•प्रदेश सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
•रोड मार्च निकाल कर किया प्रदर्शन
बस्ती। अधर में लटके भविष्य को लेकर टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों के सब्र का बांध टूट गया। रविवार को वे सड़क पर उतरे और अपने तेवर दिखाए। मंशा थी प्रदेश सरकार अपनी आर ध्यान आकृष्ट कराना ताकि उनके बारे में त्वरित और पारदर्शी निर्णय लिया जाए। इस क्रम में टीईटी बेरोजगारों ने चिलचिलाती धूप में रोडवेज तिराहे पर जाम लगाकर नारेबाजी की। दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार लग गई। धूप और गर्मी से जाम में फंसे लोग अकुलाने लगे। एडीएम को मौके पर बुलाने की मांग पर बेरोजगार अड़े रहे। हालांकि सीओ सिटी के पहुंचने और मांगों को सीएम तक पहुंचाने की बात पर जाम हटाया।
इससे पहले कटेश्वर पार्क में बैठक कर हक मिलने तक चैन से नही बैठने का ऐलान किया गया। बाद में रोड मार्च निकाल कर विरोध का इजहार किया गया। इस दौरान संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा यदि 72825 शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया जल्द पूरी नहीं हुई तो हम वृहद आंदोलन छेड़ने को बाध्य होंगे। कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 15 मई तक चयन प्रक्रिया प्रारंभ कराकर टीईटी को शामिल करने का आश्वासन दिया है। लेकिन यदि इसके बाद भी हमारी मांग पूरी नही की गई तो जिले स्तर के प्रदर्शन के बाद 19 मई को लखनऊ में आरपार की लड़ाई के लिए बेरोजगार एकत्रित होंगे। विनय पांडेय ने कहा कि लंबे समय तक इंतजार के बाद अब हमारे धैर्य की सीमा जवाब दे रही है। यदि सीएम के आश्वासन पर अमल नहीं हुआ तो हम किसी भी स्तर पर संघर्ष को तैयार हैं।
इस अवसर पर नित्यानंद पांडेय, शेषमणि, विद्यासागर चौधरी, अशोक मिश्र, दिनेश यादव, आनंद कुमार, जयप्रकाश, रामचंद्र द्विवेदी, श्याम लाल चौधरी, महेश चंद्र चौधरी, पतिराम, जयप्रकाश पांडेय, विश्वनाथ अग्रहरि, हरिओम गुप्त समेत कई बेरोजगार मौजूद रहे।
न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)
tet/acc koi mudda nahin hai tet merit ko court ne sahi kaha hai, mudda kewal vigyapan ka hai aur wo bhi kamjor hai lekin sarkar badalne par kewl gandi rajniti ho rahi hai aur kuchh bhi nahin.
ReplyDeletelekin jeet hamesa sach ki hoti hai but hausla chahiye sarkar k kuchh chamche is vacancy ko uljhana chahte hain.
U ARE WINNER....
ReplyDeleteacc merit wale tet k alpsankhyak hain.
ReplyDelete@ yogesh kumar ne apne friend ka tet ka roll no. Churaya hai, aur usi k naam se comment kar raha hai. Us din ye badi deenge hank raha tha apne tet num. K bare me, par ye to choor nikla.
ReplyDeleteBETET RESULT 6% NOW ??????? WHAT ACD...... THAT IS THE REAL RESULT,
ReplyDeletekyoki abhi tak court ne fhaisla nahi diya, isliye govt. Ne bhi phaisla nhi diya. Ab kal court nayi date 25 may k baad degi. Aakhir court govt. Se alag decesion kaise de sakti hai. Ye hai nyay vyavastha.
