UPTET : Candidates and Confusion on Recruitment
भर्ती जब भी होगी नियमों के मुताबिक होगी , हमारे या आपके चाहने से कुछ नहीं होता ।
किस तरह से अच्छे शिक्षक चुने जायेंगे किस तरह से बुरे शिक्षक चुने जायेंगे या कोन सा चयन का तरीका अच्छा है , कोन सा बुरा है , इस सबकी बात चयन प्रक्रिया शुरू होने से पहले होती है ।
अन्यथा राह चलता कोई बेहतरीन शिक्षक मिले तो क्या किसी नियुक्त हो चुके शिक्षक को हटा कर उसको रख लेंगे ।
तमिल नाडू में शिक्षकों की भर्ती एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज में रजिस्टर हुए अभ्यर्थी की सिनिओरिटी के आधार पर किया जाता है और तमिल नाडू हाई कोर्ट ने इस व्यवस्था पर आपत्ति जाहिर की है क्यूंकि कुछ अभ्यर्थी 57 वर्ष की उम्र में भर्ती हुए |
कई अभ्यर्थीयों का मानना है की सिर्फ एक परीक्षा के आधार पर भर्ती कैसे सही है ।
ये हो सकता है कि मल्टी लेवल एग्जाम व्यवस्था अच्छी हो या फिर गुणांक + टी ई टी परीक्षा के अंक या कोई अन्य व्यवस्था
मगर तमिल नाडू में बगेर किसी परीक्षा के एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज की सिनिओरिटी के आधार पर भर्ती के बारे में ऐसे लोगो का क्या कहना है
काफी समय से यू पी में भी सिर्फ अकादमिक अंको के आधार पर भर्तीयां हुई और कोई परीक्षा नहीं हुई तो क्या वह गलत है ।
वास्तव में एन सी टी ई ने टी ई टी परीक्षा के माध्यम से एक व्यवस्था दी जिससे छोटे बच्चों को अच्छी व गुणात्मक शिक्षा मिल सके ।
क्या कोई व्यक्ति पढाई में अच्छा है इंजीनिरिंग ग्रेजुएट / पेशेवर है मगर बी .एड / बी टी सी नहीं की तो क्या उसको विद्यालय शिक्षक चयन में ट्रेंड शिक्षको ( जिन्होंने बी . एड / बी टी सी की हो )से बेहतर माना जाएगा ।
मेरे अनुसार तो किसी भी पद के चयन लिए एक विशेष योग्यता होती है ।
क्लर्क ,इंजीनियर , डाक्टर , मजदूर , कुक आदि
प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति किसी टॉपर , वैज्ञानिक , पेशेवर विषय विशेषज्ञ की नहीं और टी ई टी परीक्षा विशेषकर प्राथमिक के बच्चों के लिए आयोजित की गयी थी ।
नियोक्ता जरूरत के मुताबिक शिक्षकों की चयन पद्दति निर्धारित करता है बशर्ते वह एन सी टी ई के नियमों के अनुरूप हो , कई राज्यों में टी ई टी के अंको को भी चयन में उचित वेटेज दिया गया और अकादमिक अंको को भी ।
अत ये कहना कि टी ई टी के अंको को भर्ती के उपयोग में नहीं लिया जा सकता या फिर अकादमिक अंको को भर्ती में उपयोग में नहीं लिया जा सकता , दोनों ही बातें ठीक नहीं है ।
एन सी टी ई ने अकादमिक अंको को चयन में उपयोग में लेने के बारे में कुछ नहीं कहा हालाँकि टी ई टी के अंको को वेटेज देने की बात नियोक्ता पर छोडी है ।
सी टी ई टी अपने विज्ञापन में इस बाबत टी ई टी के अंक सुधार हेतु पुन : परीक्षा की बात भी कहती है अर्थात अगर अभ्यर्थी चाहे तो अपने टी ई टी के अंक सुधार हेतु पुन : परीक्षा में बैठ सकता है ।
NCTE Says -
9(b) should give weightage to the TET scores in the recruitment process;
however, qualifying the TET would not confer a right on any person for recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for
टी ई टी अंकों के सुधार / वृद्धी हेतु , अभ्यर्थी पुन : परीक्षा में बैठ सकते -
Frequency of conduct of TET and validity period of TET certificate :-
11 The appropriate Government should conduct a TET at least once every year. The Validity Period of TET qualifying certificate for appointment will be decided by the appropriate Government subject to a maximum of seven years for all categories. But there will be no restriction on the number of attempts a person can take for acquiring a TET Certificate. A person who has qualified TET may also appear again for improving his/her score.
इलाहबाद हाई कोर्ट की ट्रिपल बेंच के फेसले के आने के बाद काफी कुछ स्थिति साफ़ होगी ।
If you have any good opinion then you can share through comments.
आज एक बार सबसे मुस्करा के बात करो
ReplyDeleteबिताये हुये पलों को साथ साथ याद करो
क्या पता कल चेहरे को मुस्कुराना
और दिमाग को पुराने पल याद हो ना हो
आज एक बार फ़िर पुरानी बातो मे खो जाओ
आज एक बार फ़िर पुरानी यादो मे डूब जाओ
क्या पता कल ये बाते
और ये यादें हो ना हो
आज एक बार मन्दिर हो आओ
पुजा कर के प्रसाद भी चढाओ
क्या पता कल के कलयुग मे
भगवान पर लोगों की श्रद्धा हो ना हो
बारीश मे आज खुब भीगो
झुम झुम के बचपन की तरह नाचो
क्या पता बीते हुये बचपन की तरह
कल ये बारीश भी हो ना हो
आज हर काम खूब दिल लगा कर करो
उसे तय समय से पहले पुरा करो
क्या पता आज की तरह
कल बाजुओं मे ताकत हो ना हो
आज एक बार चैन की नीन्द सो जाओ
आज कोई अच्छा सा सपना भी देखो
क्या पता कल जिन्दगी मे चैन
और आखों मे कोई सपना हो ना हो
क्या पता
कल हो ना हो
कल कोर्ट खुलते ही आदेश सुना दिया जाएगा । वैसे तो मुख्य निर्णय नान टेट मामले पर ही आएगा लेकिन इसका प्रभाव दूरगामी और इतना प्रभावशाली होगा जिसकी कल्पना भी किसी ने नही की होगी । यह ऐसा आदेश होगा जिसकी कहीं कोई अपील सरकार या नान टेट वालों द्वारा नही की जा सकेगी और कोई करेगा क्यो ? यह जिनके खिलाफ होगा उनमे से एक पार्टी नही है और दूसरा जीतकर हार रहा है । टेट मैरिट की राह का सबसे बड़ा रोड़ा हटाने के साथ साथ संविधान पीठ ने onjob training की व्याख्या करके उसे बुलेट प्रूफ जैकेट भी पहना दी है । मेरी बात अभी कुछ अजीव लग सकती है मगर टंडन जी के आदेश के निचली लाइन के ऊपर संविधान पीठ का आदेश रखकर पढ़ते ही सबकी समझ मे आ जाएगा । फिलहाल आप लोग पटाखे और मिठाइयोँ खरीद कर रख लीजिए आदेश अपलोड होने के बाद दिवाली का नजारा हर गाँव और शहर मे होना चाहिए । गाँव शहर और कस्बे के हर अकेडमिक गुणाँक सपोर्टर के साथ साथ सरकार के नेताओं को भी जीतकर हारने की खुशी की मिठाई अवश्य खिलाएँ ताकि उन्हे यह अनोखी हार जिंदगी भर याद रहे ।अफसोस अकेडमिक / गुणाँक मैरिट सपोर्टर के भाग्य मे तो सिर्फ..............................._______________________________
ReplyDeleteHarkuli ji ke bench me jab base of selection ka case chal raha tha tab other bench ne nontet ko allow kr diya tha esi wajah se Harkuli ji apna final decision ni suna paye the qki ntet ka mamla fullbench me chala gaya tha ...
ReplyDeleteHarkuki sir agar acd ke favour me apna fesala sunana hota to suna dete qki ntet ki mrt bi acd se banti..
Jabki fesala agar tet mrt pr dete to unko sanka thi kahi FB ntet ko allow na kr de jis se unka fesala nisprabhavi na ho jaye.
संविधान पीठ का गठन मात्र इस उद्देश्य से किया गया था ताकि सरकार को यह समझाया जा सके कि टेट की अनिवार्यता और उसकी आवश्यकता को किसी भी सूरत में नजरंदाज नही किया जा सकता । टेट ही एक मात्र ऐसा विकल्प है जो प्राथमिक विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था को सुद्रढ़ करने के लिए आवश्यक है ।यह आदेश उन सबकी बोलती बंद करने वाला है जो आज तक यह कहते आये हैं कि यह केवल पात्रता परीक्षा मात्र है ।यह आदेश यह भी स्पष्ट करेगा कि टेट को सरकार द्वारा पात्रता मात्र बताकर किनारे कर देना पूरी तरह से अनुचित और अव्यवहारिक है । 12908 के अतिरिक्त जितने भी केस हैं वह सब अपनी पूर्ववर्ती बेंचों में वापस कर दिए जायेंगे । इसलिए अनर्गल बातों में न फंसे और समय का इन्तजार करें,,,,,,सारी स्थितियां आपके पक्ष में हैं । शांत रहे और मस्त रहें । आपको क्या लगता है कि कोर्ट ने 31मई को ही निर्णय का दिन क्यों चुना ,,,,,,,?????? जरा ध्यान से सोचियेगा और सारी कड़ियों को जोड़ने का प्रयत्न कीजिएगा ।समस्त स्थितियां स्वत: स्पष्ट हो जायेंगी । यह रिक्तियां आपकी हैं और इनपर नियुक्ति भी आपकी ही होगी ।
ReplyDeleteKu6 acd bhai...aaj ki hindustan alahabad ki page no.4 ki khabar kn hajmola khakar v pacha nahi pa rahe hai.
