सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Thursday, March 6, 2014
Shiksha Mitra News : 14 से वितरित होगा शिक्षामित्रों का प्रमाण पत्र
52 comments:
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Mr. Umashankr and formula 12 tum logo ne logo ko bhut chutiya banaya hi ab salo apna apna muh band karo......
ReplyDeleteAb sarkar kiberojgaron ke form bharne se hee itnee kamai ho jayegee ki vo berojgareee bhatta asanee se baant sake.
ReplyDeleteशिक्षक बनने केलिए आवेदन अबदो हजार रुपये में
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद
अशासकीय अनुदानित स्नातक/स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में प्रवक्ता या प्राचार्य बननेकी चाह रखने वाले प्रतियोगियों को इस बार तगड़ीजेब ढीली करनीहोगी। शासन कीमंजूरी के बाद उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग नेप्रवक्ता (असिस्टेंट लेक्चरर) और प्राचार्य पद के लिए आवेदन शुल्क लगभग तीन गुना बढ़ा दियाहै। प्रवक्ता पद पर सामान्य और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियोंको आवेदन शुल्क के रूप मेंदो हजार रुपये, जबकि एससी और एसटीके लिए आवेदन शुल्क एक हजार रुपये रखा गया है। प्राचार्य पद के लिए भी आवेदन शुल्क बढ़ा दिया गया है। इस बार प्राचार्य पद के लिए ओबीसी और सामान्य वर्ग केअभ्यर्थियों को तीन हजार रुपये व एससी-एसटीको आवेदन शुल्क केरूप में 2000 रुपये देने होंगे। प्राचार्य और प्रवक्ता पदों केलिए भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन 20 मार्च से शुरू होगी। दोनों पदोंके लिए लिखितपरीक्षा और साक्षात्कार देनेहोंगे। पिछलीबार प्रवक्ता पद के लिए सामान्य-ओबीसी से 600 रुपये और एससी-एसटी केलिए 400 रुपये शुल्क लिया गया था। प्रिंसिपल पद के लिए सामान्य ओबीसी से1500 रुपये और एससी-एसटी के लिए 750 रुपयेथा। ऐसे होगी लिखितपरीक्षा
शासन ने दोनोंपदों को भरनेके लिए लिखित परीक्षा और साक्षात्कार आयोजित कराने का निर्णय लिया है। प्रवक्ता पद के लिए लिखित परीक्षा 200 अंकों की होगी। इसमें सफल होने वाले परीक्षार्थियों का साक्षात्कार लिया जाएगा। साक्षात्कार के लिए 30 अंक निर्धारित किए गए हैं। 140 प्रश्न विषय से और 60 प्रश्न सामान्य अध्ययन और रीजनिंग सेहोंगे। प्राचार्य पद के लिए लिखितपरीक्षा 100 अंकों की होगी। 50 अंकों का एकेडमिक परफॉरमेंस इंडीकेटर (एपीआइ) व20 अंकोंका साक्षात्कार होगा।
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोगके सचिवसंजय सिंह का कहना है कि आयोग में2003 केबाद आवेदन शुल्क नहींबढ़ाया गया था। पहले सिर्फ साक्षात्कार से प्रवक्ता और प्रिंसिपल के पदों पर भर्ती की जाती रही है। शासन ने अब लिखित परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। खर्च बढ़ गया है, लिहाजा शुल्क बढ़ाना आयोगकी मजबूरी है।
..तो आयोगमें होगी तालाबंदी
प्रतियोगियोंने उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग द्वारा तीन गुना से भीअधिक आवेदन शुल्क बढ़ा देने पर आपत्ति जताईहै। प्रतियोगी छात्र संघर्षसमिति के अध्यक्ष अयोध्या सिंह का कहनाहैकि एक तो आयोग लगभग एक दशक से एक भी पद पर भर्ती नहीं कर पायाऊपर सेअबजब भर्तीप्रक्रिया शुरूभी हुई तोअब आवेदन शुल्क बढ़ा दिए गए। प्रतियोगी छात्र मोर्चा केअध्यक्ष राजेश सिंह काकहना हैकि आयोग ने पुराने भरवाए गए प्रवक्ताऔर प्राचार्य केपदों के आवेदकों पर कोई विचार नहीं किया। बिना उनकीपरीक्षा कराए कैसेनए विज्ञापन पर भर्ती की जा सकती है। राजेश ने चेतावनी दी है कि यदि एक माह में पुरानेआवेदकों कीपरीक्षा तिथि नहीं घोषित की गईतोआयोग में तालाबंदी कर दी जाएगी।
अटक गईंअखिलेश की लाखों 'चुनावी' भर्तियां
ReplyDeleteशैलेंद्र श्रीवास्तव अमर उजाला, लखनऊ निकलेविज्ञापन, पर नहीं हुई भर्तियां लोकतंत्र के सबसे बड़े चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस दौरान मतदाताओं को लुभानेके लिए न तो कोई घोषणाएं की जाएंगी और न ही भर्तियां कीजाएंगी। प्रदेश में शिक्षक से लेकर लेखपालतक केलाखोंपदों पर भर्तियों के लिए वर्षोंसे मशक्कत किए जानेके बाद भीचयन प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। ऐसे मेंभर्तियोंके लिए युवाओं को अब आचार संहिता समाप्त होने का इंतजार करना होगा। उत्तर प्रदेश मेंअखिलेश सरकार के सत्ता मेंआने के बाद से भर्तियों के लिए विज्ञापन तो निकलेपर भर्तियांपूरी नहीं हो पाईं। हां 72,825 शिक्षकों कीभर्ती अटकी पहलेबेसिक शिक्षा विभाग केप्राइमरी स्कूलोंमें 72,825 सहायक अध्यापक पद के लिए विज्ञापन निकालकर आवेदन लिए गए। बेसिक शिक्षा विभाग नेशिक्षकों कीभर्ती केलिए नियमावली बदलते हुए शैक्षिक मेरिट के आधार पर आवेदन लिए, जबकि वर्ष 2011 में तत्कालीन बसपा सरकार ने इन्हीं पदोंपर भर्ती की अर्हताटीईटी मेरिट रखीथी। हाईकोर्ट नेइस पर दाखिलयाचिकाओं की सुनवाई करते हुए टीईटी मेरिट पर ही भर्ती का आदेश दे रखा है। राज्य सरकार ने इसकेखिलाफसुप्रीम कोर्ट में विशेषअनुज्ञा याचिका दाखिल कर शैक्षिक मेरिट से ही भर्ती के लिए राहत मांगी ही थीकि चुनाव