मऊ : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक बनाने, सरकार द्वारा इस बाबत अतिशीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरु करने सहित 3 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को गाजीपुर तिराहे से कलेक्ट्रेट तक विरोध जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कलेक्ट्रेट में नारेबाजी की और मुख्यमंत्री को संबोधित सिटी मजिस्ट्रेट को मांग पत्र सौंपा।
टीईटी बेरोजगार संघर्ष समिति के संयोजक श्रीप्रकाश यादव ने बताया कि हम लोगों ने कठिन परिश्रम से परीक्षा उत्तीर्ण किया। अध्यापकों की भर्ती के लिये विज्ञापन निकाला गया लेकिन आज तक नियुक्ति नहीं की गई। सरकार के मंत्रियों द्वारा केवल आश्वासन दिया जाता है। इसलिए शीघ्र भर्ती की प्रक्रिया में आने वाले व्यवधान दूर किया जाये। इस मौके पर श्रीप्रकाश यादव, दीन दयाल यादव, अनिरुद्ध यादव, अरुण कुमार, संजय भारती, आजाद यादव आदि मौजूद रहे।
News Source / न्यूज़ साभार : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/mau-9371771.html / Jagran.com ( 15.6.12)
Sarva Shiksha
ReplyDeleteAbhiyan (सर्व शिक्षा अभियान)
सर्व शिक्षा अभियान सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) की योजना प्रारंभिक शिक्षा के सर्वसुलभीकरण के निमित्त मिशन पद्धति अपनाए जाने के संबंध में अक्टूबर 1998 में आयोजित राज्य शिक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की सिफारिशों का परिणाम है। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत सहायता नौवीं योजना के दौरान केंद्र और राज्य सरकार के बीच 85:15 की भागीदारी के आधार पर थी, दसवीं योजना के दौरान 75:25 और इसके बाद 50:50 के आधार पर थी। कार्यक्रम में समूचे देश को शामिल किया गया है और 12.3 लाख बस्तियों में 19.4 करोड़ बच्चों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखा गया है। इस योजना के आधीन लगभग 8.5 लाख मौजूदा प्राथमिक और अपर प्राथमिक स्कूल तथा 33 लाख मौजूदा अध्यापक शामिल हैं। वर्ष 2004-05 के दौरान इस कार्यक्रम के अंतर्गत 598
जिलों की वार्षिक कार्य योजनाओं को स्वीकृति किया गया। इस कार्यक्रम में ऐसी बस्तियों में नए स्कूल स्थापित करना, जहाँ कोई स्कूली सुविधाएँ मौजूद नहीं हैं तथा अतिरिक्त क्लासरूमों, पेयजल, अनुरक्षण अनुदान तथा सामाजिक सुधार अनुदान के प्रावधान के माध्यम से स्कूल के मौजूदा आधारिक तंत्र को सुदृढ़ बनाने का प्रयास किया जाएगा। एसएसए में लड़कियों और कमजोर वर्गों के बच्चों पर विशेष ध्यान दिया गया है। दसवीं योजना के दौरान
एसएसए के लिए 17,000 करोड़ रु. का आवंटन किया गया। एसएसए की वजह से विद्यालय न जाने वाले बच्चों की संख्या वर्ष 2001 में 3.5 करोड़ से घटकर वर्ष 2003-04 में 2.3 करोड़ हो गई।
Sarva Shiksha Abhiyan (SSA) is Government of India's flagship programme for achievement of Universalization of Elementary Education (UEE) in a time bound manner, as mandated by 86th amendment to the Constitution of India making fee and compulsory Education to the Children of 6-14 years age group, a Fundamental Right. SSA is being implemented in partnership with State Governments to cover the entire country and address the needs of 192 million children in 1.1 million habitations. The programme seeks to open new schools in those habitations which do not have schooling facilities and strengthen existing school infrastructure through provision of additional class rooms, toilets, drinking water, maintenance grant and school improvement grants. Existing schools with inadequate teacher strength are provided with additional teachers, while the capacity of existing teachers
is being strengthened by extensive training, grants for developing teaching-learning materials and strengthening of the academic support structure at a cluster, block and district level. SSA seeks to provide quality elementary education including life skills. SSA has a special focus on girl's education and children with special needs. SSA also seeks to provide computer education to bridge the digital divide
gyapan dete dete tatha unhein lete lete samay yuhin nikal jayega. sarkar yahi to chahti hai. hum log inhi uljjhano mein ulhe rahe. sarkar ki wilkul mansha nahi hai ki tet base bharti ki jaye. yadi sarkar chahti to ise kab ka poora kar deti.kewal or kewal ashwashan hi diye jate hain . iske alawa aur kuchch nahi diya jata. saala mehnat karne wale garibo ki to koi sunata hi nahi hai. judge mahashay bhi apni dhun mein lage huye hain pata nahi hum tetians ne kaun sa aisa jurm kar diya hai jo humein tarikh par tarikh di ja rahi hain.
