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Sunday, May 26, 2013

UPTET : हाईकोर्ट जाने की तैयारी में बीएड बेरोजगार


UPTET : हाईकोर्ट जाने की तैयारी में बीएड बेरोजगार




मुरादाबाद। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी विद्यालयों में नौकरी के दरवाजे बंद होने से तमाम बीएड बेरोजगारों में मायूसी छाई है। वर्ष 2013 में टीईटी की परीक्षा के लिए बीएड बेरोजगारों को टीईटी परीक्षा में सम्मिलत होने के लिए अर्ह नहीं माना गया है। इससे बीएड बेरोजगार खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। तमाम बीएड बेरोजगारों ने हाईकोर्ट जाने का मन बना लिया है।
शासनादेश के बावजूद हजारों अभ्यर्थियों ने कुछ बदलाव होने की उम्मीद के चलते प्राइमरी के लिए टीईटी परीक्षा को आवेदन कर दिए हैं। बीएड बेरोजगारों से टीईटी की उच्च प्राइमरी के लिए आवेदन मांगे गए हैं लेकिन उच्च प्राइमरी में टीईटी पास करने के बाद सीधे सहायक अध्यापक पद पर भर्ती नहीं हो सकते। उच्च प्राइमरी में सहायक अध्यापक का पद पदोन्नति के आधार पर भरा जाता है। जिसमें प्राइमरी के सहायक उच्च प्राइमरी के सहायक अध्यापक पद पर पदोन्नत होते हैं। यही नहीं माध्यमिक स्कूलों में संबद्ध प्राइमरी में बीएड टीईटी सहायक अध्यापक पद के लिए भी अर्ह नहीं होंगे। यानि बीटीसी के बाद टीईटी करने वाले ही बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद के लिए अर्ह होंगे। अभी तक बीएड बेरोजगारों को मेरिट के आधार पर प्राइमरी विद्यालयों में शिक्षक की नौकरी के आदेश हुए थे और उन्हें विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण देकर शिक्षक पदपर नौकरी मिल जाती थी। इससे बीएड करने वालों की संख्या बढ़ गई लेकिन बीएड बेरोजगारों में नए शासनादेश से खलबली मची हुई है।
पीड़ा अभ्यर्थियों की
हजारों रुपये पढ़ाई में खर्च करने के बाद नौकरी की उम्मीद टूटने से बीएड बेरोजगारों को धक्का लगा है। विभिन्न कालेजों से बीएड करने वाले अभ्यर्थी ठगा महसूस कर रहे हैं। बीएड बेरोजगार मुहम्मद यासमीर कहते हैं कि नौकरी की एक उम्मीद भी सरकार ने तोड़ दी है। राहुल कुमार और कुलदीप भी बदलाव से बेहद आहत हैं। वह कहते हैं कि इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। अमित चौधरी, नूर अहमद समेत तमाम बीएड बेरोजगार बीएड बेरोजगार प्राइमरी टीईटी में अर्हता को हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं