इलाहाबाद : प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में बीएड के गुणांक मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब-तलब किया है। 11 अप्रैल को अरविंद कुमार शुक्ला और तीन अन्य की स्पेशल अपील पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति सुशील हरकौली और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की खंडपीठ ने माना कि बीएड में पूर्णाक अलग-अलग होने पर मेरिट पर असर पड़ सकता है। गुणांक अलग-अलग होने की दशा में तमाम अभ्यर्थियों का अहित हो सकता है। अदालत ने दो सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है। गौरतलब है कि प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए तय की गई अर्हता में बीएड के अंकों को अधिभार दिया गया था। वहीं अलग-अलग संस्थानों द्वारा बीएड के प्रायोगिक परीक्षा के पूर्णांक में अंतर होने से बीएड में मिलने वाले अधिभार में भी अंतर आ रहा है। याचियों ने बताया कि बीएड प्रायोगिक परीक्षा कुछ संस्थानों में दो सौ अंक की तो कुछ जगह चार सौ अंक की होती है
News Source / Sabhaar : Jagran (Updated on: Sat, 13 Apr 2013 10:58 PM (IST))
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What happens in court , See Case Details -
अलग अलग यूनिवर्सिटी के मार्क्स की तुलना /मेरिट बनाना सही है या नहीं
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
?Court No. - 33
Case :- SPECIAL APPEAL No. - 548 of 2013
Petitioner :- Arvind Kumar Shukla And 3 Ors.
Respondent :- State Of U.P. And 3 Ors.
Petitioner Counsel :- Anil Tiwari
Respondent Counsel :- C.S.C.,Harendra Yadav
Hon'ble Sushil Harkauli,J.
Hon'ble Manoj Misra,J.
It has been argued from the side of the petitioner-appellant that although the examination has taken place but the result has not yet been declared because of the stay order continuing in some other case.
The Rule has been amended by the State.� Its authority is under challenge on the ground that the method of computation of quality point marks in respect of B.Ed. degree is illegal.� This method of computation, which is provided in the amended Rule namely Adding of the Marks obtained in Theory and Practical and thereafter calculating the percentage leads to discrimination between candidates who have passed their B.Ed. examination from different Universities, which allot different marks for theory and practical.
Therefore, Counter affidavit will examine this aspect as to whether the suggested method namely calculation of percentage of marks separately in theory and practical for B.Ed. adding� the two and dividing them by 2 would remove the discrimination alleged.
We are passing this order after going through� the decision of learned Single Judge of this Court dated 21.01.2008 passed in a Bunch of writ petitions headed by the writ petition no. 54049 of 2007 which was set aside in a Bunch of Special� Appeals headed by Special Appeal No. 166 of 2008 decided on 03.04.2008 in as much as apparently the appellate judgment did not consider the case of discrimination� with regard the candidates passing B.Ed. from different Universities, which have different marks for theory and practical.� Moreover, because in that case the Special Appellate Bench refused to interfere on the ground that it was a policy decision.� Whereas, prima facie, even� a� policy decision, which results in discrimination and thus, violates the fundamental right guaranteed under Articles 14 and 16 could be� examined by the writ Court and lastly the decision of the Special Appeal was� also based on consideration of the situation.� Here� the result has not been declared because of the interim order passed in another case, which gives ample time to the writ Court to take corrective measures so far as the discrimination alleged is concerned.
Counter affidavit will be filed within two weeks.
List in the week commencing 29.04.2013.
���� (Manoj Misra,J.) (Sushil Harkauli,J.)
