प्रेषक: Shyam Dev Mishra <shyamdevmishra@gmail.com>
दिनांक: 10 जून 2012 9:38 am
विषय: INVITATION-CUM-BRIEFING FOR MEDIA ON AGITATION OF 12.06.2012 AT JANTAR-MANTAR, NEW DELHI
प्रति: rashid azad <rashid.khurshid@gmail.com>, Sarkari Damad <sarkaridamad007@gmail.com>, Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>, dev02019654@gmail.com, rajesh rao <rajeshrow86@gmail.com>, nnitinmehta1982@rediffmail.com, Naved Ahmed <navedahmeds@gmail.com>, dharmchand1980@gmail.com
ज्ञात हो कि प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद राज्य सरकार ने नियमों में आवश्यक संशोधन करके अध्यापकों की नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के दिशा-निर्देशों के अनुसार 13 नवम्बर 2011 को अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन करवाया. मालूम हो कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् ने अध्यापन की गुणवत्ता को बनाये रखने के उद्देश्य से यह निश्चित किया कि अध्यापकों की नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों को उसके द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सम्बंधित राज्य-सरकार द्वारा समय-समय पर आयोजित की जाने वाली "अध्यापक पात्रता परीक्षा" उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा. साथ ही चयन में भी इसके अंको को महत्त्व देने की सिफारिश की. इस नई व्यवस्था को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी महत्त्व देते हुए इसे अनिवार्य कर दिया.
परीक्षा के परिणाम में कई बार संशोधन हुए और कई असंतुष्ट अभ्यर्थियों ने अपने पास मौजूद उत्तर-पुस्तिका की कार्बन-कापी के आधार पर उच्च न्यायालय में भी अपील की और अंततः न्यायालय के निर्देश के अनुसार अंतिम रूप संशोधित परिणाम जारी किया गया. तदुपरांत भर्ती-प्रक्रिया की शुरुआत हुई और हर जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अलग-अलग विज्ञापन निकालने की समयसाध्य और खर्चीली पुरानी परिपाटी के स्थान पर राज्य-सरकार द्वारा अधिकृत की गई माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा समस्त बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से 2 दिसंबर 2011 को एक संयुक्त विज्ञप्ति प्रकाशित कर टी.ई.टी. मेरिट के आधार पर 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये गए थे. इस बीच माध्यमिक शिक्षा परिषद् के निदेशक संजय मोहन द्वारा कुछ अभ्यर्थियों से अध्यापक पात्रता परीक्षा में अंक बढवाने के नाम पर रुपये लेने का मामला सामने आया जिसमे हुई जाँच में ये मामला महज ठगी तक सीमित रहा और परिणामों में धांधली के आरोप साबित नहीं हुए हैं. वैसे भी हर अभ्यर्थी के पास मौजूद उत्तर-पुस्तिका की प्रति के आधार पर परिणाम की सत्यता की जाँच का विकल्प सबके लिए खुला है.
इसके बाद तमाम अभ्यर्थियों ने, जिनके लिए टी.ई.टी. में अंक कम होने से चयन के आसार कम थे, टी.ई.टी. के आधार पर चयन की प्रक्रिया को उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में चुनौती दी पर ऐसे सभी मामलों में न्यायालय ने आपत्तियों को दरकिनार करते हुए इसे न्याय-संगत और नियम-संगत ठहराया. परन्तु वाराणसी के एक अभ्यर्थी कपिल देव यादव ने एक याचिका दायर कर भर्ती का विज्ञापन बेसिक शिक्षा अधिकारियों के स्थान पर उनकी ओर से माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा जारी किये जाने को तकनीकी आधार पर चुनौती दी जिसपर न्यायालय ने 4 जानवरी 2012 को भर्ती-प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार से जवाब माँगा. तब से इस मसले में सुनवाई कम तारीखें ज्यादा मिली हैं और कोर्ट के बाहर भी राज्य-सरकार ने अबतक इस मसले पर अपना रुख जाहिर नहीं किया है साथ ही सरकारी पक्ष ने जिस प्रकार का लापरवाही भरा रवैया कोर्ट के अन्दर दिखाया है वह भी इस मामले के निस्तारण में इतने विलम्ब का प्रमुख कारण रहा है. और तो और, कई तारीखों पर तो यह भी साबित हुआ कि सरकारी वकील को महज विज्ञप्ति में दिए गए निर्देशों-तथ्यों तक की जानकारी न थी.