ReplyDeleteKu6 log kah rahe hai ki hindustan paper walo ko tet netao ne paisa dekar khabar chhapwaya hai to ku6 kah rahe last line jisme likha hai base of slctn july me tay hoga wo khud type kar grup par cuting lagaye hai.
Ku6 acd to is rastriy newspaper ko ke sampadak ko cmt me kah rahe hai ki kya unke chacha judge hai jo unke ofice me jakar bta kar aaye hai.
Waise ek cheej to tay hai..gunank suporter hindustan ki khabar se itna baukhla gye hai to kal order aane ke bad to is garmi me unhe chakkar na aa jaye aur wo gir na jaye..
(note..gadho ko to koi smjha nahi sakta ,use tn dhobi ka mogdar(danda) hi sudhar payega)
rashtriy mahattv ke newspaper ki khabar v inke liye mayne nahi rakhti..kal sham tak pta chal jayega apko
पूर्ण पीठ द्रारा नही आयेगा पूर्ण निर्णय। केवल टेट नानटेट मामले पर दिया जायेगा निर्णय शेष रिटे उचित पीठो को की जायेगी वापस,क्योकि शेष रिटो की पूर्ण बहस नही हो सकी है पूर्ण पीठ मे।
ReplyDeleteअगर आपको कभी मेरी कोई बात समझ मेँ न आये तो
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तो समझ लेना चाहिये कि बात बडे स्तर की हो रही है
याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 4 फ़रवरी 2013 को दिए गए आदेश में कहा गया:
ReplyDeleteहमने एक ही तरह की इन याचिकाओं में याचियों के अधिवक्ताओं तथा राज्य की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता को सुना। सभी याचिकाएं एक बंच के रूप में 11 फरवरी को सुनवाई के लिए एकसाथ सूचीबद्ध की जाएँ।
सभी अभ्यर्थियों ने अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण की है . यहाँ इन मामलों में उठने वाले बुनियादी सवालों में से एक यह है कि अगर चयन का आधार TET मेरिट है, तो फिर भले चयन प्रशिक्षण के पहले हो या बाद में, नतीजा एक ही होना है। विज्ञापन (पुराने) का अनुच्छेद 10 कहता है कि NCTE से मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण की सफलतापूर्वक समाप्ति के बाद 1981की नियमावली एवं 12वें संशोधन, 2011के अनुसार मौलिक नियुक्ति दी जाएगी। किसी मामले का निस्तारण करते समय हमेंमौलिकता (वास्तविकता, किसी चीज के वास्तविक प्रभाव) के अनुसार चलना होता है। उदाहरण के लिए, यदि (पुराने विज्ञापन के प्रभावी रहने की दशा में)चयनित अभ्यर्थी "प्रशिक्षु शिक्षक" नकहे जाते, परन्तु योग्यता के अनुसार केवल "वेतन के बराबर छात्रवृत्ति या मानदेय के साथ प्रशिक्षण"
के लिए चुन लिए जाते, और सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने के बाद पुनः उनकीटेट-मेरिट (जो उस समय चयन का निर्धारित आधार था) के आधार पर उनको चयन-प्रक्रिया से गुजरना होता, तो भी नतीजा वास्तविकता में एक ही होता। और ऐसी स्थिति में (किसी निर्णय का) यह आधार नहीं रह जाता कि "प्रशिक्षु शिक्षक का कोई पद ही नहीं!"
पुरानी चयन-प्रक्रिया को रद्द करने के आधार, जैसा कि 26.07.2012 के (सरकार के) आदेश में उल्लेख है, दो तरह आधार (अवधारणा/ मान्यता) हैं।
पहला आधार कहता है कि TET के आयोजन में कुछ अनियमितताएं, जैसा कि आरोप लगाया गया है। प्रतीत होता है कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में किसी हाईपावर कमेटी ने एक रिपोर्ट दी, जिसके आधार पर समूची चयन-प्रक्रिया, जिसमे TET में प्राप्तांक ही चयन-निर्धारक थे, को रद्द किया गया।
एकल न्यायाधीश ने अपने प्रश्नगत आदेश में स्पष्ट किया है कि अगर (TET में) कुछ जगहों पर कुछ अनियमितताएं पाई गई थी तो इसके ख़राब हिस्से से TET के अच्छे हिस्से को अलग किये जाने के प्रयास किये जाने चाहिए थे, परन्तु समूची चयन-प्रक्रिया को रद्द नहीं किया जाना चाहिए था।
अबतक राज्य की ओर से ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है (जिस से पता चल सके) कि अच्छे हिस्सों, मतलब वे जगहें या क्षेत्र, जहां TET में कोई अनियमितता नहीं थी, को खराब हिस्सों, मतलब उन जगहों या क्षेत्रों, जहां अनियमितताएं हुईं थीं, से अलग किया जा सका या नहीं किया जा सका।
).
अतिरिक्त महाधिवक्ता के निवेदन के अनुसार हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट जवाबी-हलफनामे के जरिये कोर्ट में रखी जा सकती है, उस रिपोर्ट या अन्य पूर्ववर्ती दस्तावेजों के आधार पर (इस बात का भी ) एक तर्क-संगत कारण भी इंगित होगा कि (कैसे) अच्छे हिस्से को खराब हिस्से से अलग किया जाना संभव थाया नहीं था।
ReplyDelete26.07.2012 के आदेश का दूसरे प्रकारका आधार यह इंगित करता है कि (सरकार केस्तर पर) ऐसा अनुभव किया गया था कि चयनहेतु योग्यता निर्धारण के लिए TET में प्राप्त अंकों के आधार पर बने पैमाने को हटाकर TET-मेरिट को नजर-अंदाज़ करके, चयन हेतु योग्यता-निर्धार ण के लिए पुराने शैक्षणिक प्रदर्शन पर आधारित गुणांक के आधार परपैमाना बनाया जाना चाहिए। बाद में मन में उपजे किन्ही ख्यालात के कारण ऐसा माना गया कि यह नया पैमाना बेहतर होगा। उसी के मुताबिक नियमावली में परिवर्तन किये गए।
माननीय एकल न्यायाधीश ने अपने प्रश्नगत निर्णय में स्पष्ट किया है कि चयन के मानकों में होने वाले ऐसे कोई भी बदलाव अग्रगामी प्रभाव वाले होंगे (बदलाव के बाद शुरू होने वाली किसी प्रक्रिया पर) और पूर्ववर्ती चयन को प्रभावित नहीं कर सकते।
इसके भी आगे बढ़कर, हमारा प्रथम-दृष्टया विचार है कि (सरकार के) विचारों में (आया) बदलाव, "कि योग्यता के निर्धारण के लिए पुराने पैमाने को हटाकर बेहतर प्रतीत होने वाले पैमाने को लागू किया जाये", किसी समूची चयन-प्रक्रिया को रद्द करने का कारण नहीं हो सकता। यदि राज्य की ओर से पेश किये गए इस प्रकार के आधार या कारण स्वीकार किये जाते हैं तो कल को इस बात की भी सम्भावना बन जाएगी कि कोई और सरकार या अन्य अधिकारी सोच ले कि (अब) शायद यह नया लागू किया गया पैमाना(गुणांक) हटाकर वह पैमाना लागू किया जा सकता है जिसे वह इस पैमाने (गुणांक)से भी बेहतर मानता है, तो वह फिर से एक चल रही चयन-प्रक्रिया को कचरापेटी में डालने का आधार तैयार कर सकता है।
नयी चयन-प्रक्रिया में, बहुत ही बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए हैं जिनकी काउंसिलिंग आज से शुरू हुई है।
स्वाभाविक है कि काउंसिलिंग (की प्रक्रिया) समय लेगी, और सभी पक्षों की सहमति के साथ हमारा इरादा इन सभी याचिकाओं को स्वीकार करने के चरण में ही अंतिम रूप से निस्तारित करने का हैजिसके लिए हमने 11.02.2013 की तिथि निर्धारित की है। अतएव, हमारा मत है किइतने सारे अभ्यर्थियों को काउंसिलिंगकी परेशानी में नहीं डालना चाहिए, जो (काउंसिलिंग) कि इन सभी याचिकाओं के अन्ततः स्वीकार होने (याचियों की मांग मान लिए जाने) की स्थिति में निरर्थक कार्यवाही भर रह जाएगी। इसलिए, इस मामले से जुड़े सभी पक्षों केबृहत् और समग्र हितों सहित उन अभ्यर्थियों के हितों को, जो हमारे सामने एक पक्ष के रूप में नहीं हैं, कोध्यान में रखते हुए हमारा यह मत है कि (07.12.2012 के विज्ञापन के अनुसार) चल रही चयन प्रक्रिया को 11.02.2013तक स्थगित रहना चाहिए। (इसी के) अनुसरण में आदेश (किया जाता है
यह आदेश टेट मैरिट के लिए शाश्वत सत्य अकेडमिक के लिए पतन की निशानी और वोट की राजनीति करने वाली सरकार के मुँह पर करारा तमाचा है ।
