सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Tuesday, May 21, 2013
UPTET / BTC : टीईटी में अपात्र लोगों के शामिल होने संबंधी याचिका खारिज
60 comments:
Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।
In kutto pe aarthuk dand bhe lagaya jana chahiye. Sale khud latakk gae to soch rahe hai k ab sab latak jae sale kutte.
ReplyDeleteभारतीय वो
ReplyDelete●जो Free की चीजो को कभी न छोड़े
●जो घर में paint करवाने के बाद paint वाली बाल्टी को कम से कम 5 पांच साल इसतेमाल करे
●जो T.V remote के cell खत्म होने के बावजूद remote को पिटता है
●जो taste करने के लिए मिठाई जरुर मांगे मिठाईकी दुकान पे
●जो पुराने कैलेंडर को पन्नो को कॉपीयो का कवर बना के इस्तेमाल कर ले
●जो मोबाइल balance में से कम्पनी द्वारा 5₹ कटे जाने पे कम्पनी के toll free customer care number पे customer care वाले को गाली सुना दे
●जो ये status पढ़ के खुश हो रहे है वो भी एक भारतीय ही हो सकता है
सबसे जादा गुस्सा कब आता है.....?
ReplyDelete.
.
.
.
.
जब आप का TEACHER बोले केमैं कल class मेंTEST लूँगा...
और next day जब वो TEST लेना भूल भूल जाये....!!
.
.
और
.
.
.
.
.
फिर class के बीच में से कोई पढ़ाकू उठे और बोले ..
Sir..
आज Test नहीं लोगे क्या......?
खूब लंबा-तगड़ा एक पहलवान बस में चढ़ा।
ReplyDeleteकंडक्टर: भाई साहब, टिकट?
पहलवान: हम टिकट नहीं लेते।
कंडक्टर डर के मारे कुछ नहीं कर सका। लेकिन कंडक्टर ने इस बात को दिल पर ले लिया।
कंडक्टर जिम जाकर खूब मेहनत करने लगा।
पहलवान रोज बस में चढ़ता।
कंडक्टर रोज पूछता: भाई साहब, टिकट?
पहलवान रोज जवाब देता: हम टिकट नहीं लेते।
6 महीने में कंडक्टर पहलवान की तरह तगड़ा हो गया।
पहलवान फिर बस में चढ़ा।
कंडक्टर: भाई, टिकट ले ले।
पहलवान: हम टिकट नहीं लेते।
कंडक्टर छाती चौड़ी करके बोला: क्यों नहीं लेता बे?
पहलवान: पास बनवा रखा है, इसीलिए नहीं लेता।
प्राइमरी टीचरों की अस्थायी नियुक्ति पर SC नाराज, कहा, ये 'शिक्षा शत्रु'
ReplyDeleteBhasha, Last Updated: मई 20, 2013 05:13 PM IST
नई दिल्ली: राज्यों में समुचित योग्यता के बगैर प्राइमरी स्कूलों में एड हॉक बेसिस
यानी अस्थायी तौर पर शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर सुप्रीमकोर्ट ने सख्त ऐतराज जताया है। सुप्रीमकोर्ट ने कहा कि बिना पूरी योग्यता के इसतरह शिक्षकों की नियुक्ति देश के भविष्य केसाथ खिलवाड़ है।सुप्रीम कोर्ट के मुताबिकऐसी नीति शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर रही है। न्यायमूर्ति बीएस चौहान औरन्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की खंडपीठ ने इसव्यवस्था से असहमति व्यक्त करते हुएजानना चाहा कि शिक्षा का अधिकारकानून लागू होने के बाद इस नीति को कैसेआगे बढ़ाया जा सकेगा।न्यायाधीशों ने गुजरात के प्राथमिकस्कूलों में 'विद्या सहायक' की नियुक्ति सेसंबंधित मामले में राज्य सरकारकी याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी करते हुए कहा कि हम ऐसेशिक्षकों की योग्यता के बारे मेंजानना चाहते हैं।न्यायाधीशों ने ऐसेशिक्षकों की योग्यता और नियुक्तियों सेसंबंधित विवरण तैयार करने का राज्य सरकारको निर्देश देते हुए कहा, अनुच्छेद 21-क केअस्तित्व में होने के बाद आप इस तरहकी नीति कैसे तैयार कर सकते हैं। यह हतप्रभकरने वाला है। उत्तर प्रदेश में भी इस तरहकी नियुक्तियां हैं। ये शिक्षा सहायक,तो शिक्षा शत्रु हैं। न्यायालय नेकहा कि कई राज्यों में प्राथमिकशिक्षकों की तदर्थ (एड हॉक)नियुक्तियां की जा रही हैं और इसके लिएउन्हें नियमित शिक्षकों की तुलना में एक-चौथाई वेतन मिलता है।न्यायाधीशों ने कहा, जब हमने अनुच्छेद 21-क पर अमल कर दिया है, तो क्या हम इसव्यवस्था को अनुमति दे सकते हैं?हमारी चिंता शिक्षा की गुणवत्ता को लेकरहै। हम प्रदान की जा रही शिक्षा केप्रति काफी गंभीर हैं। हम समुचितयोग्यता नहीं रखने वालों को तदर्थ शिक्षकनियुक्त करकेपूरी शिक्षा व्यवस्था को ही चौपट कर रहेहैं।
कभी आपने सोचा है हमारा देश तरक्की क्यो नही करता????
ReplyDeleteजबाब:- 121 करोड़ की आबादीमे 11 करोड़ भिखारी है, 11 करोड़ मरीज है,
1 करोड़ संत- सन्यासी है,
1 करोड़ नेता है जो हमारी कमाई पर मज़े कर रहे है !
2 करोड़ 5 साल से कम के है, 7 करोड़सेवा निवृत हो चके है,
10 करोड़ बेरोजगार है, 11 करोड़ कालेजो मे आशिकी फरमा रहे है,
14 करोड़ स्कूलों मे पढ रहे है,
31 करोड़ निकम्मे सरकारी कर्मचारी है,
21,11,11,11,8 महिलाये घरो मे व्यस्त है,
बाकी बचे हम दो.....तो मे internet ..पे चिपका रहता हूँ और.." आप तो कुछ करना चाहते नही....!