यहाँ यह बताना महत्वपूर्ण होगा कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के नियमों के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के अध्यापन के लिए बी.एड. डिग्रीधारक अभ्यर्थियों की नियुक्ति की समय-सीमा 1 जनवरी 2012 रखी गई थी. ऐसे में राज्य-सरकार की लापरवाही और उसके द्वारा किये गए विलम्ब का खामियाजा निर्दोष अभ्यर्थियों को न भुगतना पड़े और प्रक्रिया शुरू होने के पहले निर्धारित हो चुके नियमों के अनुसार भर्ती हो, इस मांग को लेकर आक्रोशित अभ्यर्थियों ने प्रदेश-भर में जिला-स्तर पर तो प्रदर्शन किये ही, समय समय पर राज्य-सरकार तक अपनी आवाज़ पहुचने के लिए लखनऊ तक पहुंचे. इस क्रम में अभ्यर्थियों द्वारा लखनऊ में 20 मार्च को एक-दिवसीय धरने का आयोजन किया गया था, जिसमे शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया. इसके उपरान्त पुनः लखनऊ में 30 मार्च से 2 अप्रैल तक अनशन किया गया जिसपर स्थानीय प्रशासन ने मुख्यमंत्री से वार्ता का आश्वासन देकर समाप्त करवाया. . गौरतलब है कि इस अनशन के दौरान कई अभ्यर्थियों की स्थिति इस कदर बिगड़ गई थी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था. अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री से शीघ्र कार्यवाही के आश्वासन के सिवा कुछ न मिल सका. अभ्यर्थियों द्वारा पुनः 20 अप्रैल को लखनऊ में प्रदर्शन किया गया जिसे प्रशासन ने मुख्यमंत्री से वार्ता कराकर हल निकालने के आश्वासन के साथ समाप्त करवाया. माननीय मुख्यमंत्री ने जनता दरबार में इस समस्या को सुना तो पर नतीजा फिर सिफर ही रहा. पुनः 29 से 31 मई को लखनऊ में आक्रोशित अभ्यर्थियों ने विधान सभा का लगातार घेराव किया जिसमे पुलिस ने बर्बरता पूर्वक महिलाओं तक पे लाठियां चलाई, सैकड़ो गिरफ्तारियां की गई, हज़ारों लोगो को अलग-अलग स्थानों पे निरुद्ध किया गया और इस जनाक्रोश का हल निकालने के बजाय इसे कुचलने का हर संभव उपाय किया. इस सारे घटनाक्रम को मीडिया ने लगातार महत्त्व दिया.
अभ्यर्थियों को शांत करने के उद्देश्य से कभी निर्णय लेने के लिए राज्य-सरकार ने दस दिन का समय माँगा तो कभी मुख्य-सचिव की अध्यक्षता में जाँच-समिति बनाकर 3 हफ्ते में रिपोर्ट आने और तदनुसार कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया पर आज ये सारी समय-सीमायें समाप्त हो गई है और मसला वहीँ का वहीँ है.
इन स्थितियों से व्यथित हो कई अभ्यर्थियों का मानसिक अवसाद के कारण निधन तक हो चुका है. प्रदेश-भर में सभी अभ्यर्थी अपने पाने स्तर से सरकार से इस मसले के निराकरण का आग्रह कर रहे हैं. सही मनोज कुमार "मयंक" और उनके साथियों ने इस समस्या की ओर न सिर्फ प्रदेश, बल्कि केंद्र सरकार तक को आकृष्ट करने के लिए इस भीषण गर्मी में वाराणसी से दिल्ली तक की पदयात्रा शुरू की जिसके इस अतुल्य प्रयास की सराहना व्यापक स्तर पे हुई है और उन्हें इस प्रदर्शन के दौरान सम्मानित भी किया जाना प्रस्तावित है.