ReplyDeleteसंविधान पीठ के नान टेट मामले पर रिजर्व आदेश का इंतजार करते करते हम सब थक गए है । जीत के इतने करीब आने के बाद उसका इंतजार करना निश्चित रूप से कठिन होता है ।उस आदेश मे क्या आना है अप्रत्यक्ष रूप से हम सब जानते है । मगर आदेश का आना अति महत्वपूर्ण है क्योंकि जब तक यह आदेश नही आ जाता हमारी जीत की घोषणा नही हो सकती । निराश हताश भयभीत या हारने का विकल्प हमारे पास नही है । हमारे पास एक मात्र विकल्प है अपनी निश्चित लेकिन अभी तक अघोषित जीत की घोषणा का इंतजार करना । कोर्ट पर दबाव बनाने का विकल्प जब सरकार के पास ही नही है तो हम सब किस खेत की मूली है । निराशा के वशीभूत होकर हमारे कुछ साथी कोर्ट के घेराव की योजना बनाने की बात कर रहे है । मेरे खयाल से कोर्ट के प्रति इस प्रकार की धारणा बनाना हमे शोभा नही देता । कोर्ट और कचहरी के कामो मे देर लगना स्वाभाविक है यह व्यवस्था की खामि है इसे हम चाहकर भी दूर नही कर सकते । स्टे से पहले के दिन याद कीजिए और चैन की साँस लीजिए । अधीर होने से कुछ भी हासिल अगर होता तो इस लाइन मे मै सभी सदस्यो के साथ सबसे आगे खड़ा होता । कोर्ट पर दबाव का विकल्प किसी के पास नही होता । रही बात सरकार पर आंदोलन के माध्यम से दबाव बनाने की तो इस मामले मे सरकार का एक ही जवाब होगा कि मामला कोर्ट मे है और हम कुछ नही कह सकते । कुछ साथियो को पता नही क्यो सरकार सर्वशक्तिमान लगने लगती है । जबकि सब जानते है कि इसमे सरकार का कोई हस्तक्षेप नही है । आदेश आने मे देरी का एक मात्रकारण माननीय जजो की व्यस्तता है । सरकार को अकेडमिक वालों की नजरो से देखकर अपना BP बढ़ाने के अलावा कुछ हासिल नही होगा । थोड़ा बहुत अधीर तो हम सब है मगर न तो निराश है और न भयभीत । निराश और भयभीत होने का काम अकेडमिकवालों के लिए छोड़ दीजिए ।आप तब तक जून की छुट्टी मे टंडन जी के आयु सीमा पुराने आवेदन को नए विज्ञापन की शर्तो को स्वीकार किए बिना उसमे शामिल करने वाले आदेश हरकौली जी और लखनऊ बेँच का स्टे आदेश का अध्ययन कीजिए
ReplyDeleteआम तौर से मैं हर बात
ReplyDeleteसाफ़-साफ़ लिखता रहा हूँ,,लेकिन इस बार टेट मेरिट के
हितों को मद्देनजर रखते हुए संविधान पीठ के आदेश
में हुयी देरी के सम्बन्ध में मुझे मौन रहना पड़
रहा है,,,,सही वक्त आने पर इसकी वजह
भी बता दूंगा ,,फिलहाल बस इतना समझ लें
कि जो कुछ भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अब
अटक हुआ है ,,और जो आज-कल हो रहा है वो सब
शुद्ध टेट मेरिट के हितों को सुरक्षित रखने के लिए
ही हो रहा है,,,, बस विश्वास रखिये कि जून में कुछ
ऐसा होगा जिसकी आपने कल्पना तक
ना की हो,,,बशर्ते कि ऊपर वाला हमारे धैर्य की और
परीक्षा लेने के मूड में ना हो,,,,,
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Blogger TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI said...
ReplyDeleteअगर आपको कभी मेरी कोई बात समझ मेँ न आये तो
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तो समझ लेना चाहिये कि बात बडे स्तर की हो रही है
ab isake baad bhi na samajh me aye to samajho
meri {gadu} ki gand mari jaa rahi he
aap ke coment sach me atmviswas ko badane wale hote h.thanks
ReplyDeletegand marawana praya bade star ki hi baat hoti he
ReplyDeletedeepak babu
ReplyDeleteatmavishwas
nahi
jhataka milega thoda intezar karo
rahoi baat sc jane ki to tripal bench k judjes teen 3 judjes chutya to honge nahi jo bhi faisala denge sc bhi unako manya karega
Dosto- TB ka order aane ki sabhi ko badhai. Bhai order only writ no-12908 par aayega jo ki non tet matter se related hai.Jaisa ki hamare kuchh bhai bewajah ki afwah uda rahe hai ki bunches slp par bhi order kal hi aa jayega to unke liye mere pas ek seedha sada jabab hai ki OKHALI ME SAR DIYA TO MUSAL SE KYA DARNA . bhai dare to vo jo musal ke dar se okhali dekhkar hi helmet pahan kar bhaithe hai ki kahi sar na fut jaye.DB se jeete ya TB se, SC se jeete ya SAMVIDHANPEETH se jeetege ham hi.- JAI TET MERIT
ReplyDeleteKAL HAMARE VIDHI PRAKOSTH KE ADHYAX S.K. Pathak g kal court room me maujud rahege kyuki wo ek pax hai..ham unke sampark me rahege aur apko kal ki live update grup par dete rahege.
ReplyDeleteTet sangharsh morcha ke vidhi adyax s.k.pathak g anusar ek news.,.
Kal court 10 a.m par baithne ke 30 minut me order ke main point ko padhkar sunane ke bad judge hastakshar karke order release kar dege..aur order me special apeal ko apropriate bench me transfer karne ka order hoga..matlab ki kal maximum 11 a.m tak har hal me order release ho jayega. Jai tet
ज्ञात अज्ञात हम सभी अपने दैनिक जीवन में कितने उर्दू शब्दों का प्रयोग कर जाते है....कुछ ऐसे शब्द नीचे दिए गए है
ReplyDeleteजिनको बोलते समय हमें उनकी हिंदी नहीं पता ,,,,, ऐसे ही उर्दू शब्दों का संस्कृतनिष्ठ हिंदी विकल्प नीचे दे रहे हैं ...........
ईमानदार - निष्ठावान
इंतजार - प्रतीक्षा
इत्तेफाक - संयोग
सिर्फ - मात्र
शहीद - बलिदानी, हुतात्मा
यकीन - विश्वास
इस्तक्वल - स्वागत
इस्तेमाल - उपयोग, प्रयोग
किताब - पुस्तक
मुल्क - देश
कर्ज - ऋण
तारीफ - प्रशंसा
इल्ज़ाम - आरोप
गुनाह - अपराध
शुक्रिया - धन्यवाद
सलाम - नमस्कार
मशहूर - प्रसिद्ध
अगर - यदि
ऐतराज - आपत्ति
सियासत - राजनीति
इंतकाम - प्रतिशोध
इज्जत - सम्मान
इलाका - क्षेत्र
अहसान - आभार, उपकार
अहसानफरामोश - कृत्ग्न
मसला - विषय
इश्तेहार - विज्ञापन
इम्तेहान - परीक्षा
कुबूल - स्वीकार
मजबूर - विवश
मंजूरी - स्वीकृति
इंतकाल - मृत्यु
बेइज्जती - तिरस्कार
दस्तखत - हस्ताक्षर
हैरान - आश्चर्य
कोशिश - प्रयास
किस्मत - भाग्य
फैसला - निर्णय
हक - अधिकार
मुमकिन - संभव
फर्ज - कर्तव्य
उम्र - आयु
साल - वर्ष
शर्म - लज्जा
सवाल - प्रश्न
जबाब - उत्तर
जिम्मेदार - उत्तरदायी
फतह - विजय
धोखा - छल
काबिल - योग्य
करीब - समीप , निकट
जिंदगी - जीवन
हकीकत - सत्य
झूठ - मिथ्या
जल्दी - शीघ्र
इनाम - पुरस्कार
तोहफा - उपहार
इलाज - उपचार
हुक्म - आदेश
शक - संदेह
ख्वाब - स्वप्न
तब्दील - परिवर्तित
कसूर - दोष
बेकसूर - निर्दोष
कामयाब - सफल
गुलाम - दास
जांच करें कि आप कितने उर्दू शब्द बोलते है। संस्कृतनिष्ठ हिन्दी बोलने का प्रयास करें; अपनी मातृभाषा का सम्मान करे:-
अच्छा लगे तोआगे भी प्रसार करे ताकि और
लोगो को भी पता चले
धन्यवाद !!
मनमोहन सिंह ---- अगले साल हम भारतीयों को चन्द्रमा पर भेज रहे हैं.
ReplyDeleteबराक ओबामा ---- अरे वाह !!!!!! कुल कितने लोग जा रहे हैं ????
मनमोहन सिंह ---- कुल 100 लोग हैं............
25 ओबीसी ,
... 20 एससी ,
15 एसटी,
15 अल्पसंख्यक,
5 विकलांग,
5 खिलाड़ी
5 आतंकवाद प्रभावित लोग
5 कश्मीरी शरणार्थी
2 राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत
2 सेवानिवृत आई ए एस अधिकारी
और अगर संभव हुआ तो 1 अंतरिक्षयात्री भी जा सकता है
आखिर और कितना तानाशाही करेगी ये सरकार ....
ReplyDeleteहर जगह अपनी मनमानी ही तो कर रही है पिछले पंद्रह महीने से ये सरकार ....
कोई भी नियम और नीति ऐसी नहीं बना पाई जिसको कोर्ट में ललकारा न गया हो ....
घास तो लालकिले में भी जम गयी है जहाँ तुमसे ज्यादा तानाशाह लोग हुआ करते थे .....
आखिर बेसिक शिक्षा में ही क्यों घटिया राजनीति खेल रहे हो रहनुमाओं .....
समय बहुत ही बलवान होता है ...आज जहाँ तुम बैठे हो वहां से भगाने में ज्यादा देर नहीं लगेगी ...
