मऊ। प्रशासन की ओर से लागू आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को शहर स्थित जीवनराम छात्रावास के मैदान से जुलूस निकाला। गाजीपुर तिराहा होते हुए भारी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे टीईटी अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट के अंदर घुसने का प्रयास किया। पुलिस द्वारा रोकने के बाद घंटों शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि टीईटी रिजल्ट निकलने के काफी समय बाद भी भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है। 31 दिसंबर 2012 तक सहायक अध्यापकों की नियुक्ति पूरी हो जानी चाहिए थी किंतु कतिपय कारणों से यह नियुक्ति अभी आज तक प्रभावित है। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मेेरिट के आधार पर नियुक्ति की जाए। सरकार भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने के लिए ही आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि 72825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में जो भी अनावश्यक व्यवधान आ रहे हैं। उनको दूर कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाए। अंत में टीईटी अभ्यर्थियों ने टीईटी अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने सहित विभिन्न मांगों का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। जुलूस में श्रीप्रकाश यादव, दीनदयाल यादव, अनिरुद्ध यादव, जितेंद्र यादव, अरुण कुमार, विजयेंद्र कुमार, संजय भारती, आजाद यादव आदि शामिल रहे।
News Source : Amar Ujala (16.6.12) / http://www.amarujala.com/city/Mau/Mau-65868-61.html
BHAIYO AKHILESH KA PROGRAME TRACE KARO JAHA BHI JAYE WAHI ANDOLAN KARO NAAK ME DAM KAR DO ISKE
ReplyDeleteATTENTION PLEASE
ReplyDeletebhaiyo sheed desraj ki maut par hume bada dukh hai. main mathura tet bhaiyo ki tarf se unki atma ki santi ke loye prathna kratahoon . PAR SUNIYE YAHA KHALI MAT BETH AB DESH RAJ KO SAHEED KA DARJA DILANE V COMPENSASTION KI MANG BHI HAMARE TET KE SATH UTHANI CHHIYE. main mathura tet ki traf se hc chief justice varon tondon sc chief justice ko ek card desraj ke mritu bhoj me samil hone ke liye behj raha hoon taki in bhrast papiyo bhehro ke kano tak kisi ke awaj to pohuche. arun tondon aurji aur akhilesh ab har maut ke liye zimedar honge. tondon ji upar bhi ek adalat hai jaha . akhilesh ya brastachariyo ki nain chalti satya ke chalti hai waha aap kya hawab denge.
aaj sikshhmitr k neta besic sikshhamantri se mili aur tet se chhoot deni ki samati banwali doosrari taraf hamare neta ghar par baithe vcancy cancel hone ka wait kar rahe hain.
ReplyDeletemuskan madam shayaaap jo hamara leader hai harta hua nazar aa raha hai. plz get up aur phir se josh bhrde soye logo main aap apne coment de saheed desraaj ki mritu par.plz sheed desraj headinv bana kar blog pr dale kuch to soye tetian jagenge sarkar judge jagenge .ya hum ek ke baad ek ke marne ka itzar kare
ReplyDeletetondon ko hc ke chief justice ko apne address sahit post card bhejo hume ikcha mritu ke anumati de hum samuhik atmdaha karna chahte hai hig court ke samne. ya hume nyay do ab hum ghut ghut kar nahi marna chhte
ReplyDeleteAmar ujjala akhbar jo sarkar ka agra mandal se agent bana hua hai chetawni dete hai mathura tetians bhramak news na chape varna parnam ghatak honge. inhone desraj ko BED+CAT pass batya jabhi cat se des ka koi lena dena nahi hai . ye sarkar ki kargujariono ko chupana chahta hai. desh raj ke sathio ne batya veh BED +TET PASS THAaur december2011main tet dwara niukti ko lekar utsahit tha vaise vhe civil service main jana chahata thaprt teacher banne ke baad veh apni tyari ko aur zoro se karna chahta tha. par dhre dhre court ki dates se uska syam tuta ja raha tha. par na jane aur kitne is kagar par phuch gye hai jo tet ke kharche ke karaz main daab rahe he jine ghar main ek waqt ka khana nasib nahin tha unhone 10hazar ka karz le farm bhare aur ab unki bhi umeede tut rahi hai ziska zimedar akhilesh v aron tondon hain shame on you tondon ji .
ReplyDeleteJab geedad ki maut aati hai to shahar ki traraf bhagata hai. Yahi haal samajbarbadi party ka hai. deepk bujhane se pahle jor se bhabhakata hai.
