लखनऊ। रेलवे बोर्ड ने खाली पड़े कुल ढाई लाख पदों में से सवा लाख पद मार्च 2013 तक भरने के निर्देश दिए हैं। रेलवे ने इसके लिए जोनल स्तर पर कवायद भी शुरू कर दी है और दो दिसंबर को 600 पदों के लिए परीक्षा भी कराई गई।
रेलवे बोर्ड ने कहा है कि दिसंबर व जनवरी में परीक्षाएं कराकर फरवरी तक भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। इसके बाद मार्च व अप्रैल 2013 के प्रथम सप्ताह में तैनाती दे दी जाए। इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे ने 2 दिसंबर को छह सौ पदों के लिए भर्ती परीक्षाएं कराईं। उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे में रिक्त पदों की कुल संख्या पंद्रह हजार से ज्यादा है, जबकि दोनों के अकेले लखनऊ मंडल में ग्रुुप सी के दो हजार पद खाली हैं। रेलवे भर्ती बोर्ड, गोरखपुर के अधिकारियों की मानें तो कई अन्य पदों के लिए भी कई चरणों में जल्द परीक्षाएं कराई जाएंगी और नतीजे हर हाल में मार्च तक आ जाएंगे। उधर, उत्तर रेलवे भर्ती बोर्ड भी नए साल में परीक्षाएं आयोजित करेगा। यह क्रम सभी सत्रह जोनल रेलवे में शुरू कर दिया गया है।
1.25 लाख पदों पर होगी भर्ती
सभी भर्ती बोर्डों की ओर से प्रक्रिया चल रही है। रिक्त पदाें को भरने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे कर्मचारियों पर बहुत अधिक कार्य का दबाव न पड़े। वर्तमान में कई रेलखंडों पर परिचालन कर्मियों की कमी महसूस की जा रही थी। दरअसल, हर साल बजट में ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी जाती है, लेकिन उसके अनुपात में कर्मचारियों की संख्या न बढ़ने से दिक्कतें आ रही थीं। अब हर साल मंडल स्तर पर रेलवे रिक्रूटमेंट सेल व जोनल स्तर पर खाली पदों को भरेगा। -अनिल सिन्हा, प्रवक्ता, रेलवे बोर्ड
ग्रुप सी कर्मचारियाें पर बढ़ रहा बोझ, एसएम, आरक्षण बाबू, लोको पायलट सहित कई पदों पर होगी भर्ती
News link : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121204a_001163015&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20121204a_001163015
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2013 will be of BUMPER JOBS / RECRUITMENT in INDIA, More than 10 LAKH vacancies are for RTE implementation,
RAILWAY and Other Depts. in India also going to start their bumper recruitment.
Before/By LOK SABHA election 2014, Bumper recruitment can be seen.
Khush khabri
ReplyDeletecabinate ki baithak khtm ho gyi h or 72825 bhrti ka rasta saaf ho gya h.
Etv news 72826 adhyapako ki niyukti ka rasta saaf.cabinet ki manjoori.
ReplyDeleteराज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की सीधी भर्ती को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास बीएड डिग्रीधारकों को 72 हजार 825 प्रशिक्षु अध्यापक के पद पर रखने का रास्ता साफ हो गया है।
ReplyDeleteइसके अलावा उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के कुल पदों में 50 फीसदी को गणित व विज्ञान शिक्षकों की सीधी भर्ती के लिए आरक्षित कर दिया गया है। साथ ही, बेसिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि भर्ती शासनादेश जारी होने के बाद ही शुरू होगी। कैबिनेट ने मोअल्लिम वालों को टीईटी से छूट देने पर सहमति जताई लेकिन मामले पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 में किए गए संशोधन की मंजूरी दे दी गई है। लेकिन विधान मंडल सत्र चलने के कारण सरकार ने इन फैसलों को सार्वजनिक नहीं किया।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद कक्षा 8 तक के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए रिक्त पदों पर टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को प्रशिक्षु सहायक अध्यापक के पद पर सीधी भर्ती की व्यवस्था दी गई है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली में शिक्षकों की सीधी भर्ती का प्रावधान नहीं था। इसके लिए नियमावली में संशोधन किया गया।
शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए बीटीसी पास अभ्यर्थियों की कमी है। इसलिए यूपी टीईटी और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित टीईटी पास बीएड, बीएड (विशेष शिक्षा) व डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारियों को प्रशिक्षु शिक्षक के पद पर होने वाली सीधी भर्ती के लिए पात्र मान लिया गया है। प्रशिक्षु शिक्षकों को 7300 रुपये नियत वेतनमान दिया जाएगा। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से इन शिक्षकों को छह माह की ट्रेनिंग देकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी।
