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Tuesday, March 13, 2012

अखिलेश ने तीन नेताओं को पार्टी से निकाला

अखिलेश ने तीन नेताओं को पार्टी से निकाला 

सोमवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा और उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता कार्यालय पहुंचे और उन्होंने विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की भारी बहुमत से जीत पर अपना हर्ष प्रकट किया। उन्होने प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री को बधाइयां दी और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में प्रदेश विकास और समृद्धि की ओर बढ़ेगा।  

लखनऊ, 13 मार्च। समाजवादी पार्टी का आपरेशन क्लीन शुरू हो गया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीन दिग्गजों को पार्टी विरोधी हरकतों के कारण पार्टी से निकाल दिया है। इनमें पूर्व मंत्री ख्वाजा हलीम, इटावा के पूर्व विधान परिषद सदस्य रामनरेश यादव और मैनपुरी के पूर्व विधायक मानिक चंद यादव को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है। इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय सचिव राजीव राय को पार्टी विरोधी कार्यों और पार्टी की नीतियों के विपरीत काम करने पर उन्हें पद से हटाते हुए सफाई मांगी थी। यह पार्टी के बड़बोले और अपना तौर तरीका न बदलने वालों के लिए संकेत और संदेश दोनों है। 
राजीव राय को अखिलेश की टीम का सदस्य बताया जाता था और वे लगातार पार्टी की नीतियों और निर्णय को लेकर अपनी राय बिना किसी से पूछे रख रहे थे। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह भी कहा है कि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के केवल राजेंद्र चौधरी ही प्रवक्ता हैं। इनके अलावा कोई अन्य पदाधिकारी या पार्टी का सदस्य पार्टी प्रवक्ता के रूप में बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इसके साथ ही पार्टी के नेताओं को जो संदेश दिया गया था, उसका कुछ असर दिखाई देने लगा है।
दूसरी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में चुनाव के बाद चल रही हिंसा की आज कोई नई घटना नहीं हुई। पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और भावी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी के सभी कार्यकतार्ओं और नेताओं को आगाह किया था कि अगर कोई हिंसा में शामिल पाया जाएगा,  तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने सभी विधायकों और भावी मुख्यमंत्री सहित पार्टी नेताओं को भी लगातार बेदाग चरित्र रखने की सीख दी जा रही थी। पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा-पार्टी ने अवांछनीय तत्वों से दूरी बना रखी है। अखिलेश यादव यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे कि माफिया, बिल्डर और अपराधिक तत्वों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी से किसी भी तरह का जुड़ाव दिखाई दे। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को भी आगाह किया है कि वे किसी भी तरह की हिंसा से बचें और विपक्ष के प्रति भी असहिष्णुता का भाव न रखें। हमें अपनी पार्टी की नीतियों को ईमानदारी से लागू करने में ध्यान लगाना होगा।
चौधरी ने कहा कि हाल में हिंसा की जो घटनाएं हुर्इं, उसे पार्टी ने बहुत गंभीरता से लिया है और अफसरों को अराजक तत्वों से कड़ाई से निपटने को कहा है, चाहे वह पार्टी का कार्यकर्ता ही क्यों न हो।
इस बीच प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बधाई देनेवालों का पार्टी कार्यालय और उनके आवास पर तांता लगा हुआ है। राज्य के कोने-कोने से आया जनसमूह बड़े संयम के साथ अपनी बधाई इस नेता तक पहुंचाने में लगा है।  
सोमवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा और उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता कार्यालय पहुंचे और उन्होंने विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की भारी बहुमत से जीत पर अपना हर्ष प्रकट किया। उन्होने प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री को बधाइयां दी और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में प्रदेश विकास और समृद्धि की ओर बढ़ेगा। 

News : Jansatta (13.3.12)



1 comment:

  1. mayawati ko sikhni chahiye jab insan acha hoga to dusre ke sath achchai hi karega wah hamare cm g ham sab khus hai apko pake bas aap hamara bhi kalyan kar de

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