/* remove this */

Wednesday, March 27, 2013

UP NEWS - नरेंद्र मोदी ने अखिलेश यादव जैसा क्या किया है: मुलायम सिंह


UP NEWS - नरेंद्र मोदी ने अखिलेश यादव जैसा क्या 

किया है: मुलायम सिंह

कांग्रेस धोखेबाज पार्टी है: मुलायम सिंह यादव



सैफई।। समाजवादी पार्टी चीफ मुलायम सिंह यादव कांग्रेस पर लगातार हमलावर होते जा रहे हैं। बुधवार को जब पूरा देश होली के रंग में मदमस्त था, तब मुलायम सिंह ने सैफई में कांग्रेस को धोखेबाज पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में तीसरे मोर्चे की सरकार बनाएंगे। 2014 के आम चुनाव में न तो कांग्रेस की सरकार बनेगी न ही बीजेपी की। 

यादव ने उत्तर प्रदेश की तुलना गुजरात से करते हुए कहा, 'गुजरात को मीडिया बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है। मोदी बताएं कि उन्होंने विकास के लिए क्या उतना काम किया जितना उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार ने किया है। एसपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि मोदी ने मीडिया को प्रलोभन देकर अपने कब्जे में लेकर अपना गुणगान कराया। कन्या विद्याधन, लैपटाप, बेरोजगारी भत्ता और अन्य विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एसपी सरकार ने जो काम किए वे मोदी नहीं कर सके। यादव ने दोहराया कि दिल्ली में उत्तर प्रदेश के मुकाबले 10 गुना ज्यादा अपराध है लेकिन प्रदेश की कानून-व्यवथा को लेकर हो-हल्ला किया जा रहा है।

मुलायम सिंह ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस से लोगों का भरोसा उठ चुका है। जनता तीसरे विकल्प की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। उन्होंने अगले आम चुनाव में गैरबीजेपी और गैरकांग्रेसी सरकार बनाने की जमकर वकालत की। मुलायम सिंह ने कहा कि हमारी कोशिश है कि अगले आम चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस और बीजपी से दूरी बनाकर तीसरे मोर्चे के लिए तैयार हो जाएं।

मुलायम ने अगले लोकसभा में अपनी अहमयित की ओर इशारा देते हुए कहा कि अगले चुनाव में ना ही कांग्रेस और ना ही बीजेपी की सरकार बनेगी. उन्‍होंने कहा कि बीजेपी 1990 की लाठी को ना भूल जाए. मुलायम संभवत: 1990 के दौर की बात कर रहे थे जब उन्‍होंने रामजन्‍म भूमि आंदोलन पर काफी सख्‍ती की थी. नरेंद्र मोदी पर उन्‍होंने कहा कि मोदी ने कोई खास काम नहीं किया है, लोग बेवजह मोदी-मोदी चिल्‍ला रहे हैं
कुछ दिन पहले मुलायम सिंह एनडीए सरकार और बीजेपी के सीनियर नेता आडवाणी की तारीफ कर रहे थे। हालांकि मुलायम सिंह के इस रुख को बीजेपी ने खास तवज्जो नहीं दी। बीजेपी ने तो यहां तक कह दिया कि मुलायम सिंह अब भरोसे के काबिल नहीं हैं। बीजेपी की इस बेरुखी के बाद मुलायम सिंह और कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर एक साथ हमला बोल रहे हैं।

ध्यान देने वाली बात यह है कि मुलायम सिंह कांग्रेस को धोखेबाज तब कह रहे हैं जब उनकी पार्टी के समर्थन की वजह से ही केंद्र में कांग्रेस की सरकार चल रही है। वह पिछले 9 सालों से यूपीए के साथ हैं। यूपीए एक में जब लेफ्ट पार्टियों ने न्यूक्लियर डील पर समर्थन वापस लिया था तो मुलायम सिंह ही मनमोहन सरकार के तारनहार बने थे। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो यह मुलायम सिहं का पैंतरा नजदीक आते आम चुनाव के मद्देनजर है।

भले केंद्र में वह कांग्रेस के साथ हैं लेकिन लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में वह कांग्रेस के खिलाफ ही चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में मुलायम सिंह लोगों के बीच दिखाना चाहते हैं कि उनकी पार्टी भले केंद्र में कांग्रेस का समर्थन कर रही है लेकिन कई मुद्दों पर विरोध है। मुलायम सिंह की भाषा कांग्रेस के प्रति तल्ख हो रही है लेकिन वह समर्थन वापसी पर कोई सख्त फैसला लेने से बच रहे हैं।

मुलायम सिंह ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में एसपी 'किंगमेकर' की भूमिका में होगी। कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे दल को केंद्रीय भूमिका में लाने के लिए और मुस्तैदी से काम करें। एसपी प्रमुख ने इटावा स्थित अपने पैतृक गांव सैफई में होली उत्सव के दौरान मौजूद कार्यकर्ताओं से कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के बाद एसपी 'किंगमेकर' की भूमिका में रहेगी और केंद्र में उसके बगैर कोई भी पार्टी या गठबंधन सरकार नहीं बना सकेगा। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने जिस भरोसे के साथ एसपी को बहुमत देकर जिताया था, पार्टी को यही इतिहास आगामी लोकसभा चुनाव में दोहराने का टारगेट लेकर चलना होगा।

उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में एसपी को कम से कम 80 सीटें हासिल करने की जरूरत है। तभी समाजवादी पार्टी को केंद्र की सत्ता में बैठने और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया का सपना पूरा करने का मौका मिलेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मौके पर कहा कि कार्यकर्ताओं का अगला निशाना पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को दिल्ली की गद्दी पर बैठाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में एसपी के पक्ष में बने माहौल को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है और इसका असर आगामी लोकसभा चुनाव में जरूर दिखेगा।

राज्य के मुख्यमंत्री एवं सपा के प्रान्तीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मौके पर कहा कि कार्यकर्ताओं का अगला निशाना पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को दिल्ली की गद्दी पर बैठाना है

यादव ने कहा कि किसान और मुस्लिमों का देश की तरक्की में अहम योगदान है लेकिन केंद्र सरकार ने मुसलमानों की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति की सचाई उजागर करने वाली सच्चर समिति की सिफारिशों को ठंडे बस्ते में डालकर उनके साथ छल किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस 'धोखेबाजों' की पार्टी है और वह आगामी लोकसभा चुनाव में मुसलमानों के वोट हथियाना चाहती 


Read more...

Tuesday, March 26, 2013

Happy Holi to All Blog Members


Happy Holi to All Blog Members




~ Blog Editor

Read more...