Dosto....Hamare bht se sathi Jnr Teacher 29800 ki vacanci ko lekar pareshan hai ki usme kon apply kar payega, kya Qualification hogi,
ReplyDeleteto jb tak iska G.O. jari nahi ho jata, tb tak is bare me jyada sochna bekar hai, jb G.O. jari hoga to hr bat clear ho jayegi...isly is bare me pareshan mat hoiye....abi to filhal Triple bench k faise k lye dua karo, taki wo jald se jald aaye, aur hmari bharti shuru ho....aur ajkal garmi bht hai isly apne vicharo ko cool rakho, unme garmi mat lao..Be Positive, Think Positive
MERE TET SUPORTER SATHIYO..JAISA KI KAL KI POST ME HAMNE LIKHA THA KI NYAYPALIKA SOYE HUYE VYAKTI KO NYAY NAHI DETI..MATLAB JO VYAKI NXAYPALIKA SE NYAY KI GUHAR LAGAYEGA USE HI NYAY MILEGA..pichale ku6 h.c ke order me sirf yachiyo ke liye diye gaye order v gavah hai,par is bare me hamne alag alag kai logo se ray li..chuki kafi log yachi nahi hai aur kul alag alag writ me 473 log yachi hai to agar order unke liye sirf aaya to hamare liye ek jhatka hoga kyuki ham v yachi nahi hai so ham v ek writ dalkar jyada se jyada log ek wakil ki fees colect kar yachi ban jay.
ReplyDeletePar is bat par ku6 logo ki ray nimn hai.
ReplyDelete1)tet morcha ke vidhik salahkar advocate navin sharma k anusar chuki mamla old add ki bahali ke liye hai to old add bahal hone par jo old add me aply kiye hai unhe fayda milega.
2) vidhi adhyax s.k. Pathak k anusar ku6 log paise kamane me chakkar me afwah faila rahe hai aur 500 se 700 rs.lekar yachi bna rahe hai jabki old add bahal hone se sbko fayda milega.
3.)ek aur wakil jinka ham name nahi likhege ke anusar agar sirf 473 yachiyo ke liye d.b ne order diya jo ki asambhav hai to uske faishle ki copy le jakar s.c se sare yachi usi ko adhar mankar apne liye order karwa lege.
4)alahabad dist tet morcha adhyax sujeet singh ke anusar sabhi ke liye order aayega na ki sirf yachiyo ke liye.
5)hamara tark hai ki ham in logo ki bate saty hai.magar s.c ke ek case ne mujhe pareshan kar diya hai mai us par jarur apko agar jarurat lagi to btayege..tet sathi hamare number par call kar pu6 sakte hai magar mai use likhuga nah
पाकिस्तान की एक कुतिया ने पांच पिल्लो को जन्म दिया,
ReplyDeleteसारे पिल्ले पैदा होते ही पाकिस्तान जिंदाबाद ने नारे लगाने लगे।
ये खबर लेकर पाकिस्तान के राष्ट्रपति
आसिफ अली जरदारी का सेकेट्री जरदारी के पास गया।
सेकेट्री-महामहिम एक कुतिया ने पांच पिल्लो को जन्म दिया है,
और सारे पिल्ले पैदा होते ही पकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे है
जरदारी-फिर तो मैं उन पिल्लो को देखने जरुर जाऊंगा,
अभी तो मैं 15 दिन के लिए अमेरिका जा रहा हूँ।
15 दिन बार जरदारी पिल्लो को देखने गया,
तो सारे पिल्ले हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।
जरदारी- सेकेट्री! ये क्या बकतमीजी है,
ये पिल्ले तो हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे है,
सेकेट्री-सर आप बहुत लेट हो गए,15 दिन में सारे पिल्लों की आँखे खुल
गयी।
झे केवल उम्मीद ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि वृहद पीठ का फैसला 15 जुलाई के करीब आयेगा,अनुमानता 3 महीने तक फैसले को लटकाये रखने से ये साबित होता है कि मूलाधिकारों और भारतीय संविधान के रक्षक न्यायालय मूलाधिकारों के हनन से जुड़े मामलों मे न्याय देने के प्रति कितने सजग हैं, इसका सिर्फ एक ही कारण है कि भारतीय न्यायायिक व्यवस्था आज भी ब्रिटिश पद्धति के अनुसार चल रही है| आजादी के बाद भारतीय राजव्यवस्था मे लगभग हर क्षेत्र मे थोड़ा बहुत सुधार नियमो मे संशोधन के द्वारा किया गया है लेकिन न्यायायिक प्रक्रिया का सबसे मूलभूत सुधार अभी तक नहीं हो पाया है वो है मामले के निस्तारण के लिए समय सीमा का निर्धारण न होना और न्यायाधीशों का अपने उत्तरदायित्व के प्रति जवाबदेह न होना| ये दोनों कमियाँ निरंकुशता और भ्रष्टाचार की घोतक हैं जिसका खामियाजा पीड़ित को होने वाले आर्थिक और मानसिक शोषण के रूप मे भुगतना पड़ता है|
ReplyDeleteझे केवल उम्मीद ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि वृहद पीठ का फैसला 15 जुलाई के करीब आयेगा,अनुमानता 3 महीने तक फैसले को लटकाये रखने से ये साबित होता है कि मूलाधिकारों और भारतीय संविधान के रक्षक न्यायालय मूलाधिकारों के हनन से जुड़े मामलों मे न्याय देने के प्रति कितने सजग हैं, इसका सिर्फ एक ही कारण है कि भारतीय न्यायायिक व्यवस्था आज भी ब्रिटिश पद्धति के अनुसार चल रही है| आजादी के बाद भारतीय राजव्यवस्था मे लगभग हर क्षेत्र मे थोड़ा बहुत सुधार नियमो मे संशोधन के द्वारा किया गया है लेकिन न्यायायिक प्रक्रिया का सबसे मूलभूत सुधार अभी तक नहीं हो पाया है वो है मामले के निस्तारण के लिए समय सीमा का निर्धारण न होना और न्यायाधीशों का अपने उत्तरदायित्व के प्रति जवाबदेह न होना| ये दोनों कमियाँ निरंकुशता और भ्रष्टाचार की घोतक हैं जिसका खामियाजा पीड़ित को होने वाले आर्थिक और मानसिक शोषण के रूप मे भुगतना पड़ता है|
ReplyDeleteBreking news...b.ed practical vivad ki special apeal 548/2013 ki sunwai ki date 1 july ho gyi hai. Kya iska sanket hai may me t.b ka order nahi ayega.
