2 addl attempts, 2-year age relaxation for civil service exams
Civil service aspirants will from this year onwards get a two-year age extension and two additional attempts beyond the existing stipulation.
The Centre recently approved two additional attempts for all categories of candidates beginning with the Civil Services Examination, 2014, and the consequential age relaxation across the board.
In a statement Department of Personnel said that from this year onwards, unreserved category candidates will get six attempts until 32 years of age.
There is no restriction on the number of attempts by candidates belonging to Scheduled Castes and Scheduled Tribes. But the age limit for such aspirants has now been extended by two years from 35 to 37 years.
The Other Backward Classes candidate will now get nine attempts until 35 years of age.
आखिर क्या चाहता है यह अखिलेश...
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मैं अपनी नौकरी का मोह छोड़ दूँ..
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और मैं छोड़ दूँ अपनी सज्जनता....
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दूर हो जाँऊ अपने घर-परिवार से...
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और भूल जाँऊ अपनी विनम्रता...
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कारगर कर दूँ अपनी आज तक की शिक्षा-दीक्षा...
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और अखिलेश को दिखा दूँ अपना 'गुरुर'
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क्लोज कर दूँ शिक्षामित्रों का चैप्टर...
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और तोड़ दूँ अपनी सामाजिक बंदिशें...
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भूल जाऊँ अपनी बेरोजगारी....
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और कर लूँ एक जिद....
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ले लूँ एक प्रतिग्या....
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और दे दूँ वचन....आप सबको....
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भिड़ जाऊँ इस अखिलेश से....
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और ले लूँ इससे पंगा......
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हो जाऊँ सरेआम नंगा.....
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और कर दूँ बगावत....
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सिद्ध कर दूँ 'क्षत्रिय' कुल की परंपरा..
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और निभा दूँ 'रघुकुल रीति'....
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बन जाऊँ भगवान !!
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और कर दूँ जिन्दगी आप सब पर न्योछावर....
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दिला दूँ सबको नौकरी.....
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और बना दूँ सबको शिक्षक....
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तो हो जाओ अब सब एक...
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और अब कर लो तैयारी...
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दे दो हमारा साथ......
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ये जा रहा है समय....
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बजा देने का बिगुल.....
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<<<<< टेट गुरु >>>>>
कानपुर कांड के लिए एसएसपी यशस्वी यादव जिम्मेदार अराजपत्रित पुलिस कर्मियो के खिलाफ कार्य वाही हुयी तो डीजीपी कार्यालय का होगा घेराव
ReplyDeleteडॉक्टरों की पीठ तोड़ सबक सिखाने जैसी बात कह एसएसपी यशस्वी यादव पुलिसवालों को उकसा रहे थे·.आईपीएस यशस्वी यादव से कोई पंगा नहीं लेता क्योंकि वो दो सेकेंड में सामने वाले को औकात पर ला देते हैं. इसके पीछे बड़ी वजह उन पर यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मेहरबानी है. उन्हें नेता मुलायम सिंह यादव कुनबे का वरदहस्त प्राप्त है. कोई उन्हें अखिलेश यादव का क्लास फेलो बताता है तो कोई उन्हें नेताजी कुनबे का रिश्तेदार.
समाजवादी सरकार में पुलिस का और नेताओ
ReplyDeleteका गुंडाराज साफ दिखाई दे रहा है| पुलिस
ने महिला डाक्टरो तक को नहीं बक्सा| चंद
लोगों ने लैपटॉप और बेरोजगारी भत्ते के
लिए वोट जनता के रक्षक
को नहीं बल्कि भक्षक को चुन
लिया गलती से||
इसे ही हम ग्लोबलाइजेशन कहते है.....
ReplyDelete----------------------------- - ----
• यदि आप “दक्षिण कोरिया” की सीमाअवैध रूप से पार करते हैं तो, आपको12 वर्ष के लिये सश्रम कारागार में डाल दिया जायेगा.... !!
• अगर आप “ईरान” की सीमा अवैध रूप से पार करते हैं तो आपको अनिश्चितकाल तक हिरासत में ले
लिया जायेगा....!!
• अगर आप “अफ़गानिस्तान” की सीमा अवैध रूप से पार करते हैं तो आपको देखते ही गोली मार
दी जायेगी जायेगी....!!