शिक्षा का अधिकार को न सिर्फ यू. पी.ए. सरकार और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के लिए एक महत्वपूर्ण विषय रहा है बल्कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी इसे बच्चों का संवैधानिक अधिकार करार दिया है. केंद्र सरकार इस सम्बन्ध में होने वालों खर्चों में 65% अंशदान देती है और समय-समय पर दिशा-निर्देश देने को अधिकृत होती है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में शिक्षा के अधिकार के उद्देश्यों की प्राप्ति में आने वाली बाधाओं की ओर, इस समूचे प्रकरण पर राज्य-सरकार की चुप्पी और अस्पष्ट रुख की ओर केंद्र सरकार और माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री कपिल सिब्बल जी का ध्यान आकर्षित करते हुए निवेदन है कि,
1. प्रदेश में 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती-प्रक्रिया को लेकर अपने रुख को न सिर्फ स्पष्ट करे बल्कि न्यायालय में लंबित मामले के शीघ्र निपटारे के लिए ठोस कार्यवाही करे.
2. भर्ती-प्रक्रिया को पुनः किसी कानूनी बाधा से सुरक्षित रखने के लिए न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों के अतिरिक्त किसी भी प्रकार का परिवर्तन नियम व् शर्तों में में न करे और पूर्व-निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ही चयन व् नियुक्ति की जाये.
3. प्रदेश में अध्यापकों की आवश्यकता के मुकाबले एन.सी.टी.ई. द्वारा निर्धारित योग्यता वाले अभ्यर्थियों की भारी कमी को ध्यान में रखते हुए कक्षा 1 से 5 तक के अध्यापकों के लिए बी.एड. डिग्रीधारकों को दी गई समय सीमा (१ जनवरी 2012) को शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत बढाया जाये.
4. समाचारपत्रों में छपी खबरों के अनुसार प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा विधान सभा में में बिना आवश्यक अर्हता (टी.ई.टी.) रखने वाले शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाने की सरकार की योजना का जिस प्रकास विधान सभा में दिए जवाब से हुआ, उस से स्पष्ट है कि राज्य सरकार इस मामले की को पर्याप्त गंभीरता से नहीं ला रही है या फिर जानबूझकर गुमराह कर रही है. इस लिए व्यापक जनहित में आवश्यक है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुसार छात्र-शिक्षक अनुपात के लक्ष्य को प्राप्त करने की समय सीमा को ध्यान में रखते हुए राज्य-सरकार को इस दिशा में बनाई गई कार्य-योजना स्पष्ट करने का निर्देश दिया जाये तथा वैधानिकता को ध्यान में रखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश केंद्र-सरकार द्वारा जारी किये जाएँ.
टी.ई.टी. अभ्यर्थियों की इस मुहिम को उत्तर प्रदेश में मीडिया का जबरदस्त समर्थन मिला है. मीडिया द्वारा इस मामले को दिए गए महत्त्व का नतीजा था कि उत्तर प्रदेश सरकार को विधान-सभा और विधान-परिषद् में सदस्यों के तीखे सवालों का सामना कररना पड़ा और सदस्यों ने टी.ई.टी. अभ्यर्थियों की स्थिति और उस पर सरकार के रुख पर रोष जताते हुए जरुरु कदम उठाने को कहा. आशा है कि राजधानी में अपनी आवाज़ उठाने के लाखो टी.ई.टी. अभ्यर्थियों के इस प्रयास को स्थानीय और राष्ट्रीय मीडिया का भरपूर सहयोग मिलेगा और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पे सम्बंधित पक्षों के साथ-साथ जनता का भी ध्यान आकृष्ट करने के हमारे इस प्रयास में आप हमारा यथासंभव सहयोग करेंगे और इस आन्दोलन को प्रमुखता से प्रकाशित-प्रसारित करेंगे.
धन्यवाद,
निवेदक
समस्त यू.पी.टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थी
Isko dekhen aur ye bhee point mehtvpoorn hai - http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2012/06/shiksha-mitra-are-warned-not-to-protest.html
ReplyDelete
ReplyDeleteIn Points ka bhee print lekar jayen / Aapke kaam aa sakta hai -
http://www.ncte-india.org/RTE-TET-guidelines[1]%20(latest).pdf
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http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2011/12/uptet-allahabad-highcourt-dismissed.html
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http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2012/01/uptet-petition-against-selection-on.html
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http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2012/01/uptet-btc-good-news-for-tet-qualified.html
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http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2012/01/each-uptet-qualified-candidate-will-get.html
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http://www.inspire-dst.gov.in/Inspire-Advertisement.pdf
http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2012/03/cbse-versus-up-board-acadmic-marks.html
http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2011/12/difference-up-board-candidate-cbse.html
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clear it 11 0r 12
ReplyDeleteSabhee important Points / Articles ka Print jaroor ssath lekar jayen
ReplyDelete----
Jisse aap mehvpoorn binduon par apnee baat ka dhyan dila saken
Jantar Mantar - Dharana Pradrshan Date informed is 12th June 2012 (12-6-12)
ReplyDeleteDetails of Jantar Mantar Pradarshan - http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2012/06/uptet-jantar-mantar-ek-divasiye-dharna_08.html
ReplyDeleteWow kya likha h bhai!!
