सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Thursday, May 16, 2013
CTET : सीबीएसई : सीटेट के लिए 9 लाख से ज्यादा आवेदन
56 comments:
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कल इलाहबाद उच्च न्यायलय कि लखनऊ पीठ का निर्णय जो आया है उसका सीधा सा मतलब है कि न्यू ऐड को हमलोग ने बुरी तरह से जकड लिया है....अब वही होगा जो हमलोग चाहेंगे....
ReplyDeleteसरकार के पास बचने का कोई रास्ता नहीं है.
वैसे तो हमलोग कहते है कि मरे हुए को क्या मारना लेकिन कल चौहान जी ने मरे हुए को एक बार फिर से मार दिया.
कल का निर्णय भर्ती प्रक्रिया को कही से भी लेट नहीं करने वाला है..बल्कि गुणांक अथवा न्यू ऐड से भर्ती करने कि थोड़ी सी भी सम्भावना को ख़त्म करने वाला है...कोर्ट न.३३ से निर्णय आजाने के बाद हम लोग अपनी याचिका वापिस लेलेंगे और भर्ती ओल्ड ऐड से शुरू हो जाएगी...लेकिन अब सरकार कितनी भी ताकत लगा ले साम दाम दंड भेद से वो अब कुछ नहीं कर सकती है...
कल के आर्डर के बाद हमरा ओल्ड ऐड पूरी तरह से सुरक्षित हो गया है जो कि पहले से ही था...और न्यू ऐड जो कि ICU में एडमिट है उसको ड्रिप लगाने से भी मना कर दिया गया...अब अगर कोई ICU में एडमिट हो और उसको कोर्ट द्वारा ड्रिप लगाने से मन कर दिया जाये तो क्या हाल होगा उसका..
सच बताऊ तोह अब इस ७२८२५ पदों कि भारती में कोई रहस्य नहीं बचा है.आईने कि तरह सब कुछ साफ़ दिख रहा है...सभी गुणांक समर्थको के साथ मेरी पूरी सहानभूति है...हमलोग ही उनके दर्द को समझ सकते है...लेकिन बबूल के पेड़ लगाने से आम तो फलेगा नहीं..ये जो कुछ हो रहा है होना ही था..बस कुछ दिनों तक आप लोगो कि आँखों पे समाजवादी चश्मा लग गया था...
दोस्तों गदहा बार बार पकोड़ी नहीं खाता अब वो दिन गए जब नक़ल और गुंडागर्दी से भारती हो जाया कराती थी..अब तो केंद्र का मंत्री भी घुस लेते हुए पकड़ा जाता है..जुगाड़ से काम करने कि आदत छोड़ कर मेहनत से मार्क्स लाकर भर्ती करवाइए...ओह् मै तो भूल गया अब तो बी.एड वाले प्राइमरी में एक से पांच तक की भर्ती में शामिल भी नहीं हो सकते...मतलब कि आप लोगो के सारे रस्ते बंद हो गए...च च च च....अफ़सोस...लेकिन हिम्मत न हारिये सिर्फ अध्यापक भर्ती थोड़े न होगी और भी बहुत सी भर्ती होगी..वैसे आप समाजवादी सोच के लोगो के लिए ये सरकार सिपाही कि बम्पर भर्ती करने जारही है..उसके लिए आप लोग म्हणत करे..,सुबह सुबह दौड़ाने.............................
अब एकैडमिक वाले सिपाही भी नहीं बन पायेंगे,,जब दौड़ने का अभ्यास करेंगे तो रास्ते में पडने वाले स्कूलों को देखकर अवसाद से घिर जाया करेंगे
ReplyDeleteMERE TET SUPORTER SATHIYO..
ReplyDelete1) t.b ke order ki cause list avi tak show na hone ke karan kal faishla aane ki ummid khatm..wait friday
2.) dusari bat ye ki aaj lucknow bench me jo writ 5135 aur 5679 jo conect thi aur 5679 hamare active member lucknow ke nirbhay singh g ki thi ,jise unhone 10 octuber 2012 ko writ dala tha..usame gov dwara old add ke radd kar seva niymawali me 16 va sansodhan kar base of selection change karne par bench ne jab sarkari wakil se pucha tha to unko javab tha ki avi new add nikala nahi gaya hai,atah base badlega ye kahna galat hai, to bench ne unse base of selection na badalane par likhit afidavite maga.jise gov.wakil dwara diye gaye time me nahi jama kiya gaya..usi silsile me aaj javab july 2nd week tak maga gaya hai..gov.dwara bar bar court ki avmanana kar musibat mol li ja rahi hai.jabki avi hal me uske sachiv bhi anupalan na karne par jail ja chuke hai..