आने वाले चुनाव में तुमको हम बताएँगे कि तुन्हारी हैसियत क्या है ????
'
जिन भी भाई बहिनों को बहुत गर्मी सताती है , उनको अपने दाहिने कान में रुई रख लेनी चाहिए जिससे उनका चन्द्र स्वर चलने लगेगा और उनको गर्मी से राहत मिलेगी|
ReplyDeleteचूंकि मूर्खों की सेना मे खलबली मची है जिससे वो पागल कुत्तों की तरह इधर उधर भटक रहे हैं और उल्टी सीधी हरकतें कर रहे हैं इसलिए कल ऐसी अफवाहों के बाज़ार का सूचकांक फिर से अपने उच्च स्तर पर होगा या हो सकता उच्चतम स्तर तक पहुँच जाये इसलिए सभी सदस्य केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ही यकीन करें, जब तक सही और पुष्ट सूचना न मिले तब तक उसको अपनी या ग्रुप की वाल पर कॉपी पेस्ट न करें|
ReplyDeleteमेरे कस्बे के थाने के बाहर दीवार पर लिखा है कि,,,,,,,,,,,,
"अफवाह फैलाने वाले देश के दुश्मन"
न तो स्वयं अफवाह फैलाएँ और न ही फैलने दें
----------पुलिस अधीक्षक
आप सभी भावी अध्यापकों से भी यही उम्मीद की जाती है..............
धन्यवाद
JUDGES RULE POSITION KE HISAB SE HI DECISION DETE HAIN..WO KABHI PAKSH PAT NAHI KARTE ISSLIYE YE KAHNA KI CASE YAHA JAYEGA WAHA JAYEGA WO JUDGE ISKE SUPPORT ME HAI WO JUDGE GOVT KA FAVOUR KAR RAHA HAI YE SAB FALTU KI BAAT HAI..AGAR GUNAK SAHI HAI BASE SAHI CHANGE HUA HAI TO GUNAK KO KOI ROK NAHI SAKTA AUR AGAR TET MERIT THEEK THI BASE JAAN BHUJKAR CHANGE KIYA GAYA AGAR YE PROOF HO GAYA TO TET MERIT KOI ROK NAHI SAKTA AUR TET MERIT CONTINUE RAHEGI KEWAL WAIT KARIYE HUMARE HATH ME KUCH NAHI HAI
ReplyDeleteFriends Kal 31 may ko subhah 10 am par court no 29 me 12908 samet kai writs par nirnay aa raha hai..jahan tak mujhe jaankari hai..main faisla tet vs non tet par hi ayega..Kyuki 72825 ke base of selection ki charcha full bench me nahi hui hai..last day 17 april ko court no 29 me jab faisla reserve kiya tha to usi din judges ne bol diya tha ki 150/2013 wali writ ki file hum jis din order release karenge us din D.B (appropriate bench) me bhej denge..sach yahi hai aur mai shuru se hi yahi baat bol raha hu maine aur logo ki tarah apne statements kabhi change nahi kiye hai.jo sach hai jo court me hua wo aap tak pahuncha diya..
ReplyDeleteAur Harkauli ji ne lagbhag base par apna faisla kar diya hai kewal non tet ki badha bech me thi jo ki khatam ho jayegi , db me mushkil se 2 dates me decision ho jayega...
Base of selection ki writ Full bench me gayi thi par waha us par koi bahas nahi ho payi..
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Dear TETians Good Evening Everybody ~ Kal Aane Waale LB K Bahuprateekshit Faisle Mein Complete Decision Aa Jaay Toe Bahut Jyaada Aashcharya Nahin Kerna Chaahiye Kyonki DB Ne Apne Dwaara Diye Gaye Transferred Case Mein Apna View De Diya Hai Usper Sakaaraatmak Vichaar Kerte Huye LB Puraane Base Of Selection (TET Merit) Per Selection Kerne Ka Order De Sakti Hai. Academic Ki Sambhaavna Tab Banti Jab Uss Mudde Per Bahas Huyi Hoti Jisme TB ,DB Ke View Ko Illegal Karaar Deti. Lekin Andhon Aur Bahron Ko Deepawali Ka Anand Prapt Kerne Ki Koshish Kerne Se Rokne Ki Zaroorat He Kya Hai ?? Let Them Enjoy With Dream (Gunak) And We Must Be Happy With Reality(TET Merit). Powerful Govt TET Se Kisi Ko Bhi Mukti Nahin Dila Saki Hai Phir Bhi Log Uchhal Rahei Ki Atibuddhiman Govt Ne Shakuni Mama Waali Chaal Chal Di Hai . Iss 72825 Ki Her Seat Per TET Merit Likha Huya Hai.
ReplyDeleteNamaskar
ReplyDeleteSabhi ko subh ratri
Kal k liye nahak paresan na ho
Achchhi need le kal ka din apna hoga
Ishake liye Ishwar ko agrim
DHANYBAD
Aur un sabhi academic supporter aur
tatha kathit bharti samarthako (Jo
basically academic aur swarthi log
hai) k liye sau baat ki ek baat kal ka
nirnay kal Dekha jayega aur hum
sabhi tet supporter (Jo tet ki merit k
adhar par bharti chahte hai ) ko unke
sanklp se na to Apki koi
afwah,chaal,kutrk aur na hi is sarkar
ki koi mansa diga sakti hai.hume
apne sangathan sahyog ishwar aur
nyayvastha par PurA bharosha hai aur
nyay ka santulan puri tarah apne pax
me hai.aur ek baat aur humari ladai
aap se nahi sarkar se hai aur yadi
Apko lagta hai ki vo sarvasaktiman
hai to hum logo se koi kutrk athwa
amaryadit baat(baukhalahat aur
nirasa me yah aksar ho jati hai) karne
ki jagah sarkar ki chaukhat par apni
naak ragadiye.
Ek baar sabhi ko subh ratri
Jay TET
Bahu theek tet merit nahi to bharti bhi nahi bhai.
ReplyDeleteBahu theek tet merit nahi to bharti bhi nahi bhai.
ReplyDeleteBahu theek tet merit nahi to bharti bhi nahi bhai.
ReplyDeleteजहाँ तक मेरा मानना है कि कल यानी 31 मई को सभी याचिकाओं पर निर्णय आ जायेगा ...शायद ही इसके बाद कोर्ट में कोई भी महत्वपूर्ण याचिका लम्बित रहे लेकिन ये भी सत्य है कि base of selection के विवाद पर कोर्ट अपनी कोई स्वतन्त्र राय नहीं रख सकता ...इसका निपटारा तो सरकार व विभाग को मिलकर करना है....अगर हम हिन्दुस्तान न्यूज पेपर की बात करें तो यही लिखा है कि 31 मई के बाद base of selection का निपटारा किया जाना शेष रहेगा...जो कि जुलाई में सम्भव हो पायेगा..अधिकतर .याचिकायें टेट की वैधता को लेकर थीं न कि base of selection को लेकर....कोर्ट ने पहले ही कहा है कि विधानसभा का स्थान कोर्ट से ऊपर है ...वह स्वतन्त्र है ये तय करने के लिये कि चयन का आधार क्या होगा... या फिर आप ही लोग बताइये कि ऐसी कौन सी याचिका है जिसमें चयन के आधार को लेकर कोर्ट अपना फैसला सुनायेगी....जो भी हो कोर्ट, सरकार और विभाग aको मिलकर करना है ...हम कल भी तमाशबीन थे और आज भी तमाशबीन हैं ...अब मेरी निजी राय को लेकर कोई विवाद मत खड़ा कर देना..क्योंकि विवाद खड़ा करना हमारी आदत बन चुकी है
ReplyDeleteTet morcha wale to harkauli ji k piche pad gye hai, unhone aj tak tet weitage k bat nhi k, tet mrt to dor k bat hai, tet morcha ka aj antim din hai, kal se kewal gunak merit k bat hogi... Hc k web par sbhi case par decision ane k ummed hai, aj tet par final ho jayega... Aur tet/acd khatm only bharti start...
ReplyDeleteBase of selection jaisi koi writ nhi hai, writ kewl new add me kmiyo par hai, us b aj final ho jayega, so aj bhrti start hone k pure chance hai..
ReplyDelete.judgement maximum 11 bje tak release ho jayega aur judgement me 12908 shiv kumar sharma &others ke d.b ke adesh ko t.b palatne ja rahi hai..special apeal ki sari file aaj hi harkoli sir ke bench me bhej di jayegi...
ReplyDeletejudgement maximum 11 bje tak release ho jayega aur judgement me 12908 shiv kumar sharma &others ke d.b ke adesh ko t.b palatne ja rahi hai..special apeal ki sari file aaj hi harkoli sir ke bench me bhej di jayegi...
ReplyDelete.judgement maximum 11 bje tak release ho jayega aur judgement me 12908 shiv kumar sharma &others ke d.b ke adesh ko t.b palatne ja rahi hai..special apeal ki sari file aaj hi harkoli sir ke bench me bhej di jayegi...