आचार संहिता लग गई। यहां फंसे गणितके 29,334 मास्साब इसी तरह उच्च प्राइमरी स्कूलोंमें विज्ञान व गणित के 29,334 शिक्षकोंकी भर्ती काभीमामला फंस गया है। ग्राम पंचायत अधिकारियों के2900 पदोंके लिए आवेदन लेने की प्रक्रियापूरी हो चुकी है। भर्ती प्रक्रिया में देरीके चलते यह भर्ती भी फंस गईहै। ग्राम विकास अधिकारीके 3000 पदों कामामला भी फंस गया है। ग्राम विकास अधिकारी केलिए विज्ञापन निकालने के बाद आवेदन लिए जा चुके हैं। लेखपाल के 7000 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जाना था, लेकिन अब यह भी फंसता नजर आ रहा है। इसी तरह, बेसिक शिक्षापरिषद के प्राइमरी स्कूलों मेंशिक्षा मित्रोंको सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किए जाने का मामला एक बार फिर फंस गया है। शिक्षा मित्रों का भीमामला फिर फंसा राज्य सरकार ने शिक्षक, स्नातक निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने केबाद शिक्षामित्रोंको शिक्षक पद पर समायोजित करनेको नियमावली जारी करनेके लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी थी। चुनाव आयोगने इस पर राज्य सरकार से पूछा हैकि प्राइमरी स्कूलोंमें 72,825 शिक्षकों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली केसंशोधन पर सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है। इसी नियमावली को पुन: संशोधित करते हुए शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजितकिया जाना है, ऐसे में इस नियमावली का क्या औचित्य है। बेसिक शिक्षाविभाग ने हालांकि पूरी स्थितिष्ट करते हुए चुनाव आयोग को मंगलवार को ही पूरी सूचना भेज दी थी। अब चुनाव आयोगबेसिक शिक्षा विभाग केजवाब से संतुष्ट होने पर ही शिक्षा मित्रोंको सहायक अध्यापक बनाने संबंधी नियमावली जारी करने की अनुमतिदेगा।
शिक्षा मित्रों का मामला फिर फंसा
ReplyDeleteलखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद केप्राइमरी स्कूलोंमें शिक्षा मित्रोंको सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किए जाने का मामला एक बार फिर फंस गया है। राज्य सरकार ने शिक्षक, स्नातक निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के बाद शिक्षा मित्रों को शिक्षक पद पर समायोजित करने को नियमावली जारी करने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी थी। चुनाव आयोग नेइस पर राज्य सरकार से पूछा है कि प्राइमरी स्कूलोंमें 72,825 शिक्षकों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली केसंशोधन पर सुप्रीम कोर्ट मेंमामला विचाराधीन है। इसीनियमावली को पुन: संशोधित करते हुए शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया जाना है, ऐसेमेंइस नियमावलीका क्या औचित्य है। बेसिक शिक्षा विभाग नेहालांकि पूरी स्थिति स्पष्ट करतेहुए चुनावआयोग को मंगलवार को ही पूरी सूचना भेज दी थी। अब चुनाव आयोगबेसिक शिक्षाविभाग केजवाब से संतुष्ट होने पर ही शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक बनानेसंबंधी नियमावली जारी करने की अनुमति देगा।
ेबसाइट खराब, बीटीसी प्रवेश प्रक्रिया फंसी
ReplyDeleteअमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। बीटीसी प्रवेश प्रक्रियाऑनलाइन के झमेले में फंसी हुई है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 1 मार्च को भले ही जिलों कोमेरिट लिस्ट भेजते हुए प्रवेश प्रक्रियाका कार्यक्रम जारी कर दिया हो, लेकिन तकनीकी खराबी के चलते अभी तक बीटीसी चयनितों का आवंटितजनपद काकार्ड लोड नहीं हो पा रहाहै। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्य चाह कर भीप्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं कर पा रहे हैं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह कहते हैं कि तकनीकी खराबी कीउन्हें जानकारीनहीं है। वह शुक्रवार को इस संबंध में अधिकारियों से बात करेंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों मेंशिक्षक बनने की योग्यता स्नातक व बीटीसीहै। इसलिए बीटीसीकरनेवालों कीसंख्या काफी तेजी से बढ़ी है। सचिव परीक्षानियामक प्राधिकारी ने बीटीसी प्रवेश केलिए ऑनलाइन आवेदन लिया था। आए हुए आवेदनों के आधार पर 39,657 की मेरिट जारीकी गई थी। इसमें से37,400 ने 10 जिलों का विकल्प भरा है। इसके आधार पर प्रवेश के लिए चयनितोंकी सूची ऑनलाइन जारी करते हुए प्रवेश प्रक्रिया का कार्यक्रम जारी कियागया है। मेरिट में आने वालों को विभागीय वेबसाइट http://upbasiceduboard.gov.inसे आवंटन कार्ड डाउनलोड करने के बाद डायटों पर 5 मार्च से दाखिले की प्रक्रिया शुरूहोनी थी, लेकिन इसके न खुलनेसे कार्ड डाउनलोड नहीं हो पा रहा। इसके चलतेछात्र-छात्राएं परेशान होकर डायटोंव एससीईआरटी के चक्कर लगा रहे हैं।
शिक्षामित्र नेएबीएसए को दी जाने सेमारने की धमकी Fri, 07 Mar 2014 12:02 AM (IST)
ReplyDeleteसम्भल। बहजोई :खंड शिक्षा अधिकारीको शिक्षामित्र ने मोबाइल फोन पर दी जान से मारनेकी धमकीतथा जाति सूचक शब्दोंसे अपमानित किये जाने पर खंड शिक्षा अधिकारी ने थाना में शिक्षामित्र के विरूद्ध रिपोर्ट हेतु तहरीर दी है।
आप लोग मुझे........
