आजमगढ़ : जनपद में फर्जी शिक्षकों के प्रति नवागत मुख्य विकास अधिकारी की भृकुटी तन गई है। फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वालों की शामत-सी आ गई। शिक्षा विभाग के साथ ही डायट में भी हड़कंप की स्थित है। अब तक की जांच में यह साफ संकेत मिला है कि फर्जी अभिलेख के जरिए नौकरी कर रहे कुछ और लोग जिले में बचे हैं। इस खेल में कहीं न कहीं डायट के लोग भी शामिल हैं। वैसे इस राज से जल्द ही पर्दा उठने की संभावना है।
यहां किस हद तक फर्जीवाड़ा हुआ है इसका अंदाजा सिर्फ अजीत कुमार यादव के प्रकरण से ही लगाया जा सकता है। इसने इंटरमीडिएट की परीक्षा जनता इंटर कॉलेज निजामाबाद से उत्तीर्ण की। उसे 234 अंक प्राप्त हुआ। फर्जी सार्टीफिकेट लगाकर उसने विशिष्ट बीटीसी 2008 की चयन प्रक्रिया में भाग लिया। चयन न होने पर इसने प्रार्थना-पत्र के साथ एक दूसरी मार्कशीट लगाई जिसका वर्ष और अनुक्रमांक तो सही था लेकिन अंक 388 व श्रेणी प्रथम प्रथम दर्शा दी। इस अंकपत्र के आधार पर उसका चयन भी हो गया और प्राथमिक विद्यालय नौबरार त्रिपुरारपुर खालसा में नियुक्ति भी मिल गई लेकिन भेद तब खुला जब फर्जी अंकपत्र को जांच के लिए जनता इंटर कॉलेज भेजा गया। यहां गजट के साथ मार्कशीट के सही होने का प्रमाण-पत्र संलग्न जांच अधिकारी को दे दिया गया। इसके बाद उसके अभिलेखों के सही होने की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजने की तैयारी भी शुरू हो गई थी लेकिन जब फाइल सीडीओ के पास पहुंची तो उन्हें अंकपत्र फर्जी होने का संदेह हुआ। वजह जाली मार्कशीट को बनाने में एक चूक हो गई थी। अंकपत्र में अंग्रेजी विषय में प्रयोगात्मक का नंबर अंकित कर दिया गया था। जब अजीत को अपने पकड़े जाने का भय सताने लगा तो उसने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। सीडीओ द्वारा इस प्रकरण की जांच का जिम्मा सहायक अर्थ एवं संख्या अधिकारी को सौंपा गया। उन्होंने मार्कशीट को आधार बनाकर मामले की जांच शुरू की। वह 234 नंबर वाले अंकपत्र को लेकर जनता इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां विद्यालय प्रबंधन द्वारा इस अंकपत्र को भी सही प्रमाणित कर दिया गया। जब उन्होंने इस संबंध में विद्यालय प्रबंधन से जानकारी मांगी तो उन्होंने एक दूसरा पत्र निकालकर उन्हें पकड़ा दिया और बताया कि उन्होंने उस प्रमाण-पत्र को गलत लिखकर भेजा था। अब सोचने वाली बात यह है कि अगर विद्यालय द्वारा 388 के अंक पत्र को फर्जी करार दिया गया था तो वह अधिकारी तक पहुंचते पहुंचते असली कैसे हो गया।
इतना ही नहीं जब उसने विशिष्ट बीटीसी की चयन प्रक्रिया में अपने अंक को 388 दर्शाया तो आखिर उसके अंकों की गणना 234 पर क्यों की गई। इससे जांच अधिकारी द्वारा फार्म के बदले जाने की भी संभावना जताई जा रही है। यदि उनका शक सही है तो इस खेल में डायट के लोगों का शामिल होना तय है। यही नहीं अन्य तीन शिक्षकों के खिलाफ जो कार्रवाई चल रही है उसमें एक डायट के लिपिक की पत्नी व चचेरा भाई है। ऐसे में विभाग की संलिप्तता का शक और भी गहरा हो रहा है