D.b ke stay hatane ke bad tet merit se bharti karne ka adesh dene par single bench ka order mahattavheen ho jayega..isase bharti aur latkane ka koi khatara nahi hai.balki isase gov. Ke khilaf court ki avmanna ka ek aur hunter lagne ka dar hai..gov. Court ke hunter se pahle ghayal ho chuki hai.jab uske ku6 sachiv jail bheje ja chuke hai..gov..d.b ke adesh ka anupalan 2nd week se pahle karne ko majbur hogi kyuki lucknow bench b afidavite na dene par hunter chala sakta hai..
jai tet
MERE TET SUPORTER SATHIYO..
ReplyDelete1) t.b ke order ki cause list avi tak show na hone ke karan kal faishla aane ki ummid khatm..wait friday
2.) dusari bat ye ki aaj lucknow bench me jo writ 5135 aur 5679 jo conect thi aur 5679 hamare active member lucknow ke nirbhay singh g ki thi ,jise unhone 10 octuber 2012 ko writ dala tha..usame gov dwara old add ke radd kar seva niymawali me 16 va sansodhan kar base of selection change karne par bench ne jab sarkari wakil se pucha tha to unko javab tha ki avi new add nikala nahi gaya hai,atah base badlega ye kahna galat hai, to bench ne unse base of selection na badalane par likhit afidavite maga.jise gov.wakil dwara diye gaye time me nahi jama kiya gaya..usi silsile me aaj javab july 2nd week tak maga gaya hai..gov.dwara bar bar court ki avmanana kar musibat mol li ja rahi hai.jabki avi hal me uske sachiv bhi anupalan na karne par jail ja chuke hai..
D.b ke stay hatane ke bad tet merit se bharti karne ka adesh dene par single bench ka order mahattavheen ho jayega..isase bharti aur latkane ka koi khatara nahi hai.balki isase gov. Ke khilaf court ki avmanna ka ek aur hunter lagne ka dar hai..gov. Court ke hunter se pahle ghayal ho chuki hai.jab uske ku6 sachiv jail bheje ja chuke hai..gov..d.b ke adesh ka anupalan 2nd week se pahle karne ko majbur hogi kyuki lucknow bench b afidavite na dene par hunter chala sakta hai..
jai tet
लाखो शिक्षामित्रो के अरमानो पर फिर पानी ,
ReplyDeleteबिना टीईटी नही होंगे नियमित
मानव विकास मंत्रालय का झटका | परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए मिली 31 मार्च 2015 तक की मोहलत
नेमिष हेमंत
नई दिल्ली |
नियमित शिक्षक होने की उम्मीद लगाये बैठे देश भर के लाखो शिक्षामित्रों के अस्थायी गुजारे पर पर ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तलवार लटक गयी है| मंत्रालय ने साफ किया है कि बिना टीईटी पास किये ऐसे शिक्षक 31 मार्च 2015 के बाद शिक्षण कार्य में नही रह पाएंगे |
बताते चले कि यूपी, बिहार समेत करीब दर्जन भर राज्यों में योग्य शिक्षकों की अनुपलब्धता को देखते हुए शिक्षामित्रो व अस्थायी शिक्षको की भर्ती की गयी है | बताया जाता है कि देश भर में ऐसे शिक्षकों की संख्या छह लाख से उपर है | ये अस्थायी शिक्षक राज्य सरकारों पर नियमित शिक्षक बनाने का दबाव भी बनाये हुए हैं | विकास यात्रा के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री को शिक्षा मित्रो का बड़ा विरोध भी झेलना भी पड़ा है | यूपी में इस मांग को लेकर लखनऊ में बड़े बड़े आन्दोलन हुए |
केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत 31 मार्च 2015 के बाद किसी भी ऐसे शिक्षकों की तैनाती नही रह जायेगी | इस फरमान के बाद शिक्षा मित्रों को टीईटी और शिक्षण प्रक्षिक्षण से राहत पाने की उम्मीदे ख़त्म हो गयी हैं |
