इलाहाबाद : प्राइमरी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की भर्ती सरकार के गले की फांस बन चुकी है। सरकार ने सहायक अध्यापक'उर्दू भाषा'के 4280 पद भरने के लिए तीन राउंड की काउंसिलिंग के बाद बिना पूरा पद भरे भर्ती पर रोक लगा दी। इससे 1997 से पूर्व के मोअल्लिम डिग्रीधारक एवं टीईटी अभ्यर्थियों को काफी मायूसी हुई। सरकार रोक लगाने के पीछे कोर्ट के आदेश का हवाला दे रही है। परंतु सरकार के इस तर्क से मोअल्लिम डिग्रीधारक संतुष्ट नहीं हैं। वह चौथी काउंसिलिंग कराकर खाली पदों को भरने की मांग पर कायम हैं। अपनी मांगों को लेकर इस माह के अंत से अभ्यर्थी'मोअल्लिम नहीं तो मुलायम नहीं'का प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाएंगे।
पांच अगस्त 2013 को उर्दू के सहायक अध्यापकों की भर्ती का विज्ञापन निकाला गया। इसमें 11 अगस्त 1997 से पहले के मोअल्लिम-ए-उर्द ू डिग्री धारकों को नियुक्ति में मौका देने के लिए सरकार ने अधिकतम आयु सीमा 62 वर्ष रखी। इसको लेकर 28 अक्टूबर, 20 नवंबर व 18 दिसंबर 2013 को काउंसिलिंग कराई गई। भर्ती के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के नियमों के विपरीत जुलाई 2013 में पहली बार प्राइमरी व उच्च प्राथमिक स्तर पर भाषा टीईटी कराई गई। जबकि एनसीटीई की गाइड लाइन के अनुसार अलग से भाषा टीईटी कराने का कोई प्रावधान नहीं है। वहीं हाईकोर्ट ने 20 नवंबर 2013 को एकेडमिक रिकार्ड पर शिक्षक भर्ती के सरकार के 15वें संशोधन को खारिज कर दिया।
इससे तीन राउंड की काउंसिलिंग के बावजूद चार हजार से अधिक पद खाली हैं। इसको लेकर मोअल्लिम डिग्रीधारक सरकार पर चौथी काउंसिलिंग कराने का दबाव बना रहे हैं। उत्तर प्रदेश उर्दू मोअल्लिम बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष मो. जिया का कहना है कि सरकार ने भर्ती पूरे किए बिना काउंसिलिंग रोककर वादा खिलाफी की है। चौथी काउंसिलिंग की मांग पूरी न हुई तो सरकार के खिलाफ प्रदेशव्यापी अभियान छेड़ा जाएगा
New Source / Sabhaar : Jagran (Sun, 09 Mar 2014 01:04 AM (IST))
मेरे जज़्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम,
ReplyDeleteमैं "इश्क" भी लिखना चाहूँ तो "टीइटी मेरिट" लिखा जाता है..!!
अभी अभी.......
ReplyDeleteRLD के जयंत चौधरी ने अमरोहा रैली में अटकी हुई 72825 के लिये ठहराया सपा सरकार को जिम्मेदार।
घने जंगल से गुजरती हुई सड़क के किनारे एक
ReplyDeleteज्ञानी गुरु अपने चेले के साथ एक साइनबोर्ड
लगाकर बैठे हुए थे, जिस पर लिखा था -
“ठहरिये … आपका अंत निकट है ! इससे पहले
कि बहुत देर हो जाये , रुकिए ! … हम
आपका जीवन बचा सकते हैं !”
एक कार फर्राटा भरते हुए वहाँ से गुजरी. चेले
ने ड्राईवर को बोर्ड पढ़ने के लिए
इशारा किया …
ड्राईवर ने बोर्ड की ओर देखकर
भद्दी सी गाली दी और चेले से यह
कहता हुआ निकल गया – “तुम लोग
जंगल में भी धंधा कर रहे हो !
शर्म आनी चाहिए !”
चेले ने असहाय नज़रों से गुरूजी की ओर देखा.
गुरूजी बोले – “जैसे प्रभु की इच्छा !”
कुछ ही पल बाद कार के ब्रेकों के चीखने
की आवाज आई और एक जोरदार
धमाका हुआ.
कुछ देर बाद एक मिनी-ट्रक निकला.
उसका ड्राईवर भी चेले को दुत्कारते हुए
बिना रुके आगे चला गया.
कुछ ही पल बाद फिर ब्रेकों के चीखने
की आवाज़ और फिर धड़ाम …. !
गुरूजी फिर बोले – “जैसी प्रभु
की इच्छा !”
अब चेले से नहीं रहा गया. बोला – “गुरूजी,
प्रभु की इच्छा तो ठीक है पर कैसा रहे
यदि हम इस बोर्ड पर सीधे-सीधे लिख दें
कि -
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‘आगे पुलिया टूटी हुई है’ … !!!”
मेरे रूठ जाने से ,अब उनको कोई फर्क नहीं पड़ता
ReplyDeleteबे चैन कर देती थी कभी जिन को ख़ामोशी मेरी |
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Sometimes God doesn't change your situation because He's trying to change your heart.
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteअकेडमिक मेरिट का पतन सुनिश्चित जान कपिलदेव
जी को अपना भविष्य अंधकारमय दिखाई देने लगा। उसे
दिनोरात चिंता में घुलते देख उसके पिताजी ने उसे ढाढ़स
बँधाया और रोजी-रोटी के बंदोबस्त हेतु अपने
किसी रिश्तेदार की किरयाने की दूकान पर कपिलदेव
की नौकरी लगवा दी। दूकान का मालिक काफी सुजान
था, वह कपिल की शक्ल और भाव-भंगिमा देखते ही समझ
गया की यह लड़का निरा मूर्ख है और कोई
बड़ा घाटा करवा बैठेगा। अतः दुकानदार ने कपिल
को दुकानदारी के हुनर और मोल-तोल
की बारीकियाँ समझाने के लिए उससे कहा कि-
'बेटा कपिल, तू अभी नादान है और बाजारी मोल-भाव
का तुझे कोई ज्ञान नहीं है अतः पहले मैं तुझे यह
सिखाऊंगा की ग्राहक से मोल-भाव कैसे किया जाता है।
आज से तेरी ट्रेनिंग शुरू, चल अब तू ग्राहक बनकर आ और
मुझसे कुछ खरीदने के लिए मोल-भाव कर, मैं जिस प्रकार से
जवाब दूँगा उस पर ध्यान देना, भगवान् चाहेंगे तो तू
जल्दी ही बढ़िया दुकानदार बन जायेगा'।
कपिल महाशय नकली ग्राहक बनकर उस दूकान पर
आया और दुकानदार से बोला- ' दूकान वाले भाई, आपके
पास गुड़ है'?