• यदि आप"चीनी"सीमा अवैध रूप से पार करते हैं तो, आपका अपहरण कर लिया जायेगा और आप फिर कभी नहीं मिलोगे.... !!
• यदि आप"क्यूबा"की सीमा अवैध रूप से पार करते है तो... आपको एक राजनीतिक षडयंत्र के जुर्म में जेल में डाल दिया जायेगा....!!
• यदि आप"ब्रिटिश"बॉर्डर अवैध रूप से पार करते हैं तो, आपको गिरफ्तार किया जायेगा, मुकदमा चलेगा, जेल भेजा जायेगा और अपने सजा पूरी करने के बाद निर्वासित....!!
अब....
• यदि आप"भारतीय"सीमा अवैध रूप से पार कर गए थे, तो मिलता है :
एक राशन कार्ड, एक पासपोर्ट, एक ड्राइवर का लाइसेंस, मतदाता पहचान कार्ड, क्रेडिट कार्ड
सरकार रियायती किराए पर आवास, ऋण एक घर खरीदने के लिए मुफ्त शिक्षा, मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल नई दिल्ली में एक लाबीस्ट, एक टेलीविजन चैनल और विशेषज्ञ मानव अधिकार कार्यकर्ताओं के एक समूह साथ धर्मनिरपेक्षता पर पीटने का अधिकार
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If you really love someone then love them truly,madly,deeply...
And if your not then...Don't play with emotions and feelings of them because...
A broken heart is like broken ribs...
You can't see the damage but every breath hurts...!!
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I miss when you used to actually care about my feelings.
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Kuchh door chale the hum sathTo
maine pucha jana kahaan hai....
To usne mujhe dekha aur kahaa....
Ab jana kahaan mera raasta bhi tum ho aur manzil bhi tum ho.♥♥♥♥
Stop wasting your time on people who don't love you.
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There may be a million things to smile about,
but you're definitely my favorite one.
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I keep on hiding how much I love you,
but just being your friend isn't enough.
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Distance means so little when someone means so much.
That sad moment when you realize how much important a person is to you right after they left.
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Love isn't blind. It sees,
but it doesn't mind.
हर रिश्ते मे सिर्फ नूर बरसेगा,
ReplyDeleteशर्त बस इतनी है की-
रिश्ते में शरारते करो, साजिशें नहीं.
वैरी स्वीट मोर्निंग
आईये देखते है सहारा प्रमुख सुब्रत राय और विजय
ReplyDeleteमाल्या क्या अंतर है ????
एक तरफ विजय माल्या है,
एक फुल अय्याश, करोड़ो रूपये मॉडल को देते है, पर अपने
कर्मचारियों की
सैलरी खा के बैठे है, औने पौने दामो में गेहू सडवा के खरीदते
है शराब बनाने
के लिए, सट्टे के अडडे IPL में पानी की तरह पैसा बहाते है
देशी विदेशी
खिलाडियों पर... कहीं से भी 1 रोल मॉडल नही कहे
जा सकते।
दूसरी तरह सुब्रत राय सहारा है.
दूसरी तरह सुब्रत राय सहारा है, कारगिल युद्ध के
समय आगे बढ़कर भारत के वीर शहीद जवानो के
परिवारों की आर्थिक मदद की,
भारतीय हॉकी टीम को सहारा दिया ये जानते हुए
की आर्थिक तौर से ये घाटे का
सौदा है, आपदा काल में सहारा, सरकार से पहले त्वरित
दायित्य निर्वहन करती आई है !
लातूर
में ,गुजरात में भूकम्प पीड़ित की त्वरित आर्थिक
सहायता ,भोजन, वस्त्र आवास
की तात्कालिक जरूरतें पूरी की गई ! कारगिल के
शहीदों को न केवल
श्रद्धासुमन बल्कि उनके परिवार का सारा खर्च दस साल
तक वहन किया। आर्थिक
युग में ये असाधारण कदम है ! उत्तराखंड आपदा में
योगदान ,मृतप्राय
राष्ट्रीय खेल हॉकी में जान फूँकना ,क्रिकेट को गति !