ReplyDeletea
ReplyDeleteटीईटी पर फैसला जल्द? सहारनपुर : अब टीइटी की बंद मुट्ठी खुलेगी और
ReplyDeleteहो जाएगा बेड़ा पार। यह बात अटपटी जरूर लगेगी,
लेकिन यह सच है कि प्रदेश सरकार मामले में जल्द
ही निर्णायक फैसला करने की तैयारी में है। मामले में
कई विकल्पों पर मंथन पूरा हो चुका है और इसमें पुराने
फामरूले को ही अधिक समर्थन मिला। अब इसी के लागू की संभावना है। चार बिन्दु इस फामरूले का आधार
बनेंगे।बेरोजगारी भत्ते को प्रदेश सरकार
द्वारा अनुमोदन दिए जाने के बाद अब टीइटी के
अनुमोदन की बारी है। टीइटी में
अधिकारियों द्वारा किया गया 'होमवर्क' अब सिरे
चढ़ने के आसार बन गए हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रक्रिया को हरी झंडी देने के लिए कई
विकल्पों पर कई दौर तक मंथन चला, जिसमें तीन
फामरूले रखे गए। माना जा रहा है कि अगले तीन दिन के
भीतर सरकार द्वारा मामले में निर्णायक
फैसला लिया जा सकता है।फामरूला-1 इसमें विशिष्ट
बीटीसी की तर्ज पर हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों को जोड़कर मेरिट बनाई जानी थी।
फामरूला-2 इसमें 25-25 प्रतिशत स्नातक व बीएड के
तथा 50 प्रतिशत में टीइटी के
प्राप्तांकों का जोड़ा जाना था।फामरूला-3 इसमें
टीइटी की मेरिट के आधार पर सीधे नियुक्ति दिए
जाने का प्रावधान है। बता दें कि यह प्रक्रिया तत्कालीन सरकार द्वारा पहले ही घोषित
की गई थी।इसे मिला समर्थनविभागीय सूत्रों के
मुताबिक, अधिकारियों द्वारा तीनों फामरूलों पर
गहन मंथन किया गया। फार्मूला-1 व 2 को यह कहते हुए
खारिज कर दिया गया कि ऐसा किए जाने
की स्थिति में कानूनी पेचीदगियां आएंगी। बताते हैं कि अंतिम रूप से तय हुआ कि सारी उलझनों का हल
केवल फामरूला-3 को लागू करने में ही है। इसे अपनाने
की स्थिति में चार बिंदुओं को आधार बनाने की बात
कही गई है।क्या है चार प्राण बिन्दु1- ओएमआर शीट
की कार्बन प्रति2- टीइटी का अंक प्रमाणपत्र 3-
इंटरनेट की आंसरशीट4- परीक्षा की प्रश्न पुस्तिकामूल ओएमआर शीट से मिलानयदि प्रदेश
सरकार टीइटी की मेरिट के आधार पर
नियुक्ति प्रक्रिया करती है तो आवेदक के पास
ओएमआर शीट की कार्बन प्रति का एजेंसी के पास
मौजूद मूल ओएमआर शीट से मिलान किया जाएगा।
मिलान में इंटरनेट की आंसरशीट भी आधार बनेगी। बताते हैं जिस एजेंसी को ओएमआर की जांच
का जिम्मा सौंपा गया था उसे केवल 25
फीसदी का भुगतान ही हो सका है। जांच की इस
प्रक्रिया में कड़ी निगरानी रहेगी।
यदि किसी आवेदक की ओएमआर शीट के मिलान में
गड़बड़ी मिलती है तो उसे प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।
15 ko nahi hogi sunvai.
