CAUSE LIST ALLAHABAD
Cause List
03/04/2013
AT 10.00 A.M. COURT NO.29 HON'BLE MR. JUSTICE SUNIL AMBWANI HON'BLE MR. JUSTICE AMRESHWAR PRATAP SAHI HON'BLE MR. JUSTICE PRADEEP KUMAR SINGH BAGHEL - For Admission WRIT - A 1. DF 12908/2013 SHIV KUMAR SHARMA ANIL BHUSHAN ADARSH BHUSHAN RAHUL AGRAWAL Vs. STATE OF U.P.THRU SECY & O C.S.C. -RS. R.B.YADAV R.A. AKHTER WITH WRIA- 12911/2013 YATINDER KUMAR TIWARI ANIL BHUSHAN ADARSH BHUSHAN RAHUL AGRAWAL Vs. STATE OF U.P.THRU SECY & O C.S.C. -RS. R.B.YADAV WITH WRIA- 12915/2013 PRIT PAL SINGH ANIL BHUSHAN ADARSH BHUSHAN RAHUL AGRAWAL Vs. STATE OF U.P.THRU SECY & O C.S.C. -RS. R.B.YADAV WITH SPLA- 150/2013 NAVIN SRIVASTAVA AND OTHERS ABHISHEK SRIVASTAVA SHASHI NANDAN ASHEESH MANI TRIPATHI Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. C.B.YADAV BHANU PRATAP SINGH WITH SPLA- 149/2013 SUJEET SINGH AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA SHAILENDRA Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. WITH SPLA- 152/2013 RAJEEV KUMAR YADAV SADANAND MISHRA SEEMANT SINGH Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. SHYAM KRISHNA GUPTA WITH SPLA- 159/2013 ANIL KUMAR AND OTHERS SIDDHARTH KHARE ASHOK KHARE Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. A.K. YADAV WITH SPLA- 161/2013 ALOK SINGH AND OTHERS ABHISHEK SRIVASTASVA Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. A.K. YADAV R.A. AKHTAR WITH SPLA- 205/2013 AMAR NATH YADAV AND OTHERS PANKAJ LAL INDRA RAJ SINGH Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. MRIGRAJ SINGH B.P. SINGH S. NADEEM AHMAD WITH SPLA- 206/2013 YAJUVENDRA SINGH CHANDDEL AND KSHETRESH CHANDRA SHUKLA -ANOTHER Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. R.A. AKHTAR WITH SPLA- 220/2013 AMITESHWARI DUBEY AND OTHERS MANOJ KUMAR DUBEY Vs. STATE OF U.P. THRU' SECRY. C.S.C. - BASIC EDUCATION LOK. AND ORS. A.K. YADAV R.A. AKHTAR WITH SPLA- 244/2012 DR. PRASHANT KUMAR DUBEY ALOK MISHRA Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. WITH SPLA- 246/2013 PRIYANKA BHASKAR AND OTHERS VIJAY SHANKAR TRIPATHI VINOD SHANKAR TRIPATHI Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. RAM CHANDRA SINGH WITH SPLA- 248/2013 UMA SHANKER PATEL AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. R.A. AKHTAR A.K. YADAV WITH SPLA- 249/2013 DEVESH KUMAR AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. MRIGRAJ SINGH R.A. AKHTA R WITH SPLA- 261/2013 SANJAY KUMAR AND OTHERS HEMANT KUMAR RAI Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. R.B. PRADHAN WITH SPLA- 262/2013 SANJAY KUMAR AND OTHERS HEMANT KUMAR RAI Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. WITH SPLA- 264/2013 RAMA TRIPATHI AND OTHERS HEMANT KUMAR RAI Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. WITH SPLA- 265/2013 NAGENDRA KUMAR YADAV AND OTHER NAVIN KUMAR SHARMA -S Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. R.A. AKHTAR SANJAY CHATURVEDI WITH SPLA- 266/2013 HARVENDRA SINGH AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. R.A. AKHTAR Y.S. BOHAR WITH SPLA- 268/2013 RAJIV KUMAR SRIVASTAVA AND OTH NAVIN KUMAR SHARMA -ERS Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. R.A. AKHTAR B.P. SINGH WITH SPLA- 307/2013 VINEET KUMAR SINGH AND OTHERS JAGDISH PATHAK Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. A.K. YADAV WITH SPLA- 333/2013 SATENDRA SINGH AND OTHERS R.K. MISHRA G.K. MISHRA Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. H.K. YADAV ILLEGIBLE WITH SPLAD-200/2013 RAJPAL SINGH AND OTHERS MURTUZA ALI Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. AYANK MISHRA R.A. AKHTAR SHYAM KRISHNA GUPTA WITH SPLAD-227/2013 PRAVEEN KUMAR IRSHAD ALI Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. SHYAM KRISHNA GUPTA WITH SPLAD-228/2013 MAHENDRA KUMAR VERMA AND OTHER VIJAY CHAURASIA -S Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. WITH SPLAD-237/2013 SHIV KUMAR PATHAK AND OTHERS V.K. SINGH G.K. SINGH Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. A.K. YADAV WITH SPLAD-302/2013 RAM BABOO SINGH AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA NEERAJ TIWARI Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C. A.K. YADAV HON'BLE MR. JUSTICE SUNIL AMBWANI HON'BLE MR. JUSTICE BHARAT BHUSHAN |
Visit : Allahabad Highcourt for update/details
ReplyDeleteGOOD MORNING
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
..
.
.
.
.
..
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
hum aa gaye hain
सबकी निगाहेँ कोर्ट की तरफ देखते हैँ कोर्ट मे आज क्या होता है॥
ReplyDeleteGOOD MORNING...
ReplyDeleteALL THE BEST TO ALL THE TET PASS CANDIDATE.......
wo din bhi sayad aaj aa hi gaya jab court se kuch faisla sunne ko milega... aaj bhut kuch final ho jayega... jo rahega wo next date me confirm aur fir process start..... thanx to God... and prey for all will be well......... hearing time about 10 am.... thanx..
साथियो सुप्रभात आज संविधान पीठ मे कोर्ट नं 29 मे 10;30 बजे से अपने केस की सुनवाई होगी । आज नान टेट मामला हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाने की उम्मीद है । नान टेट मामला समाप्त होते ही हमारे वकीलों द्वारा हमारे मामले को वापस हरकौली साहब के यहाँ भेजे जाने की प्रार्थना कोर्ट से की जाएगी । भेजना या न भेजना संविधान पीठ पर निर्भर करता है । ईश्वर ने चाहा तो अप्रैल मे ही यह मामला हमेशा हमेशा के लिए इतिहास बन जाएगा और हम जुलाई मे अपने अपने स्कूलो मे होंगे । हम संवैधानिक रूप से आज अधिक मजबूत है ।आज हमारे पक्ष मे कोर्ट के वह आदेश है जिनमे हमारी माँगो को सही माना गया है ।अफवाहो से बचे और दूसरों को भी बचाऐं । ईश्वर से प्रार्थना कीजिए हमारे साथ कुछ भी बुरा नही होगा । जय टेट चल टेट मोर्चा ।
ReplyDeleteविज्ञापन हमें क्या सिखाते हैं ?