सर्वधर्म समभाव ,नैतिकता बारह लाख कर्मचारी में कूट -
कूट के भरना, आर्थिक रूप से
पिछड़े 100
जोड़े को हर साल दाम्पत्य सूत्र में
बाँधना ,अपनी पुत्री कि तरह रुँधे गले
से ,जरूरत के सारे सामान के साथ सम्मान पूर्वक 100
कन्याओं को विदा करना
मामूली कार्य तो हैं नहीं ! 12 लाख कर्मचारी को महीने
की एक तारीख को वेतन
दे देना असाधारण इसलिए है कि सरकारी वेतन भी 6 महीने
तक रुकी रहती है !तरह तरह के
सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये
अपनी हर
टाउन शिप में भारत माता का मंदिर बनाया, ज्ञात
हो की RRS संघ के अलावा देश में कोई
दूसरा संघटन नही है जो भारत माता को पूजता हो।
विजय माल्या कांग्रेस MP है वही सुब्रत राय
किसी भी पार्टी के MP नहीं है
विडंबना देखिये माल्या को अय्याशी के बावजूद UPA
Congress सरकार SBI से पैकेज
दिलवाती है और सुब्रत राय जेल चले जाते है।
अगर बात क़ानून की हो तोह विजय माल्या को पहले जैल
जाना chaiye!!!
ReplyDeleteDear All
We need Correct answer .
A. He is learning Chinese language.
B. He is learning the Chinese language.
क्या हमें सिर्फ sc पर ही निर्भर रहना चाहिए जैसा की लोग बोल रहे है की जज ने 31मार्च की समय सीमा को लेकर ****केवल मौखिक**** में कहा की ये आप पर लागु नहीं होगा एस पर विस्वास किया जा सकता है और 25 को फाइनल करने को बोल है ये सत्य हो सकता है ??????नहीं इसी प्रकार टंडन भी हमें सपने दिखाकर आशावादी बनता था पर आखिर में उन्होंने क्या किया ये सब जानते है। जज ने पहल्र नान टेट को सुनने को कहा जिसमे gov पक्षकार है और अपने केस में विरोधी तो आप सहज अनुमान लगा सकते है की क्या वो नान टेट को हल करेगी क्योकि वो जनती है की नॉन टेट ही उसको एस भरति को रद्द करने का मौका देती है।।।इ स बात की क्या गारंटी है की 25 को govवकील आयेगा?? कोर्ट व्यस्त नहि होगी ??? तीनो जज आएंगे ??? समय देखकर कोई नहीं आया है। कुछ साथी बोल रहे है की contempt होगा तो gov sc से स्टे ले लेगी यदि ये संभव होता तो अभी ही ले लेती मेरा ये सुझाव है की शीर्ष नेतृत्व contempt पर तुरंत कोई विचार करे ।।आगे भगवान तो है ही
ReplyDelete'' बुराई की जीत के लिये बस इतना भर जरुरी है कि कुछ अच्छे लोग कुछ न करेँ ।" - एडमंड बर्फ
ReplyDelete.
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Just because I'm busy doesn't mean I don't love you.
एक चिड़िया और चिड़ा की प्रेम
ReplyDeleteकहानी
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एक दिन चिड़िया बोली - मुझे छोड़ कर
कभी उड़ तो नहीं जाओगे ?
चिड़ा ने कहा - उड़
जाऊं तो तुम पकड़ लेना.
चिड़िया-मैं तुम्हें पकड़
तो सकती हूँ,
पर फिर पा तो नहीं सकती!
यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने
अपने पंख तोड़ दिए और बोला अब हम
हमेशा साथ रहेंगे,
लेकिन एक दिन जोर से तूफान आया,
चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़
जाओ मैं नहीं उड़ सकता !!
चिड़िया- अच्छा अपना ख्याल रखना, कहकर
उड़ गई !
जब तूफान थमा और चिड़िया वापस
आई तो उसने देखा की चिड़ा मर चुका था
और एक डाली पर लिखा था.....
""काश वो एक बार तो कहती कि मैं तुम्हें
नहीं छोड़ सकती""
तो शायद मैं तूफ़ान आने से
पहले नहीं मरता ।।
मित्रों !