ReplyDeleteउच्च शिक्षा प्राप्त करने को शिक्षक ले सकेंगे अवकाश
&
Good News For Civil Service Aspirant
वाली खबर मे पढ़ सकते हो ।
dear all kya koi bata sakta hai k net june 2014 ki last date badhe hai kya??? plz
ReplyDelete.
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मेरे लफ्जों से न करो मेरे किरदार का फैसला..
ऐसे तो सदियां गुजर आएंगी मेरी हकीक़त जानने में ..
Fark hota hai khuda aur peer mein....
ReplyDeleteFark hota hai kismat aur taqdeer mein....
Agar kabhi kuch chaho aur wo na mile to....
Samajh lena ki kuch aur achcha likha hai taqdeer mein..
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मेरे सिर की कसम ना खाया कर...
उसमेँ पहले से ही काफी दर्द रहता है...
Classical Dances of India
ReplyDeletehme jrur bataiye aap kon se # statese he?????frdz
Bharat Natyam – Tamil Nadu
Bihu – Assam
Bhangra – Punjab
Chhau – Bihar, Orissa, W. Bengal
and Jharkhand
Garhwali – Uttaranchal
Garba – Gujarat
Hattari – Karnataka
Kathak – North India
Kathakali – Kerala
Kutchipudi – Andhra Pradesh
Khantumm – Mizoram
Karma – Madhya Pradesh
Laho – Meghalaya
Mohiniattam – Kerala
Mando – Goa
Manipuri – Manipur
Nati – Himachal Pradesh
Nat-Natin – Bihar
Odissi – Orissa
Rauf – Jammu & Kashmir
Yakshagan – Karnataka
* Rupee : India, Nepal, Srilanka, Pakistan, Bhutan
ReplyDelete* Dollar : USA, Canada, Singapore, Ecuador,
Australia, Honkong, Taiwan, Newzealand
* Euro : France, Germany, Italy, Austria, Belgium,
Cyprus, Netherland, Portugal, Spain, Vatican city
* Pound : UK, Egypt, Sudan
* Rial: Iran, Qutar, Saudi Arabia, Yemen, Oman,
Combodia
* Dinar : Algeria, Iraq, Kuwait,Ttunisia
* Peso : Phillipines, Argentina, Chile,
Cuba ,Mexico, Uruguay
* Franc : Cameroon, Switzerland
* Ruble : Russia, Belarus
* Taka : Bangladesh
कहते है जहा आदमी को एक बार धोखा मिले वहा कभी दोबारा जाना नहीं चाहिए,.
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पर क्या करे भाई, ससुराल तो जाना ही पड़ता है।
'' बुराई की जीत के लिये बस इतना भर जरुरी है कि कुछ अच्छे लोग कुछ न करेँ ।" - एडमंड बर्फ
ReplyDeleteभारतीय रेल info # TR1. भारत में रेल 16 अप्रैल 1853 में बुम्बई से थाणे तक 34 किमी. चलायी गयी।
ReplyDelete2. भारत की सबसे लम्बी दूरी तय करने वाली गाड़ी विवेक एक्सप्रैस है।
3. विश्व का सबसे लम्बा प्लेटफार्म गोरखपुर है।
4. भारत में प्रथम विदृाुत रेल 1925 में चली ।
5. भारत की प्रथम भूमिगत रेल मेट्रो कोलकाता में चली थी।
6. भारत में सबसे तेज चलने वाली रेलगाड़ी शताब्दी एक्सप्रैस है।
7. भारतीय रेलवे ने रेल बीमा योजना 1994 ई. में प्रारम्भ की।
8. गरीब रथ रेलगाड़ी शुरू करने का श्रय लालू प्रसाद यादव को जाता है।
9. रेलवे बोर्ड की स्थापना 1905 ई. में की गयी।
10. भारत में 17 रेलवे जोन हैं।
11. प्रथम रेलवे महिला ड्राइवर सुरेखा भांसले है।
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When a Queen Tells U About Her Problems,
It Does Not Mean She Complains..
It Means She Trust U...
Mitron 917820078200 per apna voter id no send karen aur chek karen ki apka name voter list me hai ya nahi. 9 march ko her polling booth per name registration ka last chance hai----
ReplyDeleteविश्व विरासत मे शामिल 6 दुर्ग
ReplyDeleteदुनिया TRICK की ➨ "चीकु गाजर आम" ➨चि - चित्तौड़
कु - कुंभलगढ राजसंमद
गा - गागरोन झालावाड़
ज - जैसलमेर सोनार
र - रणथम्भौर स॰माधोपुर
आम - आमेर जयपुर
➨ TRICK Q.→ तत बाद्य यंत्र
ReplyDeleteदुनिया TRICK की ➨ " जरा सरक भाई " ➨ज - जन्तर
रा - रावणहत्था
स - सारंगी
र - रबाज
क - कामायचा
भा - भपंग
ई - ईकतारा
➨ TRICK Q.→हडप्पा सभ्यता के स्थान व उनके उत्खन्नकर्ता
ReplyDeleteदुनिया TRICK की ➨"हद मे मोरा काला सुरज"➨हद:- हड़प्पा - दयाराम ।
मेँ:- X ।
मोरा:- मोहनजोदड़ो - राखलदास
काला:- कालीबंगा - बी॰ बी॰ लाल
सुरज:- सुरकोटड़ा - जगपति जोशी
अब वक्त आ गया है कि हम इस बात पर विचार करें कि सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में slp किये जाने से लेकर 3 मार्च तक जो कुछ भी हुआ उसे टेट मेरिट समर्थकों के साथ विश्वासघात के सिवाय और क्या कहा जाए,,,,,, मुझे तो बेवकूफी या नादानी शब्द का प्रयोग ज्यादा सही लगता है.......
