उत्तराखंड : टीईटी पास 2253 बनेंगे प्रशिक्षु शिक्षक
टीईटी में पास अभ्यर्थी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों के रूप में चयन के लिए गृह जनपद में ही आवेदन कर सकेंगे। चयन में केंद्र सरकार की ओर से आयोजित टीईटी पास अभ्यर्थी भी पात्र होंगे। आवेदक की उम्र एक जुलाई, 2011 को 18 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए। अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को आयु सीमा में पांच वर्ष और विकलांगों को दस वर्ष की छूट होगी। 50 वर्ष से ज्यादा आयु के अभ्यर्थी किसी भी दशा में नियुक्ति के पात्र नहीं होंगे। शैक्षिक योग्यता, बीएड डिग्री और टीईटी परीक्षा अंकों के गुणांकों के मानक तय किए गए हैं। आवेदक के लिए राज्य का स्थायी या मूल निवासी होना आवश्यक है। अंतिम तिथि 25 दिसंबर के बाद अंक पत्र, प्रमाण पत्र या आरक्षण और विशेष आरक्षण के प्रमाणपत्र मान्य नहीं होंगे। सही जिले का चयन अब शिक्षा महकमे का नहीं, बल्कि अभ्यर्थी को करना होगा। इसके लिए उन्हें नोटरी का शपथपत्र देना पड़ेगा। आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग के लिए 500 रुपये और अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए 250 रुपये तय है। विकलांगों से शुल्क नहीं लिया जाएगा। जिलों में बैचवार अभ्यर्थियों को छह माह की ट्रेनिंग के लिए संबंधित डायट में भेजा जाएगा। एनसीटीई के मानकों के मुताबिक ट्रेनिंग पूरी करने पर अभ्यर्थी नियमित नियुक्ति के पात्र होंगे।
इनसेट--
जिलेवार रिक्त पदों की संख्या (Districtwise Vacancies )--
उत्तरकाशी-86, चमोली-167, रुद्रप्रयाग-64, हरिद्वार-91, पौड़ी-266, देहरादून-233, अल्मोड़ा-561, टिहरी-286, उधमसिंहनगर-60, बागेश्वर-192, पिथौरागढ़ 104, चंपावत-73 व नैनीताल-70
इनसेट--
चयन-काउंसिलिंग की प्रक्रिया--
1-चयन प्रकिया डायट प्राचार्य या जिला संसाधन केंद्र को जिला शिक्षा अधिकारी के पर्यवेक्षण-निर्देशन में होगी। चयन प्रशिक्षण की वरिष्ठता एवं गुणांकों की मेरिट पर होगा।
2-अभ्यर्थी की शैक्षिक, प्रशिक्षण योग्यता एवं टीईटी में प्राप्त गुणांकों के योग के मुताबिक प्रशिक्षण वर्ष की वरिष्ठता के अवरोही क्रम में मेरिट बनेगी। जिले में कुल रिक्त पदों में 50 फीसदी विज्ञानेत्तर वर्ग और 50 फीसदी विज्ञान वर्ग से भरे जाएंगे। श्रेणीवार अलग से 25 फीसदी तक प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जाएगी।
3-जिलों में रिक्त पद नहीं भरने की स्थिति में राज्यस्तरीय काउंसिलिंग के जरिए अन्य जिलों के लिए अभ्यर्थियों का चयन होगा। इसके लिए राज्यस्तरीय काउंसिलिंग समिति के अध्यक्ष एससीईआरटी अपर निदेशक, डायट प्राचार्य, सदस्यों में एससीईआरटी संयुक्त निदेशक, सदस्य सचिव अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक से नामित अनुसूचित जाति एवं जनजाति का अधिकारी एवं एससीइआरटी के उप निदेशक होंगे।
News : Jagran (14.12.11)
please tell me bsc(ag) ko science group me count kiya jayega ya arts group me.vigypti me ye nhi btya gya hai
ReplyDeleteB.SC. Ag Hamesha Se Hi Science Group Mein Mani Jati Hai. So SCIENCE GROUP In FORM.
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