शिक्षक की नौकरी तो मिलेगी मगर बने रहने की गारंटी नहीं
प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक की नौकरी तो मिलेगी, लेकिन उसके बरकरार रहने की गारंटी नहीं होगी। सरकारी अड़ंगेबाजी और लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 72 हजार शिक्षकों को जो नौकरी मिलेगी, वह स्थायी नहीं होगी। शिक्षा विभाग 72,825 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र के साथ बिना शर्त हटाने का पत्र भी थमाएगा। इसमें स्पष्ट किया जाएगा कि टीईटी की मेरिट बनाने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में चल रहे मुकदमे का भविष्य में विपरीत फैसला आया तो उन्हें बिना शर्त हटा दिया जाएगा। टीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती किए गए सभी शिक्षकों को कभी भी बिना शर्त हटाया जा सकता है। नौकरी कर रहे शिक्षक हटाए जाने की स्थिति में किसी भी तरह के मुआवजे के हकदार भी नहीं होंगे।
शिक्षक भर्ती पर 25 मार्च को दिए गए अपने आदेश में उच्चतम न्यायालय ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है। उच्चतम न्यायालय के आदेश की प्रति मिलने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद ने निर्देशों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है। भर्ती आदेश के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया में शामिल नए निर्देशों को सूचीबद्ध कर रहे बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों को फिलहाल राज्य सरकार के आदेश का इंतजार है। बेसिक शिक्षा परिषद के एक अधिकारी के मुताबिक शिक्षकों को स्थायी शिक्षकों की तरह ही वेतन, भत्ताें समेत अन्य सभी तरह के लाभ दिए जाएंगे, लेकिन कोर्ट के आदेश के मुताबिक मुकदमे का अंतिम फैसला टीईटी मेरिट के खिलाफ आने पर भर्ती रद मानी जाएगी।
हरियाणा में नौकरी से हटाए जा चुके हैं शिक्षक
कोर्ट के आदेश पर हरियाणा में दजर्नों शिक्षक नौकरी के बीच से हटाए जा चुके हैं। भ्रष्टाचार के मामले में फंसी शिक्षक भर्ती को कोर्ट ने खारिज करते हुए शिक्षकों को हटा दिया था। इस स्थिति में शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों में आशंका तेज हो गई है।
2011 में किए गए आवेदन से होगी भर्ती
उच्चतम न्यायालय के आदेश के मुताबिक शिक्षकों की भर्ती नवंबर 2011 में जारी विज्ञापन के आधार पर हुए आवेदन के मुताबिक होगी। न्यायालय के विस्तृत आदेश की प्रति मिलने के बाद शिक्षा विभाग आवेदनों की पड़ताल में जुटा है। शिक्षा परिषद के अफसरों के मुताबिक ज्यादातर जिलों में आवेदन पत्र मिलने के बाद डाटा तैयार किया गया था, हालांकि कुछ जिलों के आवेदन के डाटा को लेकर अधिकारी पसोपेश में हैं। 2 साल से ज्यादा वक्त बीत जाने के कारण डायट में रखे गए आवेदन पत्रों के खराब होने की आशंका है। इस स्थिति में अभ्यर्थी के लिए बड़ी समस्या हो सकती है।
News Source / Sabhaar : Hindustan Paper (31.03.2014)
To Phir Sarkar Ya Court 2012 B.Ed. APPLY Form Ka Kya Karegi? Akhir 2012 BED Bhi TET PASS Hai. Eligibilty Bhi Rakhte Hai. Unke Avedan Fees Ka Kya Hoga? Phir Court Jana hi Hoga 2012 B.Ed. Yalon ko.
ReplyDelete2012BED wale bhi court ki ladai main tet merit hi chahate hain. sahyog bhi kiye hain. to bhir inko kyo nahi liya ja raha hai. Akhilesh sarkar ko yahi karna tha to Form Kyo Bharwaya, Fees Kyo Liya Gaya? Time kyo Barbad kiya etc..................?
