प्रेषक: Shyam Dev Mishra <shyamdevmishra@gmail.com>
दिनांक: 1 मई 2012 1:44 pm
विषय: NEW ARTICLE ON UPTET & PRT-RECRUIMENT SCENARIO
प्रति: Muskan India <muskan24by7@gmail.com>
Keeping in view the confuson of some of the friend on the latest development in the scenario of recruitment process of 72825 Primary Teacher in schools of UP Govt., I have tried to clear the situation as on date. It is solely my opinion and being in agreement entirely depends upon the reader. Please publish it on blog.
I would also like if readers give their comments so that I may decide if I should write on blog in future or not.
Thanks.
उत्तर प्रदेश में इन दो विषयों पर रोज-रोज अख़बारों और अन्य माध्यमों से कभी सही तो कभी गलत तो कभी भ्रामक ख़बरें आ रही है और सम्बंधित अभ्यर्थियों में बेचैनी, निराशा व आक्रोश बढ़ रहा है. पर इतना जन लेना
शायद आपको राहत दे कि "भले ही सच कहा न जाये, सच सच ही रहता है और झूठ चाहे जितनी बार, जितनी जोर बोला जाये, झूठ झूठ ही रहता है.
आइये, एक बार देख लें इन प्रश्नों को जिनको लेकर दुविधा है;
1. क्या टी.ई.टी. मेरिट से चयन गलत है?
कानून के हिसाब से गलत सिर्फ वो कृत्य है जो किसी के द्वारा अपने अधिकार-क्षेत्र से बहार जाकर या फिर नियमों के विरुद्ध किया गया हो. यदि भर्ती-प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व राज्य-सरकार (उत्तर प्रदेश सरकार,
नाकि सपा सरकार या बसपा सरकार) द्वारा अपने अधिकारों के अंतर्गत उ.प्र. बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 में 12वें संशोधन द्वारा भर्ती-प्रक्रिया संबंधी नियम बनाये गए और उसके आधार पर प्रक्रिया शुरू हुई तो यह कहीं से नियम विरुद्ध नहीं है. वैसे भी एन.सी.टी.ई. द्वारा टी.ई.टी. अनिवार्य किये जाने के कारण भर्ती के नियमों में संशोधन इसलिए आवश्यक था क्यूंकि पहले पात्रता में टी.ई.टी. का कोई उल्लेख ही नहीं था और नई भर्ती के लिए अब टी.ई.टी. की अनिवार्यता के लिए इसे आवश्यक योग्यताओं में शामिल करना था. दूसरा, जब राज्य-सरकार ने इस संशोधन में जो टी.ई.टी. मेरिट को चयन का आधार बनाया, वो भी राज्य-सरकार के अधिकार क्षेत्र में था और एन.सी.टी.ई. दिशानिर्देशों के अनुरूप था.
इसका विरोध करने वालों को जन लेना चाहिए कि 72825 पदों की भर्ती के प्रस्ताव, जिसमे भर्ती के नियम व पूरी प्रक्रिया का ब्यौरा शामिल था, को स्वयं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय और एन.सी.टी.ई. द्वारा स्वीकृति दी गई थी जिस से स्पष्ट है कि यह नियम-सम्मत था. भर्ती प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन होने पर ही न्यायालय से राहत मिलती है न कि सिर्फ इसलिए कि इस से शिकायत करने वाले के हित प्रभावित हो रहे हैं. किस आधार पे चयन होना है, इसके लिए आप नियम बनाने की अधिकृत संस्था से गुजारिश कर सकते है या अपने सुझाव दे सकते है, वो भी अगर आपसे पूछे तब, पर आप उसे कटघरे में महज इस लिए खड़ा नहीं कर सकते कि आपको ये ठीक नहीं लग रहा है. पहले भी कई लोगो ने अलग अलग आरोप और बहानों से अदालत में टी.ई.टी. के मद्धम से चयन पर सवाल उठाया है पर हर बार कोर्ट ने इसे सही ठहराया है, इसलिए अगर 2 मई को कोर्ट इस विज्ञापन को सही ठहराता है या केवल यही विज्ञापन सक्षम प्राधिकारी अर्थात बी.एस.ए. द्वारा निकले जाने का आदेश देता है तो "टी.ई.टी. बनाम अकादमिक" कोई मुद्दा ही नहीं है क्यूंकि इसी विज्ञापन में प्रक्रिया शुरू होने के पूर्व सरकार द्वारा जारी शासनादेश के अंतर्गत टी.ई.टी. के आधार पर चयन का स्पष्ट उल्लेख है.
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2. क्या भर्ती का आधार बदला जा सकता है?
भर्ती का आधार बदलने की आवश्यकता स्वाभाविक रूप से केवल तभी होती है जब कोई प्रक्रिया शुरू होने वाली हो, या भर्ती का आधार अवैध या नियम-विरुद्ध हो. यहाँ भर्ती की प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है और आवेदन भी किये जा चुके हैं.
दूसरा, भर्ती के आधार, अर्थात टी.ई.टी. मेरिट के आधार पर चयन को केंद्र सरकार और एन.सी.टी.ई. ने भी स्वीकृति दे दी है और कोर्ट ने भी इसके खिलाफ दायर याचिकाओं को ख़ारिज करते हुए एकाधिक बार इसे सही व नियम-सम्मत ठहराया है. अतः कानूनी रूप से भर्ती के आधार को बदले जाने की कोई आवश्यकता वर्तमान स्थिति में नहीं है,
भले ही कोर्ट विज्ञापन रद्द करे, या सक्षम प्राधिकारी द्वारा पुनः विज्ञापन जारी करने का निर्देश दे क्यूंकि "टी.ई.टी. बनाम अकादमिक" एक कानूनी सवाल नहीं है.
हाँ, अगर समाजवादी पार्टी इसे बदलना चाहती है तो अलग बात है. इस स्थिति में अगर इसे समाजवादी पार्टी के नजरिये से, वोट-बैंक के चश्मे से देखा जाये तो किसी और को तो नहीं, इन्हें इस आधार को बदलने की जरुरत हो सकती है.
पुस्तक-परीक्षा के रूप में दुस्साहसिक, स्वार्थ-पूर्ण और शिक्षा-प्रणाली के साथ खुले-आम ऐसा घटिया मजाक करने वाली पार्टी ने अगर वाकई अब भी अपना चरित्र नहीं बदला है और मात्र वोट-बैंक की परवाह करे तो
टी.ई.टी. के समर्थक 72825 संभावित चयनितों की अपेक्षा लाखों कम अंक वाले अभ्यर्थियों का समर्थन पाने ले लिए परीक्षा का आधार बदलने की हद तक जा सकती है. अगर राज्य सरकार, यानि सपा सरकार ऐसा चाहती है तो इस के लिए सर्वाधिक अनुकूल स्थिति होगी की 2 मई को कोर्ट विज्ञापन को रद्द करे,
तभी सरकार इसकी आड़ में नियम में, भर्ती-आधार में बदलाव कर नया विज्ञापन जारी करे क्यूंकि मौजूदा विज्ञापन के न्यायालय द्वारा वैध ठहराए जाने और प्रभावी रहने की दशा में राज्य-सरकार के पास बिना किसी औचित्य के आधार में बदलाव करना लगभग असंभव ही होगा.
पर इस बात की सम्भावना कम ही दिखती है. और अगर राज्य-सरकार ऐसा करती भी है तो टी.ई.टी. समर्थक स्वयं सरकार के बनाये नियमो व प्रक्रिया के अंतर्गत लाखो की संख्या में किये गए आवेदनों और टी.ई.टी. मेरिट-आधारित चयन के पक्ष में न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णयों का हवाला देते हुए न सिर्फ राज्य-सरकार पर समानता के अधिकार के हनन का, प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के हनन का, प्रक्रिया शुरू होने
के बाद नियमों में बदलाव का और कही-न-कही समाज के किसी खास तबके/वोट-बैंक को नाजायज़ लाभ का आरोप लगाते हुए कोर्ट से राहत मांगने ही वाले है और उनका पक्ष मजबूत ही रहने वाला है.
ईश्वर करे कि सरकार कि ऐसी कोई मंशा न हो और ये सब मात्र अफवाहें हों, ये वो पुरानी समाजवादी पार्टी न हो, और सबकुछ सही हो जाये पर विपरीत परिस्थितियों में भी हमे कहाँ तक जाना पद सकता है ये उसकी झलक मात्र है.
-----------------
3. क्या टी.ई.टी. समर्थकों का नेतृत्व सक्षम है ?
निस्संदेह टी.ई.टी. मोर्चा के लीडरों ने बहुत मेहनत कि है, बहुत समय लगाया है, बहुत पैसा भी लगाया होगा, पर मेरे विचार से इस आन्दोलन में, रण-नीतिया बनाने में, उनके पालन में संवादहीनता एक बड़ी बाधा के रूप में सामने आई है. इस ब्लॉग से मैं काफी समय से जुड़ा हूँ, इतने लोग यहाँ दिखते है जो टी.ई.टी.समर्थक है, परेशां हैं पर राजेश राव जी, मनोज जी, अर्पण जी, अनिल जी, अखिलेश जी, सुधीर तिवारी जी, रंजन जी, जैसे कुछ लोगो को छोड़कर कोई भी बड़ा लीडर यहाँ न नियमित रूप से कुछ बताता है, न राय-मशवरा करता है और सब कुछ अनिश्चितता के अँधेरे में रहता है.
कपिल देव यादव वाली याचिका में मुझे विवेकानंद जी द्वारा झूलेलाल पार्क में धरने के दौरान और ब्लॉग पर काफी पहले के कमेन्ट के द्वारा पता चला था कि टी.ई.टी.मोर्चा इस केस में थर्ड पार्टी बन गया है ताकि न्यायालय हमारी बात भी सुने पर आज भी इस बात कि पुष्टि नहीं हो पी है कि हम इस में थर्ड पार्टी हैं या नहीं. अगर नहीं तो ये तो सौभाग्य है हमलोगों का कि न्यायाधीश महोदय ने मामले में खुद ही हस्तक्षेप करते हुए इस याचिका के औचित्य पर सवाल उठाया वरना स्थिति विपरीत जाने कि स्थिति में हमारा पक्ष कौन रखता, सरकारी पक्ष तो वैसे ही मौके कि ताक में है कि कैसे मायावती सरकार द्वारा जारी विज्ञापन निरस्त हो.