ReplyDeleteआर्थराइटिस का उपचार :-----------
ReplyDelete____________________________________________________
१. दोनों तरह के आर्थराइटिस (Osteoarthritis और Rheumatoid arthritis) मे आप एक दावा का प्रयोग करे जिसका नाम है चुना, वोही चुना जो आप पान मे खाते हो | गेहूं के दाने के बराबर चुना रोज सुबह खाली पेट एक कप दही मे मिलाके खाना चाहिए, नही तो दाल मे मिलाके, नही तो पानी मे मिलाके पीना लगातार तिन महीने तक, तो आर्थराइटिस ठीक हो जाती है | ध्यान रहे पानी पिने के समय हमेशा बैठ के पीना चाहिए नही तो ठीक होने मे समय लगेगा | अगर आपके हात या पैर के हड्डी मे खट खट आवाज आती हो तो वो भी चुने से ठीक हो जायेगा |
२. दोनों तरह के आर्थराइटिस के लिए और एक अछि दावा है मेथी का दाना | एक छोटा चम्मच मेथी का दाना एक काच की गिलास मे गरम पानी लेके उसमे डालना, फिर उसको रात भर भिगोके रखना | सबेरे उठके पानी सिप सिप करके पीना और मेथी का दाना चबाके खाना | तिन महीने तक लेने से आर्थराइटिस ठीक हो जाती है | ध्यान रहे पानी पिने के समय हमेशा बैठ के पीना चाहिए नही तो ठीक होने मे समय लगेगा |
३. ऐसे आर्थराइटिस के मरीज जो पूरी तरह बिस्तर पकड़ जुके है, चाल्लिस साल से तकलीफ है या तिस साल से तकलीफ है, कोई कहेगा बीस साल से तकलीफ है, और ऐसी हालत हो सकती है के वे दो कदम भी न चल सके, हात भी नही हिला सकते है, लेटे रहते है बेड पे, करवट भी नही बदल सकते ऐसी अवस्था हो गयी है .... ऐसे रोगियों के लिए एक बहुत अछि औषधि है जो इसीके लिए काम आती है | एक पेड़ होता है उसे हिंदी में हरसिंगार कहते है, संस्कृत पे पारिजात कहते है, बंगला में शिउली कहते है , उस पेड़ पर छोटे छोटे सफ़ेद फूल आते है, और फुल की डंडी नारंगी रंग की होती है, और उसमे खुसबू बहुत आती है, रात को फूल खिलते है और सुबह जमीन में गिर जाते है । इस पेड़ के छह सात पत्ते तोड़ के पत्थर में पिस के चटनी बनाइये और एक ग्लास पानी में इतना गरम करो के पानी आधा हो जाये फिर इसको ठंडा करके रोज सुबह खाली पेट पिलाना है जिसको भी बीस तिस चाल्लिस साल पुराना आर्थराइटिस हो या जोड़ो का दर्द हो | यह उन सबके लिए अमृत की तरह काम करेगा | इसको तिन महिना लगातार देना है अगर पूरी तरह ठीक नही हुआ तो फिर 10-15 दिन का गैप देके फिर से तिन महीने देना है | अधिकतम केसेस मे जादा से जादा एक से देड महीने मे रोगी ठीक हो जाते है | इसको हर रोज नया बनाके पीना है | ये औषधि exclusiveExclusive है और बहुत strong औषधि है इसलिए अकेली हि देना चाहिये, इसके साथ कोई भी दूसरी दावा न दे नही तो तकलीफ होगी | ध्यान रहे पानी पिने के समय हमेशा बैठ के पीना चाहिए नही तो ठीक होने मे समय लगेगा |
ReplyDeleteबुखार का दर्द का उपचार :
डेंगू जैसे बुखार मे शरीर मे बहुत दर्द होता है .. बुखार चला जाता है पर कई बार दर्द नही जाता | ऐसे केसेस मे आप हरसिंगार की पत्ते की काड़ा इस्तेमाल करे, 10-15 दिन मे ठीक हो जायेगा |
घुटने मत बदलिए :
RA Factor जिनका प्रोब्लेमाटिक है और डॉक्टर कहता है के इसके ठीक होने का कोई चांस नही है | कई बार कार्टिलेज पूरी तरह से ख़तम हो जाती है और डॉक्टर कहते है के अब कोई चांस नही है Knee Joints आपको replace करने हि पड़ेंगे, Hip joints आपको replace करने हि पड़ेंगे | तो जिनके घुटने निकाल के नया लगाने की नौबत आ गयी हो, Hip joints निकालके नया लगाना पड़ रहा हो उन सबके लिए यह औषधि है जिसका नाम है हरसिंगार का काड़ा |
राजीव भाई का कहना है के आप कभी भी Knee Joints को और Hip joints को replace मत कराइए | चाहे कितना भी अच्छा डॉक्टर आये और कितना भी बड़ा गारंटी दे पर कभी भी मत करिये | भगवान की जो बनाई हुई है आपको कोई भी दोबारा बनाके नही दे सकता | आपके पास जो है उसिको repair करके काम चलाइए | हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री अटलजी ने यह प्रयास किया था, Knee Joints का replace हुआ अमेरिका के एक बहुत बड़े डॉक्टर ने किया पर आज उनकी तकलीफ पहले से जादा है | पहले तो थोडा बहुत चल लेते थे अब चलना बिलकुल बंध हो गया है कुर्सी पे ले जाना पड़ता है | आप सोचिये जब प्रधानमंत्री के साथ यह हो सकता है आप तो आम आदमी है |
अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें : http://www.youtube.com/watch?v=B0RX7alIatw
आज एक मुस्लिम सम्मेलन में रामगोपाल यादव ने कहा की सपा सरकार ने अब तक 200 मुस्लिमो को जेल से रिहा किया क्योकि वो निर्दोष थे ..