ReplyDeleteकल सुप्रीम कोर्ट का जो आदेश आया है मेरे कुछ मित्र उसको अपने –अपने तरीके से व्याख्या करने में लगे है जबकि उसका अर्थ जहाँ तक मेरा कानूनी विष्लेषण कहता है यह इस प्रकार है - List the matter on Tuesday,the 25th March,2014 first item subject to overnight…….यह अलग वाक्य है इसका तात्पर्य यह नहीं कि देर रात तक सुनवायी होगी इसका तात्पर्य यह कि इस केस को अवश्यंभावी रूप से पहले नम्बर पर ही लगाया जाये और आवश्यक्ता पडने पर अगले दिन भी जारी रखा जाये। । उसके पश्चात दूसरा शब्द जो आदेश में लिखा है वह है part-heard ,,,,यह अपने में एक पूरा वाक्य है .....अंग्रेजी में इसका तात्पर्य,,,,,The trial has already started and one or more witnesses have already been heard, but there are still more to come. The average Crown Court trial lasts 2-3 days and on the later days it will appear on the court list as "Part Heard". कहने का मतलब है कि पिछले 2-3 सुनवाईयों में कुछ को सुना जा चुका है और अभी कुछ को सुना जाना बाकी है ,,,अतः जो बाकी बचे हैं उनको,,,,,,, जो अगली तारीख दी जा रही है उसमें सुना जायेगा ,,,,, ।भाईयों यह सुप्रीम कोर्ट की आदेश की भाषा है,,,,इसका अर्थ कभी शाब्दिक अर्थों में निकालने का प्रयास न करें । मैं समझ रहा हूँ कि अब मेरे मित्रों को कल का आदेश पूरी तरह स्पष्ट हो चुका होगा ।
धन्यवाद
YE AKAL LESS DO CHAR KI JAAN LE KAR HI CHHODEGA. ISKO AUR ISKI MANDALI KO ELECTION MAIN ACHAA SABAK SIKHAO TAKI ISKI 10 PIDI YAAD RAKKHEN?
ReplyDeleteलोकसभा चुनावों का कार्यक्रम..! 9 चरणों में होगा मतदान
ReplyDeleteअरुणाचल प्रदेश 9 अप्रैल
असम 7, 12 और 24 अप्रैल
बिहार 10,17,24, 30 अप्रैल, 7 मई, 12 मई
छत्तीसगढ़ 10, 17, 24 अप्रैल
गोवा 17 अप्रैल
गुजरात 30 अप्रैल
हरियाणा 10 अप्रैल
हिमाचल प्रदेश 7 मई
जम्मू कश्मीर 10, 17, 24, 30 अप्रैल, 7 मई
झारखंड 10, 17, 24 अप्रैल
कर्नाटक 17 अप्रैल
केरल 10 अप्रैल
मध्य प्रदेश 10, 17, 24 अप्रैल
महाराष्ट्र 10, 17, 24 अप्रैल
मणिपुर 9, 17 अप्रैल
मेघालय 9 अप्रैल
मिजोरम 9 अप्रैल
नागालैंड 9 अप्रैल
ओडिशा 10, 17 अप्रैल
पंजाब 30 अप्रैल
राजस्थान 17, 24 अप्रैल
सिक्किम 12 अप्रैल
तमिलनाडु 24 अप्रैल
त्रिपुरा 7, 12 अप्रैल
उत्तर प्रदेश 10, 17, 24, 30 अप्रैल, 7, 12 मई
उत्तराखंड 7 मई
वेस्ट बंगाल 17, 24, 30 अप्रैल, 7, 12 मई
अंडमान निकोबार 10 अप्रैल
चंडीगढ़ 10 अप्रैल
दादरा नगर हवेली 30 अप्रैल
दमन दीव 30 अप्रैल
लक्षद्वीप 10 अप्रैल
दिल्ली 10 अप्रैल
पुदुच्चेरी 24 अप्रैल
परिणामों की घोषणा - 16 मई होगी
विनम्र अपील... अपने मतदान के दिन छुट्टी
पर जाने का कार्यक्रम ना बानाये..!
नमो नमः..... धन्यवाद....!!!!!
100% मतदान करे
ट्रेन में खिड़की वाली सीट पर
ReplyDeleteबैठीं दो औरतें आपस में लड़ रहीं थीं
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एक कहती कि मुझे गर्मी लग रही है...!