बुरा न माने, मेरा इरादा आप लीडरों की नीयत पर ऊँगली उठाने का नहीं है पर आपको देखना चाहिए की लाखो
लोग आपसे उम्मीदें लगाये बैठे हैं, अगर आपसे कोई काम नहीं हो प् रहा तो बाकि लोगो से सहयोग ले, इस ब्लाग पर भी बड़ी संख्या में लोग हर प्रकार का सहयोग, समय, धन, जानकारी आदि देने को तत्पर है, ऐसे में आप से किसी काम में ढील की उम्मीद नहीं की जा सकती. बेहतर परिणाम के लिए सबका एकजुट रहना
जरुरी है, अगर आप अपील करेंगे तो मुझे विश्वास है मात्र इस ब्लॉग से ही आपको पर्याप्त सहयोग-सूत्र मिल जायेंगे. पर इस मोड़ तक आकर किसी काम में लापरवाही करना बहुत घटक हो सकता है.
सभी टी.ई.टी. समर्थको से अनुरोध है की न्यायपालिका के बारे में स्तर-हीन टिप्पणिया करने में संयम बरतें, अगर प्रदेश सरकार या हाईकोर्ट से हमें राहत नहीं भी मिलती तो भी हमें सर्वोच्च न्यायालय जाना पद सकता है पर आज के भ्रष्ट राजनैतिक युग में, अपराध-लिप्त राजनीती में आम-आदमी का, आप जैसे पढ़े-लिखो का सबसे बड़ा सहारा न्यायपालिका ही है, उसमे विश्वास बनाये रखें, यहाँ देर हो सकती है पर अंधेर नहीं.
आशा है, अँधेरा जल्दी छंटेगा, सुबह जल्दी होगी. वैसे भी रात सबसे काली सबेरे से ठीक पहले होती है,
धैर्य रखें, जागरूक रहें, सक्रिय रहें.
धन्यवाद,
आपका
श्याम देव मिश्रा
मुंबई
good one
ReplyDeleteA good article is given by Shyam Dev ji.
ReplyDeleteshyam ji apke vichar se hi hame prerna milti hai..aap tarkpurna bhasha kr=e dwara hamara margdarshan karte hai thanks
ReplyDeleteWAH SHYAM DEV MISHRA JE
ReplyDeleteKITNE ASANI SE KAH DIYA TET KA ADHAR ( NCTE KE NIYMO KE ANUSAR HAI )
MERE SAWAL
1 KYA TET KA FORM BHARTE SAMAY ISKO AHRTA MANA GAYA THA
NAHI KEWAL EXAM SE 4 DIN PAHLE
TET KO ADHAR BANAYA GAYA THA ( KYA YE NIYAM VIRUDH NAHI THA )
2 ONLY STATE NOT CENTRAL ( KAHI NHEE ISKO 100% WEIGHTAGE NAHI DIYA GAYA ) KYO JAWAB DO
RAJASTHAN
HARYANA
UTTRAKHAND
GUJRAT
ASSAM
PUNJAB
3 JO HC NE TET KE FAVOUR MAI NIRNAY DIYE HAI VO SABHEE 8.02.12 YANI SANJAY MOHAN KE ARREST HONE SE PAHLE DIYE HAI )
4. LUCKNOW DUOBLE BENCH MAI ( PIL) YACHIKA ABHEE PENDING HAI JO TET MERIT KE KHILAF HAI SEE THIS CASE
टीईटी के आधार पर भर्ती मामले में जवाब तलब
(UPTET : Allahabad Highcourt : Seeking Clarification for Recruitment of PRT on the Basis of TET Exam)
लखनऊ : इलाहाबाद उच्च न्यायालय में शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी के आधार पर शिक्षकों की भर्ती किए जाने संबंधी राज्य सरकार के शासनादेश को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। अगली सुनवाई नौ जनवरी को होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति प्रदीपकांत व न्यायमूर्ति रितुराज अवस्थी की खंडपीठ ने याची कुलदीप श्रीवास्तव की ओर से दायर जनहित याचिका पर दिए हैं। जनहित याचिका में कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा जारी शासनादेश विधि विरुद्ध हैं। इसे रद किया जाए। कहा गया शिक्षकों की भर्ती उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक अध्यापक सेवा नियमावली के तहत की जानी चाहिए। याचिका में तर्क दिया गया है कि टीईटी केवल अध्यापकों की पात्रता तय करने के लिए है
News : Jagran (05.1.12)
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH ?Court No. - 1
Case :- MISC. BENCH No. - 25 of 2012
Petitioner :- Kuldeep Srivastava [P.I.L.] Civil
Respondent :- State Of U.P. Through Prin. Secy. Deptt. Of Basic Edu. Lko. Petitioner Counsel :- In Person
Respondent Counsel :- C.S.C.
Hon'ble Pradeep Kant,J.
Hon'ble Ritu Raj Awasthi,J.
As prayed, list on Monday i.e. 9.1.2012, as fresh.
Order Date :- 4.1.2012 MFA
****************
3.SELECTION on TET or TET+ACD
Misc. Bench : 25 of 2012 [Lucknow]
Petitioner: KULDEEP SRIVASTAVA [P.I.L.] CIVIL
Respondent: STATE OF U.P. THROUGH PRIN. SECY. DEPTT. OF BASIC EDU. LKO.
Counsel (Pet.): IN PERSON
Counsel (Res.): C.S.C.
Category: Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book-Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book
Date of Filing: 02/01/2012
Last Listed on: 22/02/2012 in CJ Court
Next Listing Date (Likely):-----
TUM LOGO KEWAL
WAH SHYAM DEV MISHRA JE
ReplyDeleteKITNE ASANI SE KAH DIYA TET KA ADHAR ( NCTE KE NIYMO KE ANUSAR HAI )
MERE SAWAL
1 KYA TET KA FORM BHARTE SAMAY ISKO AHRTA MANA GAYA THA
NAHI KEWAL EXAM SE 4 DIN PAHLE
TET KO ADHAR BANAYA GAYA THA ( KYA YE NIYAM VIRUDH NAHI THA )
2 ONLY STATE NOT CENTRAL ( KAHI NHEE ISKO 100% WEIGHTAGE NAHI DIYA GAYA ) KYO JAWAB DO
RAJASTHAN
HARYANA
UTTRAKHAND
GUJRAT
ASSAM
PUNJAB
3 JO HC NE TET KE FAVOUR MAI NIRNAY DIYE HAI VO SABHEE 8.02.12 YANI SANJAY MOHAN KE ARREST HONE SE PAHLE DIYE HAI )
4. LUCKNOW DUOBLE BENCH MAI ( PIL) YACHIKA ABHEE PENDING HAI JO TET MERIT KE KHILAF HAI SEE THIS CASE
टीईटी के आधार पर भर्ती मामले में जवाब तलब
(UPTET : Allahabad Highcourt : Seeking Clarification for Recruitment of PRT on the Basis of TET Exam)
लखनऊ : इलाहाबाद उच्च न्यायालय में शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी के आधार पर शिक्षकों की भर्ती किए जाने संबंधी राज्य सरकार के शासनादेश को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। अगली सुनवाई नौ जनवरी को होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति प्रदीपकांत व न्यायमूर्ति रितुराज अवस्थी की खंडपीठ ने याची कुलदीप श्रीवास्तव की ओर से दायर जनहित याचिका पर दिए हैं। जनहित याचिका में कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा जारी शासनादेश विधि विरुद्ध हैं। इसे रद किया जाए। कहा गया शिक्षकों की भर्ती उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक अध्यापक सेवा नियमावली के तहत की जानी चाहिए। याचिका में तर्क दिया गया है कि टीईटी केवल अध्यापकों की पात्रता तय करने के लिए है
News : Jagran (05.1.12)
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH ?Court No. - 1
Case :- MISC. BENCH No. - 25 of 2012
Petitioner :- Kuldeep Srivastava [P.I.L.] Civil
Respondent :- State Of U.P. Through Prin. Secy. Deptt. Of Basic Edu. Lko. Petitioner Counsel :- In Person
Respondent Counsel :- C.S.C.
Hon'ble Pradeep Kant,J.
Hon'ble Ritu Raj Awasthi,J.
As prayed, list on Monday i.e. 9.1.2012, as fresh.
Order Date :- 4.1.2012 MFA
****************
3.SELECTION on TET or TET+ACD
Misc. Bench : 25 of 2012 [Lucknow]
Petitioner: KULDEEP SRIVASTAVA [P.I.L.] CIVIL
Respondent: STATE OF U.P. THROUGH PRIN. SECY. DEPTT. OF BASIC EDU. LKO.
Counsel (Pet.): IN PERSON
Counsel (Res.): C.S.C.
Category: Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book-Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book
Date of Filing: 02/01/2012
Last Listed on: 22/02/2012 in CJ Court
Next Listing Date (Likely):-----
TUM LOGO KEWAL KISI TARAH SE EK BAAR SAHI MARKS LE AAYE
TO TGT PGT KYO NAHI NIKALTE
IAS PCS KYO NAHI NIKALTE
ABHEE APKA WELCOME
LUCKNOW DUOBLE BENCH MAI HOGA ( JANHIT YACHIKA KE ADHAR PAR )
मुस्कान जी, अपने लेख के साथ प्रकाशित आपके एडिटोरिअल कमेंट्स ने लेख और लेखक की छवि पर जल्दबाजी में जो आघात किया है उसपे मैं अपना स्पष्टीकरण देते हुए आपसे अनुरोध करूँगा कि यदि आप उनसे सहमत हो तो ये एडिटोरियल कमेन्ट हटा दें, अगर न भी सहमत हो तो इन्हें एडिटोरियल कमेंट्स से हटाकर सामान्य ब्लॉग-विजिटर के देखने के लिए, "Blog Editor" के नाम से डालें और अगर ये भी न संभव हो तो कृपया ये लेख या फिर लेख से मेरा नाम हटा दें. यदि मेरा लेख मेरे विचारों को दिखने के बजाये उनके प्रति आपके दृष्टिकोण को प्रमुखता से दिखाए तो सामान्य ब्लॉग-विजिटर की सोच पर लेखक के प्रति जरूर फर्क पड़ेगा.