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ReplyDeletejai Ma Durge Kalyan Karo 2012 BEd walao Ka.............?
jai vashno ma....
Koi bharti nahi hone wali ye kewal chunavi lolipop hai. Sarkar dikhave ke liye taiyari ho rahi hai bata rahi hai.
ReplyDeleteAgar bharti karni hoti to koi bhi sc ka order ho sarkar par dipend karta hai vo use kis had tak manti hai.
Islie paresan hone ki jarurat nahi hai bharti nahi hogi chunao ke pahle to kabhi nahi.
Navratra ki sabhi ko Hardik subhkamana maa vindhyavasini se karta hu. Ham sabhi ka bhavisya ujawal ho abhi bhi is ghamandi gov ka abhiman samapt nahi hua hai, yah Allahabad Aur supremcourt ke faisle ke biprit nirnay aane ki sambhawana rakhta hai iska dusprinam isko milega. Jai maa vindhyavasini ,jai maa navratra, jai baba vishwanath sada sahay.
ReplyDeleteHi jai mata. di
ReplyDeleteThis is true that 25 June. bharti complete. hogi
ReplyDeleteThis is true that 25 June. bharti complete. hogi
ReplyDeleteBharat bhashkarji , yar kuchh dimaag lagaaya karo tab blog par aaya karo bhaie ; aapko pata hona chahiye ki ye bharti gvnmt chnavi laabh k liye nahi balki sc dvara jail bheje jaane k dar se kar rahi hai aur rahi baat bharti puri hone ki to dil ki diary me note kr lo 100% puri hogi.
ReplyDeleteमैं
ReplyDeleteब्लाग
पर
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सचिव से मिले टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी
वाली खबर पर हूँ ॥
लेकिन जिसको पढ़ना हो वही लोग आएँ लिखने वाले यहीं रहें ॥
एक तो पता नही तुम लोग कहाँ रहते हो
ReplyDelete1-अरे जिनके बी एड की मार्कशीट पर नवंबर 2011 की तारीख के बाद की तारीख पड़ी है !
चाहे भले उसने सत्र 2010-11 मे किया हो !
2- जिन लोगों ने मायावती के समय मे आवेदन नही किया था ।
3- या फिर जिनके अंक बाद मे 82 हुए हैं !
ऐसे लोग बाहर हैं !
जिन लोगों ने पैसा वापस ले लिया है या जिनका आवेदन वापस आ गया है अभी उनके लिए इस घटिया सरकार की तरफ से कोई न कोई सूचना आना बाकी है !
JIN CANDIDATES NE APNA FORM KE PAISE WAPAS MANGA LIYE THE , UNKO KYA BHRTI ME SHAMIL KIYA JAYEGE
ReplyDeleteपत्रकार बन जाना बड़ी बात नही होती , पत्रकारिता का गुण सीखना महत्वपूर्ण होता है ।* नौकरी मिलेगी पर गारण्टी नही * इस खबर से रंचमात्र भी चिंता की जरूरत नही है ।सरकार या शिक्षा विभाग जो हलफनामा ले रहा है कि सु.को. के अंतिम आदेश के बाद यदि फैसला विपरीत जाता हैतो आप कोई दावा नही कर सकते ,यह एक सहज प्रक्रिया है जो किसी केस में अदालत द्वारा पारित अंतरिम आदेश के बाद सरकार या विभाग द्वारा औपचारिकरूपसे पूर्ण की जाती है ।
ReplyDeleteअतः मंदबुद्धि खबरनवीसों की बेसिरपैर वाली खबरों से परेशान न हों । न्याय सत्य को ही मिलता है , सत्य ही ईश्वर है , ईश्वर पर भरोसा रखें ,निश्चिंत रहें ।
ॐ जय माँ शारदे ।ॐ
Insha alla bharti poori hogi
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