक तौर पर सार्वजनिक हो जाएँगी,,,,
वैसे भी राष्ट्रीय चुनावों के समय सरकार को अपनी किरकिरी बहुत महँगी पड़ने का डर तो है ही और फिर नेता जी को चुनाव की बागडोर जेल से संभालने का अनुभव भी नहीं है| इसलिए जो सकारात्मक हो रहा है उसका आनंद लीजिये नकारात्मक मुद्दों को वक्त पर छोड़ दीजिये तब तक कॉमेडी मूवी देखिये और चुनावी समर में अपने राजनीतिक विश्लेषण करने की क्षमता को अभ्यासों से विकसित कर राष्ट्रहित के लिये सहयोग कीजिये|
ReplyDeleteएक सलाह के साथ...... सत्यमेव जयते!
अपनी रोशनी की बुलंदी पर कभी न इतराना
चिराग सब के बुझते हैं, हवा किसी की नहीं होती
वैसे विश्वसनीय सूत्रोँ से मेरे पास अभी खबर आ रही है कि लखनऊ आनलाइन दैनिक जागरण में कि पल्टुआ ने हमारी भर्ती को हरी झंडी दे दी है !
ReplyDeleteयानी उसने आज बादाम खा ही लिया होगा ।
ReplyDeletePRIY MITRON NAMASKAR
ReplyDeletebharti prakriya shuru karne ke sandarbh me pramukh sachiv basik shiksha Neetiswar kumar ka bayan aa chuka hai ki shashan star par nirnay le liya gaya hai, bharti prakriya sheeghra shuru ki jayegi. Uchchatam nyayalay ke antarim aadesh ke khilaf review ya recall nahi kiya jayega .is sandarbh me chunaw aayog ko awagat kara diya gaya hai evam NCTE ko bhi patra bhej diya gaya hai .
yaddyapi yah suchna sham 6 baje hi Rajeev dixit patrakar Dainik Jagaran laucknow dwara phone par de di gayi thi. kintu suchna vishwashneeyta ki kasauti par khari rahe is lihaj se paryapt cross checking ke uparant aap logon ko kafi deri se dee ja rahi hai.
Uparokt baten kal ke sabhi pranukh samachar patron (Dainik Jagaran. Hindustan) me pramukhta se prakashit ki jayegi. aap sabhi awalokan keekiyega ..evam ummeed hai ki shashanadesh bhi sheeghra hi jari ho jayega.
mai lucknow me morche ki baithak se wapas sultanpur aa raha hun baki bate kal hongi.
aapke ujjwal bhavishya ki kamna ke sath, ant me ek bar phir yahi kahna hai ki SATYAMEV JAYTE.
Sadhanyawad
aapka S.K.PATHAK
TET SHANGHARSH MORCHA UTTAR PRADESH
मेर प्यारे साथियोँ प्राथमिक शिक्षक 72825 पदोँ के लिए शासनादेश जारी होने पर आप सभी को हार्दिक बधाई !
ReplyDeleteमैँ(Mr.T.M.N.T.B.N.) आप सभी टीईटी मेरिट समर्थकोँ के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ।
रियर फैक्ट - अगर दो बूंद पीने से भारत पोलियो मुक्त हो सकता है तो
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एक कमल बटन दबाने से देश कांग्रेस मुक्त भी हो सकता है।
हम इसलिए हारते रहे क्योंकि हम कभी हम थे ही नहीं. हमें छोटे-छोटे गिरोहों में जिन्होंने बांटा, वे इतिहास के सबसे बड़े अपराधी हैं. और बांटा भी तो क्या दिमाग लगातार बांटा, कि चाहे विदेशी हमला हुआ या अकाल पड़ा या देश लुट गया, हम कभी इंसान बनकर एक नहीं हो पाए. सैकड़ों की फौजों ने करोड़ों को गुलाम बनाया, क्योंकि उन करोड़ों लोगों को कभी एहसास ही नहीं होने दिया गया कि देश उनका भी है. इस बार धर्म और जाति के बंधनों को तोड़ कर देश के लिए वोट करे ! देश आपका है ! वोट आपका है फैसला भी आपका होगा ! इ
ReplyDeleteखुश खबरी
ReplyDeletecm ने कल 2:30 पर ही go पर sign कर दिया था आज के दैनिक जागरण पढ़ लें ।।
पति कंप्यूटर पर उलझा हुआ था. पत्नी रोमांटिक मूड में
ReplyDeleteथी.
पत्नी – “I LOVE YOU …”
पति – “hmmm…. कोई नई बात हो तो बताओ …”
पत्नी – “मै माँ बनने वाली हूँ …”
पति – “अच्छा … और कोई नई बात …. ”
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पत्नी (चिढ़कर) – “बच्चे के बाप तुम नहीं हो …. !!!”
आजम खाँ और अमित साह को चुनावी रैली रोड शो व सभा करने पर चुनाव आयोग ने लगाई पाबंदी । मुलायम सिंह जी अभी वेटिंग मे ।
ReplyDeleteDosto
ReplyDeletesab kai press reporter se
baat karne k bad gov. ki
taraf se official bayan aa
gya h ki gov. review me
nhi ja rhi h.aur bharti
karne k poori tarah se
taiyar h.
Reporter g.o. Ki kabhar
bhi b bata rhe h lekin g.o.
Net par show nhi kar
h.isliye ye khabar pakki
tabi mani jayegi jab hm
log g..o.apni aakho se
dekh lenge.
जो लोग "सपा" की वजाय "बसपा"को चुनने का विकल्प बता रहे है उनसे सवाल ?