ReplyDeleteमैंने समाजवादी पार्टी पर कोई आरोप नहीं लगाया बल्कि सम्भावना जताई है. मैंने लिखा है " हाँ, अगर समाजवादी पार्टी इसे बदलना चाहती है तो अलग बात है." यहाँ "अगर" शब्द का प्रयोग बिना मतलब के नहीं है बल्कि ये स्पष्टतया सम्भावना की और इशारा करने के लिए है न कि आरोप लगाने के लिए. वैसे आरोप कोई तब लगता है जब वो किसी के विरुद्ध निश्चित मत रखता हो. जब लेख के अंत के महत्वपूर्ण हिस्से में मैं स्वयं लिखता हूँ, "ईश्वर करे, सरकार कि ऐसी कोई मंशा न हो, और ये मात्र अफवाहें हों." ये भी दिखता है कि मैं मौजूदा भ्रम-पूर्ण माहौल और अनिश्चितता-पूर्ण स्थिति में अपनी आशंकाए प्रकट करते हुए सरकार के सही होने, रहने और करने की उम्मीद कर रहा हूँ न की कोई तोहमत लगा रहा हूँ. इतिहास को देखते हुए आशंका होना स्वाभाविक भी है. स्पष्ट है कि लेख में ऐसे अविश्वासपूर्ण माहौल के बीच भी पर्याप्त संयत भाषा में बिना आरोप लगाये संभावनाओं का उल्लेख किया गया है न कि कोई आरोप लगाया गया है. हाँ, "शायद" (ध्यान दे यहाँ भी मैंने शायद का प्रयोग किया है) आप ऐसे संकटपूर्ण माहौल में जरुरत से ज्यादा सतर्क रहने के प्रयास में "रस्सी" को भी "सांप" समझकर जल्दबाजी में प्रतिक्रिया दे बैठीं, कृपया एक अच्छी भावना का परिचय देते हुए अपने विचार अवश्य दें ताकि मेरे साथ-साथ अन्य पाठकों के भ्रम का भी निवारण समय पर हो सके. धन्यवाद्!!!
@Yogesh Mishra ji,
ReplyDeleteUP mein to state govt. ne 4 din pehle keh deeya,
Lekin KVS mein to 1 saal baad CTET cutoff nirdharir kee.
Lekin ek baar niyam banne ke baad uske badalne kee gunjayis nahin rehtee
Shyam Dev ji, Jab tak Samajvadi Party officially announce nahin kartee kee TET cancel ho jaygee, Acadmic se chyan hoga etc.
ReplyDeleteTab tak aap logo ko bhee sayam baratte hue sahee aur sateek baten kee janee chahiye aue iljam lagana kee ki -
"हाँ, अगर समाजवादी पार्टी इसे बदलना चाहती है तो अलग बात है. इस स्थिति में अगर इसे समाजवादी पार्टी के नजरिये से, वोट-बैंक के चश्मे से देखा जाये तो किसी और को तो नहीं, इन्हें इस आधार को बदलने की जरुरत हो सकती है. "
---------
Halanki mein Samajvadi Party ya kisee any party kee hiteshee nahin hoon, Par Mujhe lagta hai kee sabhee parties ko bhee tathyatmak jaankaree hai.
Aur ve fesle sabhee binduon ko dhyan mein rakhte hue karenge, anytha koee saakh par batta kyun lagayega.
Varna Samjvadee Party satta mein aate hee, TET ko nirast karne ka aadesh jaree kar saktee thee ( Ye alag baat hai kee tab mamle ko Supreme Court/ High Court mein challenge kiya jaataa, aur aage jeet bhee ho saktee thee), Haan Media mein aajkal bhrmatamak khabren aa rahee hai. Par Rajya Sarkaar ne abhee aisa koee nirnay nahin deeya, Jisse lage kee TET cancel ho raha hai, Chyan Prkriya badlee ja rahee hai.
Ye jaroor hoga ki koee draft/masoda/vikalp tayaar kiya ja raha ho, Par koee bhee niyam / prkriya mein badlav sabhee binduon ko dhyan mein rakhkar hee leeye jaate hain, varna saakh par batta lage ye koee nahin chahega , Vo bhee jab CM ne pehlee baar kursee sambhalee ho.
Mujhe bhee pata hai kee kya asleeyat hai,
ReplyDeletePar kisee par direct tippani se avoid karte hue tathyatmak jaankaaree dee janee chahiye
Kisee cheez ko positive likhna, automaically negative ke barabar hota hai.
Bina negative likhe hue bhee aap apnee baat ko prbavshalee dangh se keh sakte hain.
Ye ek tareh ka psycho factor hota hai,
Mene kabhee highcourt ko negative tippane nahin dee, lekin ye kaha kee aisa ho sakta hai -> +v Decision etc.
Wah yogesh kumar ji
ReplyDeleteAp ne badi aasani se yaha kuch bhramak tathyo ke sath apne baat ko sahi thaharane ki koshish ki.
Mai apke har ek sawal ka jawab poin to poin dunga....
1. Ap ne kaha ki exam ke thik 4din pahale niyam badal diya gaya.sabse pahali baat ki kya vastav me thik 4 din pahale niyam badla gaya tha?agar ha toh niyam me aisa kya badal diya gaya jisse apka exam prabhavit ho gaya?exam ki value badha dena kya galat hai?kya koi galat niyam banaya gaya?aur agar apko ya apke jaise tamam logo ko iss niyam se itna hi fark pad raha tha toh ap logo ne turant nyayalay ki sharan me jakar exam ko rukwa kyu nahi diya?kyu aise galat niyam wale exam me khud ko shamil kar ke wus galti ka hissa bane?ye jintne log TET ke adhar par bharti ka virodh kar rahe hai wo exam se pahale aur exam ke baad kyu nahi kiye?ye sara virodh result aane ke baad hi kyu?kab tak sachcha pe parda dalenge?
Galat niyam agar ek mahine pahale ya 4 mahine pahale bhi change hota toh wo galat hi hoga aur sahi niyam 4 din pahale ya ek din pahale change hota wo sahi hi hoga.
2.ap ne court ki baat kahi..apko yaad dilana chahta hun iss sambandh me dayar ki gayi yachika single bench me pahale hi kharij ho chuki hai.issi sambandh me dayar ek yachika me toh yachi ko achchh khasa arthik dand lagaya jachuka hai.ye jo bhi change hua wo kanoon sammat tha.ye rajya sarkar ke vishesha dhikar me aata hai.
Ha agar ye nayi sarkar chahe toh niyam phir se change kar sakti hai lekin iss vigyapti ke liye nahi.kyuki ye vigyapti pahale ke niyam ke adhar par nikali gayi thi.
3.ap ne kaha ki NCTE ke niyamo ke anusaar nahi tha ye vigyapti
Toh apki jankari mai durust kar deta hun.aisa nahi hai ki apke jaise mansikta wale log NCTE ka darwaja nahi khatkhataye thhe.NCTE me likhit complain ki gayi thi.NCTE ne khud jaanch ki aur usne niyamo ko sahi thaharaya.bina central ki jankari me ye vigaypti aahi nahi sakti kyuki iska 60% kharch wusko hi uthana hai.aur ek jankari apko deta hun central ne iskeliye apni taraf se apna hissa state gov ko dediya hai.agar wusko iss niyam me koi apatti hoti toh wo apna paisa rok sakta tha.
Sach toh ye hai ki abhi tak jo bharti ho rhi thi wo prakrtik nyaya ke sidhant pe thi hi nahi.jab koi High school ya inter ka exam deta hai toh wo ye soch ke nahi deta hai ki wusko primary ka teacher banana hai.jab wo exam primary ke teacher ke liye hota hi nahi toh usko base manane ka kya matlab hai?
Apne kuch rajyo ka example bhi diya.apki jankari ke liye batana chahunga sabhi jagah TET ko weghteg diya gaya hai kahi jyda toh kahi kam.hamare yaha bhi diya gaya 100% isme burai kya?aisa koi niyam NCTE me nahi hai ki kitna weigteg diya jaye.KV aur Navodaya me niyukiti ke liye CTET ko base mana gaya tha.
Ap TET se sambandhit NCTE ka niyam dhyan se padhiyega wusme saaf saaf likha hai ki abhyarthi agar chahe toh dubara exam dekar apne marks badha sakta hai.
Ab ap bataiye agar baat sirf patrata pariksha ki hoti toh ek baar pass hone ke baad wusko dubara exam dene ki kya jarurat?
Ap jaise log ek nayi achchi nyaysangat aur shiksha ke bhale ke liye banayi gayi TET ka majak bana kar rakh diye hai sirf svarth ke liye.hamare desh me primary education ka sttar kabhi niche agaya hai wusko thik karne ki disha me TET ek behtarin kadam hai aur isko jitna jyada majbut kiya jayega aur iski upyogita banayi jayegi utna hi hamare desh ke liye behtar hoga.
Ap jaise logo se anurodh hai desh ke liye apni sankirn mansikta se upar nikale aur TET ko desh ko majbut banane me apna sahyog de.
Jai hind jai bharat
Very good Ashish ji
Deletebhut achcha jawab diya h aapne, kahan kahan se chale aate hain munh utha k tet merit ka virodh krne in logo ko aise hi jawab do tbhi akal thikaane aayegi
Deletevery good maza aa gaya
Deleteab jao bhai saheb or class 1 to 5 ki book padho or apna level sudharo
jai hind
Blog Editor Ji & Shyam dev Mishra Ji,
ReplyDeleteMatr kuchh logon ke comments padhkar aaplog apni MODUS OPERANDI (Karyashailly) change karne ke baare me na soche.
Ye ek open blog hai. Kai log hain, different soch hai, aap log jo sahi ho sirf wahi likhen.
Sadhanyawaad,
Aap logon ke comments and editorial se humen dher saari information milti hai. Aur ye bhi sach hai ki kai log ese interrupt karna chahte hain.
ReplyDeleteshyam dev ji right hai,
ReplyDeletekabhi bhi news papaer me itni fake news nahi aa sakti hai,
kuchch to jarur hota hoga ,
aur rahi baat party ko ,
hum tetians ne bhi SP ko vote diya tha ,
kyoki hume pata tha cm yuva banega ,
lekin ghoshna patra me bhatta dene ki baat kahi thi air koi shart nahi lgai thi,
lekin win ke baad shashart bhatta denge ,
kya ye sahi hai,
mayawati niyam badal rahi thi ,
tab bhi inke kuchch vidhayak ,
vidhan sabha me the ,
kya virodh nahi kar sakte the? ,
is niyam ka sabse badha fayda ,
35 se upper walo ka hau hai,
isliye 1 niyam sabke ke liye khushi nahi de sakta,
aur nature ka niyam hai parivartan ,
jab yaha parivartan hua to kya galat hai.