ReplyDeleteYe samajh me nhi ata ki sikhamitro se itnaa prem aur hm logo se itni nafrat kyo ???
ReplyDeleteek sichamitra means chamak challo hamare sichamantri ki padosan hai wo apni padosan ko patane ke chakkar mai aisa diolgue mar dete hai
Deleteandolan esa karege lucknow to kya delhi ko bhi hila denge. Ham apana hak le kar rahege.
ReplyDeleteDear friends,
ReplyDeleteAap sabhi logon se nivedan hai ki 12.6 ko jantar-mantar par dharne mein upasthit hon, hum log jeet ke behad karib hain.
DOSTO MUJHE EK BAT SAMAJH MAI NAHI ARAHI KI TET KE BARE MAI BOLNE MAI CHUNAVE ACHAR SAHITA KA BAHANA BANAYA JARAHA HAI PER SP NE APNA BAJAT PESH KIYA HAI USME KISHANO KA KARJ MAFI KI GHOSNA KI HAI OUR ANEK VADE KIYE HAI TAB A.SAHITA KAHA THI
ReplyDeleteSHIKSHA MITRO KE BARE MAI GHOSNA KARNE MAI A.SAHITA NAHI HAI TET KE BARE MAI GHOSNA KARNE MAI A.SAHITA KA BAHANA BANAYA JATA HAI
ReplyDeleteup me court ki b to kuch ni chalti.... Ab to judge ke b exam band kara do..jo vakil kai salo se parktis kr rahe h dukan khol k unhe paka kro...
ReplyDeletegov ne bharti ko n karne ka faisla kiya h ye sikshamitro ko teacher bana degi hume nahi.
ReplyDeleteplz mujhe koi rai de ki mai kiski side lu mai saadi suda hu aur meri wife siksa mitra hai aur mai TET pass berojgar..
ReplyDeleteAap svayam k liye prayas kare kyoki shikshamitro ka matter latakne wala hai. Kaise?wo mai apne comment me bataunga.
DeleteShikshamitro ko tet pass kyo nhi karna hai? Kya bina tet k wo shikshak bn jayenge.?
ReplyDeleteKripya is sambndh men murkan g uchit jankari pradan kare..athwa koi bhai bandhu ko ske sambndh me koi suchana ho toh kripya btane ka kasht kreng.
Agar bina tet pass kiye shixamitro ka smayojan kiya jaata hai toh iske khilaf highcrt anytha sc ka mai ek baar darvaja khatkhtaunga...agar tet pass karke hm teacher ni bn skte toh bina tet k ye sixamitra kaise teacher bn skte hai?
ReplyDeleteBahut sahi kaha
DeleteMai apne dum par 10000 rs ka sahyog kar donga balki aur zyada
Par itna to nahi hoga ki agar hum logo ko job nahi mile to in inter paas sm ko government in 5 to kya 50 salo me bhe samayojit nahi kar payege
I m wid u
Tetians jindabad
Jab bhe aapka aisa koi bichar ho hc ya sc jane ka
Mai aapka pura sahyog karog
Chaudhri ki bho##da sala
Kutta
Tetiaans jindabaad
Agar hum nahi to sala naaukrri koi bhe nahi kar paayega is state me in sm ki to bus lag gaye wht
up sarkar ne cabenit ki meeting me academic merit ko di manjuri court me di jayegi jankari
ReplyDeleteChadhri ka Phone aaya tha kya bhai jaan.Aapki jankari k liye bta de ki Court me jankari nahi shapath patr diya jata hai aur is sambandh me jabardasti halafnama nahi diya jayega.