News Source : Jagran (18.3.13) / http://www.jagran.com/uttar-pradesh/azamgarh-10227940.html
UMADEV AB SEX AGE KI GADANA TUM JAISE DOAHRE CHARITRA WALE LOG HI DICIDE KAREGE..WAHI TO HUA18 SAAL SE PAHALE SEX VARJIT.....LEKIN TUMHARE UN SARAKO KA KYA JO TUMANE 14 SE 16 SAAL TAK KI UMAR ME LAGAYE.....WASTAVIKATA YAHI HE KI 14 SE 16 SAAL KI UMRA AATE AATE 95% LADAKIYA CHUDANE KA MAZA LE CHUKI HOTI HE. MENE BHI PAHALI BAAR SEX KA MAZA KAKSHA 9 ME LIYA THA MERI UMRA BHI KOI 13 YA 14 SAAL KI RAHI HOGI AUR LADAKI BHI 12YA 13 SAAL RAHI HOGI... TUM APANI JAWANI ME LOT K DEKGO TO YAAD AYEGA TUMNE KAB KIYA THA.....BAAKI BAKCHODI TO TUM BAHUT KARATE HI HO..
ReplyDeleteUMADEV AB SEX AGE KI GADANA TUM JAISE DOAHRE CHARITRA WALE LOG HI DICIDE KAREGE..WAHI TO HUA18 SAAL SE PAHALE SEX VARJIT.....LEKIN TUMHARE UN SARAKO KA KYA JO TUMANE 14 SE 16 SAAL TAK KI UMAR ME LAGAYE.....WASTAVIKATA YAHI HE KI 14 SE 16 SAAL KI UMRA AATE AATE 95% LADAKIYA CHUDANE KA MAZA LE CHUKI HOTI HE. MENE BHI PAHALI BAAR SEX KA MAZA KAKSHA 9 ME LIYA THA MERI UMRA BHI KOI 13 YA 14 SAAL KI RAHI HOGI AUR LADAKI BHI 12YA 13 SAAL RAHI HOGI... TUM APANI JAWANI ME LOT K DEKGO TO YAAD AYEGA TUMNE KAB KIYA THA.....BAAKI BAKCHODI TO TUM BAHUT KARATE HI HO..
ReplyDeleteTuesday, March 19, 2013 10:28:00 AM
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Blogger rahul kumar savita said...
NARAD NE TUMKO TET KA NARAD BANAYA HE LEKIN TUM BAKASUR BAN APANE HI SUR BAZATE RAHATE HO........
Tuesday, March 19, 2013 10:30:00 AM
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Blogger rahul kumar savita said...
CONTROOL UMA DEV CONTROOLLLLL...NAHI TO AGAR TET MERIT NAHI BANI TO TUM PAGALA JAOGE.....
Tuesday, March 19, 2013 10:32:00 AM
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Blogger rahul kumar savita said...
KISANE KAHA ROG HE .. NAM JISAKA SAMBHOG HE YE BHI TO AIK YOG HE....UMA
Tuesday, March 19, 2013 10:34:00 AM
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Blogger rahul kumar savita said...
IS YOG KI 84 KALAYE HE....
Tuesday, March 19, 2013 10:34:00 AM
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Blogger rahul kumar savita said...
PAR TUMHARE JAISE LOG IS KALA ME SE KEWAL HASTMAITHUN KI HI KALA KO JINDA HI RAKHANE DENGE AUR TUM TEACHER BANANE CHALE HO TUM SEX KI SHIKSHA KYA KHAK DE PAOGE...
YUM KEWAL KAKAHARA...2AIKAM 2,2 DOONI 4 FIR UNNN UKUUU UUUU ...UN UKUUUU..UNN UNKUUUUU....