दुकानदार ने खुश होकर कहा- 'जी भाई साहब है'।
कपिलदेव- ' कितने रूपए बोतल है'?
दुकानदार- 'गुड़ बोतल के हिसाब से नहीं बेचा जाता भाई
कपिल, तू वापस जा और दोबारा आके पूछ'।
(कपिल वापस लौट जाता है और थोड़ी ही देर में फिर
वापस आता है)
कपिल- (दुकानदार से) ' जनाब आपके पास गुड़ है क्या ' ?
दुकानदार- 'जी जनाब, हमारे पास इस बाजार का सबसे
अच्छा गुड़ है, चाहे तो पूरा बाजार छान
मारो इतना बढ़िया गुड़ आपको कहीं नहीं मिलेगा, कहिये
कितना तौल दूं'?
कपिल- ' तौलना बाद में पहले भाव तो बताइए,
ज्यादा महँगा होगा तो नहीं लूँगा, कितने रूपए प्रति बोतल
है'?
दुकानदार- (माथा पीटकर) 'अरे नालायक , फिर
वही गलती की तूने, अरे कितनी बार समझाऊं की गुड़
बोतल के हिसाब से नहीं किलो के हिसाब से बिकता है
बेवकूफ'।
( इसके बाद दुकानदार ने कपिल को दोबारा वापिस
भेजा और पुनः वापिस आकर वही बातें दोहराने को कहा।
दुर्भाग्यवश कपिल हमेशा 'बोतल वाली गलती'
करता रहा और इसी तरह पूरा दिन बीत गया। अंत में
खिसियाकर दुकानदार ने कपिलदेव को अपनी दूकान पर
बैठाया और स्वयं खरीदार बनकर कपिलदेव को 'सिखाने'
की आखिरी कोशिश करने लगा। दुकानदार जब ग्राहक
बनकर दूकान पर पहुँचा तो देखा की कपिल ठाट से
उसकी गद्दी पर बैठा हुआ और मन ही मन कुछ
बडबडा रहा है, उसकी यह दशा देख दुकानदार गुस्से से
लाल हो बैठा किन्तु रिश्तेदारी और दोस्ती का ख्याल कर
जब्त करते हुए कपिलदेव से पूछा)
दुकानदार- (पस्त और जले स्वर में) 'अरे भाई
क्या आपकी दूकान पर गुड़ मिलेगा'?
कपिलदेव- ( मुस्कुराते हुए) ' जी जनाब , हमारे पास बहुत
ही बढ़िया क्वालिटी का गुड़ है, आप चाहे तो पूरे बाजार में
पता कर लीजिये हमारे पास सबसे बढ़िया और स्वादिष्ट गुड़
मिलता है...(कपिलदेव को इस तरह 'सयानी' बातें करते देख
दुकानदार खुश हो गया, अपनी मेहनत सफल होते देख वह
फूला नहीं समा रहा था और वह पूरी तरह संतुष्ट नजर आने
लगा था कि उसने भले ही पूरा दिन बर्बाद किया था किन्तु
कपिलदेव को दुकानदारी सिखाने में सफलता प्राप्त कर
ली थी)
दुकानदार- (खुश होकर) ' आपका गुड़
ज्यादा महंगा तो नहीं है ना'?
कपिलदेव- ' अरे नहीं गुड़ तो ज्यादा महँगा नहीं है
बल्कि सारे बाजार में सबसे सस्ता रेट हमीं लगाते हैं चाहे
किसी से भी पूछ लो लेकिन एक बात तो बताओ'?
दुकानदार- जी पूछिए, क्या पूछना चाहते हैं आप'?
कपिलदेव- (गंभीर मुद्रा में) ' गुड़ आप ले किसमें जायेंगे, गुड़
ले जाने के लिए "बोतल" लाये हैं की नहीं आप'?
(दुकानदार की आँखों के आगे लाल-पीले तारे नाच उठे,
उसका सर चकरा गया और अपना माथा पीटते हुए वह
धड़ाम से गिर पड़ा। भाग निरहुआ भाग)
अगर अभी तक आपका नाम मतदाता सुची में नहीं हैं और १८ साल के हो चुके हैं तो आज ना चुके और अपने नजदीक के पोलिंग बूथ पर जाये और अपना नाम मतदाता सुची में दर्ज करा कर एक अच्छे नागरिक होने का परिचय दे|
ReplyDeleteयद् आपके पास मतदाता पहचान पत्र है और आपके अपने पोलिंग बूथ की जानकारी नहीं हैं तो अपने वोटर ID 07820078200 नम्बर पर मैसेज कर दे साडी जानकारी कुछ देर में मिल जाएगी|
एक जागरूक मतदाता बने
TRICK- महापुरुषो के समाधि स्थल-
ReplyDelete"इन्द्र की शक्ति , जग मेँ समता ! राजीव
है वीर , विजय लाल ! बापू करे राज , चाचा रहे शांत !
मेरी अभय , चौधरी किसान" !
1. शक्ति स्थल - इन्दिरा गाँधी , 2. समता स्थल -
जगजीवन राम ,
3. वीर भूमि - राजीव गाँधी ,
4. विजय घाट - लाल बहादुर ,
5. राज घाट - महात्मा गाँधी ,
6. शांति वन - जवाहर लाल नेहरू , 7. अभय घाट -
मोरारजी देसाई ,
8. किसान घाट - चौधरी चरण सिंह | .
योगेन्द्र यादवपर कालिख पोतने वाला बीजेपी का आदमी था क्योकि उसने भारत माता की जय बोला था --केजरीवाल सच है अगर वो पाकिस्तान जिंदाबाद बोलता तब वो आप का कार्यकर्ता होता
ReplyDelete25 ke date ki sunwai ke liye..TET ke vakilo ka 03-Mar ki paid ki hui fee par khade hone ki kya chance hai.. Kya ye vakil fir se fee mangenge..bina kisi sunwai ke..aur yadi issi tarah 25 ko fir se date mil gayi..to kya fir se fee...ye vakil bahas karne ke liye fee lete hai ya..date khtam..paisa hazam..