Teacher Eligibility Test News -स्नातक भी बन सकते हैं टीचर


Teacher Eligibility Test News केंद्र ने यूपी, हिमाचल और उत्तराखंड समेत 13 राज्यों को दी छूट
स्नातक भी बन सकते हैं टीचर
•अकेले उत्तर प्रदेश में खाली हैं डेढ़ लाख से अधिक प्राइमरी टीचरों के पद


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में खाली पड़े शिक्षकों के पदों पर भर्ती के लिए अब 13 राज्यों को विशेष छूट प्रदान की है। इन राज्यों में बीटीसी अथवा बीएड का कोर्स कर चुके बेरोजगारों के अलावा सामान्य स्नातक भी टीईटी (शिक्षक योग्यता परीक्षा) पास कर शिक्षक बन सकेंगे। अभी तक केवल प्रशिक्षित उम्मीदवारों को ही टीईटी परीक्षा में शामिल होने की छूट थी।
उल्लेखनीय है सर्वशिक्षा अभियान के तहत देश में लगभग बीस लाख शिक्षकों के नए पद सृजित हुए थे। इनमें से 12 लाख से अधिक पदों पर भर्ती हो चुकी है, लेकिन सात लाख पद अभी भी रिक्त हैं, जबकि पहली अप्रैल से पूरे देश में आरटीई एक्ट प्रभावी हो जाएगा। रिक्त पदों पर भर्ती के लिए बार-बार टीईटी परीक्षा कराने के बाद भी प्रशिक्षित उम्मीदवार पर्याप्त संख्या में नहीं मिल पा रहे हैं। शिक्षकों की भर्ती में पीछे रहने वाले राज्यों के अनुरोध पर बीएड की डिग्री हासिल करने वालों को भी प्राइमरी शिक्षक बनने की छूट दी गई, लेकिन बड़ी संख्या में अभी भी पद नहीं भरे जा सके हैं। इन राज्यों में प्रशिक्षित शिक्षक तो हैं, लेकिन वे टीईटी परीक्षा नहीं पास कर पा रहे हैं
मानव संसाधन मंत्री पल्लम राजू ने बताया इस समस्या को दूर करने के लिए 13 राज्यों में अप्रशिक्षित सामान्य ग्रेजुएट को भी टीईटी परीक्षा में शामिल होने तथा परीक्षा पास करने पर सीधे शिक्षक नियुक्त करने की छूट दे दी गई है। छूट पाने वाले इन राज्यों में ही सर्वाधिक छह लाख शिक्षकों के पद रिक्त हैं। इनमें सर्वाधिक बिहार में 2,05,378 तथा उत्तर प्रदेश में 1,59,087 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। इनके अलावा जिन राज्यों में स्नातकों को सीधे शिक्षक पद पर भर्ती की छूट दी गई है उनमें हिमाचल प्रदेश में 2203, उत्तराखंड में 9270, पश्चिम बंगाल में 61,623 तथा मध्य प्रदेश 79,110 पद रिक्त हैं। शिक्षकों की पात्रता में छूट पाने वाले अन्य राज्यों में झारखंड तथा पूर्वोत्तर के कुछ राज्य शामिल हैं।
नौकरी मिलने के बाद इन प्रशिक्षित शिक्षकों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण देने के लिए मानव संसाधन मंत्रालय ने देश में 19 स्थानों पर कॉलेज ऑफ टीचर्स एजूकेशन (सीटीई) की स्थापना भी करने का फैसला लिया है। यहां पर सबसे पहले नई भर्ती वाले शिक्षकों को ही प्रशिक्षण दिया जाएगा।


राज्यों तथा केंद्र को उम्मीद है कि भविष्य में होने वाली टीईटी परीक्षा में बड़ी संख्या में स्नातक युवक शामिल होंगे तथा परीक्षा पास कर वे खाली पदों पर नौकरी हासिल कर सकेंगे। अभी होने वाली टीईटी परीक्षा में कई राज्यों में एक फीसदी उम्मीदवार भी पास नहीं हो पा रहे थे।




News Source : Amar Ujala (26.3.2013)

Read more...

Sunday, March 24, 2013

UPTET : LARGER BENCH WILL HEAR TET VD. NON TET CASE ON 3RD APRIL 2013

UPTET : LARGER BENCH WILL HEAR TET VD. NON TET CASE ON 3RD APRIL 2013


SEE NEWS -

NEWS SOURCE : HINDUSTAN EPAPER (24.3.2013)
************************
AS PER SOME INFO WHEN TET VS. NON MATTER SOLVE THEN AFTER THIS ACAD. MERIT VS. TET MERIT MATTER WILL BE SOLVED IN 1-2 HEARINGS AS ALMOST ALL HEARING OF TET VS ACAD. MERIT ALREADY HAPPEN
Read more...

16.5 LAKH STUDENT WILL GET CYCLE IN BIHAR

16.5 LAKH STUDENT WILL GET CYCLE IN BIHAR

DEPUTY CM SUSHIL KUMAR MODI

LO BIHAR BHEE UP KEE RAH PAR CHAL NIKAL PADA -


Read more...

KVS : NEW PAY SCALE FOR TEMPORARY /CONTRACT TEACHERS

KVS : NEW PAY SCALE FOR TEMPORARY /CONTRACT TEACHERS

AS PER SOME SOURCES, KV REVISED ITS PAY SCALE FOR CONRACT TEACHERS AND MADE EQUIVALENT TO REGULAR TEACHERS -


FOR AUTHENTICITY , KINDLY VERIFY ITS DETAILS FROM CONCERNED AUTHORITY / DEPT.

Read more...

BETET : शिक्षक नियोजन में फर्जी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भरमार


BETET : शिक्षक नियोजन में फर्जी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भरमार

मोतिहारी, नगर संवाददाता : जिले पंचायत व प्रखंडों में शिक्षक नियोजन के लिए जिला स्तर मेधा सूची की जांच युद्ध स्तर पर जारी है। इस दौरान लगभग दो दर्जन शिक्षक अभ्यर्थी ऐसे पकड़े गए हैं जिनका टीईटी परीक्षा का क्रमांक फर्जी है। जबकि विभाग ने पूर्व में ही सभी नियोजन इकाईयों को टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की सूची उपलब्ध करा दी गई थी। बावजूद इसके नियोजन इकाई स्तर पर इसकी जांच नहीं की गई। सूची जब अनुमोदन के लिए डीपीओ स्थापना के पास आई व जांच शुरू की गई। मात्र तीन प्रखंडों में ही लगभग दो दर्जन अभ्यर्थी फर्जी पाए गए। इसकी पुष्टि डीपीओ स्थापना अश्रि्वनी कुमार ने की । उन्होंने बताया कि अब तक संग्रामपुर, पताही व चिरैया प्रखंडों व पंचायतों की सूची की जांच की गई है। इस जांच में दो दर्जन से अधिक ऐसे शिक्षक अभ्यर्थी पाए गए हैं, जिन्होंने फर्जी टीईटी उत्तीर्ण का प्रमाण पत्र लगाकर नियोजित होने का प्रयास किया है। डीपीओ श्री कुमार ने बताया कि सूची की जांच युद्ध स्तर पर जारी है। जांच के बाद ही सूची को अनुमोदन किया जाएगा। जांच कार्य में एक दर्जन कर्मियों को लगाया गया है। शीघ्र ही जांच कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इन फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि इन लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर विभाग को तंग-तबाह करने का कार्य किया है


News Sabhaar : Jagran (Updated on: Sat, 23 Mar 2013 06:13 PM (IST)) / http://www.jagran.com/bihar/east-champaran-10242303.html
Read more...

JTET / Jharkhand TET : Teachers' eligibility test from April 26: Jharkhand Academic Council


JTET / Jharkhand TET   : Teachers' eligibility test from April 26: Jharkhand Academic Council


RANCHI: The Jharkhand Academic Council (JAC) on Saturday announced that the teachers' eligibility test (TET) will be held on April 26 in two shifts.

JAC chairperson Anand Bhushan said, "The admit cards can be downloaded from the JAC website from April 2." The test will be conducted to recruit 18,000 primary and secondary teachers in the state.

The aspirants are happy that the TET will finally be held but they want a domicile policy to be framed to ensure that only the candidates from the state get selected. needed to be made before the examination is conducted.

Manoj Kumar, a candidate said, "The new regulations are not favourable for the residents of Jharkhand. According to the rules, just clearing the TET will not make one eligible to for a teacher's job. The marks obtained by the candidates in matriculation, intermediate and graduation examinations will also be taken into consideration," he added.

If the rule is implemented, it will increase the probability of candidates from other states to get recruited in the TET as the condition of higher education in Jharkhand is not good and students do not score much here, said Kumar. "This is why we have been demanding a domicile policy so that at least candidates from Jharkhand will be given priority in the recruitment process."