सरकार ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में गणित और विज्ञान के शिक्षकों को रखने के लिए 50 फीसदी पदों को आरक्षित कर दिया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 के 15वें संशोधन में यह व्यवस्था कर दी गई है। इसके मुताबिक उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान एवं गणित के सहायक अध्यापकों के 50 प्रतिशत पदों पर तथा इसके अतिरिक्त विषयों में पदोन्नति के लिए पात्र शिक्षक उपलब्ध न होने के कारण इन पदों पर शिक्षकों की सीधी भर्ती की जाएगी। इसके लिए टीईटी पास बीएड, बीएड (विशेष शिक्षा) व डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारी पात्र होंगे।
प्रक्रिया
शिक्षकों की भर्ती के लिए हाईस्कूल 10 प्रतिशत, इंटरमीडिएट 20, स्नातक 40 और बीएड को 30 प्रतिशत गुणांक मानते हुए मेरिट बनाई जाएगी। इसके लिए जिलेवार ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है। प्रदेश में 1.60 लाख प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलें हैं। प्राथमिक स्कूलों में 3 लाख, 86 हजार, 726 तथा उच्च प्राथमिक स्कूलोें में 1 लाख 58 हजार पद स्वीकृत हैं। पर मौजूदा समय मात्र 2 लाख, 86 हजार, 787 शिक्षक कार्यरत हैं और 2 लाख, 57 हजार 939 पद रिक्त हैं।
राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की सीधी भर्ती को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास बीएड डिग्रीधारकों को 72 हजार 825 प्रशिक्षु अध्यापक के पद पर रखने का रास्ता साफ हो गया है।
ReplyDeleteइसके अलावा उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के कुल पदों में 50 फीसदी को गणित व विज्ञान शिक्षकों की सीधी भर्ती के लिए आरक्षित कर दिया गया है। साथ ही, बेसिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि भर्ती शासनादेश जारी होने के बाद ही शुरू होगी। कैबिनेट ने मोअल्लिम वालों को टीईटी से छूट देने पर सहमति जताई लेकिन मामले पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 में किए गए संशोधन की मंजूरी दे दी गई है। लेकिन विधान मंडल सत्र चलने के कारण सरकार ने इन फैसलों को सार्वजनिक नहीं किया।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद कक्षा 8 तक के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए रिक्त पदों पर टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को प्रशिक्षु सहायक अध्यापक के पद पर सीधी भर्ती की व्यवस्था दी गई है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली में शिक्षकों की सीधी भर्ती का प्रावधान नहीं था। इसके लिए नियमावली में संशोधन किया गया।
शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए बीटीसी पास अभ्यर्थियों की कमी है। इसलिए यूपी टीईटी और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित टीईटी पास बीएड, बीएड (विशेष शिक्षा) व डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारियों को प्रशिक्षु शिक्षक के पद पर होने वाली सीधी भर्ती के लिए पात्र मान लिया गया है। प्रशिक्षु शिक्षकों को 7300 रुपये नियत वेतनमान दिया जाएगा। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से इन शिक्षकों को छह माह की ट्रेनिंग देकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी।
सरकार ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में गणित और विज्ञान के शिक्षकों को रखने के लिए 50 फीसदी पदों को आरक्षित कर दिया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 के 15वें संशोधन में यह व्यवस्था कर दी गई है। इसके मुताबिक उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान एवं गणित के सहायक अध्यापकों के 50 प्रतिशत पदों पर तथा इसके अतिरिक्त विषयों में पदोन्नति के लिए पात्र शिक्षक उपलब्ध न होने के कारण इन पदों पर शिक्षकों की सीधी भर्ती की जाएगी। इसके लिए टीईटी पास बीएड, बीएड (विशेष शिक्षा) व डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारी पात्र होंगे।
प्रक्रिया
शिक्षकों की भर्ती के लिए हाईस्कूल 10 प्रतिशत, इंटरमीडिएट 20, स्नातक 40 और बीएड को 30 प्रतिशत गुणांक मानते हुए मेरिट बनाई जाएगी। इसके लिए जिलेवार ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है। प्रदेश में 1.60 लाख प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलें हैं। प्राथमिक स्कूलों में 3 लाख, 86 हजार, 726 तथा उच्च प्राथमिक स्कूलोें में 1 लाख 58 हजार पद स्वीकृत हैं। पर मौजूदा समय मात्र 2 लाख, 86 हजार, 787 शिक्षक कार्यरत हैं और 2 लाख, 57 हजार 939 पद रिक्त हैं।
Source Amar ujala