ReplyDelete1) Tata की चाय पीयोगे तो देश बदल जाएगा l
2) पानी की जगह कोका कोला और पेप्सी पीयें l
3) लाइफबॉय और डेटोल 99.9%कीटाणुमारते है पर 0.1% पुनः प्रजनन के लिए छोड़ देते हैं l
4) महिलाओं को बचाने और बटनखुले होने की चेतावनी देने का ठेका अक्षय कुमार ने लिया है l
5) अबसे आपके दिन की शुरुआत दीपिका पादुकोन शंकर एहसान और लोय
करेंगे l
6) सलमान खान को स्केटिंग करने के लिए स्कीस नहीं रेलाक्सो चप्पल चाहिए
7) सैफ अली खान और करीना ने शादी एक दुसरे के सर का डैंड्रफ देख कर की है
यदि किसी के टूथपेस्ट में नमक है तो यह पूछने के लिए आप किसी के भी घर का बाथरूम तोड़ सकते हैं l
9) सैमसंग S3 फोन के अलावा बाकी सभी फोन बंदरोंके लिए बने हैं l
10) माउन्टेन ड्यू पीकर पहाड़ से कूद जाइये, कुछ नहीं होगा l
11) संधि सुधा तेल के बिना सभी बेकार बैठे अभिनेता भूखे मर जायेंगे l
12) कैडबरी डेरी मिल्क सिल्क चोकलेट खाएं कम और मुंह पर ज्यादालगायें l
13) हैप्पीडेंट चबाइए और बिजली का कनेक्शन कटवा लीजिये l
14) आपके इंशोरेंस एजेंट्सको अपने बाप से ज्यादा आपकी फ़िक्र रहती हैं l
15) फलमंडी से ज्यादा फल आपके शैम्पू में होते हैं l
16) अपने घर का संडास सदा साफ़ रखें अन्यथा एक गोरा सा लोंडा हार्पिक और
कैमरा लेकर आपके संडास की सफाई कासीधा प्रसारण करने लगेगा
17) अपनी सारी संपत्ति अपने बेटे की बजाये 7 साल की गारंटी वाले एशियन पेंट्स के नाम कर दें l
18) मेक्वीटीस के अलावा कोई बिस्कुट ना खाएं, वो कभी भी फट सकता है l
19) यदि बीवी को शादी में नाचने लायक बनाना है तो उसे कैलोग्स कॉर्नफ्लेक्स
खिलाएं l
20) बोर्नवीटा ना पीने वाले बच्चे मंदबुद्धि हो जाते हैं l
vinay pandey's wall
ReplyDeleteMere tet suporter sathiyo..nyay ke mandir alahabad highcourt par aaj fir ek bar pure pradesh ki nigahe rahegi..mai khud alahabad high court ka gate pas banwane ki koshish kar raha hu.agar 9 bje tak ban gaya to mai khud apko vaha se live news deta rahuga..vaise hamari radniti ke anusar aaj nontet khatam hone par 1 week ka time maga jayega..aur hame vishwash hai ki next date 10.04.2013.hogi.,10 april ko keshari nath tripathi g hamare wakil k rup me khade hoge..khare aur k.n. Tripathi jaise senior wakil nishchit hi apni wakalat ka loha c.b.yadav aur bhanu pratap singh ko dikhayenge..acd walo ki kisi v afvah par dhyan na dijiyega,hum apko live news dete rahege.jai tet
Old tet rd ho sakti hai new tet ke sambavna hai
ReplyDeleteजहाँ तक मुझे लगता है कि हमारा मामला अब संविधान पीठ में ही हल होगा ,,,अगर कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र नहीं रचा जा रहा तो हमारी जीत निश्चित है,,वैसे सरकार भी यही चाहेगी ,,क्योंकि ऐसा ना होने पर हम सर्वोच्च न्यायालय जायेंगे और जीतेंगे भी,,,,,,लेकिन तब सरकार के पास दोहरी भर्ती करके अपनी राजनीति बचाने का कोई विकल्प नहीं होगा
ReplyDeleteभारत में सर्विस मैटर के सर्वाधिक सीधे होने के साथ-साथ सर्वाधिक जटिल मामले का सच जानने से पहले कानून के सम्बन्ध में कुछ मूलभूत बातों को समझ लीजिए,,,
ReplyDelete1-कोई भी जज किसी मामले में दिए गये अपने अंतरिम आदेश को बिना किसी ठोस वजह के वापस नहीं ले सकता है और ना ही अंतिम आदेश में उसके प्रतिकूल कोई संशोधन कर सकता है,,,विशेषतः उस स्थिति में जब उसके ऐसा करने से उस अंतरिम आदेश का पालन करने वाले किसी पक्ष की कोई अपूर्णनीय क्षति हो रही हो,,,,
2-भारत में निवास कर रहे किसी भी व्यक्ति या सरकार के पास छोटे से छोटे कोर्ट के आदेश को भी ना मानने का कोई विकल्प नहीं होता,,,जब तक कि उसे सम्बंधित न्यायालय की वृहद पीठ या उच्चतर न्यायालय द्वारा संशोधित ना कर दिया जाए,,,या विधायिका द्वारा कानून बनाकर उसे over-ride ना कर दिया जाए,,,
3-किसी भी क़ानून या न्यायिक आदेश को उसके शब्दों(letters) से अधिक उसकी आत्मा(spirit)को,उसके मंतव्य को समझना आवश्यक है,,,
4-किन्हीं पदों पर चयन के सम्बन्ध में उनके सन्दर्भ में भरे गये फार्मों का महत्त्व होता है ना कि विज्ञप्ति का,,,,विज्ञप्ति में अगर कोई त्रुटि है तो या तो उसे कैबिनेट द्वारा या आवश्यकता पड़ने पर retrospective Effect से क़ानून बनाकर दूर किया जा सकता है या नयी विज्ञप्ति निकाली जा सकती है,,,,ना कि उस आधार पर उसके सन्दर्भ में भरे गये फार्मों को समाप्त किया जा सकता है,,,खास तौर से यदि उनपर चयन किसी संपन्न हो चुकी परीक्षा द्वारा हो रहा हो और,,,,कानूनन नयी विज्ञप्ति में पूर्व विज्ञप्ति के संभावित चयनितों की सूची में उनके हितों के प्रतिकूल किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जा सकता,,,
5-यदि जज उचित समझते हैं तो किसी केस के बारे में आपस में विचार-विमर्श करते हैं,यहाँ तक सीनियर काउंसिलों से भी,,,, उस स्थिति में तो अवश्य ही जब कार्यपालिका ने न्यायपालिका को सीधी चुनौती दी हो,,,,
टण्डन साहब ने अपने एक अंतरिम आदेश में यह कहते हुए नियमावली में प्रशिक्षु अध्यापक कैडर को सम्मिलित करने की आवश्यकता से इन्कार किया था कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती UPRTE Act 2011 के अनुसार NCTE की गाइडलाइन से Govern होती है ना कि बेसिक शिक्षा नियमावली से,,,,
टण्डन ने पूर्व विज्ञापन में भरे फार्मों का विवरण SCERT निदेशक को स्वीकार करने का आदेश शैलेन्द्र श्रीवास्तव द्वारा retrospective Effect से selection process में परिवर्तन के सम्बन्ध में की गई बहस के बाद यह कहते हुए दिया था कि यदि पूर्ववर्ती सरकार ने इन पदों के लिए NCTE से अनुमति ली थी तो मैं कल पूर्व विज्ञापन के फार्मों को बहाल कर दूंगा,,,नए विज्ञापन की अंतिम तिथि निकलने से पूर्व सरकार द्वारा उस आदेश के विरुद्ध अपील ना करने के फैसले के साथ ही नए विज्ञापन से संबद्ध सभी 72825 पद पूर्व विज्ञापन की शर्तों के साथ भरा जाना निश्चित हो गया,,,,क्योंकि यदि उच्च न्यायालय ने मेरे जैसे लोगों को फ़ार्म डालने से मना किया और सरकार ने अपील नहीं की तो उसके लिए कौन जिम्मेदार है,,,,मान लीजिए मेरा गुणांक 70 और टेट मेरिट 123 होती और फिर भी मैंने 21 दिसंबर के आदेश का पालन करते हुए फ़ार्म ना डाला होता और डबल बेंच या संविधान पीठ द्वारा हमारे पदों पर गुणांक से चयन का आदेश हो जाता है तो मेरा चयन ना होने के लिए कौन जिम्मेदार होगा??क्या मुझे उच्च न्यायालय के आदेश को मानने की सजा मिलेगी?
