प्रेषक: Saif Lari <mohd.saif.lari@gmail.com>
दिनांक: 29 मई 2012 10:46 pm
विषय: बेरोजगारी भत्ता या भीख ?
प्रति: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>
बेरोजगारी भत्ता या भीख ?
दूरदर्शन पर कुछ वर्षों पहले एक विज्ञापन आता था जिसमें यह दिखाया जाता था एक बच्चे को एक सिक्का भीख के रूप में दिया जाता है ,और उसी समय एक आवाज़ आती थी- 'आप ने इसकी मदद तो ज़रूर की, लेकिन आप ने इसे हमेशा - हमेशा के लिए भिखारी बना दिया' !
समाजवादी पार्टी ने राजनैतिक लाभ लेने के लिए बेरोज़गारी भत्ते की घोषणा की, इसका लाभ भी सपा को मिला, और पूर्ण बहुमत कि सरकार बन गई ! लेकिन उ.प्र. सरकार ने बेरोज़गारी भत्ते के लिए जो शर्त लगाई है वह हास्यास्पद है ! तीस वर्ष से चालीस वर्ष की आयु वालों को ही यह भत्ता दिया जाएगा तथा भत्ता पाने वाले कि पत्नी सहित सभी स्रोतों से आय 36,000 रु. वार्षिक से अधिक नहीं होनी चाहिए ! ऐसे लोग तो बहुत कम ही मिलेंगे, यह तो ऊँगली कटा के शहीदों में नाम लिखाने वाली बात हो गई !
अतः मैं इस ब्लॉग के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से निवेदन करना चाहता हूँ कि वे बेरोजगारों का मज़ाक न उड़ाएं एवं यदि वे युवाओं कि सच्चे हितैषी है तो हम शिक्षित बेरोजगारों को रोज़गार दें भत्ता नहीं, शिक्षा दें लैपटॉप नहीं !
Mei aapki bat se puri tarah sehmat hu "Bhookh se tadapte(berozgar) logo ko lollypop(Bhatta) nahi roti(Naukri) chahiye
ReplyDeleteakhilesh madar chod hai
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