मंत्रालय के मुताबिक अगर ये स्थायीकरण चाहते हैं तो उन्हें दो वर्षो के भीतर अनिवार्य रूप से डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड ) का प्रशिक्षण और टीईटी पास करनी होगी | जानकारी के मुताबिक कई राज्यों ने शिक्षा मित्रों को टीईटी से राहत देने के बारे में सरकार से दिशा निर्देश मांगे थे , जिसमे मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने छूट से इनकार कर दिया है |
याद रहे कि 13 राज्य सरकारों को शिक्षको की भर्ती में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के मानकों में छूट दी गयी है| परिषद् ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे अप्रशिक्षित शिक्षकों के अतिरिक्त प्रशिक्षण जरूरतों का मूल्यांकन करें| निर्देश के मुताबिक 2015 तक अप्रशिक्षित शिक्षकों को डीईएलएड प्रशिक्षण के साथ ही टीईटी उत्तीर्ण करनी होगी |
इस बीच कई राज्यों में टी ई टी प्रक्रिया परवान नही चढ़ सकी है | ऐसे में उन्होंने केंद्र से मार्च 2015 तक बीएड डिग्री धारकों के लिए समय सीमा बढाने का अनुरोध किया है | हालाँकि टीईटी एक्ट में नियमों को शिथिल कर भर्ती का अधिकार राज्य सरकार के पास है ,लेकिन प्राथमिक और जूनियर स्कूलों में शिक्षको की भर्ती के मानक तैयार करने के लिए एनसीईटी द्वारा टीईटी को अनिवार्य करते हुए इसे पात्रता परीक्षा की श्रेणी में शामिल किया गया है | ऐसे में नियमो के उलटफेर में उलझी प्रक्रिया के भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है |
गधे की पीठ पर पोथी लाद देने से वह पंडित नही हो जाता की कहावत का जीता जागता उदाहरण देखने का आज मुझे अवसर प्राप्त हुआ । अपने सौभाग्य और शिक्षा विभाग के दुर्भाग्य से ऐसा प्राणी (गधा कहने पर गधे का अपमान हो जाएगा ) बेसिक शिक्षा विभाग मे SBTC पद्धति से नौकरी पाकर भोले भाले बच्चों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है । महोदय को M. Sc. B.Ed SBTC और Ph.D. जैसी उच्च उपाधि धारण करने के साथ साथ उच्च कुल मे पैदा होने के बावजूद भी अपने जिले का नाम SBTC की उपाधि देने वाली DIET की स्पेलिँग व उसके जिले का नाम और उच्च उपाधि देने वाली संस्था का नाम और उसके जिले का नाम आदि गलत लिखते देख मुझे मेरे पैरों के नीचे की जमीन खिसकती महसूस हुई । धन्य है भारतीय शिक्षा व्यवस्था और उसके प्राप्त करने वाले । क्या होगा इस देश का जहाँ चौपाए की सभी खूबियाँ रखने के बावजूद भी केवल दो पैर होने के कारण शिक्षक बन सकते हो ? शिक्षा मित्र अगर ऐसी गलती करे तो हम हमारा समाज और शिक्षा विभाग निम्न योग्यता वर्ग का रोना रोकर पल्ला झाड सकते है लेकिन ऐसे उदाहरण तो पूरी व्यवस्था पर ही प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहे है । इसी प्रकार के उदाहरणो को रोकने के लिए NCTE ने पात्रता परीक्षा को डेढ़ घंटे मे उत्तीर्ण करने की व्यवस्था रखी थी लेकिन वोट की राजनीति के चलते भारी दबाव वश इसके समय मे बढ़ोत्तरी निश्चित रूप से उसके महत्व को कम करती प्रतीत हो रही है ।
ReplyDeleteआज भी संविधान पीठ के निर्णय आने का कोई notification नहीं आया ,,यदि मैं कहूँ कि अगले हफ्ते निर्णय आ जाएगा तो यह भी अनधिकारिक ही होगा ,,शुद्ध तुक्केबाजी ,,,,,,अब हमें यह मान ही लेना चाहिए कि इस महीने हमारे केस खत्म नहीं होगा ,,,
ReplyDeleteयह सवाल आज भी अनुत्तरित है कि संविधान पीठ आखिर बैठी ही क्यों थी ,,नॉन टेट वालों को बाहर करने के लिए ही ना? नॉन टेट वाले अंदर कब आये थे ,,कभी नहीं ,,,,उन्हें डबल बेंच के जज न्यायमूर्ति भूषण द्वारा अंदर लाने का प्रयास क्यों किया गया था जबकि टेट से उन्हें इतना प्यार था कि विशिष्ट बी.टी.सी .और बी.टी.सी वालों के लिए टेट अनिवार्य कर दिया था ,,,,,, नहीं भूषण साहब के उस आदेश में ही कुछ ऐसा था जिसका अंतिम परिणाम हम अभी तक समझ नहीं पाए हैं क्योंकि यह बात तो शायद ही किसी के गले उतरे कि नॉन टेट वालों को अब कोई भी जज या सरकार टीचर बनाने का ख्वाब तक देख सकती है ,,,,