ReplyDeleteab kine gyapan diye ja chuke hain par iska koi result nahi nikla hai.
bhaiyo humein kuchch alag karna hoga jisse is sarkar ko sochne par majboor kiya ja sake.
tet merit jindabad...
Dosto! it is very good effort. Hume 2july se tundan ji k ghar k bahar nirnay n sunane tak dharna dene k yojna banani chahiye.
ReplyDeleteYa to s.p. Sarkar hume tet merit par jaldi se join karaye berna hum tet walay s.p. Govt. Ko 2014 main 80 lok sabha seato main se 08 seat dilane ka bada karte hain. Deepak sharma,Moradabad.
Deletetet merit jindabad
ReplyDeletekahe lok sabha chunav ka no na aa jae.
ReplyDeleteSayad mamta mulayam mil kar madhyawadhi chunav karvane ke chakkar me hai.
मृतक आश्रितों को भी बिना टीईटी मास्टरी नहीं
ReplyDeleteJun 15, 07:54 pm
इलाहाबाद : मृतक आश्रित कोटे के तहत प्राथमिक
शिक्षक बनने के लिए शिक्षक
योग्यता परीक्षा (टीईटी) को अनिवार्य
योग्यता घोषित किया गया है। शिक्षा के अधिकार
अधिनियम की नियमावली के तहत यह नियम लागू
किया गया है। अप्रैल 2010 को शिक्षा का अधिकार अधिनियम
लागू किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने 27 जुलाई
2011 को इस अधिनियम के लिए नियमावली लागू
की। इस नियमावली के संदर्भ में जारी एक शासनादेश के
तहत 27 जुलाई 2011 के बाद किसी भी रूप में
प्राथमिक शिक्षक की नियुक्ति के लिए टीईटी को अनिवार्य योग्यता माना गया है।
इसी प्रकार मृतक आश्रित कोटे के तहत अध्यापक बने
वह अभ्यर्थी जिन्होंने टीईटी की परीक्षा नहीं पास
की है, के चयन को रद किए जाने की घोषणा की गई है।
इस नियम के चलते कई
शिक्षकों को अपनी नौकरी खोनी पड़ सकती है। पूर्व व्यवस्था के अनुसार, मृतक आश्रित कोटे के तहत
अध्यापक बनने वाले अभ्यर्थियों को सेवाकाल के
दौरान ही बीटीसी की ट्रेनिंग दी जाती थी। वर्जन जिले में अब तक सोरांव में एक मामला संज्ञान में
आया है। संबंधित अध्यापक का नियमानुसार वेतन
रोकने और सेवामुक्ति के लिए नोटिस जारी करने
की कार्रवाई प्रारंभ की गई हैं। दिनेश कुमार यादव, बेसिक शिक्षा अधिकारी
aj chunav me sp teeshre no par hai agar govt na cheti to aisa hota rahega.hm tetns ki aukat pta lag jaygi usko.
ReplyDelete@Tiwari ji kahan chale jate hai aap???ek do din baad aa rahe hai khair der aaye par durust aaye yaha par durust se mera matlab aapki news se hai.