ReplyDeleteटीईटी पर फैसला जल्द? सहारनपुर : अब टीइटी की बंद मुट्ठी खुलेगी और
ReplyDeleteहो जाएगा बेड़ा पार। यह बात अटपटी जरूर लगेगी,
लेकिन यह सच है कि प्रदेश सरकार मामले में जल्द
ही निर्णायक फैसला करने की तैयारी में है। मामले में
कई विकल्पों पर मंथन पूरा हो चुका है और इसमें पुराने
फामरूले को ही अधिक समर्थन मिला। अब इसी के लागू की संभावना है। चार बिन्दु इस फामरूले का आधार
बनेंगे।बेरोजगारी भत्ते को प्रदेश सरकार
द्वारा अनुमोदन दिए जाने के बाद अब टीइटी के
अनुमोदन की बारी है। टीइटी में
अधिकारियों द्वारा किया गया 'होमवर्क' अब सिरे
चढ़ने के आसार बन गए हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रक्रिया को हरी झंडी देने के लिए कई
विकल्पों पर कई दौर तक मंथन चला, जिसमें तीन
फामरूले रखे गए। माना जा रहा है कि अगले तीन दिन के
भीतर सरकार द्वारा मामले में निर्णायक
फैसला लिया जा सकता है।फामरूला-1 इसमें विशिष्ट
बीटीसी की तर्ज पर हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों को जोड़कर मेरिट बनाई जानी थी।
फामरूला-2 इसमें 25-25 प्रतिशत स्नातक व बीएड के
तथा 50 प्रतिशत में टीइटी के
प्राप्तांकों का जोड़ा जाना था।फामरूला-3 इसमें
टीइटी की मेरिट के आधार पर सीधे नियुक्ति दिए
जाने का प्रावधान है। बता दें कि यह प्रक्रिया तत्कालीन सरकार द्वारा पहले ही घोषित
की गई थी।इसे मिला समर्थनविभागीय सूत्रों के
मुताबिक, अधिकारियों द्वारा तीनों फामरूलों पर
गहन मंथन किया गया। फार्मूला-1 व 2 को यह कहते हुए
खारिज कर दिया गया कि ऐसा किए जाने
की स्थिति में कानूनी पेचीदगियां आएंगी। बताते हैं कि अंतिम रूप से तय हुआ कि सारी उलझनों का हल
केवल फामरूला-3 को लागू करने में ही है। इसे अपनाने
की स्थिति में चार बिंदुओं को आधार बनाने की बात
कही गई है।क्या है चार प्राण बिन्दु1- ओएमआर शीट
की कार्बन प्रति2- टीइटी का अंक प्रमाणपत्र 3-
इंटरनेट की आंसरशीट4- परीक्षा की प्रश्न पुस्तिकामूल ओएमआर शीट से मिलानयदि प्रदेश
सरकार टीइटी की मेरिट के आधार पर
नियुक्ति प्रक्रिया करती है तो आवेदक के पास
ओएमआर शीट की कार्बन प्रति का एजेंसी के पास
मौजूद मूल ओएमआर शीट से मिलान किया जाएगा।
मिलान में इंटरनेट की आंसरशीट भी आधार बनेगी। बताते हैं जिस एजेंसी को ओएमआर की जांच
का जिम्मा सौंपा गया था उसे केवल 25
फीसदी का भुगतान ही हो सका है। जांच की इस
प्रक्रिया में कड़ी निगरानी रहेगी।
यदि किसी आवेदक की ओएमआर शीट के मिलान में
गड़बड़ी मिलती है तो उसे प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।
OVER ALL ONLY 14% ARE WELL QUALIFIED...1992 RESULT---14%,CTET RESULT----14%,BETET RESULT---6% HOW GOOD ACD...??????????OUR ACD 269,TET 121
ReplyDeleteYe news dainik jagran ki hai
ReplyDeleteटीईटी पर फैसला जल्द?