ReplyDeleteसंविधान पीठ द्वारा जल्द निर्णय देने के लिए application के समबन्ध में मुझे तो कोई जानकारी है नहीं,,मैं बस इतना जानता हूँ कि अगर ऐसा करना संभव होता तो हमारे इलाहाबाद के साथी अब तक ऐसा कर चुके होते और अगर ऐसा करने के लिए उन्हें किसी प्रकार के आर्थिक सहयोग की जरूरत पडती तो हम सब खुशी-खुशी ऐसा करते ,,,,,, थोड़ा इन्तजार कीजिए ,,,फैसला आने में हो रही देरी की एक वजह मेरी समझ में आ रही है जिसे सार्वजनिक करने से हमें नुकसान होने की संभावना ही ज्यादा है ,,जाहिर है वह वजह गोपनीय रखने में टेट मेरिट की भलाई ही होगी मैंने उसे गोपनीय रखने का फैसला किया है
ReplyDeleteStop uptet candidates shoshan
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteशिक्षा जगत में इन दिनों इसकी चर्चा जोरों पर है। विभाग से ही जुड़े लोग स्वीकारते हैं कि अगर टीईटी की परीक्षा ईमानदारी से हुई, तो तमाम शिक्षामित्रों के लिए उत्तीर्ण होना मुश्किल हो जाएगा। यही वजह है इन दिनों शिक्षामित्र भी हरेक से यही पूछते नजर आ रहे हैं क्या अब हमें भी टीईटी करनी होगी। कहने को शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण दिया, लेकिन इस प्रशिक्षण के नाम पर भी खानापूरी हुई। इधर शिक्षामित्रों के लिए टीईटी की अनिवार्यता पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी डा.जितेंद्र सिंह यादव का कहना है बगैर टीईटी के शिक्षामित्र शिक्षक नहीं बन पाएंगे। जो टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करेंगे, वही स्थायी शिक्षक बन सकेंगे
ReplyDeleteAkhilesh gov. Ko uptet 2011 merit samarthak loksabha voting me maja chakhayenge
ReplyDelete1 baat aur sun lo d.b. ki saari fees jama ho chuki hai .kisi prakar ke paise ki koi jarurat nahi hai . jo maang raha wo to chutiya hai hi lekin jo de raha hai wo CHUTIYA THE GREAT hai
ReplyDeleteaur jo bina wajah pareshan hai wo apna naam kud hi rakh le
haan agar ladaai s. c. tak jayegi to jarur paisa kharch hoga lekin aap log chinta na karo na hi mera kaam paisa maangneka hai aur na hi BHIKHARIYON se.............................
........ध्यान दे,ध्यान दे,ध्यान दे...... इतफ़ाक समझे या सच । ===============================
ReplyDeleteइंदिरा गांधी को एक संत ने श्राप दे दिया था |और वो सच हुआ था ! 1966 के समय में एक़ संत थे क्रपात्री जी महाराज। इंद्रा गांधी के लिये उस वकत चुनाव जीतना बहुत मुश्किल था ।क्रपात्री जी महाराज के आशीर्वाद से इंद्रा गांधी चुनाव जीती । इंद्रा ग़ांधी ने उनसे वादा किया था चुनाव जीतने के बाद गाय के सारे कत्ल खाने बंद हो जायेगें ।जो अंग्रेजो के समय से चल रहे हैं ।
____________________________________
और जैसा की आप जानते हैं । वादे से मुकरना नेहरु परिवार की खानदानी आदत है ।
________________________________
चुनाव जितने के बाद कृपात्री जी महाराज ने कहा और मेरा काम करो न गाय के सारे कत्ल खाने बंद करो । इंद्रा ग़ांधी ने धोखा दिया । कोई कत्लखाना बंद नहीं किया गया । (तब रोज कि 15000 गाय कत्ल की जाती थी.अब 50000 काटी जाती है . आज तो मनमोहन सिंह ने गाय का मास बेचने वाले देशो भारत को पुरी दुनिया में तीसरे नंबर पर ला दिया है ।)
खैर तो फ़िर किर्पत्री जी महाराज का धैर्य टूट गया ! क्रपात्री जी ने एक दिन लाखो भगतो के सथ संसद क़ा घिराव कर दिया |और कहा की गाय के कतलखाने बंद होगे इसके लिये बिल पास करो | बिल पास करना तो दूर इंद्रा गांधी ने उन पर भगतो के उपर गोलिया चलवा दी सैंकड़ो गौ सेवको मरे गए ! तब क्र्पात्री जे ने उन्हे श्राप दे दिया की जिस तरह तुमने गौ सेवको पर गोलिया चलवाई है उसी तरह तुम मारी जाओ गी. और (ये अजीब ही इत्फ़ाक हैं.)जिस दिन इंद्रा गांधी ने गोलिया चलवाई थी उस दिन गोपा अष्टमी थी. (गाय के पूजा का सब्से बड़ा दिन) और जिस दिन इंद्रा गांधी को गोली मरी गई उस दिन भी गोपा अष्टमी थी !