ReplyDelete5 saal ke bad samajbarbadi party auir uske leadero ko jameedonj kar hum mitti me mila denge.
Deletesamajwadi parti ki aukat upchunav mai dikhne lagi sp ka pratyasi chunav harkar teesre no.par pahunch gya kahan gya bhatta laptop tablet aur sicha mitra
ReplyDeletes.p. govt. lalach dekar sarkar banati hai aur use vote bhi aise log dete hain jo ghor lalchi aur jativadi hain.
ReplyDeletemain aisi sarkar banwane walon ko jindgi bhar kosoonga. sele lalchi............
s.p. govt. lalach dekar sarkar banati hai aur use vote bhi aise log dete hain jo ghor lalchi aur jativadi hain. main aisi sarkar banwane walon ko jindgi bhar kosoonga. sale lalchi............
ReplyDeletes.p. govt. lalach dekar sarkar banati hai aur use vote bhi aise log dete hain jo ghor lalchi aur jativadi hain. main aisi sarkar banwane walon ko jindgi bhar kosoonga. sale lalchi............
ReplyDeleteतो सभी डायट में जड़ देंगे ताला
ReplyDeleteइलाहाबाद : यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर
तले एक बार फिर टीईटी अभ्यर्थियों ने हुंकार भरी है।
टीईटी अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि यदि सात
जुलाई तक सूबे की सरकार ने शिक्षक
भर्ती की काउंसिलिंग शुरू नहीं कि तो प्रदेश के सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में
ताला जड़ दिया जाएगा।
यदि टीईटी अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण शुरू
नहीं होगा तो किसी का नहीं होगा। इस संबंध में शनिवार को टीईटी उत्तीण संघर्ष
मोर्चा की बैठक हुई। कोर कमेटी के सदस्य राम पूजन
तिवारी ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया है
कि अगर सरकार सात जुलाई से टीईटी उत्तीण
अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण नहीं शुरू करती तो हम
निर्णायक संघर्ष करेंगे। प्रदेश के सभी डायट पर ताला जड़ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार
जानबूझकर इस मामले को लटका रही है। बैठक में शिवबाबू, श्यामलाल मिश्र, हेमंत पांडेय, विभोर,
राजकुमार, आलोक यादव, ममता शुक्ला, राहुल, संजय
श्रीवास्तव, मयंक आदि मौजूद थे।
Welldone Dear Friends I support this.
DeleteMere anusar ye sabse best idea hai aur mai dave ke sath kah sakta hun ki eska parinam ek hapte me hi aa jayega mitra jisne bhi ye idea diya bahut hi achchha kiya.
विनियमितीकरण पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन Updated on: Sun, 17 Jun 2012 12:04 AM (IST)
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जागरण ब्यूरो, लखनऊ : अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत तदर्थ शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यो के विनियमितीकरण समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर वरिष्ठ शिक्षक नेता सत्य प्रकाश पाठक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन सौंपा और इसके समाधान के लिए उनसे वार्ता की।
मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में शिक्षक नेता पाठक ने यूपी बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी करने एवं बोर्ड की कापियों के मूल्यांकन की पारिश्रमिक दर सीबीएसई बोर्ड के समान पुनरीक्षित किये जाने, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत व्यवसायिक शिक्षकों एवं कंप्यूटर शिक्षकों को स्थायी कर वेतन भुगतान किये जाने की मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री से पिछली सपा सरकार द्वारा आमेलित विषय विशेषज्ञों की सेवा को प्रथम योगदान की तारीख 2003 से मानकर उन शिक्षकोंको समस्त सेवा लाभ देने तथा उनके लंबित मानदेय के बकाया भुगतान की भी मांग की। पाठक ने कहा कि शिक्षकों का सबसे अधिक सहयोग सपा सरकार ने ही किया है।
अब 15 अप्रैल तक पंजीकृत बेरोजगारों को मिलेगा भत्ता Updated on: Sun, 17 Jun 2012 12:04 AM (IST)
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शासन ने नियमावली में किया संशोधन
परिवार का आय प्रमाण पत्र नहीं लगेगा
सामान्य निवास प्रमाण पत्र ही मान्य होगा