ReplyDeleteआज की तारीख में टेट संघर्ष मोर्चे के किसी भी गुट द्वारा समर्थित किसी भी एकाउंट में एक भी रुपया नहीं है ,,,,, SC में अब तक सिर्फ इतना ही हुआ है कि सरकार ने HC में दिए अपने बेहूदा तर्कों को दुहराते हुए 3 बार स्टे माँगा है और चौहान साहब ने स्टे देने से साफ़ मना किया है,,,,,,, और हम लगभग 30 लाख वकीलों पर लुटा चुके हैं ,,,,,,,आखिर जब 7 मार्च को चौहान साहब ने स्पष्ट कर दिया था कि पहले लार्जर बेंच के निर्णय के विरुद्ध अपील examine की जायेगी तब 72825 मामले को निस्तारित किया जाएगा तो टेट संघर्ष मोर्चे को क्या आवश्यकता थी कि वो टेट मेरिट समर्थकों को ठेके पर ऐसे लेख लिखाकर गुमराह करे कि हमारी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने के लिए 15th संशोधन का शून्य घोषित किये जाने की आवश्यकता नहीं है ,,,
ReplyDeleteएक सच्चाई आपको बताता हूँ....... टेट संघर्ष मोर्चे के सभी पैरवीकार जानते थे कि 3 मार्च को कुछ नहीं होने जा रहा है ,,,,,SC में 4-5 दिन पहले ही हलफनामा जमा हो जाता है और सरकार द्वारा लार्जर बेंच वाले मामले में हलफनामा ना लगाए जाने की जानकारी सभी को हो चुकी थी ,,,,, लेकिन सभी पैरवीकारों को तब तक नींद ना आने की बीमारी हो गई है जब तक एक दो वकीलों की जेब ना गरम कर दें भले ही ऐसा करने के लिए कितना ही बड़ा झूठ क्यों ना बोलना पड़े,,,,,,,
ReplyDeleteफिर भी आप घबराएँ ना,,,,,टेट मेरिट का रथ धीरे -धीरे ही सही लेकिन अपनी मंजिल की ओर बड रहा है ,,,,,, ज्यादा अधीर भी मत होना वरना टेट मोर्चे का या मोर्चे के बाहर का कोई बंदा/बंदी अपने शागिर्दों से पोस्ट डलवाकर आपको फिर यकीन दिला देगा कि आप फलाँ एकाउंट में रूपये डालोगे तो मैं बिना 15th संशोधन रद्द कराये टेट मेरिट से नियुक्ति करा दूँगा ,,,आचार संहिता से मुक्ति दिलाने का वादा करने वाली पोस्ट जल्द ही नजर आ सकती हैं ,,,,,,
ReplyDeleteशुभ प्रभात मित्रों,
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
निरहुआ देख रहा है कि अब माहौल धीरे-धीरे सामान्य हो चुका है और 3 मार्च की तल्खी भी काफी हद तक ख़त्म हो चुकी है अतः एक छोटी सी 'मुस्कान' अपने टेट भाइयों को समर्पित करता हूँ..।
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एक बार अकेडमिक सेनापति श्री (?) कपिलदेव यादव ने सोचा की जहाँ एक ओर उसके अकेडमिक वीर अपना एक ही वकील खड़ा कर पाने में एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं वहीँ दूसरी ओर टेटवीर निःसंकोच सीनियर लॉयर्स की फ़ौज खड़ी कर देते हैं, ऐसा क्यों ? इन टेटवीरों के पास इतना पैसा कहाँ से आता है ? ये भी तो आखिर बेरोजगार ही हैं, ये ससुरे इतना पैसा लाते कहाँ से हैं ? इन्हीं सब बातों का उत्तर पाने के लिए कपिलदेव जी छानबीन में जुट गए, इसी सन्दर्भ में उन्हें पता चला की निरहुआ प्रतिदिन टेट मोर्चा में लगभग 2500/- इकट्ठे करके दे रहा है। फिर क्या था, कपिलदेव जी ने निरहुआ के घर की निगरानी करवानी शुरू कर दी। कपिलदेव् जी को रिपोर्ट मिली की निरहुआ सुबह-सुबह घर से किसी की आदमकद तस्वीर और एक झोला ले कर निकलता है और उसी तस्वीर के माध्यम से शाम तक कुछ पैसे इकट्ठे करके टेट मोर्चा कार्यालय पर जमा करवाकर घर को लौट जाता है। अब अकेडमिक सेनापति कपिलदेव जी का कौतुहल और भी बढ़ गया कि तस्वीर से पैसे कैसे इकठ्ठा किये जाते हैं, निरहुआ तसवीर का क्या करता है और वह तसवीर किसकी हो सकती है ? शायद पाठक की होगी या बागपत की, होने को तो सुजीत की भी हो सकती है । कपिल महोदय जितना सोचते जाते उतना ही उलझते जाते ,अंत में जब उनकी सहनशीलता जवाब दे गयी तो उन्होंने निरहुआ से मुलाक़ात करने का निश्चय किया और पहुँच गए सुबह-सुबह निरहुआ के घर। कपिलदेव जी के सवालों को सुन निरहुआ बड़ी ही रहस्यमयी मुस्कान मुस्कुराया और कपिलदेव को जलपान करा विदा कर दिया किन्तु 'राज' की बात नहीं बताई। कपिलदेव भी आज ठाने बैठा था की पैसा वसूली का राज जानकर ही रहेगा, अतः जैसे ही निरहुआ प्रतिदिन की भांति अपने 'मिशन' पर घर से निकला , कपिलदेव जी चुपके-चुपके उसके पीछे हो लिए। कपिलदेव के आश्चर्य की सीमा ना रही जब उसने देखा की निरहुआ उसी की (कपिलदेव की ) तसवीर उठाये चला जा रहा है। अब तो अकेडमिक सेनापति और भी चकराए की उनकी तसवीर भला निरहुआ क्या करेगा। खैर,, निरहुआ एक मेले में पहुँचा और निरहुआ को देखते ही चारों तरफ 'निरहुआ आ गया-निरहुआ आ गया' का शोर मच उठा और लोग निरहुआ को चारों तरफ से घेर बैठे। कपिल ने देखा की निरहुआ उन सभी लोगों से दस-दस रूपए लेकर अपनी जेब में रखता जाता और अपने कंधे पर टंगे झोले में से निकालकर तीन-तीन पत्थर उनके हाथों में रखता जाता। जब सभी लोगों ने पत्थर खरीद लिए तब निरहुआ ने कपिलदेव की तसवीर एक लाइन से दस कदम की दूरी पर खड़ी कर दी और पीछे हट गया, तत्काल लोग बारी-बारी से कपिलदेव की तसवीर पर 'निशाना' आजमाने लगे। अब तक दूर खड़े कपिलदेव की समझ में सारा माजरा आ चुका था, अपनी तसवीर का यह 'वसूली उपयोग ' देखकर उसका पारा सातवें आसमान पर पहुँच गया और वह अपने आप को रोक ना सका। कपिलदेव जी क्रोध में भरे हुए और आँखें लाल किये हुए निरहुआ के पास पहुँचे और 'निर्बल' निरहुआ की गर्दन थाम उसे जमीन से ऊपर उठा लिया, अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उन्होंने निरहुआ को जमीन पर पटक भी दिया। निरहुआ तत्काल उठ कर खड़ा हुआ, अपने धूल से भर उठे कपड़ों को झाड़ते हुए कपिलदेव से चिंतित स्वर में बोला कि-' आपको यहाँ नहीं आना चाहिए था , मेरा पीछा करके आपने बहुत बड़ी गलती की है, मैं अब कुछ नहीं कर सकता अब आप ही भुगतिए'। इतना कहकर निरहुआ एक सुरक्षित दूरी पर जा खड़ा हुआ, पहले तो कपिलदेव को निरहुआ की कही बातों का मतलब समझ ही नहीं आया और जब मतलब समझ आया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घबराकर कपिलदेव जी जब 'पत्थरबाजों' की ओर पलटे तब सभी उन्हें बहुत ध्यान से देख रहे थे। सबने तस्वीर से उनकी सूरत का मिलान किया और फिर उनकी 'लोकप्रियता' ने असर दिखाना शुरू कर दिया..
..धड़ाम...
..धड़ाम...
..धड़ाम...
( ताज़ा समाचार मिलने तक कपिलदेव जी सरकारी चिकित्सालय के ICU में बेड नंबर 420 पर भर्ती थे एवं निरहुआ के आज टेट कार्यालय पर 5000/- रूपए जमा करने की सूचना प्राप्त हुई है।)
शुभ प्रभात मित्रों,
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
निरहुआ देख रहा है कि अब माहौल धीरे-धीरे सामान्य हो चुका है और 3 मार्च की तल्खी भी काफी हद तक ख़त्म हो चुकी है अतः एक छोटी सी 'मुस्कान' अपने टेट भाइयों को समर्पित करता हूँ..।
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एक बार अकेडमिक सेनापति श्री (?) कपिलदेव यादव ने सोचा की जहाँ एक ओर उसके अकेडमिक वीर अपना एक ही वकील खड़ा कर पाने में एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं वहीँ दूसरी ओर टेटवीर निःसंकोच सीनियर लॉयर्स की फ़ौज खड़ी कर देते हैं, ऐसा क्यों ? इन टेटवीरों के पास इतना पैसा कहाँ से आता है ? ये भी तो आखिर बेरोजगार ही हैं, ये ससुरे इतना पैसा लाते कहाँ से हैं ? इन्हीं सब बातों का उत्तर पाने के लिए कपिलदेव जी छानबीन में जुट गए, इसी सन्दर्भ में उन्हें पता चला की निरहुआ प्रतिदिन टेट मोर्चा में लगभग 2500/- इकट्ठे करके दे रहा है। फिर क्या था, कपिलदेव जी ने निरहुआ के घर की निगरानी करवानी शुरू कर दी। कपिलदेव् जी को रिपोर्ट मिली की निरहुआ सुबह-सुबह घर से किसी की आदमकद तस्वीर और एक झोला ले कर निकलता है और उसी तस्वीर के माध्यम से शाम तक कुछ पैसे इकट्ठे करके टेट मोर्चा कार्यालय पर जमा करवाकर घर को लौट जाता है। अब अकेडमिक सेनापति कपिलदेव जी का कौतुहल और भी बढ़ गया कि तस्वीर से पैसे कैसे इकठ्ठा किये जाते हैं, निरहुआ तसवीर का क्या करता है और वह तसवीर किसकी हो सकती है ? शायद पाठक की होगी या बागपत की, होने को तो सुजीत की भी हो सकती है । कपिल महोदय जितना सोचते जाते उतना ही उलझते जाते ,अंत में जब उनकी सहनशीलता जवाब दे गयी तो उन्होंने निरहुआ से मुलाक़ात करने का निश्चय किया और पहुँच गए सुबह-सुबह निरहुआ के घर। कपिलदेव