एक बार यहाँ जरूर जरूर click कर देखें
http://www.youtube.com/watch?v=8SkzYV9er5E
Jai shree Ram.sarkar ar uske chamcho ki sarvanash hoga.bhosdiwala kapil danawa t kabo kush na rah pai.abki bar tet exam me aisan nakal hokhe k record todi ki haramkhor sapa k dhandhli ka kahala pata chal jai.bhrigu baba aisan relihan ki kehu k jindagi se kauno politicians kabo khelwad na kari.bole-2 bhrigu baba ki jay.
ReplyDeletea
ReplyDeletesp gov hamara bhala nahi chah rahi hai?
ReplyDeletetet nahi to bharti nahi tume kitni baar samjaya he ku students ko bargalate rahte ho akhir wo bi in saan he aur tum bi mughe to sab se yaida paresan to tum hi lag rage ho itna paresan mat ho gov aur court apna kaam kar rahe he aur logo ko darana aur bargalana band kardo
ReplyDeletekabi kahte ho court nahi sahi kabi gov nahi sahi aur kabi apna saara gussa bevajah me acd students par utarte ho apke marks ache he badi kushi ki baar he par dusro se jaida to ap paresan ho apko is time par students to samjana chahiye aur bharti jald suru karne ke liye koi uchit upaye nikaln achahiye jise logo ki berojgari katam ho . students to uaise bi paresan he aur tum alag se unhe aapas me ladate rahte ho
ReplyDeleteTET KI MERIT NAHI TO BHARTI NAHI TUM ye bhavishyavani karna band kar do Qki hoga wahi jo court aur govt karegi... TUMHARE KAHNE SE COURT AUR GOVT NAHI CHALTI H... Mujhe lagta h sabse jyada tention tumhe hi h... Aur Ek Baat Kisi ko Apne Kam Nahi Samajhna Chahiye. Shayad tumhe nahi pata h TET se bharti ke liye tum agr high cour ja sakte ho to Gunank se bharti wale Supreme court tak ja sakte hain... OK... AUR HA YE BEKAR KI KAHANI LIKHNA BAND KAR DO. QKI ISE AB BAHUT KAM LOG PADTE HAIN.... BEKAR ME APNA TIME BARBAAD KARTE HO........
ReplyDeletekuch loge commets bhe theek se type nahe kr sakte .shayad vo acd supp he
ReplyDeleteRAJEEV JI SAMAJH ME NAHI AYA NA TABI LAGA KE PAISE DEKAR TET NA PAAS KIYA HOTA TO ABHI TAK SUB SAMJH ME AGAYA HOTA AUR MEHNAT KARIYE
ReplyDeleteLundfakeer ye sub jaante he k hoga bahe jo court chahata he. Court chahe to tare ammaa bhe chode sakta he
ReplyDeleteare uese pahle apki kuke ap tet merit wale he na apki aaaaaaa ka naumber pahle he samhal kar
ReplyDeleteab ram hi rakhe is bharti ko...hmare karta -dharta ko b ni pta kya hoga???judges daily itni ghaas khate h k kya btaye...sarkaar khatam hi smjho...kya kre???
ReplyDelete1 june 2013 se school /collage - band
ReplyDeletenahi hone denge new uptet2013 .
bed ki new class nahi chalne denge sab ek ho jao new koi bhi education start nahi hone denge
aao sab ek ho jaye or sab ko dikha de hum 500000 uptet pass kiya kar sakte he
Rajeev Sharma sale apani juban thik kar le nhi to court se pahle hum teri maa chod dege kamine. Is website par agar kuch accha nhi likh sakta to kahi ja kar kisi gande nale me kood kar jan de do.
ReplyDeleteTum Teacher banne ke layak nhi ho tum FATICHER ho
Tet nhi to bharti nhi ek accha insan hai jo logo ki bhavnao se nhi khelta hai. TET MERIT NHI TO BHARTI NHI KO HUM SAB respect karte hai.agar kuch sikhna hai to sikh le.Agar hum to kuch sikhaye ge to bus pichvade par danda mar mar kar sikhayege.
ReplyDeleteTET JINDABAD
हाँ सब कुछ बिकता है , दोस्तों रहना जरा संभाल के...!!
ReplyDeleteबेचने वाले हवा बेच देते है, गुब्बारों में डाल के ...!!
पल-पल बिकता है ,हर पल बिकता है ,टुकड़े हो गये काल के....!!
दिन-दिन बिकते है साल के ...!!
सच बिकता है , झूठ बिकता है, बिकती है कहानी....!!
तीन लोक में फेला है , फिर भी में बिकता बोतल में है पानी..... !!
जर बिक रहा ,जहान बिक रहा ,बिक रही जमीन..... !!
वैद बिक रहे, ज्ञान बिक रहा, बिक रही तालीम.....!!!!
हाँ सब कुछ बिकता है , दोस्तों रहना जरा संभाल के...!!
ReplyDeleteबेचने वाले हवा बेच देते है, गुब्बारों में डाल के ...!!