DeleteIt is a fake comment friends ignore it.
unknown bhai news ka source kya hai???
ReplyDeleteBhaiyo Man ke hare haar hai Man ke jeete jeet .Himmat mat hariye honsla buland rakhiye humen kamyabi avashay milegi bus delhi jane ko taiyar rahiye hum sab ko kamyabi jaroor milegi insha Allah!
ReplyDeleteBhaiyo Man ke hare haar hai Man ke jeete jeet .Himmat mat hariye honsla buland rakhiye humen kamyabi avashay milegi bus delhi jane ko taiyar rahiye hum sab ko kamyabi jaroor milegi insha Allah!
ReplyDeleteup sarkar ne cabenit ki meeting me academic merit ko di manjuri court me di jayegi jankari
ReplyDeleteKaha pad liya bhai
DeletePure baat bataye
Dostpo hum logoko bhari shankaya me delhi jana hain
ReplyDeletedosto ham jarur delhi aayenge
ReplyDeletequreshi ji puri khabar batayen
ReplyDeleteAcadmic se bharti nahi ho sakti agar aisa hua to court mai lambe samay ke liye bharti latak jayegi aap(acadmic samathak)kyon bharti ko latakwana chahte hain bhaiyo un mai se mat bano ki khayenge nahi to bikher denge pls.sabhi tet merit ki mang karo
ReplyDeleteYe sale academic ki baat tabhe karege jab baat ko fasana chahege
ReplyDeleteAur tet ko job nahi dena chahege
Aur sara mamla hum tetians par sal dege aur kahege ki hum to rasta nikaal diya ab ye tetians aaapsa me he lad rahe hi merit ko lekar to hum kya kare
@kuraishi jaise log hi hame gumrah kar rahe hai.
ReplyDeleteAbhee Acad. kee koee NEWS nahin hai.
ReplyDeleteSab Bhramak Khbren Hain
sdm ji or blog editor or anyone aap log hame ek accha sa matter is site par president ke liye banakar de main ise helpline rb.nic me mail karoonga iska rool hai ki 3 month me karayahi hogi
ReplyDeleteGautam budh nagar,Noida,Ghaziabad ke sathiyon se vinamra nivedan hai ki bhai abki bar to sab ke sab delhi aa jao ab to apake ghar ke pas hi sabhi aa rahe hain ydi kisi ko in jilon ke adhyakchhon ka naam aur phon no. Maloom hon to pls batayen mein un se baat karna chahta hun. Dhanyabad!
ReplyDeleteHUM AA RAHE HAI JANTAR-MANTAR DELHI 1-MOHD. RASHID AZAD BIJNOR 2-MANOJ YADAV GAZIPUR 3-DEVENDARA SINGH PRABHUDH NAGAR 4-.......PLZ AP JO JO AA REHE HAI WO LIST ME ADD HO JAYE OR APNA JILA LIKHE LIST COPY PASTE KARE
ReplyDeleteDosto kal puri raat sham mishra g ne media k liye invitation jis me ki puri tet ki kahani likhi jo ki blog pe posted hai ,us invitation ko le k me or manoj yadav noida k sabhi news chanel or news paper me diya ,kai news chanel or newspaper walo ne us lekh ko saraha or vishwas dilaya ki wo humhara 7 denge ,ab ap logo se gujarish hai ki ap jarur aye plz plz plz ,12 6 12 ko jantar-mantar delhi 8am - 5 pm tak
ReplyDeleteSarkar dwara Kitna murkhtapurn nirday liya jane wala hai shikshamitra k regular graduation degree ko manyata dena. Balki inke upar to mukadma chalaya jana chahiye aur sare payment ki recovery kiya jana chahiye. Ya to unhone vidyalay me teaching nahi kiya,ya unhone university k bnaye niyam(180 days class) ka ullanghan kiya hai. To is prakar ya to unki graduation ki degree farzi ho jayegi ya unhe sara payment with interest chukana hoga aur karyamukt kiya jayega.Yadi Sarkar karya karte hue regular course ko manyata de rahi hai to fir shikshamitro ko regular B.ed kyo nahi kara deti distance education k madhyam se 2years diploma k liye apna,state education aur shikshamitro ka samay kyo vyarth me nasht kar rahi hai. G.O. aane dijiye court me mai jaunga. Sarkar ka yah faisla bhrastachar ki or ek kadam hai, jo mujhe bilkul svikar nahi.