ReplyDeleteसभी वकील तथा हमारे टेट मेरित के याचीकर्ता तथा कुछ मिडिया कर्मी भी आ गये हैँ
ReplyDelete
ReplyDeleteBreaking news. .acording to s.k. Pathak ..order me sbhi ke liye tet aniwarny kiya gya hai..kisi ko chhut nahi di gyi hai..hamari special apeal d.b me transfèr ho chuki hai order me
ReplyDeleteजैसे हम गर्मी का आनन्द गर्मी में लेते हैं और जाड़े का आनन्द जाड़े में ....वैसे इस फैसले का आनन्द लीजिये इसकी स्वीकारोक्ति के साथ...जीत हो तो जीत का आनन्द लीजिये ....हार हो तो हार का आनन्द लीजिये...मै विश्वास दिलाता हूँ कि जो भी हो यह फैसला आपके जीवन का अन्तिम फैसला बिल्कुल भी नहीं होगा...अभी बहुत कुछ पा सकने की संभावना है आपके भीतर ......निराश न हों...धैर्य रखें...संयम रखें...जो भी होगा ...आप सभी के लिये शुभ होगा...शुभ ही होता है...प्रकृति के इस प्रयोजन को नकारा नहीं जा सकता ...आप सभी को मेरी ओर से बहुत बहुत शुभकामनाएँ......:-)
मौलवी साहब फैशन टीवी देख रहे थे...
ReplyDeleteइतने में उनका एक परिचित आया और बोला...
मौलवी साहब, आप भी?
पहले तो मौलवी साहब हड़बड़ा गए, फिर बोले...
अल्लाह कसम, यकीन कीजिए...हम इसे नफरत की निगाह से देख रहे थे...!!!
dosto judgement aa gya hai cb yadav ne btaya ki tet sabke lie aniwary hai aur base of selection par kuchh opinion dekar db ko bhej dia gya hai yani ab bharti july me hogi
ReplyDeleteTet sathiyo
ReplyDeleteNamaskar
Sare purvanumano ko buri tarah sahi sabit karate hue Akhir judgment aa gaya non tet bahar base of selection par nirnay DB karegi so please enjoy
Ye judgement academic walo ke purv kathit anumano aur afwaho par apne aap me ek bahut bada sandes hai
Ek baar fir sabhi ko bandhai
Jay TET
आदेश जिसके खिलाफ होगा वह अपील नही कर सकेगा क्योंकि वह तो पार्टी ही नही है । सरकार जा नही सकती क्योंकि वह लिखित मे जीतेगी मगर व्यवहारिक रूप से हारेगी हम प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनोँ रूप मे जीत रहे है फिर कौन जाएगा ?
ReplyDeleteनॉन टेट वालों को शिक्षक बनाने का प्रयास करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय जाएगा कौन,,किसकी हिम्मत है,,,, अगर कोई भूले -भटके चला भी गया तो भारत के विधिक इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि किसी सिविल मामले में सजा-ए -मौत दी जायेगी ,, शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर सर्वोच्च न्यायालय कुछ ज्यादा ही सख्त रुख अपनाए हुए है ,,,
ReplyDelete
ReplyDeleteहमारे साथी गणेश दीक्षित भाई का अभी-अभी मैसेज प्राप्त हुआ है कि संविधान पीठ ने अपना आदेश दे दिया है जिसमें टेट को सभी के लिए अनिवार्य बताया गया है और हमारा केस डबल बेंच में ट्रांसफर कर दिया गया है ,,,,
Aj tet mrt wale dant dikhakr hs rhe hai, q k unki file harkauli ji k bench me bheja ja sakta hai... But waha b kuch hone wala nhi... Bhrti finaly new add par hi hogi... Kul mila kr 2 mahine aur lagege....
ReplyDeletemera kaha satya hua.....stay continue....base of selection DB me july me...HO GAYA FAISLA
ReplyDeleteSahara samay up ki breaking news...tet sabhi ke liye jaruri...t.v dekho acd wale agar hamari bat par viswash na ho to
ReplyDeletekapil ko ab bhi intjaar hai ki bharti new add se hogi
ReplyDeleteमिल रही सूचनाओं के अनुसार बृहद पीठ ने आदेश जारी कर दिया है। पीठ ने कहा है कि प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति के लिए सभी अभ्यर्थियों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य। अब इस फैसले की जद में शिक्षा मित्र भी आ गये हैं। बृहद पीठ ने कहा है कि एनसीटीई की नियमावली और शिक्षा का अधिकार कानून लागु होने के बाद पात्र और योग्य शिक्षकों की ही नियुक्ति की जा सकती है ऐसे में पात्रता परीक्षा से छुट किसी को नहीं दी जा सकती।
ReplyDeletefree gift for S.M
ReplyDelete.
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अब इस फैसले की जद में शिक्षा मित्र भी आ गये हैं।
लो भाई आ गया आर्डर .. केवल और केवल 1२ ९ ० ८ रिट पर
ReplyDeleteअब गुड्डू सिंह और उनका संघ क्या कहेगा ....
संघ १७ तारीख से कह रहा है की सभी रिट पे आर्डर आएगा ..
घंटा आया है अब हिलाओ उसे बैठ कर हा हा हा हा हा
कौवे के कोसने से जानवर नहीं मरा करते ....
ये इन गधो को कब समझ में आएगा ...
अब हरकौली की बेंच में मामला चला गया है .....
देखो वो क्या हाल करते हैं तुम ढक्कनों का ..
friends- the much awaited larger much order delivered the main feature of order is that tet is essential for everyone means the double bench order is quashed and our special appeal has transferred to double bench in the court of harkoliji and manoj mishraji
ReplyDelete.
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so enjoy.
ReplyDeleteye maine kal hi bata diya tha
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कल कोर्ट खुलते ही आदेश सुना दिया जाएगा । वैसे तो मुख्य निर्णय नान टेट मामले पर ही आएगा लेकिन इसका प्रभाव दूरगामी और इतना प्रभावशाली होगा जिसकी कल्पना भी किसी ने नही की होगी । यह ऐसा आदेश होगा जिसकी कहीं कोई अपील सरकार या नान टेट वालों द्वारा नही की जा सकेगी और कोई करेगा क्यो ? यह जिनके खिलाफ होगा उनमे से एक पार्टी नही है और दूसरा जीतकर हार रहा है । टेट मैरिट की राह का सबसे बड़ा रोड़ा हटाने के साथ साथ संविधान पीठ ने onjob training की व्याख्या करके उसे बुलेट प्रूफ जैकेट भी पहना दी है । मेरी बात अभी कुछ अजीव लग सकती है मगर टंडन जी के आदेश के निचली लाइन के ऊपर संविधान पीठ का आदेश रखकर पढ़ते ही सबकी समझ मे आ जाएगा । फिलहाल आप लोग पटाखे और मिठाइयोँ खरीद कर रख लीजिए आदेश अपलोड होने के बाद दिवाली का नजारा हर गाँव और शहर मे होना चाहिए । गाँव शहर और कस्बे के हर अकेडमिक गुणाँक सपोर्टर के साथ साथ सरकार के नेताओं को भी जीतकर हारने की खुशी की मिठाई अवश्य खिलाएँ ताकि उन्हे यह अनोखी हार जिंदगी भर याद रहे
Waise muche base of selection k chinta nhi, q k mera scince teacher me ho jayega... Lekin it's my promise to all ye 72825 kewal gunak se hi hoaye.....
ReplyDeleteYe bhrti kisi b court me ho, par base of selection kewal gunak hi hoega... Ye bat tandan ji k ordar se ispast hai, aur bad me harkauli ji ka ordar b is par mohar laga dega.
ReplyDeleteJai shree Ram.ab july me satya ar nyay ki jeet ho jayegi.ab to sabko pata chal gaya ki tet merit se hi sahi ar true news milti hai bina koi pashpat ke.jai bhrigu baba.
ReplyDeleteYe to sabhi ko pata tha k bina tet job nhi mil sakti per fir bhi ek bewakuf judge ko ye samjh nhi aya or bina tet walo ko shamil karne ki baat bol k hmlogo ki bharti ko latkaya or fir in teen judges ko is baat ko samjhne me 2 mnth lag gaye wah re ye judges ,,,,,,,,or akhir aaj k is faisle se hme kya mila fir intzar? Q k ab DB bhi taarik pe taarik degi
ReplyDeleteRaju singh stay aur nayay ki jeet pahle hi ho chuki hai, wo b tandan ji ki adalt me magr in astay aur galt log (tet mrt) walo ne apni chaplusi, dhokhadhdi se bhrti par rok lagwai hai.... Par jeet saty (gunak) k hue thi, aur aage b hogi... Jai ACD
ReplyDeleteAastha I AGREE wit U
ReplyDeleteNuksan to sirf hmlogo ka ho rha hai q k ab tak hmlogo ko 2 saal ho rha hota join kiye hue or aplog sochiye ki 72825 teachers ki 2 saal ki salry bacha k sarkar ko kitna fayda hua or hmlog kitne loss me rahe ir ulta d 2_2baar form daale cyber cafe me ja ja k form fil kiye ,print out or speed post kiye,,
ReplyDeleteCourt ne jaan bujh k aj faisla diya hai taki july se pehle bharti aage na badh sake q k govt.bhi ye hi chahti hai or kuch bhi kahe koi per sab kuch govt k plan se hi ho rha hai ,,govt.apne election k time tak ye bharti khichegi
ReplyDeleteKoi bhi judge ager sach me aplogo ko favour krta to faisla dene me itna timwe na lagata,,,jo log tondon ji ya harkoli ji ko apna hitaishi maante hain wo log thoda sa dimag se sochen ki akhir in logo ne koi clear cut faisla q nhi diya
ReplyDeleteAstha i again AGREE wit U....
ReplyDeleteJai bhrigu baba.satya ar nyay ke baat tora muh se shobha naikhe det.jawan a sab bawal ke karan ba.aaj tak jatna bura bhail ba mai tora karan bhail ba.do saal me sab tet pass ke naukari mil gayi rahit.tuhi sab bawal ke mul karan hawe.aaj na t kal taro bura karm ke fal mil jayi.
ReplyDeleteAstha ji mujhe to lagata h ki court bhi bik chuki h sarkar ke aage...