सहारनपुर : अब टीइटी की बंद मुट्ठी खुलेगी और
हो जाएगा बेड़ा पार। यह बात अटपटी जरूर लगेगी,
लेकिन यह सच है कि प्रदेश सरकार मामले में जल्द
ही निर्णायक फैसला करने की तैयारी में है। मामले में
कई विकल्पों पर मंथन पूरा हो चुका है और इसमें पुराने
फामरूले को ही अधिक समर्थन मिला। अब इसी के लागू की संभावना है। चार बिन्दु इस फामरूले का आधार
बनेंगे।बेरोजगारी भत्ते को प्रदेश सरकार
द्वारा अनुमोदन दिए जाने के बाद अब टीइटी के
अनुमोदन की बारी है। टीइटी में
अधिकारियों द्वारा किया गया 'होमवर्क' अब सिरे
चढ़ने के आसार बन गए हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रक्रिया को हरी झंडी देने के लिए कई
विकल्पों पर कई दौर तक मंथन चला, जिसमें तीन
फामरूले रखे गए। माना जा रहा है कि अगले तीन दिन के
भीतर सरकार द्वारा मामले में निर्णायक
फैसला लिया जा सकता है।फामरूला-1 इसमें विशिष्ट
बीटीसी की तर्ज पर हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों को जोड़कर मेरिट बनाई जानी थी।
फामरूला-2 इसमें 25-25 प्रतिशत स्नातक व बीएड के
तथा 50 प्रतिशत में टीइटी के
प्राप्तांकों का जोड़ा जाना था।फामरूला-3 इसमें
टीइटी की मेरिट के आधार पर सीधे नियुक्ति दिए
जाने का प्रावधान है। बता दें कि यह प्रक्रिया तत्कालीन सरकार द्वारा पहले ही घोषित
की गई थी।इसे मिला समर्थनविभागीय सूत्रों के
मुताबिक, अधिकारियों द्वारा तीनों फामरूलों पर
गहन मंथन किया गया। फार्मूला-1 व 2 को यह कहते हुए
खारिज कर दिया गया कि ऐसा किए जाने
की स्थिति में कानूनी पेचीदगियां आएंगी। बताते हैं कि अंतिम रूप से तय हुआ कि सारी उलझनों का हल
केवल फामरूला-3 को लागू करने में ही है। इसे अपनाने
की स्थिति में चार बिंदुओं को आधार बनाने की बात
कही गई है।क्या है चार प्राण बिन्दु1- ओएमआर शीट
की कार्बन प्रति2- टीइटी का अंक प्रमाणपत्र 3-
इंटरनेट की आंसरशीट4- परीक्षा की प्रश्न पुस्तिकामूल ओएमआर शीट से मिलानयदि प्रदेश
सरकार टीइटी की मेरिट के आधार पर
नियुक्ति प्रक्रिया करती है तो आवेदक के पास
ओएमआर शीट की कार्बन प्रति का एजेंसी के पास
मौजूद मूल ओएमआर शीट से मिलान किया जाएगा।
मिलान में इंटरनेट की आंसरशीट भी आधार बनेगी। बताते हैं जिस एजेंसी को ओएमआर की जांच
का जिम्मा सौंपा गया था उसे केवल 25
फीसदी का भुगतान ही हो सका है। जांच की इस
प्रक्रिया में कड़ी निगरानी रहेगी।
यदि किसी आवेदक की ओएमआर शीट के मिलान में
गड़बड़ी मिलती है तो उसे प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।
waise ye kabar aap ko kaha se mili
ReplyDeleteAcd wale ab tak humne bahut se teacher dekhe jinke karan hamri primary education ki waat lag gai hai
ReplyDeleteAb tet walon ki bari hai
Tet morcha jindabaad
hi tetin hurry packup your laddu.kal ham jeet ra he hai laddu short pad jayega. I thanks to all blogers .
ReplyDeletehi tetin hurry packup your laddu.kal ham jeet ra he hai laddu short pad jayega. I thanks to all blogers .
ReplyDeletekripya sabhi district ke tet sangharsh morcha ke adhyakchho ke name with mobile no.publish kiya jay tabhi hamare aandolan ki jankari sabhi tetian prapt karke wa aandolan me bhag lekar aandolan ko safal banayege.I requet to all jise bhi jitne logo ki jankari ho blog,sms ya phone ke madhyam se share kare.Thanks.
ReplyDeletekripya sabhi tet Jilaadhyaksho ke nam wa mo. No.publish kare.jise bhi jis jile ka pata ho blog, sms ,call,ya mail ke madhyam se share kare.mera mail id tarkeshwarpandey2@gmail.com Please help me muskaan ji.
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