Some TET aspirants have threatened that if their demand for framing a domicile policy is not met, they will boycott the examination. Arvind Pandey, an aspirant said, "If our demands are not fulfilled, we will protest against the examination and make sure that it is not held. After all, it (TET) is about the future of people of Jharkhand."

News Source : http://timesofindia.indiatimes.com/city/ranchi/Teachers-eligibility-test-from-April-26-Jharkhand-Academic-Council/articleshow/19163320.cms (24.03.2013)

Read more...

Public Service Commission, Uttar Pradesh (UP PSC)


Public Service Commission, Uttar Pradesh (UP PSC)
10, Kasturba Gandhi Marg, Allahabad-211018 


Combined State / Upper Subordinate Services Examination - 2013

UPPSC shall hold preliminary examination for the various posts of Combined State / Upper Subordinate Services (Preliminary) Examination-2013 in various centres of UP.

Posts : 200 posts for various subordinate services Officers for Government of Uttar Pradesh.  There is  special vacancy for 13 posts (Dy. Collector-5, Naib Tehsildar-6, Treasury/ Accounts Officer-2) for Physically weaker/ handicapped  candidates.

Age : 21-40 years as on 01/07/2013. Relaxation for reserved categories as per Govt. orders.

Qualification : A Bachelor's Degree or its equivalent and special qualification for some posts.

Application Fee :  Please deposit fee Rs.115/- (Rs. 55/- for SC/ST of UP and Rs.15/- for PWD)  in either Punjab National Bank or in State Bank of India through a payment challan slip.

Read more...

UP MODEL SCHOOL RECRUITMENT NEWS - मॉडल स्कूलों में होगी 2600 कर्मियों की भर्ती शासनादेश जारी, 148 पिछड़े ब्लॉकों में संचालित होंगे स्कूल


UP MODEL SCHOOL RECRUITMENT NEWS - मॉडल स्कूलों में होगी 2600 कर्मियों की भर्ती
शासनादेश जारी, 148 पिछड़े ब्लॉकों में संचालित होंगे स्कूल


लखनऊ। सूबे में केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर खुले 148 मॉडल स्कूलों में 2600 कर्मियों की भर्ती की कवायद सरकार ने तेज कर दी है। प्रदेश के पिछड़े ब्लॉक में संचालित इन स्कूलों में 148 प्रधानाचार्य, 740 प्रवक्ता, 1036 सहायक अध्यापक, 148 कनिष्ठ लिपिकों की भर्ती होगी। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने भर्ती का शासनादेश जारी कर दिया है। चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की तैनाती सेवा प्रदाता के माध्यम से होगी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक की ओर से पिछले साल अगस्त में पद सृजन को लेकर प्रस्ताव भेजे गए थे। इसमें हर मॉडल स्कूल के लिए 1 प्रिंसिपल, 5 प्रवक्ता, 7 सहायक अध्यापक, 1 कनिष्ठ लिपिक और सेवा प्रदाता के माध्यम हर स्कूल के लिए 4 चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्ती का प्रस्ताव शामिल था। शासन ने भेजे गए सभी प्रस्तावों पर हरी झंडी दे दी है। यह मॉडल हाई स्कूल केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर सूबे के पिछड़े ब्लॉकों में खोले जा रहे हैं। ये स्कूल ब्लॉक मुख्यालय पर खोले जा रहे हैं। इनमें कक्षा 6 से लेकर 12वीं तक अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध होगी। केंद्र के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने सूबे के कुल 680 पिछड़े ब्लॉक में यह स्कूल खोलने का प्रस्ताव भेजा था। लेकिन वित्तीय वर्ष 2011-12 में 148 व वित्तीय वर्ष 2012-13 में 45 स्कूल खोलने की मंजूरी दी। गौरतलब है कि स्कूल खोलने और उनके संचालन में आने वाले खर्च की 75 फीसदी राशि केंद्र सरकार और 25 फीसदी राज्य सरकार वहन कर रही है। हालांकि अभी तक केंद्र सरकार ने केवल स्कूल भवन बनाने के लिए ही राज्य सरकार को राशि स्वीकृत किया है। सभी स्कूलों में केवल विज्ञान शिक्षकों की भर्ती होगी और विज्ञान की कक्षाएं ही संचालित की जाएंगी


न्यूज़ साभार -   : अमर उजाला (24.3.2013)
******************************************
What happens in UP Teachers Recruitment -
Primary Teacher 72825 recruitment starts in 2011 and now stuck in court
After that New Advt. of 72825 Recruitment Starts and that also stuck in court
After that LT Grade Teacher Recruitment Starts and that also stuck in court
After that Anudeshak (Samvida Teacher) Starts and that also stuck in court
No UPTET conducted in 2012 and 2013 is running

Teaching job aspirant candidates are in big trouble in these days.
Read more...

UP Aided School Recruitment : बेसिक के सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती रुकी

UP Aided School Recruitment : बेसिक के सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती रुकी


लखनऊ (ब्यूरो)। बेसिक शिक्षा परिषद के सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में स्पष्ट शासनादेश के बाद भी शिक्षकों की भर्ती रुकी हुई है। जबकि स्कूल प्रबंधन शिक्षकों की भर्ती के लिए बेसिक शिक्षा निदेशालय से लेकर शासन तक से गुहार लगा रहे हैं। इसके बावजूद इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। एडी बेसिक महेंद्र सिंह राणा का कहते हैं कि बेसिक शिक्षा परिषद से इस संबंध में स्पष्ट आदेश जारी होने के बाद ही बीएसए भर्ती की अनुमति दे सकेंगे।
सूबे में सहायता प्राप्त करीब 4100 जूनियर हाई स्कूल हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए स्कूल प्रबंधन कमेटी प्रस्ताव बनाकर बीएसए को भेजती है। फिर उनकी अनुमति के बाद विज्ञापन निकाल कर आवेदन मांगे जाते हैं लेकिन सूबे में आरटीई लागू होने के बाद भी शिक्षकों की भर्ती रोक दी गई




News Source : Amar Ujala (24.3.13)
************************************
May be reason is TET Vs. Non TET matter in court and due to this recruitment may face problems.




Read more...

Saturday, March 23, 2013

UP News : सुधर जाओ अखिलेश, आडवाणी कभी झूठ नहीं बोलतेः मुलायम

UP News  : सुधर जाओ अखिलेश, आडवाणी कभी झूठ नहीं बोलतेः मुलायम


नई दिल्ली। यूपी में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोपों को देखते हुए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया। मुलायम सिंह ने कहा कि उनके पास रिपोर्ट है कि राज्य के मंत्री जनता की सेवा की बजाय अपनी ही सेवा में लगे हैं। मुलायम सिंह ने कहा कि मंत्री अपने निजी फायदे के लिए काम कर रहे हैं।


मुलायम ने भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी का जिक्र करते हुए कहा कि आडवाणी जी ने उन्हें निजी तौर पर बताया है कि यूपी में भ्रष्टाचार काफी बढ़ गया है. आडवाणी जी कभी झूठ नहीं बोलते और वो उनकी बात पर भरोसा करते हैं. मुलायम ने अपने भाषण में न सिर्फ आडवाणी बल्कि भाजपा की भी तारीफ की और अपने पुत्र अखिलेश को नसीहत दी कि अपनी छवि खराब न होने दें. मुलायम का गुस्सा और आडवाणी की उनके मुंह से तारीफ सबको हैरान कर रही थी.
पांच माह में सुधरो



मुलायम ने कहा-
‘मंत्री क्या कर रहे हैं मुझे सब पता है। मैं सबको मौका दे रहा हूं। मैं ऊब गया हूं कुछ मंत्रियों के व्यवहार से। वो सोच लें। पूरी रिपोर्ट है। सब निजी काम में लगे हुए हैं। जनता के काम में नहीं।