ReplyDeleteSarkar chahti to bharti puri ho gayi hoti, is bharti ko le kar wah raajniti kar rahi hai, ab hame ghee nikalne k liye apni ungli tedhi karni padegi, tet merit ekta zindabad.
ReplyDeleteपॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा परिणाम घोषित Updated on: Fri, 15 Jun 2012 08:14 PM (IST)
ReplyDelete'ए' ग्रुप में आजमगढ़ और 'एच' ग्रुप में राजधानी का छात्र टॉपर
477956 अभ्यर्थियों ने दी थी परीक्षा और 286042 हुए सफल
छह, सात व आठ मई को हुई थी परीक्षा
जागरण संवाददाता,लखनऊ:
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से आयोजित पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिया गया। 'ए' ग्रुप में आजमगढ़ के छात्र अभिषेक तिवारी ने 300 में 262 अंक हासिल कर अपने ग्रुप में टॉप किया। 'एच' ग्रुप में राजधानी के आलोक कुमार तिवारी ने 139 अंक हासिल कर अपने ग्रुप में सबसे ज्यादा अंक हासिल किया।
प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा आरसी श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शुक्रवार को देर शाम हुई परिषद की बैठक में परिणाम घोषित करने का निर्णय लिया गया। निदेशक राम गणेश व सचिव एसके गोविल की मौजूदगी में देर शाम परिणाम घोषित कर दिया गया। सचिव ने बताया कि छह सात व आठ मई को आयोजितहुई परीक्षा में सभी ग्रुपों में कुल477956 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे जबकि 286042 छात्रों ने परीक्षा पास की। सभी ग्रुपों में योग्यता अलग-अलग होने के नाते सभी ग्रुपों में अलग-अलग टॉपरों के नामोंकी घोषणा की गई। 'सी' ग्रुप में वाराणसी के अमित कुमार पाल, 'डी' ग्रुप में गोरखपुर की हिमाद्रि मिश्रा, 'ई' ग्रुप में इलाहाबाद के गौरव पटेल टॉपर रहे जबकि कानपुर की वंदिता मिश्रा ने 'एफ' गु्रप में सबसेज्यादा अंक हासिल किया। 'जी' ग्रुप में मेरठ के उदित कुमार पोरसवाल, 'आइ' ग्रुप में आगरा के शुभम अग्रवाल 'जे' ग्रुप के हरदोई निवासी अमन दीक्षित, 'के' ग्रुप में वाराणसी के रघुबर कुमार ने टॉप किया। परिषद के सचिव एसके गोविल ने बताया कि परिणाम को देर शाम परिषद की वेबसाइट जेईईसीयूपी डॉट ओआरजी पर परिणाम अपलोड कर दिया गया। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष करीब 34 हजार अधिक छात्रों ने परीक्षा दी थी। काउंसिलिंग व सीटों की संख्या की घोषणा शासन के निर्देश के बाद की जाएगी।
hello friend aaj yaha hamare mathura ki ek seat par upchnav huye jisme sp ke candidate sanjay lathar ki karari haar hui hai vhe tisre no par raha. ab bhi skhilesh ji ko sanajna chhiye dusmani ki rajneeti na kare hum sabhi tet students aap ke saat aasakte hai. jis mai hum aap ke liye nikay v loksabha chunav mai vote hi nai prachar bhi karenge hamari sankhya 270000 hai jisme se prtyk ke ghar walo ko mila kar15 se bis lakh hai.aur hamara yun hi aap sosan karte rahe to dekh le 20lakh log jab aapka dusprachar karege to chunavi nateeje kaise honge . par kehte hai ant bhala to sab bhala aap hamara saat likhit roop mai de hum bhi aapka saat dene ka vada karte hai
ReplyDeleteJab mritak aashrito ko tet se chhut nahi di ja rahi hai to ye btc/sikshamitra ko tet se kaise chhut mil sakti hai???
ReplyDeleteJab mritak aashrito ko tet se chhut nahi di ja rahi hai to ye btc/sikshamitra ko tet se kaise chhut mil sakti hai???