Order Date :- 11.4.2013/-MAA/-
Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2496206
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Ho chuki bharti phir wahi jawab talab bas aise hi chalega ab
ReplyDeleteye jawab talab new add ko le karke hai
ReplyDeleteROHIT G
सपा सरकार की जिद की वजह से ये भर्ती रुकी हुई है , वो अपनी हार मानने को तैयार नही , लेकिन हम भी टेट लायन है अपनी मनवाकर ही रहेगे , भाई एकेडमिक मेरिट की सच्चाई अब धीरे धीरे हरकौली जी खोल रहे है , अब भी वक्त है सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़ दे ,वरना उसे आगे और बुरा देखना पड़ सकता है , चुनाव भी नजदीक है ।
ReplyDeleteसरकारी अमला हम टेट मेरिट वालों की नियुक्ति की संभावना से भयभीत है क्योंकि हम कोई साधारण प्राथमिक शिक्षक बनने नहीं जा रहे हैं,,,सरकार को नाक रगड़वाकर पराजय स्वीकार करने के लिए उसे बाध्य करेंगे,,,,आंदोलन करने का हमें नशा है और रिट करना हमारी आदत में शुमार होने जा रहा है ,,,जो ज्ञान सरकार से लड़ते हुए हमें हासिल हुआ है अगर हमने उसका एक अंश भी उत्तर प्रदेश के किसानों के बीच वितरण कर दिया तो एक-दो सालों में किसान आंदोलन रोज मर्रा की बातें हो जायेंगी ,,,स्कूलों में हमारी मौजूदगी मात्र ही किसी अन्यायी को भयभीत करने के लिए पर्याप्त होगी ,,,,एकैडमिक से चयनित होकर आये घिसे पिटे टीचर अगर अच्छा मिड दे मील नहीं बनवाएंगे तो हम उसकी फोटो खींचकर दो मिनट के भीतर मीडिया-प्रशासन को टैग कर देंगे ,,,,,RTE के सदुपयोग एवं दुरूपयोग दोंनों की शिक्षा हम extra classes में दिया करेंगे ,,,,,रही बात हमारे द्वारा डी गई शिक्षा की गुणवत्ता की मुझे यकीन है कि हम अपने विद्यार्थियों को इस लायक बना सकते हैं कि वो BSA से अंगेरजी में चैटिंग कर सकें ,,,,,,हमारे द्वारा पदाए गये पाठों का वीडियो का प्रयोग कान्वेंट स्कूलों में गुणवत्तापरक शिक्षा देने के लिए किया जाया करेगा ,,चुनावों में जनमत निर्माण की जिम्मेदारी संभालने के लिए हम अभी से उत्सुक हैं,,,,,,, और ले लें हमसे पंगा ,,,,सत्ता के दलालों को हमसे लिया पंगा बहुत महंगा पड़ने वाला है .....
ReplyDeleteeshwar kare aap ki ichha puri ho lekin aap ghor aashawadi hain. Aap samajhte hain stay lagne se sarkar pareshan hai. ji nahin. Ab sarkar ek aur tet karane ja rahi hai. Jis koi bhi graduate eligible hai. Aur us result ke baad hi bharti ho payegi. Sarlar bhi bharti loksabha election se pahle karna chahti thi aur wahi hoga. Aur acdm se. Main acdm supporter nahin hon.
DeleteACD WALO APNE ACHI TRH CHAL RHI PRAKRIYA KO RO KR SOYE HUE SERO KO JAGA DIYA HAI AB HM LOG AP LOGO KA WO HAL KRNE JA RHE HAI KI ACD MERIT UP SE HI NHI PURE INDIA ME THAS NAHAS HO JYEGA KOI BHI PRADESH BHUL KR BHI NHI SOCHEGI ACD MERIT K BARE ME KYONKI SPA SARKAR KA WO HAL HAM KRENGE JO APNE SPNE ME BHI SOCHA NHI HOGA JAI TET
ReplyDeleteप्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में बीएड के गुणांक मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब-तलब किया है। 11 अप्रैल को अरविंद कुमार शुक्ला और तीन अन्य की स्पेशल अपील पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति सुशील हरकौली और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की खंडपीठ ने माना कि बीएड में पूर्णाक अलग-अलग होने पर मेरिट पर असर पड़ सकता है। गुणांक अलग-अलग होने की दशा में तमाम अभ्यर्थियों का अहित हो सकता है। अदालत ने दो सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है। गौरतलब है कि प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए तय की गई अर्हता में बीएड के अंकों को अधिभार दिया गया था। वहीं अलग-अलग संस्थानों द्वारा बीएड के प्रायोगिक परीक्षा के पूर्णांक में अंतर होने से बीएड में मिलने वाले अधिभार में भी अंतर आ रहा है। याचियों ने बताया कि बीएड प्रायोगिक परीक्षा कुछ संस्थानों में दो सौ अंक की तो कुछ जगह चार सौ अंक की होती है।
ReplyDeleteवो भारत अपना कहाँ गया वो भारत अपना कहाँ गया ?