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Main apke pyar me kuch aisa kar jaunga,
ban kar khusbu hawa me bikhar jaunga.
bhulna chaho to sanso ko rok lena
sans loge to main dil me utar jaunga…
निर्गुण भक्ति धारा के सतं=>
ReplyDeleteTRICK- "राज रानी चना पीसे पर
अलविदा मीगध की माला सु भी दूर
गूँजे"=>
रा - राजाराम सम्प्रदाय , (राजारामजी) |
ज - जसनाथी सम्प्रदाय , (जसनाथजी) |
रा - रामस्नेही सम्प्रदाय, (रामचरणदासजी) |
नी - निरजंन सम्प्रदाय (हरिदासजी) |
च - चरणदासपथं , (चरणदासजी) |
ना - नबलसम्प्रदाय , (नबलदासजी) |
पी - सतं पीपा |
से - सिक्ख सम्प्रदाय , (गुरूनानकजी) |
प - परनामी सम्प्रदाय , (प्राणनाथजी) |
र - रज्जब जी |
अल - अलखिया सम्प्रदाय , (स्वामीलालगिरी)|
वि - बिश्नोई सम्प्रदाय , (जांभोजी) |
दा - दादू सम्प्रदाय , (दादूजी) |
मी - मीरांबाई |
ग - गवरीबाई |
ध - सतं धन्ना |
की - X |
मा - मावजी |
ला - लालदासी सम्प्रदाय , (लालदासजी) |
सु - सुन्दरदास |
भी - आचार्य भिक्षु |
दू - कवि दुर्लभ |
र - रैदास |
गूँ - गूँदड सम्प्रदाय , (सतंदासजी) |
जें X|
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Majburiyo Ko Hum Ankho Me Chupa Lete Hai
Hum Kaha Rote Hai Halaat Rula Dete Hai
Hum To Har Pal Yad Karte Hai apko
Par aap Yaad Na Karne Ka ilzam Laga Dete Hai
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Mushqilo mein bhaag jaana asaan hota hai.
har pehlu zindgi ka imtihaan hota hai.
darne wale ko kuchh nahi milta zindgi mein.
aur ladne walo ke kadmo me jahaan hota hai...
कौन सी कम्पनी हमारे देश में कब आयी और कितनी पूँजी ले कर आयी...जानिए
ReplyDelete--शालीमार पेन्टस लि॰ 1901 में आयी थी 63 लाख रूपये लेकर।
--बाटा इण्डिया लि॰ 1930 में आयी 70 लाख रूपये लेकर।
--हिन्दुस्तान लीवर लि॰ 1931 में आयी 24 लाख रूपये लेकर।
--युनियन कार्बाईड इण्डिया लि॰ 1934 में आयी 8.36 करोड रूपये ले कर।
--कालगेट पामोलिव 1937 में आयी 1.5 लाख रूपये लेकर।
--जॉफ्रीमैन कंपनी लि॰ 1943 में आयी 5 लाख रूपये लेकर।
--हिन्दुस्तान सीबा गायगी लि॰ 1947 में आयी 4.57 करोड रूपये लेकर।
--जर्मन रेमेंडीज लि॰ 1949 में आयी 64 लाख रूपये लेकर।
--जॉन्सन एन्ड जॉन्सन लि॰ 1957 में आयी 24 लाख रूपये लेकर।
--ऑडको इण्डिया लि॰ 1961 में आयी 12 लाख रूपये लेकर।
--नीडल रोलर बेअरिंग कंपनी 1965 में आयी 10 लाख रूपये लेकर।
यह कम्पनियाँ हमारे देश में कुछ रूपये लेकर आयी थी और आज हमारे देश में करोडों रूपये कमा रही हैं। हिन्दुस्तान यूनिलिवर एक साल में 1500 करोड रूपये विज्ञापन पर खर्च कर देती हैं। अब आप आसानी से समझ गये होगे कि वो इतने रूपये विज्ञापन पर खर्च कर रही हैं तो उसकी कमाई कितनी होगी ?
अगर कोई अब भी कहता हैं कि विदेशी कम्पनियाँ हमारे देश में रोजगार देती हैं हमारे देश की अर्थव्यवस्था को सुधारती हैं तो उससे बडा मुर्ख और कोई नहीं हैं।
एक दिन सोने ने लोहे से कहा :
ReplyDelete" हम दोनों ही लोहे की हथोड़ी से
पीटते हैं,
फिर तुम इतना चिल्लाते क्यूँ हो ?
"
लोहा : "जब अपना ही अपने
को मारता है,
तब दर्द बहुत ज्यादा होता है ।"
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Na jane Kya soch ke hum Bar Bar Ro dete hain...
Hamara to Bus itna Kasur hai ke use Chaha,aur BePanah Chaha..
एक विदेशी महिला विवेकानंद के समीप
ReplyDeleteआकर बोली: "
मैं आपस शादी करना चाहती हूँ "
विवेकानंद बोले: " क्यों?
मुझसे क्यों ?
क्या आप जानते
नहीं की मैं सन्यासी हूँ?"
औरत बोली: "मैं आपके
जैसा ही गौरवशाली,सुशील
और तेजोमयी पुत्र चाहती हूँ और वो तब
ही संभव
होगा जब आप मुझसे
विवाह करेंगे"
विवेकानंद बोले: "हमारी शादी तो संभव
नहीं है, परन्तु
हाँ एक उपाय है"
औरत: क्या?
विवेकानंद बोले "आज से मैं
ही आपका पुत्र बन जाता हूँ,
आज से आप मेरी माँ बन
जाओ...
आपको मेरे रूप में मेरे जैसा बेटा मिल
जायेगा ।
औरत विवेकानंद के चरणों में गिर गयी और
बोली की आप साक्षात् ईश्वर के रूप है ।
इसे कहते है पुरुष और ये होता है
पुरुषार्थ...
एक सच्चा पुरुष सच्चा मर्द
वो ही होता है जो हर नारी के
प्रति अपने अन्दर
मातृत्व
की भावना उत्पन्न कर सके ...
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Uljha hu mai apni uljano mai aaj kal...
Tum ye mat samjhna ki ..
Ab wo chahat na rahi....
दोस्तों .............
ReplyDeleteमेरा आप लोगो से सविनय निवेदन हे की आप लोग २५ मार्च को सुप्रीमकोर्ट में होने वाली सुनवाई में अधिक से अधिक योगदान करे ये आप के और हमारे जीवन का सब से जादा महत्तव पुर्न समय हे जीत हमारी होनी निश्चित हे
ठंड के कहर में, वो फकीर भी मर गया....
ReplyDeleteजो एक रुपये में, लाखों की दुआएँ देता था..
