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Saturday, October 6, 2012

K-TET / Kerala TET : Quality of state's teachers leaves a lot to be desired

K-TET / Kerala TET : Quality of state's teachers leaves a lot to be desired

THIRUVANANTHAPURAM: Kerala's supposed educational prowess took another blow when results of the Teachers' Eligibility Test (TET), mandatory under the Right to Free and Compulsory Education Act, were announced on Thursday. The state's performance is below the already dismal national average of 7%.


Just 9.48% candidates in the lower primary category cleared the test, while 4.19% passed in the upper primary category. In the high school category it was a dismal 3.17%. The board which conducted the exams has announced a cash award of Rs 20, 000 for those who bagged over 80% marks in the TET. Jithinjith P A (Wayanad), Ann Mary Joy (Kottayam) and Minu G S (Thiruvananthapuram) are eligible for the awards. The marks bagged by each candidate have been published on http://www.results.itschool.gov.in.


Education minister P K Abdu Rabb didn't seem unduly concerned with the bad showing. "The results do not mean that the standard of candidates is poor. Numerous issues were raised regarding the test by the teachers
, including little preparation time. Those who could not clear this will have their chance again after three months when the next test will be held," he told TOI.


Source : http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2012-10-05/kochi/34279116_1_education-minister-teachers-eligibility-test-cash-award / Times of India ( 5.10.12)
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Result is very poor and low number of candidates passed. I felt in UP, UPTET 2011 pass pecentage is very very high compared to other states.

Cash prize of Rs. 20,000 is announced for those who got more than 80% marks in TET Exam.


9 comments:

  1. भाइयो बहुत हो गया अब भर्ती हो बेस जो भी हो जब सरकार भर्ती करने के मूड में आ रही है तो पता नहीं क्यों लोग अटकाने पे तुले है अरे भाई १० महीने में पेट नहीं भरा क्या? टेट पास से भर्ती हो बेस सरकार बनाये और जल्द बनाये भर्ती जल्दी शुरू करने का कोई ग्रुप नहीं बना है सब लटकने वाले ही मिलते है कम से कम ७२८२५ लोगो के घर में तो चूल्हा जलेगा! इस पे कोई ध्यान नहीं देता बस भड़काते ही रहते है और रिट पे रिट तो सरकार कैसे जल्दी भर्ती करने को राजी होगी उसको पागल कुत्ता कटा है की आप उसको चोट पहुच्ये और वो आप को सहलाये| इसलिए जागो दोस्तों भर्ती होने दो नहीं तो Bed Degree Dharan karne वाले बर्बाद होने की कगार पे है!

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  2. jab tak age 18 year se nahi hogi bhartee kaise hogi yar wo log bhi to court jayenge.....idhar bhi to dhyan do.

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  3. jab tak age 18 year se nahi hogi bhartee kaise hogi yar wo log bhi to court jayenge.....idhar bhi to dhyan do.

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  4. jab tak age 18 year se nahi hogi bhartee kaise hogi yar wo log bhi to court jayenge.....idhar bhi to dhyan do.

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  5. jab tak age 18 year se nahi hogi bhartee kaise hogi yar wo log bhi to court jayenge.....idhar bhi to dhyan do.

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  6. EK HAKIKAT!!!
    GUNANK SYSTEM SE CBSE BOARD WALON KO KOI FARK NAHIN PADTA BECAUSE YADI UNKE HS 80% INT 70% BHI HOTE HAIN TAB BHI WE UP BOARD SE 2+2 YANI 4 POINT JYADA PATE HAIN AUR 4 POINT BAHUT JYADA IMPORTANCE RAKHTE HAIN GUNANK ME IS LIYE SARKAR KA GUNAK METHOD KEWAL UP BOARD WALON KO BEWKOOF BANANE KI CHAAL HAI

    DOSTO
    GUNANK AND FLATE DONO HI METHOD UP BOARD K LIYE TOTALY ANYAYPOORN HAIN.

    IS LIYE YADI SARKAR KO ACD BASE BHARTI KARNI HI HAI TO GRADUATION+B.ED+TET IS BEST OPTION HAI.