क्या इसीलिए संघर्ष किया था नौजवानों ने।

 ऐसे मंत्री बने हैं जिन्होंने कोई काम नहीं किया...सीनियरटी नहीं चलेगी। अब काम चलेगा इसलिए सुधार करना पड़ेगा। ये देखते नहीं रहेंगे हम बहुत दिन। चार-पांच महीने और दे रहा हूं। जरूरत पड़ी तो हमें कुछ करना पड़ेगा। लेकिन आज हम अपने को पहले सुधारेंगे। तब समाज में निकलेंगे सुधार के साथ। हम क्यों सभा करने नहीं जा रहे हैं? मैं क्या बोलूं सभा में जाकर? क्या हो रहा है अधिकारियों द्वारा'?
'मुझे एक बड़े नेता ने कहा है कि भ्रष्टाचार आपके यहां बहुत ज्यादा है। सबसे बड़े नेता ने कहा है मुझसे, आडवाणी साहब ने कि बहुत बुरा हाल है यूपी का। भ्रष्टाचार बढ़ गया है। अधिकारी नियंत्रण में नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि सुधारो इसको। मैं चाहता हूं कि यूपी सुधरे। बना रहे आपके कब्जे में हमें कोई आपत्ति नहीं है। अब हमको समीक्षा करनी पड़ेगी कि जब आडवाणी जी जैसा नेता हमसे कहे। आडवाणी जी कभी झूठ नहीं बोलते हैं। हमेशा सच बोलते हैं। मैंने कई बार कहा है'।


More Details About News  : http://www.prabhatkhabar.com/node/277522 , http://khabar.ibnlive.in.com/news/94959/12/4


Read more...

EARTH HOUR : अर्थ आवर में आज भारत के 150 शहर लेंगे हिस्सा


Is Tyohaar Ko Kon Kon Manaa Rahaa Hai  -
EARTH HOUR : अर्थ आवर में आज भारत के 150 शहर लेंगे हिस्सा

 दिल्ली: जलवायु में हो रहे बदलाव और उसके असर के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए आज दुनिया भर में अर्थ आवर का आयोजन किया जाएगा।

इसमें भारत के करीब 150 शहर भी हिस्सा ले रहे हैं। अर्थ आवर की शुरुआत 2007 में सिडनी से हुई थी। जहां लोगों से 1 घंटे बिजली बंद रखने की अपील की गई।

पिछले साल भारत में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद के साथ−साथ गुना, इटावा, मंडला जैसे छोटे−छोटे शहर भी इस कैम्पेन में शामिल हुए थे।

आज दुनियाभर के कई ऐतिहासिक स्थलों में रात 8.30−9.30 के बीच लाइट बंद रखी जाएगी। इस दौरान जिन जगहों पर लाइट बंद रहेंगी उनमें इंडिया गेट, ओपेरा हाउस, हावड़ा ब्रिज, टोक्यो टॉवर, बीजिंग का बर्ड्स नेस्ट, बुर्ज खलीफा, एफिल टॉवर सहित बर्किंघम पैलेस भी शामिल हैं
Read more...

प्रसार भारती में नौकरी का खुला दरवाजा


प्रसार भारती में नौकरी का खुला दरवाजा


इलाहाबाद। भर्ती परीक्षाओं की तैयारी मेें जुटे प्रतियोगियों के लिए बेहतर मौका है। यह मौका उपलब्ध होगा प्रसार भारती में। कर्मचारी चयन आयोग ने प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव और ट्रांसमिशन एक्जीक्यूटिव आदि पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगा है। भर्ती 1200 से अधिक पदों पर भर्ती होगी। इनके लिए 19 अप्रैल तक ऑनलाइन किया जा सकेगा। परीक्षा दो जून को प्रस्तावित है। आयोग की ओर से शुक्रवार को विज्ञापन भी जारी कर दिया गया। इसके अनुसार प्रसार भारती में प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव के 360, ट्रांसमिशन एक्जीक्यूटिव के 806 तथा ट्रांसमिशन एक्जीक्यूटिव प्रोडक्शन, असिस्टेंट ग्रुप बी के 72 पदों पर भर्ती की जाएगी। इनके लिए न्यूनतम योग्यता अलग-अलग है। आयोग की वेबसाइट पर भी भर्ती से संबंधित पूरी जानकारी लोड कर दी गई है।


इलाहाबाद। पीसीएस-2013 के लिए शनिवार से आवेदन किया जा सकेगा। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से इसकी सूचना आयोग वेबसाइट पर जारी कर दी गई है। आवेदन सिर्फ आनलाइन किया जा सकेगा। इससे संबंधित जानकारी भी साइट पर लोड कर दी गई है। आवेदन फीस 20 अप्रैल तक जमा होगी। फार्म 25 अप्रैल तक भरे जा सकेंगे


Read more...

CSIR NET - Last Date Extended Due to Delay in Last Result of Dec. 2012

CSIR NET - Last Date Extended Due to Delay in Last Result of Dec. 2012



COUNCIL OF SCIENTIFIC AND INDUSTRIAL RESEARCH
HUMAN RESOURCE DEVELOPMENT GROUP
EXAMINATION UNIT
C.S.I.R. Complex, H.R.D. Group, library Avenue, Pusa, New Delhi-110012
NOTIFICATION

EXTENSION IN LAST DATE FOR SALE OF APPLICATION FORM FOR JOINT CSIR-UGC
TEST FOR JUNIOR RESEARCH FELLOWSHIP & ELIGIBILITY  FOR LECTURESHIP (NET)
SCHEDULE ON 23RD  JUNE, 2013

It is notified that the last date for sale of Information Bulletin and Application Form through designated
branches of Indian Bank and Oriental Bank of Commerce has been further extended from 15.03.2013 to
25.03.2013 for forthcoming Joint CSIR-UGC test for Junior Research Fellowship and Eligibility for
Lectureship (NET) scheduled on Sunday 23rd  June, 2013.

The last date for submission of Online Application for this test has also been extended from 15.03.2013 to
25.03.2013. The candidate desirous to apply Online for this test may visit CSIR, HRDG: website
http://csirhrdg.res.in.

The last date for sale of Information Bulletin/Online submission of fee and receipt of completed
application forms have been extended as under:
 Date extended to
Date of close of Sale of Information Bulletin by cash at all branches/stations 25.03.2013
Date of close of On-Line deposit of fee & submission of On-line Application 25.03.2013

Read more...

Friday, March 22, 2013

UP PGT/ TGT : अध्यापकों की नियुक्ति की विसंगतियां दूर करे सरकार


UP PGT/ TGT : अध्यापकों की नियुक्ति की विसंगतियां दूर करे सरकार


 इलाहाबाद : हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार को निर्देश दिया है कि वह माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति की विसंगतियां दूर करे। कोर्ट ने माध्यमिक शिक्षा के प्रमुख सचिव से कहा है कि वे कठिनाई निवारण आदेश या नियमों में संशोधन करने की कार्यवाही करे ताकि प्रबंधकों को बोर्ड द्वारा चयन होने तक खाली पदों पर तदर्थ नियुक्ति कर छात्रों के शिक्षा की व्यवस्था करने का अधिकार मिल सके। इस मुद्दे पर बैठक बुलाकर ब्योरा 19 अप्रैल को मांगा गया है

यह आदेश न्यायमूर्ति एपी साही ने प्रवीण कुमार शुक्ल की याचिका पर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि कानूनी अड़चनों के चलते माध्यमिक विद्यालयों में मौलिक रिक्त पदों को भरा नहीं जा रहा है। भर्तियों में कठिनाइयां हो रही हैं। रिक्तियों के लिए चयन बोर्ड में भेजने के बाद लंबे समय तक पद भरे नहीं जा रहे हैं जिससे छात्रों को नुकसान हो रहा है।

कोर्ट का कहना है कि चयन से पद भरे जाने तक प्रबंध समिति को तदर्थ या अंशकालिक नियुक्ति की छूट देना चाहिए। अभी प्रबंधकों को तदर्थ नियुक्ति का अधिकार नहीं है। अध्यापक की सेवानिवृत्ति के बाद प्रबंध समितियां किसी प्रकार की नियुक्ति नहीं कर पा रही हैं। चयन बोर्ड को अधियाचन भेजे जाने के बाद लंबे समय तक पद भरे नहीं जाते। ऐसे में छात्रों के पठन-पाठन में असुविधा होती है। सरकार को आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए कदम उठाने चाहिए



News Source : Jagran (Updated on: Fri, 22 Mar 2013 08:31 PM (IST))
Read more...