ReplyDeleteनरेंद्र मोदी की तारीफ करने पर "वीर बहादुर सिंह' को पार्टी से निकाल देने वाली मायावती ने मुजफ्फरनगर दंगो को भड़काने के मुख्य आरोपी " कादिर राणा " को पार्टी से क्यों नहीं निकाला .......... वन्दे मातरम का अपमान करने वाले "शफीकुर्ररहमान "पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की .........
और दूसरी बात खुद को दलितों की नेता कहने वाली बहिन जी पूरे उत्तर प्रदेश में " दलितों " को सिर्फ ८० में से १७ टिकट दिए वो भी आरक्षित सीट होने की मजबूरी की वजह से ?
है किसी के पास कोई जबाब ?
Breaking News
ReplyDelete72825 padon par Sp Court ke aadeshanusar bharti karne ki or sarkar ka ek bada kadam sabhi Tet sangharsh morcha ke sathiyon ko bahut bahut mubaraq..
पहली काउंसलिँग के लिए तैयार रहे । अपने आवश्यक प्रपत्र तैयार रखे !
ReplyDelete“Enjoy the little things in life… For one day you’ll look back and realize they were the big things.”
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wo aznabi sahi koyi, rishta zarur hai
maine kisi jagah use dekha zarur hai
ye aur baat hai wo milta nahi humen
lekin mere paas wo rehta zarur hai
hum hi samzh na paye to,
uska kya qasoor hai
kuch khamoshi ke lab se wo kahta zarur hai
saanson ke aane jane se milta hai ye ehsas
is dil me koyi aaj bhi rehta zarur hai
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Jaan Ke Anjaan Banna
Accha Lagta Hai ...
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Usko Apne Liye Pareshan Karna Accha Lagta Hai ..
<♥>
Wo Karti Rahe Mujhse Pyar Ka Iqrar Bar Bar Bar Bar...
<♥>
Mujhko Naadaan Ban Kar Sunn'na Accha Lagta Hai .
<♥>
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“One day, in your search for happiness, you discover a partner by your side,
and you realize that your happiness has come to help by your search (ME) .”
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वजह पूछेगी तो उम्र गुजर जाएगी ।
कहा न अच्छी लगती हो तो बस लगती हो।
टीईटी मेरिट पर होगी 72,825 शिक्षकों की भर्ती
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक प्रदेश में72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर ही करने का फैसला किया है। इस संबंध में सरकार पुनर्विचार याचिका दायर नहीं करेगी। हालांकि सरकार कोर्ट से 12 हफ्ते की समयसीमा बढडाने का अनुरोध करेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने 25 मार्च को जारी आदेश में राज्य सरकार को साल 2011 के विज्ञापन के आधार पर 12 हफ्ते में भर्ती करने का आदेश दिया है। अभी तक सरकार इस पर विचार कर रही थी कि इसके खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर की जाए क्योंकि सरकार 2012 में नए विज्ञापन पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर चुकी थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक ही भर्ती करने का फैसला किया है। इसके लिए सबसे पहले राज्य सरकार बीएड धारकों को प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक नियुक्त करने के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से समयसीमा बढ़ाने के लिए कार्रवाई करेगी। मसलन 31 मार्च, 2014 को बीएड धारकों को प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक नियुक्त करने की समयसीमा खत्म हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट पहले ही समयसीमा बढ़ाने के लिए एनसीटीई को निर्देश दे चुका है। वहीं राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट से 12 हफ्तों की समयसीमा भी बढ़वाने का अनुरोध करेगी।
ReplyDeleteविभाग पहले ही ये जानकारी जुटाने में लगा है कि कितने आवेदन आए थे, कितने रद्द हुए, कितने अभ्यर्थियों का आवेदन शुल्क वापस कर दिया गया है, कितनों का डाटा कम्प्यूटर पर फीड किया जा चुका है। इन सारे आंकड़ों को जुटाने के बाद ही उन सवालों को तैयार किया जाएगा जिन पर विभाग को भर्ती के समय स्पष्ट दिशानिर्देश चाहिए होंगे। इन सवालों पर सुप्रीम कोर्ट से अभिमत मिलने के बाद ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।ऑनलाइन की जाएगी सारी जानकारी-
ReplyDelete2011 में आए सारे आवेदनों का डाटा और टीईटी की मेरिट कम्प्यूटर पर डालने के बाद सारी जानकारी वेबसाइट पर ऑनलाइन की जाएगी ताकि अभ्यर्थी अपना ब्यौरा देख सकें। इन पर आपत्तियां भी ली जा सकती हैं। उस समय आवेदन पत्र डाक से लिए गए थे लिहाजा भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन किए जाने में क्या दिक्कत आएगी, इस पर विचार किया जा रहा है। विचार-विमर्श के बाद ही भर्ती प्रक्रिया को ऑनलाइन करने के बारे में कोई निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद सारी भर्तियां विभाग ने ऑनलाइन ही की हैं।
2011 के विज्ञापन की खास बातें जो 2012 के विज्ञापन में नहीं थी
ReplyDeleteटीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती
विज्ञान व कला वर्ग के लिए 50-50 फीसदी पद आरक्षित
महिला व पुरुष के लिए 50-50 फीसद पद आरक्षित
शिक्षामित्रों के लिए 10 फीसदी पद आरक्षित 69 लाख आए थे आवेदन-
2011 में प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 69 लाख आवेदन आए थे। उनमें से लगभग 55 लाख आवेदन पत्रों का डाटा कम्प्यूर पर अपलोड कर दिया गया है। लगभग 14 लाख आवेदन पत्रों का ब्यौरा अब भी कागजों पर ही है।
ग्रुप के सभी सदस्यों को उनकी मनोकामना जल्द पूर्ण के लिए कोर्ट के आदेश के अनुपालन मे सरकार द्वारा भर्ती शुरू करने के लिए हार्दिक बधाई ! आपका समय शुभ हो !