पल-पल बिकता है ,हर पल बिकता है ,टुकड़े हो गये काल के....!!
दिन-दिन बिकते है साल के ...!!
सच बिकता है , झूठ बिकता है, बिकती है कहानी....!!
तीन लोक में फेला है , फिर भी में बिकता बोतल में है पानी..... !!
जर बिक रहा ,जहान बिक रहा ,बिक रही जमीन..... !!
वैद बिक रहे, ज्ञान बिक रहा, बिक रही तालीम.....!!
THANKS
ReplyDeleteASHUTOSH SINGH
aj court me kisi anya kes ki sunwai ke dauran HON.SHAHI SIR ne open court me kaha hai next week me order release kar diya jayega .. atah next week order ane ki puri sambhawana hai.... agar next week me order ata hai to bhi sthiti puri tarah se niyatran me rahegi ....atah relax rahe.
ReplyDeleteमुकेश अंबानी: "अगर मै सुबह से अपनी कार मेँ
ReplyDeleteनिकलु तो शाम तक
अपनी आधी प्रॉपर्टी भी नही देख सकता,
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"हमारे पास भी ऐसी खटारा कार थी,
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बेच _________________दी... OLX पे
अगर यह भर्ती मायावती के शासनकाल में पूर्व विज्ञापन से अपने नियत समय पर ही हो जाती तो आज मै अपनी शादी की पहली सालगिरह का जश्न मना रहा होता...और मेरी काल्पनिक प्रेयसी जो कि अब मेरी पत्नी बन चुकी होती,हमारे होने वाले बच्चे का खिलौनों वाला कमरा सजा रही होती...और मुमकिन है कि मै उस खूबसूरत गर्भवती स्त्री को आराम करने की सलाह देता....और अगर यह भर्ती अखिलेश सरकार में इस वर्ष के शुरुआत में ही पूरी कर ली जाती तो भी मै अपने हनीमून के लिये कुल्लू,मनानी ,कश्मीर की सर्द घाटियों या फिर हिमाचल की घनी वादियों में से किसी एक जगह का चुनाव कर रहा होता...या हो सकता है कि रेलवे की आरक्षण खिड़की के सामने किसी एक रोमांचक शहर की सैर के लिये मै अपने और अपनी बीवी के लिये रेल की दो सीटें बुक कर रहा होता....लेकिन मै समझ सकता हूँ मेरे अरमानों पर पानी फेर देना और इस भर्ती को रोक सकना अखिलेश सरकार के लिये कितना मुश्किल रहा होगा ....!
ReplyDeleteविश्वास को कायम रखिये ,,,,, जीत ना सिर्फ न्याय की होनी है बल्कि आपके विश्वास की भी होनी है,,,, वरना संसद को भारत का राष्ट्रीय वाक्य "सत्यमेव जयते "बदलकर असत्यमेव जयते रखना पड़ेगा
ReplyDeleteअरविन्द सिंह एवं अन्य बनाम उत्तर प्रदेश सरकार वाला मामला एक अकेला केस ना होकर केसों का एक गुच्छा है जिसके साथ लखनऊ में दायर अन्य याचिकाएं जिनमें गणेश निर्भय सिंह ,बाबी सिंह और दीक्षित भाई द्वारा दायर अलग-अलग याच्काएं भी सम्मिलित हैं,,,, वैसे भी जब इलाहाबाद से डबल बेंच द्वारा नए विज्ञापन के 72825 पदों पर स्थगन लगा हुआ है तो इस बात का कोई फर्क नहीं कि लखनऊ में सिंगिल बेंच ने स्टे लगाया या नहीं ,,यदि कोई यह समझता है कि सिर्फ 51 याचियों के लिए पूर्व विज्ञापन में सीटें आरक्षित करके शेष पदों पर एकैडमिक से भर्ती होने जा रही है तो वो अपने आपको धोखा ही दे रहा है,,,, लखनऊ में यह केस चलेगा ही नहीं,,,,इलाहाबाद में यह मामला निस्तारित होने के कगार पर है और लखनऊ में अभी तक सरकार ने जवाब तक दाखिल नहीं किया है ,,,चूँकि उस दिन केस टेक अप हो गया तो जज साहब के पास विवादित पदों पर भर्ती ना करने का निर्देश देने के सिवाय कोई अन्य विकल्प ही नहीं था ,,,उस स्टे को आप इस तरह समझें कि किसी संदूक पर पहले से एक बड़ा सा ताला लगा हो और उसी पर कोई अपना छोटा ताला जड़ दे,,,, अखबार वालों ने ही इस समबन्ध में भ्रम की स्थिति पैदा की है ,,,,,अगर मीडिया में इतने ही विद्वान होते तो वो एकैडमिक से भर्ती क समर्थन ना कर रहे होते ,,,,, किसी भी अखबार के रिपोर्टर ने आज तक टण्डन या हरकौली साहब की अदालत से निकले एक भी आदेश को पडने की जहमत नहीं उठाई है ,,,शायद उन सभी की अंग्रेजी कुछ ज्यादा ही कमजोर है,,,,
ReplyDeleteabe lundfakeer me bhe tet merrit nahe to bharte bhe nahe ko support karta hu .mera pichla comments tere beradre bhai mohit singh k lea tha.