जागरण संवाददाता, लखनऊ : सरकार की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देनेकी तैयारी के चलते शनिवार को प्रमुख सचिव श्रम शैलेश कृष्ण ने बेरोजगारी भत्ता नियमावली-2012 में आंशिक संशोधन करने का आदेश जारी किया है। नए संशोधन में अब 15 मार्च के बजाय 15 अप्रैल तक सेवायोजन कार्यालय मेंपंजीकृत बेरोजगार भत्ते की श्रेणी में आएंगे। बेरोजगारों को अब परिवार का आय प्रमाण पत्र नहीं लगाना होगा। स्वयं के आय प्रमाण पत्र को लगाकर आवेदन किया जा सकेगा। यही नहीं नए संशोधन में तहसील से बना सामान्य निवास प्रमाण पत्र ही मान्य होगा। नया संशोधन तत्काल प्रभाव से लागू करने के लिए प्रदेश के सभी मंडायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
बेरोजगारी भत्ता नियमावली-2012 मेंसंशोधन से अधिक से अधिक बेरोजगारों को लाभ मिलेगा। 15 मार्च तक पंजीकृत समय सीमा बढ़ने से अब बेरोजगारों की संख्या नौ लाख से बढ़कर करीब 18 लाख के करीब हो जाएगी। नए संशोधन से निवास प्रमाण पत्र बनवाने में अब बहुत कम समय लगेगा। इससे ज्यादा संख्या में बेरोजगार आवेदन कर सकेंगे। बेरोजगारों को खुद के साथ हीपरिवार का भी आय प्रमाण पत्र बनवाना होता था। अब उन्हें स्वयं का ही आय प्रमाण पत्र बनवाकर आवेदन पत्र में लगाना होगा। बेरोजगार यदि अकेला है और उसकी शादी नहीं हुई तो वह स्वयं हीअकेला परिवार की श्रेणी में आएगा। नएसंशोधन से बेरोजगारों में भी खुशी कीलहर दौड़ पड़ी है। हालांकि सरकार ने नौ लाख बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ते लिए 1105 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया था। बेरोजगारों की संख्या बढ़ने से सरकार को करीब 1100करोड़ का अतिरिक्त बजट का इंतजाम करनापड़ेगा।
क्या कहते हैं निदेशक
सरकार की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्तेका लाभ मिल सके, इसके लिए संशोधन कियागया है। नए संशोधन से बेरोजगारी भत्ते की श्रेणी में आने वाले बेरोजगारों की संख्या में इजाफा होगा। बेरोजगारी भत्ते के एवज में काम कराने का मकसद उनके कौशल का भी विकास करना है। इसकी भी तैयारी चल रही है।
are yadav bandhu jara fubara news phado usne aaye prman patr sas susar ka v anye ka lagne ki mana kiya hai baki aaye ki sharte vahi hai. matlab head i win tale youlose chi b meri pat b meri.aur saba ki tarif na kare jab tak woh tetian ka kuch nahi karti nahin to hume mehsus hoga aap sapa ke agent hai . buta lage to chama.kare
DeleteCase Status - Allahabad
ReplyDeletePending
Writ - A : 76039 of 2011 [Varanasi]
Petitioner: YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR
Respondent: STATE OF U.P. & OTHERS
Counsel (Pet.): ALOK KUMAR YADAV
Counsel (Res.): C.S.C.
Category: Service-Writ Petitions Relating To Primary Education (teaching Staff) (single Bench)-Appointment
Date of Filing: 21/12/2011
Last Listed on: 31/05/2012 in Court No. 7
Next Listing Date (Likely): 03/07/2012
This is not an authentic/certified copy of the information regardingstatus of a case. Authentic/certified information may be obtained under Chapter VIII Rule 30 of Allahabad High Court Rules. Mistake, if any, may bebrought to the notice of OSD (Computer).
Case Status - Allahabad
ReplyDeletePending
Writ - A : 76039 of 2011 [Varanasi]
Petitioner: YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR
Respondent: STATE OF U.P. & OTHERS
Counsel (Pet.): ALOK KUMAR YADAV
Counsel (Res.): C.S.C.
Category: Service-Writ Petitions Relating To Primary Education (teaching Staff) (single Bench)-Appointment
Date of Filing: 21/12/2011
Last Listed on: 31/05/2012 in Court No. 7
Next Listing Date (Likely): 03/07/2012
This is not an authentic/certified copy of the information regardingstatus of a case. Authentic/certified information may be obtained under Chapter VIII Rule 30 of Allahabad High Court Rules. Mistake, if any, may bebrought to the notice of OSD (Computer).