ReplyDeleteDosto aakhirkar kafi kashmakas ke bad c.m ki taraf se tet merit par bharti ko hari jhandi mil gyi...ab jald hi goverment counseling ke liye g.o aur tet merit ki rank har district wise website par out kar degi.
ReplyDeletebhadohi aur jaunpur ke diet prachary se tet morcha ke sadasyo ko mili jankari ke anusar old add ki sari data ki feeding ho chuki hai..jald hi tet merit ko basic siksha nideshalay ko website par dist. Wise rank jari kar diya jayega...aur sarkar suprime court ke tay time 12 week (shesh bache 66 din) ke andar bharti purn kar degi..
ReplyDeleteagar bharti purn karne me ku6 aur smay lgta hai to sarkar suprime court se aur time bdhwa skti hai, par bina bharti start kiye time nahi badh sakta.
ReplyDeleteTo dosto aaj aap in acdian gadhankiyo ke liye khusi ke mauke par kaun sa gana gungunayege? Jarur btaye.,
ReplyDeletechalo main hi bataa deta hun , aap logon ko to sharm aa rahi hogi. . . .
to meri taraf se acdian ke liye ye gana..(patthar ke c.m tumko hamne acdian ka khuda mana..kya bhul hui hamse jo aapko( tet walon ko) apne se juda jana)
Umashankar Ji aap ko Bahut- Bahut Dhanyavad aap hamesh ham logo ka margdharsan karte rahe hai . Aur umid hai ki aage bhi karte rahenge. sriman Ji aap se ek niwedan hai ki new news ke blog per comment kare jisase aap ke sabhi comment pad paye. kyoki her mobile me itana comment pad pana bada muskil hota hai . Jai maa vindhyavasini, jai baba kashivishwanath sada sahay.
ReplyDeletejyadatar logon ne form bharte samay jo marks bhare the bad me sanshodhan hone par kuch number bade the agar data form me bhare numbers par taiyar kiya jayega to bahut problem hogi.it is a big problem and how can it be solved.
ReplyDeleteकैद कर दिया सापों को ये कहकर सपेरे ने.
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बस अब तुमको डँसने के लिये सपा वाले ही काफी हैँ.
सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार ने बताया कि शासन में शीर्ष स्तर पर फैसला हो गया है कि सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश पर अमल करते हुए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। लिहाजा बेसिक शिक्षा विभाग भर्ती की कवायद में जुट गया है ।
ReplyDeleteरस्सी जल गयी और उसकी राख धुआँ बनकर उड़ भी गयी लेकिन . . . . . . . .
ReplyDeleteUPTET QUALIFIED ACADEMIC MERIT GROUP
प्रिय अकादमिक साथियों नमस्कार-
साथियों जैसा की आज आप सभी लोगो ने न्यूज़ पेपर पढ़ लिया होगा जिसके अनुशार सरकार पुराने विज्ञापन पर भर्ती के लिए तैयार हो गई है| हमारी अकादमिक टीम सरकार पर आश्रित ना होकर पहले से ही इस बात पर मंथन कर चुकी थी की सरकार टेट मेरिट वालो के दबाब में आकर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने पर विचार कर सकती है मारी अकादमिक टीम 25 मार्च के बाद से लगातार सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के नामी अधिवक्ताओ से संपर्क में रही और भर्ती प्रक्रिया का पुन्हा आरम्भ होने की दशा में अपनी अग्रिम कार्यवाही के विन्दुओ पर चर्चा की जिसके बाद हमे भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगवाने के लिए कई ऐसे महत्वपूर्ण विंदु मिले जिससे सुप्रीम कोर्ट में 1 रिट फाइल करके तत्काल भर्ती प्रक्रिया पर रोक मिल जाएगी| सभी अकादमिक साथी इस समय धैर्य का परिचय देते हुए जल्द से जल्द अपने अपने जिलो में कपिलदेव यादव की टीम से संपर्क बनाते हुए उनकी टीम का सहयोग करे| अब ये समय हाथ पे हाथ धरकर बैठने का नहीं है कुछ कर दिखाने का है जिसे अकादमिक टीम अपने प्रयासों से सफल करेगी| कोई भी अकादमिक मेरिट और नए विज्ञापन समर्थक अपने मन में हताषा ना लाये और पूरे जोश और जज्बे के साथ अकादमिक टीम का सहयोग करे| हमारी अकादमिक टीम का सभी से वादा है की वो अकादमिक मेरिट से भर्ती करवाकर ही शांति से बैठगी और हमे विश्वास है की भगवान् अकादमिक टीम के इस प्रण को जल्द ही पूरा करेंगे|
Mitro!!!!
ReplyDeleteNext time source mat puchhiyega.