ReplyDelete1- क्या यूपी की जेल में सपा को एक भी हिन्दू निर्दोष नही मिला ?? क्या सपा ये मानती है की हिन्दू दोषी होते है ?
2- अगर दोष और निर्दोष का फैसला राजनितिक पार्टिया करेंगी तो फिर क्यों न अदालतों पर ताला लगा दिया जाये ??
-Jitendra Pratap Singh
अब ज़रा ध्यान से सुनिए .
ReplyDeleteबाबा रामदेव ने जब से काले धन का मुद्दा उठाना शुरू किया,खान्ग्रेस और बाकी लोग जिनकी 'दाढ़ी में तिनका' है वो उन्हें फंसाने में लग गए.. बाबा के गुरु के लापता होने के मामले का सहारा लेकर खान्ग्रेस बाबा को फ़साना चाहती थी. पर इस केस की investigation पहले ही उत्तराखंड पुलिस द्वारा पूरी हो चुकी थी. अब जब वहाँ खान्ग्रेस की सरकार आई तो वो इस चक्कर में लग गयी कि किसी तरह से इस केस की दुबारा investigation करवाई जा सके ..पर बहाना क्या बनाया जाए? इसके लिए 10 जनपथ ने IBN7 को काम पर लगा दिया ..इस चैनल ने स्टिंग operation किया जिसमे एक पुष्प शर्मा नाम के ऐसे व्यक्ति का सहारा लिया गया जिस पर पहले से ही रंगदारी,फिरोती जैसे गंभीर मामलों में केस दर्ज है.. ऐसे जालसाज़ से इस चैनल ने एक तथाकथित sting operation करवाया जिसमे ये साबित करने की कोशिश की गयी कि बाबा रामदेव के लापता गुरु की तलाश ठीक से नहीं की गयी थी ..उसके बाद दूसरा काम होता है उस खबर को कई दिन तक लगातार दिखाना,इन्होने वही किया ..अगला चरण होता है अपने रिपोर्टर को उत्तराखंड सरकार के पास भेजा जाए और इस तरह का इंटरव्यू लिया जाए जिस से देखने वाले दर्शकों को ऐसा लगे कि मीडिया के दबाव के कारण सरकार ने दोबारा जांच का आर्डर दिया है ..अब इस से 3 निशाने सध गए.. पहला तो ये कि बाबा को फ़साने के लिए CBI पीछे लग गयी. दूसरा ये कि खान्ग्रेस का नाम बदनाम नहीं हुआ कि उसने साजिशन सीबीआई पीछे लगाई है. उसको एक अच्छा बहाना मिल गया कि मीडिया ने स्टिंग किया था,हमने तो इस दबाव के कारण सीबीआई जांच का आदेश दिया ...और तीसरा फायदा ये हुआ कि उस खबर को IBN7 वाले आत्म-प्रशंसा में कई दिन तक ये कहते हुए दिखाते रहे कि IBN7 का इतना इम्पैक्ट हुआ कि सरकार को दोबारा जांच करवाने का आदेश देना पडा ..
अब आते हैं ताज़ा घटनाक्रम पर.
ReplyDeleteजब से वरुण गाँधी भड़काऊ भाषण के केस से बरी हुए हैं तब से खान्ग्रेस में इस बात की बड़ी बेचैनी थी कि कहीं वरुण उत्तर प्रदेश में राहुल का बंटाधार न कर दें 2014 में, क्यूंकि BJP इस बार वरुण को सुल्तानपुर से चुनाव लड़वाना चाहती है और राहुल का संसदीय क्षेत्र अमेठी भी इसी जिले में आता है . अब सवाल ये था कि वरुण को फंसाया कैसे जाए जब वो कोर्ट से बरी हो चुके हैं ..तो अब फिर से खान्ग्रेस ने अपने पुराने दलाल IBN को याद किया ..ये चैनल ढिंढोरा पीट के बोला कि देखो देखो,वरुण इसलिए छूट गए क्यूंकि उनके खिलाफ सारे गवाह मुकर गए थे ..और इस well known सत्य को ''investigation'' के रूप में प्रस्तुत कर के 2-3 दिन तक लगातार चैनल पर दिखाता रहा ..अरे भैया, क्या इन्वेस्टीगेशन की तुमने ? ये तो सब को पता है कि वरुण के खिलाफ जो गवाह थे वो मुकर गए और CD से छेड़छाड़ की गयी थी इसलिए वो छूट गए ..अब इस तथाकथित investigation को ले कर ये UP govt के पास गए और कहा कि हमारी investigation में ये बात सामने आई है कि गवाह मुकर गए थे और उसमे से एक तो उस जिले का डीएम भी था तो क्या उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे अधिकारियों के खिलाफ एक्शन नहीं लेगी ? और क्या हाईकोर्ट में वरुण के खिलाफ appeal नहीं करेगी सरकार ?