टण्डन ने नए विज्ञापन को समाप्त ना करके सरकार को मौका दिया था कि वो चाहे तो नए पदों का सृजन करके गुणांक से भर्ती का अपना वादा पूरा कर ले,,,इसकी दो वजह हो सकतीं हैं ,एक तो टण्डन सरकार से अनावश्यक टकराव लेकर हमारे हितों को क्षति ना पहुंचाना चाहते हों क्योंकि कानूनन सरकार के पास अपनी भर्ती को पेंडिंग में डालने का विकल्प मौजूद रहता है,,,,और दूसरी वजह,,हो सकता है टण्डन ने अपनी कलम से गुणांक वालों के ख़्वाबों को तोड़ने के स्थान पर गेंद सरकार के पाले में डालना ज्यादा बेहतर समझा हो,,,एक बात मेरी समझ में आ रही है,,,पूर्व विज्ञापन तो अब बहाल नहीं होगा,,,,लेकिन उसके फ़ार्म अवश्य बहाल होंगे पूर्व विज्ञापन की फीस वापसी शुरू हो चुकी है और ना तो अब तक हमारे किस वकील ने ना ही जज ने इसपर कोई आपत्ति की है,,,,इसकी वजह यह है कि कोर्ट की नजर में पूर्व विज्ञप्ति के फ़ार्म नयी विज्ञप्ति पर आरोपित किये जा चुके हैं और वह फ़ार्म विहीन होने के कारण समाप्त हो चुकी है,,,,टण्डन को मजबूरी में पूर्व विज्ञप्ति रद्द करनी पड़ी क्योंकि उनके पास भी अपने 21 दिसंबर के आदेश को वापस लेने का विकल्प नहीं था,,,जब हमने टेट मेरिट से एक जिले में चयन के लिए एक ही फ़ार्म भरा है तो दो विज्ञप्तियों से चयन कैसे ले सकते हैं,,,,एक विज्ञप्ति को तो समाप्त ही होना था,,,,मुझे अपने चयन से लेना-देना है ना कि विज्ञप्ति संख्या से,,,,,
न्याय विभाग ने 21 दिसंबर के आदेश के विरूद्ध अपील करने के स्थान पर चुप्पी साधने की सलाह दी थी क्योंकि यदि सरकार उस वक्त DB या SC में अपील करती तो वहां टण्डन के उस आदेश की व्याख्या की जाती और नए विज्ञापन से जुड़े पदों पर पूर्व विज्ञापन के फार्मों से चयन का आदेश देने के साथ ही आन-लाइन फार्मों को शून्य मानकर उनकी फीस वापसी का आदेश दे दिया जाता,,अगर सरकार को सिर्फ टेट मेरिट से भर्ती होने से कोई नुकसान ना हो रहा होता तो वो अब तक हमारी भर्ती टेट मेरिट से कर चुकी होती,,,,खास तौर से अब अगर गुणांक से भी भर्ती ना हो पायी तो अगले लोकसभा चुनावों में सपा को 15 सीटों पर जीत में लाले लग जायेंगे,,,,यकीन नहीं आ रहा ना?जाकर किसी गुणांकधारी से पूछिए कि अगर उसकी नयी विज्ञप्ति में जमा तीस हजार फीस में से पच्चीस हजार वापस आ जाए तो क्या वो अगले चुनावों में सपा का समर्थन करेगा,,,,
ReplyDeleteकिसी भी न्यायालय की हैसियत नहीं है कि वो टेट में तथाकथित धांधली के आधार पर उसे पात्रता परीक्षा घोषित कर दे और हमारे पदों की चयन प्रक्रिया में retrospective effect से संशोधन को विधिसम्मत घोषित कर सके,,,,, शायद अब तक सरकार दोहरी भर्ती के लिए राजी होने की घोषणा भी कर चुकी होती लेकिन ऐसा करने में एक तकनीकी जटिलता थी,,,एक ही विज्ञप्ति में दो चयन प्रक्रियाएं अपने आप में एक अजूबा है,,,शायद ही भारत के न्यायिक इतिहास में इसकी कोई नजीर हो,, इस प्रकार के अजूबों को मूर्त रूप देने के लिए एक संविधान पीठ की आवश्यकता पडती है,,, शायद यह काम single bench और division bench के अधिकार क्षेत्र के बाहर है,,,,संविधान पीठ को आप चाहें तो न्यायिक क़ानून निर्माता भी कह सकते हैं,,,यह साधारण न्यायालय से भिन्न होती है और इसका गठन अपवाद स्वरूप विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए किया जाता है,,,, यदि मेरा अनुमान सही है तो उत्तर प्रदेश का टेट मेरिट मामला भारत के न्यायिक इतिहास में दर्ज होने वाला है,,,,
जिस सच्चाई को मैं जानता हूँ उसे हमारे जज,वकील और सी.बी.यादव सभी जानते थे,,अगर हमारे वकीलों के पैनल में कोई इस सच्चाई को नहीं जानता था तो या तो उसकी औकात नहीं है कि वो उच्च न्यायालय में वकालत करे या फिर वो चुप्पी साधकर अपने क्लाइंटों को धोखा दे रहा था,,,,,क्योंकि पूर्व विज्ञापन रद्द होने के कारण (प्रशिक्षु अध्यापक का नियमावली में ना होना) पर दो दिन बहस हुयी थी और किसी भी वकील ने टण्डन से उनके अंतरिम आदेश का जिक्र तक नहीं किया था,,
7 जनवरी के बाद जो कुछ भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय में हुआ उसे आप न्यायमूर्ति टण्डन,भूषण,हरकौली, डी.पी.सिंह, शाही जी,अम्बरवानी,सरकार और संभवतः हमारे कुछ वकीलों द्वारा रचा एक हाई प्रोफाइल ड्रामा कह सकते हैं,,,,वरना क्या आपको आश्चर्य नहीं होता कि ना तो कभी हमारे वकीलों ने और ना ही बाद में टण्डन और हरकौली साहब ने UPRTE Act 2011 का जिक्र किया,,,ना ही SCERT विवरण भेजे जाने वाले आदेश का सरकार द्वारा पालन ना करने पर टण्डन के कोर्ट में कभी आपत्ति दर्ज कराई और ना ही टण्डन ने इस बारे में कोई पूछताछ की ,,, ना ही हमारे वकीलों ने कभी आयु-सीमा वाले आदेश के आधार पर नए विज्ञापन पर स्थगन माँगा,,,,, क्या भूषण साहब नहीं जानते थे कि NCTE की टेट संबंधी गाइडलाइन का उद्देश्य योग्य शिक्षकों की भर्ती है,,अगर उन्हें टेट से इतनी ही विरक्ति थी तो 2008 बैच वालों को भी उसी आधार पर टेट से मुक्त करने में उन्हें क्या समस्या थी????