Enjoy and be happy. Jai tet
रवि चंद तिवारी जी धन्यवाद
ReplyDeleteआगे से आपके इस विचार का मैं ध्यान रखने की कोशिश करूँगा ॥
सर्वोच्च न्यायालय के अन्तरिम आदेश के बाद सबसे पहले दर्द मीडियाई कुत्तों को हुआ था जिसको उन्होने भौंकने वाली अपनी जन्मजात मूल प्रवृत्ति के जरिये प्रदर्शित भी किया,,,,, हो भी क्यों न? समाचार और अखबार की आढ़ में डर हताशा निराशा जैसे भावात्मक ज्वार के जरिये अपनी पत्रकारी चापलूसी को हड्डी फेंकने वाले के मनमाफिक बेचने का मुनाफाखोर व्यापार जो बंद हो गया| आसान नहीं होगी टेट मेरिट से भर्ती की राह, पुराने आवेदन नष्ट/गुम होने और टेट 2011 का डाटा/रिकार्ड विभाग के पास उपलब्ध न होने, आवेदन शुल्क वापस लेने वाले होंगे बाहर जैसे काल्पनिक जुमलों की पोल खुलने का समय अब बिलकुल नजदीक आ गया है|
ReplyDeleteपहले 15 जिलों में मॉडल काउंसिलिंग की खबर छपी थी,,,,वो कहते हैं न कि बंदर सबकुछ भूल सकता है लेकिन गुलाटी मारना कभी नहीं भूलता,,,, ऐसी कहावतें इन्हीं गलीछाप अखबारी पत्रकारों के लिए बनती हैं,,,,,
ReplyDeleteसर्वोच्च न्यायालय ने सरकार पर 84 दिन की नकेल कसी हुई है और ये गधे यहाँ सचिवालय और परिषद के चपरासियों के हवाले से खबर बनाकर मूर्खमंत्री की कुर्सी खाली कराने की हवा बना रहे हैं| इन हरामखोरों को पता नहीं है कि अबकी बार सम्बोधन सीधा राज्य को है इसलिए अगर अवमानना हुई तो सबसे पहले उस्मानी दवाखाना बंद होगा और इसके मुखिया तिहाड़ में टोकरी बुनते नजर आयेंगे,,,,वैसे भी मस्तिष्क के ऑपरेशन के बाद से दिमागीन सीरप पी पी कर चनावी कार्य कर रहे हैं,,,,, इनके पीछे आठवीं फेल वो गंजेड़ी चोर जेल में अपना माप देने जाएगाजिसकी शक्ल देखते ही बिना वजह दो चार कंटाप मारने का मन हो जाता हैऔर नेता जी के लिए कोई साफ सुथरी बैरक में उनके आगमन का मार्ग प्रशस्त करेगा,,,
ReplyDeleteसाथ में बेसिक शिक्षा के अधिकारियों की तो इतनी बड़ी फौज जेल भेजी जाएगी कि एक बैरक की निर्धारित संख्या पूरी हो जाये|
ReplyDeleteलेकिन चुनावी समर में नेता जी भूलकर भी कोई गलती नहीं करेंगे, उनको पता है कि भद्द तो पिट ही गयी है तो क्यों न वोटिंग समय होने के कारण बीएड बेरोजगारों का शुभ चिंतक बनने की कोशिश की जाये ???
ReplyDeleteकुछ बीएड होल्डर्स ने सरकार के इस काम में मदद भी शुरू कर दी है,,,,, आखिर अकेडमिक वालों के चंदे की वसूली को पचाया कैसे जाये??? रुपया खाया है तो जाताना भी तो पड़ेगा न कि वो खाने के बाद बजा भी रहे हैं,,,, इधर शैक्षणिक मेरिट उत्थान समिति के पिछलग्गू जय समाजवाद के नारे लगा रहे हैं,,,,
ReplyDeleteउधर खोके में इच्छा मृत्यु माँगने के प्रार्थनापत्र टाइप कर करके इच्छा मृत्यु का कुटीर उद्योग चलाने वाले अपनी कुटिलता को अपनी विकलांगता में छुपाए बैठे हैं |
ReplyDeleteआज का अखबारी शीर्षक है कि “सरकार टेट मेरिट पर भर्ती को राजी”,,,,, इसको कहते हैं कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती| देश के संविधान या कानूनी किताबों में कहीं कोई ऐसा नियम मौजूद नहीं है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्धारित समय सीमा में आदेश पालन के लिए सरकार का राजी होना एक अनिवार्य शर्त है,,,,या प्रक्रिया का कोई स्तर है| “राजी होने” जैसी क्रिया में सहभागिता के लिए सबसे पहले औकात होना बहुत जरूरी है, जो न सरकार के पास है और न अखबार के पास,,,,, लेकिन नेता जी की मजबूरी है,,,,हरामीपना जरूरी है और बिकाऊ मीडिया द्वारा सत्ता की चापलूसी उनकी कमजोरी है,,,,, ये वास्तविकता को विकृत करने का खेल इसलिए हो रहा है ताकि कृत्रिम क्रतज्ञता का भाषण देकर टेट मेरिट समर्थकों के वोट को टेट मेरिट समर्थकों के लिए जर्नल डायर सैफई परिवार के उत्थान के लिए प्रयोग किया जा सके| संविधान प्रदत्त कर्तव्य, संवैधानिक बाध्यता से पोषित होते हैं न कि किसी ऐरे गैरे नथु खैरे की मनमर्जी से| सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी टेट मेरिट से भर्ती पर अखबारी विधवा विलाप भ्रष्टता और धूर्तता का अनुमोदन है|
ReplyDeleteअगर दिग्विजय सिंह टाइप फेसबुकिया चिरकुट बाबाओं के क्रेज़ी वचनों की बात की जाये तो वो मनोरंजन के अतिरिक्त कुछ भी नहीं है,,,,,उनका चवन्नी भर की अपनी औकात को डालर भर का भौकाल बनाने का कार्य अभी भी प्रगति पर हैखुशी का मौका है,,,,मनोरंजन लाजिमी है|
ReplyDeleteसाथ ही साथ यदि अकेडमिक पुनरक्रांति के इंकलाबियों का जिक्र किया जाये तो मैंने उनके लिये स्लोगन बनाए हैं.......