ReplyDeleteसाथियो आज मैने माननीय राष्ट्रपति महोदय जी को ये मेल उनके साईट पर किया है
ReplyDeletehttp://helpline.rb.nic.in/
डियर श्रीमान जी
विषय -उत्तर प्रदेश सरकार एवं हाईकोर्ट के द्वारा हम UPTET पास शिक्षको का शोषण
श्रीमान जी हम लोगो ने दिन रात मेहनत करके TET पास कीऐ JOB के लिऐ आवेदन किया लेकिन GOV.ने BSP से अपने चुनावी रँजिश के कारण हमारी नौकरी पर बेवजह रोक लगा दी है ईस मामले मे UP की HC केवल date पर date दे रही है हमारे सात साथी अवसाद की स्थिति मे दुनिया छोड़ के चले गये लेकिन सरकार और कोर्ट ने अपने अपने धर्म का पालन नही कर रही है और तो और सरकार ने बेबस असहाय निहत्थे मासुमो पर लाठी चार्ज करा के आग मे घी का काम किया है हम लोगो की स्थिति नरक से बदतर हो गयी अगर हम फरियाद करते है तो हमे लाठी या मौत मिल रही है हमारे परिवार बीबी बच्चे भुखो मर रहे है पर ये SP GOV. टस से मस नही हो रही है ये सरकार और इनके मँत्री हमारा उपहास करते है बार बार शिक्षा मित्रो का नाम लेके हमे और उन्हे गुमराह करते है अत: सर जी हमे ये बताऐ की हम अपना हक कैसे पाये और हम सुप्रिम कोर्ट जाना चाह रहे है ताकि हमे न्याय मिल सके श्रीमान जी आपसे निवेदन है कि हमे हमारा हक दिलाने की कृपा करे
आपका
dr.amit agrahari 9452061561
mr unknown n kureshi what is the source of the news given by you? .did chaudhari or cm himself tell you so ?please don 't spread any rumour .if you don 't have any source ,don 't give such news .
ReplyDeleteANIL SINGH RAJPOOT JI, AAP BILKUL SAHEE HAIN, AGAR HUM AISE HEE IS PRAKAR KE AVAIDHANIK KARYON KA VIRODH APNEY STAR PE SHURU KAR DEN TO IS TARAH KE MANTRIYON DWARA KIYE JANE WALE BESIR-PAIR KE BAYANON AUR KAMON PAR ROK LAGEGI.
ReplyDeleteBHAIYON, MAYANK JI, DEVENDRA G, RASHID G, MANOJ JI, PRAMOD JI AUR NA JANE AAPKEY KITNEY WO SATHEE, JO IS DHARNE KEE SAFALTA KE LIYE DIN RAT EK KIYE PADE HAI, UNKEE MAHNAT KO BEKAR NA JANE DEN, AGAR AAP AB BHEE SATH NA AYE TO AAKHIR KAB AYENGE? LUCKNOW ME 29-30 MAY KE PRADARSHAN ME MATRA 1000 BHAI-BAHANON NE JO KARISHMA DIKHAYA USKI GUNJ KEWAL PRADESH KEE JANTA TAK HEE NAHEE, SAREE VIDHAN-SABHA AUR VIDHAN-PARISHAD TAK GAI THEE. AGAR WAHA BHEE AGAR AAP SAB ME SE CHAUTHAI SANKHYA BHEE PAHUCH JATEE TO AAJ NAZARA SHAYAD KUCHH AUR HOTA.
BUS IS TARAH KE ANDOLANON KO KEWAL GHAR BAITHEY JUBANI SAMARTHAN DENE WALE BHAI BAHAN BUS EK BAT SOCHEN KI AGAR IS ANDOLAN ME APNA SAMAY-SHRAM-SAMARTHYA LAGANE WALE GINTI KE TET-IANS KE MAN ME AAP KE UDASSEN AUR ASAHYOGI RAVAIYE KE KARAN AGAR WO YE SOCH LE KI UNKE ANTHAK PRAYASON KE BAWJOOD JAB KHUD TET WALE HEE UNKA SATH NAHEE DE RAHE HAIN TO AB ANDOLAN KARNE KA KYA FAYDA?