YAHI PADHANA.....
BEST OFFF LUCK MY DOST.......
Tuesday, March 19, 2013 10:38
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rahul G
ReplyDeletemujhe aise logon ki talash nahi hai , aise log to samaj ke har kone me mill jaate hain,wo bhi bina dhoondhe , bina chiraag ke
lekin yahaan jo aap apni bhasha aur apne pariwar ka parichay de rahe hain wo to ekdum sarahniy hai
aur mujh par comment karne se pahle aap apni bhasha, saily aur spelling mistakes ko parakh len to jyaada achchhe comment kar sakte ho
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ReplyDeleteShalabh Tiwari
ReplyDeleteमायावती सरकार ने हमारा विज्ञापन जारी करते समय जानबूझकर या अनजाने में उसमें दो कमियां छोड़ दी थीं,,,,हमारा विज्ञापन तो NCTE की गाइडलाइन के अनुसार सहायक अध्यापक का था जिसे नियुक्ति के पश्चात पांच वर्ष की अवधि में प्राथमिक स्कूलों में अध्यापन के लिए छः माह का विशेष प्रशिक्षण दिया जाना था,,,प्रदेश सरकार इस मामले में स्वतन्त्र थी कि प्रशिक्षण पूरा करने तक अनट्रेंड भत्ता दे या पूरी तनख्वाह,,,,लेकिन तत्कालीन सरकार ने हमारे विज्ञापन का शीर्षक “प्रशिक्षु अध्यापक पद हेतु”लिख दिया,,साथ ही सचिव द्वारा समस्त बी.एस.ए.की ओर से विज्ञप्ति जारी तो करवा दी लेकिन सचिव को ऐसा करने के लिए कैबिनेट द्वारा अधिकृत नहीं किया गया,,,,,इन्हीं दोनों गलतियों का परिणाम हम आज तक भुगत रहे हैं,,,,
टण्डन साहब ने प्रशिक्षु अध्यापक के कारण हमारा विज्ञापन रद्द किये जाने योग्य तो घोषित किया,,,,लेकिन उन्होंने अपने उसी आदेश में पूर्व विज्ञापन से उपजे हमारे समस्त अधिकारों को स्वीकार किया और टेट के बैड सेक्टर को अलग करके टेट मेरिट से भर्ती करने की सलाह दी,,,,ओवर-अंदर एज वाले आदेश में अभ्यर्थियों को उन्हीं जिलों मे आवेदन की छूट दी गई है जिनमें उन्होंने पूर्व विज्ञापन में फ़ार्म डाला था,,,,,आप चाहें तो टण्डन के उस आदेश को हमारे पक्ष में की गई टिप्पड़ियों के साथ डबल बेंच को रेफर किया जाना समझ सकते हैं,,,,,हरकौली साहब ने भी टेट में कथित धांधली के मुद्दे पर सरकार और उस्मानी कमेटी को बेपर्दा करके मामला वृहद पीठ को रेफर करके यही काम किया है,,,,,चार फरवरी के आदेश में हरकौली जी ने प्रशिक्षु अध्यापक पर आपत्ति ना करके उस आधार पर चयन प्रक्रिया बदले जाने के विरूद्ध आदेश दिया था,,,,,उधर भूषण साहब ने अपने आदेश में विज्ञापन के नामकरण को महत्वहीन बताते हुए प्रशिक्षु अध्यापक और सहायक अध्यापक को एक ही बात माना है,,,,ये दोंनों आदेश प्रशिक्षु अध्यापक के मामले में एक दूसरे के विपरीत हैं,,,,उसी आदेश में भूषण जी ने NCTE की गाइडलाइन जारी होने के बाद VBTC की भर्ती के लिए टेट की अनिवार्यता को समाप्त करके एक ऐसी समस्या खडी कर दी जिसका समाधान या तो सर्वोच्च न्यायालय कर सकता था या उच्च न्यायालय की संविधान पीठ,,,,टेट का प्रावधान मुख्यतः किया ही इसलिए गया था कि कुकुरमुत्ते की तरह उग आये निजी बी.एड.कालेजों से प्रशिक्षित ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने जीवन में नक़ल के सिवाय कुछ किया ही ना हो,अध्यापक के पद पर चयनित ना हो पायें,,,,,,इसलिए कुछ भी हो जाए भूषण साहब के आदेश का पालन नहीं किया जा सकता था,,,,,,,ये बात स्वयं भूषण साहब भी जानते थे,,,,हमसे-आपसे ज्यादा दिमाग तो उनके पास होगा ही ना????