ReplyDeleteपलटूआ – गुरु सम्हर जा, नाहीं त हफ्तन गोली चली आउर महीनन धुआँ उड़ी
गंजेड़ी- सरउ के! एक लप्पड़ में तीन तरह के मुतबे
लाल पीले काले बहादुर भर्ती अवरोधक- एतना गोली मारब कि छर्रा बीनत बीनत लोग करोड़पति हो जइबे
इच्छा मृत्यु के बाजीगर जो अब दयामृत्यु के दावेदार हैं- बेटा जेतना तोहर उमर हौ, ओकर दुगना हमार कमर हौ
सूरजी जुगनू जो अब खटमल बन गए- जेतना तू पानी न पीले होबे, ओसे ज्यादा हम मूत चुकल हई
संघ- बेटा सज के आइल हउवे, बज के जइबे
कद्दू लौकी तरोई सिंह- कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भानुमती ने कुनबा जोड़ा
चचा जान- धोबी का कुत्ता घर का न घाट का
सरकारी वकील- बड़े बेआबरू होके तेरे कूँचे से हम निकले
टेट मेरिट विरोधी न्यायिक शैतान- बुरी नजर वाले तेरा मुँह काला
सरकारी नुमाइंदे- कबीर दास की उल्टी बानी, बरसे कंबल भीगे पानी
नेता जी- आ तुझे मै करा दूँ तमंचे पे डिस्को
अकेडमिक मेरिट- आता न जाता, चुनाव चिन्ह छाता
एक और......
दिग्विजय सिंह- धाम चंडी काशी में, जीवन बीतल बदमाशी में
संकेतो को समझने में गलती मत करिएगा,,,,वास्तविक नाम नहीं लिखे, आचार सहिंता लागू है न
खैर जो भी हो जब से आदेश हुआ है तब से नेताओं अधिकारियों से लेकर कुत्तों के मोहल्लों तक में अफरा तफरी मची हुई है जल्द ही आधिकारिक सूचनाएँ आधिकारिक तौर पर सार्वजनिक हो जाएँगी,,,, वैसे भी राष्ट्रीय चुनावों के समय सरकार को अपनी किरकिरी बहुत महँगी पड़ने का डर तो है ही और फिर नेता जी को चुनाव की बागडोर जेल से संभालने का अनुभव भी नहीं है| इसलिए जो सकारात्मक हो रहा है उसका आनंद लीजिये नकारात्मक मुद्दों को वक्त पर छोड़ दीजिये तब तक कॉमेडी मूवी देखिये और चुनावी समर में अपने राजनीतिक विश्लेषण करने की क्षमता को अभ्यासों से विकसित कर राष्ट्रहित के लिये सहयोग कीजिये|
एक सलाह के साथ...... सत्यमेव जयते!
अपनी रोशनी की बुलंदी पर कभी न इतराना
चिराग सब के बुझते हैं, हवा किसी की नहीं होती ।
Dosto-Good Morning ek good news ke sath ki govnt 72852 primary teachers ki bharti Tet Merit se karne ko taiyar ho gai hai. Bhai hamari ye jeet aapke
ReplyDeletepyar ,
vishwas ,
mehnat ,
lagan ,
samarpan ,
sahyog
aur
determination se mil pai hai hai atah ham hamari naukari me apke sahyog ke liye aajeevan rini rahege.... Bhai Merit ke vishay me ham apko ashwast karna chahege ki.....
सा0पु0-98 ,
पि0पु0-93
&
अनु0पु0-88 तक
jisme science aur female ki 2 mark aur neeche जा सकती है ।
Ab एक निवेदन - Bhai mahasangram me koi jeetata hai to dusara harta hai so that plz" Do not tease any of our acd supporter brother and sister". Because
ReplyDeleteफलदार वृक्ष ही झुकते है । Enjoy you job .
अब अन्त मे हम हमारी इस जीत की इबारत लिखने वाले न्यायमूर्ति
Tandan ,
Harkauli
&
Mishra ,
Ashok Bhushan Ji aur Dattu &
Bobde ko सादर नमन करते है । साथ ही I sallute three persons for our victory -
S.K. PATHAK , VIVEKANAND &
UPTET PRT ie Muskan ji.
।।धन्यवाद ।।
मुख्यमंत्री द्वारा भर्ती प्रक्रिया को हरी झंडी दिखाए जाने के साथ ही कल उत्तर प्रदेश टेट संघर्ष मोर्चा के संघर्ष का आंशिक समापन हो गया,,,,
ReplyDeleteजीत तो हम टेट की मार्कशीट हाथ में आते ही गए थे उसके बाद जो कुछ भी हुआ वो एक भव्य स्वप्न मात्र था जिसका दिव्य हकीकत में रूपांतरित होना निश्चित था,,,,
ReplyDeleteआज ख़ुशी के इस अवसर पर हम समस्त टेट मेरिट के दीवाने हर उस व्यक्ति का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपनी सारी ताकत झोंककर किसी भी हाल में टेट मेरिट से भर्ती ना होने देने का षड्यंत्र रचा,,,,"किसी भी हाल" को " हर हाल में " बदलने के दो साल तक चले संघर्ष ने तपाकर हमें कुंदन बना दिया ,,
ReplyDeleteफिलहाल कोई सवाल पूछकर अपनी ख़ुशी कम मत कीजिए ,,,, ना सिर्फ आपके शुभचिंतक बल्कि आपके शत्रु भी आपकी जीत की मिठाई का इन्तजार कर रहे हैं...
ReplyDeleteGOOD NEWS -- BREAKING NEWS --- सरकार SC. के आगे हुयी नतमस्तक और ढेर ,, टेट मेरिट से भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने की दी बेसिक विभाग को मंजूरी ,,, SC. के आगे बड़े बड़ों की पैन्ट गीली हो जाती है तो ये दुष्ट सरकार किस खेत की मूली है -----
ReplyDeleteजीवन मे चार चीजे मत तोड़िए
ReplyDeleteविश्वास,
रिश्ता,
हृदय,
वचन
क्योंकि जब यह टूटते है
तो कोई आवाज नही होती.....