शिक्षा के साथ खिलवाड़ खतरनाक जागरण संवाददाता, लखनऊ : शिक्षा से गुणवत्ता गायब हो रही है और राजनीति का मिश्रण होता जा रहा है। नेताओं के नए-नए और बेतुके प्रयोग शिक्षा को चौपट करते जा रहे हैं। आठवीं तक सबको पास कर दिया जाएगा तो बच्चा पढ़ेगा क्यों? आइआइटी की ब्रांड इमेज है, अब वही खत्म करने की तैयारी है। बारहवीं के अंक भी जोड़े जाएंगे तो राज्यों में अपने बोर्ड के बच्चों को अंक देने की होड़ लग जाएगी। हमेशा से अदूरदर्शी निर्णय देश पर भारी पड़े हैं, आज के नेता भी उसी दिशा में चल रहे हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में मशहूर लेखक चेतन भगत ने शिक्षा के साथ इस खिलवाड़ को देश के लिए खतरनाक बताया। उनका कहना है कि अभी युवाओं में रोजगार की उम्मीद है। आने वाले समय में जैसे ही उम्मीद खत्म होगी, परिस्थितियां संभालना मुश्किल हो जाएगा। नेताओं को गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रयास करने चाहिए तभी देश आगे बढ़ेगा। गुणवत्ता बिना शिक्षा बिल्कुल बिना आत्मा के शरीर की तरह है। चेतन ने बताया कि हिंदी पाठकों को बहुत कुछ देने का मन है। यह विडंबना ही है कि लोग हिंदी गाना सुनते हैं, फिल्म देखते हैं, बात करते हैं लेकिन हिंदी पढ़ना उनके स्टेटस से मैच नहीं करने लगता। इस अवधारणा को बदलकर ही लोगों को कुछ दिया जा सकता है। अक्टूबर में 2 स्टेट्स का हिंदी अनुवाद आने वाला है। यह लोगों को जानने का एक प्रयोग ही है। 15 अगस्त तक अब तक विभिन्न अखबारों में प्रकाशित लेखों का एक संकलन लाने की तैयारी है। युवा एक अच्छे लेखक भी बन सकते हैं। यदि उनमें हुनर है तो इसे बहुआयामी बनाए। केवल उपन्यास या क्षेत्र विशेष में ही न लिखें। इसे पत्रकारिता, मीडिया, स्कि्रप्ट राइटिंग समेत अन्य क्षेत्र में भी फैलाएं तभी सफलता मिल सकती है।
ReplyDeleteYe tarikh pe tarikh kab tak milti rahegi kuch pata nahi chal raha hai ab ham log sirf tarikh ka intejar karenge 3 july ko bhi agali tarikh mill jayegi phir ye silsila jari rahega Kanhaiya Sharma Sarsaul Varanasi
ReplyDelete3 july ka intzar hai.
ReplyDelete@unknown ji mere title'Yadav' par mat jaeye mai sapa ki badai nahi kar raha hun balki mai to un tet bhaiyo ko yah avgat karana chahta hun jinhone 15 march ke baad reg. Karaya tha vo bhi apply kar sakte.@unknown ji jara bataeye maine kya galat likha plz comment i just waiting.
ReplyDeleteHi!Friends see this news-
ReplyDeleteटीईटी से मुक्ति की कवायद Updated on: Sat, 16 Jun 2012 11:14 PM (IST)
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- शिक्षामित्रों को बंधी उम्मीद, मृतक आश्रित भी कतार में
- बीएड डिग्रीधारक भी मुखर, आचार संहिता खत्म होने पर टीईटी पर फैसला संभव
जागरण संवाददाता, सहारनपुर : टीईटी से मुक्ति पाने के लिए इन दिनों छटपटाहट तेज होने लगी है। शिक्षामित्र, मृतक आश्रित व बीएड डिग्रीधारकों के पास इसके लिए अपने-अपने तर्क हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि यह छूट किस-किस को मिलसकेगी। माना जा रहा कि निकाय चुनाव की आचार संहिता के बाद सरकार निर्णायक फैसला लेगी।
सूबे में टीईटी का संकट खत्म होने के आसार नजर आने लगे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा पिछले दिनों मामले में सकारात्मक संकेत दिए थे। इसके बाद से ही माना जा रहा है कि सरकार मामले में सैद्धांतिक रूप से निर्णय ले चुकी है और निकाय चुनाव की आचार संहिता के बाद इसकी घोषणा कर दी जाएगी। बताते चलें कि टीईटी लागू होने के बाद से प्रदेश भर में मृतक आश्रित कोटे में प्राइमरी स्कूलों में अनट्रेंड शिक्षकों की भर्त्ती नहीं हो पा रही है। जिले में करीब 18मामले ऐसे हैं। सूत्रों के मुताबिक, सरकार मृतक आश्रितों को टीईटी से मुक्त रखने का मन बना चुकी है। उत्तर प्रदेश शिक्षा मित्र संघ के मंडल अध्यक्ष व नरेश कुमार ने भी दावा किया है कि प्रदेशाध्यक्ष गाजी इमामआला के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा मंत्री से मिले प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया गया है कि शिक्षामित्रों को बगैर टीईटी के प्राइमरी शिक्षकों के रूप में नियुक्त करने के लिए सरकार गंभीर है।