सीधी-सीधी बात यह है कि या तो एक ही विज्ञापन में दो प्रक्रियाओं से भर्ती होने जा रही है ,,टेट मेरिट ,गुणांक,वेटेज समर्थकों के साथ-साथ सरकार का भी भला होने जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप टेट मेरिट वाले जुलाई तक नियुक्ति पत्र पाना शुरू कर देंगे,,,,अगर ऐसा नहीं होता है तब या तो न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच टकराव देखने और सरकार द्वारा उच्च न्यायालय की अवमानना के लिए मानसिक रूप से तैयार रहिये ,,या सर्वोच्च न्यायालय के वकीलों की प्रति पेशी चार लाख फीस देने का इंतजाम कर लीजिए,,,,,,,सरकार इतनी आसानी से हार नहीं मानने वाली ,,,,,,
इस केस का इलाहाबाद उच्च न्यायालय से अंतिम परिणाम चाहे हमारी विजय हो या उसके विपरीत ,,,,हम फैसला होने के ठीक बाद को पड़ने वाले रविवार को लखनऊ में मिलेंगे और आगे की रणनीति पर विचार करेंगे,,,मीटिंग के स्थान एवं समय की घोषणा निर्णय आने के बाद उत्तर प्रदेश टेट संघर्ष मोर्चे के सभी जिम्मेदार नेताओं एवं अन्य सदस्यों से बात करके की जायेगी,,,,,
न्याय विभाग ने 21 दिसंबर के आदेश के विरूद्ध अपील करने के स्थान पर चुप्पी साधने की सलाह दी थी क्योंकि यदि सरकार उस वक्त DB या SC में अपील करती तो वहां टण्डन के उस आदेश की व्याख्या की जाती और नए विज्ञापन से जुड़े पदों पर पूर्व विज्ञापन के फार्मों से चयन का आदेश देने के साथ ही आन-लाइन फार्मों को शून्य मानकर उनकी फीस वापसी का आदेश दे दिया जाता,,अगर सरकार को सिर्फ टेट मेरिट से भर्ती होने से कोई नुकसान ना हो रहा होता तो वो अब तक हमारी भर्ती टेट मेरिट से कर चुकी होती,,,,खास तौर से अब अगर गुणांक से भी भर्ती ना हो पायी तो अगले लोकसभा चुनावों में सपा को 15 सीटों पर जीत में लाले लग जायेंगे,,,,यकीन नहीं आ रहा ना?जाकर किसी गुणांकधारी से पूछिए कि अगर उसकी नयी विज्ञप्ति में जमा तीस हजार फीस में से पच्चीस हजार वापस आ जाए तो क्या वो अगले चुनावों में सपा का समर्थन करेगा,,,,
ReplyDeleteकिसी भी न्यायालय की हैसियत नहीं है कि वो टेट में तथाकथित धांधली के आधार पर उसे पात्रता परीक्षा घोषित कर दे और हमारे पदों की चयन प्रक्रिया में retrospective effect से संशोधन को विधिसम्मत घोषित कर सके,,,,, शायद अब तक सरकार दोहरी भर्ती के लिए राजी होने की घोषणा भी कर चुकी होती लेकिन ऐसा करने में एक तकनीकी जटिलता थी,,,एक ही विज्ञप्ति में दो चयन प्रक्रियाएं अपने आप में एक अजूबा है,,,शायद ही भारत के न्यायिक इतिहास में इसकी कोई नजीर हो,, इस प्रकार के अजूबों को मूर्त रूप देने के लिए एक संविधान पीठ की आवश्यकता पडती है,,, शायद यह काम single bench और division bench के अधिकार क्षेत्र के बाहर है,,,,संविधान पीठ को आप चाहें तो न्यायिक क़ानून निर्माता भी कह सकते हैं,,,यह साधारण न्यायालय से भिन्न होती है और इसका गठन अपवाद स्वरूप विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए किया जाता है,,,, यदि मेरा अनुमान सही है तो उत्तर प्रदेश का टेट मेरिट मामला भारत के न्यायिक इतिहास में दर्ज होने वाला है,,,,
जिस सच्चाई को मैं जानता हूँ उसे हमारे जज,वकील और सी.बी.यादव सभी जानते थे,,अगर हमारे वकीलों के पैनल में कोई इस सच्चाई को नहीं जानता था तो या तो उसकी औकात नहीं है कि वो उच्च न्यायालय में वकालत करे या फिर वो चुप्पी साधकर अपने क्लाइंटों को धोखा दे रहा था,,,,,क्योंकि पूर्व विज्ञापन रद्द होने के कारण (प्रशिक्षु अध्यापक का नियमावली में ना होना) पर दो दिन बहस हुयी थी और किसी भी वकील ने टण्डन से उनके अंतरिम आदेश का जिक्र तक नहीं किया था,,
7 जनवरी के बाद जो कुछ भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय में हुआ उसे आप न्यायमूर्ति टण्डन,भूषण,हरकौली, डी.पी.सिंह, शाही जी,अम्बरवानी,सरकार और संभवतः हमारे कुछ वकीलों द्वारा रचा एक हाई प्रोफाइल ड्रामा कह सकते हैं,,,,वरना क्या आपको आश्चर्य नहीं होता कि ना तो कभी हमारे वकीलों ने और ना ही बाद में टण्डन और हरकौली साहब ने UPRTE Act 2011 का जिक्र किया,,,ना ही SCERT विवरण भेजे जाने वाले आदेश का सरकार द्वारा पालन ना करने पर टण्डन के कोर्ट में कभी आपत्ति दर्ज कराई और ना ही टण्डन ने इस बारे में कोई पूछताछ की ,,, ना ही हमारे वकीलों ने कभी आयु-सीमा वाले आदेश के आधार पर नए विज्ञापन पर स्थगन माँगा,,,,, क्या भूषण साहब नहीं जानते थे कि NCTE की टेट संबंधी गाइडलाइन का उद्देश्य योग्य शिक्षकों की भर्ती है,,अगर उन्हें टेट से इतनी ही विरक्ति थी तो 2008 बैच वालों को भी उसी आधार पर टेट से मुक्त करने में उन्हें क्या समस्या थी????