लेकिन दर्द और कष्ट
अपार होता है...............
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteजीवन में.. कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना
ReplyDelete________________________________
गुण न हों तो 'रूप' व्यर्थ है..!!
भूख न हो तो 'भोजन' व्यर्थ है..!!
होश न हो तो 'जोश' व्यर्थ है..!!
सदुपयोग न हो तो 'धन' व्यर्थ है..!!
विनम्रता न हो तो 'विद्या' व्यर्थ है..!!
साहस न हो तो 'तलवार' व्यर्थ है..!!
परोपकार न हो तो 'इंसान' व्यर्थ है..!!
अर्थ न हो तो 'शब्द' व्यर्थ हैं..!!
श्रद्धा न हो तो 'पूजा' व्यर्थ है..!!
प्रेम न हो तो 'जीवन' व्यर्थ है..!!
टेट मेरिट न हो तो 'भर्ती' भी व्यर्थ है ..!!
दो महीने में 72 हजार शिक्षकों की होगी भर्ती
ReplyDeleteटीईटी पास को ही मिलेगी नौकरी
अखिलेश सरकार ने चुनावी माहौल में प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों को टीईटी मेरिट पर भर्ती करने का फैसला कर वोटरों को लुभाने की कोशिश की है।
इसके लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शुक्रवार को उच्च स्तर पर यह निर्णय लिया गया।
सरकार ने चुनाव आयोग को भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दे दी है।
मामले में सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार ने विभागीय आदेश जारी कर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में जमा आवेदनों के बारे में पूरी जानकारी मांगी है।
आवेदकों पर जल्द ही फैसला
सचिव बेसिक शिक्षा ने बताया कि नवंबर 2011 में आवेदन करने वाले टीईटी पास बीएड वाले ही इस भर्ती के लिए पात्र होंगे।
डायट प्राचार्यों से 30 नवंबर 2011 को जारी विज्ञापन के आधार पर आवेदन करने वालों के बारे में पूरी जानकारी मांगी गई है।
उस साल टीईटी आयोजित कराने वाली संस्था माध्यमिक शिक्षा परिषद से रिजल्ट संबंधी सभी जानकारियां मांगी गई हैं।
डायट और माध्यमिक शिक्षा परिषद से जानकारियां मिलने के बाद सभी ब्यौरों को विभागीय वेबसाइट पर ऑनलाइन किया जाएगा।
25 जून तक पूरी होगी भर्ती प्रक्रिया
आवेदकों को संशोधन करने के लिए मौका भी दिया जाएगा। इस संबंध में विस्तृत आदेश डायट से ब्यौरा मिलने के बाद जारी किया जाएगा।
जिन्होंने आवेदन वापस लिए थे उनके बारे में जल्द ही फैसला लिया जाएगा कि उनसे पुन: आवेदन लिया जाए या नहीं।
भर्ती 25 जून 2014 तक पूरी कर ली जाएगी। गौरतलब है कि उस समय 63 लाख आवेदन आए थे इनमें से 55 लाख को कम्प्यूटर में फीड किया जा चुका था।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने टीईटी पास बीएड वालों को शिक्षक बनाने के लिए विशेष परिस्थितियों में राज्य सरकार को 31 मार्च 2014 तक का ही समय दिया था।
सरकार चाहती है समय सीमा बढ़ाना
राज्य सरकार एनसीटीई से समय सीमा बढ़ाने जाने का अनुरोध करने के लिए पत्र भेजने जा रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रक्रिया शुरू करने संबंधी जानकारी चुनाव आयोग को दे दी है।
�
सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार ने बताया कि चूंकि सुप्रीम कोर्ट का मामला है इसलिए चुनाव आयोग को इस पर किसी तरह की आपत्ति नहीं होगी और भर्ती प्रक्रिया में बाधा नहीं आएगी।
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कोई है जो "सिर्फ मेरी"है,
मेरे दिल में उसका बसेरा है।
चाहती है तों"चाहत"मेरी है, मांगती है तो मुहब्बत मेरी है।
अगर वो चाँद सा चमकती है,तो वो "चाँदनी मेरी" है।
अगर इश्क है तो ,"इश्किया" मिजाज सिर्फ मेरा है।
अगर वो किस्मत की लकीर है ,तो वह "हाथ सिर्फ मेरा" है।
क्योँकि वो तो सिर्फ और मेरी है ॥
क्योँकि उसका नाम भी तो 'मेरी' है ॥
तभी तो वो 'मेरी वाली' है !
कोई है जो सिर्फ मेरी है।।।।।
कोई है जो सिर्फ मेरी है।।।।।
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ReplyDelete"लोकतंत्र में तानाशाही,
ReplyDeleteनही चलेगी, नही चलेगी।"
और ना हमने चलने दी।
नमस्कार दोस्तों,
मुझे गर्व है कि में इस संघर्ष का हिस्सा बना और प्रारंभ से सुद्ध टेट मेरिट समर्थक बनकर रहा। अब तक कहानियो और जीवनियो में हर बार पड़ा था कि "सत्य की राह मुश्किल जरूर होती है, और प्रतिद्वंदी चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यों ना हो लेकिन जीत अंत में सत्य की ही होती है।", आज इस संघर्ष में खुद देख भी लिया।
अब आप लोग अपने मन में कोई शंका ना रखे, बस अपने उत्तम भविष्य के शानदार सुरुआत की स्वागत की तैयारी करे।
स्वस्थ रहे, सुरक्षित रहे,
सचेत रहे, संकल्पित रहे,
तथा सदा सकारात्मक रहे,
जय हिन्द जय टेट जय भारत
!! सत्यमेव जयते सर्वदा !!