ReplyDeleteमंजिल से पहले लड़खड़ा गई साइकल Updated on: Fri, 15 Jun 2012 08:14 PM (IST)
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जागरण संवाददाता, मथुरा: ब्रज की अनजान राहों पर कई दफा साइकल दौड़ाने की कसरत कर चुकी सपा ने इस बार पूरी ताकत झोंक दी। मांट को रिझाने के लिए विकास के बड़े-बड़े दावे किये गये। संगठन की फौज डेरा डाले रही तो सत्ता की हनक भी दिखी। ज्यादातर मंत्रियों ने मांट क्षेत्र से ही सरकार चलायी। शुरुआती राउंड में टॉप गियर में पड़ी साइकल ने मंजिल की राह तो पकड़ी मगर अनजान राहों पर मुकाम तक पहुंचते-पहुंचते लड़खड़ा गयी।
सपा के साथ एक ही सवाल था कि वोट बैंकके नाम पर आखिर मांट में है क्या। लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी संजय शर्मा महज 1058 वोट पाकर 10वें स्थान पर रहे थे। सत्ता की हनकहो या फिर तूफानी जनसंपर्क का नतीजा, विधानसभा उपचुनाव में साइकल ने जैसे-तैसे मांट की राहों पर खुलकर दौड़ने की कोशिश की। संजय लाठर को 50 हजार से ज्यादा वोट मिलना यही दर्शाता है। बेशक सपा को जीत हासिल नहीं हुई, मगर आम चुनाव से 50 गुना ज्यादा वोट उसे निश्चित रूप से नया संकेत दे गये।
मतगणना के शुरुआती दौर में सपा को मिली बढ़त ने सभी को चौंका दिया। पहले राउंड में संजय लाठर सबसे आगे थे और यह सिलसिला छटवें राउंड तक जारी रहा। सातवें राउंड में संजय का पिछड़ना शुरू हुआ जो आखिर तक जारी रहा। हालांकि हर राउंड में वह अच्छे वोट पाकर मुकाबले में बने रहे।
मंजिल से पहले लड़खड़ा गई साइकल Updated on: Fri, 15 Jun 2012 08:14 PM (IST)
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जागरण संवाददाता, मथुरा: ब्रज की अनजान राहों पर कई दफा साइकल दौड़ाने की कसरत कर चुकी सपा ने इस बार पूरी ताकत झोंक दी। मांट को रिझाने के लिए विकास के बड़े-बड़े दावे किये गये। संगठन की फौज डेरा डाले रही तो सत्ता की हनक भी दिखी। ज्यादातर मंत्रियों ने मांट क्षेत्र से ही सरकार चलायी। शुरुआती राउंड में टॉप गियर में पड़ी साइकल ने मंजिल की राह तो पकड़ी मगर अनजान राहों पर मुकाम तक पहुंचते-पहुंचते लड़खड़ा गयी।
सपा के साथ एक ही सवाल था कि वोट बैंकके नाम पर आखिर मांट में है क्या। लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी संजय शर्मा महज 1058 वोट पाकर 10वें स्थान पर रहे थे। सत्ता की हनकहो या फिर तूफानी जनसंपर्क का नतीजा, विधानसभा उपचुनाव में साइकल ने जैसे-तैसे मांट की राहों पर खुलकर दौड़ने की कोशिश की। संजय लाठर को 50 हजार से ज्यादा वोट मिलना यही दर्शाता है। बेशक सपा को जीत हासिल नहीं हुई, मगर आम चुनाव से 50 गुना ज्यादा वोट उसे निश्चित रूप से नया संकेत दे गये।
मतगणना के शुरुआती दौर में सपा को मिली बढ़त ने सभी को चौंका दिया। पहले राउंड में संजय लाठर सबसे आगे थे और यह सिलसिला छटवें राउंड तक जारी रहा। सातवें राउंड में संजय का पिछड़ना शुरू हुआ जो आखिर तक जारी रहा। हालांकि हर राउंड में वह अच्छे वोट पाकर मुकाबले में बने रहे।
yaadav ji main brij se hi hoon aur aapko sayad ek kahawat yaad ho jo jeeta woh hi sikandar. phir bhi apke vicharo se lagta hai aap sapa ki prasansa karna chahte he jo aapko hum sabhi tet bhaio ko pichle six mont se sosan kar rahi haisapa ki haar ki ghosna to yaha phele hi ho chuki thi yaadav ji baat rahi vate bhadne ke to yeh india hai usme bhi up jaise pjehle akilesh ne sabko. pagal banaya vaise hi abke usne yaha apni puri takt jhok di. pagal banane mai kuch nirakchar pagal bane. unka hi yeh result tha aur rahi baat loksabha v nikay chunav ki akhilesh ne ab bhi agar apmi neti nahin badli to veh kud kun na khada ho jaye yaha se kabhi jeet nahi sakta
DeleteHAM KEWAL COURT K AAGE JHUKE HAIN SARKAR K AAGE NAHIN.