टेट मेरिट समर्थक मित्रोँ नमस्कार । कुछ पुरानी यादेँ
ReplyDeleteताजा करेँ । जब ये कहा गया कि अब टेट मेरिट से
भर्ती होगी । जी जान लगा दी हर एक ने ।
जिनकी मेरिट अच्छी आयी तमाम सपने आने लगे । और
तभी क्या हुआ चुनाव रुपी तूफान आया और उसमेँ
सपा सरकार का बबंडर आया जिसने हमारे
सपनोँ को समूल नष्ट कर दिया हमारे
सपनोँ का जहाज हमारे सामने डूबरहा था हम अपने
मन ही मन रोने के सिवा कुछ नहीँ कर सकते तभी 4
फर. को जो जहाज पूरी तरह लगभग डूब
चुका था हाईकोर्ट ने नीचे तलहटी मेँ हाथ
लगा लिया और डूबता हुआ जहाज स्थिर हो गया हम
लोग स्तंम्भित , फिर तो हर तारीख पर जहाज ऊपर
आने लगा जो लोग सरकार को सर्वशक्तिमान
परमेश्वर समझते थे उनका गला सूखने लगा, दूसरी तरफ
पूरी तरह सूखे पेड़ मेँ हरी-हरी कोपलेँ फूटने लगी ,देखते
ही देखते वह पेड़ हरे-हरे मजबूत पत्तोँ से लदा पतझड़
को चुनौती दे रहा है । वह डूबा हुआ जहाज समुद्र
की सतह पर खड़ा है बस चन्द कदमोँ की दूरी पर ।
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ReplyDelete9:30 ho gaya ab
ReplyDeletegood night
meri wali .......G
*कौनसी पर्वत श्रृंखला प्राकृतिक दृष्टि से राज्य
ReplyDeleteको दो भागों में विभाजित करती है।
Ans. - अरावली पर्वत श्रृंखला (सिरोही से अलवर
की ओर जाती हुई 470 कि.मी. लम्बी)
*. अरावली पर्वत श्रंखला की राजस्थान में कुल
लम्बाई कितनी है ?
Ans. - 550 किलोमीटर
*. अरावली पर्वत श्रंखला का सर्वोच्च पर्वत शिखर
है ? (RPSC 08)
Ans. - गुरुशिखर (1727 मी.) माउंट आबू (सिरोही )
*. राजस्थान में संभागो और जिलो की संख्या ?
Ans. - 7 संभाग और 33 जिले
*. राजस्थान में छप्पनिया अकाल किस वर्ष पङा ?
Ans. - 1956 वि. स.
*. राजस्थान में मानसून वर्षा किस दिशा मे
बढती है ?
Ans. - दक्षिण पश्चिम से उत्तर पूर्व
*. राजस्थान में सर्दियो में वर्षा मुख्यत: होती है ?
Ans. - उत्तर पश्चिमी हवाओ से
*. राजस्थान का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान
कोनसा है ?
Ans. - माउन्ट आबू
*. राजस्थान का सबसे अधिक
वर्षा वाला जिला कोनसा है ?
Ans. - झालावाड
. राजस्थान का सबसे कम
वर्षा वाला जिलाकोनसा है ?
Ans. - जैसलमेर
*. जून माह में सूर्य किस जिले में लम्बत चमकता है
Ans. - बॉसवाङा
* . राजस्थान का क्षेत्रफल भारत के क्षेत्रफल
का कितना प्रतिशत है ? (RPSC 2nd Gr. 2010, 11,
B.ed 05)
Ans. - 10 .41 % (प्रथम स्थान)
* . राज्य की कुल स्थलीय सीमा की लम्बाई है-
Ans. - 5920 किमी
* . राजस्थान का पाकिस्तान से लगाती सर्वाधिक
लम्बी सीमा वाला जिला कोनसा है ?
Ans. - जैसलमेर (471 Kms)
* . राजस्थान की सीमा किस राज्य से सर्वाधिक
लम्बाई में लगती है ? (RPSC 2010)
Ans. - मध्यप्रदेश
* . राजस्थान की सीमा सबसे कम किस राज्य से
लगती है ?
Ans. - पंजाब
* . राजस्थान का वह जिला जिसकी सीमा सर्वाधिक
जिलों से लगती है ?
Ans. - पाली (8 जिलो से)
* . राजस्थान की सीमा से लगे पडौसी राज्य?
Ans. - इसके पश्चिम में पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिम में
गुजरात, दक्षिण-पूर्व में मध्यप्रदेश, उत्तर में पंजाब,
उत्तर-पूर्व में उत्तरप्रदेश और हरियाणा है।
* . राजस्थान के किस जिले में सूर्य
किरणों का तिरछापन सर्वाधिक होता है
Ans. - श्रीगंगानगर
* . राजस्थान का क्षेत्रफल इजरायल से
कितना गुना है ?
Ans. - 17 गुना बङा है
* . राजस्थान की 1070 किमी लम्बी पाकिस्तान से
लगी सीमा रेखा का नाम
Ans. - रेडक्लिफ रेखा
* . राजस्थान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगने वाले
जिले कौन-कौन से है? (RPSC 07)
Ans. - 4 जिले (बाडमेर, जैसलमेर, बीकानेर एवं
श्रीगंगानगर)
* . कर्क रेखा राजस्थान के किस जिले से छूती हुई
गुजरती है
Ans. - डूंगरपुर व बॉसवाङा से होकर
*. राजस्थान में सर्वप्रथम सूर्योदय किस जिले में
होता है
Ans. - धौलपुर
* . स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में
कितनी योजनाओं का समावेश कर दिया गया है ?
Ans. – 6
*. मननरेगा की शुरुआत कब हुई ?
Ans. – 2006 में
* . मध्यान्ह भोजन योजना की शुरुआत कबहुई ?
Ans. – 1997 -98
* . डांग प्रादेशिक विकास बोर्ड का कार्यक्षेत्र
कोनसा है ?
Ans. – कोटा और भरतपुर संभाग
* . किस योजना के द्वारा लघु और सीमांत
कसानो को सिंचाई कार्य में सहायता दी जाती है ?
Ans. – जीवनधारा योजना
* . गरीबी रेखा के निर्धारण हेतु ग्रामीण क्षेत्र में
कितने केलोरी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन को मानक मन
गया है ?
Ans. – 2400 केलोरी
* . गरीबी रेखा के निर्धारण हेतु शहरी क्षेत्र में
कितने केलोरी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन को मानक मन
गया है ? Ans. – 2100 केलोरी
*. डी.टी. लकडावाला ने किस फ़ॉर्मूले का निर्माण किया ?
Ans. – निर्धनता मापनका फार्मूला
* . राजस्थान का क्षेत्रफल कितना है ?
Ans. - 3,42,239 वर्ग किमी (1,32,139 वर्ग मील)
* . राजस्थान की भौगोलिक स्थिति ?
Ans. - 23°30 एवं 30°12 उत्तरी अक्षांस 69°30 एवं
78°17 पूर्वी देशान्तर के मध्य
* . राजस्थान की लम्बाई कितनी है ?
Ans. - पूर्व से पश्चिम 869 किमी एवं उत्तर से दक्षिण
826 किमी
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ReplyDelete.