सीधी-सीधी बात यह है कि या तो एक ही विज्ञापन में दो प्रक्रियाओं से भर्ती होने जा रही है ,,टेट मेरिट ,गुणांक,वेटेज समर्थकों के साथ-साथ सरकार का भी भला होने जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप टेट मेरिट वाले जुलाई तक नियुक्ति पत्र पाना शुरू कर देंगे,,,,अगर ऐसा नहीं होता है तब या तो न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच टकराव देखने और सरकार द्वारा उच्च न्यायालय की अवमानना के लिए मानसिक रूप से तैयार रहिये ,,या सर्वोच्च न्यायालय के वकीलों की प्रति पेशी चार लाख फीस देने का इंतजाम कर लीजिए,,,,,,,सरकार इतनी आसानी से हार नहीं मानने वाली ,,,,,,
इस केस का इलाहाबाद उच्च न्यायालय से अंतिम परिणाम चाहे हमारी विजय हो या उसके विपरीत ,,,,हम फैसला होने के ठीक बाद को पड़ने वाले रविवार को लखनऊ में मिलेंगे और आगे की रणनीति पर विचार करेंगे,,,मीटिंग के स्थान एवं समय की घोषणा निर्णय आने के बाद उत्तर प्रदेश टेट संघर्ष मोर्चे के सभी जिम्मेदार नेताओं एवं अन्य सदस्यों से बात करके की जायेगी,,,,,
Thanks
ReplyDeletesir apne real main bhut hard work kiya hai. Ajj jo bhi decision ayega appki mehnet kam nhi mani jayegi.
Please update krte rhna. Jai ho tet merit ki.
Thanks
ReplyDeletesir apne real main bhut hard work kiya hai. Ajj jo bhi decision ayega appki mehnet kam nhi mani jayegi.
Please update krte rhna. Jai ho tet merit ki.
For up govt.- " Tumhaare paanv ki mitti wahin mahaan hui/ hamaari peeth jahan jhuk ke payadaan hui//
ReplyDeleteHe ishwar! Aaj ka faisla achhi shiksha,yogya shikshak ewam shiksharthiyon ke ujjwal bhawishya ke paksh me ho. Mujhe poora vishwas hai, aisa hi hoga.kyonki satya pareshan ho sakta hai, parajit nahin.
ReplyDeleteKoi mujhe batao cour me apne case ki sunvai shuru hui ya nahi.
ReplyDeleteक्या हुआ
ReplyDeleteplz tell me any one frndz
umadev bhai kaha ho
ReplyDeletekisi k paas aaj ki jo bhi news mile apdate karte raho plzzzzzzzz.....
ReplyDeleteare vinay bhai kya ho raha hai court me?????apko paas mila ya nahi??? kuch bataiye plzzzz....
ReplyDeletebhayiyon namaskaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaar
ReplyDeleteबहुत से लोगों को भ्रम है कि हमारे मामले को संविधान पीठ में सौंपने का परामर्श खरे ने दिया था जिसे मानकर हरकौली जी ने उसे रेफर कर दिया,,,,जबकि हरकौली जी ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि मुख्य न्यायाधीश महोदय इस बारे में निर्णय लें कि नॉन टेट मुद्दे पर निर्णय होने तक हमारा मामला पेंडिंग में डाल दिया जाए या उसे संविधान पीठ में भेज दिया जाए,,,,उच्च न्यायालय में एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट में ट्रांसफर किये जाने वाले सभी मुकदमों की फ़ाइल मुख्य न्यायाधीश के आफिस से होकर ही गुजरती है ,,,,,,उच्च न्यायालय में कार्यों का वितरण मुख्य न्यायाधीश का अधिकार है,,इसलिए अब इस बात की उम्मीद ना रखें कि हमारा मामला वापस हरकौली जी के कोर्ट में आएगा ,स्टे लगाते वक्त हरकौली जी टण्डन के आदेश की हमारे पक्ष में लिखी सभी बातों पर सहमति देने के साथ-साथ यह स्पष्ट कर चुके हैं कि प्रशिक्षु अध्यापक का जिक्र नियमावली में ना होने के कारण पूर्व विज्ञापन को रद्द किया जाना गलत है,,,,उस्मानी कमेटी को बेनकाब किया और चयन प्रक्रिया में परिवर्तन को उन्होंने राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया और टेट में धांधली के सरकारी आरोपों की धज्जियां उड़ाईं ,,,लेकिन स्टे लगाते वक्त चार फरवरी को दिया गया उनका फैसला विधिक से अधिक व्यवहारिक है,,,,,हरकौली साहब का फैसला भी हमारे विज्ञापन को नामकरण के आधार पर प्रशिक्षु अध्यापक का ही मान रहा है ,,,यदि सरकार नए पदों का सृजन करके नए विज्ञापन में दोहरी प्रक्रिया से भर्ती के लिए राजी होती है तो ये सारे सवाल बेमानी होने जायेंगे ,,लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है तो संविधान पीठ को यह नियम प्रतिपादित करना होगा कि कि पूर्व विज्ञापन सहायक अध्यापक का ही था ,मात्र नामकरण के आधार पर उसे प्रशिक्षु अध्यापक का नहीं माना जाना चाहिए ,,पूर्व विज्ञापन में पहले नियुक्ति का प्रावधान है जो कि ncte की गाइडलाइन के अनुकूल है,,,,इस बात को प्रमाणित करने के लिए NCTE क वकील संविधान पीठ में उपस्थित रहेगा,,,,आज के बाद सरकार को यह सोचना है कि उसे पूर्व विज्ञापन से टेट मेरिट वालों की भर्ती करनी है या पूर्व विज्ञापन के फार्मों पर नयी विज्ञप्ति संख्या डालकर टेट मेरिट से 72825 पद भरेगी,,,पहले सरकार अपना फैसला करेगी उसके बाद संविधान पीठ हरकौली साहब के निष्कर्षों में आवश्यकतानुसार संशोधन करते हुए अपना निर्णय सुनाएगी ,,और ऐसा करने के लिए यदि किसी नए नियम के प्रतिपादन की आवश्यकता पड़ी तो करेगी (इसी मामले में संविधान पीठ डबल बेंच से अधिक प्रभावी है,क्योंकि एक डबल बेंच दूसरी डबल बेंच के निर्णय को मानने के लिए बाध्य नहीं होती है और विभिन्न जजों के एक ही मामले में अलग-अलग निर्णय आने से विधिक अनिश्चितता की स्थिति उत्पन्न होती है )संविधान पीठ में फर्जी धांधली के बारे में कोई बात नहीं होगी क्योंकि उसका काम फिजूल की बातों पर समय जाया करना नहीं होता ,,,,