अब तीन जजों संविधान पीठ के पास सारा मामला पूर्व में विभिन्न जजों के निष्कर्षों के साथ पहुंचेगा और उसका कर्तव्य होगा कि वो एक साथ ही विशिष्ट बी.टी..सी.भर्ती से सम्बंधित समस्त विवादों का समाधान करे,,न्यायमूर्ति ए.पी.शाही की गिनती इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सर्वाधिक विद्वान जजों में की जाती है,,,अधिक से अधिक चार या पांच पेशियों में इस मामले के सारे पेंच निकाल दिए जायेंगे,,,, हमारे 72825 पदों पर टेट मेरिट से भर्ती होना तो एक शाश्वत सत्य है,,,सरकार को अगर अपनी राजनीति बचानी है तो उसे नए पदों का सृजन करके गुणांक से भर्ती करनी ही होगी,,,,वरना जिन एकैडमिक वालों के खातिर उसने हमें एक साल तक प्रताडित किया वही उसकी कब्र खोदने के काम आयेंगे,,,,नॉन टेट वाले आदेश के पलटते ही 2011-12 वाले नए विज्ञापन से बाहर हो जायेंगे क्योंकि उन्हें बाहर करने के लिए दायर याचिकाओं में सरकार ने उनको अंदर रखने के लिए उसी आदेश का हवाला दिया था,,,,,
आप सबसे एक अनुरोध है,,,,अगर आपको मेरी बात सही लगे तो मानें,,अन्यथा यथास्थिति बरकरार रखें,,,,सुजीत द्वारा दी सूचना के अनुसार तीन अप्रैल से सुनवाई शुरू हो सकती है,,,,हो सके तो तब तक के लिए टेट से मुक्त हो जाएँ,,,,इधर-उधर से अफवाह रूपी सूचनाएं एकत्र करके मुफ्त का टेंशन ना लें,,,गलत स्रोतों से प्राप्त फर्जी सूचनाओं और उनके विकृत विश्लेषण के कारण ही हमारे अधिकाँश साथियों ने वर्लिंगटन आंदोलन के बाद से लेकर अब तक आंसुओं की गंगा बहाई है,,,,,पिछले एक साल में निभाई अपनी भूमिका का ईमानदारी से मूल्यांकन करें,,,उससे कुछ सबक सीखें,,,,अच्छे से होली मनाएं,,अच्छी किताबें पढें,,पसंदीदा संगीत सुनें ,,,जिस भी काम में भी खुशी मिलती हो उसे करें,,,,पिछले एक साल में हम बहुत कुछ खो चुके हैं,,,,टेट मेरिट के लिए लड़ते-लड़ते उसके सिवाय कुछ बचा ही नहीं,,,,,,सब कुछ फिर से हासिल करना है,,,
holi aa gayi hai .........
ReplyDelete1- daru ek din pahle kariden.
2- kam durgandh wali (( magic movment apple green rs- 130 ))
durgandh ke sath - mcdowel , royel stag, signeture.
3- peena subah 7 baje start karen 12 baje tak utar jayegi.
4- daru peene ke baad ghar se bahar hi rahen* .
5- khana 1 baje kha len aur so jayen .