ReplyDeleteAre bhai ab adv galt nikla tha to mai kya kru, mai galt nhi dekh sakta, kewal such ka sath deta hu, aur ant me wahi hua... Jo such tha, kapildev yadav such ka dusra nam hai.
ReplyDeleteLadne walon aaplog ladte rahiye or jin logo ki job aplogo k kaaran ruk gayi hai un sabki baddua lete rahiye
ReplyDeleteAstha ji aap to baddua mat dijiye...
DeleteKhatri putri...ASTHA MEHTA JI...
Deletehum ladai nhi kar rhe...hum vaad-vivad kar rahe h...
Rahul I 50% agree wit U, aakhir ek chota sa decision itna lamba time q ¿ Kahi gov ko chunav ka labh to nhi dilana chahte...
ReplyDeleteKapil dev ji....sarkar jab chahegi tabhi bharti prakriya ko hari jandi bhi milegi...hum kitana bhi galat sahi kyo na kah le kuch nhi hone wala...lekin agar aap kahe to sayad ho jaye...
DeleteMain na to acdmic k favour me hun or na hi tet k ,,,main sirf bharti puri hone k favour me hun jo ki srkar or shayad court k kuch judges nahi chahte k jaldi ho
ReplyDeleteKyo...
DeleteBharti to honi hi h...usame koi do rai nhi...magar kaise hogi ye kahna muskil h...magar madam ji aap ko farak pade ya nhi magar hume padata h...
Jo gov.2 karte h unko mai bata sabse bada kai ar h.ar sapa ke vac.aage le jaane se log usse kush nahi naraj hi ho rahe h ar isse usko koi labh nahi milne wala h balki ar nuksan hi hua hai ar hoga.kch mahine baad yahi power ar bade log sabke pairo me nak ragrenge.agr gov.ke chahne se hota to bsp dwara hataye gaye police bahal na hote ar bihar me s.p.crt se tec.ki reg.niyukti nahi milti na hi 2o13 appearing ko.na h.crt rahta na s.p. Crt.jai hind.
ReplyDeleteये ऑर्डर तो हाईकोर्ट का कोई आठवीं पास चपरासी भी सुना सकता था ..नया क्या था इसमें....खाली पीली सस्पेंस क्रियेट कर रहे थे आप लोग...खोदा ऑर्डर निकला नॉनटेट ....
ReplyDeleteअकेडमिक और टेट मैरिट सपोर्टर हरकौलीजी के 12 मार्च के आदेश को पढ़कर आसानीसे अपने अपने भविष्य का अंदाजा लगा सकते है पढ़िए और समझिए आगे क्या होने वाला है ?Court No. - 33
ReplyDeleteCase :- SPECIAL APPEAL No. - 150 of2013
Petitioner :- Navin Srivastava And Others Respondent :- State Of U.P. And Others Petitioner Counsel :- Abhishek Srivastava,Shas hi Nandan Respondent Counsel :- C.S.C.,Bhanu Pratap Singh,C.B.Yadav
Hon'ble Sushil Harkauli,J. Hon'ble Manoj Misra,J. Fromthe argumentsof the learned counsel appearing on behalf of the parties, it has transpired that in this bunch of appeals the contention of the selected candidates is that Teacher Eligibility Test (TET) should be upheld and for selection/ appointment themerit of the candidates should be calculated as per the marks obtained by them in the TET test in accordance with the Rules as were in force at the relevant time. It has been pointed out that thereis a reference to a larger Bench,which is pending and which involves the question as to whether candidates having certain educational qualifications would also be eligible to be considered for appointment on these very� posts without requirement of undertaking the TET. If, in that reference, it is held that some candidates are entitled to be considered for the appointment, without undertaking the TET, it is obvious that their comparative merit vis-a-visthe present candidates cannot be computed. The case in which the referencehas been made is writ petition No.12908 of 2013 and the date of making theorder of reference by the learned single Judge is 8th March, 2013. Therefore, it would appear to be desirable either that the referenceis answered first, before taking a decision onthis bunch of appeals, or the bunch of appeals are connected and heard alongwith the reference. Let papers of these cases be placed before Hon'ble the Chief Justice for taking suchdecision in the matter, as he may deem fit. This orderwill cover Special Appeal Nos.149 of 2013, 152 of 2013, 159 of 2013, 161 of 2013, 205 of 2013, 206 of 2013 and 220 of 2013. Theaffidavits, which have beenfiled today in the Court by the parties in this bunch of appeals, are taken on record. The interim order will continue till the next date of listing. Order Date:-12.3.2013. Rks. (Manoj Misra, J.)������������ (SushilHarkauli , J.)
बहूप्रतीक्षित आदेश अपेक्षा के अनुरूप होने के लिए आप सभी टेट मैरिट सपोर्टर को हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteinteha ho gyi intezar ki.aur ldo aur intezar kro. Jai Bhole nath Jai Bhrigu Baba.
ReplyDeleteAstha ji mai bhi aapke vicharo se poornth sahmat hu....ye 72825 pado kibharti ,jaise govt. chahti hai uske anuroop hi hogi.......!!!
ReplyDeletekyonki tet/non tet ke mudde par decision court ki chutti hone ke last din hi kyo jari kiya gaya......???ye adesh itne dino tak kyi sarvjanik nhi kiya gayaa.....???Isiliye ki ye metter ab D.B me chalaa jayega,aur fir govt. ke mutabik date par date dete rahenge.
Ab ye samajh lijiye ki bharti sep.-Oct.me shuru hogi.......!!!
Bharti gunank system se hi hogi.
vajah sabhi bike hue hain , jitna paisa govt. de sakti hai, hum- tum nhi de sakte.aur paise khakar to sarkar ke mutabik chalna hi padega.
We approve of the judgment of the division bench in Prabhakar Singh's
ReplyDeletecase to the extent of laying down the interpretation of the commencement of recruitment process under Clause 5 of the notification dated 23.8.2010,,,,,,
संविधान पीठ के निर्णय के इस भाग के प्रकाश में टण्डन के आदेश को संशोधित करते ही पूर्व विज्ञापन बहाल हो जाता है जिसकी औपचारिक घोषणा न्यायमूर्ति हरकौली और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा जी करेंगे ,,,, interpretation of the commencement of recruitment process,,अर्थात बी.एड डिग्रीधारकों के चयन के पश्चात उन्हें छः माह की ट्रेनिंग दी जाने के प्रावधान के कारण प्रशिक्षु अध्यापक के पदनाम से निकाले गये दोंनों ही विज्ञापन सहायक अध्यापक के हो जाते हैं,,,,
नॉन टेट तो सिर्फ एक बहाना था,,, भूषण साहब का असल उद्देश्य तो प्रशिक्षु अध्यापक को भगाना था ,,,, प्रशिक्षु अध्यापक की मृत्यु के प्रमाणपत्र पर संविधान पीठ के तीन जजों ने अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं और उसका स्थान सहायक अध्यापक ने ले लिया है,,,,,, पूर्व विज्ञापन अथवा उसकी समस्त शर्तों की बहाली की ओर अंतिम कदम बढाया जाना आप सबको मुबारक हो,,,,,
इस जटिल विवाद की सरल सी व्याख्या करने का प्रयास कर रहा हूँ,,,, आशा है भय का व्यापार करने वाले एवं गुणाक तथा किसी भी तरह भर्ती चाहने वाले इस बार मुझे गालियाँ देने में थोड़ी बिलकुल भी कंजूसी नहीं बरतेंगे,,,,,
टण्डन साहब के आदेश में retrospective Effect से नियमावली में संशोधन के आधार पर पूर्व विज्ञापन को रद्द किया जाना अवैध करार दिया गया था और साथ ही यह भी कहा गया था कि चयन प्रक्रिया निर्धारित करना सरकार का अधिकार है,,चूँकि हमारे पदों की चयन प्रक्रिया भी एक वैध सरकार द्वारा ही निर्धारित कि गई थी इसलिए टेट के बैड पार्ट को अलग करके टेट मेरिट से नियुक्ति की जानी चाहिए,,लेकिन अपने फैसले के अंत में उन्होंने हमारे विज्ञापन को प्रशिक्षु अध्यापक का मानते हुए उसका नियमावली में जिक्र ना होने की वजह से उसे रद्द कर दिया एवं यह मानते हुए कि नए विज्ञापन से जुड़े 72825 पद चूँकि पूर्व विज्ञापन के हैं इसलिए आयु सीमा वाले आदेश द्वारा उन्होंने परोक्ष रूप से नए विज्ञापन पर पूर्व विज्ञापन की शर्तें लाद दीं,,इससे पहले पूर्व विज्ञापन के फार्मों का विवरण SCERT भेजे जाने वाले आदेश द्वारा भी उन्होंने नए विज्ञापन पर पूर्व विज्ञापन के फार्मों को आरोपित कर दिया था,,,,
ReplyDeleteinteha ho gyi intezar ki.aur ldo aur intezar kro. Jai Bhole nath Jai Bhrigu Baba.
ReplyDeleteinteha ho gyi intezar ki.aur ldo aur intezar kro. Jai Bhole nath Jai Bhrigu Baba.
ReplyDeleteka ho mohan ka haal ba.news pa gail na.
