RTE : काबिल शिक्षकों की कमी से सिब्बल चिंतित
नई दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने इस कड़वे सच को स्वीकारा कि देश का शिक्षक समुदाय उतना शिक्षित नहीं जितना होना चाहिए। यह भी माना,केंद्र और राज्य सरकारें इस पेशे में बेहतरीन लोगों को लाने में नाकाम रही हैं।
अफसोस की बात है कि जहां हमें बच्चों की पढ़ाई के बारे में बात करनी चाहिए, हम अपने शिक्षकों के ज्ञान के स्तर पर चर्चा कर रहे हैं। बुधवार को केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (केब) की बैठक में सिब्बल ने कहा, हमें अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने की जरूरत है। योग्य व प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए राष्ट्रीय मिशन के ढांचा व तौर-तरीकों को लेकर मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डी. पुरंदेश्वरी की अगुआई में कमेटी बनी है जो समावेशी व विकलांग बच्चों की शिक्षा पर भी गौर करेगी।
यूपी के विप सदस्य डॉ. ओमप्रकाश शर्मा ने कहा, यूपी में शिक्षा अधिकार कानून लागू होने पर भी सरकार से पूर्ण सहायता प्राप्त स्कूलों में छात्रों से फीस वसूली जा रही है। निजी स्कूलों में मोटी फीस के अलावा परीक्षा शुल्क भी वसूला जा रहा है। शिकायत दर्ज कराने को कोई तंत्र नहीं है।
सिब्बल ने यूपी में स्कूली शिक्षा की स्थिति ठीक न होने की बात मानी और कहा, हकीकत जानने के लिए बनने वाली समिति यूपी भी जाएगी। केब सदस्य शबनम हाशमी ने कहा, गुजरात में 2002 के बाद से अल्पसंख्यक छात्रों संग भेदभाव किया जा रहा है। उन्हें दाखिला नहीं मिलता। देश भर में गांवों की अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों की पढ़ाई पर खास तवज्जो देनी चाहिए। गुजरात के शिक्षा मंत्री रमनलाल वोरा ने हाशमी के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए सबूत मांगे। शबनम ने कहा, वह सबूत सिब्बल को भेज देंगी।
News Source : Jagran.com (7.6.12)
kapil sibal sir joing dilao..
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