    PLZ RAY ZARUR DEN

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  7. E-Paper
    | AUMobile | Results+


    शैलेंद्र श्रीवास्तव/लखनऊ
    Story Update : Sunday, October 07, 2012 12:24 AM
    Even after becoming teacher not guarantee specific BTC

    यूपी में विशिष्ट बीटीसी करने के बाद भी शिक्षक बनने की गारंटी नहीं होगी। ट्रेनिंग करने वालों को विशिष्ट बीटीसी का केवल प्रमाणपत्र मिलेगा। इसके बाद उन्हें शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए अलग से आवेदन करना होगा। इसमें चयनित किए जाने वालों को प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाया जाएगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा परिषद ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है और इस पर लगभग सहमति बनती दिख रही है। विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया के लिए जारी किए जाने वाले शासनादेश में इस संबंध में स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।

    बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक रखने की योग्यता बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी है। बीटीसी दो वर्षीय कोर्स है और विशिष्ट बीटीसी छह माह का कोर्स है। बीटीसी करने की योग्यता स्नातक और विशिष्ट बीटीसी की बीएड है। प्रदेश में अभी तक विशिष्ट बीटीसी करने वालों को कोर्स समाप्त होने के तुरंत बाद प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाया जाता रहा है पर इस बार विशिष्ट बीटीसी का कोर्स करने वालों को सहायक अध्यापक तुरंत नहीं बनाया जाएगा। शासन स्तर पर हुई उच्चाधिकारियों की बैठक में विचार-विमर्श के दौरान यह बात सामने आई कि विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण भी केवल कोर्स है और इसे करने वाला केवल आवेदन करने के लिए पात्र माना जा सकता है इसलिए सीधे शिक्षक नहीं बनाया जा सकता है।

    शासन स्तर पर हुई बातचीत के बाद बेसिक शिक्षा परिषद से प्रस्ताव मांगा गया था। सूत्रों का कहना है कि बेसिक शिक्षा परिषद से भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक यूपी में 72 हजार 825 शिक्षक पदों पर होने वाली भर्ती इसकी प्रक्रिया के आधार पर की जाएगी। टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा आयोजित परीक्षा पास करनी होगी। इसके बाद वे शिक्षक पद के लिए निकलने वाली भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे। विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के लिए आवेदन इसी माह लेने के लिए शासनादेश अगले हफ्ते जारी किए जाने की तैयारी है।

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  8. Story Update : Sunday, October 07, 2012 12:24 AM
    Even after becoming teacher not guarantee specific BTC

    यूपी में विशिष्ट बीटीसी करने के बाद भी शिक्षक बनने की गारंटी नहीं होगी। ट्रेनिंग करने वालों को विशिष्ट बीटीसी का केवल प्रमाणपत्र मिलेगा। इसके बाद उन्हें शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए अलग से आवेदन करना होगा। इसमें चयनित किए जाने वालों को प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाया जाएगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा परिषद ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है और इस पर लगभग सहमति बनती दिख रही है। विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया के लिए जारी किए जाने वाले शासनादेश में इस संबंध में स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।

    बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक रखने की योग्यता बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी है। बीटीसी दो वर्षीय कोर्स है और विशिष्ट बीटीसी छह माह का कोर्स है। बीटीसी करने की योग्यता स्नातक और विशिष्ट बीटीसी की बीएड है। प्रदेश में अभी तक विशिष्ट बीटीसी करने वालों को कोर्स समाप्त होने के तुरंत बाद प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाया जाता रहा है पर इस बार विशिष्ट बीटीसी का कोर्स करने वालों को सहायक अध्यापक तुरंत नहीं बनाया जाएगा। शासन स्तर पर हुई उच्चाधिकारियों की बैठक में विचार-विमर्श के दौरान यह बात सामने आई कि विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण भी केवल कोर्स है और इसे करने वाला केवल आवेदन करने के लिए पात्र माना जा सकता है इसलिए सीधे शिक्षक नहीं बनाया जा सकता है।

    शासन स्तर पर हुई बातचीत के बाद बेसिक शिक्षा परिषद से प्रस्ताव मांगा गया था। सूत्रों का कहना है कि बेसिक शिक्षा परिषद से भेजे गए प्रस्ताव के मुताबिक यूपी में 72 हजार 825 शिक्षक पदों पर होने वाली भर्ती इसकी प्रक्रिया के आधार पर की जाएगी। टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा आयोजित परीक्षा पास करनी होगी। इसके बाद वे शिक्षक पद के लिए निकलने वाली भर्ती

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