JARA SOCHIYE, FIR AAPKEY HATH KYA AAYEGA? JOB KEE PROBLEM BATAKAR NA ANEWALON, APNE DIL PE HATH RAKHKAR SOCHO KI KYA KABHI GIRLFRIEND KE SATH MOVIE DEKHNE KE LIYE TO KABHI BEEWEE KI SHOPPING KE LIYE, KABHI BACHCHEY KE ADMISSION KE LIYE TO KABHI MAA KI DAWA KE LIYE TO KABHI DOSTON KE SATH TAFREEH KE LIYE AUR KABHEE KABHEE TO BUS MAN NA HONE PAR OFFICE BUNK NAHEE KIYA? LEAVE NAHEE LEE? LEE HAI! KYONKI WO KAAM AAP KE SIWA KOI NAHEE KAREGA. LEKIN AAJ IS ANDOLAN KE LIYE LEAVE NAHEE LE RAHEY TO KEWAL ISLIYE KI CHAND BEWKOOF AUR BEKAR LOG LAGEY TO HAIN AAPKA BOJH DHHONEY KO MAREY-MAREY FIR RAHE HAIN. MALOOM HAI AAPKO? DEVENDRA G NE ISKI TAIYAREE KE KIYE PCS KA PAPER CHHOD DIYA, RASHID BHAI-MANOJ BHAI KAL DILLI-NOIDA KE MEDIA OFFICES KE CHAKKAR ME BHAREE DOPAHAR CHAKKAR LAGATEY RAHE. MAYANK JI KE BAREY ME BATANEY KEE BHEE JARURAT NAHEE LAGTEE. YE SAB WAKAI ME BEWKOOF YA BEKAR HAIN? JAWAB SABKO PATA HAI? AGAR AAPMEY WAKAI KINCHIT BHEE PAURUSH (SAMARTHYA) AUR GAIRAT BAKEE HAI TO, AGAR WAKAI ME KISI BAHUT HEE GAMBHEER KARAN SE SAMBHAV NA HO TO ALAG BAAT HAI, DILLI AIYE WARNA FIROZABAD ME HEE IKTTHA ITNEE CHOODIYA MILENGEE JO ITNEY SARE HATHON KE LIYE PARYAPT HO PAYEN.
Jyada ya ashobhneey likh gaya hoon to kshama keejiyega. Apka sathee SHYAM DEV MISHRA
Mitro itihas ka ek bahut rochek vakia hai jisme SHAHJADA SALIM apne do pyare kabuter ANARKALI k hatho per rekhta hai
ReplyDeleteaur Anarkali
galti se ek kabuter uda dete hai Salim ausse krodh me puchta hai ek kabuter kaise ud gaya. Anarkali baccho si herkat ker
dusra bhi kabuter uda dete hai aur kehte hai- AISE. aur salim anarkali ki is ada per mer mitta hai. shayad wahi hal UP GOVERMENT ka hai
jo apne premika arthat NAKALCHI avem BHRESTACHARI een khen prakaren acadmic marit auchi kerne wale abhyarthio ke hit
me bhavi peede ke bhavishye se khilwad kerne ja rhe hai.
MAYANK G i heartily appreciate what you have written by now .you are really a well learned person and a good writer .
ReplyDeleteSABHI UPTET BHAION AUR BEHNO SE ANURODH HAI KI KAL 12 JUNE KO 8 AM KO JANTER MANTER PER PAHUCH KAR DHARNE KO SAFAL BANAYE
ReplyDeleteacdemic meritke samrthko mai aapse puchhna chahata hu ki aapne kabhi kuchh sikha hai ya nahi aap sabhi wahi log hai jo uptet ke saral paper ke karan pass ho gaye jabki CTET ke qualifing paper me dhakkan ho gaye.aapne bhi kabhi kuchh sikha hota to is point se avagat hote ki speed test ko pawer test me nahi badla ja sakta.
ReplyDeletemai daave ke sath kah sakta hu ki uptet 2011 pass condidates ki niukti dunia ki koi takat acdemic merit se nahi kar sakti.
haan chahe to itna jarur kar sakti hai ki up ko ullu pradesh banane ke liye 5 salo tak primary teachers ki koi bharti hi na kare
RAJESH SHARMA
ASST.PROF.
B.ED DEPARTMENT