ReplyDeleteखून-खराबा, जुल्मो-सितम, दहशतगर्दी अब हावी है
सहमा सहमा हे हर मंज़र सबका दामन दागी है
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबका सपना कहाँ गया
वो भारत अपना कहाँ गया वो भारत अपना कहाँ गया
जिस भारत की मिटटी में आबे गंगा की अजमतथी
जिस भारत के सिने में हर एक की खातिर चाहत थी
जिस भारत के घर की जीनत मरयम, जैनब, सीताथी
जिस भारत के दिल में कुरान और हाथो में गीता थी
जिस भारत में नानक ने वहदत का गीत सुनाया था
वो भारत इकबाल ने जिसको अपनी जान बताया था
जिस भारत की अज़ान में शामिल होकर शंखे बजती थी
जिस भारत की मूरत जुम्मन के हाथो सजती थी
वो भारत अपना कहाँ गया वो भारत अपना कहाँ गया
जिस भारत में पैदा होकर सब किस्मत पर इतराते थे
जिस भारत की वादी में हम मीर की गजले गाते थे
जिस भारत के खेतों में सरसों की मादक खुशबु थी
जिस भारत की सुखी रोटी में भी खुशहाली हरसू थी
जिस भारत में हम सब मिलकर मंदिर जाते थे
जिस भारत में दुर्गा को हम अपनी बहन बताते थे
जिस भारत में हिंदू-मुस्लिम का रिश्ता रूहानी था
फिरका, मज़हब, कौम के बढ़कर जज्बा हिन्दुस्तानी था
वो भारत अपना कहाँ गया वो भारत अपना कहाँ गया
जिस भारत के आगे तकातवर फिरंगी घुटने टेक दिए
टीपू की एक ललकार से दुश्मन तलवारे फैक दिए
जिस भारत ने चाहत को एक नया अंजाम दिया
तारीख के पन्नों पर अंमित ताजमहल का नाम दिया
जिस भारत में प्रेम दीवाने कितने रांझे, हीर हुए
जिस भारत में पैदा ग़ालिब, तुलसी, मीर, कबीर हुए
जिस भारत की मिटटी में बहकर गंगा इतराती थी
जिस भारत की ईद को दिवाली भी गले लगाती थी
वो भारत अपना कहाँ गया वो भारत अपना कहाँ गया
ये किस्सा था उस सोने की चिड़िया जिसकी पहचान थी
आओ अब तुम्हे तस्वीर दिखाऊ आज के हिंदुस्तान की
अश्फाकुल्लाह, बिस्मिल की वो क़ुरबानीबेकार गयी
अमन की देवी भारत माँ अपनों के हाथो हारगयी
कही पर मंदिर मस्जिद के झगडो ने क़त्ले आम किया
कही पर माँ बहनों की इज्ज़त को सबने नीलाम किया
पुरे मुल्क को जंग का एक मैदान बना डालासबने
बेबस और अपाहिज हिंदुस्तान बना डाला सबने
वो भारत अपना कहाँ गया वो भारत अपना कहाँ गया.
एक ऐसी घटना, जिसे सोच कर इंसान की रूह तक कांप
ReplyDeleteजाएगी
मगर जालिमों के हाथ तक नहीं कांपे...
दिल्ली में 22 साल का एक मासूम लड़का , जिसने पिछले साल
ही बी.एड पास किया था...
और अभी उसके दिन इंज्वॉय करने के थे...
उसके सगे बाप और उसके घरबालो ने बहला फुसला कर...
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उसे UPTET 2011 का फॉर्म भरवा दिया।।
अगर दुनिया को कुछ कर दिखाना हो तो सुनो मेरी बात-
ReplyDeleteहाँथी पर उल्टा खड़े होकर फोटो खिचाओ,
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फिर फोटो को उल्टा करके दुनियाँ को दिखाओ ।
महत्त्वपूर्ण खबर
ReplyDeleteसरकार के नीतिगत मामले के कारण एकल से
खारिज मुकदमा संख्या 5465/13 पर आधारित
विशेष अपील 548/13 को दो जजों की पीठ ने
किया स्वीकार। सरकार की तनिक लापरवाही से
4 फरवरी को स्थगित भर्ती समाप्त हो सकता है
वजूद। संकट में बेरोजगारों का भविष्य।
अगली सुनवाई 29 अप्रैल 2013
Yar had ho gayi bharti me mujhe to nahi lagta ki jaldi bharti hogi abhi lamba time jayega lag raha hai.