अब अगर कोई मज़बूत रीढ़ की हड्डी वाली सरकार होती तो उस पर कोई असर नहीं होता.. पर समाजवादी सरकार ठहरी मुसलमानों के तलवे चाट कर वोट हासिल करने वाली , तो इस तथाकथित खुलासे से वो डर गयी. उसको एक दम से ये डर लगा कि अगर मुसलमानों में ये सन्देश चला गया कि हम मुसलमानों के खिलाफ कथित भड़काऊ भाषण देने वाले वरुण गांधी को सहायता कर रहे हैं तो हमारे माई-बाप मुल्ले तो हमसे नाराज़ हो जायेंगे ...इस बेचारी समाजवादी पार्टी की सरकार को डराने के लिए IBN7 ने दिन रात ये खबर चलाई, डिबेट की ताकि वो इतने डर जाएँ कि उन्हें वरुण के खिलाफ हाई कोर्ट में appeal करने के अलावा कोई सूरत नज़र ही न आये ..
ReplyDeleteअब देखिये इस एक चाल से खान्ग्रेस को क्या मिलेगा...पहली चीज़ तो ये कि वरुण फंस जायेंगे ..संबध बिगड़ेंगे BJP और मुलायम के क्यूंकि अपील तो उत्तर प्रदेश सरकार ही करेगी , खान्ग्रेस का तो इस से कोई वास्ता नहीं है ...और तीसरा लाभ ये होगा कि उत्तर प्रदेश के मुसलमानों को ये बताया जाएगा कि देखो, समाजवादी पार्टी तो बीजेपी से मिली हुई है, मुलायम वरुण को बचा रहे थे ..और यही बात IBN भी चिल्ला रहा है कि मुलायम का मुस्लिम प्रेम झूठा है ..तो मतलब क्या हुआ ? मुसलमानों मुलायम को छोडो और खान्ग्रेस के पास वापस जाओ
ReplyDeleteइस IBN का ही इंग्लिश चैनल एक और 'investigation' ले आया कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने ज़मीन का बँटवारा गलत तरीके से किया है ..मतलब ये कि इस चुनावी साल में ही इस को सारे 'गुप्त' तथ्य पता चल रहे हैं ..दिग्विजय सिंह 'plant' कर रहा है और ये दलाली कर के उसको 'न्यूज़' बना कर दिखा रहे हैं ..
ReplyDeleteउधर राजस्थान में भी इसी साल चुनाव हैं और खान्ग्रेस को अपनी हार साफ़ दिखाई दे रही है तो उसने सोहराबुद्दीन (जिसके खेत से 150 AK-56 rifles मिली थीं) encounter मामले में बीजेपी के बड़े नेता और विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के पीछे CBI लगा दी है. इसी आतंकवादी सोहराबुद्दीन के encounter के मामले में गुजरात के पूर्व गृह राज्य मंत्री अमित भाई शाह को भी फंसाया जा चुका है .
अब आप लोग ज़रा देखिये कि किस तरह चुनावी साल में खान्ग्रेस ऐसी-ऐसी चालें चल रही है जिसको public को समझना मुश्किल हो जाता है ...रही बात इस IBN7 की तो वो Editor आशुतोष तो 10 जनपथ का इतना बड़ा कुत्ता है कि जब भी मैं उसकी शक्ल देखती हूँ,जी करता है अभी चप्पल से पीटूं.. पत्रकारिता के नाम पर भडवागिरी कर रहा है. न जाने N.D तिवारी या किसी और खान्ग्रेसी की औलाद है या फिर किसी मुल्ले की नाजायज़ औलाद है ..हमेशा मुल्लो और खान्ग्रेस का बचाव करता है और हिन्दुओं को तो खुल कर कोसता है.
वैसे यहाँ ये भी बता दूँ कि खान्ग्रेस सरकार के मशहूर 'Cash for vote' scam में बीजेपी IBN के ही इंग्लिश चैनल CNN-IBN को ले गयी थी sting operation करने. और अंजाम ये निकला कि ये हरामी IBN उस टेप को दबा के बैठ गया.. इसने कभी भी उस स्टिंग की पूरी टेप को टीवी पर नहीं दिखाया ..काफी दबाव पड़ने के बाद कुछ अंश ही दिखाए गए...
एक बात और. ये आशुतोष उस तोपीबाज़ अरविन्द केजरीवाल के बहुत करीब है. AAP के समर्थक तो कुछ महीने पहले तक ये भी कहते फिरते थे कि आशुतोष को AAP के टिकट से चुनाव लड़ाएँगे. वो कहावत है न कि कीचड़ में कीचड़ मिले, मिले नीच में नीच.
अब इसके बाद इसकी 10 Janpath के प्रति वफादारी सिद्ध करने के लिए और क्या बचता है जो मैं लिखूं ?
अब इसी काम पर खान्ग्रेस ने ''आजतक''/Headlines Today और ''तहलका''-जिसका जन्म ही बीजेपी के खिलाफ स्टिंग करने के लिए हुआ था और हर 2 महीने में कुछ न कुछ बीजेपी के खिलाफ ले कर आ जाता है, इन दोनों को भी लगा दिया है.
जो UPTET2011 में बिना योग्यता के पास हो गए फैल वालों से ज्यादा योग्य है । उन्होने पास होकर अपनी योग्यता सिद्ध कर दी और उन्होने फैल होकर अपनी अयोग्यता जाहिर कर दी
ReplyDeleteयदि जूनियर में विज्ञान एवं गणित के उन्तीस हजार शिक्षकों की भर्ती संबंधी सूचना सही है और उसका विज्ञापन नए टेट के रिजल्ट आने से पहले आ जाता है तो यह खबर टेट 2011 पास सभी अभ्यर्थियों के लिए अच्छी है चाहे वो टेट मेरिट समर्थक हों या गुणांक समर्थक,,या विज्ञान वर्ग से हो अथवा कला वर्ग से ,,,,,, ध्यान देने वाली बात यह है कि नए विज्ञापन में विज्ञान-कला ,पुरुष-महिला का वर्गीकरण नहीं किया गया था ,,,,,, ज्यादा दिमाग लगाने का प्रयास भी ना करें ,बस इतना समझ लें कि इस वक्त कोर्ट और सरकार में जो कुछ भी चल रहा है अगर वह सफल रहा तो इसका एक ही परिणाम होगा ,,,
ReplyDeleteटेट 2011 पास सभी की नियुक्ति.......................................