नियुक्ति के पक्ष में तर्क
उप्र शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्षनरेश कुमार का कहना है कि उनकी नियुक्ति धारा-23 के अंतर्गत है। इसलिए उनका शिक्षक पदों पर केवल आमेलन किया जाना है। शिक्षामित्रों की नियुक्ति एक निश्चित प्रक्रिया के अनुसार हुई है, जबकि नए शिक्षकों की नियुक्ति धारा-26 के अंतर्गत होती है। यही आधार उनकी टीईटी से मुक्ति का कारण होगा।
बीएड डिग्रीधारकों को मिले छूट
उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित स्नातक संघके जिलाध्यक्ष विजेन्द्र तोमर व कोषाध्यक्ष नफे सिंह का कहना है कि बीएड डिग्रीधारकों की प्राइमरी स्कूलों में नियुक्ति उनके डिग्री वर्ष के आधार पर वरीयतानुसार सीधे होनी चाहिए। वे पहले से ही प्रशिक्षित हैं, ऐसे में उन पर टीईटी थोपा जाना पूरी तरह गलत है। सरकार को उन्हें टीईटी से अलग रखने के लिए कदम उठाने चाहिए।
abhi kuchh din pahle news aayi thi mritak aashrito ko bhi tet pass karna jaruri hai aur aaj ki news dekhiye.WHAT A CONFUSION???
Hi!Friends see this news-
ReplyDeleteटीईटी से मुक्ति की कवायद Updated on: Sat, 16 Jun 2012 11:14 PM (IST)
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- शिक्षामित्रों को बंधी उम्मीद, मृतक आश्रित भी कतार में
- बीएड डिग्रीधारक भी मुखर, आचार संहिता खत्म होने पर टीईटी पर फैसला संभव
जागरण संवाददाता, सहारनपुर : टीईटी से मुक्ति पाने के लिए इन दिनों छटपटाहट तेज होने लगी है। शिक्षामित्र, मृतक आश्रित व बीएड डिग्रीधारकों के पास इसके लिए अपने-अपने तर्क हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि यह छूट किस-किस को मिलसकेगी। माना जा रहा कि निकाय चुनाव की आचार संहिता के बाद सरकार निर्णायक फैसला लेगी।
सूबे में टीईटी का संकट खत्म होने के आसार नजर आने लगे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा पिछले दिनों मामले में सकारात्मक संकेत दिए थे। इसके बाद से ही माना जा रहा है कि सरकार मामले में सैद्धांतिक रूप से निर्णय ले चुकी है और निकाय चुनाव की आचार संहिता के बाद इसकी घोषणा कर दी जाएगी। बताते चलें कि टीईटी लागू होने के बाद से प्रदेश भर में मृतक आश्रित कोटे में प्राइमरी स्कूलों में अनट्रेंड शिक्षकों की भर्त्ती नहीं हो पा रही है। जिले में करीब 18मामले ऐसे हैं। सूत्रों के मुताबिक, सरकार मृतक आश्रितों को टीईटी से मुक्त रखने का मन बना चुकी है। उत्तर प्रदेश शिक्षा मित्र संघ के मंडल अध्यक्ष व नरेश कुमार ने भी दावा किया है कि प्रदेशाध्यक्ष गाजी इमामआला के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा मंत्री से मिले प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया गया है कि शिक्षामित्रों को बगैर टीईटी के प्राइमरी शिक्षकों के रूप में नियुक्त करने के लिए सरकार गंभीर है।
नियुक्ति के पक्ष में तर्क
उप्र शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्षनरेश कुमार का कहना है कि उनकी नियुक्ति धारा-23 के अंतर्गत है। इसलिए उनका शिक्षक पदों पर केवल आमेलन किया जाना है। शिक्षामित्रों की नियुक्ति एक निश्चित प्रक्रिया के अनुसार हुई है, जबकि नए शिक्षकों की नियुक्ति धारा-26 के अंतर्गत होती है। यही आधार उनकी टीईटी से मुक्ति का कारण होगा।
बीएड डिग्रीधारकों को मिले छूट
उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित स्नातक संघके जिलाध्यक्ष विजेन्द्र तोमर व कोषाध्यक्ष नफे सिंह का कहना है कि बीएड डिग्रीधारकों की प्राइमरी स्कूलों में नियुक्ति उनके डिग्री वर्ष के आधार पर वरीयतानुसार सीधे होनी चाहिए। वे पहले से ही प्रशिक्षित हैं, ऐसे में उन पर टीईटी थोपा जाना पूरी तरह गलत है। सरकार को उन्हें टीईटी से अलग रखने के लिए कदम उठाने चाहिए।
abhi kuchh din pahle news aayi thi mritak aashrito ko bhi tet pass karna jaruri hai aur aaj ki news dekhiye.WHAT A CONFUSION???