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Jab Koi Khayal Dil Se Takrata Hai
Dil Na Chah Ker Bhi Khamosh Ho Jata Hai
Koi Sab Kuch Keh Ker Pyar Jatata Hai,
To Koi Kuch Na Keh K Pyar Nibhata Hai…
टेट मेरिट समर्थक मित्रोँ नमस्कार । कुछ पुरानी यादेँ
ReplyDeleteताजा करेँ । जब ये कहा गया कि अब टेट मेरिट से
भर्ती होगी । जी जान लगा दी हर एक ने ।
जिनकी मेरिट अच्छी आयी तमाम सपने आने लगे । और
तभी क्या हुआ चुनाव रुपी तूफान आया और उसमेँ
सपा सरकार का बबंडर आया जिसने हमारे
सपनोँ को समूल नष्ट कर दिया हमारे
सपनोँ का जहाज हमारे सामने डूबरहा था हम अपने
मन ही मन रोने के सिवा कुछ नहीँ कर सकते तभी 4
फर. को जो जहाज पूरी तरह लगभग डूब
चुका था हाईकोर्ट ने नीचे तलहटी मेँ हाथ
लगा लिया और डूबता हुआ जहाज स्थिर हो गया हम
लोग स्तंम्भित , फिर तो हर तारीख पर जहाज ऊपर
आने लगा जो लोग सरकार को सर्वशक्तिमान
परमेश्वर समझते थे उनका गला सूखने लगा, दूसरी तरफ
पूरी तरह सूखे पेड़ मेँ हरी-हरी कोपलेँ फूटने लगी ,देखते
ही देखते वह पेड़ हरे-हरे मजबूत पत्तोँ से लदा पतझड़
को चुनौती दे रहा है । वह डूबा हुआ जहाज समुद्र
की सतह पर खड़ा है बस चन्द कदमोँ की दूरी पर ।
▶बीटीसी प्रशिक्षण की सूची आज होगी जारी
ReplyDeleteइलाहाबाद (एसएनबी)। दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण की फाइनलसूची सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय, इलाहाबाद से सोमवार को सुबह 10 बजेसे जारी होगी। इसमें चयनित 44 हजार अभ्यर्थियों का प्रवेश प्रदेश के 70 डायट और निजी क्षेत्र के650 बीटीसी कालेजोंमेंहोगा। सापेक्ष वर्ग/श्रेणीवार अनन्तिम चयन सूची कीकट आफ मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों द्वारा भरेगये10 जिलोंके विकल्प के अनुसार बीटीसी प्रशिक्षण-2013 में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों केगुणांक केअवरोही क्रम में जिलेके आवंटन की सूची जारी होगी। चयनित अभ्यर्थियोंकी सूचीसचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कीवेबसाइट ध््रध््रध््र. द्वदडठ्र्ठद्मत्ड़ड्ढड्डद्वडदृठ्ठद्धड्ड.ढ़दृध्.त्द पर सोमवार को सुबह 10 बजे से जिला आवंटन कार्ड सेअभ्यर्थी डाउनलोड कर आवंटितजिले के डायट में प्रवेश के लिए संपर्क कर सकते हैं। सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि प्रवेश के लिए संबंधित जिलेके डायट में11 मार्च से 15 मार्च तक अभ्यर्थी संपर्क कर सकतेहैं। निजी क्षेत्र केबीटीसी कालेजोंमें प्रवेश 18 मार्च से21 मार्च तक होंगे। अभ्यर्थियों काप्रशिक्षण 28 मार्च से डायट और निजी क्षेत्र के बीटीसी कालेजों मेंशुरू होगा जो दो वर्ष का होगा। इसमें एक-एक सेमेस्टर छह-छह माह का होगा। प्रदेश के 70 डायट व निजी क्षेत्र के650 बीटीसी कालेजों मेंहोगा प्रवेश
सीएम आवास अनशनकरेंगेटीईटी धारक Sun, 09Mar 201411:06PM (IST) सीएम आवास अनशनकरेंगेटीईटी धारक देवरिया : टीईटीसंघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टाउन हाल परिसर में हुई। बैठक मेंआंदोलन कीरणनीति परविचार किया गया। राजित दीक्षित नेकहा कि सुप्रीमकोर्ट में लंबित शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को प्रदेश मोर्चा मजबूती सेलड़ रहा है।सरकार के खिलाफ ऐतिहासिक जीत होगी। अध्यक्ष अनुराग मल्ल नेकहाकि प्रदेश सरकार नेदो वर्षसेसिर्फउत्पीड़न किया है। अब जवाबदेनेकाउचित समय आगया है।अगले माह प्रदेश भर केटीईटी धारक मुख्यमंत्री आवास केसामनेआमरण अनशन करेंगे। मीडिया प्रभारीविकास पांडेय ने कहा कि सभी टीईटी धारक लखनऊमेंहोनेवालेअनशनकेलिए तैयार हैं।नगर अध्यक्षदीनानाथ जायसवाल नेकहा कि प्रदेश सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। जल्द ही सड़कों परजनआंदोलन शुरू होगा। बैठककीअध्यक्षतापद्माकर तिवारी व संचालन दिलीप गुप्ता नेकिया। इस अवसरपरसच्चिदानंद मिश्र, शैलेश पांडेय, जर्नादन गुप्ता, विपिन सिंह, अनिल कुमार, दिलीप गुप्ता, रामभगतगुप्ता, रामानंद कुशवाहा, रामचंद्र, दुर्गेश गुप्ता शैलेष मणि आदि उपस्थितरहे।
ReplyDeleteेट में 50 पर्सेट पर अब ओबीसी को लेक्चररशिप
ReplyDeleteराकेश नाथ/एसएनबीनई दिल्ली। यूजीसीने विविद्यालयों में टीचर बननेके इच्छुक ओबीसी कैटेगरी के स्टूडेंट्स को बड़ी राहतदी है। अब इस कैटेगरी केस्टूडेंट्स नेट में 50 पर्सेट क्वॉलिफाइंग मार्क्स के बेस पर ही शिक्षक के योग्य माने जाएंगे। इसके अलावा इस कैटेगरी को नेट में बैठने केलिए पीजी मेंजरूरी पर्सेटेज मेंभीराहतदी गईहै। अब पीजी में 50 पर्सेट मार्क्स वाले भी नेट मेंबैठ सकेंगे। अभी तक मानक 55 पर्सेट का था। अभी तक विविद्यालयोंमें लेक्चररशिप पानेके लिए नेट मेंन्यूनतम 55 पर्सेट मार्क्स लानाजरूरी होता था। ऑल इंडिया ओबीसीएससी-एसटी रिसर्च एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्षराजीव रंजन निराला ने बतायाकि उनकी एसो. इस छूट के लिए पिछलेदस सालोंसे संघर्ष कर रही थी। डीयू के शिक्षक सुधांशुव जेएनयू छात्र संघ ने इस मामलेमें उनका काफी साथ दिया। उन्होंनेकोर्ट में भी केस दायर कियाथा। जिस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने यूजीसी को दो महीने में इस पर विचार करने को कहा था। निराला नेबताया कि हर साल हजारोंकी संख्या मेंविद्यार्थी नेट मेंबैठते हैं, इनमें ओबीसी कोटे के विद्यार्थियों की संख्या भी काफी होती है, लेकिन इस कैटेगरी के काफी स्टूडेंट्स नेट में55 पर्सेट मार्क्स न ला पाने के कारण लेक्चररशिप केयोग्य नहीं बन पातेथे। वहीं, कई स्टूडेंट्स स्नातकोत्तर में 55 पर्सेट मार्क्स न होने केकारण नेट में बैठ ही नहींपातेथे।