ReplyDeleteHAMARA JOSH 3 JULY K DECISION K BAAD DIKHEGA LEKIN ISASE PAHLE HAME EK FINAL ANDOLAN K LIYE TAIYAR HONA HOGA ABHI SE LOGON KO TAIYAR HONA AUR KARNA HOGA IS BAAR KOI BAHANA NAHIN CHALEGA SARKAR KO JHUKA KAR HI DAM LENGEN.
SARKAR KA AHANKAR BANAM HAMARA ADHIKAR .
dosto hum sabhi tetian ne milkar is bar up mai jo tet andolan chalaya hai vo etihasik hai dosto hame isaandolan ko iske laksay tak pahuchana hai iske liye hau badi se badi kurbani dene ke liye taiyar hain hame ekjut rahna hai aur yadi is bar lucknow mai pardarsan karne ki jaroorat padi to dosto ye pardarsan itna bada hona chahiye ki international level tak news jaaye iske liye hame behter ranniti vbanani chahiye harek tetian ko jodna chahiye hame hamara haq chahiye hame tet merit se teacher banna hai.dosto aage bado aandolan ko iske mukam tak pahuchon hum manjil ke behud karib hain. anytha hum khud ko kabhi maaf nahi kar payegen. satyamev jayte jay tet sangharsh morcha.ashish rajvanshi 9927756345
ReplyDeleteshok samachar
ReplyDeletetet bhaiyo kal hamare ek tet sathi deshraj mohlla rani nagar firojabaad ne tet pass hone ke vavjood. nukri na milne se avsad graset hokar fasi par latkar apni jaan dedi. unke pita ne batya pichle 6mahino se avsad grast tha bed v tet pass hone ke vavjud nukari na mile se veh tanav me rehye the. is sabke liye sapa sarkaar v high couert juge aron tondon ki nitio ko hi zimedar mana ja raha hai.bagwan unki atma ko santi de.AMAR UJALA AKHBAAR ABHI BHI BAAJ NAHI AA RAHA HAI AUR SUTANTRA ROOP MAIN KAAM NA KAR SARKAE KE AGENT KE ROOP MAIN KAAM KAR RAHA HAI yaha aap ko batate chale .amar ujala akhbaar hamare swargiya sathi dharmendra nivasi gadiwan thana jarsana. firozabaad ko Bed +cat pass bata raha hai jabki dharmendra ji ka cat parkcha se koi lena dena hi nahi tha. yeh akhbaar suru se hi anti tet ke roop mai kaam kar raha hai vises kar hamare agra mandal ke liye. editor ji sudhar jao aap ke bhi bache honge agar unke saat aisa hota to aap kya karte sochiye .dosto ab hume aron tondon ji ko par likh kar bas ek sawal puchna chahiye agar ek pita k roop me aisa apkesaat hota to aap kya karte. log apko bagwan kehte hai .kya bhagwan nirdoso ki jaan leta hai . kya bagwan sahi samye par nyay nai karta . kya bhagwan saktisali anyayi ka saat deta hai . jawab de. sir jawab. anytha hume bhi chattisgargh v jharkhand ke sataye logo kitereh naksili banne ki ijazat de .muskan ji please is bog ko headline ke roop main chapne ki kripa kare taki soye huo ke zamir jage
deshraj son of dharmendra firoka baad phada jaye.mrtakka name sheed desh raaj phada jaye pota dharmendra singh
Deletegalti ke liye chama chahta hoon .desraj son of dharmendra firoja baad .