जी के सवालों को सुन निरहुआ बड़ी ही रहस्यमयी मुस्कान मुस्कुराया और कपिलदेव को जलपान करा विदा कर दिया किन्तु 'राज' की बात नहीं बताई। कपिलदेव भी आज ठाने बैठा था की पैसा वसूली का राज जानकर ही रहेगा, अतः जैसे ही निरहुआ प्रतिदिन की भांति अपने 'मिशन' पर घर से निकला , कपिलदेव जी चुपके-चुपके उसके पीछे हो लिए। कपिलदेव के आश्चर्य की सीमा ना रही जब उसने देखा की निरहुआ उसी की (कपिलदेव की ) तसवीर उठाये चला जा रहा है। अब तो अकेडमिक सेनापति और भी चकराए की उनकी तसवीर भला निरहुआ क्या करेगा। खैर,, निरहुआ एक मेले में पहुँचा और निरहुआ को देखते ही चारों तरफ 'निरहुआ आ गया-निरहुआ आ गया' का शोर मच उठा और लोग निरहुआ को चारों तरफ से घेर बैठे। कपिल ने देखा की निरहुआ उन सभी लोगों से दस-दस रूपए लेकर अपनी जेब में रखता जाता और अपने कंधे पर टंगे झोले में से निकालकर तीन-तीन पत्थर उनके हाथों में रखता जाता। जब सभी लोगों ने पत्थर खरीद लिए तब निरहुआ ने कपिलदेव की तसवीर एक लाइन से दस कदम की दूरी पर खड़ी कर दी और पीछे हट गया, तत्काल लोग बारी-बारी से कपिलदेव की तसवीर पर 'निशाना' आजमाने लगे। अब तक दूर खड़े कपिलदेव की समझ में सारा माजरा आ चुका था, अपनी तसवीर का यह 'वसूली उपयोग ' देखकर उसका पारा सातवें आसमान पर पहुँच गया और वह अपने आप को रोक ना सका। कपिलदेव जी क्रोध में भरे हुए और आँखें लाल किये हुए निरहुआ के पास पहुँचे और 'निर्बल' निरहुआ की गर्दन थाम उसे जमीन से ऊपर उठा लिया, अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उन्होंने निरहुआ को जमीन पर पटक भी दिया। निरहुआ तत्काल उठ कर खड़ा हुआ, अपने धूल से भर उठे कपड़ों को झाड़ते हुए कपिलदेव से चिंतित स्वर में बोला कि-' आपको यहाँ नहीं आना चाहिए था , मेरा पीछा करके आपने बहुत बड़ी गलती की है, मैं अब कुछ नहीं कर सकता अब आप ही भुगतिए'। इतना कहकर निरहुआ एक सुरक्षित दूरी पर जा खड़ा हुआ, पहले तो कपिलदेव को निरहुआ की कही बातों का मतलब समझ ही नहीं आया और जब मतलब समझ आया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घबराकर कपिलदेव जी जब 'पत्थरबाजों' की ओर पलटे तब सभी उन्हें बहुत ध्यान से देख रहे थे। सबने तस्वीर से उनकी सूरत का मिलान किया और फिर उनकी 'लोकप्रियता' ने असर दिखाना शुरू कर दिया..
..धड़ाम...
..धड़ाम...
..धड़ाम...
( ताज़ा समाचार मिलने तक कपिलदेव जी सरकारी चिकित्सालय के ICU में बेड नंबर 420 पर भर्ती थे एवं निरहुआ के आज टेट कार्यालय पर 5000/- रूपए जमा करने की सूचना प्राप्त हुई है।)
उमाशंकर जी सिर्फ आप ही नहीं, बल्कि आपके साथ के सभी लोग झूठ बोलना जानते हैं। आपने ना जाने कितनी ही बातें अपने समर्थकों से छिपाई हैं। ये जानते हुए भी कि तीन मार्च को कुछ नहीं होने वाला, आपने अपने समर्थकों को सिर्फ और सिर्फ "बाबा जी का ठुल्लू" पकड़ने का ही काम किया है। और आगे भी आप यही करोगे। अब ये भर्ती करवाना आपके बस में नहीं है। अगर आपके बस में कुछ है तो वह यह कि आप समर्थकों को झूठे आश्वासन ही दीजिए और हर आगे मिलने वाली तारीख पर "हम होंगे कामयाब" का झूठ सपना देखिए और समर्थकों को भी दिखाइए? जो कोई भी इस कमंट को पढ़े वह इस बात को अच्छी तरह से जान ले कि हम लोगों के बाद एक बहुत बड़ी संख्या में बीएड + टैट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की फौज तैयार हो गई है। ये फौज अब इस माँग के लिए पूरी तरह तैयार हो रही है कि आखिर हम कब तक इंतजार करें हमें भी भर्ती होना है। और कोर्ट के आदेश से हम लोगों को 72825 पद इन लोगों के साथ बाँटने होंगे। अब वे लोग जिनके 83-110 तक नम्बर हैं, वे इस भर्ती को भूल जाएँ। सिर्फ वही इस भर्ती के लायक रहेगा जिसके 110 या इससे ऊपर हैं। टैट मैरिट वालों ने अपनी जिद और गलतियों के कारण उन हजारों अभ्यर्थियों को इस भर्ती से बहुत दूर कर दिया है जो इस भर्ती के सच्चे हकदार थे।
ReplyDeleteTet is best.
ReplyDeleteमोदी जी ने केजरीवाल को जवाब देते हुऐ कहा अगर वो अच्छी नियत से मेरे दरवाजे पर दस्तक देते तो मै जरुर मिलता !!