प्रवक्ता केलिए बीएड होगा जरूरी एनसीटीईके चेयरमैन बोले-जल्द लागू होगी व्यवस्था अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद। अब इंटर कालेज में प्रवक्ता बननेके लिए भी बीएड अनिवार्य होगा। सिर्फ परास्नातक के आधार पर शिक्षक नहींबन पाएंगे। बीएड भीदो साल काहोना चाहिए। आने वाले दिन में एक सालका बीएड मान्य नहीं होगा। नेशनलकाउंसिल ऑफटीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने इसका निर्णय लिया है। शिक्षा का अधिकार तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा केलिए एनसीटीई व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी में है। इसके तहत विशेषज्ञ शिक्षकों की भीतलाश है। एनसीटीई तीन नए डिप्लोमा और डिग्रीकोर्स शुरू करनेजा रहा है। इसी क्रममें एनसीटीई ने प्रवक्ता केलिए भीबीएड अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। बारहवीं मेंप्रवक्ता बननेके लिए अभी संबंधित विषय में परास्नातक ही योग्यता है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीयसेमिनार में पहुंचे एनसीटीईके चेयरमैन प्रोफेसर संतोष पांडा ने बताया कि नई व्यवस्था जल्द लागूहोगी। ‘अल्टरनेटिव्स इन स्कूल सिस्टम एंड टीचर एजुकेशन’ विषय पर आयोजित सेमिनार में वक्ताओं ने शिक्षा व्यवस्था में मूलभूतबदलाव की बातकही। रविवार को आखिरी दिन पैनल डिस्कशन में शामिल नौ विशेषज्ञोंने शिक्षक-शिक्षण के ढांचे कोऔर मजबूत करनेके लिए एनसीटीईका अधिकार बढ़ाने की वकालतकी। पैनल नेइसके समेतकई प्रस्ताव भीपारित किए। पैनल में शामिलप्रोफेसर यूसी वशिष्ठ, प्रोफेसर एमके दास, प्रोफेसर एनएन पांडेय, प्रोफेसर स्मृति स्वरूप आदि ने शिक्षा व्यवस्था मेंबदलाव मेंएनसीटीई और आईएटीई की भूमिका पर भीविस्तार से चर्चा की। शिक्षा का अधिकार तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा केलिए होंगेबड़ेबदलाव
ReplyDeleteविवि डिग्रियोंका ऑनलाइन रिकॉर्ड Mon, 10 Mar 2014 01:02 AM (IST)
ReplyDeleteजागरण संवाददाता, आगरा: फर्जीवाड़े सेघिरा अंबेडकर विवि प्रशासन नेमार्कशीट ऑनलाइन कर दी हैं। अब सत्र 2013 से डिग्रियोंको ऑनलाइन करने की कवायद चल रही है।
विवि में फर्जी मार्कशीट और डिग्रीके मामलोंकी रोकथामनहीं हो पा रही है। आलम यह हैकि विवि की सही मार्कशीट और डिग्रीपर भी शक होनेलगा है। इसकेचलते सरकारी विभागोंके साथ निजीकंपनियोंमें नौकरीलगने पर मार्कशीट और डिग्री का सत्यापन किया जा रहा है। विवि में सत्यापन के केस लगातार बढ़रहे हैं। वहीं, कोईभी अधिकारी और कर्मचारी सत्यापन करने को तैयार नहीं हो रहा है। ऐसे मेंविवि प्रशासन ने डिग्री ऑनलाइन करने की कवायद शुरू की है। इसकी शुरुआतसत्र 2013 सेकी जा रही है। रजिस्ट्रार बीके पांडे ने बताया कि सत्र 2014-15 की मार्कशीट के साथ हीकॉलेजों मेंडिग्री भी पहुंचाई जाएंगी। इसकेसाथ ही रिकॉर्ड भी ऑनलाइन कर दियाजाएगा।
नहीं भरे जा सके पीजी के परीक्षा फॉर्म
विवि प्रशासन ने पीजी के परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि नौ मार्च घोषित की थी। मगर अधिकांश कॉलेजोंमें एमए, एमएससीऔर एमकॉमके छात्र-छात्राओं केपरीक्षा फॉर्मभरे नहीं जा सकेहैं। रविवार कोदिन भर छात्र-छात्राओं केसाथ ही कॉलेज संचालक परीक्षा फॉर्मभरनेके लिए विवि की वेबसाइट पर अटके रहे। वहीं, प्राइवेट छात्रोंके परीक्षा फॉर्म सेकॉलेज संचालकों नेइन्कार कर दिया है।
मईमें हो सकती है बीएड प्रवेश परीक्षा
ReplyDeleteलखनऊ (ब्यूरो)। राज्य स्तरीय संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा लोकसभा चुनाव केबाद कराने की तैयारी है। परीक्षा कराने की जिम्मेदारी निभाने वाले बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी ने शासन से अनुरोध कियाहैकि लोकसभा चुनाव के चलतेपरीक्षा सेंटर बनाने मेंदिक्कतेंआएंगी। इसलिए परीक्षा 22 मई के आसपास करानेकी अनुमति देदी जाए। अभी प्रवेश परीक्षा 23 अप्रैल को निर्धारित की गईहै। उत्तर प्रदेश मेंबीएड में दाखिलेके लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा की व्यवस्थाहै। राज्य सरकार हर साल अलग-अलग विश्वविद्यालयों को यह जिम्मेदारीदेती है। इस बार बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी गई है। बीएड की करीब ढाईलाख सीटों पर प्रवेश केलिए परीक्षा कराई जानीहै। विश्वविद्यालय प्रशासन ने23 अप्रैल को परीक्षा कराने की तारीख रखीहै।
बदलेगा लोअर सबऑर्डिनेट 2008 इंटरव्यू का कार्यक्रम
ReplyDeleteअमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की लोअर सबऑर्डिनेट-2008 केपदों पर भर्ती के लिए आयोजित होने वाले साक्षात्कार की तिथियांएक बार फिर परिवर्तित होंगी। साक्षात्कार तथा लोकसभा चुनाव की तिथियां आपस मेंटकरा गईहैं। इसकीवजह से आयोगने यह निर्णय लिया है। संशोधित तिथियां जल्द घोषितकी जाएंगी।