Ashish Srivastav Ji Lucknow (pil) Double Becnh mai apka maost welcome
ReplyDeleteready for next game
jab ek mamuli se vigyapan ke vajah se aap logo ke 4 mahine se what laga rakhi hai to job ke lie 40 saal laga diye jayenge
see this case also
टीईटी के आधार पर भर्ती मामले में जवाब तलब
(UPTET : Allahabad Highcourt : Seeking Clarification for Recruitment of PRT on the Basis of TET Exam)
लखनऊ : इलाहाबाद उच्च न्यायालय में शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी के आधार पर शिक्षकों की भर्ती किए जाने संबंधी राज्य सरकार के शासनादेश को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। अगली सुनवाई नौ जनवरी को होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति प्रदीपकांत व न्यायमूर्ति रितुराज अवस्थी की खंडपीठ ने याची कुलदीप श्रीवास्तव की ओर से दायर जनहित याचिका पर दिए हैं। जनहित याचिका में कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा जारी शासनादेश विधि विरुद्ध हैं। इसे रद किया जाए। कहा गया शिक्षकों की भर्ती उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक अध्यापक सेवा नियमावली के तहत की जानी चाहिए। याचिका में तर्क दिया गया है कि टीईटी केवल अध्यापकों की पात्रता तय करने के लिए है
News : Jagran (05.1.12)
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH ?Court No. - 1
Case :- MISC. BENCH No. - 25 of 2012
Petitioner :- Kuldeep Srivastava [P.I.L.] Civil
Respondent :- State Of U.P. Through Prin. Secy. Deptt. Of Basic Edu. Lko. Petitioner Counsel :- In Person
Respondent Counsel :- C.S.C.
Hon'ble Pradeep Kant,J.
Hon'ble Ritu Raj Awasthi,J.
As prayed, list on Monday i.e. 9.1.2012, as fresh.
Order Date :- 4.1.2012 MFA
****************
3.SELECTION on TET or TET+ACD
Misc. Bench : 25 of 2012 [Lucknow]
Petitioner: KULDEEP SRIVASTAVA [P.I.L.] CIVIL
Respondent: STATE OF U.P. THROUGH PRIN. SECY. DEPTT. OF BASIC EDU. LKO.
Counsel (Pet.): IN PERSON
Counsel (Res.): C.S.C.
Category: Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book-Any Other Writ Petition Not Mentioned In The Code Book
Date of Filing: 02/01/2012
Last Listed on: 22/02/2012 in CJ Court
Next Listing Date (Likely):-----
aap logo ke jankari ke liye mai bata doo
NCTE NE Kabhee 100% weightage dene ke baat nahi ke
ye sirf state govt. ke upar choda gaya tha ki vo iska kitna weighate degi
SIRP UP MAI MAYA KE BHARST OFFICER NE PAISE KAMANE KE LIYE ISKO 100% WEIGHATE DIYA
JISKA PARIDAM MAYA SARKAR KO DENA PADA
MUSKAN JO BHEE HAI MUJHE NAHI LAGTA APKO SAHI NEW DETI HAI
AAJ YE KHUD KAHTI HAI CHAYAN KA ADHAR UP GOVT, KE PASS HOTA HAI
SEE THIS NEW
हालाँकि चयन करने वाले के पास चयन प्रणाली निर्धारित करने के अधिकार हैं ,
jab ye niyaam banaya gaya tabhi iske virudhdh kyo nahi koi khada hua ,
ReplyDeletejabki result aane ke baad jab kum no. Paane waalo ko laga ki , ab hamara selection nahi ho payega , tab court kachahari karne lage,
mai aaj sabhi acd. Walo se puchna chahta hu ki , jitni bhi writ daali gayi kya unme koi bhi , boys 110 ka hai nahi,
sab kam ank wale hai,
ashish srivastav
ReplyDeletemujhe lagta hai
apko maya ka sachiv hona chahiye tha
jisse aap use election asani se jita sakte the
aur in logo ka bhee bhala ho jata
jin niyamo ka adhar ( bharst tantra se juda ho vo kabhee sahi nahi ho sakte )
vaise app ko ek chota sa masura
app ias pcs ke exam mai bhee top karoge sure
primary teacher ke job to apke liye not fair
Yogesh ji shyam dev mishra ka comment nispach aur lokhitkari hai.
ReplyDeleteAnand tiwari ji u r right b cos kam ank wale hi bharti nahi hone dena chahte hi kyo ki unko lagta hi ki unka nahi hoa to khelab na khelaya deb khelvya bigad dev wali kahawat kar rhain hi ab aap kapil deo yadav ko hi dekh lijya
ReplyDeletePRIMARY RESULT
Personal Details
Roll No 13051487
Barcode 1058835
Name YADAV KAPIL DEV LAL BAHADUR
Date of Birth 16/03/1985
Father's name LAL BAHADUR YADAV
Category OBC
Result Details
Marks 91
Percentage 60.67
Result PASS
kawal 91 no. lekar pass hi use nahi lagta ki uska hoga to tang hi ada di
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kabhee up se bahar bhee dekho
ReplyDeletekya sabhee state walo ne
only state not central
isko 100% weightage diya
kua ke madak mat bano
sachai ko kabool karo
sabhee state ne only patrta mana hai
rajasthan
uttranchal
assam
punjab
haryana
guzrat
kyo na aap ek aur exam karane ke liye govt. par dabav dalte
tet tet ke rat laga rakhee hai
pata badi muskil se good marks aye hai
pata nahi dubara ayenge bhee ki nahi
dum hai to dubara exam karane ke lie andolan karo
tab to manta hoon ke wakai tet topar sahi hai
badi muskil hai bhai '
man ko sanjhana badi muskil hai
kahi dubara fail na ho jai
kabhee up se bahar bhee dekho
ReplyDeletekya sabhee state walo ne
only state not central
isko 100% weightage diya
kua ke madak mat bano
sachai ko kabool karo
sabhee state ne only patrta mana hai
rajasthan
uttranchal
assam
punjab
haryana
guzrat
kyo na aap ek aur exam karane ke liye govt. par dabav dalte
tet tet ke rat laga rakhee hai
pata badi muskil se good marks aye hai
pata nahi dubara ayenge bhee ki nahi
dum hai to dubara exam karane ke lie andolan karo
tab to manta hoon ke wakai tet topar sahi hai
badi muskil hai bhai '
man ko sanjhana badi muskil hai
kahi dubara fail na ho jai
Thik hai ham parikcha dene k liye taiyar hai.lekin parikcha kewal tet pas walo ka hoga.kyonki ek bar jab dudh se pani alag ho chuka hai to dubara dudh me pani(tet fail)ko nahi milaya jayega.samajhe Yogesh k bacche?
DeleteAgar tet ki merit lgti hai toh merit kitni low ho skti hai?
ReplyDeleteYogesh ji theek hai agar aap chahte ho to shikshak chyan pariksha kara lo hum taiyar hai lekin tet to dubahra nahi ho saktb kyoki ncte ki samay seema khatm ho chuki hai
ReplyDeleteYogesh Kumar ji aap etani kadai se tet walo ka virodh kyo kar rahe hi kya aap tet fial hi ya aap ke kam no. hi ya aap ke ghar me ay nearest koi eisa hi
ReplyDeleteUNKNOWN JI
ReplyDeleteRAJASTHAN COURT NE BED WALO KO DUBARA TET MAI BATHNE KE LIYA KAH DIA HAI
UP SE BAHAR NIKAL KE AAO TABHEE PATA CHALEGA
vakai ap ke tet leader mai dum hai to ( shikshak chyan pariksha ke adhar par ) sabka chayan karao
ReplyDeletebadi muskil hai sahab
badi muskil hai man ko samjhana
ye to sala rat pe rat laga rakha hai tet tet tet tet
dum hai to ye kaho
shikshak chyan pariksha
shikshak chyan pariksha
shikshak chyan pariksha
se karao
vakai ap ke tet leader mai dum hai to ( shikshak chyan pariksha ke adhar par ) sabka chayan karao
ReplyDeletebadi muskil hai sahab
badi muskil hai man ko samjhana
ye to sala rat pe rat laga rakha hai tet tet tet tet
dum hai to ye kaho
shikshak chyan pariksha
shikshak chyan pariksha
shikshak chyan pariksha
se karao
vakai ap ke tet leader mai dum hai to ( shikshak chyan pariksha ke adhar par ) sabka chayan karao
ReplyDeletebadi muskil hai sahab
badi muskil hai man ko samjhana
ye to sala rat pe rat laga rakha hai tet tet tet tet
dum hai to ye kaho
shikshak chyan pariksha
shikshak chyan pariksha
shikshak chyan pariksha
se karao
@ योगेश जी, मुझे ज्यादा कुछ तो नहीं कहना पर आपके कुछ प्रश्नों के उत्तर देने के प्रयास में कोई भूल हो तो क्षमा करते हुए उसे सुधारने में सहयोग करें, महान कृपा होगी.
ReplyDeleteआपके पहले सवाल के जवाब में सिर्फ इतना पूछना चाहूँगा कि क्या टी.ई.टी. का फार्म भरतेसमय कही कहा गया था कि टी.ई.टी. भर्ती का आधार नहीं होगा? आपको खुद पता होगा कि एन.सी.टी.ई. के अनुसार भी वेटेज स्पष्ट भले ही स्पष्ट न किया गया हो पर "टी.ई.टी. प्राप्तांकों को चयन में वेटेज देने" और किसी सफल टी.ई.टी. पास व्यक्ति को "अपना स्कोर सुधारने के लिए दोबारा परीक्षा में बैठने की छूट" का प्रावधान स्पष्ट करता है कि वेटेज देना तय था. कितना दिया जायेगा, यह स्पष्ट रूप से राज्य सरकारों पर छोड़ा गया गया था. अगर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा टी.ई.टी.प्राप्तांको को चयन में 100% वेटेज देना गलत होता तो एन.सी.टी.ई. और केंद्र सरकार राज्य-सरकार द्वारा भेजे गए टी.ई.टी. प्राप्तांको के आधार पर 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के प्रस्ताव को कैसे स्वीकार करते? इतना तो आप भी मानेंगे कि एन.सी.टी.ई. और मानव संसाधन विकास मंत्रालय में मुझसे और आपसे ज्यादा कानूनों के जानकर बैठें है. अगर ये गलत होता तो वहीँ से रोक लग जाती और प्रक्रिया ही शुरू न हो पाती.