ReplyDeleteMera tet 123 aur gunak 68 hai jaise ho bharti ho aur sabka bhala ho dost lekin mujhe nahi lagta ki abhi kuchh final hoga.
ReplyDeleteDEAR FRIENDS
ReplyDelete1-kuchh log gaali galouj karke kyon ye saabi karna chaah rahe hain ki wo log humse kmzor hain
2-gaali galouj se ye aap .log ye khud hi saabit karte ho ki aap log kis pariwar samaj se ho hume pata lagane ki jaruran nahi padti hai
3-maine aapse pahle bhi kaha tha ki agar kuchh likhna nahi jaante ho tom pahle padhna seekho
4-aap log apna mazaak khud banaate ho , aap ye samajhte ho ki aapko koi jaan nahi paayega ,lekin tab tak aap log sab kuchh bataa chuke hote ho
5 - mujhe kisi se koi dushmani nahi hai lekin aap log apne ko kyon dushman samajhte ho
6-baaki bahut hai mujhe B/W ka darr lagta hai
Mitra yaha aap tet merit lo ishara kar rahe hai aur dusre blog par s.singh acd merit ko.to kya hoga kuchh samajh me hi nahi aata
ReplyDeleteAre bhai kaun kisko gali de raha hai mai to naya hu is option par kiske liye likh rahe ho
ReplyDeleterohit
ReplyDeleteaap apne baare me jyaada socha karo U.P. /INDIA ki baat aapke munh se......................
rohit
ReplyDeleteaap apne baare me jyaada socha karo U.P. /INDIA ki baat aapke munh se......................
मै आरक्षण का विरोधी नहीं हूँ ।आरक्षण
ReplyDeleteको ठीक ढंग से हमारे देश में लागू
नहीं किया गया । जरूरतमंद लोगो तक ये पहुच
नहीं पा रहा है एक जगह आकार ठहर गया है ये ।
एक ही परिवार और खानदान तक की सुविधा बन
कर रह गया है ।
इस देश की अजीब विडंबना है,किसी को कोई रोक नहीं जिसे जो मन किया बक दिया अब इसे ही देखिये,
ReplyDeleteदिल्ली मे एक लड़की के बलात्कार पर शाहरुख खान ने कहा था की:
"मैं पुरुष होने पर शर्मिंदा हूँ"
आज जब पाकिस्तान और बांग्लादेश मे मुसलमानो द्वारा हजारो हिन्दू लड़कियो का बलात्कार हो रहा है, धर्म परिवर्तन किए जा रहे है, 25 मुसलमान मिलकर एक 15 वर्ष की हिन्दू लड़की का बलात्कार करते हैं,
मुसलमानो द्वारा हिन्दुओ पर हैवानो सा अत्याचार किए जा रहे है...
तो शाहरुख क्यों नहीं बोलता की :----
"मैं मुसलमान होने पर शर्मिंदा हूँ "
Bed practical marks ki writ v btc 2008 ke case me D Bench ( Chief justice ) ne khud dismiss ki thi isliye ye writ bhi . . . . . . . . . .