ReplyDeleteउसी दिन न्यायमूर्ति भूषण ने विशिष्ट बी.टी.सी.और बी.टी.सी. वालों की टेट से मुक्ति कि याचिका पर reserve अपने फैसले में विज्ञापन के नामकरण को महत्वपूर्ण ना मानते हुए प्रशिक्षु अध्यापक के विज्ञापन को सारतः सहायक अध्यापक का विज्ञापन माना और साथ ही नए विज्ञापन में नॉन टेट वालों को भी शामिल करने का निर्देश दे दिया,,ध्यान देने वाली बात यह है कि यह मामला उनकी अदालत में विचाराधीन ही नहीं था,,,, इस आदेश के विरूद्ध अपील करके सरकार नॉन टेट वालों की भारी संख्या से दुश्मनी नहीं ले सकती थी और ना ही नॉन टेट को शामिल करने के निर्देश को मान ही सकती थी,,,नॉन टेट के आदेश की व्याख्या करते हुए टण्डन ने उसे निर्देश माना और कहा कि जब टेट वाले ना मिलें तब नॉन टेट वालों को शामिल किया जा सकता है जबकि दूसरी अदालत ने उस आदेश के पालन में विफल रहने पर 24 अप्रैल को सचिव को तलब करने का आदेश कर दिया,,, जबकि न्यायमूर्ति शाही ने टेट को ग्रीन कार्ड बताते हुए उसे अनिवार्य बताया और न्यामूर्ति भूषण के आदेश की संवैधानिकता का परीक्षण करने के लिए संविधान पीठ के गठन की अनुशंसा कर दी,,,, संविधान पीठ में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ केन्द्र सरकार और NCTE को भी पार्टी बनाया गया तथा उसको संदर्भित प्रश्नों में टेट की अनिवार्यता के साथ-साथ job on the training के बारे में स्पष्टीकरण को शामिल किया गया,,केन्द्र सरकार ने अपने जवाब में यह स्पष्ट कर दिया कि बी.एड डिग्रीधारकों की प्राथमिक के सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति के पश्चात उनकी ट्रेनिंग होगी,,,
ReplyDeleteआज के संविधान पीठ के आदेश के बाद टण्डन के आदेश में प्रशिक्षु अध्यापक के सबंध में हमारे विरूद्ध लिखा एकमात्र पैराग्राफ निष्प्रभावी हो जाता है,,,,उधर हरकौली साहब ने स्टे देने के बाद हुयी सुनवाइयों में टेट के बैड पार्ट को तलाश करने के सरकारी प्रयासों की कलई खोल दी और प्रथम द्रष्टया ही यह साबित कर दिया कि सरकार का मकसद मात्र टेट मेरिट से चयन को रोकना था और कुछ नहीं,,,,,अब यदि तीनों अदालतों(टण्डन,संविधान पीठ और हरकौली साहब) के फैसलों को एक साथ रखकर पढ़ा जाए तो चारों ओर जय टेट मेरिट ,जय ओल्ड एड के ही नारे की गूँज सुनाई देगी,,,,,
ReplyDeleteआज के आदेश के विरूद्ध सरकार अपील नही कर सकती और जब तक यह आदेश प्रभावी है तब तक हरकौली साहब द्वारा हमारा विज्ञापन बहाल किये जाने वाले संभावित आदेश के विरूद्ध भी अपील नहीं की जा सकती,,,,,
ReplyDeleteइसी के साथ पूर्व विज्ञापन से जुड़े सारे विवाद आज समाप्त हो गये हैं,,,,, अब अखिलेश यादव इस भीषण गरमी में ए.सी. बंद करके पसीने से भीगे हुए ठन्डे दिमाग से यह सोचें कि नए विज्ञापन का उन्हें करना क्या है,,,उसकी फीस वापस करना पसंद करेंगे या गुणाकधारियों के लिए नवीन पदों का सृजन करेंगे ,,, जो भी करना हो हरकौली साहब के कोर्ट तक मामला जाने से पहले ही सोच लें वरना उस्मानी के लिए जुर्माने का प्रबंध कर लें ,,,,,
मेरे ख्याल से अखिलेश यादव को एक बार फिर से उस्मानी को इस मामले पर सलाह देने के लिए बुलाना चाहिए ,, अगर उस्मानी इस बार टेट मेरिट के पक्ष में सलाह दे तो उसे इस आधार पर तुरंत निलंबित कर दें कि पहले सही सलाह क्यों नहीं दी थी,,अगर उस्मानी अब भी एकैडमिक से भर्ती की संभावना जताए तो उसे इस आधार पर निलंबित कर दिया जाए कि वो अखिलेश यादव को बेवकूफ समझ भी रहा है और बना भी रहा है,
ReplyDeleteवैसे अखिलेश यादव के पास आज की तारीख में श्रेष्ठ विकल्प यह है कि बलि के बकरे के रूप में उस्मानी,सुनील कुमार और रामगोविंद चौधरी का इस्तेमाल करें और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने के साथ ही हमारे आंदोलनकारी साथियों पर से मुकदमें वापस लेने कि घोषणा करें,,, इस बीच टेट जिन मेरिट वालों मृत्यु हो गई है उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दें और आनलाइन काउंसिलिंग के द्वारा एक महीने के भीतर टेट मेरिट वालों भर्ती कर दें,,,,और एकैडमिक वालों को नए विज्ञापन द्वारा सुदूर भविष्य में भर्ती का आश्वासन दे दें ,, वरना अगर उनकी नादानी की वजह से अगर कहीं लोक सभा चुनावों में दस सीटें ही रह गईं तो उत्तर प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के रूप में हमें_______________________________________..................
ReplyDeleteसभी भाइयो को ढेर सारी बधाईया
ReplyDeleteबहुत दिनों के इंतज़ार के बाद वो निर्णय आ ही गया.वही हुआ जो हम सभी कह रहे थे.अपना केस DB में ट्रान्सफर हो गया . नॉन टेट को तो जाना ही था .
जिस दिन से आर्डर कि डेट आई थी उस दिन से कुछ जानवरों ने नाक में दम कर के रख दिया था . कुत्ते भोकते जारहे थे सियार भी हुआ हुआ कर रहे थे ...चूहे बिल से निकल कर चू चू करने लगे थे...ऐसा लग रहा था जैसे सभी जानवर मिल कर इंसानों के ऊपर हावी होने कि कोशिश कर रहे है...एक बन्दर है वो अपने नाम के आगे डॉ लगाता है वो भी उछल रहा था...एक बुढा कुत्ता बार बार खड़ा हो कर अपने मुह से लार टपका रहा था...सभी का मिला जुला प्रयास बुरी तरह से विफल हो गया...
ये सभी कर क्या रहे थे मुझे अभी तक समझ में नहीं आया....कुछ चूहे तो कल दहाड़ने कि कोशिश भी किये थे लेकिन हमारे टेट लायन्स को सामने देख कर भाग खड़े हुए...
ये सभी ऐसा क्यों कर कर रहे थे...इन्हें ऐसा कर के दुःख और बेइज्जती के सिवाय हासिल क्या हुआ...जिनके दम पर ये दो तीन दिन से उछल रहे थे उनको अपनी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अपने पशु भाइयो से सार्वजनिक माफ़ी मांगनी चाहिए...
अब थोडा अपने केस कि बात कर ले...हरकोली जी कि बेंच में तो कोई पान वाले अधिवक्ता को खड़ा कर दे तो वो भी हमारे केस को जीता देगा...वहा अब होने को कुछ बचा भी नहीं है पूरा केस हरकोली जी खुद ही लड़ रहे है हम तो बस उनको सुनते है उनके ऑर्डर्स कि कॉपी अभी भी बहुत से लायंस के वाल पर है...उसको देखे और एन्जॉय करे....ये जून कि गर्मी इस बार ठंडक का एहसास लेकर आरही है...
एक बार फिर से मेरे सभी टेट लायंस भाइयो को दिल से ढेर सारी बंधायियाँ....
सत्य अपनी राह खुद बना लेता है -----वो छिप नहीं सकता कभी-
ReplyDeleteआज के कोरट order को आने के बाद कुछ मुख्य बातें सामने आई हैं -----
1-अगर stay हटना होता तो Large Bench इसको हटा देती क्यूंकि वो double bench से ज्यादा ताकतवर थी ।
2-TET सभी के लिए अनिवार्य है मतलब TET के importance को सभी जान चुके हैं ।
तो tet मेरिट के फायदे को भी जान गये होंगे ।।
3-NCTE ने ये नही कहा की TET केवल पात्रता है अहरता नहीं वरना इस आदेश में ये साफ़ हो जाता ।
4-TET में धांधली भी court में साबित नहीं हुई आज तक--
5-बीएड के 30% weightage वाले case से ये साफ़ हो गया है की अकादमिक मेरिट संवेधानिक नहीं है ।
6-जिन लोगों का ( TET 100+, अकादमिक 62+ ) है वो लोग ही इसके पीछे रहें बाकी अपने हथियार ( study) उठा लें
भर्तियों का मौसम शुरू होने वाला है । क्यूंकि चुनाव सर पे हैं ।
7-छुट्टियों में जाते जाते एक दावा क्र रहा हूँ की 72,825 भरती टेट मेरिट से एवं 29833 जूनियर भरती अकादमिक मेरिट से ही होंगीं ।
मित्रों पूरी बात साफ़ हो गयी है की TET MERIT की जीत सुनिश्चित है ।।
अगर अब भी कुछ लोग् सरकार के गीत गाना चाहते हैं तो गाते रहें -अपने नुकसान के आलावा कुछ नही मिलेगा उनको ।।
पूरी सम्भावना है की पुराना विज्ञापन जुलाई में बहाल हो जायेगा ।।।
बहुत बहुत धन्यवाद ।।
अब जुलाई में मानसून के आगमन के साथ मुलाकात होगी ।।
अगर पढकर गुस्सा आये तो सोच लेना की परम सत्य क्या था ----??? क्या है ???? और क्या होगा --?????
