निजी कॉलेज के बीटीसी दाखिले में हो रहा विलंब
ग्रेटर नोएडा, संवाददाता : बीटीसी कॉलेज में दाखिला लेने वाले छात्रों का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कॉलेजों में दाखिले के लिए जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान छात्रों की सूची तैयार कर चुका है, लेकिन सूची कॉलेजों को प्रेषित करने के लिए शासन ने अभी तक डायट को निर्देश नहीं दिए हैं। चुनावों के चलते दाखिला प्रक्रिया लंबी खिंचने की आशंका है। इसका असर बीटीसी सत्र पर भी पड़ेगा।
जिले में चार निजी कॉलेज बीटीसी कोर्स संचालित कर रहे हैं। इसमें से दो कॉलेज जनहित व एचआइएमटी ग्रेटर नोएडा के हैं। जबकि कॉसमॉस समेत दो कॉलेज नोएडा के हैं। सभी कॉलेजों में बीटीसी की पचास-पचास सीटें हैं। कॉलेजों में दाखिले के लिए जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सूची तैयार करता है। नए सत्र के लिए डायट ने छात्रों की सूची तैयार कर ली है, लेकिन यह सूची अभी तक कॉलेजों को नहीं दी गई है। इसलिए बीटीसी कोर्स में दाखिले के लिए छात्रों का इंतजार लंबा होता जा रहा है। कॉलेजों को भी जानकारी नहीं है कि उनकी सीटें कब तक भरेंगी।
दाखिले के लिए डायट ने कॉलेजों को दिसंबर के पहले सप्ताह तक सूची उपलब्ध कराने का कार्यक्रम निर्धारित था, लेकिन फीस का पेंच फंस गया। दरअसल, निजी कॉलेज में बीटीसी कोर्स की फीस 22 हजार व 44 हजार रुपये थी। कॉलेज इसे बढ़ाने की मांग कर रहे थे। मामला फीस निर्धारण समिति में होने के कारण शासन ने दाखिला सूची न जारी करने के आदेश डायट को दिए थे। जानकारी के मुताबिक समिति ने फीस को पचास हजार रुपये निर्धारित कर दिया है लेकिन इस संबंध में डायट को अभी तक कोई शासनादेश नहीं मिला है। विधानसभा चुनावों के चलते दाखिले में और विलंब होने की आशंका है। डायट की प्राचार्य मंजू सिंह का कहना है कि दाखिला सूची जारी करने के लिए शासन की ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है। निर्देश मिलने पर सूची कॉलेजों को भेज दी जाएगी।
News : Jagran (8.1.12)
sab elec.ka fanda hai.
ReplyDeleteMuskan ji,Application form kaise cancel ho rahe hai.please reply in my email id vinod8yadav@gmail.com
ReplyDeleteOnkar ji thankyou for congratulation,Onkar ji ek baat bataeye amar ujala jhuthi khabar deta hai kya?
ReplyDeletePlease reply
BTC ka process bhi acedemic per ab band ker dena chahiye Bed jaia koi entrance test per ho bad mai tet lia jaye isse desh ki siksha mai kafi sudhar ho sakta hai....
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