अपने नाम में वर्तनी संबंधी अशुद्धियोँ को लेकर चिन्ता ना करें ।एक शपथपत्र बनवा लें ।इसी तरह की समस्या वाले मेरे परिचित कई वर्षों से सरकारी सेवा में हैं ।नाम संशोधन की भी आवश्यकता नहीं होती है ।
ReplyDeleteकितना अजीब है ना ?
ReplyDeleteएक व्यक्ति जो खुद को ईमानदार कहता था और साथ ही यह कहता था की 'भ्रष्टाचार से कोई समझोता नही करूँगा ' वही आज कहता है की मोदी को रोकने के लिए सब मेरा साथ दो
सब आजाओ
ReplyDeleteअब कहाँ गये केजरीवाल के वो अंधभक्त जो भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर दिन-दिनभर रोते थे ...
अबे मूर्खो अंधे भी सुनने की क्षमता से सत्य और असत्य में अन्तर कर लेते हैं ...आपियो तुम अब तो कबूल लो की तुम्हे देश से कोई लेनादेना नही सिर्फ बीस हजारी तनख्वाह से मतलब है ...वरना चुनाव बाद किस मुह से भ्रष्टाचार को रोकोगे ?
ReplyDeleteऐसे इमानदारो पर थूकता हूँ में जिन्हें सच को हराने के लिए झूठ का सहारा लेना पड़े ....
ReplyDeleteमोदी को रोकने के लिए सारे चोर एक हो गये हा हा हा
चुनाव आयोग ने दिया अनुमती भर्ती के लिये ।
ReplyDeleteKapildev Yadav> UPTET ACADEMIC MERIT GROUP
ReplyDelete=============अति सुचना आवश्यक=================
प्रिय अकादमिक साथियों नमस्कार
शासन स्तर पर भर्ती की तैयारी चल रही है ।एक दो दिन में GO भी आ जायेगा ।लेकिन सिर्फ GO आने से अगर ये भर्ती हो जाती तो ये भर्तीबहुत पहले हो चुकी होती ।GO आ जाने से हम लोगो की हार नही हो जाती । जरा याद करे बसपा का GO आया क्या बसपा भर्ती कर पायी ??सपा का GO आया क्या सपा भर्ती कर पायी ??एक बार फिर अगर सपा GO लेकर आती भी है तो क्या ये भर्ती कर पायेगी ?? मैं कहता हूँ नही कर पायेगी।
दोस्तो अगली डेट पर सरकार जब कोर्ट जायेगी तो जज महोदय अन्तरिम आदेश के बारे में जरूर पुछेगें तो सिर्फ औपचारिकता दिखाने हेतु GO जारी किया जा रहा है इससे ज्यादा कुछ नही।72825शिक्षकभर्ती के सम्बंध में ये GO क्या पहली बार आ रहा है जो GO के लेकर परेशान हो।इससे पहले भी 72825 के सम्बंध में दो बार GO आ चुका है ।तो फिर ये भर्ती अभी तक हुयी क्यो नही ??
दोस्तो आप लोग निराश और हताश ना हो अखिलेश यादव जी की सरकार भले ही आपका हित ना कर सके लेकिन जब तक मैं हुँ आप लोगो का अहित नही होने दुगाँ।एकेडमिक मेरीट समर्थक एक बात का ध्यान रखे ।अब वो किसी भ्रम में ना रहे अगर आपको जाँब करनी है तो अपने जाँब के लिये आपको खुद संघर्ष करना होगा ।२५मार्च के अन्तरिम आर्डर के बाद हमारी टीम फाइनल बहस की तैयारी कर रही क्योकि इस भर्ती का और हम लोगो का पुरा भविष्य इसी फाइनल आर्डर पर टिका हुआहै इसलिए हम लोग अपनी तरफ से कोई कमी नही रखना चाहते है।पर पता नही क्यो लोग इस अन्तरिम को फाइनल आर्डर मानने कि गलती कर रहे है जबकि आर्डर में स्पष्ट लिखा है कि इस भर्ती का भविष्य पुरी तरह से फाइनल आर्डर पर निर्भर रहेगा जो लोग सोच रहे है २९ को डेट लगा है और उस दिन फाइनल सुनवाई होगी तो वो लोग भ्रम की दुनिया से बाहर आये और इस सच्चाई को स्वीकार करे कि अभी कोई डेट नही लगा है ।दोस्तो मै एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूँ ये लडाई सिर्फ मेरी नही है हम सब की है ।और हम सब को मिलकर ही प्रयास करना होगा ।मैं आप सभी एकेडमिक समर्थको से आग्रह करता हूँ कि सुप्रीम कोर्ट की फाइनल सुनवाई के लिए अपने एकेडमिक टीम का आर्थीक सहयोग करे।
. . . . . . . शेष. . . . . . . . दोस्तो मैने हाईकोर्ट में अपना ब्यक्तिगत १ लाख १४ हजार रूपया खर्च किया था और उससमय मैने किसी से १RS भी सहयोग नही लिया था।उसी का नतीजा है एकेडमिक वालेमुझपर बिश्वास करते है और मै आपसे प्राप्त सहयोग का १/१ रूपये का हिसाब अपनी टीम को देता हूँ। दोस्तो मैं जानता हूँ सभी लोगो की आर्थीक स्थिती एक जैसी नही होती । फिर भी जब अपने जाँब के लिए आप १०/२० हजार का फार्म भर सकते हो तो १०००/५०० का सहयोग भी कर सकते है |
ReplyDeleteआपको सहयोग करना भी चाहिए क्योकि अगर आप जीतते है तो आपको २७०००/ माह कीजाँब जो मिलेगी ।मेरे कई दोस्त कहते है सर जी सहयोग के लिए आप ही लिखते हो ...ये अच्छा नही लगता ।तो मै उनको बता दु सहयोग रोकवाने के लिए लिखना हो तो सब लिख देते है लेकिन जब सहयोग कि आवश्कता पडती है तो सबको लिखने में शर्म महसुस होती है।
२६ अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश सेवामुक्त हो रहे है ।जिससे हम लोगो के केस का बेंच भी बदल जायेगा ।दोस्तो हम लोगो के लिये ये कठिन समय है ।लेकिन सत्य ये भी समय चाहे जैसा भी हो बदलता जरूर है।
दोस्तो एक कहावत है अंत भला तो सब भला । और इस भर्ती का सुखद अंत होना अभी बाकि है।
मैं अपना वोट डालूँगा।
ReplyDeleteमुझे उत्साह है कि हमारा वोट भारत का प्रधानमंत्री बनाने में योगदान देगा।
मतदान के दिन यदि आप अपना वोट न डाले और जो छुट्टी मिली है उस पर मौज मस्ती के लिए कहीं चले जाएँ तो यह देश के साथ अन्याय होगा।
यादों के झरोखों से.....