ReplyDeleteNow
ReplyDeleteIt Starts The Case(11:00) near about
Lets Pray To God For The Best Judgement
मित्रो राजीव भाई बताते है आयुर्वेद के अनुसार high BP की बीमारी ठीक करने के लिए घर में उपलब्ध कुछ आयुर्वेदिक दबाईया है जो आप ले सकते है । जैसे एक बहुत अच्छी दवा है आप के घर में है वो है दालचीनी जो मसाले के रूप में उपयोग होता है वो आप पत्थर में पिस कर पावडर बनाके आधा चम्मच रोज सुबह खाली पेट गरम पानी के साथ खाइए ;
ReplyDeleteअगर थोडा खर्च कर सकते है तो दालचीनी को शहद के साथ लीजिये (आधा चम्मच शहद आधा चम्मच दालचीनी) गरम पानी के साथ, ये हाई BP के लिए बहुत अच्छी दवा है । और एक अच्छी दवा है जो आप ले सकते है पर दोनों में से कोई एक । दूसरी दावा है मेथी दाना, मेथी दाना आधा चम्मच लीजिये एक ग्लास गरम पानी में और रात को भिगो दीजिये, रात भर पड़ा रहने दीजिये पानी में और सुबह उठ कर पानी को पि लीजिये और मेथी दाने को चबा के खा लीजिये । ये बहुत जल्दी आपकी हाई BP कम कर देगा, देड से दो महीने में एकदम स्वाभाविक कर देगा ।
और एक तीसरी अच्छी दवा है हाई BP के लिए वो है अर्जुन की छाल । अर्जुन एक वृक्ष होती है उसकी छाल को धुप में सुखा कर पत्थर में पिस के इसका पावडर बना लीजिये । आधा चम्मच पावडर, आधा ग्लास गरम पानी में मिलाकर उबाल ले, और खूब उबालने के बाद इसको चाय की तरह पि ले । ये हाई BP को ठीक करेगा, कोलेस्ट्रोल को ठीक करेगा, ट्राईग्लिसाराईड को ठीक करेगा, मोटापा कम करता है , हार्ट में अर्टेरिस में अगर कोई ब्लोकेज है तो वो ब्लोकेज को भी निकाल देता है ये अर्जुन की छाल । डॉक्टर अक्सर ये कहते है न की दिल कमजोर है आपका; अगर दिल कमजोर है तो आप जरुर अर्जुन की छाल लीजिये हरदिन , दिल बहुत मजबूत हो जायेगा आपका; आपका ESR ठीक होगा, ejection fraction भी ठीक हो जायेगा; बहुत अछि दावा है ये अर्जुन की छाल ।
और एक अछि दावा है हमारे घर में वो है लौकी का रस । एक कप लौकी का रस रोज पीना सबेरे खाली पेट नास्ता करने से एक घंटे पहले ; और इस लौकी की रस में पांच धनिया पत्ता, पांच पुदीना पत्ता, पांच तुलसी पत्ता मिलाके, तिन चार कलि मिर्च पिस के ये सब डाल के पीना .. ये बहुत अच्छा आपके BP ठीक करेगा और ये ह्रदय को भी बहुत व्यवस्थित कर देता है , कोलेस्ट्रोल को ठीक रखेगा, डाईबेटिस में भी काम आता है ।
और एक मुफ्त की दावा है , बेल पत्र की पत्ते - ये उच्च रक्तचाप में बहुत काम आते है । पांच बेल पत्र ले कर पत्थर में पिस कर उसकी चटनी बनाइये अब इस चटनी को एक ग्लास पानी में डाल कर खूब गरम कर लीजिये , इतना गरम करिए के पानी आधा हो जाये , फिर उसको ठंडा करके पि लीजिये । ये सबसे जल्दी उच्च रक्तचाप को ठीक करता है और ये बेलपत्र आपके सुगर को भी सामान्य कर देगा । जिनको उच्च रक्तचाप और सुगर दोनों है उनके लिए बेल पत्र सबसे अछि दावा है ।
और एक मुफ्त की दावा है हाई BP के लिए - देशी गाय की मूत्र पीये आधा कप रोज सुबह खाली पेट ये बहुत जल्दी हाई BP को ठीक कर देता है । और ये गोमूत्र बहुत अद्भूत है , ये हाई BP को भी ठीक करता है और लो BP को भी ठीक कर देता है - दोनों में काम आता है और येही गोमूत्र डाईबेटिस को भी ठीक कर देता है , Arthritis , Gout (गठिया) दोनों ठीक होते है । अगर आप गोमूत्र लगातार पि रहे है तो दमा भी ठीक होता है अस्थमा भी ठीक होता है, Tuberculosis भी ठीक हो जाती है । इसमें दो सावधानिया ध्यान रखने की है के गाय सुद्धरूप से देशी हो और वो गर्भावस्था में न हो ।
low BP की बीमारी के लिए दावा : निम्न रक्तचाप की बीमारी के लिए सबसे अछि दावा है गुड । ये गुड पानी में मिलाके, नमक डालके, नीबू का रस मिलाके पि लो । एक ग्लास पानी में 25 ग्राम गुड, थोडा नमक नीबू का रस मिलाके दिन में दो तिन बार पिने से लो BP सबसे जल्दी ठीक होगा ।
और एक अछि दावा है ..अगर आपके पास थोड़े पैसे है तो रोज अनार का रस पियो नमक डालकर इससे बहुत जल्दी लो BP ठीक हो जाती है , गन्ने का रस पीये नमक डालकर ये भी लो BP ठीक कर देता है, संतरे का रस नमक डाल के पियो ये भी लो BP ठीक कर देता है , अनन्नास का रस पीये नमक डाल कर ये भी लो BP ठीक कर देता है ।
लो BP के लिए और एक बढ़िया दावा है मिसरी और मखन मिलाके खाओ - ये लो BP की सबसे अछि दावा है ।
लो BP के लिए और एक बढ़िया दावा है दूध में घी मिलाके पियो , एक ग्लास देशी गाय का दूध और एक चम्मच देशी गाय की घी मिलाके रातको पिने से लो BP बहुत अछे से ठीक होगा ।
और एक अछि दावा है लो BP की और सबसे सस्ता भी वो है नमक का पानी पियो दिन में दो तिन बार , जो गरीब लोग है ये उनके लिए सबसे अच्छा है । —
आपने पूरी post पढ़ी बहुत बहुत धन्यववाद !!