Deletedosto ye sunkar bahut dukh ho raha hai ki hamare 7 sathi ek ke baad ek avsad garst hoker swargiya ho gaye hain hame kasam hai apne in sathiyon ki hame inki kurbani ko bekar nahi jaane dena hai aur is gov. se apna haq cheen lena hai.doston hame apne in sathiyo ke parivaro ki bhi apne ster se kuch aarthik madad karni chhiye visheskar un parivaro ki jisko madad ki jaroorat hai dosto mai dil se kahta hun ki yadi ishwer ne mujhe niyukti di to mai in logo ke liye apne ster se poora paryash karooga. ashish rajvanshi
ReplyDeletekya july mai fir tet ho raha hai
ReplyDeleteYes , July me next TET hoge ,
ReplyDeleteYes july me next TET Hoga aur B.ed walo ko khoj khoj k pakad pakad k baithaya jayega. Itna hi nahi unhe pass karke degree college me bheja jayega.
DeleteSach sach btaiyega Anil ji kya really aap vishvaspurvak yah kah sakte hain?
टीईटी को लेकर डिप्रेशन में था देशराज
ReplyDelete• अमर उजाला ब्यूरो
जसराना। पिछली सरकार में हुई अध्यापक पात्रता परीक्षा में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक दोनों संवर्गों की परीक्षा पास कर चुका था, लेकिन सरकार बदलने पर भर्ती प्रक्रिया रुक गई। जिसको लेकर देशराज डिप्रेशन में रहता था। दोस्तों के साथ भी मिलना जुलना कम कर दिया था। नौकरी करने के साथ वह आगे की परीक्षाओं की तैयारी करना चाहता था। पढ़ने में होशियार देशराज के पड़ोसियों के साथ उसके दोस्त भी उसकी प्रतिभा के कायल थे। पड़ोसी संजीव कुलश्रेष्ठ ने कहा कि देशराज बचपन से उनके पड़ोस में रहता था। एकांकी स्वभाव का युवक था और 16 से 18 घंटे पढ़ाई में व्यस्त रहता था। देशराज के दोस्त श्याम यादव को जब उसकी मौत का समाचार मिला तो उसे विश्वास नहीं हुया। उसने बताया कि देशराज दूसरों की परेशानी हल करने के लिए हमेशा तैयार रहता है। जीके के साथ रिजनिंग में लोग उसकी मदद लिया करते थे। वहीं योगेंद्र, अनिल, सुनील, मुकेश, दुर्गादत्त आदि दोस्त भी उसकी मौत से स्तब्ध थे।
jo phele sai tet qualify hai unhe bhi tet dena jaruri hai tet to five years k liye valid hota hai
ReplyDeleteAakhir kya chahti hai ye sapa sarkar. Kya deshraaj ji ki terah ye aur tetians k saheed hone ka intzaar kr rahi hai. Katil hai ye sarkar aur ye c. m. Hme 2014 loksabha chunav me iska jawab dena hi hoga.
ReplyDeleteAakhir kya chahti hai ye sapa sarkar. Kya deshraaj ji ki terah ye aur tetians k saheed hone ka intzaar kr rahi hai. Katil hai ye sarkar aur ye c. m. Hme 2014 loksabha chunav me iska jawab dena hi hoga.
ReplyDeleteAakhir kya chahti hai ye sapa sarkar. Kya deshraaj ji ki terah ye aur tetians k saheed hone ka intzaar kr rahi hai. Katil hai ye sarkar aur ye c. m. Hme 2014 loksabha chunav me iska jawab dena hi hoga.
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ReplyDeleteAakhir kya chahti hai ye sapa sarkar. Kya deshraaj ji ki terah ye aur tetians k saheed hone ka intzaar kr rahi hai. Katil hai ye sarkar aur ye c. m. Hme 2014 loksabha chunav me iska jawab dena hi hoga.
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