Saharanpur me kaise kaise log hai enko ye bhi samajh me nahi aata ki jab tet se sabhi ko mukti mil jayegi to kahe ka tet par faisala???
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletedon't warry sikha ka adikar kanun kendr sarkar ne banaya h.. S.p gov ne nahi banaya h... So frind ten ni....kanun har state k liye saman h..up me kuch alag ni hona ..jaha cong ki sarkar h unhe tet se chut ni h..to up ko kese milegi
ReplyDeleteyadav ji... Up me politic jada hi hoti h...har koi neta bana ghumta h..dimak se pedal h sikha mitr
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteVK Yadav ji very good. Aapne samvaad ki garima kaayam rakhkar unknown ko uttar diya. Safed rang, sach, mehnat aur shaaleentaa ka fashion hamesha rahega.
ReplyDeleteThanks @RAJESH JI.
ReplyDeleteNo appointment without tet.. Agra se tet certfct kon se school m milta h
ReplyDelete8909588292
Hi!Friends,saharanpur me ek bande ne rule ka bhi hawala diya hai aaplog jara ese pata kijiye ki kya vastav me aisa ho sakta hai???
ReplyDeleteजिलाध्यक्षनरेश कुमार का कहना है कि उनकी नियुक्ति धारा-23 के अंतर्गत है। इसलिए उनका शिक्षक पदों पर केवल आमेलन किया जाना है। शिक्षामित्रों की नियुक्ति एक निश्चित प्रक्रिया केअनुसार हुई है, जबकि नए शिक्षकों की नियुक्ति धारा-26 के अंतर्गत होती है। यही आधार उनकी टीईटी से मुक्ति काकारण होगा।
अब सीबीआइ करेगी फर्जीवाड़े की जांच Updated on: Sun, 17 Jun 2012 01:02 AM (IST)
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संस्कृत विश्वविद्यालय
---------------
-कुलपति ने शासन को पत्र भेजने का लिया निर्णय
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंकपत्रों व प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़े को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच अब सीबीआइ से कराने का निर्णय लिया है। अभी यह जांच सीबीसीआईडी कर रही है।
कुलपति प्रो. बिंदा प्रसाद मिश्र ने शनिवार को बताया कि फर्जीवाड़े की व्यापक जांच के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। इसमें शासन से सीबीआइ सेजांच कराने की संस्तुति का अनुरोध किया जाएगा।
गौरतलब है कि बीटीसी व विशिष्ट बीटीसी में बड़े पैमाने पर संस्कृत विश्वविद्यालय के डिग्रीधारी चयनित हुए हैं। इन शिक्षकों के अंकपत्र के सत्यापन में फर्जीवाड़े की पोल खुलती जा रही है। ज्यादातर शिक्षकों की डिग्री फर्जी निकल रही है। इसे देखते हुए शासन ने फर्जीवाड़े की जांचसीबीसीआईडी को सौंपी है। पिछले एक वर्ष में सीबीसीआईडी इसकी जांच कर रही है। इस क्रम में जांच टीम कई बार विश्वविद्यालय में अंकपत्रों का सत्यापन कराने आ चुकी है इसके बावजूदअभी तक जालसाजों पर शिकंजा नहीं कसा जा सका है। दूसरी ओर यहां से भेजी जा रही सत्यापन रिपोर्ट दबाने का भी कुछडायटों पर आरोप है। डायटों के पास विश्वविद्यालय के समानांतर एक और सत्यापन रिपोर्ट पहुंच जा रही है। दोनों रिपोर्ट एक-दूसरे से भिन्न है।ऐसे में दो-दो सत्यापन रिपोर्ट मिलनेसे डायटों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि वह किसे वैध व किसे अवैध मानें। पिछले दिनों ही एक डायट से दोनों सत्यापन रिपोर्ट विश्वविद्यालय भेजी गई थी। इसमें तीसरी बार जांच कराने का अनुरोध कियागया हैं। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन अब सत्यापन रिपोर्ट में प्राथमिकी दर्ज कराने का भी सुझाव दे रहा है
SC aur ST Ko. V. TET se chute de jai ,
ReplyDeleteMai Sc aur ST welfare association se request karte hu ke ape lage. Is samband me karwai kare maine ek awadane patre Sc aur ST welfare association ko kar diya hai ,
Agar physical handicap Aur ex service man TET se chute ke liya awadane kr sakte hai to Sc aur ST wale Kyo Nahi kr sakte hai
Dear Friends Remember! Hamari ladayi sikshamitro/BTC se nahi hai balki hamari ladayi es system se hai.