दूसरी बात आपने की है केवल टी.ई.टी. एग्जाम से 4 दिन पहले इसे भर्ती का आधार बनाया तो योगेश भाई, आपको इतना तो पता ही है कि टी.ई.टी. परीक्षा का प्रमाणपत्र 5 वर्षों तक वैध रहेगा और इसका भर्ती-प्रक्रिया से कोई प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं है. ये एक परीक्षा है जिसमे पास होने पर आप प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक के तौर पे भर्ती के लिए आवेदन कर सकते है. केवल इसी 72825 पदों के लिए नहीं, आगे 5 साल में होने वाली सारी भर्तियों के लिए. अब ये भी संभव है आगे होने वाली भर्ती में कोई सरकार भर्ती-प्रक्रिया शुरू होने के पहले नियम बदलकर कभी 20% वेटेज दे तो कभी 50% वेटेज दे, ये अधिकार शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2010 राज्य सरकार को देता है. अभ्यर्थी तभी शिकायत कर सकता है जब सरकार नियम बनाये, भर्ती-प्रक्रिया शुरू करदे और फिर बीच में नियमों में बदलाव करे. यहाँ टी.ई.टी. के चार दिन पहले भर्ती-प्रक्रिया के नियमों में बदलाव पर शिकायत करने के पहले ध्यान दे कि यह सबको पता था कि टी.ई.टी. का कोई न कोई रोल भर्ती में होने वाला है, हाँ ये नहीं पता था कि सारा का सारा रोल इसी का होने वाला है और चूँकि राज्य सरकार के अधिकार-क्षेत्र में था और उसने एन.सी.टी.ई. के दिशानिर्देशों के अनुसार नियम भी बनाये और उसका अनुमोदन भी प्राप्त किया. एक मजेदार बात और पूछना चाहूँगा, आज आप अकादमिक के समर्थन में हैं और कभी हाईस्कूल+इंटर+ग्रैजुएशन+बी.एड. तो कभी ग्रैजुएशन+बी.एड.+टी.ई.टी. तो कभी किसी कि बात करते हैं, कभी कहते है, हाईस्कूल के मार्क्स को इतना वेटेज, तो कभी उतना वेटेज मिलना चाहिए, कभी इंटर और ग्रैजुएशन के लिए कभी किसी वेटेज कि तो कभी किसी वेटेज कि बात करते है. अब जब भर्ती में इनको अगर आपके हिसाब से मान लिया जाये कि वेटेज देना चाहिए तो आप टी.ई.टी. के 4 दिन पहले इसका 100% वेटेज घोषित करने पर रोने वाले लोग ये क्यूँ नहीं कहते कि जब हमने हाईस्कूल, इंटर और ग्रैजुएशन, बी.एड., परीक्षा दी थी तो इनको उस समय जो वेटेज था वही दो. क्यूँ नहीं कहते कि जब हमने बी.एड. किया था तो परीक्षा देने की डेट तक हमे यही पता था कि इसके आधार पर हम टीचर बनेंगे तो अब टी.ई.टी. क्यूँ अनिवार्य? पर नहीं कहेंगे, क्यूंकि पता है तबसे आजतक वह दिल्ली में जमुना और यहाँ लखनऊ में गोमती में काफी पानी बह चूका है. नियम बदल चुके हैं, दृश्य बदल चूका है, मापदंड बदल चुके हैं.
कमेन्ट जारीहै......
पिछले कमेन्ट का शेष....
ReplyDelete@ योगेश जी,
तीसरी बात, जब ये राज्य सरकार के अधिकार में है कि वो टी.ई.टी. मार्क्स को क्या वेटेज देगी, तो फिर वो अपने अधिकारों का प्रयोग करने को स्वतंत्र है, उसपे सवाल उठाने का हक़ किसी को नहीं है. आज अगर उत्तर प्रदेश प्रादेशिक सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष की नियुक्ति राज्य-सरकार के अधिकार-क्षेत्र में है तो वो किसी को नियुक्त करे, लोग उस पर रो-चिल्ला भले ले, कर कुछ नहीं सकते, यहाँ भी राज्य-सरकार ने ऐसा ही किया. कोई भी सरकार निर्णय अपने हिसाब से लेती है नाकि इस आधार पर की अन्य सरकारों ने क्या किया है. एन.सी.टी.ई. की स्वीकृति भी राज्य-सरकार के कदम को सही ठहरती है.
चौथा, आपकी बात सही है की टी.ई.टी. के पक्ष में निर्णय संजय मोहन के गिरफ्तार होने के पहले आया था. पर ध्यान दे कि संजय मोहन की गिरफ़्तारी से असर अगर पड़ता है तो टी.ई.टी. पर क्यूंकि टी.ई.टी. उनकी देख-रेख में हुई, न कि भर्ती-प्रक्रिया जो सीधे सरकार और डायट के द्वारा होनी थी. इसे इस नजरिये से देखे तो ऐसा भी कह सकते हैं कि टी.ई.टी. के खिलाफ हर याचिका न्यायलय ने शुरुआत में ही खारिज की क्यूंकि उसे इस बात में कोई दम ही नज़र नहीं आय और उसने इन शिकायतों को महज़ टी.ई.टी. में फेल होने वालो द्वारा खिसियाहट में की गई कार्यवाही मानकर डिसमिस कर दिया. टी.ई.टी. में कितनी भी गड़बड़ी हुई हो, सरकार चाहे टी.ई.टी. निरस्त करे या न करे पर टी.ई.टी. के आधार पर चयन पूरी तरह वैध है. आपकी बात तो वैसी ही हुई कि रेलवे क्लर्क की भर्ती (जिसकी योग्यता इंटर है) इसलिए रद्द कर दी जाये की किसी स्टेट में इंटर की परीक्षा में गड़बड़ी हुई थी. इसलिए टी.ई.टी. द्वारा चयन के पक्ष में कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय उतने ही महत्वपूर्ण अब भी हैं जितना संजय मोहन कि गिरफ़्तारी से पहले थे.
रही बात लखनऊ डबल बेंच में पेंडिंग केस की तो इसमें भी वही होगा जो अन्य केसों में हुआ है. कोर्ट केवल उसी मुद्दे को देखता है तो उसके सामने है, उसे केवल यह देखना है कि शासनादेश नियम्सम्मत था कि नहीं, उसे संजय मोहन कि गिरफ़्तारी, टी.ई.टी. में हुई गड़बड़ी के आरोपों से कुछ लेने-देना नहीं. हाँ, अगर आप चाहो तो टी.ई.टी. पर गंभीर गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए इसे निरस्त करने की कोर्ट से अपील कर सकते है.
आपकी अंत में की गई टिप्पणियां, जैसे "TUM LOGO KEWAL KISI TARAH SE EK BAAR SAHI MARKS LE आये", या "TGT PGT KYO NAHI NIKALTE" या "IAS PCS KYO NAHI NIKALTE" यद्यपि ध्यान देने योग्य नहीं हैं फिर भी आप पहली बार मिले हैं इसलिए कोशिश करूँगा कि आपको मुझसे निराशा न हो.
क्या अगर कोई टीम-इण्डिया से कहे कि "तुम लोग केवल किसी तरह से एक बार फाइनल में सही खेल गए" तो क्या टीम-इंडिया केवल इसलिए अपना वर्ल्डकप लौटा दे कि वह कई बार श्रीलंका से हारी है. क्या कोई आई.ए.एस. या पी.सी.एस. चाहे वो कितना भी काबिल हो, एक बार सेलेक्ट होने के लिए इस बात के लिए राजी होगा कि अगर वो काबिल है तो दूसरी बार परीक्षा में फिर सेलेक्ट हो कर दिखाए, क्या कोई सांसद चुनाव जीतने के बाद सिर्फ इसलिए दुबारा चुनाव में जाने का जोखिम उठाये ताकि साबित हो कि वो लोकप्रिय नेता है? और अगर कोई सांसद है तो उस से कहा जाये कि अगर काबिल हो तो प्रधानमंत्री क्यूँ नहीं बन जाते? या रेलवे क्लर्क से कहा जाये कि अगर काबिल हो तो रेलवे के महाप्रबंधक क्यूँ नहीं बन जाते?
वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के एक गरीब परिवार में पैदा हुआ एक लड़का, जिसने हिंदी मीडियम से, सरकारी स्कूलों में पढाई की, तंगहाली का बचपन पाया, इंटर से ही अपनी पढाई के लिए ट्यूशन करके अपनी पढाई और कई सालों तक घर चलाया, जिम्मेदारियां निभाई, ईमानदारी से छोटी उम्र में ही अपने सर्कल में इज्ज़त कमाई, आज अजंता इंडिया लिमिटेड जैसी प्रतिष्ठित कम्पनी में इम्पोर्ट मैनेजर के तौर पर मुंबई में कार्यरत है, यही आपका छोटा भाई श्याम देव मिश्र है जिसे आज अगर ये प्राथमिक शिक्षक की नौकरी मिले भी तो न करे. मैं तो उत्तर प्रदेश जो मेरा प्रदेश है, और आप जैसे अपने तमाम भाइयों और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के बारे में सोचता हु तभी भले इस ब्लॉग पर कुछ लिख दूं, वरना मेरा इस टी.ई.टी. या भर्ती से मेरा खुद का कोई लेना देना नहीं है. कोई धृष्टता हो गई हो तो क्षमा करें.
Shyam dev ji ap bahut bahut badhai ke patra hai.vastav me sabhi logo ko sirf job nahi balki apne desh pradesh ke shiksha ke sttar ke bare me bhi sochna chahiye.agar hamlog aage badh ke sab nahi samhale toh sach me kuch hi samay me education sirf ek business ban kar rah jayega aur primary ke schools ka sttar kabhi nahi sudhar payega.ye TET sirf ek exam nahi balki shiksha ka sttar sudhare ke liye ek bahut badi kranti hai.aur iska result agar TET chalta rha toh apke samne bahut jaldi ayega.