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खिड़की का कांच खुला रहने दो,
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तो दूसरी कहती कि उसे सर्दी लग रही हैं
खिड़की बंद रहेगी....!
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नौबत हाथापाई की आ गई
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तब पास बैठे एक आदमी ने कहा...!
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अरे मेरी मांओं काहे को लड़ रही हो...???
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पहले देख तो लो खिड़की में कांच तो है ही नहीं...!!
आज से 50 साल पहले तो कोई रिफाइन तेल के बारे में जानता नहीं था, ये पिछले 20 -25 वर्षों से हमारे देश में आया है | कुछ विदेशी कंपनियों और भारतीय कंपनियाँ इस धंधे में लगी हुई हैं | इन्होने चक्कर चलाया और टेलीविजन के माध्यम से जम कर प्रचार किया लेकिन लोगों ने माना नहीं इनकी बात को, तब इन्होने डोक्टरों के माध्यम से कहलवाना शुरू किया | डोक्टरों ने अपने प्रेस्क्रिप्सन में रिफाइन तेल लिखना शुरू किया कि तेल खाना तो सफोला का खाना या सनफ्लावर का खाना, ये नहीं कहते कि तेल, सरसों का खाओ या मूंगफली का खाओ, अब क्यों, आप सब समझदार हैं समझ सकते हैं |
ReplyDeleteये रिफाइन तेल बनता कैसे हैं ? मैंने देखा है और आप भी कभी देख लें तो बात समझ जायेंगे | किसी भी तेल को रिफाइन करने में 6 से 7 केमिकल का प्रयोग किया जाता है और डबल रिफाइन करने में ये संख्या 12 -13 हो जाती है | ये सब केमिकल मनुष्य के द्वारा बनाये हुए हैं प्रयोगशाला में, भगवान का बनाया हुआ एक भी केमिकल इस्तेमाल नहीं होता, भगवान का बनाया मतलब प्रकृति का दिया हुआ जिसे हम ओरगेनिक कहते हैं | तेल को साफ़ करने के लिए जितने केमिकल इस्तेमाल किये जाते हैं सब Inorganic हैं और Inorganic केमिकल ही दुनिया में जहर बनाते हैं और उनका combination जहर के तरफ ही ले जाता है | इसलिए रिफाइन तेल, डबल रिफाइन तेल गलती से भी न खाएं | फिर आप कहेंगे कि, क्या खाएं ? तो आप शुद्ध तेल खाइए, सरसों का, मूंगफली का, तीसी का, या नारियल का | अब आप कहेंगे कि शुद्ध तेल में बास बहुत आती है और दूसरा कि शुद्ध तेल बहुत चिपचिपा होता है | हमलोगों ने जब शुद्ध तेल पर काम किया या एक तरह से कहे कि रिसर्च किया तो हमें पता चला कि तेल का चिपचिपापन उसका सबसे महत्वपूर्ण घटक है | तेल में से जैसे ही चिपचिपापन निकाला जाता है तो पता चला कि ये तो तेल ही नहीं रहा, फिर हमने देखा कि तेल में जो बास आ रही है वो उसका प्रोटीन कंटेंट है, शुद्ध तेल में प्रोटीन बहुत है, दालों में ईश्वर का दिया हुआ प्रोटीन सबसे ज्यादा है, दालों के बाद जो सबसे ज्यादा प्रोटीन है वो तेलों में ही है, तो तेलों में जो बास आप पाते हैं वो उसका Organic content है प्रोटीन के लिए | 4 -5 तरह के प्रोटीन हैं सभी तेलों में, आप जैसे ही तेल की बास निकालेंगे उसका प्रोटीन वाला घटक गायब हो जाता है और चिपचिपापन निकाल दिया तो उसका Fatty Acid गायब | अब ये दोनों ही चीजें निकल गयी तो वो तेल नहीं पानी है, जहर मिला हुआ पानी | और ऐसे रिफाइन तेल के खाने से कई प्रकार की बीमारियाँ होती हैं, घुटने दुखना, कमर दुखना, हड्डियों में दर्द, ये तो छोटी बीमारियाँ हैं, सबसे खतरनाक बीमारी है, हृदयघात (Heart Attack), पैरालिसिस, ब्रेन का डैमेज हो जाना, आदि, आदि | जिन-जिन घरों में पुरे मनोयोग से रिफाइन तेल खाया जाता है उन्ही घरों में ये समस्या आप पाएंगे, अभी तो मैंने देखा है कि जिनके यहाँ रिफाइन तेल इस्तेमाल हो रहा है उन्ही के यहाँ Heart Blockage और Heart Attack की समस्याएं हो रही है |