एक हिन्दू सन्यासी अपने शिष्यों के साथ
ReplyDeleteगंगा नदी के तट पर नहाने पहुंचा. वहां एक
ही परिवार के कुछ लोग अचानक आपसमें बात
करते-करते एक दूसरे पर क्रोधितहो उठे और
जोर-जोर से चिल्लाने लगे.
संयासी यह देख तुरंत पलटा और अपने शिष्यों से
पुछा;
"क्रोध में लोग एक दूसरे पर चिल्लाते क्यों हैं ?"
शिष्य कुछ देर सोचते रहे, एक ने उत्तर दिया,
"क्योंकि हम क्रोध में शांति खो देते हैं इसलिए !”
"पर जब दूसरा व्यक्ति हमारे सामने ही खड़ा है
तो भला उस पर चिल्लाने की क्या ज़रुरत है,
जो कहना है वो आप धीमी आवाज़ में भी तो कह
सकते हैं", सन्यासी ने पुनः प्रश्न किया.
कुछ और शिष्यों ने भी उत्तर देने का प्रयास
किया पर बाकी लोग संतुष्ट नहीं हुए.
अंततः सन्यासी ने समझाया…
“जब दो लोग आपस में नाराज होते हैं तो उनके
दिल एक दूसरे से बहुत दूर हो जाते हैं. और इस
अवस्था में वे एक दूसरे को बिना चिल्लाये
नहीं सुन सकते… वे जितना अधिक क्रोधित होंगे
उनके बीच की दूरी उतनी ही अधिक
हो जाएगी और उन्हें उतनी ही तेजी से
चिल्लाना पड़ेगा.
क्या होता है जब दो लोग प्रेम में होते हैं ? तब वे
चिल्लाते नहीं बल्कि धीरे-धीरे बात करते हैं,
क्योंकि उनके दिल करीब होते हैं, उनके बीच
की दूरी नाम मात्र की रह जाती है.”
सन्यासी ने बोलना जारी रखा,” और जब वे एक
दूसरे को हद से भी अधिक चाहने लगते हैं
तो क्या होता है ? तब वे बोलते भी नहीं, वे
सिर्फ एक दूसरे की तरफ देखते हैं और सामने
वाले की बात समझ जाते हैं.”
Tet merit nahi to bharti v nahi teri ma ka bhosdag. Teri ma ki choot ka bhosda madharchod ka. Bahan ka lauda. Tet ka praman patra apni bahan ki choot me dal do.
ReplyDeleterajeev ...........
ReplyDeletelagta hai tumhari mummy ki abhi tak shaadi nahi huyi hai...
mummy se kah do blog par online................
तंदूर -काण्ड...से कंडा तक, सिख विरोधी दंगों, बिहार में भागलपुर के दंगे,अभी यूपी में कोसीकलां के दंगे , वॉरेन एण्डरसन, क्वात्रोची, कोयला घोटाला..., 2जी, अभिषेक-एनडी तिवारी, मुम्बई हमला.., ताबूत घोटाला..., आदर्श सोसायटी..., कलमाड़ी...कनईमोज़ी..., क्रिकेट वाला मोदी..., कॉमन-वेल्द घोटाला... रामदेव को कुचलना... दिल्ली के बच्चो को कुचलना उन्हे 'नक्सली" बोलना...,अफ़सरों का भ्रष्टाचार..., सैनिक समान मे दलाली... अफ़ज़ल-कसाब...,बलात्कार...., बच्चियों से बलात्कार .... "कुरियन' द्वारा बलात्कार.... सैनिकों की गर्दन...,फ़ौज को खोखला करना...हेलिकॉप्टर... कोलगेट-रेलगेट इत्यादि इत्यादि...इत्यादि.... कितनी बाते याद रखें और कितनो पर बात करें??? - इन्हे तो शर्म ही नही आती... बस मिर्ची लगती है..
ReplyDeleteसच्ची बात है कि नहीं ??
कई भाईयो को हमसे शिकायत रहती है कि आप हमारे कमेन्ट का जबाव नही देते ।
ReplyDeleteतो मै उन भाई लोगो से कहना चाहूगा कि ऐसी कोई बात नही है।
समयाभाव के कारण सबके कमेन्ट्स के जवाब नही दे सकते
अगर हमको लगता है कि आपके कमेन्ट का जवाब देना जरुरी है तो अवश्य दिया जायेगा।
आप खुल कर अपने विचारो को लिखे।
आपका कमेन्ट सर्वदा विचारनीय है
......................... धन्यवाद
बॉस : अगर मेरे हवाई जहाज़ में 50 ईंटे हो और मैं एक नीचे फ़ेंक दूं
ReplyDeleteतो कितनी बचेंगी....?
एम्पलोयी : 49
बॉस : तीन वाक्य में बताओ कि हाथी को फ्रिज़ में कैसे रखा जाये....?
एम्पलोयी : (1) फ्रिज़ खोलिए,
(2 ) हाथी को उसमेँ रखिये और
(3) फ्रिज़ बंद कर दीजिये....!
बॉस : अब 4 वाक्य में बताओ कि हिरन को फ्रिज़ में कैसे रखा जाये....??
एम्पलोयी : (1) फ्रिज़ खोलिए
(2 ) हाथी को बाहर निकालिए
(3 ) हिरन को अन्दर रखिये
4) फ्रिज़ बंद कर दीजिये....!
बॉस : आज जंगल में शेर का जन्मदिन मनाया जा रहा है, वहां एक को छोड़ कर
सबजानवर मौजूद हैँ, बताओ कौन गैरमौजूद है....?
एम्पलोयी : हिरन, क्योंकि वो फ्रिज़ में बंद है....!
बॉस : बताओ, एक बूढ़ी औरत मगरमच्छोँ से भरे तालाबको कैसे पार कर सकती है....?
एम्पलोयी : बड़ी आसानी से, क्योंकि सारे मगरमच्छ शेर की जन्मदिनकी पार्टी
में गए हैं....!