UPTET : एक और यू पी टी ई टी छात्रा ने फांसी लगाई


UPTET : एक और यू पी टी ई टी छात्रा ने फांसी लगाई 

इस समय आये दिन देखने को आ रहा है की  यूपी टीईटी  अभ्यर्थी अवसाद ग्रस्त हो रहे हैं 
भर्ती में हो रही देरी तमाम सामाजिक समस्याओं को जन्म दे रही है - किसी के विवाह में देरी / शादी टल जाना,
कई लोग केरिअर का निर्णय नहीं ले पा रहे हैं , 

आज फिर एक और न्यूज़ ने दुखी किया ( हो सकता है कि कुछ और भी कारण हों , पर आये दिन टी ई टी अभ्य्र्थीयों की अवसाद ग्रस्त व्यथा सुनने को मिलती रहती हैं , भर्ती में 2 साल हो रहे है, दो बार  विज्ञापन निकल चुका , लेकिन भर्ती कब और कैसे होगी ये अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है )



Read more...

Ye ho gaya hai UP Mein Shiksha Ka Haal


Ye ho gaya hai UP Mein  Shiksha Ka Haal


ढूंढ़े नहीं मिले गणित और विज्ञान के शिक्षक

जागरण कार्यालय, अंबेडकरनगर : जिले के प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालयों में गणित एवं विज्ञान शिक्षकों का टोटा है। ऐसे में इन विषयों के शिक्षक ढूंढ़े नहीं मिल रहे हैं। इसके लिए शिक्षक भर्ती प्रक्रिया व प्रोन्नति पर शासन से लगाई गई रोक रोड़ा बनी है। आंकड़े बताते हैं कि, जिले भर में करीब ढाई सौ विद्यालयों में गणित व विज्ञान के शिक्षकों की कमी है।
परिषदीय शिक्षा को भले ही बेहतर बनाए जाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन इसका मूलभूत ढांचा ही चरमरा रहा है। कारण जिले भर में करीब ढाई सौ विद्यालयों में गणित व विज्ञान विषय के शिक्षकों का टोटा है। ऐसे में इन विषयों की पढ़ाई से छात्र अधूरे रह गए हैं। शासन स्तर से शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने के बाद से अनुमान लगाए जा रहे थे कि, किल्लत कुछ हद तक कम होगी, लेकिन इस पर कांउसिलिंग शुरू होते ही रोक लग गई। मामला अब तक लंबित चल रहा है। उधर शिक्षकों को पदोन्नति दिए जाने के बाद भी कमियों को दूर किए जाने की उम्मीद थी। फरवरी माह में शासन से प्रोन्नति पर लगी रोक हटने के बाद बीएसए कार्यालय में तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई थीं।
इस बीच मार्च में शासन ने फिर से रोक लगाने का फरमान जारी कर दिया। इसके बाद विषय विशेष के शिक्षकों की कमी दूर होने की उम्मीदों पर पानी फिर गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दलसिंगार यादव ने बताया कि, प्रोन्नति होने के बाद कमियां कुछ हदतक पूरी होने की उम्मीद थी। शासन से लगी रोक हटने के बाद शिक्षकों की तैनाती कर दी जाएगी




News Source : Jagran (22.3.2013)
*************************************
One side there are several UPTET (Upper Primary) Qualifide Candidates are waiting for JOB. And other side Qualifide Science/Math teachers shortage.

Gr8 Ulta Pulta

Read more...

MHTET : TET IS MUST TO BECOME TEACHER IN MAHARASHTRA ALSO -


MHTET : TET IS MUST TO BECOME TEACHER IN MAHARASHTRA ALSO -

See News of Time of India News Network -

Eligibility test must to be a teacher now
Hemali Chhapia, TNN Mar 17, 2013, 02.50AM IST


TET|National Council for Teacher Education|Eligibility test for teacher|DEd
MUMBAI: Cracking the diploma in education (DEd) or pursuing a bachelor's in education (BEd) will not be enough to be a teacher anymore. The state government has passed a resolution making it mandatory for every aspiring schoolteacher to clear a licentiate exam.

In a bid to better quality in schools, the state will hold the Teacher Eligibility Test (TET) to filter the best candidates. Public and private schools can recruit only those teachers who have cleared this exam.

Several states already have such a test in place and Maharashtra has passed this resolution keeping in mind the provisions laid down in the Right to Education Act.

"The TET is henceforth mandatory for those who want to join a school as a teacher," said additional chief secretary JS Saharia. "A good teacher makes all the difference. We have built enough schools. Now we ought to provide good quality schooling and a qualified teacher can bring excellence to the classroom," he said.

Eventually, every state will have to be holding its own TET. The test is aimed at bringing in national standards and benchmarking teacher quality in the recruitment process. It is meant to induce teacher education institutes, and students of these institutes, to further their performance standards.

In the TET, every candidate will be tested on child development, pedagogy and two languages. Knowledge of mathematics and environmental studies will be checked for those wanting to be posted in primary classes (till class V). In case of those wanting to teach senior students, they will also be tested on the subject they would like to teach.

The National Council for Teacher Education stipulates that a person who scores 60% or more in the TET will be considered as qualified.

Questions will be multiple choice with four alternatives; each question will carry a mark. There will be no negative marking. There will be two papers of the TET. Those intending to teach students in classes I to V need to sit only for Paper I. Paper II will be for the teachers of senior classes, VI to VIII. Candidates wanting to teach elementary and senior school need to take both papers.

Apart from the test, Maharashtra has also set minimum academic and professional qualifications for aspiring teachers. For primary schoolteachers, it will be mandatory to complete high school and DEd, apart from clearing the TET. For those wanting to join the senior school, candidates must complete their graduation and BEd as well as crack the TET


Soure : http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2013-03-17/mumbai/37786607_1_tet-teacher-education-teacher-eligibility-test

Read more...

BREAKING NEWS TET : Most states to miss RTE deadline, but extension unlikely

BREAKING NEWS TET : Most states to miss RTE deadline, but extension unlikely


TEACHER ELIGIBILITY TEST / RTE NEWS -

New Delhi, Mar 22, 2013 (PTI):
Government today ruled out extending the deadline beyond March 31 for schools to meet RTE requirements even as it conceded that many states were lagging behind and said a committee is being set up to expedite the implementation process.

HRD Minister M M Pallam Raju was evasive when asked about the fate of the schools who fail to meet the Right to Education Act requirements like infrastructure after March 31, saying they would ensure the requirements are complied with in the "shortest possible time".

"The deadline is the objective. It is apparent that most states are going to miss it, but that does not mean we will leave the objective. We will constitute a committee to show seriousness of the implementation," he told reporters here.

Schools face the prospects of closing down under the Act if they are not RTE compliant after March 31. The government also faces the threat of being challenged in court by stakeholders in the event of non-compliance.