उम्र मेंछूट संबंधी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश केबाद आयोग नेलोअर सबऑर्डिनेट के लिए शुरू साक्षात्कार बीच में ही स्थगित कर दिया था। इसी मामलेमें सुप्रीम कोर्ट के प्रतियोगियोंकी याचिका खारिज करने के बाद आयोग ने साक्षात्कार का संशोधित कार्यक्रम जारी किया। इसके अनुसार साक्षात्कार एक अप्रैल से 12 मईतक होने हैं। इसके विपरीतनिर्वाचन आयोग ने प्रदेश में छह चरणोंमें10, 17, 24 और 30 अप्रैलतथा सात एवं12 मई को मतदान कराने की घोषणा की है। खास यह कि इन छह तिथियोंको लोअर सबऑर्डिनेट का इंटरव्यूहै। ऐसे में इन तिथियों का साक्षात्कार टलना तय है। इसकेअलावा इन तिथियों सेएक दिन पहले और बाद के दिनों के साक्षात्कार कार्यक्रम मेंभी फेरबदलकिया जा सकता है। लोक सेवाआयोग केसचिव अनिल यादवका कहना हैकि साक्षात्कार की तिथि पहले घोषित हो गई थी। इसलिए ऐसी स्थिति बन गई। साक्षात्कार की तिथि संशोधित की जाएगी।
लोकसभा चुनाव की सभीछह तिथियां टकराईंजल्द घोषित होगा संशोधित कार्यक्रम
पीसीएस-2011 : स्केलिंगमें भी गड़बड़ी का आरोप
इलाहाबाद (ब्यूरो)। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति से जुड़े प्रतियोगियोंने पीसीएस-2011 की मुख्य परीक्षा के स्केलिंग मेंभी गड़बड़ी का आरोप लगाया है। प्रतियोगियों का आरोप है कि मुख्य परीक्षा में स्केलिंग केबाद खास वर्ग के अभ्यर्थियों केनंबर अप्रत्याशित रूप सेबढ़ाए गए हैं, जबकि उसी विषय में अन्य अभ्यर्थियोेंको वास्तविक से कमअंक दिए गए हैं। प्रतियोगियोंने इसकाविवरण भी निकाला है। इसके अनुसार एक अभ्यर्थी को वास्तविक रूप से140 अंक मिले हैं। स्केलिंग के बाद उसे187.47 अंक देदिए गए हैं। जबकि, उसी विषय में एक अन्य अभ्यर्थी को वास्तविक 141 अंक मिले हैं। स्केलिंग के बाद उसे 138.82 अंक दिए गए हैं। समिति केअवनीश पांडेय का कहना है कि इस तरह से कई अभ्यर्थियोंके साथ हुआ है। पीसीएस-2011 के रिजल्ट को लेकर प्रतियोगी पहले ही हाईकोर्ट में याचिका दाखिलकर चुके हैं। सोमवार को इस पर सुनवाई भी होनी है। अवनीश का कहनाहैकि याचिका में इस बिंदु को लेकर भी सप्लीमेंटरी दायर की जाएगी।
प्रवक्ता केलिए बीएड होगा जरूरी
ReplyDeleteएनसीटीईके चेयरमैन बोले-जल्द लागू होगी व्यवस्था
अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद। अब इंटर कालेज में प्रवक्ता बननेके लिए भीबीएड अनिवार्य होगा। सिर्फपरास्नातक के आधार पर शिक्षक नहीं बन पाएंगे। बीएड भी दोसालका होनाचाहिए। आने वाले दिन में एक साल का बीएड मान्य नहींहोगा। नेशनलकाउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने इसका निर्णय लिया है।
शिक्षा का अधिकार तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए एनसीटीईव्यवस्था में बड़े बदलावकी तैयारी में है। इसके तहत विशेषज्ञ शिक्षकोंकी भी तलाश है। एनसीटीई तीन नए डिप्लोमा और डिग्रीकोर्स शुरूकरने जा रहाहै। इसी क्रम में एनसीटीईने प्रवक्ता के लिए भी बीएड अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। बारहवीं मेंप्रवक्ता बनने केलिए अभी संबंधित विषय में परास्नातक ही योग्यता है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में पहुंचे एनसीटीई केचेयरमैन प्रोफेसर संतोष पांडा ने बताया कि नईव्यवस्था जल्द लागू होगी। ‘अल्टरनेटिव्स इन स्कूल सिस्टमएंड टीचर एजुकेशन’ विषय पर आयोजित सेमिनार में वक्ताओं ने शिक्षा व्यवस्था में मूलभूत बदलाव की बात कही। रविवार को आखिरी दिन पैनलडिस्कशन मेंशामिल नौ विशेषज्ञोंने शिक्षक-शिक्षण केढांचे को और मजबूत करने केलिए एनसीटीई का अधिकार बढ़ानेकी वकालत की। पैनलने इसके समेत कईप्रस्तावभी पारित किए। पैनल में शामिल प्रोफेसर यूसी वशिष्ठ, प्रोफेसर एमके दास, प्रोफेसर एनएन पांडेय, प्रोफेसर स्मृति स्वरूप आदि नेशिक्षा व्यवस्था में बदलाव मेंएनसीटीईऔर आईएटीई की भूमिका पर भीविस्तार से चर्चा की।
शिक्षा का अधिकार तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए होंगे बड़ेबदलाव
सिनेमाघर में एक युवतीने मैनेजर की कनपटी पर पिस्तौल अड़ा दी और कहा -मेरा पति अंदर बैठा दूसरी औरत के साथ पिक्चर देख रहा है. उन दोनों को तुमजल्दी से बाहर निकालो, वरना तुम्हें गोली मार दूंगी.. मैनेजर ने डर से कांपतेहुए थिएटर में अनाउंसमेंट करवाया -जो भी पुरुष पराई स्त्री के साथ पिक्चर देख रहा हो, जल्दी से बाहर आ जाए.. अनाउंसमेंट का होना था कि दो मिनट में सारा थिएटर ही खाली हो गया…
ReplyDeleteDevindar Singh
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश की शौक्षणिक व्यवस्था का बंटाढार करने में समाजवादी पार्टी के योगदान को भुलाया नही जा सकता
आज से लगभग 21-22 साल पहले आदरणीय मुलायमसिंह नकल अध्यादेश जो की तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा लागू किया गया था, का विरोध कर सत्ता सुख प्राप्त किया था। उस समय सपा ने विधिवत अपने घोषणापत्र में सरकार बनने के आधे घंटे के अन्दर नक़ल अध्यादेश को समाप्त करने को कहा था और किया भी, नतीजा ये हुआ कि आने वाली पीढ़ियों ने सुविधा का भरपूर फायदा उठाते हुए उच्च अंक हासिल किये और इस तरह गुणांक आधारित भर्ती में भी यही तबका भारी रहा
वर्तमान में प्रदेश में टेट उतीर्ण गुणवत्ता धारी युवा शिक्षक बनने को प्रचुर मात्रा में उपलब्द्ध होने के बावजूद अल्पशिक्षित अप्रशिक्षित शिक्षामित्रो को समयोजित करने में लगी है।
सपा सरकार ने इस तरह उत्तरप्रदेश का विनाश किया है की आगे आने वाली कई पुश्ते इस दंश को झेलती रहेगी।
Yes
ReplyDeleteहम मिलेंगे अब
ReplyDeleteBreaking Teacher News शिक्षक बनने के लिए देश में अब एक ही परीक्षा
वाली खबर में !