ReplyDeleteab to ye bharti nhi hogi
ReplyDeleteabe TU ABBAL NUMBER KA GAANDU HE
ReplyDeletetujhe gand maRAWANE KA
INERNATIONAL AWARD MILANA CHAHIE
TET NAHI TO B HARTI NAHI
एक जरूरी संदेश:
ReplyDeleteअगर आप कभी टूट कर बिखर जाओ तो मुझे याद कर लेना।
क्योंकि
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मेरे पास 5 रुपये वाला FeviQuick बेकार पड़ा है।
hallo friend , maa vijayate.. Aap log spl 548/13 par na soche, ispar sochna government ka kaam hai. Old add aur new add me iska asar sirf new add par hai
ReplyDelete100 ROGON KA EK ILAJ........................................................................................................................................................................................................................................................................................TET MERIT KAL AUR AAJ
ReplyDeleteडॉ भीमराव अम्बेडकर जी का कथन आज सत्य प्रतीत होता है अगर उस समय अम्बेडकर जी की बात को मानकर सारे मुस्लिमोँ को पाकिस्तान भेज दिया होता तो आज हर रोज दंगे जैसे स्थितियाँ नहीँ बनती
ReplyDeleteहिन्दू मुस्लिम एकता एक अंसभव कार्य हैं भारत से समस्त मुसलमानों को पाकिस्तान भेजना और हिन्दुओं को वहां से बुलाना ही एक हल है । यदि यूनान तुर्की और बुल्गारिया जैसे कम साधनों वाले छोटे छोटे देश यह कर सकते हैं तो हमारे लिए कोई कठिनाई नहीं । साम्प्रदायिक शांति हेतु अदला बदली के इस महत्वपूर्ण कार्य को न अपनाना अत्यंत उपहासास्पद होगा । विभाजन के बाद भी भारत में साम्प्रदायिक समस्या बनी रहेगी ।
पाकिस्तान में रुके हुए अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा कैसे होगी ?
मुसलमानों के लिए हिन्दू काफिर सम्मान के योग्य नहीं है । मुसलमान की भातृ भावना केवल मुसमलमानों के लिए है । कुरान गैर मुसलमानों को मित्र बनाने का विरोधी है , इसीलिए हिन्दू सिर्फ घृणा और शत्रुता के योग्य है ।
मुसलमानों के निष्ठा भी केवल मुस्लिम देश के प्रति होती है । इस्लाम सच्चे मुसलमानो हेतु भारत को अपनी मातृभूमि और हिन्दुओं को अपना निकट संबधी मानने की आज्ञा नहीं देता ।
संभवतः यही कारण था कि मौलाना मौहम्मद अली जैसे भारतीय मुसलमान भी अपने शरीर को भारत की अपेक्षा येरूसलम में दफनाना अधिक पसन्द किया । कांग्रेस में मुसलमानों की स्थिति एक साम्प्रदायिक चौकी जैसी है ।
गुण्डागर्दी मुस्लिम राजनीति का एक स्थापित तरीका हो गया है ।
इस्लामी कानून समान सुधार के
विरोधी हैं । धर्म निरपेक्षता को नहीं मानते । मुस्लिम कानूनों के अनुसार भारत हिन्दुओं और
मुसलमानों की समान मातृभूमि नहीं हो सकती । वे भारत जैसे
गैर मुस्लिम देश को इस्लामिक देश बनाने में जिहाद आतंकवाद का संकोच नहीं करते ।
((सार डा अंबेडकर सम्पूर्ण वाग्मय , खण्ड १५१))
aap ke vichar se lagta hai aap kuyen ke medhak hain. Aap ki jankari ke liye bata don ki duniya me sirf 3 dharm hain jo parmadik hain aur history prove karti hai wo hain muslim yahoodi aur esai. Rahi bat india ki agar muslim nahin hote to nepal aur bhutan se zyadah pahchan na hoti. Rahi baat hindu dharm ki to yah ek novel se zyadah kuchh nahin hai. Aur aap ko islam ke bare me ghalat jankari hai. aap chaprasi banne ke layak nahin hain. Aap apne bacho ko apne ganw se bahar nahin nikalna. Kyon ki aap ke india kerala me famous dish beef fry hai. Jis ko hindu sab se zyadah pasand karte hain. Hum ekeshwar wadi hain. Janwar hamare khane aur kam ke liye hain. Ye aap ka dharm hai jo kisi ko bhi ma baap yahan tak ki apna bhagwan man lete hain.