"As long as state govt shows it seriousness... if some parents want to be litigant, we cannot stop them. But as far as I can say, we all are serious," he said.

He said the Central Advisory Board of Education, in its meeting last November, had also unanimously resolved not to extend the deadline, arguing that any move in this regard would dilute the Act that seeks to provide free and compulsory education to students.

He said government will "push those" schools who are lagging behind even as Ministry officials maintained that there are some states who have attained over 90 per cent achievement in meeting the requirements.

The RTE Act had set two deadlines -- until March 31, 2013 for infrastructure and March 31, 2015 for teachers to attain minimum qualifications (pass Teachers’ Eligibility Test).

Asked about the proposed committee, the Minister said it will do a follow-up to ensure that the deadline for meeting teacher requirement under the Act by March 2015 is met.

Meanwhile, 13 states have asked the Ministry to relax the norms as far as minimum qualification goes to ensure speedy compliance with RTE norms. They are Assam, Manipur, Meghalaya, Nagaland, Tripura, Bihar, Chattishgarh, Himachal Pradesh, Madhya Pradesh, Uttarakhand, Odisha, Uttar Pradesh and West Bengal


NEWS SOURCE: http://www.deccanherald.com/content/320816/most-states-miss-rte-deadline.html

Read more...

UPTET : 3 अप्रैल को होगी सुनवाई, दो या तीन बार में ही मामला निबटाने की तैयारी


UPTET : 3 अप्रैल को होगी सुनवाई, दो या तीन बार में ही मामला निबटाने की तैयारी



उत्तर प्रदेश में की जा रही 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती का मामला अभी सुलटने का नाम नहीं ले रहा है। प्रक्रिया को जितना सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है, उतनी ही उलझती जा रही है। बीते एक पखवारे से भर्ती प्रक्रिया में चल रहे न्यायालय वादों में भी कुछ निर्णय न हो पाने से टीईटी शिक्षक अब निराशा के गर्त में समाते दिखायी दे रहे हैं। वहीं सोमवार को पता चला है कि भर्ती प्रक्रिया से सम्बंधित सुनवाई अब 3 अप्रैल को होनी है। जिसके बाद मामले को जल्द निबटाने के लिए दो या तीन बार में ही प्रयास किया जायेगा।

इसी तरह अनुदेशक भर्ती भी अदालती कार्यवाही में फंसती नजर आ रही है। अभी अनुदेशक भर्ती के आवेदनों की अंतिम तिथि भी नहीं आ पायी थी कि जारी किये गये आवेदन प्रक्रिया के विज्ञापन के खिलाफ न्यायालय में याचिका दायर कर दी गयी। फिलहाल यदि शिक्षकों की भर्ती के लिए इसी तरह न्यायाल में उलझा के रखा गया तो उत्तर प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा का हाल बेहाल होने में अब देर नहीं है

उधर एल टी' ग्रेड शिक्षकों की भर्ती भी कोर्ट में फंस गयी है 
विवाद ये है की - साइंस टीचर की भर्ती में कोई भी पी जी डिग्री (एम् .ए आदि ) के क्वालिटी पॉइंट्स जोड़े जायेंगे (जैसा की भर्ती प्रक्रिया में हो रहा है )
या फिर सिर्फ साइंस विषय की पी जी डिग्री के |
 लोगो के व्यंग्य भी ऐसे मामले को देखने पर मिल रहे हैं और ये मसला हास्य का बन गया है 

Read more...

UP GOVT. GOING TO FILL 4000 POSTS OF FEMALE LT GRADE TEACHERS IN GOVT. COLLEGES

UP GOVT. GOING TO FILL 4000 POSTS OF FEMALE LT GRADE TEACHERS IN GOVT. COLLEGES

IN LAST RECRUITMENT, MANY OF VACANCIES ARE UNFILLED AND PROCESS NOT COMPLETED EVEN AFTER 2 YEARS

SEE NEWS -






Read more...

Wednesday, March 20, 2013

UP POLICE CONSTABLE RECRUITMENT अब 20 मिनट में 4.8 किमी पुलिस भर्ती नियमावली में हुआ बदलाव, कैबिनेट ने दी मंजूरी

UP POLICE CONSTABLE RECRUITMENT अब 20 मिनट में 4.8 किमी

पुलिस भर्ती नियमावली में हुआ बदलाव, कैबिनेट ने दी मंजूरी
सिपाही भर्ती दौड़


लखनऊ। सरकार ने सिपाहियों की सीधी भर्ती के लिए नियमों में व्यापक बदलाव किए हैं। इसके लिए उत्तर प्रदेश नागरिक पुलिस आरक्षी सेवा और प्रोन्नति नियमावली-2008 में बदलाव किया गया है। इससे 40 हजार सिपाहियों की भर्ती का रास्ता भी साफ हो गया है। अब सीधी भर्ती के लिए प्रारंभिक, शारीरिक व लिखित परीक्षा से अभ्यर्थी को गुजरना होगा। वहीं अब सिपाही से मुख्य आरक्षी पद पर 75 फीसदी प्रोन्नति वरिष्ठता के आधार पर तो 25 फीसदी लिखित परीक्षा से दी जाएगी। अब तक प्रोन्नतियां परीक्षा के जरिए होती थीं। राज्य मंत्रिपरिषद ने इन नियमों को मंजूरी दे दी है।
सीधी भर्ती के लिए अब पहले प्रारंभिक परीक्षा होगी। इसकेबाद शारीरिक परीक्षा और फिर लिखित परीक्षा होगी। शारीरिक परीक्षा 100 अंकों की और लिखित परीक्षा 300 अंकों की होगी। प्रारंभिक परीक्षा में 35 फीसदी अंक पाना जरूरी होगा। अब पुरुष अभ्यर्थी को दस किलोमीटर की जगह बीस मिनट में केवल 4.8 किलोमीटर ही दौड़ना होगा। वहीं महिला अभ्यर्थी को 18 मिनट में केवल 2.4 किलोमीटर दौड़ना होगा। जो पुरुष अभ्यर्थी 20 मिनट में 4.8 किलोमीटर की दौड़ पूरी करेगा उसे 100 अंक मिलेंगे। वहीं 20-25 मिनट में पूरी करने पर 80 तो 25 से ऊपर व 30 मिनट के बीच पूरी करता है तो उसे 60 अंक दिए जाएंगे


News Source : Amar Ujala / अमर उजाला  (20.3.13)
*****************************
During new government, many amendment /changes happen in recruitment policy.

Read more...

UPTET 2013 :मोअल्लिम धारक तैयार हों तो हो टीईटी

UPTET 2013 :मोअल्लिम धारक तैयार हों तो हो टीईटी



लखनऊ (ब्यूरो)।सूबे के प्राथमिक स्कूलों में करीब पौने तीन लाख शिक्षकों की कमी है, इसके बावजूद सरकार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। दरअसल इसके पीछे मुख्य वजह मोअल्लिम वाले माने जा रहे हैं। मोअल्लिम धारक शिक्षक तो बनना चाहते हैं मगर बगैर टीईटी के। इस पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी मोअल्लिम धारकों को मनाने में जुटे हैं कि वे टीईटी के लिए राजी हो जाएं ताकि इसका आयोजन कराया जा सके।
शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू होने के चलते कक्षा 8 तक के स्कूलों में शिक्षकों के लिए टीईटी पास करना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने शिक्षकों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश को 31 मार्च 2014 तक का समय दे रखा है। पर स्थिति यह है कि शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी ही नहीं हो पा रही है।
सूबे में पिछली बार टीईटी नवंबर 2011 में आयोजित कराई गई थी। इसके बाद से प्रस्ताव कई बार बना लेकिन परीक्षा नहीं हो पाई। इसमें सबसे बड़ी समस्या मोअल्लिम धारक हैं। दरअसल सपा सरकार मुसलमानों को अपना मुख्य वोट बैंक मानती है और मोअल्लिम धारक इसी का लाभ उठा रहे हैं। वे बगैर टीईटी पास किए शिक्षक बनना चाहते हैं। लिहाजा एनसीटीई की नियमावली हर बार आड़े आ रही है। इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि मोअल्लिम धारक वाले मान जाएं ताकि टीईटी आयोजित कराई जा सके





News Source : Amar Ujala ( 20.3.13)
**************************************
Recently some candidates moved in court to demand UPTET examination and govt is under pressure to conduct such examination as last year TET exam was not conducted.
See details of previous case - http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2013/03/uptet-candidate-demanded-uptet-2012_20.html

Read more...