ReplyDeleteमित्रों
सरकार की लाठियाँ तो खूब चटकीं
पर 'हम' मौन रहे....
अब देखो 'समय' का फेर...
सरकार पर कितना भारी पड़ रहा है
हमारा धैर्य, संयम, संकल्प, विनम्रता, गुरुर.........
हमारे एक-एक आँसुओं की कीमत....
हमारे जख्मी साथियों के खून का एक-एक कतरा......
हमारी हाय.....
हमारा रुदन.....
हमारी वेदना.....
हमारी असहाय स्थिति....
वाह रे कुदरत का खेल......
किसी ने सही कहा है----
"ऊपर वाले की लाठी में आवाज नही होती है"
मौन बरपा है चहुँओर
आचारसंहिता का मौन
सरकार का मौन
NCTE का मौन
और लाठी अपना काम कर रही है.....
सबकुछ धीरे-धीरे ही सही....पर अचानक हो रहा है.....बिना मौन तोड़े.......
"मौनम् छिन्दन्ति शस्त्राणि, मौनम् दहति पावकः "
आप सभी को हार्दिक शुभकामनाय एवं बधाई
ReplyDeleteअब टेट मर्रित पर चयनित होने वाले लोगो के डेटा
जन. पुरुष (कला) 97 अंक तक
जन. पुरुष (विज्ञान) 98-99 अंक तक
जन. महिला (कला) 95 अंक तक
जन. महिला (विज्ञान) 95 -97 अंक तक
पि. पुरुष (कला) 93-94 अंक तक
पि. पुरुष (विज्ञान) 95 अंक तक
पि. महिला (कला) 92 अंक तक
पि. महिला (विज्ञान) 94 -95 अंक तक
अनु. पुरुष (कला) 85 अंक तक
अनु. पुरुष (विज्ञान) 87 अंक तक
अनु. महिला (कला) सभी अंक तक
अनु. महिला (विज्ञान) सभी अंक तक
विकलांग पुरुष सभी अंक तक
विकलांग महिला सभी अंक तक
उपरोक्त डेटा ऑनलाइन आवेदन एवं पहेले भेजे गे फॉर्मो को compile कर के बनया गया है। ये अंतिम परिणाम नहीं है यहाँ तक के लोग लगभग कही न कही पुरे प्रदेश में नौकरी पाएंगे।
जय माता दी, जय टेट मेर्रित, जय ओड ऐड
Umashankar Ji aap ke mukh me sarswati Ji ka vas ho Jo apne bola hai vo satya ho. Sabhi logo ka umid fir se jagi hai aap ek nek purush ho dhanyawad. Jai maa vindhyavasini, jai baba kashivishwanath sada sahay.
Deleteमहापुरुषो के समाधि स्थल-
ReplyDeleteTRICK- "इन्द्र की शक्ति , जग मेँ समता !
राजीव है वीर , विजय लाल !
बापू करे राज , चाचा रहे शांत !
मेरी अभय , चौधरी किसान" !
1. शक्ति स्थल - इन्दिरा गाँधी ,
2. समता स्थल - जगजीवन राम ,
3. वीर भूमि - राजीव गाँधी ,
4. विजय घाट - लाल बहादुर ,
5. राज घाट - महात्मा गाँधी ,
6. शांति वन - जवाहर लाल नेहरू ,
7. अभय घाट - मोरारजी देसाई ,
8. किसान घाट - चौधरी चरण सिंह |
मुझे ये तो पता नहीँ कि आगे क्या होगा?
ReplyDeleteपर दिल कहता है कि सबकुछ बहुत अच्छा होगा।
कोई भूल हुयी होगी मुझसे
इसलिए वो खफा खफा रहता है।
पर खुदा तो खुदा है न!
कब तक बंदोँ से खफा होगा!
मैँ थोड़ा थक जरुर गया हूं
मगर रुका नहीँ हूं दोस्तोँ।
आपका हौसला साथ रहा तो
मेरा हर सपना पूरा होगा।
Umasanker bandhu ko koti koti pranaam,
ReplyDeletebhai kisi ne pgt commerce kvs exam diya tha. iski cutoff kitni ja sakti h.
ReplyDeleteUmashanker ji aapko bahut bahut dhanywad . Ek bataiye ki ab koi dar to nahi bharti fasne ki.....dhai sal se dekhata aa raha hun....... man dar sa raha hai........
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