Deleteaap jo bhi hai shayad aapko ye nahi pata hai ki humare tukdo pe pal rahe ho, aur wo aapko bardasht nahi ho raha hai. aapki itihaas ke prati kitni jaankari hai ye to aapne hume bata hi diya, aapse anurodh hai ki apni agyanta ko aap social site pe jahir na karein. anyatha aapki is galti ka lya parinaam hoga ye aapko pata hi hai
Deleteयू॰पी॰ मे 8 अत्याधुनिक कत्लखाने के लिए जो टेंडर मंगवाएँ है उसमे ऐसी मशीनों का प्रयोग होगा जो 1 दिन मे हजारो मवेशियों की 'हत्या' करेगी एक ऐसी मशीन है जिसमे पशु को एक संकरी गली मे घुसेड़ा जाता है और आखिरी सिरे पर एक दर्पण होता है मवेशी उसे छूने के लिए जैसे ही अपना सिर अंदर करता है मशीन उसकी गर्दन को जकड़ लेती है और तुरंत उसका सिर धड़ से अलग हो जाता है|
ReplyDeleteक्या आपको पता है की उत्तर प्रदेश में 15 कत्लखाने खोलने की अनुमति चीफ मिनिस्टर(अखिलेश यादव) ने दी है जहां एक कत्लखाने में एक दिन में 10000 (दस हजार) जानवरों को काटा जायेगा तो एक दिन में 15 कत्लखानों में 1,50,000 जीवों की हिंसा होगी|
अगर आप जीव दया प्रेमी हैं तो इस message को इतना विस्तार दो कि सभी इसके समर्थन में खड़े हो जाएँ और C.M. को अनुमति वापस लेनी पड़े गाय माता के लिए इतना तो सब कर ही सकते है..!!!
- एक विद्रोही
लडका भगवान से :- हजारो की किस्मत तेरे हाथ थी
ReplyDeleteअगर पास कर देता तो क्या बात थी ll
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भगवान :- इश्क थोडा कम लडाते तो क्या बात थी
किताबे तो बेटा सारी तेरे पास थी ll
rahul kumar savita
ReplyDeletekya aapke ghar me bhi log gaali galouz se.................................
TUMANE GHAR ME RAHANE LAAK CHCHODA HI KAHA HE AB TO SADAK PE HU TO SADAK CHCHAP BHASA HI TO MILEGI
ReplyDeleteशशिकान्त कोsc/st ka lidar banaya gaya ki ant tak lare . Sc/st bhai log ko to dimag me to sirf sarkar ka nitigat mamala mankar ghar me baithe hai .Supreme court esme khuch hal jarur nikal legi. Ye nahi kayegi ki sarkar ka nitigat mamal hai sc/st bhai log ke dimag me yahi chal raha hai. Khuch dimag nahi lagate jaldi har man jate hai .baba saheb ki tarh bano. bhai log ek jut hokar apni takat dikhao.Khuch paise ka sahyog kar diya to aap ko bad me pachhtana na pare ek bar aur sahi es ka to hal supreme court se hal nikalega aap sc/st to niras ho gaye hai high court se to aage aap log kya karege .Aakhri larai jarur larni chahiye. Jai bhim
ReplyDeletecontect no-8765219022 harendar 8273606975 jitendar singh
Tet merit nahi to bharti nahi ek gandu lagta hai.rassi jal gai lekin ethan nahi gayee.sale ki
ReplyDeleteTet merit nahi to bharti nahi ek gandu lagta hai.rassi jal gai lekin ethan nahi gayee.sale ki
ReplyDeleteTet merit nahi to bharti nahi ek gandu lagta hai.rassi jal gai lekin ethan nahi gayee.sale ki
ReplyDeleteTet merit nahi to bharti nahi ek gandu lagta hai.rassi jal gai lekin ethan nahi gayee.sale ki
ReplyDeleteAnwar and Jasim mai ek warning de raha hu ki apani language sudhar lo nhi to chinta ka chita chita kar ke sudhar dunga.
ReplyDeleteYou Guys are Indian and you should respect religion of india. India ki yehi mahanta hai ki vo kisi ko bhi kuch bhi bolne ki aajadi deta hai. Jis din yeha is par rok lag jayegi to kahi ke nhi rahige anwar and Jasim
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteKAL HC ME LARGER BENCH ME
ReplyDeleteSUNVAI HOGI. SABHI PARTIES
NE APNA APNA WRITTEN
STATEMENT DAKHIL KAR DIYA
HAI. JISME SE MAIN PARTY
GOV, NCTE, TET FAIL & TET
merit hai. KAL TET FAIL KE
SAMLIT HONE NA HONE PAR
FINAL VICHAR HO SAKTA HAI.
KAL YE BHI PATA CHAL
JAYEGA KI MERIT KA BASE KI
SUNVAI VAPAS DB ME
HARKAULI KE PAAS JANE VALE
DAKHIL APPLICATION PAR
LARGER BENCH KA KYA
DECISION HAI.