बॉस : अच्छा आखिरी सवाल, वो बूढ़ी औरत मर कैसे गयी....?
एम्पलोयी : हम्म्म्मम....लगता है सर कि वो तालाब में फिसल गयी अथवा गिर गयी होगी....:/:|
बॉस : अबे गधे, उसके सिर पर ईंट लगी थी जो मैंने एरोप्लेन से फेंकी थी,
यही प्रॉबलम है कि तुम अपने काम में जरा भी ध्यान नहीं लगाते हो और
तुम्हारा दिमाग कही और रहता है, You should always be focused on
your job....! Understand....??
मॉरल : जितना मर्ज़ी Prepare कर लो अगर बॉस ने ठान ली है तो वो तुम्हारा
बैँड बजा के रहेगा.
क्या ये विश्वास के लायक बात है की पुरी आई.पी.एल. में सट्टेबाज़ सिर्फ 1 ही टीम के तीन खिलाड़ीयों से मैच फिक्सिंग करेंगे ? क्या वो किसी और टीम से सेट्टिंग नहीं करेंगे ? क्या उनको और अधिक टीम और खिलाड़ीयों से सेट्टिंग कर के फायेदा नहीं होता ? क्या सिर्फ गेंदबाजों से फिक्सिंग करने में ही फायेदा था ? क्या बल्लेबाजों से स्पोट फिक्सिंग नहीं की जा सकती थी ? क्या आप को इस सब में गहरी चाल समझ नहीं आती ? तो क्यूँ नहीं बी.सी.सी.आई. या पुलिस और तफ्तीश कर रही ? क्या इस में स्केम की बू नहीं आ रही ?
ReplyDeleteएक छोटा सा नुस्खा अपनी गाडी को चोरी से बचाने के लिए :
ReplyDeleteअपनी गाड़ी में में एक मोबाइल फ़ोनसाइलेंट पर छोड़ दो ( छुपा कर )
यदि गाडी चोरी हो जाती है
तो मोबाइल की लोकेशन से गाडी तुरन्त
बरामद हो जायगी अजमा कर देखो ; हैना जीपीआरएससस्ता विकल्प..जब
जरूरत हो फ़ोन करो और
गाडी को चोरी से बचाओ पर ध्यान से
मोबाइल साइलेंट पर होना चाहिए
वर्ना गाडी भी गई और मोबाइल
भी .....
मै कोई क्रन्तिकारी या नेता नहीं हूँ किन्तु अपने विचारों को रखने के लिये स्वतंत्र हूँ और यह भी आवशयक नहीं है की आप मेरे विचारों सेसहमत ही हो किन्तु इतना ध्यान में रखे जितनी स्वतंत्रता आप के पास है उतनी हि मेरे पास।
ReplyDeleteअतः आप से अनुरोध है मेरी स्वतन्त्रताओं पर अनावश्यक अतिक्रमण का प्रयास न करे!
A
ReplyDeleteNalayak tet merit nahi. To bharti v nì.
ReplyDeleteRajeev Sharma aap tet merrit nahe to bharti bhe nahe k commets padhkar apna dimage sontulon kyo kho dete hai?
ReplyDeleteRajeev Sharma ab gaale dene se pahle ....
ReplyDeleteKyoke es bar jawab sunne....
Yar mujhe malum h. 544 ji. Junior ki v vac aa gai h.
ReplyDeleteAb to lagta hai ke t.b. Ka dicession july me he ayega.
ReplyDeleteअपनी वाईफ को इम्प्रेस करने का
ReplyDeleteअसान सा तरीका,
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
वाइफ है? जो तरीका ढूढ रहे हो
.
.
.
.
.
जज्बात तो देखो आजकल के
लडको के
Mitro,
ReplyDeleteBade dukh k sath apne TET parivar ko ye suchit kiya ja raha hai ki Mau jile k chiraiyakot village k ek TET sathi Sanjay Bind s/o Mr. Rajkumar Bind ne suicide kar liya. Unhone salfas kha kar apne amulya jeevan ka tyag kar diya. Bhagwan unki aatma ko shanti Pradan karein.
Breaking news.,
ReplyDeletetet morcha ke vidhi adhyax s.k. Pathak g ke anusar ..
Agar koi akasmik karan na huwa to kal ya parso t.b ka order aane ki puri sambhavna hai.
Ye news puri tarah athentic hai..
आखिर किस आधार पर शिक्षा शत्रुओँ मेरा मतलब शिक्षा मित्रोँ को समायोजित किया जायेगा , ना तो उनकी नियुक्ति अंशकालिक सहायक अध्यापक पद पर हुयी थी , ना ही उनकी सेवा शर्तोँ मेँ ईसका प्रावधान था और ना ही सहायक अध्यापक सम्बन्धित नियमावली मेँ ऐसा कोई नियम है । यानि की संवैधानिक रुप से शिक्षा मित्रोँ को समायोजित किया ही नहीँ जा सकता है तो आखिर सरकार किस आधार पर शिक्षा मित्रोँ को बगैर टेट पास किये ही सहा अध्यापक पर समायोजित करने पर तुली है ?? सभी मित्रोँ के विचार आमंत्रित हैँ ।
ReplyDeleteHamare mamle me late latifi ke liye crt jyada jimmedar hai, govt. se bhi jyada .kyoki ek saal tak tandan ji ne mamle ko kheencha aur govt. ko koi spasht aadesh nahi diya ,jiska fayada govt. uthati rahi hai. udhar lkw bench ne bhi tab stay nahi lagaya jab jaroorat thi . even hamare paksh ko theek se suna bhi nahi. aur ab satay lagane ka kya matlab jab DB se already stay laga hua hai. agar DB se stay na laga hota to ab tak to bharti puri bhi ho jati.tab lkw bench hame kaise bachati.Lekin fir bhi hum koi adhikar nahi hai ki hum crt ke bare mai koi tippni kare .