Rahul Pandey
ReplyDeleteआपको बताना चाहता हूँ कि जो आप लोग हरकौली हरकौली कह रहे हो वृहद में सुनवाई शुरु होते ही आप बघेल के सामने उनको भी भूल जायेंगे, पूरे मामले में शाही का आदेश एवं हरकौली जी का 4 फरवरी एवं 12 मार्च का आदेश एवं अभिनव सर एवं अशोक भूषण का 16 जनवरी का आदेश केन्द्र विन्दु होगा। मै चुनौती देता हूँ वृहदपीठ को की चाहे वहां पर शिवकीर्ति जी अखिलेश जी शिवपाल,मुलायम सिंह को जज के रुप में बैठा दें,4 फरवरी का आदेश अमर है
2013me up me bhati hogi bampar
ReplyDeleteappointment sector-hospital and
prison
ReplyDeleteAk good new -apne sutro se pata chala hai ki acd merid valo ki jeet pakki ho chuki hai.is baat mera dava hai.or aap loga khushi se holi manai.holi ke baad aap log khushi se jhum uthege.meri tarf se tet merid,acd merid,non tet volo or meri tarf se pure desh ko happy holi
saurabh G
ReplyDeleteaapne ye to bataya nahi ki kis prakar se hum log jeet rahe hain , kis court se jeet rahe hain judge koun hai, wakil kaun hai,writ number kya hai
please full info. den, nahi to koi aapka comment padhne ki bewkoofi bhi.........................
मित्रो कुछ लोग कह रहे है कि इस भर्ती में बीच का रास्ता निकाला जायेगा। मेरा उनसे यह तर्क है कि यह कोई मन्दिर या मस्जिद का झगडा नहीं है। जो बीच का रास्ता निकाला जायेगा। यहॉ बात सही और गलत की है। और सभी लोग जानते है कि सही क्या है ? और गलत क्या है ? अपनी ऑखे बन्द कर लेने से सत्य को झुठलाया नहीं जा सकता। एक बात और भर्ती सिर्फ ओल्ड एड से ही पूरी हो सकती है। क्योंकि ओल्ड एड बहाल होने से जितने भी विवाद है वह स्वतः समाप्त हो जायेगे और अगर भर्ती ओल्ड एड से नहीं होती है तो फिर आप लोग इस भर्ती से ध्यान हटा ले तो ज्याधा बेहतर होगा।
ReplyDeletePls help me
ReplyDeletePls koi mujhe ye bataye k if uptet ka result me date 25 nov 2011 likhi ho and b.ed ki marksheet me 30 nov 2011 likhi ho,jabki b.ed 2010_2011 ke hi session ka hai,to kya selection nahi ho sakta,,,,kya selection me doubt hoga,,,,main aisa isliye puch rhi hu q k 4 feb ko counsling cetre walo ne documnts lete time red mark kr diya k tet pehle or b.ed baad me kiya hai....pls koi mere is doubt ko clear kare k kya 2011 wale bhi safe nhi hain ager result 5 din late aya ho to
ReplyDeleteAkhir problm to 2012 k session k liye thi fir 2011 ko leker centr wale doubt me q hain,,,,unlogo ne ye kaha k is vishay me hme koi g.o. Nhi mila hai
ReplyDeletekuch log kahte hai ki yadi tet merit nahi bani to bharti nahi hogi,hum kahte hain agar acd merit nahi bani to bharti nahi hogi.agar tet merit bani to acd wale bhi stay lena jante hai.ab baat old add ki to wo puri tarah mar chuka hai aur sarkar aur tondan ne milkar usko dafna diya hai.old add radd karne layak tha tabhi usko radd kiya gaya.purane add me to sirf farm fillup hue the jabki new ad me prakriya kafi aage nikal chuki hai,1st councelling bhi ho chuki hai toh,ab to acd walon ka paksh aur majboot ho chuka hai fir wo bhi court ja sakte hain.hume to lagta hai ki tet aur acd ke vivad me nontet wale baazi maar le jayenge aur ant me sarkar ki hi jeet hogi.yadi is bharti me non tet shamil hote hain to iska saara dosh tet merit walon ko hi jayega kyuki in saalon ne stay la la kar bharti ko nahi hone de rahen hain isme sarkaar ka kya dosh.