जब हमने सफोला का तेल लेबोरेटरी में टेस्ट किया, सूरजमुखी का तेल, अलग-अलग ब्रांड का टेस्ट किया तो AIIMS के भी कई डोक्टरों की रूचि इसमें पैदा हुई तो उन्होंने भी इसपर काम किया और उन डोक्टरों ने जो कुछ भी बताया उसको मैं एक लाइन में बताता हूँ क्योंकि वो रिपोर्ट काफी मोटी है और सब का जिक्र करना मुश्किल है, उन्होंने कहा "तेल में से जैसे ही आप चिपचिपापन निकालेंगे, बास को निकालेंगे तो वो तेल ही नहीं रहता, तेल के सारे महत्वपूर्ण घटक निकल जाते हैं और डबल रिफाइन में कुछ भी नहीं रहता, वो छूँछ बच जाता है, और उसी को हम खा रहे हैं तो तेल के माध्यम से जो कुछ पौष्टिकता हमें मिलनी चाहिए वो मिल नहीं रहा है |" आप बोलेंगे कि तेल के माध्यम से हमें क्या मिल रहा ? मैं बता दूँ कि हमको शुद्ध तेल से मिलता है HDL (High Density Lipoprotein), ये तेलों से ही आता है हमारे शरीर में, वैसे तो ये लीवर में बनता है लेकिन शुद्ध तेल खाएं तब | तो आप शुद्ध तेल खाएं तो आपका HDL अच्छा रहेगा और जीवन भर ह्रदय रोगों की सम्भावना से आप दूर रहेंगे |
ReplyDeleteअभी भारत के बाजार में सबसे ज्यादा विदेशी तेल बिक रहा है | मलेशिया नामक एक छोटा सा देश है हमारे पड़ोस में, वहां का एक तेल है जिसे पामोलिन तेल कहा जाता है, हम उसे पाम तेल के नाम से जानते हैं, वो अभी भारत के बाजार में सबसे ज्यादा बिक रहा है, एक-दो टन नहीं, लाखो-करोड़ों टन भारत आ रहा है और अन्य तेलों में मिलावट कर के भारत के बाजार में बेचा जा रहा है | 7 -8 वर्ष पहले भारत में ऐसा कानून था कि पाम तेल किसी दुसरे तेल में मिला के नहीं बेचा जा सकता था लेकिन GATT समझौता और WTO के दबाव में अब कानून ऐसा है कि पाम तेल किसी भी तेल में मिला के बेचा जा सकता है | भारत के बाजार से आप किसी भी नाम का डब्बा बंद तेल ले आइये, रिफाइन तेल और डबल रिफाइन तेल के नाम से जो भी तेल बाजार में मिल रहा है वो पामोलिन तेल है | और जो पाम तेल खायेगा, मैं स्टाम्प पेपर पर लिख कर देने को तैयार हूँ कि वो ह्रदय सम्बन्धी बिमारियों से मरेगा | क्योंकि पाम तेल के बारे में सारी दुनिया के रिसर्च बताते हैं कि पाम तेल में सबसे ज्यादा ट्रांस-फैट है और ट्रांस-फैट वो फैट हैं जो शरीर में कभी dissolve नहीं होते हैं, किसी भी तापमान पर dissolve नहीं होते और ट्रांस फैट जब शरीर में dissolve नहीं होता है तो वो बढ़ता जाता है और तभी हृदयघात होता है, ब्रेन हैमरेज होता है और आदमी पैरालिसिस का शिकार होता है, डाईबिटिज होता है, ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है |
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फुर्सत में करेंगे तुझसे हिसाब ए ज़िन्दगी..
अभी तो उलझे है खुद को सुलझाने में...