ReplyDeleteहमारे देश मेँ 4% लोग एेसे हैं जिन्हें केजरीवाल में
ReplyDeleteअपना भविष्य नजर आता है . ये वही लोग है
जो बचपन मेँ छत से इसलिये कूद जाया करते थे
कि शक्तिमान इन्हेँ बचाने आयेगा..
JAI HIND JAI SHREE RAM
ReplyDeleteapril me nirnay aata hai to ye vac kb tak ho jayegi.aachar sanhita ka prabhav is pr padega ki nahi.jaisa ki paper me iska prabjav vac pr diya tha
Tet merit and acd merit walo ye bharti kabhi nhi ho payengi...........
ReplyDeleteAisa mai nhi aap khud log sonch rhe hi.....
Think .......think........
......think
..........
Gd Evening Friends AAj humare junior bharti morcha ke adhyaksh Devendra yadav ji Sachiv sahab se mile aur bharti ki position ka jayja liya..iss par sachiv sahab ne kaha ki 25 26 me case final ho jayega.. April me counselling shuru kar di jayegi..to devendra ji ne kaha ki elections ki wajah se kaise sambhav hai to unhone kaha ki ye kaam humara hai ap log pareshan na ho april me counselling karwayenge..
ReplyDelete424 संविदा प्रवक्ताओंको तोहफा
ReplyDelete230 प्रवक्ताओं कीपक्की नौकरी का रास्ता किया साफ
194 प्रवक्ताओं कामानदेय 25 हजार से बढ़ाकर 35 हजार रुपये
राज्य ब्यूरो, देहरादून: सरकारी डिग्री कालेजोंमें संविदा पर कार्यरत 424 प्रवक्ताओं को तोहफा दिया गया है। कार्मिक की नियमावली के आधार पर 230 प्रवक्ताओं के नियमितीकरण का रास्ता खोल दिया गया है। इनमें 106 प्रवक्ताओं केलिए नियमोंको शिथिलकिया गया है। नियमितीकरण का मसला उच्चस्तरीय समिति केसुपुर्द किया गया है। वहीं नियमितीकरण केदायरे मेंआने सेवंचित रह गए 194 प्रवक्ताओं कामासिक मानदेय 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 35 हजार रुपये किया गया है।
लोकसभा चुनावी सीजन में संविदा प्रवक्ताओंकी बल्ले-बल्ले हो गईहै। कार्मिक की नियमावली के तहत पांच साल लगातार सेवा पूरी करनेपर 230 प्रवक्ताओं केनियमितीकरण का रास्ता साफ करते हुए शासन ने आदेश जारी कर दिए। हालांकि, इसका लाभ प्रवक्ताओं को चुनाव आचार संहिताखत्म होने के बाद मिलने केआसार हैं। पांच साल की लगातार सेवा पूरी करने वाले 124 प्रवक्ताओं केनियमितीकरण में अड़ंगा नहींहै। 106 प्रवक्ताओं केमामलेमें सरकार नियमों को शिथिल करते हुए उन्हें पात्रताके दायरेमें लाई है। इस मामलेको अब शासन की समिति के सुपुर्द कियागया है। 1वहीं, कार्मिक नियमावली के आधार पर पांच सालपूरेहोने मेंअभीवक्त शेष होनेके कारण 194 संविदा प्रवक्ताओं को फिलहाल स्थायी नौकरी नहीं मिल सकेगी। सरकार नेउन्हें मानदेय बढ़ाकर फौरी राहत दी है। मानदेय 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 35 हजार रुपये किया गया है। यह मानदेय एक अप्रैल, 2014 से दिया जाएगा।
मेरे जज़्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम,
ReplyDeleteमैं "इश्क" भी लिखना चाहूँ तो "इन्कलाब" लिखा जाता है..!!
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Deewane hai tere is baat se inkaar nahi,
Kaise kahe humhe aapse pyar nahi
Kuch to kasoor hai aapki nigahon ka
Hum akele to gunahgaar nahi.
Sometimes God doesn't change your situation because He's trying to change your heart.
ReplyDeleteBe true to yourself, because there are only a few people that will stay true to you,
ReplyDeleteMohabat kisi se Tab Hi Karna Jab Mohabat Ko nibhana seekh lo
ReplyDeleteMajburiyo Ka Sahara Le Kar Chod Dena Wafadari Nhi Hoti..
चोर (बन्दूक तनते हुए)- "ज़िन्दगी चाहते हो तो अपना पर्स मेरे हवाले कर दो।"
ReplyDeleteव्यक्ति - "यह लो।"
चोर- " कितने मुर्ख हो तुम, मेरी बंदुक मे तो गोली ही नही थी। हा..हा...हा।"
व्यक्ति - " और मेरे पर्स मे भी कहां रुपये थे।
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Koi teer jaisa, zigar ke paar huwa hai,
Jaane kyu dil itna, beqaraar huwa hai,
Kabhi dekha nahi maine tujhe,
Phir bhi kyu_E_Ajnabi,
Es kadar tumse pyar huwa hai...
एक बच्चा अपनी माँ के साथ एक दुकान पर
ReplyDeleteशॉपिंग करनेगया तो
दुकानदार ने उसकी मासूमियत
देखकरउसको सारी टॉफियों के डिब्बे
खोलकर कहा-:"लो बेटा टॉफियाँ ले लो...!!!".
पर उस बच्चे ने भी बड़े प्यार से उन्हें मना कर
दिया....
उसके बावजूद उस दुकानदार ने और उसकी माँ ने
भी उसेबहुत कहा
परवो मना करता रहा.....हारकर
उस दुकानदार ने खुद अपने हाथ
सेटॉफियाँ निकाल करउसको दीं तो
उसने ले लीं और अपनी जेब मेंडाल
ली....!!!!.वापसआते हुऐ उसकी
माँ ने पूछा कि"जब अंकल तुम्हारे सामने
डिब्बा खोल कर टाँफी दे रहे
थे ,तब तुमनेनही ली और जब उन्होंने अपने
हाथों सेदीं तो ले ली....!!