ReplyDeletePls mere doubt ko koi clear kare
ReplyDeletePls koi btaye k ager prakriya aage badhi chahe tet merit ho ya acdmic,,,,kya tet or b.ed ki date me b.ed pass karne ki date pehle hona jaruri hai ya fir 2010_2011 k session ko koi problm ni hogi date ko le k
ReplyDeleteSudhir tiwari ji ager aap ko is baare me jankari ho to pls aap bataiye
ReplyDeletetet merit supporte ko kewal chutiya banaya jata hai ,koi neta nikalkar samne aata hai aur paise vasulta hai,isme 1 lakh khare ko deta hai aur kam se kam 2 lakh wo khud bachata hai,wo is baat ko jaanta hai ki humara to hoga nahi chalo bharti par rok laga de.aur abhyarthi log khud paise dekar apne hi pair par khuladi marte hai aur gov kya wo to yahi chahti hi hai,yadi 1 saal tak bharti ruk jaati hai to gov arbon rupaye bacha leti hai.netaon kaa kaam hi hai janta ko lootna wo neta chahe sarkaari ho ya tet ka
ReplyDeletePls mere bhi prashn ka uttar dijiye
ReplyDeleteastha mehrotra ji ap nischint rahe,2010-11 walon ko hi tet me appearing mana gaya tha ye baat madhyamic siksha sachiv bhi kah chuke hain,vivad to kewal 12 walon ko lekar hai,10-11 wale sabhi candidate is bharti me shamil honge.
ReplyDeleteappearing ka matlab result awaited hota hai aur 10-11 wale sabhi condidate tet ke liye vastvic appearing the atah wo toh bharti me shamil honge hi.
ReplyDeleteAaj gic ka kuch tha pls update .prt ka 3 april hai kyo itna magjhmari jisse hona hoga hi jayega .
ReplyDeleteThAnk u sudhir ji per mujhe counsling k time doubt me daal diya gaya hai jabki mere original documents wahi per jama hain abhi tak
ReplyDeleteAb to is bharti ka wait krte krte 2 saal me maine m.com bhi cmplete kar liya ager pehle pata hota to m.ed kr lete
ReplyDeleteAb kya ye vrihad committee fir se tarikh pe tarikh ka drama karegi ya fastly koi faisla degi
ReplyDeleteAb kya ye vrihad committee fir se tarikh pe tarikh ka drama karegi ya fastly koi faisla degi
ReplyDeleteसाथियो ब्रहद पीठ मे नान टेट वालों की रिट संख्या 12908/2013 का नोटिफिकेशन जारी होने और अपने केस को उसके साथ कनेक्ट किए जाने की सूचना प्राप्त हो चुकी है। मा॰ न्यायाधीश श्री ए पी शाही, बघेल जी एवं अम्बानी जी द्वारा इसकी सुनवाई 3 अप्रैल 2013 को की जाएगी । सरकार इस केस को कमजोर पक्ष रखकर हारना चाहती थी क्योंकि उसकी हार मे ही उसकी जीत है ।ऐसा करके वह अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेँकना चाहती है । लेकिन अब जब हमारे सभी वकील वहाँ उपस्थित होंगे तो हम सरकार को उसके मँसूबे मे कामयाब नही होने देंगे। उसे जीतना ही होगा । उसे हम नान टेट वाले केस मे जिताकर ही छोड़ेंगे । इस केस मे सरकार की जीत हमारी जीत है और सरकार की हार है । लगभग तीन सुनवाई मे नान टेट वाला केस फाइनल हो जाएगा उसके बाद अपना केस हरकौली साहब के यहाँ वापस आने की उम्मीद है । हरकौली साहब के कोर्ट मे वापस आते ही पुराना विज्ञापन अपनी सभी शर्तों के साथ बहाल हो जाएगा । इस सब मे कम से कम एक माह का समय तो लग ही जाएगा । होली निकट है । उसका आनंद लीजिए । होली की चिता मे अपनी सभी चिंताओ की आहुति देकर अपने आप को खुश रखिए । ईश्वर आपकी सभी मनोकामनाएँ अवश्य पूरी करे!! धन्यवाद
ReplyDelete20 मार्च का त्योहार
ReplyDeleteजब टैटियन लड़े बिना हथियार,
शपथ ग्रहण के पाँचवेँ दिन ही,
हिल गयी सपा सरकार ।
चार बजे से चारबाग पर युवाओँ का डेरा था,
कहीँ बरेली कहीँ बनारस कहीँ इलाहाबाद का घेरा था,
बलिया से मेरठ तक सबने भर ली थी हुँकार ।
आया . . .