DeleteYogesh kumar ji apka bahut bahut dhanyawad ap ne mujhe iss kaabil samjha ki mujhe mayawati ji ka mukhya sachiv banane ki baat kar dali...waise mai yaha personal comment par vishwas nahi karta phir bhi bas itna kahunga.ek aam admi hun B.ed kar k ek chhote se school me teacher hun.ap ne mujhe wus layak samjha iske apka abhari hun.
ReplyDeleteAb aate hai mukhya mudde pe ap ne mujhe PIL ki copy dikhayi aur news paper ki cutting dikhayi...agar ap khud wus cutting ko dhyan se dekhenge toh apko apke sawalo ka jawab mil jayega mujhe kuch kahene ki jarurat hi nahi hogi.
जनहत यािचका म कहागया क राय सरकार ाराजार शासनादेश विध व ह। इसे रद कया जाए। कहा गया िशक क भत उर देश बेिसक िशक अयापक सेवा िनयमावली के तहत क जानी चाहए
Ab ap bataye ki niyamawali kya hai?ye yachik jab dayar ki gayi wus samay ki niyamawali me yahi hai ki shikshak ke chayan ka adhar TET ke praptank honge.
Tab phir kis baat ka bahas?judge bhi toh yahi puchhenge ki niyamawali kya hai?niyamawali agar change ki gayi toh kya wusko USA gov ne change kiya tha?ek bahumat ki sarkar ne apne adhikar ka prayog kar k niyamawali change kiya.jo ki vidhi sammat hai.
Mujhe nahi lagta ki phir se mai saari bato ko yaha duhrawu?
Yogesh ji mera ap se ek sawal hai ap bataye ki TET ke virodh ka reasson kya hai?
Kripa kar ke dhandhli ka jikra mat kijiyega ye ek alaga bahas ka mudda ban jayega.dhandhli kaun se exam me nahi hoti?dhandhli ko rokne ke liye kade kadam uthane chahiye na ki exam ki value kam kar deni chahiye.
Ap jis niyam ki baar baar batein kar rahe hai ap ye bataye ki kya CBSE board ya ICSE board me students ko UP board ke jaise marks diye jate hai?jab job ki baat hai toh ajawo sabhi maidan me ek exam de...jo sabhi ke liye common ho.chahe UP board ka ladka ho ya CBSE ka.muqabla karna hai toh ek hi tarah ki ladyi me hona chahiye.
Mai phir se kahunga High school INTER ke exam kyu karaye jate hai wus pe dhyan de.teacher aligibilty ke ek question nahi hote wus exam me.phir kaise wo exam teacher niyukti ka adhar ban sakta hai?
Jara sochiye
Shyam Dev Mishra Mishra Ji,
ReplyDeleteSahi kahoon to aisa editorial pehli baar padhane ko mila.
Great ... No words for appreciation.
@ yogesh:
ReplyDelete(i) Jis din maine jab high school, inter, BA ya Bed ka exam diya tha us samay mujhe nahi malum tha ki iske basis par hi merit banega lekin jis din maine TET ka exam diya tha us din mujhe malum tha ki TET ke basis par hi merit banega.
(ii) NCTE ke guidline mai clear likha hai ki TET ke marks ko preference dena chahiye aur ek bar TET pas karne ke bad dubara bhi koi improvement ke liye bhar sakta hai. agar TET sirf qualifying hai to is clause ka koi matlab hi nahi tha.
(iii) Agar TET qualifying exam hai to Academic exam to 100% qualifying hote hain.
Apka 1point hai ye baat kisi ko samjh me pata nhi kyu nahi aati yahi baat mai samjhana chah rha hun.aj jis tarah TET ka virodh orha hai vastav me tab virodh karna chahiye tha jab accedmic base banaya gaya tha.waise ek baat hai iss 5 months ke gape ne hamlogo ko bahut kuch jankari dedi.
DeleteMai apke hae ek point se puri tarah sahamt hun.
shyan de mishra je
ReplyDeleteएक गरीब परिवार में पैदा हुआ एक लड़का, जिसने हिंदी मीडियम से, सरकारी स्कूलों में पढाई की, तंगहाली का बचपन पाया, इंटर से ही अपनी पढाई के लिए ट्यूशन करके अपनी पढाई और कई सालों तक घर चलाया, जिम्मेदारियां निभाई, ईमानदारी से छोटी उम्र में ही अपने सर्कल में इज्ज़त कमाई, आज अजंता इंडिया लिमिटेड जैसी प्रतिष्ठित कम्पनी में इम्पोर्ट मैनेजर के तौर पर मुंबई में कार्यरत है, यही आपका छोटा भाई श्याम देव मिश्र है
kash sabhee aap jaise up ke anya log hote
to ajj nahi 2009 mai primary teacher ban chuka hota
mai sirf itna kahna chata hoon
exam exam ke tarah se hona chahiye tha na ki up govt ke tarah se
jisne apne phayede ke liye 2009 se ab tak latkaye rakha
aur ant mai exam is prakar karaya jise high school intermediate ke exam chal rahe ho
sayad apne exam nahi diya isliye apko pata nahi hai
exam haal mai kisi prakar ke niyam nahi the
sabhee ek dusre se answar ka jabab par mark kar rahe the khoob bate kar rahe the
jo board 2 month se exam ke liye mana kar raha tha vo ek dam exam karane ke liye kaise tayar ho gaya
is boar ko to exam karane ka right hi nahi tha
sab maya sarkar ne jaan boojh kar itna exam asanbana diya
jiska teacher bhee asai se jabab de sake
teacher jabab bata raha hai
bache gola laga rahe hai
is tarah ke durdsa the MERIT mai
DONT MIND
PRIMARY RESULT
Personal Details
Roll No 01040447
Barcode 1927756
Name YOGESH KUMAR
Date of Birth 11/07/1982
Father's name RAJKUMAR
Category SC
Result Details
Marks 126
Percentage 84
Result PASS
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this is my score tet marks ( sc )
Yogesh ji 90min ke exam me 150 question ka jawab dena tha.agar sirf questions ko padh ke hi circle ko color kiya jata toh bhi pura time khatm ho jata.kya jab ap exam de rahe thhe wus samy 90min se jyda time diya gaya tha kya?
DeleteDusri baat issi mulayam singh ki sarkar me karaye gaye board exams me jo nakal hua wo kisi se chhupa nahi hai.jinhe apna name bhi english me likhne nahi aata tha wo b first div pass ho gaye.sare aam black board pe lkh ke nakal karaya gaya.self center kyu rakha gaya tha??kyu nakal adhyadhes ko radd kar diya gaya.ap exam ki baat karte hai?
Deletejab aapka tet ka result itna accha hai to fir beech me roda kyu ban rahe ho
Deletetumhara to ho jayega bcoz aapka to reservation b hai
jab aapka tet ka result itna accha hai to fir beech me roda kyu ban rahe ho
Deletetumhara to ho jayega bcoz aapka to reservation b hai
ReplyDeleteAap sabhee ne bahut achhe points deeye, mein ye baaten bata bata kar takh (tired) gayee,
Mene kaee editorials, articles, judgment deeya lekin kuch logo ko samjh nahin aa raha aur kehte hain acadmic se bhrtee ho.
Mein ek baar fir kehna chahtee hoon -
TET matlab Teacher Eligibility Test
matlab ye special aptitude test hai Teacher banne ke leeye.
Aap chahe Doctor hon, Engineer hon, Acadmic Topper rahe hon, par
is TEST ka scorer hee vastav mein
shikshk chayan ke yogya hai.
Ye baat kuch logo ko kadvee lag saktee hai, par yahee sachhai hai.
Dhandlee ek alag masla hai, jismein dossheeyon ko hee saja milnee chahiye.
Kuchh loosers aur failure ki wajah se hi bharti prakriya ruki hui hai .... Ye wo log hai jo kewal tang adane ka kaam krte hain.... Ye mansik rogi hote hain... Aur aise logo ko main ek baat batana chahta hoon k agar Yachika Janhit me dayar ki gai hai to faisla v Janhit me hi aayega, iska example TET se related ab tak jitne v faisla court k dwara aaya hai usko aap dekh sakte hain ....aur ye pagal v usko jante hain phir v besharmi pe utaru hain...so all TETians inse door rahe kyoki inka koi ilaz nahi hai...aur rahi baat ek aur exam ka to class 5 level ka paper nahi solve kr saka wo dusro ko IAS, PCS, PGT, TGT ka maswara de raha hai...un loosero ka kya hai jaise ek me munh ki kha chuke hai wo chahe jitni baar latak jaye unke sehat pr koi fark nahi padne wala hai unka to kahi kuchh banane wala hai nahi aur ye dusro ke liye kaante bichiate hain...
ReplyDeletePRIMARY RESULT
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Roll No 01040447
Barcode 1927756
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DeleteAshish Srivastava
TET Roll NO 13007083 (primary)
Marks 128
Accadmic
HS- 72%
Inter 67%
Graduation 65%
B.ed- 78%
ye hai apas mai baat karke good marks lane ka phayda
ReplyDeletedont mind
catagory ke hisab se aapse jayda hai ok jayda hosiyar mat samjho apne apko
maine sirf apko maya ke karne batai the
PRIMARY RESULT
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Father's name RAJKUMAR
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tet merit
ReplyDelete=========
had ker di besharmi ke kyogesh ji aapne;
ek aisee aisee process ko aap kharaab bta rahe ho jisne samanta sthapit kiya; four days phle process ka announce hua tha to wo sab ke liye tha mujhe ya auro ko ek saal phle nahee btaya gya tha;
aur ek pal ke liye maan le ke double bench ne kisi reason se acd merit ke favour me nirnay de bhee diya to phir bhee sacchai yahee rahegi ke tet is the best:
rahee baat IAS PCS KE TO Wo tum ban jao tum mahaan ho acd tumhara bahuta accha hai :
besharm ek to ghalat stand liye hai uper se nonsense argument ker raha hai : idiot
Yogesh ji mai hoshiyar kaha ban raha.maine toh pahale hi kaha ki mai ek aam B.Ed ka student hun.
ReplyDeleteJaha tak marks ki baat hai maine kabhi kaha hi nahi ki mere jyda hai ya apke kam hai.maine bas apni prsonal detail di hai aur jo marks paye hai apni mehnat se paye hai.yaha baat class room me baat karne ki ho rhi thi toh mai bata rha tha ki maine baat kar ke itne mark paye hai.ap mere upar pata nahi kyu naraj ho rhe hai.catagory ki baat ya hai hi nahi sir ji.
Yogesh ji apko pata hai maine apke sawalo ka jawab kyu diya?issase pahale bhi bahut logo ne accademic ki bahut batein ki mai kabhi jawab nahi deta tha.lekin pahali baar kisi ne bahut shalin aur saral dhang se accd ki batein ki jo bahut pasand aya.abhi tak yaha accd ka support karne walo ki bhasha kafi abhadra hoti thi unse baat karne ka mann nahi karta tha.bas issi wajah se maine apse itna bahas kiya.
ReplyDeleteAp mujhe kaafi jyda vidvan aur anubhavi hai.mai apki respect karte huye sorry kaheta hun agar meri kisi baat se apko bura laga ho.
Shyam Dev jee,
ReplyDeleteAap Mumbai mein kahan rehte hain,
kyonki mein bhee Mumbai se hoon.
Mein Navi Mumbai se hoon
ReplyDeleteARGR TET KI MERIT KO HI CHAYAN KA ADHAR BANYA JATA HAI TO NTT/BTC KO BHI CHAYNIT KARNA CHIYE KIUKI JISNE BHI TET PASS KIYA HAI VO AND CHAYAN KA ADAR TO TET MERIT HI AHI OR KAIYA CHHIYE ???????????????????????????????????????????????????????
ReplyDeleteARGR TET KI MERIT KO HI CHAYAN KA ADHAR BANYA JATA HAI TO NTT/BTC KO BHI CHAYNIT KARNA CHIYE KIUKI JISNE BHI TET PASS KIYA HAI VO AND CHAYAN KA ADAR TO TET MERIT HI AHI OR KAIYA CHHIYE ???????????????????????????????????????????????????????
ReplyDeleteSHYAM DEV MISRA JI KIYA VO LOG BHI CHAINIT HO SAKTE HAI JISNE NTT/BTC KE ADHAR PAR TET PASS KAR LIYA HAI ??????? KIUKI CHAYAN KA ADHAR TO SIRF TET KI MERIT HI HAI NA ???????
ReplyDeleteARGR TET KI MERIT KO HI CHAYAN KA ADHAR BANYA JATA HAI TO NTT/BTC KO BHI CHAYNIT KARNA CHIYE KIUKI JISNE BHI TET PASS KIYA HAI VO AND CHAYAN KA ADAR TO TET MERIT HI AHI OR KAIYA CHHIYE ???????????????????????????????????????????????????????
ReplyDeleteARGR TET KI MERIT KO HI CHAYAN KA ADHAR BANYA JATA HAI TO NTT/BTC KO BHI CHAYNIT KARNA CHIYE KIUKI JISNE BHI TET PASS KIYA HAI VO AND CHAYAN KA ADAR TO TET MERIT HI AHI OR KAIYA CHHIYE ???????????????????????????????????????????????????????
ReplyDelete@सुधीर भाई, आपकी बात सर आँखों पर.
ReplyDelete@ नवीन जी, कौशल जी, वी.के.यादव जी, आनंद भाई, हरकेश सर & रमेश जी, धन्यवाद.
@ मुस्कान जी, आपको विशेष धन्यवाद मेरा अनुरोध मानने के लिए.
@ आशीष भाई, वाकई आपने सारी बातें सही तरह से रखी है.
@ योगेश भाई, अब ये "शिक्षक चयन परीक्षा" का नया शिगूफा कहा से ले आये और कोई भला क्यूँ इसे मान ले? ये बात अगर मानव संसाधन विकास मंत्री या एन.सी.टी.ई. के चेयरमैन या मुख्यमंत्री या शिक्षामंत्री या बेसिक शिक्षा निदेशक या सचिव करे तो समझ में भी आता है. आप तो एक नई व्यवस्था दे रहे हैं. भाई साहब, होश में आइये, ये लोकतंत्र है, हमे संविधान और कानून और नियमों के दायरे में पैदा होने, जिन्दगी जीने और मर जाने का हक़ है, अपनी मनमर्जी का नियम आप अपने घरेलु नौकर के चयन के लिए भले बना लें पर प्रदेश स्तर पर शिक्षकों के चयन के लिए केंद्र से लेकर राज्य तक में जो शिक्षाविद बैठे हैं, उन्हें ही नियम बनाने दे तो बेहतर होगा. इस प्रकार का सुझाव आपको भले ही बड़ा कमाल का लगे पर वर्तमान परिस्थिति में अत्यंत हास्यास्पद है. कृपया गंभीर मुद्दे पे गंभीरता का परिचय दे और कृपया कोई एक-ही कमेन्ट बार-बार न पोस्ट करके सिर्फ एक बार पोस्ट करे, तो अच्छा होगा, असल में मेरे मोबाइल की स्क्रीन में आपका एक-ही कमेन्ट दूसरी-तीसरी बार आता है तो स्क्रोल करने में देर लगती है.
@ योगेश जी, बुरा न मानिये, ऊपर वाला पैराग्राफ मैंने लिखा था आपका लेटेस्ट कमेन्ट पढने के पहले जो आपने परीक्षा में हुई धांधली के बारे में लिखा है, आपकी बात सही हो सकती है पर सारे केन्द्रों पर तो ऐसा न हुआ होगा. अगर सारे केन्द्रों पर भी हुआ तो सारे अभ्यर्थियों ने तो न किया होगा, नहीं तो कुछ के कम और कुछ के ज्यादा क्यूँ मार्क्स आये? और अगर इस धांधली के कारण अगर आप टी.ई.टी. मेरिट का विरोध कर रहें हैं तो ये भी बताएं की आपने जब खुद माना है और हम सबको पता है कि हाईस्कूल / इंटर / ग्रैजुएशन आदि परीक्षाओं में भी खुलेआम नक़ल होती है, इस बार भी रोज़ अख़बारों में फोटो समेत ख़बरें आ रही हैं, तो उसके आधार पर भी चयन का विरोध करना चाहिए. टी.ई.टी. में जिस प्रकार 90 मिनट में 150 सवाल हल करने थे उसमे केन्द्रों परनकलचियों को उतना फायदा न मिला होगा जितना अकादमिक के 2 - 3 घंटो के पेपर में. विवाद तो हर रास्ते पर है पर स्थिति को देखते हुए कोई न कोई तो रास्ता अपनाना ही पड़ता है, अगर एक रास्ता है और उसमे गड्ढे है और अगर हमे आगे बढ़ना है, बने रास्ते पे चल पड़ेंगे तो जल्दी मंजिल मिलेगी. क्या फायदा कि हम एक रास्ता और बनायें जिसमे भी गड्ढे हों. यह सिर्फ देर कराएगा और कुछ नहीं, इसलिए जो हो रहा है होने दे, प्रक्रिया में रोड़े तब लगायें जब एक सर्वमान्य विकल्प उपलब्ध हो.
आपके तो वैसे भी एस.सी. कैटेगरी में काफी अच्छे मार्क्स हैं, अगर 2009 में मेरे तमाम भाइयों कि तरह आप भी सेलेक्ट नहीं हुए तो इसके लिए आपको शिकायत सरकार से होनी चाहिए पर आपका निशाना अपने भाई ही क्यूँ बन रहे हैं? क्या आप भी यही चाहते हैं कि प्रक्रिया लटके और 2015 में ये अभ्यर्थी भी रोते हुए नज़र आयें कि अगर ये विवाद न होता तो 2011 में हमारा सेलेक्शन हो गया होता. मेरे मन में आपके लिए कोई कडवाहट नहीं सिर्फ इतना निवेदन है कि "समस्या के बजे समाधान का हिस्सा बने!"
Bewkufo ldo mt kl hc ka dcsion a rha
ReplyDeleteAj ki bdi prblm ugc net server ka jam hona h us pr kuch kho gdho
ReplyDeleteUnknown ji is tarah ke sunder shabdo ka istemal karne ke liya hi aap ne apna naam unknown rakha hi kya
ReplyDeletekripya bhadde shabdo ka pyog naa kare
ReplyDeleteARGR TET KI MERIT KO HI CHAYAN KA ADHAR BANYA JATA HAI TO NTT/BTC KO BHI CHAYNIT KARNA CHIYE KIUKI JISNE BHI TET PASS KIYA HAI VO AND CHAYAN KA ADAR TO TET MERIT HI AHI OR KAIYA CHHIYE ???????????????????????????????????????????????????????
ReplyDeleteyogesh bhai aap acd par merit lagane ki baat kr rhe h kya 10th, 12th etc ki pariksha me dahndli nhi hoti ??
ReplyDeletees baat ka jawab do aap. sb jante h ki contract par pure centre hi le liye jate h or jamkar nakal karai jati h board exam ke doran news paper par dikhaya jata h ki kaise centers par nakal karai jati h or paper b out ho jate h kuch ka to out hone ka pata b nhi chalta h. ab kya aap khenge ki wo pariksha b radd hone chahiye kaise aap acd ko bharti ka adhar banane ki baat kr rhe ho. or sayad aapne b apni acd pariskha aise hi paas ki hoge or high marks gain kiye honge agr etne hi intelligent hote to tet jaisi easy pariksha me acche marks aate. ye pariksha b pass nhi kr paye to master bnne ka khayal chod do janab or IAS Ke liye prepration kro aap jaisi pratibha ki hmare desh ko bhot jrurt h
m tet merit ka paksh esliye nhi le rha hu ki mere acd me kum marks h or tet me jyada. yahan baat nyay ki h
ReplyDeleteTET- 120 Science
ACD-265 SCIENCE (general)
bharti chahe tet par ho ya acd par muje malum h ki mera selection to lagbhag ho hi jayega chahe home dist.me ho ya kahi bahar muje kisi se koi fark nhi padta . or agr marks kam b hote to b usi ka sath deta jo sahi h or wahi yogesh bhai aapko b krna chahiye eshwar uska bhala krta h jo apne bhale ke liye dusre ka bura na kre sbke bhale me hi apna bhala smje
tet ka roll no do to.