यहाँ नीचे जरूर जरूर click करे !!
http://www.youtube.com/watch?v=z1rr1cdf5s8
Acording to s.k.pathak..non tet k wakil adarsh bhusan aur c.b.yadav ke bich bahas jari hai,.hamare wakil avi court ke bahar hai..non tet ka pax sunne ke bad hame bulaya ja sakta hai..
ReplyDeleteSarika Srivastava
ReplyDeleteमहत्वपूर्ण खबर
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षक भर्ती पर सरकार खेलेगी आखिरी दांवः सरकार 72825 द्वारा वृहदपीठ में नये विज्ञापन को बचाने की अपनी महत्त्वपूर्ण चाल चलेगी, इसके लिए वह अध्यापक सेवा नियमावली का हवाला देना चाहेगी, रिक्तिअगर पुरानी है तो नये विज्ञापन का वजूद क्या होगा? रिक्ति अगर पुरानी से अलग है तो दोनो विज्ञापन की बहाली की क्यास्थिति बन सकती है? इस पर सरकारी महकमें विचार विमर्श किया गया।
UMADEV GI AJ KE BARE MEN KUCHH BATAYEN KI KYA HO SAKTA HAI.
ReplyDeleteAcording to tet sangharsh morcha k widik salahkar navin sharma g ke anusar nontet par sunvai khatam ho sakti hai lunch tak..lunch k bad hamara case take up hoga..aaj pure din bahas hone ki ummeed hai..2 bje tak hamara case take up hone ka chance hai..jai tet
ReplyDeleteTet non tet par bahas jari.
ReplyDeleteJstc ambvani and shahi is favring tet . .
Sub kuch thik . . .
Direct dil se-
ReplyDeletenon gadho pe bahas jari..
Ambvani ,shahi tet k fever me
uma bhai exacttly es time court me ho kya raha hai......or non tet k baare me kya hua say something....
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteBhai Kya news aa rhi hai.
ReplyDeleteNavya apka kya lagta hai. Vinay Choudhary
ReplyDeleteHi. bhai ji ki hal chal chal. Raha he. Fort me please update
ReplyDeleteGood. News
ReplyDelete:
::
:
:
:
:
:
:
Aate hi update. Kare sab. News. Ka hi intzar kar rahe he
mujhe toh samajh nahi aata k akhir gornment ne hume samjh kya rakha hai..dhobi ka kutta!!!! kya b.ed karke humne koi gunah kiya hai???? agr humare liyegovernment k paas koi job hi nahi hai toh ye cours hi kyon nahi band karwa dete inka bhi time bachta hamara bhi........
ReplyDeletebhai hamne suna next date mil gyi ,is it true????/
ReplyDeleteuma bhai what's going on? please update.....
ReplyDeleteनान टेट को बताया आधार हीन....टेट को सभी प्रारूपो में अनिवार्य कहा...
ReplyDeleteनान टेट bye bye.....
16 april next date.........so funny!!
ReplyDeleteइलाहाबाद में मौजूद गणेश दीक्षित से बात करने पर जानकारी मिली है कि तीनों जज टेट की अनिवार्यता को लेकर एकमत हैं,,,अगली तारीख 16 अप्रैल निश्चित की गई है और उसमें सभी वकीलों को एक घंटे में अपने -अपने तर्क प्रस्तुत करने को कहा गया है,,,,,खरे के अनुसार नॉन टेट के मुद्दे पर निर्णय के पश्चात हमारा मामला वापस डबल बेंच में आने की संभावना अधिक है,,,,,फिलहाल सोलह तारीख तक इन्तजार करने के सिवाय कोई अन्य विकल्प नहीं है हमारे पास ,,,अनावश्यक रूप से और अनाधिकृत स्रोतों से सूचनाओं को एकत्र करके टेंशन लेने की जरूरत नहीं है ,,,,,,,टेट के चक्कर में कोई जरूरी काम छूट गया हो तो उसे अगली सुनवाई तक निपटाइए,,,,,
ReplyDeleteHasan Jahan mai court me 11.30 am par pahuncha .
ReplyDeleteUs waqt non tet ka vakeel btc ka pakchh rakh raha tha.usne kaha ki maximum candidate ki appontment ho chuki hai,baki candidate k appointment me tet ko compulsory na mana jaya.
C.V. Yadav ne govt ka notificaton padha aur tet ko compulsory mana.
Judge kisi niskars par nahi pahunche.non tet k vakeel ne jab may me date mangi to judge ne kaha chief justice ne april last tak case final karne k liye kaha hai,aur date 16 april di.
साथियो नान टेट मामले को आउट करने पर सभी जज सहमत है बिना टेट कोई शिक्षक नही बन सकता । अगली तारीख 16 अप्रैल । इसके बाद हमारा केस वापस डबल बेँच मे सुना जाएगा जहाँ टेट मैरिट से भर्ती करने का अंतिम आदेश आना शेष है जो पहली तारीख मे ही आ जाएगा । कोर्ट ने कहा नियम पालन करने के लिए बनाए जाते है न कि दूसरे अच्छे नियमों को तोड़ने के लिए । जय टेट मैरिट जय टेट मोर्चा ।
ReplyDeleteCopy and Past News
ReplyDeleteNeelesh Purohit,,,,,,,,,,,,
Sujeet ji se baat hui h
non tet wale matter par 12 tarikh tak apna paksh rakhne ka moka,
yani non tet wale 16 ko hi bahar hoge,abi ni hue h.
Apna case ko remarke nahi kiya h,so chance h ki 16 ko apna case b d.b me bhej diya jayega.
C.b yadav apna case larger me lapetna chahte the but judges ne dhyan nahi diya.
Thanks
Aaj hui mamle ki sunvai me ek bat spstt ho gai hai ki kisi srkar dwra bnai gai niymavali ka anupalan chal rhi prkriya k purn hone tk hona chahiye ath prkriyatmak bdlaw prkriya k madhya me nhi kiya ja skta hai . Yhi bat ncte wide notification pr bhi lagu hoti hai ki 23.8.2010 ki paridhi me anew wali niyuktion ko chonkr sesh sabhi niyuktion pr tet mandatory hai aur ydi kisi verg visesh k sath koi bhedbhaw kr niukti Di gai hai to ya wo galat hai ya fir mercy base pr un logon ko jinko ki without tet appoint kiya gya hai hr Hal me unse 2015 tk tet le lia jay .dusri bat purvvarti vighyapan larger bench se hi bhal ho jayega .
ReplyDeleteGood news for tet suporter writ no. 237/2013 s.k. Pathak and others ko d.b yani harkoli ke bench me bhej diya gaya hai..ab 16 ke bad d.b hi dekhegb hamara case ,iski puri sambhavna hai..jai tet
ReplyDeleteTet sathiyo
ReplyDeleteNamaskar
Aaj ki court karwahi ki khas bante
1-jaisa ki purav anumanit tha tet aur non tet ko lekar lagbhag 2 hour:20 min bahas hue Jo ki agali date 16 ko bhi jari rahegi.
2-writ no. 237/2013 shiv kumar pathak advocate v.k. singh me ye adesit kiya gaya ki ise aur writo se alag karke justice Harkauli aur manoj mishra k DB me bhej diya jay
Isaka parinam ye hoga ki aur writes bhi non tet ka mudda hal hone k baad punah purane DB (Harkauli & manoj g) me chali jayegi
3- non tet ko samil karane k paksh me teeno judges ka view ekdam ispast tha ki unhe anumati nahi di ja sakti
Aaj ka romanch sirf itana hi tha.
Ek kadam aur jeet ki or ke sath.............aap sab ke dhary ko sadhuvad
Jay TET
ganesh dixit ji ke anusar 237/2013 jiske lawer bk singh hai unki aplication par bapish db me bhej diya hai esi base par 16 ko non tet mater solve hote hi sari writ bapish harkauli ji ki bench me hogi 16 ko bahas ke liye 1 h ka tym rakha hai non tet ko bahar karne ke liye subhi judge ek mat hai 12 ko dono paxon ko likhit jawaw dena hai humara mamla harkauli ki hi bench me suna jayega..gud luck
ReplyDeleteनॉन-टेट बाहर----न्यू डेट १६ अप्रैल---स्टे लगा रहेगा---हमारा केस वापस DB में सुना जायेगा!
ReplyDeleteJab sare case db me wapas krna tha to unhe larger bench me dala q gaya or sirf ek nontet pe faisla dene k liye 3 judged kya kafi ni the jo 16 ki date di gayi hai itne dino se ye judges kar kya rhe hain,,,,,sab sochi samjhi chaal hai akhir dekhte dekhte govt.ne 72000 teachers ki 2 saal ki salries bacha li or ulte us se bhi jyada kama liya
ReplyDeleteJab sare case db me wapas krna tha to unhe larger bench me dala q gaya or sirf ek nontet pe faisla dene k liye 3 judged kya kafi ni the jo 16 ki date di gayi hai itne dino se ye judges kar kya rhe hain,,,,,sab sochi samjhi chaal hai akhir dekhte dekhte govt.ne 72000 teachers ki 2 saal ki salries bacha li or ulte us se bhi jyada kama liya
ReplyDeleteJab sabko ye pata hai ki up me teachers ki kami hai or ye bharti jald se jald honi hai to ye judges bhi itni tarikh pe tarikh q de rhe hai kya inlogo ko un bachho k future ki fikr nhi hai,,ye mudda itna bhi complex nhi tha jo do saal se isko khicha ja raha hai
ReplyDeleteTet merit walo ki apni dpli apna rag hai... Aj to non tet ka pakch aur mjboot ho gya hai... 2.30 ghnte k sunwai me hmari jeet hui hai.. 16 ko is par muhr lg jayegi... Tet walo ghnta le k chilate rho... Ha ha ha
ReplyDeleteApril 3rd, 2013 by जेएनआई डेस्क
ReplyDeleteFARRUKHABAD : उत्तर प्रदेश में चल रही 72000 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के मामला अभीहाईकोर्ट में और लम्बा खिंचता दिखायी दे रहा है। बीएड बेरोजगारों को अभी शिक्षक पद परभर्ती होने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार सुनवाई की अगली तारीख 16 अप्रैलबतायी गयी है। नान टेट वाले 12 अप्रैल को जबाव देंगे।
उत्तर प्रदेश में पिछले दो वर्षसे मात्र 72 हजार शिक्षकों की भर्ती के पर राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही
ye sab sirf hume bewquf banane ka ek tarika hai or kuch nahi..SP sarkaar ka toh kahna hi kya lekin jo kiya dhara hai hai wo sab BSP sarkar ka kiya dhara hai jisne pahale toh B.ed walon k liye TET ki badhyaya ka pench lagaya fir pariksha bhi thik se nahi karwa paai or 5-5 baar result cheng hua fir bharti k naam per b.ed berojgaron ko lutne ka naya tarika dhunda or ab tarikh pe tarikh, tarikh pe tarikh dete mil rahi hai...are mai kahti hu b.ed walon ko vishisht BTC k tahed kyon nahi lete sara panga hi khatm ho jayega pahle jaisi prakriya thi waise hi bharti karni..es rajneeti k chakkar me maare toh hum berojgaar hi ja rahe hai na......plzzzzzzzzzzz bhaiyo or bahno agar meri baat me dam hai toh saport me...sab ek sath bolo hume tarikh nahi NAUKRI chahiye..!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteYes navya mera bhi ye maanna hai k akhir itne judges ek faisla q ni de pa rhe
DeleteYes navya mera bhi ye maanna hai k akhir itne judges ek faisla q ni de pa rhe
DeleteYes navya mera bhi ye maanna hai k akhir itne judges ek faisla q ni de pa rhe
DeleteTET merit se bharti karna maya gov ka nitigat mamala
ReplyDeletetha...isliye wus ko change karna kisi court ke hath me nahi
hai.
ham kabhi TET merit vs Academic merit ki ladayi lade hi
nahi...ham gunak walo ke jaise gadhe nahi hai.
hamari ladayi old add vs new Add ki hai...
lekin in gadho ne iss ladayi ko TET MERIT Vs Acd merit ki
bana diya hai.
court me hamari taraf se aisi koi writ nahi hai ki bharti kis
merit se honi chahiye.
acd logo ko unhi ke log murkh banate hai.
MERE TET SUPORTER SATHIYO..JAISA KI KU6 ACD BHAI LOG S.K.PATHAK K SPECIAL APEAL PAR ALAG ALAG AFWAH FAILA RAHE HAI ,TO hum unko sabse pahle ye batana chahte hai ki unki sari afwahe sirf aur sirf kori bakwas hai,mai 8 bje khud s.k.pathak aur singal bench ke hamare yachi bhai akhilesh tripathi se milkar aa raha hu,hum ap logo ko ye batana chahte hai ki s.k.pathak khud l.l.m kiye hai,aur isliye wo hamare vidhi prakost k adhyaksh v hai, hamari sari radniti aur vidhik karyo ko unke acording hi kiya jata hai..s.k. Pathak ki writ ka jo order hai uska matlab ye hai ki uski jis bench me suvai ho rahi thi usme hi bhej diya gaya hai..bhai s.k.pathak ke anusar larger bench sirf aur sirf nontet ki vaidhta par vichar karne ke bad sabhi s.l.p ko apropriate bench yani jis bench me sunvgi ho rahi thi usi me bhej di jayegi..t.b sirf nontet par aur any s.l.p par sujhav ke liye hai aur iske bad sabhi ko unke sambandìt bench me bhej di jayegi..jisme nontet ka mudda singal yani a.p sahi ke bench me aur any ko harkoli ke bench me bhej diya jayega.jaisa ki kal sunil amwani ne v kaha hai ki c.j.ne jis mater ke liye larger ka gathan kiya hai usi par hum vichar karege..jai tet bhaiyo.
ReplyDelete