न कभी किसी से मिला था कोई
न कोई किसी का साथी था,
न दूल्हा था उनमेँ कोई
न कोई बाराती था,
पुरुषोँ से आगे महिलायेँ थीँ
तोड़ लाज शर्म की दीवार ।
आया . . . .
चारबाग से चले दीवाने
हाथोँ मेँ झन्डी बैनर ताने,
अपने युवा शासक को
मर्यादा का पाठ पड़ाने,
बदले की जिद छुडवाकर
लेना था शिक्षा का अधिकार ।
आया . . . .
युवाओँ पर लाठी बरसाने
आयी युवा सरकार थी,
जब पानी संग राणा चौराहे पर
हुई रक्त की बौँछार थी,
पड़ीँ लाठियाँ सर भी फूटे
जुड़ने लगे दिलोँ के तार ।
आया . . . .
झूलेलाल और दारुल शफा
विधानसभा भी काँपी थी,
अनशन से हरपल शेरोँ की
चौड़ी होती छाती थी,
बर्लिगंटन से कारागार तक
सबकुछ अब भी है साकार ।
आया . . . .
न्याय की देवी के मन्दिर मेँ
डाला हमनेँ डेरा है,
गम के काले बादल छँट गये
अब आना नया सबेरा है,
थोड़ा सा और धैर्य रखो
सपना होगा ये साकार ।।
आया 20 मार्च का तयोहार
टैटियन लड़े बिना हथियार
Ashish Rock Srivastava's wall news
ReplyDeletecopy paste news
mai advocate khare ko lekar sabhi ka NON TET wala confusion dur kar dena chahata hun.
sabse pahale hame NON TET ko 2 part me divide karna hoga NON TET BTC VBTC aur NON TET B.ed
bhushan ji ki court me NON TET VBTC wale apna case har chuke hai jiske advocate thhe Mr. khare.yaha se khare ji ka role iss case me iss case ke sath hi khatm ho jata hai.jaha tak large bench ki baat hai toh waha NON TET VBTC na koi party hai aur na hi koi mudda.
large bench me NON TET B.ed wale party ho sakte hai.lekin iski bhi sambhavna bahut kam hai kyuki iss bench ka gathan sirf DB ke ek nirnay ke kuch ansh pe punarvichar karne ke liye kiya gaya hai.jis waqt DB ne apne nirnay me wus vivadit ansh ko joda tha wus waqt NON TET B.ed koi party nahi thi.lekin shaahi ji ke court me NON TET B.ed party thi(khare advocate nahi thhe) isliye inka DB me party hone ki bhi sambhavana hai.lekin khare sahab ka inse koi lena dena nahi hoga.
large bench ki request na toh gov ki taraf se kiya gaya tha na hi case ki kisi party dwara.ye court ka sawatah liya gaya nirnay hai.large bench ka gathan sirf ek nirnay ke kuch ansh par punarvichar karne ke liye kiya gaya hai.
iss case me sirf NCTE ka main role hoga.uske ek spashtikaran halafname ke baad DB ke order ke wus vivadit ansh ko hata kar sanshodhit order dediya jayega.
toh dosto hame ab iss baat se pareshan hone ki koi jarurat nahi ki past me khare sahab kaun kaun sa case lade thhe.