Delete@Shyam Dev Mishra ji,
ReplyDeleteaapke tarko ko nakara nahi ja sakta,aur na hi aaj tak kisi ne aapki tarah shalinta se apni baat kahi..mein to muskan ji se bhi sehmat nahi hoon..mein nahi manta ki aapne kisi par tohmat lagai..aapne keval apni baat iss sarkar k pichle record ko dekhte hue kahi..ussmein bhi sambhavana hi jatayi hai..jo bilkul sahi hai..haan ye ho sakta hai ki SP ab tak jo karti aayi hai wo ab na kare..par kar to sakti hai(kyuki karti aayi hai)..
mein aapke comments aur yogesh ji diye gaye jawaab k baare mein jita kahu kum hai..
I appreciate u dear..issi tarah logo ka margdarshan karte raho....
God Bless You
@muskan ji mere comment show hone k thodi der bad gayab ho ja rahe hai, aisa kyu, plz chek kare.
ReplyDelete@yogesh kumar ne upar likha hai tet ka exam lene se 4 din pehle bataya gaya ki tet aharta exam hoga. Mai aise thathakathit acd. Supp. Se puchana chahta hu, jb unohne 10th 12th gradu. B.ed ka exam diya tha tab kya unhe pehle se bata diya gaya tha, ki future me every exam me acd. K number add honge. Ab hum tet merit supporter mang karte hai ki 10th se lekar aj tak hame nahi bataya gaya ki bhartiya acd. Base par honge islilye acd. Merit galat hai. Tit for tat
ReplyDeleteagr etne marks hote to etne pareshan na hote tum or agr court jana chahte ho to jao 3-4 lakh ka jurmana tum par b lga dega judge fir bharte rhna hm to wahan b jeet jayenge hme to ab aadat ho gai h court ki
ReplyDeletemere vichar hai ki ye gov TET ki merit nhi banaegi aur na hi gov ye chahti .
ReplyDeletemai is gov ko vote kabhi nahi dunga
ReplyDelete@Ashish Srivastava ji,
ReplyDeletebhai aapne bhi acchi baatein rakhi..jisse shayam dev mishra ji ko bhi rahat mili hogi..lekin shayad blog editor ji ne apni baat jaldbaazi mein keh di...khair apna-apna najariya hai hum kisi ko bandhit nahi kar sakte ki wo humari baat ko ki sach maane..anyway thanks for good comments ashish ji
kya koi bata sakta hai ki kal third party(ashok khare)rahenge kyunki sarkari vakeel to kapil se bhi jyada mamla latkana chahta hai
ReplyDeleteSonu80900 ji,
ReplyDeletentt chaynit nhi ho sakte kyonki niykti niyamabli 12th sansodhan me diya hai ki niykti unhi ki hogi jo btc/vbtc/bed honge ok dear
@muskan ji mere comment show hone k thodi der bad gayab ho ja rahe hai, aisa kyu, plz chek kare.
ReplyDelete@yogesh kumar ne upar likha hai tet ka exam lene se 4 din pehle bataya gaya ki tet aharta exam hoga. Mai aise thathakathit acd. Supp. Se puchana chahta hu, jb unohne 10th 12th gradu. B.ed ka exam diya tha tab kya unhe pehle se bata diya gaya tha, ki future me every exam me acd. K number add honge. Ab hum tet merit supporter mang karte hai ki 10th se lekar aj tak hame nahi bataya gaya ki bhartiya acd. Base par honge islilye acd. Merit galat hai. Tit for tat
ReplyDeleteAb tak ke jitne article ya comment post kie gaye hai wo ek se ek hai par is bat ko leker mai ghor aschary me hu ki kisi ne ek bar bhi akangi prayash dwara file ki gai special appieal ki charcha nahi ki . Jo matter puri tarah se nepathy se gayab ho gaya tha aaj ek special appieal ke chalte front par hai . wah ishwar aage kya likhu sacchai to pura pradesh janta hai . Ranjeet singh yadav & lalit mohan singh special appieal petitioner .
ReplyDeleteThanks @ shyam dev mishra ji. Apke vichar padne k hum har bar naye utshah se bhar jate hai. And we also thankful to ranjeet yadav ji and lalit ji. Aaj agar ye case apne anjam tak ja raha hai to pura shrey inhi logo ko hai.
ReplyDeleteDosto abi abhi amar ujalla me news aa rahi hi ki tet ki parisha cancel nahi hogi niukiti ka adhar acd hoga 27000 ladko ka answer me badalaw hua tha unhe isse aaleg rakha jayaga ky ye shi news hi please reply any
ReplyDelete@anand kumar singh ji aj ka amar ujala pad le, aur isi blog par ye news already publish ho chuki hai, next page me dekhe.
ReplyDeleteArpan ji next page me kya hi please tell us
Deletebhai ek baat mein ye kahunga..ki amar ujala aur hindustan paper ki kisi bhi baat par bharosa mat karo..inki aadhi news mangadant hoti hai..aur inhone hi TET ko sabse jayada badnaam kiya hai..inke apne bande shayad tet failure hain..
ReplyDeleteYogesh=?
ReplyDeleteYogesh=?
ReplyDeletesarakar soch kar niranay legi
ReplyDeletegov. kisi bhi pachade ke nahi padana chahegi jisase koi nukasan ho itne bhari virodh ko bhee darkinar nahi kar sakati hai ....
ReplyDeletenyaypalika par pura vishwas hai ki itne logo ke bhavishya ki bat hai kisi ek byakti ke liye itne logo ko nahi chhoda ja sakta...mai is mandir ke samane sir jhukata hun kal ham logo ke liye ek naya din hoga ...jai tet(merit)
ReplyDeleteranjeet singh ji $ lalit mohan ji apka yogdan hi hai jo aaj hum yaha jeet ke itne pass hai thanks
ReplyDelete@ Raju Ji, Thanks for appreciation.And Of course, Contribution of Rajeet Singh Yadav and Lalit Mohan has proved vital for this struggle. Inki yachika kee vajah se hi is thahrey hue pani me halchal machi hai warna ab bhi ho sakta hai mamla thande bastey me pada hota. Par ek bat agar kisi ko malum ho to batayen ki humare leadron ne Ashok Khare Ji ko Rs. 55,000/- me hire kiya tha, wo special apeal ke liye tha ya fir case no. 76039 me third party ke taur par sepresent karney ke liye? behtar hota ki TET-supporters/ bhartee-prakriya ka paksh rakhne wala bhi koi court me hota.
ReplyDelete@ Raju Ji, Thanks for appreciation.And Of course, Contribution of Rajeet Singh Yadav and Lalit Mohan has proved vital for this struggle. Inki yachika kee vajah se hi is thahrey hue pani me halchal machi hai warna ab bhi ho sakta hai mamla thande bastey me pada hota. Par ek bat agar kisi ko malum ho to batayen ki humare leadron ne Ashok Khare Ji ko Rs. 55,000/- me hire kiya tha, wo special apeal ke liye tha ya fir case no. 76039 me third party ke taur par sepresent karney ke liye? behtar hota ki TET-supporters/ bhartee-prakriya ka paksh rakhne wala bhi koi court me hota.
ReplyDelete@ Raju Ji, Thanks for appreciation.And Of course, Contribution of Rajeet Singh Yadav and Lalit Mohan has proved vital for this struggle. Inki yachika kee vajah se hi is thahrey hue pani me halchal machi hai warna ab bhi ho sakta hai mamla thande bastey me pada hota. Par ek bat agar kisi ko malum ho to batayen ki humare leadron ne Ashok Khare Ji ko Rs. 55,000/- me hire kiya tha, wo special apeal ke liye tha ya fir case no. 76039 me third party ke taur par sepresent karney ke liye? behtar hota ki TET-supporters/ bhartee-prakriya ka paksh rakhne wala bhi koi court me hota.
ReplyDeleteMuskan ji, mera pichhla comment teen bar post ho gaya hai, possible ho to kripya 3 me se 2 delete kar de. Dekhne me awkward lagta hai. Agey se sawdhani bartunga. Thanks..
ReplyDeleteRespected shyam dev mishra please coll me for get all cllarification about special appieal another& prociding of court sofor,taken my number from Rajesh row.
ReplyDeleteRespected shyam dev mishra please coll me for get all cllarification about special appieal & another prociding of court sofor,taken my number from Rajesh row.
ReplyDelete@ Ranjeet Ji, thanks for response. I will surely call you soon.Wish you all a fabulous victory tomorrow!
ReplyDeleteyogesh , agr tumhe lata h hm tgt pgt nhi nikal sakte to tum hi nikal lo prt ki ek seat chhod do (jan hit me )uski jgh kisi tet merit wale ka selection ho jayeg kyoki wh to tgt or pgt nahi nikal skata.
ReplyDeletetumhe tet merit se itni hi problem h to is byastha se bahar ho jao tvi hm janege ki tum acd. pakshadhar ho,nahi to hm samjhenge ki kal or phle se jo tum kh rhe ho wo sb bakwas h. rahi bat dubara pariksha krane to ab tum kai exam die hoge to ab tk select kyo nahi hue. mante h tumhare achche number aye h,to tum jo sahi h uska sath kyo nahi dete,agr tum hamara hausala bdhane ki vjay down krna chahte ho ya apni positive publicity chate to ye tumhari bhut badi galatfahami h.isse hme koi fark nhi padta.........
gjhjnkl
ReplyDeleteyogesh ,agr tumhe lagta h ki hm tgt,pgt nikal nahi skte to tum nikal lo.apni prt ki ek seat chhod do(janhit me)kisi tet merit wale ka selection ho jayaga kyoki wh to tgtor pgt nikal hi nhi sakta. agr tumhe lagta h ki tet merit sahi nahi h to is byawastha se bahar ho jao agr tum sahi me acd. ke pakshadhar ho to nahi to hm samjhenge k ki kl se or kai dino jo tum kh rhe ho sb bakwas h tum sirf apni publicity k lie ye sb kr rhe ho. rahi bat dubara exam ki to tumne ab tak kai exam die hoge to ab tk select kyo nahi hue.mante h ki tumhare achche number h. to tum jo sahi h uska sath do.agr tum sochte ho hamara hausala bdhane ki vajay down kr doge or apni positive publicity kr rhe to ye tumhari bhut badi galatfahmi h.hme is se koi fark nhi padata....
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