ReplyDeletetet m n to bharti bhe nahe hum aako he support karte hai
ReplyDeleteBharti bharta ho gayi
ReplyDeletetet merrit nahe to bharti bhe nahe,
ReplyDeletemera aap se kewal ek he question h k tet merrit ka fesla db se hoga ya tb se . Plz ans jarror dena thanks.
yaro aapas me ladne se kya fayda....???? decision tet merit ke fever me ayega ya acedemic ke baare me ye bhavishya ke gart me hai.....!!!! ye bus anumano ka daur hai , koi sateek bhavishyavani nhi ki ja sakti. bus intezar.....
ReplyDeleteagar decision db se aata he tub tet k favour m ayega.
ReplyDeleteAgar decisiom tb se ayega tub bharti acd se ho sakate h aisa mera anumaan h
Tet merit nahi tho bharti nahi .
ReplyDeleteAger ye bharti acd se hone lagi tho sale tujhe dubne ko bhi jaghe nahi melegi.
Sale tu sabse hosiyar hai , court ,media sarkar sabko tu pagal batata hai ,
tu asal me mentaly beemar hai apna treatment kisi doctor se kara .
Bhai logo ye bharti hogi tho sirf acd se nahi tho nahi hogi.
ReplyDeleteYadi meri baat galat lagti ho tho 2007 bharti ke case dekh lo sarkar s c tak ladi or bharti jaise sarkar chati thi vaise he hui.
Tet merit nahi tho bharti nahi aap log eske bare me kya sochte hai mujhe nahi pata lakkin mai aapko itna bata do ye aadmi ek nomber ka thalua hai kyoki ye yadi study kar raha hota ya kisi comp ki study me laga hota tho eske paas itne lambe coment type karne ka time nahi hota.
ReplyDeleteDusri baat es aadmi ko pata hai agar bharti tet merit se nahi hui tho tu jindgi me job nahi pa sakta.
Teesri baat agar ye aadmi itna hosiyaar hai tho 2011 se ab tak iska selction kahi nahi hua jabki
KVS teacher ,SSC,bank po ,bank cleark ,j n v s teacher ,gic teacher ,or na jane kitni vacency nikal kar bhari ja chuki hai, samaj me nahi aata ye en vacency ki intjar or keval tet merit ke suport me qu hai,
eska mere hesab se ek karan ho sakta hai ki isne paise ya kisi or jugar se tet me marks bada leye hai.
Tet merit nahi tho bharti nahi jitni mehnat tu es blog per coment leekne mai karta hai agar utni mehnat apni study me kar le tho kahi na kahi selet ho jayega.
ReplyDeleteEk baat or bata du maine apna name jai acadmic kewal us tet merit wale ke leye rakha hai taki vo in com ko read kre or study me lag jaye.
ReplyDeleteChae tet merit bane ya acd mujhe ab isse koi matlab nahi hai coz now i'm bank po in pnb
rajeev sharma aur tet merit nahi ho bharti nahi tum dono ak hi thali k chatte batte ho lage raho aur majo lete raho ab to court hi teri legi
ReplyDeletelundfakeer mohit singh hum to maza le he rahe he beta thoda tu bhe maza le le hamare saath aaja court decision se pahele hum bhe tere gaand ke khujle kum kr de nahe to tu kise acd supp. Ko apne gaand dega. Saale samajvade party k beez.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletePareshan na ho bcoz tet merit boht kam jayegi.uske kai karan hai.
ReplyDelete1.old add bahal hone se new candidate bahar ho jayege.
2.83-89 walo ki bohat lambi line hai.