Bhai tet Merit. nahi to bharti bhi nahi ji. Mere tet me 80% hai aur acd. Me 57% hai. Cat..-gen. Hai aur police school me teacher hu. Kya possibility hai? Pls. Reply. Thanks.
DeleteAur second paper me 110 hai.
DeleteAur second paper me 110 hai.
DeleteBhai tet Merit. nahi to bharti bhi nahi ji. Mere tet me 80% hai aur acd. Me 57% hai. Cat..-gen. Hai aur police school me teacher hu. Kya possibility hai? Pls. Reply. Thanks.
Deleteलार्जर बेंच का आर्डर अपलोड होते ही तमाम निर्मूल शंकाओं - आशंकाओं के बादल छंटने से टेट मेरिट के सूर्य की प्रथम रश्मि का आगमन हो गया है । इसके आलोक में मैं आप सभी भावी अध्यापकों से एक छोटा सा अनुरोध करना चाहूँगा कि आप लोग अपने छात्रों को नैतिक शिक्षा में एक कहानी "" एक था कपिल "" अवश्य सुनाइयेगा.
ReplyDeleteइस कहानी का मुख्य उद्देश्य बच्चों में नैतिक गुणों का विकास करना विशिष्ट उद्देश्य अत्यधिक स्वार्थ से होने वाली हानियों से अवगत कराना होगा । इस कहानी से शिक्षा मिलती है कि इंसान जब बहुत अधिक स्वार्थी हो जाता है तब उसके लिये समाज में कोई स्थान नही बचता है और दुसरों के लिये गड्ढा खोदने वाला उस गड्ढे मे खुद भी गिर जाता है ॥
Kitana lamba aapka coments hota h ki padte-2 need aane lagta h
ReplyDeleteEk kali african ladki ko god ne pankh de diye to wo khushi se boli-wow !!god kya ab main pari ban gayi hu??god-nahi re pagli tu chamgadar ban gayi h
ReplyDeleteRahul ji main aap logo k vaad vivad ko baddua nhi de rhi hun baddua to unlogo ko lagegi jinko is case se koi matlab bhi nhi per fir bhi hmlogo ka nuksaan kar rhe hain,,,,akhir aap hi sochiye k non tet ko shamil karne ki baat ayi kaha se or judge itna bada bewkuf tha jo nontet ko shamil krne ko bola or hmari job latka di
ReplyDeleteAaj jeet ki khushi me kuchh labhdayak bate batata hu 1-tamatar kai rogo me labhdayak hota h,ye daibites,colestrol,cancer,heart jaise rogo me bahut fayada karta h isliye ise roz salad me khaya kare.pathari,acidic,pet me jalan hone wale rogiyo ko tamater nhi khana chahiye tamato unke liye nuksandayk h.(2)-10 kari patta,2-3neem patta mila kar khali pet khaye isase diabities rog thik hota h. main bhi tet merit nhi to bharti bhi nhi k coments ko fallow kar rha hu-agar mere coments aapko achachhe lage to mujhe batana.
ReplyDelete
ReplyDeleteटेट का झटका ऐसा लगा कि ओल्ड एड तो बहाल होगा ही जूनियर की भरती मे भी टेट वेटेज देना पडेगा । पृशिक्छु शिक्छक नही सहायक अध्यापक का ही एड था ओल्ड एड ।
Panjabi putri...Khatri putri...ASTHA MEHTA JI...
ReplyDeleteAapki baate to sachchi h, achchhi h...achchha laga menu...
Ab jab ki judgment aa gaya hai kuchh baate sapast ho Jani chahiye
ReplyDelete(1)-judgment Kewal 12908 par aaya hai
(2)non tet bahar ho gaye hai tet ab class 1-8 k liye anivary hai
(3)is nirnay se hume do karano se hardik khusi hai.
(a)-humane ek bandha par kar li hai
(b)base of selection par nirnay July me appropriate bench (yani Harkauli aur manoj mishra g) karegi jiska nirnay bhi aaj aaye nirnay ki tarah purvanumanit hai ki o tet k pax me hi hoga.
(4)-kuchh log judgment ki Baal ki khaal nikalne ka nahak prayas kar rahe hai ha ye baat sahi hai ki government kisi bhi adhar par bharti kar sakti hai kintu humara axep yahi hai ki wo manmanapurn tarike se niyam ko nahi badal sakti hai.
(5)-aage ki ran niti apne advocates se shaam ko milne k baad decide hoga jise sarvjanik karma samicheen nahi hoga.
(6)- ek baat bilkul man me baitha lijiye hume kisi bhi kimat par is jiti hui ladai ko jitana hai aur ise hum jeet k rahenge, humari ekta ,paraspar visvas ,adigta aur nyay par bharosa hi humari takat hai .
(7)-mai un sabhi academic supportrter aur tatha kathit bharti samarthako se maafi chahta hu Ki unko meri ye bate bilkul nagwar lagegi unke liye bas itna hi ki mitr wqat aane de mujhe Apke kisi comments aur baat ka jabab nahi Dena padega
(8)-sabhi ko is chhoti si jeet ki bandhayio k sath aayie ab ek mahina nischint hokar apni-2 padhayi aur anay laxyo par dhyan de (kyonki stay barkar hai aur kal ka din bhi humara hi hoga)
Jay TET
Hello dosto aur bhailogo how.r u? Aaj hamlogo.ne apni jeet ki taraf ek bada aur important kadam bada diya hai. Ab shayad 8 July ko d.b. me b.ed. 30% vale case k sath apne case ki hearing hogi. Ek bar punah aap sab ko bahut-bahut badhai.
ReplyDeleteBahut bahut badhaeya pa ji...tenu bhi...
DeleteAstha ji khatriyo ke bare me ek kahavat h ki...
ReplyDeleteKhatri khatram, sadev mitram, jab mitram tab, sage saga...
Aur ek kahavad masahur h ki...
Khatri khatram, kabhi na mitram, jab mitram, tab dage daga...tenu pata h...
Tusi kere sahrech ke rahne ho...
Hello dosto aur bhailogo how.r u? Aaj hamlogo.ne apni jeet ki taraf ek bada aur important kadam bada diya hai. Ab shayad 8 July ko d.b. me b.ed. 30% vale case k sath apne case ki hearing hogi. Ek bar punah aap sab ko bahut-bahut badhai.
ReplyDeleteBahai do....... laddoo banto.............deep jalo.............jashn manao. Kuch bhi kar lo, ant me bharti acedemic se hi hogi........??????
ReplyDeleteSachin bhai, bilkul sahi kaha, bharti kewal acd se hi hogi, in chutia logo k to adat hai, court me kuch b hota hai.. Inko lagta hai, tet mrt banegi... Pagla gye hai... Jay ACD
ReplyDeleteKai bar kaha hai, phir kahta hu... Aur aage b kahuga bhrti kewal...... ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI ACD SE HOGI, dubara mat puchana..
ReplyDeleteacd supporter ke liye.... ak aur goli churan ki
ReplyDeleteharkoli ji ne apne last order me kaha hai ki agr
hm tet merit ke favour me faisla dete hai to
faisala virodhabhasi ho jayega( non tet ke samil
hone pr), isliye unhone mamle ko tb me bhej
diya jis se non tet wale ordr ko quesss kiya ja
sak.
aur ab non tet bahr aur mamla baps harkoli ji
ke pas..!!!
to mere pyare acd supp. bhaiyon apko harkoli ji
se kya ummid lag rahi hai...???
"सभी रिट्स पर आयेगा फैसला" कहने वालों के मुँह पर न्यायालय का जूता, सरकारी सरपरस्तों ने भी दिखाया ठेंगा----------
ReplyDeleteवृहदपीठ के बहुप्रतीक्षित फैसले से खफा होकर सर कुशवाहा ने नाराजगी जताई,,,,,
उन्होने अपनी "सर" की उपाधि उत्तरप्रदेश सरकार को लौटाई,,,,,
कहा सरकार की भ्रष्टाचार की कमजोर नीतियों के चलते हारे,,,,,
Hi Dear Tet Frndz !
ReplyDeleteAap sab kaise hain ? .............
waise bahot waqt ho gaya intezar karte karte..............
manzil to qareeb hai magar kitni pata nahi ............
Agar Sarkar aur adaalat dono ne hi 72825 vacancies me gambhirta nahi dikhai to fir kuchh bhi ho sakta hai ........NCERT kitna samay degi .... kab tak degi ? ..... Shayad TET merit/Gudank Merit ka dscn ho chuka hai aur july me hume aur aap ko faisla sunne ko mil jaye ........ummid hai iske aage kaam tezi se hoga .......... shad8762@gmail.com(Facebook).........cntct:-9307476428 (plz don't call ,if u wanna say something u can send SMS )
Dear TET Frndz !
ReplyDeleteAb to aap sab ko pata chal hi gaya hoga k ************* " Sarkar TET ke anko ko vareeyata de sakti hai !" **************** Actually Allahabad ke Hindustan paper ke is sanskaran me ye khabar dena apne aap me bahot important hai kyu ke High Court ki vrahad peeth ne jo bhi sanket diye hain ye khabar usi aadhar par di gayi hai ................waise bahor jald hi sach saamne aa jaayega ************ Magar ab ek baat clear hai ke sarkar ab TET ke anko ko andekha nahi kar sakti *********** iska matlab ye nahi hai ke ab Gudank system hat jaayega .........haan aap ye kah sakte hain ke TET ka weightage milne ke poore poore chance ban chuke hain ............... To phir July aane dijiye aur dekhte hain ke kya hota hai ! ******************* shad8762@gmail.com(FACEBOOK).......cntct :- 9307476428 (Plz don't call , if you wanna say something you can send SMS)