ऐसा क्यों..??
"तब उस बच्चे ने बहुत खूबसूरत प्यारा जवाब
दिया -:"
माँ मेरे हाथ छोटे-छोटे हैं...अगर मैं
टॉफियाँ लेता तो दो तीन
टाँफियाँ ही आती जबकि अंकलके हाथ बड़े हैं
इसलिये ज्यादा टॉफियाँ
मिल गईं....!!"
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~बिल्कुल
इसी तरह जब भगवान
हमें देता हैतो वो अपनी मर्जी सेदेता है और
वो हमारी सोच से परे
होता है,हमें हमेशा उसकी मर्जी में खुश
रहना चाहिये....!!!
क्या पता..??
वो किसी दिन हमे ं
पूरा समंदर देना चाहता हो और हम हाथ में
चम्मच लेकर खड़े हैं ।
जानेँ किसकी दुआओँ मेँ शामिल हूँ मैँ,
ReplyDeleteक्योँकि जब भी डूबता हूँ तो समंन्दर उछाल देता है।।
महत्व्पूर्ण जानकारी IMP Gk
ReplyDeleteभारत में पहली कोयले की खान - रानीगंज (1820)
भारत की पहली ट्रेन - मुम्बई से ठाणे (1853)
भारत का पहला राकेट - रोहणी (1967)
भारत का पहला उपग्रह - आर्यभट् (1975)
भारत की पहली इस्पात फैक्टी - टाडा जमशेदपुर
(1907)
भारत का पहला कृषि विश्व विद्यालय - पंतनगर
विश्व विद्यालय (1960)
भारत का पहला नेशनल पार्क - जिम कार्बेट
(1935)
भारत की पहली हवाई उड़ान - इलाहाबाद से
नैनी (1911)
भारत का पहला जूट कारखाना -
रिसरा (कलकत्ता में 1855)
भारत की पहली सीमेण्ट फैक्ट्री - चेन्नई (1904)
भारत की पहली रबड़ की फैक्टी - बरेंली (1955)
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वो कहने लगी नाकाब में भी पहचान लेते हो हजारों के बीच,
में ने मुस्करा के कहा तेरी आँखों से ही शुरू हुआ था"इश्क"हजारों के बीच..
TRICK-"BHAJI SABJI FOR MAASAAB"=>
ReplyDeleteB - बाबर |
H - हुमायूं {बीच में कुछ दिन शेरशाह रहा} |
A - अकबर |
JI - जहांगीर |
S - शाहजहाँ |
A - औरंगजेब |
B - बहादुरशाह |
JI - जहांदारशाह |
FOR - फर्रुखसियर |
M - मुहम्मदशाह |
A - अहमदशाह |
A - आलमगीर द्वितीय |
SA - शाहआलम द्वितीय |
A - अकबर द्वितीय |
B - बहादुरशाह जफर |
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Arzoo Hai Ki Unse Mila De Koi,
Mere Khwabon Ko Haqiqat Bana De Koi..
Unse Doori Hi Hai Meri Udasi Ka Sabab,
Kaash Ke Is Doori Ko Mita De Koi....!
लोगों अब मुझे ख़ैरात ना दो उजालों की...;
ReplyDeleteअपने आप को 'सूरज बना चुका हूँ मैं ॥
टेट मेरिट के शेरो समय कम हैँ आखिरी लडाई 25/26 मार्च के लिये एक बार और आर्थिक सहयोग करे-
ReplyDeleteरख हौसला, वो मंजर भी आयेगा प्यासे के पास समंदर भी आयेगा थक कर ना बैठ।
ऐ मंजिल के मुसाफिर तुझे मंजिल भी मिलेगी, और मिलने का मजा भी मिलेगा ।
'समायोजन' आदेश जारी होने पर ही चुनावी कार्यSat, 08 Mar 2014 06:05 PM (IST) वाराणसी : शिक्षामित्रोंके समायोजन से संबंधितआदेश जब तक लागूनहीं होगा, शिक्षामित्र निर्वाचन सेसंबंधित कार्य को मूर्तरूप नहीं देंगे। उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति के पदाधिकारियों कीशनिवार को भारत माता मंदिर परिसर मेंबैठक हुई। समिति केप्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा ने कहा किशिक्षामित्रों के समायोजन आदेश को जारी करानेके लिए राज्य सरकार नेचुनाव आयोग से अनुमति मांगी है। जब तक एक लाख 70 हजार शिक्षामित्रोंके समायोजन संबंधी आदेश जारी नहीं होगा, शिक्षामित्र बीएलओ संबंधितकार्य को नहीं करेंगे। चुनाव संबंधित पर्ची भी घर-घर नहीं बांटेंगे। इसकेअलावा चुनाव संबंधित अन्य कार्य भी नहीं करेंगे। शिक्षामित्रों ने कहा कि यह हक हमें लंबी लड़ाई केबाद हासिलहुआ है। उम्मीद है कि चुनाव आयोग शिक्षामित्रों केहक में निर्णय लेगा। बैठक में संदीप रावत, देवनाथ पाल, अरविंद पाल, अजय यादव, श्यामनारायण वर्मा, मनोज कुमार, विकास, राकेश पटेल आदि शिक्षामित्र मौजूद रहे।
ReplyDelete25 ke date ki sunwai ke liye..TET ke vakilo ka 03-Mar ki paid ki hui fee par khade hone ki kya chance hai.. Kya ye vakil fir se fee mangenge..bina kisi sunwai ke..aur yadi issi tarah 25 ko fir se date mil gayi..to kya fir se fee...ye vakil bahas karne ke liye fee lete hai ya..date khtam..paisa hazam..
ReplyDelete