UPTET : Candidate demanded UPTET 2012 Exam, and as per info UPTET is in pipeline to be happen on Feb 2013



UPTET : Candidate demanded UPTET 2012 Exam, and as 

per info UPTET is in pipeline to be happen on Feb 2013



HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD 

?Court No. - 30 
Case :- WRIT - A No. - 61130 of 2012 
Petitioner :- Vivek Kumar Kashyap 
Respondent :- State Of U.P. And Others 
Petitioner Counsel :- Manoj Kumar 
Respondent Counsel :- C.S.C.,R.C.Singh 

Hon'ble V.K. Shukla,J. 
Present writ petition in question has been filed with the request to direct the respondents to conduct Teacher Eligibility Test -2012 of the petitioners
Petitioners have contended that under the guideline published for conducting Teacher Eligibility Test (TET)� following provision has been incorporated. 
"11.�� The appropriate Government should conduct a TET at least once every year. The Validity Period of TET qualifying certificate for appointment will be decided by the appropriate Government subject to a maximum of seven years for all categories. But there will be no restriction on the number of attempts a person can taken for acquiring a TET Certificate. A person who has qualified TET may also appear again for improving his/her score." 
Petitioners submit that in view of this TET test in all eventuality should be conducted every year. 
On presentation of present writ petition in question, this Court asked the learned Standing counsel to obtain necessary instructions in the matter and on the matter being taken up requisite instruction has been obtained and as per the same guideline for holding UPTET are in pipe line� i.e. under preparation.� Coupled with this it has been informed that� endeavour shall be made for� UPTET Examination 2012 to be held somewhere in February, 2013. Once such is the factual situation that in the said direction process is on then no further directives are required to� be issued by this Court. 
Present writ petition is accordingly disposed of. 
Order Date :- 3.12.2012 
Dhruv 



Read more...

Tuesday, March 19, 2013

UPTET : TET vs NON TET Case in Allahabad HC, TET is mandatory OR not to become teacher


UPTET : TET vs NON TET Case in Allahabad HC, TET is mandatory OR not to become teacher


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD 

?Court No. - 30 

Case :- WRIT - A No. - 13155 of 2013 

Petitioner :- Nathuni Singh 
Respondent :- Dist.Basic Education Officer And Others 
Petitioner Counsel :- Indra Raj Singh 
Respondent Counsel :- C.S.C.,Shyam Krishna Gupta 

Hon'ble Amreshwar Pratap Sahi,J. 
Heard learned counsel for the petitioner and the learned Standing Counsel. 
The petitioner was not appointed in spite of being selected and, therefore, he approached this Court by filing writ petition No. 33712 of 1997. The said writ petition was allowed on 2nd January, 2012. A copy of the judgment has been brought on record as Annexure-4 to this writ petition. After a direction was issued keeping in view the educational qualification of the petitioner, the authority has now proceeded to pass the impugned order. 
Sri Indra Raj Singh contends that the qualifications possessed by the petitioner are valid and in as much as as and when the certificate of Buniyadi Praman Patra was with the petitioner, the same has also been found to be valid by a Division Bench judgment in Special Appeal No. 1426 of 2010 decided on 7.9.2010. To that extent there cannot be any dispute that the petitioner's case would be covered by the Division Bench. 
However, the impugned order further records that as on date if the petitioner is to be appointed, he cannot be treated to be eligible as he has not passed the Teacher Eligibility Test.� 
Sri Indra Raj Singh contends that this Teacher Eligibility Test qualification cannot be applied retrospectively to the candidature of the petitioner whose rights had been ripened in 1997
This argument cannot be accepted inasmuch as the appointment is yet to be made and as on date the petitioner has to possess the Teacher Eligibility Test certificate. 
In the circumstances, the writ petition is rejected being devoid of merit. 
Order Date :- 8.3.2013 
Manish

Read more...

UPTET : TET vs NON TET Case in Allahabad HC, TET is mandatory OR not to become teacher

UPTET : TET vs NON TET Case in Allahabad HC, TET is mandatory OR not to become teacher



HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

?Court No. - 30

Case :- WRIT - A No. - 13155 of 2013

Petitioner :- Nathuni Singh
Respondent :- Dist.Basic Education Officer And Others
Petitioner Counsel :- Indra Raj Singh
Respondent Counsel :- C.S.C.,Shyam Krishna Gupta

Hon'ble Amreshwar Pratap Sahi,J.
Heard learned counsel for the petitioner and the learned Standing Counsel.
The petitioner was not appointed in spite of being selected and, therefore, he approached this Court by filing writ petition No. 33712 of 1997. The said writ petition was allowed on 2nd January, 2012. A copy of the judgment has been brought on record as Annexure-4 to this writ petition. After a direction was issued keeping in view the educational qualification of the petitioner, the authority has now proceeded to pass the impugned order.
Sri Indra Raj Singh contends that the qualifications possessed by the petitioner are valid and in as much as as and when the certificate of Buniyadi Praman Patra was with the petitioner, the same has also been found to be valid by a Division Bench judgment in Special Appeal No. 1426 of 2010 decided on 7.9.2010. To that extent there cannot be any dispute that the petitioner's case would be covered by the Division Bench. 
However, the impugned order further records that as on date if the petitioner is to be appointed, he cannot be treated to be eligible as he has not passed the Teacher Eligibility Test.� 
Sri Indra Raj Singh contends that this Teacher Eligibility Test qualification cannot be applied retrospectively to the candidature of the petitioner whose rights had been ripened in 1997.
This argument cannot be accepted inasmuch as the appointment is yet to be made and as on date the petitioner has to possess the Teacher Eligibility Test certificate.
In the circumstances, the writ petition is rejected being devoid of merit.
Order Date :- 8.3.2013
Manish
Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2433383



Read more...

UPTET/ Allahabad Highcourt : Non TET vs TET case, Is TET mandatory to become teacher OR not ?

UPTET/ Allahabad Highcourt : Non TET vs TET case, Is TET mandatory to become teacher OR not ?



HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

?Court No. - 30

Case :- WRIT - A No. - 13731 of 2013

Petitioner :- Prabha Sonkar
Respondent :- State Of U.P.Thru Secy & Ors.
Petitioner Counsel :- Sanjay Singh
Respondent Counsel :- C.S.C.,A.K.Yadav

Hon'ble Amreshwar Pratap Sahi,J.
The petitioner has relied on the Division Bench judgment dated 16.1.2013 in Special Appeal No.2366 of 2011. 
Another writ petition had been filed by an aggrieved teacher whose services had been terminated as he had not passed the Teacher Eligibility Test. The petition was entertained and the Division Bench judgment of the Special Appeal referred to herein above has been requested to be referred to a Larger Bench for which the papers have already been sent before Hon'ble the Chief Justice vide order dated 8.2.2013 passed in� Writ Petition No.12908 of 2013.
In the present case the petitioner is a candidate of the same category who has not been offered appointment.
Learned counsel for the petitioner has invited the attention of the Court to the order passed in Writ Petition No.5417 of 2013 in which an order dated� 1..2.2013 calling upon the respondent State to show cause as to what further exercise has been taken to comply with the division bench judgment. �It is contended that a contempt petition has also been filed calling for compliance of the directions given by the division bench. This dispute has been noticed by a division bench as well and the reference has been placed before the Hon'ble the Chief Justice for orders today.
In view of the aforesaid facts and circumstances the mandamus prayed for by the petitioner cannot be granted at this stage.
List this petition after any decision in the aforesaid matters.
Order Date :- 12.3.2013
mna

Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2441146


Read more...