ReplyDeletelo bhai...ab bana lo acd merit ak se ak nakalchi up ka teachar banega ....up me c.m sach me blind h.
ReplyDeletedosto hame apne tet morche ke netao ke visay mai negative nahi sochna chahiye ye bhi hamare jaise hi hain hamare bhai hain. hamari tarah is bharti parkirya ko poorn karana chahte hai. iske liye hame ekjut hoker paryash karne ki jaroorat hai aur apni baat aawaz ko buland karne ki jaroorat hai taki ye shiksa mafiyao ki sarkar hil jaye aur hame niyukti dene ko vives ho jaye. ashish rajvanshi 9927756345
ReplyDeletehello friends..
ReplyDeleteyadav g yeh kaun sa act h jo tet se mukti ka karan banega yadi aisa sambhav tha to bharti bina tet ke 2011 main puri ho jati.please explain it thanks .
ReplyDeletetet karaya kyo gya....sab ko tet se mukti chaiye.......
ReplyDelete**URGENT REQUEST**
ReplyDeleteAllahabad ke tet mitro se mera nivedan hai ki plz 2 July ke din Allahabad HC ke chief justice se milkar 3 July ke din sunwai hone ke liye request karen.
bhagvan kare is kapildev yadav ko iske kie ki achhi saja mile kabhi chain se na soe .....hm sabhi tetians ki baddua lage ise
ReplyDeletesc st handi vidhwa paritykta sabko tet se kya kisi v exam se choot mang rahe hain.lagta hai gen ko is duniya me rahne ka hi adhikar nahi hai mughe to lagta hai ki gen walon ko chand par jakar bas jana chahiye. yahan sirf neta aur unke pote rahen
ReplyDeleteप्राइमरी स्कूलों में नियुक्तिकी खुल गई राह Updated on: Sun, 17 Jun 2012 11:54 PM(IST)
ReplyDeleteसहारनपुर : सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के संबद्ध प्राइमरी स्कूलोंमें शिक्षकों की नियुक्ति की स्थिति साफ हो गई है। नियुक्ति को अनुमति का अधिकार शासन द्वारा एक बार फिर डीआईओएस को दे दिया गया है।
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों का चयन व नियुक्ति की प्रक्रिया उत्तर प्रदेशमाध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड इलाहाबाद द्वारा पूरी की जाती है। जिले में ऐसे स्कूलों की संख्या 81 है। इनमें से 11 स्कूल संबद्ध प्राइमरी है, जिनमें सात बालक व चार बालिकाओं के स्कूल हैं। संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के करीब 60 पद स्वीकृत हैं। इनमें 20 से अधिक पद रिक्त चल रहे हैं।
टीईटी को किया गया संशोधित
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शासन द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद की नियमावली में संशोधन किया गया था। इसके मुताबिक शिक्षकों की नियुक्ति का आधार टीईटी की मेरिट को कर दिया गया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक बेसिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति का आधार टीईटी होगी। संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में भी यही व्यवस्था लागू होगी।
नियुक्ति को मिलेगी अनुमति
जिला विद्यालय निरीक्षक शिवलाल का कहना है कि पहले नियुक्ति के लिए अनुमति शासन से लेनी होती थी लेकिन अब अनुमति स्कूल मैनेजमेंट को उनके स्तर से मिल सकेगी, इसके लिए स्कूल कोनियुक्ति संबंधी सभी नियमों-उपनियमों आदि का पालन करना होगा।
jab mratak asrito ko bina tet naukari nahi to sikcha mitro ko bina tet ke kyo
ReplyDeleteटीईटी छात्रों ने कियाहाइवे जाम
ReplyDeleteStory Update : Tuesday, June 19, 2012 12:01 AM