शुभ प्रभात मित्रों,
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
आजकल आचार संहिता लागू होने के कारण राजनैतिक प्रत्याशी घर-घर जाकर जनसंपर्क करने में लग गए हैं। इसी क्रम में श्री (?) अकल-लेस यादव जी (अरे वही,, अपना पलटुआ ) ने सोचा की क्यों ना एक बार फिर से उत्तर प्रदेश की जनता को चूतिया बनाने की कोशिश की जाय ? अपनी इसी सोच के तहत श्रीमानजी 'चूतिया बनाओ-देश डुबाओ अभियान' के तहत अकेले ही जनता के बीच अपना 'चुनावी लोलीपोप' लेकर निकल पड़े। सबसे पहले जो द्वार उन्होंने खटखटाया वह एक अकेडमिक भाई का था, पलटुआ ने बहुत ही मधुर मुस्कान के साथ अपने आने का मंतव्य समझाया। उस अकेडमिक भाई का पारा सातवें आसमान पर जा पहुँचा और उसने पलटुआ पर भर्ती ना करने और झूठे आश्वासन देने का आरोप लगाते हुए लट्ठ लेकर पलटुआ को दौड़ा लिया एवं दो चार लट्ठ जमा भी दिए। पलटुआ अपनी जान आफत में फँसते देख भाग खड़ा हुआ, अपनी जान बचाकर भागते हुए पलटुआ को देखकर तो शायद ओलम्पिक धावक मिल्खा सिंह भी शर्मा जाते, भागते-भागते पलटू जी ने एक अन्य द्वार खटखटाया और दरवाजा खुलते ही जल्दी से अन्दर घुस पड़े। अपनी उखड़ी साँसों पर काबू पाने की कोशिश करते हुए उन्होंने गृहस्वामी को अपनी स्थिति बतानी चाही किन्तु सामने खड़े गृहस्वामी को अपनी तरफ घूरता हुआ पाकर पलटुआ ठिठक गया। तुरंत पलटुआ को खयाल आया की यह तो शिक्षामित्र का घर है जिसे उसने चुनावी लोलीपोप थमाया था, अभी पलटुआ वहाँ से दुडकी लगाने की सोच ही रहा था की तब तक उस शिक्षामित्र ने नजदीक पड़ी झाड़ू से उनका स्वागत करना शुरू कर दिया। बेचारा पलटुआ, तुरंत वहाँ से भाग खड़ा हुआ और अन्यत्र किसी घर में पनाह ली। इस बार उसका पाला उर्दू भर्ती के उस अभ्यर्थी से पड़ गया जिसका जॉइनिंग लेटर उसने वापस ले लिया था, उस अभ्यर्थी ने पलटुआ को पहचानते ही अपने नए खरीदे जूतों का उदघाटन पलटुआ पर कर डाला। एक साथ इतनी मुसीबतें आते देख पलटुआ के कुत्ते फेल हो गए और मुसीबत की इस घड़ी में उसे निरहुआ की याद आयी , अपनी बची-खुची शक्ति बटोरकर पलटू महोदय पुनः भाग खड़े हुए और किसी तरह गिरते-पड़ते निरहुआ के घर पहुँचे और पूरी बात बताते हुए कहा की सभी उसकी जान के दुश्मन बने हुए बाहर उसे मारने के लिए ढूंढ़ रहे हैं अतः वे छुपने के उद्देश्य से निरहुआ के घर आये हैं। अपनी बात कहकर पलटू महोदय अपनी अस्त-व्यस्त हालत को दुरुस्त करने में लग गए। निरहुआ पलटुआ को अपने घर आया देखकर पहले तो भौचक्का रह गया फिर हालात की जानकारी होते ही गंभीर हो कुछ सोचने लगा। अंत में निरहुआ ने कुछ निर्णय किया और पलटुआ को वहीँ रुकने और वहाँ से ना हटने की हिदायत देता हुआ जल्दी-जल्दी कपड़े पहनकर बाहर जाने के लिए तैयार हो गया। बाहर जाते-जाते निरहुआ अपने घर को बाहर से ताला लगाना नहीं भूला। पलटू महोदय अब तक काफी सामान्य अवस्था में आ चुके थे अतः शांत मन से उन्होंने निरहुआ से जल्दी वापस लौट आने की गुजारिश की तब निरहुआ बोला- " श्रीमान ! मैं उन अकेडमिक भाई, उर्दू भर्ती के अभ्यर्थी और शिक्षामित्र को ढूंढनें जा रहा हूँ जिनसे जान बचाकर आप भागे-भागे फिर रहे है साथ ही कुछ टेटवीरों और वित्तविहीन शिक्षकों को भी लेता आऊँगा।कोशिश तो यह भी करूँगा की दंगा राहत शिविरों के उन पीड़ितों से भी मुलाक़ात हो जाए जिनके तम्बू तूने जबरजस्ती उखड़वा दिए थे, और अगर लाठीचार्ज वाले डाक्टर भी मिल गए तो बात ही क्या? नॉन-टेट वाले कुछ अभ्यर्थी तो यहीं मेरे पड़ोस में ही रहते हैं, अब इन सभी को लेकर आता हूँ क्योंकि मैं तुझे पीटकर अकेले ही 'पुण्य' का भागीदार नहीं बनना चाहता और वैसे भी तू मुझ अकेले से बचकर भाग भी निकलेगा अतः सबको लेकर तुरंत आता हूँ तब तक तू इन भाइयों पर किये गए जुल्मों को याद कर आज सबका हिसाब यहीं हो जायेगा "।
( पलटुआ को कमरे में बंद करके और बाहर से ताला लगाकर निरहुआ 'भीड़' जुटाने चल दिया।)
uptet 2014 parirham ghoshit ki tareekh abhi clear nahi hui 27 march ko sunai dae raha daikhey kea hota hai. jaise k 25 feb, ko answer key 3 march ko dea gaya. jai hind
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