UPTET : TET is Compulsory OR not to Become Teacher in UP

UPTET : TET is Compulsory OR not to Become Teacher in UP



HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

?Court No. - 30

Case :- WRIT - A No. - 13805 of 2013

Petitioner :- Smt.Mamta Nigam And Ors.
Respondent :- State Of U.P.Thru Secy & Ors.
Petitioner Counsel :- Siddharth Khare,Ashok Khare
Respondent Counsel :- C.S.C.,C.K.Rai,O.P.Lohia

Hon'ble Amreshwar Pratap Sahi,J.
Heard Sri Ashok Khare, learned Senior Counsel for the petitioners.
The petitioners are teachers of a Girls Junior High School which is aided but privately managed.
All the petitioners claim to have been appointed in the institution as Assistant Teachers on 16th of August, 2011.
The dispute with regard to their payment of salary was directed to be considered and now the impugned order has been passed in which an additional ground has been given for not accepting the claim of the petitioners as they do not possess the qualification of having passed the Teacher Eligibility Test.
The impugned order at the same time does not annul the appointments but also does not extend the benefit of payment of salary to the petitioners.
Sri Khare submits that so far as the petitioners are concerned they have been appointed prior to the amendment in the rules of appointment introducing the qualification of the Teacher Eligibility Test and as such the petitioners cannot be compelled to possess the said qualification for the purpose of their continuance. He submits that the State Government itself was not sure of the date of the enforcement of the Notification dated 23.8.2010 issued by the National Council for Teacher Education, the Academic Authority that has enforced the said Notification under the Right to Compulsory Education Act, 2009. He therefore submits that all such appointments after 23.8.2010 and before the amendment of the rules should be treated to be valid
The question is as to whether any candidate could have been appointed without having passed the Teacher Eligibility Test after the Notification dated 23.8.2010.
Sri Khare has relied on the division bench judgment in the case of Prabhakar Singh & others Vs. State of U.P. & others reported in 2013 (1) ADJ Pg. 651.
The said judgment raising the same legal issue had been cited before this court and keeping in view the reservations about the correctness of the said judgment a request has been made to Hon'ble the Chief Justice for constituting a larger bench vide order dated 8.3.2013 in writ petition no. 12908 of 2013 Shiv Kumar Sharma Vs. State of U.P.
In the aforesaid circumstances, it would be appropriate that this matter is heard after the reference is answered as indicated above.
In the meantime, it is open to the respondents to file a counter affidavit within one month.
Order Date :- 12.3.2013
Sahu


Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2435986

Read more...

BTC / VBTC / UPTET / Primary Teacher News : कार्रवाई से फर्जी शिक्षकों में हड़कंप

BTC / VBTC / UPTET / Primary Teacher News : कार्रवाई से फर्जी शिक्षकों में हड़कंप


आजमगढ़ : जनपद में फर्जी शिक्षकों के प्रति नवागत मुख्य विकास अधिकारी की भृकुटी तन गई है। फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वालों की शामत-सी आ गई। शिक्षा विभाग के साथ ही डायट में भी हड़कंप की स्थित है। अब तक की जांच में यह साफ संकेत मिला है कि फर्जी अभिलेख के जरिए नौकरी कर रहे कुछ और लोग जिले में बचे हैं। इस खेल में कहीं न कहीं डायट के लोग भी शामिल हैं। वैसे इस राज से जल्द ही पर्दा उठने की संभावना है।

यहां किस हद तक फर्जीवाड़ा हुआ है इसका अंदाजा सिर्फ अजीत कुमार यादव के प्रकरण से ही लगाया जा सकता है। इसने इंटरमीडिएट की परीक्षा जनता इंटर कॉलेज निजामाबाद से उत्तीर्ण की। उसे 234 अंक प्राप्त हुआ। फर्जी सार्टीफिकेट लगाकर उसने विशिष्ट बीटीसी 2008 की चयन प्रक्रिया में भाग लिया। चयन न होने पर इसने प्रार्थना-पत्र के साथ एक दूसरी मार्कशीट लगाई जिसका वर्ष और अनुक्रमांक तो सही था लेकिन अंक 388 व श्रेणी प्रथम प्रथम दर्शा दी। इस अंकपत्र के आधार पर उसका चयन भी हो गया और प्राथमिक विद्यालय नौबरार त्रिपुरारपुर खालसा में नियुक्ति भी मिल गई लेकिन भेद तब खुला जब फर्जी अंकपत्र को जांच के लिए जनता इंटर कॉलेज भेजा गया। यहां गजट के साथ मार्कशीट के सही होने का प्रमाण-पत्र संलग्न जांच अधिकारी को दे दिया गया। इसके बाद उसके अभिलेखों के सही होने की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजने की तैयारी भी शुरू हो गई थी लेकिन जब फाइल सीडीओ के पास पहुंची तो उन्हें अंकपत्र फर्जी होने का संदेह हुआ। वजह जाली मार्कशीट को बनाने में एक चूक हो गई थी। अंकपत्र में अंग्रेजी विषय में प्रयोगात्मक का नंबर अंकित कर दिया गया था। जब अजीत को अपने पकड़े जाने का भय सताने लगा तो उसने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। सीडीओ द्वारा इस प्रकरण की जांच का जिम्मा सहायक अर्थ एवं संख्या अधिकारी को सौंपा गया। उन्होंने मार्कशीट को आधार बनाकर मामले की जांच शुरू की। वह 234 नंबर वाले अंकपत्र को लेकर जनता इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां विद्यालय प्रबंधन द्वारा इस अंकपत्र को भी सही प्रमाणित कर दिया गया। जब उन्होंने इस संबंध में विद्यालय प्रबंधन से जानकारी मांगी तो उन्होंने एक दूसरा पत्र निकालकर उन्हें पकड़ा दिया और बताया कि उन्होंने उस प्रमाण-पत्र को गलत लिखकर भेजा था। अब सोचने वाली बात यह है कि अगर विद्यालय द्वारा 388 के अंक पत्र को फर्जी करार दिया गया था तो वह अधिकारी तक पहुंचते पहुंचते असली कैसे हो गया।

इतना ही नहीं जब उसने विशिष्ट बीटीसी की चयन प्रक्रिया में अपने अंक को 388 दर्शाया तो आखिर उसके अंकों की गणना 234 पर क्यों की गई। इससे जांच अधिकारी द्वारा फार्म के बदले जाने की भी संभावना जताई जा रही है। यदि उनका शक सही है तो इस खेल में डायट के लोगों का शामिल होना तय है। यही नहीं अन्य तीन शिक्षकों के खिलाफ जो कार्रवाई चल रही है उसमें एक डायट के लिपिक की पत्नी व चचेरा भाई है। ऐसे में विभाग की संलिप्तता का शक और भी गहरा हो रहा है


News Source : Jagran (18.3.13) / http://www.jagran.com/uttar-pradesh/azamgarh-10227940.html
**************************************
Many such happenings occurred in recent past and bad for education system in UP.
UPTET one such examination to filter such cheaters.
Read more...