Vinay Pandey
ReplyDeleteMere tet suporter sathiyo..it is true ki high court se notifaction jari ho chuka hai, aur triple bench nontet k sath tet se related sabhi special apeal ko ek sath dekhegi..sabse pahle nontet par bahas hona hai aur us din n.c.t.e k vakil rijwan ali akhtar ko v court me maujud hoge kyuki n.c.te ne apne guideline me kya non tet ko v valid ki hai ya fir uske notification ke lachilapan ko ku6 satir rajy sarkare rajniti ka ek mudda bna li hai..n.c.te k wakil khud court ko n.c.te k har rule and regulation ko samjhayege,.n.c.te k notification ko ku6 sarkare tod marod kar pesh kar rahi hai jisme up gov. V kam nahi hai..ab n.c.te khud nontet par apna rukh spast karegi..kyuki u.p me siksha ki kharab sthiti se wo v chintit hai..hamare wakilo k anusar nontet ki vaidhta 3 april ko hi khatm ho jayegi aur hum fir triple bench se anurodh karege ki wo hamara mamla d.b me bhej de kyuki waha har point par bahas ho chuki hai aur triple bench me acd aur tet ki ladai naye sire se suru hone se kafi time lag jayega..ku6 log kahte hai ki t.b se d.b me case nahi ja sakta par wo galat hai, kyuki d.b ne sirf isliye nirnay nahi diya kyuki nontet ka mudda t.b me tha aur nyayik prakriya me har pahlu par vichar karna padta hai .bina nontet par vichar kiye tet par nirnay dena loktantra aur nyay k khilaf tha..yakin maniye hamara case april tak final ho jayega aur new sesson tak counseling khatm kar teacher ban jayege..ab hamari ladai antim charan me hai aur hamari jeet is smajvirodhi gov. Par ek jor ka tamacha hogi jo gov ko aisa fir kavi karne se pahle hamesh yad rahegi..jai tet
Uptet Tet-Base Raj's wall
ReplyDeleteWrit no. 12908 ka notifiacation jari ho gya hai
iske sath ki apna case isi k sath bunch ho gya
hai. Ab iski sunwai 3 April ko nyaymoorti A.P.
Shahiji, Baghelji aur Ambvaniji krenge.
.
Ab is sunwai me mukhya mudda jo pahle se
hai wo non-tet walon ka hi to hai aur inke
bare me N.C.T.E k order k anusar sab jante
hain ki prt k liye ye eligible nhi hain. So wehan
case me hadd se hadd 3 nhi to 2 sunwaiyon
me hi mamla nipat jane ki ummid hai. Ho
sakta hai ki bhle hi non-tet walon k sath
humara case jud gya ho lekin wehan shayad
iss par faisla n ho paye. Ho jaye to bahut
achchha nhi to waapas nyaymoorti Harkouli ji
wali D.B me transfer kar hi diya jayega to
wehan bhi 2 sunwaiyon se zyada time to nhi
lagta ki lag jayega. Harkouliji to humareold
advt ko bhal kar hi chuke the lekin T.B me
non-tet k case ko dekhte huye hi unhone ise
transfer kiya tha taki old advt k upar aage koi
zra si bhi apni tooti-footi ungli n utha de.
.
To April me hi bhagwan iss case ko nipta
de aur old advt ko iski 1 sal se zyada
ki neend se jga de, aisi bhagwan se prarthna
jari hai.
.
.
Shubh-Prabaat.. ..!!!!!