So tet merit boht kam rahegi
प्रमुख सचिव शिक्षा का गिरफ्तारी वारंट
ReplyDeleteसीजेएम ने अनिल संत को कोर्ट में पेश करने को कहा
डीजीपी दो हफ्ते में करें आदेशों का पालन
अवमानना मामले में सीजेएम ने कई अफसरों को पेश करने के दिए आदेश
लखनऊ (ब्यूरो)। हाईकोर्ट के आदेशों का पालन न करने को लेकर दायर अवमानना याचिका में बार-बार कोर्ट में बुलाने पर उपस्थित न होने के कारण सीजेएम प्रमोद कुमार त्यागी ने कईअफसरों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है। हाईकोर्ट केनिर्देश पर सीजेएम ने कुंदन लाल के मामले में शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अनिल संत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए 25 मई को कोर्ट में पेश करने को कहा है।
सीजेएम ने नोवा इंस्टीट्यूट व नवीन कुमार के मामले में एलडीए के अधिशासी अभियंता आरएन सिंह व नजूल अधिकारी नंदलाल सिंह को गिरफ्तार करके 25 मई को कोर्ट में पेश करने का आदेश जारी किया है। हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई 29 मई को होगी। सीजेएम ने त्रिलोचन सिंह के मामले में अतिरिक्त कृषि निदेशक (प्रशासन) तथा श्यामा देवी की याचिका पर बाल विकास पुष्टाहार के निदेशक देवेंद्र कुमार वर्मा के खिलाफ 27 मई का गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। श्यामा देवी मामले की सुनवाई 30 मई तथा त्रिलोचनमामले की सुनवाई 31 मई को हाईकोर्ट में होगी।
सीजेएम ने अमरेश शुक्ला केमामले में फैजाबाद की सिविल लाइन स्थित सेंट्रल बैंक के मुख्य प्रबंधक अभिताभ गुप्ता तथा हजरतगंज स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी एससी भयाना को गिरफ्तार करके 27 को पेश करने का आदेश जारी किया है।
पंकज कुमार के मामले में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया हजरतगंज के शाखा प्रबंधक एचएस बरार तथा नरीमन प्वाइंट मुंबई के जनरल मैनेजर (एचआरडी) एपी शुक्ला को 25 मई को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है।
rajeev sharma
ReplyDelete............ tet merit ka t.b se koi matlab nahi hai
iska faisla d.b. se hi aayega
aur tet merit ka hi aayega kyonki hum log lad rahe hain
acd waale kahi bhi koi party nahi hain
kya d.b. ke order ko single bench me challange kiya ja sakta hai????????????????????
d. b. ke againest kewal d. b. ya t. b. ya fir s.c. me hi jaaya jaata hai
agar govt. ke chaahne se sab kuchh hota to sabse pahle wo STAY.......
कपिल जी आपका कोटिशः धन्यवाद ,आपकी ही वजह
ReplyDeleteसे मेरा ईश्वर कहो ,खुदा कहो या उपर वाला ,इन
चीजोँ मेँ मुझे दृढ़ विश्वास हो गया है । लोगोँ से मैँ
अक्सर ये दो बातेँ सुनता था , पहली "उपर वाले के
घर देर है अंधेर नहीँ " दूसरी " उपर वाला बुरे
लोगोँ की मंशा कभी सफल नहीँ होने देता है "।
मान्यवर कपिल जी ,आपकी हाई कोर्ट मेँ
याचिका दाखिल करने की नीयत के बारेँ मेँ सोच कर
मेरे मन मेँ आपकी जो तस्वीर उभरती है शायद लोग
उसे दानव कहते हैँ ।
हे दानव तेरी ईच्छा थी कि टेट मेरिट से
मेरा तो होगा नहीँ तो मैँ भी किसी की नौकरी नहीँ लगने
दूंगा । तुने सोचा था कि अगर ये विज्ञापन निरस्त
हो गया तो 1 जनवरी 2012 की समय सीमा समाप्त
होने के बाद बी . एड . वालो का खेल ही खत्म
हो जायेगा मतलब मेरा नहीँ तो किसी का नहीँ ।
हे अधम चाहे एकेडमिक वाले होँ या बी . टी . सी .
वाले सबने न्यायालय से वही मांगा जिससे
की उनका चयन सम्भव था लेकिन नीच तूने
तो सबका विनाश करने वाली याचना की थी ।
लेकिन अब तू ऊपर वाले की करामात देख , पहले
तो उसने इस पतित सरकार के माध्यम से ही बी एड
वालोँ के लिये समय सीमा बढ़वाया और फिर शुरु
हो चुकी काउन्सलिँग को रुकवा दिया । देखा ना उपर
वाले ने पहले तेरी मंशा को विफल किया और फिर उसने
वो काम किया जिससे तू अपने नीच कर्मोँ का कोई
लाभ ना लेने पाये ।
मेरा ये पोस्ट तुझे या तेरे अंध-भक्तोँ को तो समझ मेँ
नही आयेगा लेकिन मेरी तरह के लोग जो ऊपर वाले पर
कम यकीन करते हैँ अब उन्हेँ ईश्वर या खुदा या गॉड
पर किँचित मात्र भी संदेह नहीँ बचेगा ।
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1 baat aur agar teri naukari lag gayi to main usi din apni naukari...................naitik jimmedaari lete huwe.............
Thank,s mr. Tet merrit nahe to bharte bhe nahe.
ReplyDeleteAgar aisa he tub db se jeet hamari he hogi