फीरोजाबाद। टीईटी में सफल छात्र की आत्महत्या करने की घटना के बाद आस पासके जनपदों के भी टीईटी के छात्र फीरोजाबाद में एकत्र हुए और जुलूस निकालकर सुभाष चौक पर जाम लगा दिया। यह लोग मृतक छात्र के परिजनों की आर्थिक सहायता करने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने, भर्ती प्रक्रियापर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। साथ ही डीएम को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे, इसी मांग को लेकर सड़क पर यह लेट गए। बाद में पुलिस ने बल प्रयोग कर हाइवे से हटाया।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत इलाहाबाद, कानपुर, आगरा, मथुरा, उन्नाव, गाजीपुर, लखनऊ और अन्य जनपदों से छात्राओं का क्रम सुबह 10 बजे से शुरू हो गया। सभी छात्र गांधी पार्क में एकत्र हो गए और नारेबाजी करते हुएहाइवे पर पहुंचे और सुभाष तिराहे पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान छात्र प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। छात्र फीरोजाबाद निवासी देशराज द्वारा आत्महत्या करनेके लिए दोषी प्रदेश सरकार को बता रहे थे। छात्राओं के धरना प्रदर्शन की खबर पर सिटी सर्किल के थानों का फोर्समौके पर पहुंच गया। धरने का नेतृत्व कर रहे मथुरा से आए टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष जावेद अली ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रदेश सरकार की तानाशाही के चलते एक छात्र ने अपनीजीवनलीला समाप्त कर ली। सिटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार मालपाणी ने छात्राओं की बात को सुनते हुए उनसे ज्ञापन देने की बात कही, लेकिन छात्र डीएम को ज्ञापन देने की बात कहने लगे।बात नहीं बनी तो छात्र हाइवे पर लेट गए। पुलिस ने छात्रों को बल प्रयोग करहाइवे से हटा दिया। छात्रों के आंदोलन की खबर पर एडीएम प्रमोद कुमार शर्मा, क्षेत्राधिकारी सदर सुभाष शाक्य भी मौके पर पहुंच गए। बाद में छात्रों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर धरना समाप्त कर किया। इस अवसर पर राजेश प्रताप(बरेली), मंयक तिवारी (एटा), शिवकुमार (इलाबाहाद), देवदत्त (बदायूं) मौजूद रहे।
मृतकाश्रित को मिले आर्थिक सहायता
फीरोजाबाद(ब्यूरो)। छात्रों ने आंदोलन से पूर्व मृतक देशराज के पिता को सुभाष तिराहे पर बुला लिया। छात्रों ने सिटी मजिस्ट्रेट से मुलाकात करते हुए मृतक के पिता को आर्थिक सहायता तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की बात रखी। सिटी मजिस्ट्रेट ने आश्वासन दिया कि वह मुख्यमंत्री राहतकोष परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी।
लाठी तो मंजिल आसान
फीरोजाबाद (ब्यूरो)। सुभाष तिराहे पर धरना दे रहे छात्र जब आक्रोशित हुए तोखाकी भी तैश में आ गई। कह दिया कि आंदोलन की कोई जानकारी पहले से प्रशासन को नहीं दी गई। रोड जाम किया तो लाठियां खाओगे।
वाक्या करीब 2.35 का है। अधिकारियों के ना आने पर छात्रों ने हाइवे को जाम कर दिया था। पुलिस ने बल प्रयोग कर उनको सुभाष तिराहे पर चबूतरे पर बैठा दिया। इसके बाद छात्रों का पारा चढ़ा तो खाकी भी तैश में आ गई। यहां तक कह दिया कि अब हाइवे जाम किया तो सड़क पर डलकर लाठियां खाओंगे तो छात्रों ने इसका जवाब भी बढ़ी शालीनता से जवाब देते हुए कहा कि जितनी लाठी उतनी मंजिल आसान।
i want to know that does gov can change the process of the recruitment once the process had already been started. please reply.
ReplyDeleteProcess change tab tak nahi ho sakta jab tak matter court me hai.aage aane wale dino me gov yadi process change karwana chahegi to vah court ke through hi karayegi taki matter phir dubara na fansh jaaye.
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