ReplyDeleteBreaking news.,
ReplyDeletetet morcha ke vidhi adhyax s.k. Pathak g ke anusar ..
Agar koi akasmik karan na huwa to kal ya parso t.b ka order aane ki puri sambhavna hai.
Ye news puri tarah athentic hai..
shaurabh G
ReplyDelete...........UPTET2011 cancel nahi ho sakti
...
ReplyDeleteकपिल जी आपका कोटिशः धन्यवाद ,आपकी ही वजह
से मेरा ईश्वर कहो ,खुदा कहो या उपर वाला ,इन
चीजोँ मेँ मुझे दृढ़ विश्वास हो गया है । लोगोँ से मैँ
अक्सर ये दो बातेँ सुनता था , पहली "उपर वाले के
घर देर है अंधेर नहीँ " दूसरी " उपर वाला बुरे
लोगोँ की मंशा कभी सफल नहीँ होने देता है "।
मान्यवर कपिल जी ,आपकी हाई कोर्ट मेँ
याचिका दाखिल करने की नीयत के बारेँ मेँ सोच कर
मेरे मन मेँ आपकी जो तस्वीर उभरती है शायद लोग
उसे दानव कहते हैँ ।
हे दानव तेरी ईच्छा थी कि टेट मेरिट से
मेरा तो होगा नहीँ तो मैँ भी किसी की नौकरी नहीँ लगने
दूंगा । तुने सोचा था कि अगर ये विज्ञापन निरस्त
हो गया तो 1 जनवरी 2012 की समय सीमा समाप्त
होने के बाद बी . एड . वालो का खेल ही खत्म
हो जायेगा मतलब मेरा नहीँ तो किसी का नहीँ ।
हे अधम चाहे एकेडमिक वाले होँ या बी . टी . सी .
वाले सबने न्यायालय से वही मांगा जिससे
की उनका चयन सम्भव था लेकिन नीच तूने
तो सबका विनाश करने वाली याचना की थी ।
लेकिन अब तू ऊपर वाले की करामात देख , पहले
तो उसने इस पतित सरकार के माध्यम से ही बी एड
वालोँ के लिये समय सीमा बढ़वाया और फिर शुरु
हो चुकी काउन्सलिँग को रुकवा दिया । देखा ना उपर
वाले ने पहले तेरी मंशा को विफल किया और फिर उसने
वो काम किया जिससे तू अपने नीच कर्मोँ का कोई
लाभ ना लेने पाये ।
मेरा ये पोस्ट तुझे या तेरे अंध-भक्तोँ को तो समझ मेँ
नही आयेगा लेकिन मेरी तरह के लोग जो ऊपर वाले पर
कम यकीन करते हैँ अब उन्हेँ ईश्वर या खुदा या गॉड
पर किँचित मात्र भी संदेह नहीँ बचेगा ।
.
.
.
1 baat aur agar teri naukari lag gayi to main usi din apni naukari...................naitik jimmedaari lete huwe.............
Tu kab mar rha hai.
ReplyDeleteJai bhrigu baba.cmt kare ke ba t dhiik se cmt kar dimag kharab mat kar a pe galat shabd likh ke.post bahut log padhata.
ReplyDeleteRajeev Sharma sale tera dimag kharab ho gaya hai ab mai tere dimag ko sahi kar dunga. sale apna address bata de phir dekh mai kaise teri maa chodta hu.
ReplyDeleteYe website sirf apna vichar share ke liye banayi gayi hai aur tu is website par is tarah ki nonsence bate likh raha hai.
sale tu teacher kya ban payega.Tum sale toilet dhone ke hi layak ho.Agar ab bhi tum ne apna dimag sahi nhi kiya to phir mai tum ko sahi karne ka dusra rasta khojuga.
TET nhi to bahrti nhi se tere ko kya problem hai sale.Ja sale kahi gande nale me apna muh dho le
ReplyDeleteMai sabhi dosto se request karta hu ki aap sab log acche shabdo ka hi prayog karo otherwise is site per sabhi updates band ho jayege phir aap log kahi nhi rahoge.
ReplyDeleteJai TET Jai Bharat
TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI se kisi ko kya problem hai jo un ke bare me apman janak shabdo ka prayog karte ho. Agar vo comment band kar denge to website per khuch nhi rah jayega.
ReplyDeleteSo Please mind your language.
thanks
ReplyDelete..........ASHUTOSH G
24 ko t.b ka nirnay aane ki sambhavna, allahabad h.c se praptjankari k adhar par h,ambani ji k chember se prapt jankari k aadhar par, case status me kal parso tak addional cause list me show ho jayega.
ReplyDeleteYah ek authentik jankari h, confirm hone k liye case status ka wait kre
24 ko t.b ka nirnay aane ki sambhavna, allahabad h.c se praptjankari k adhar par h,ambani ji k chember se prapt jankari k aadhar par, case status me kal parso tak addional cause list me show ho jayega.
ReplyDeleteYah ek authentik jankari h, confirm hone k liye case status ka wait kre
Tet sathiyo
ReplyDeletenamaskar
pichhale 2 saptah se humare anuman(yadypi ki ye humare advocate dwara uplabdh jankari par adharit hote hai) galat sabit hote rahe hai
kal se aaj subah tk jo baat hue hai usake anusar judgement kal (23 may) ko lunch baad athawa 24 may ko kabhi bhi aa sakta hai
Jay TET
ab is judgement ki koi avsata nahin
ReplyDeleteHi
ReplyDeletedosto Kais ho aap sab
ReplyDeleteअगर हमें सफलता की कुंजी(चाबी) मिल
भी जाये तो...
कुछ कमीने ताला तक बदल देते हैं...
.
.
.
.
तो चाभी को छोडो...
.
.
दरवाजा तोडना सीखो.....!
ReplyDeleteअगर हमें सफलता की कुंजी(चाबी) मिल
भी जाये तो...
कुछ कमीने ताला तक बदल देते हैं...
.
.
.
.
तो चाभी को छोडो...
.
.
दरवाजा तोडना सीखो.....!