डेढ़ लाख से अधिक अभ्यर्थियों की उम्मीदों से खिलवाड़
, लखनऊ : ‘आजमगढ़ के रहने वाले यशपाल सिंह हंडिया से बीएड कर रहे हैं। उन्होंने सोचा था कि इस बार की शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण करके वह शिक्षक बनने की ओर अग्रसर हो जाएंगे, लेकिन उनकी उम्मीदें तब धराशायी हो गईं, जब उन्हें पता चला कि वह और उनके जैसे डेढ़ लाख से अधिक अभ्यर्थी, जो इस साल बीएड परीक्षाओं में बैठ रहे हैं, वह यूपीटीईटी का फॉर्म नहीं भर सकते..’।
यशपाल बताते हैं कि विशिष्ट बीटीसी या एलटी ग्रेड में शिक्षक की नौकरी के लिए वह बीएड कर रहे थे। बीते दिनों विशिष्ट बीटीसी समाप्त कर दिया गया। इसके बाद भी जूनियर हाईस्कूल में शिक्षक पद पर भर्ती के लिए विकल्प खुले थे, लेकिन यूपीटीईटी-2013 के लिए वह आवेदन नहीं कर सकते। वह बताते हैं कि ऑनलाइन आवेदन में एनरोलमेंट नंबर, प्राप्तांक और पूर्णाक की आवश्यकता है, लेकिन इस साल परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थी के पास यह सब जानकारी तो हो ही नहीं सकती..। दूसरी ओर यूपीटीईटी के लिए जारी शासनादेश में भी स्पष्ट है कि इस साल बीएड परीक्षा देने वाले विद्यार्थी यूपीटीईटी नहीं भर सकते। प्रदेश भर में बीएड की डेढ़ लाख से अधिक सीटें हैं, सो उन सब लोगों की उम्मीदों पर यह शासनादेश पानी फेर रहा है। बीएड अभ्यर्थी अनमोल रावत कहते हैं कि जब केंद्रीय टीईटी में अपीयरिंग बीएड अभ्यर्थी परीक्षा दे सकते हैं तो यूपीटीईटी में क्यों नहीं?
बीटीसी आवेदक भी बाहर
ऐसा नहीं है कि केवल बीएड अपीयरिंग अभ्यर्थी ही बाहर हैं। बीटीसी के उन अभ्यर्थियों को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया है, जो 2011 बैच के हैं। बीटीसी अभ्यर्थी अनुपम इस पूरी प्रक्रिया और शासनादेश पर सवालिया निशान लगाते हैं।
रास्ते फिर भी मुश्किल रहेंगे
बीटीसी 2011 बैच के बहराइच निवासी उमेश कुमार कहते हैं कि उनका यह साल तो बर्बाद हो ही जाएगा और इसके बाद वह साल भर जूनियर हाईस्कूल शिक्षकों के पद पर आवेदन भी नहीं कर सकेंगे क्योंकि वह टीईटी पास नहीं होंगे।
अपीयरिंग अभ्यर्थी देते हैं यह परीक्षाएं
अर्ह योग्यता पूरी करने जा रहे अभ्यर्थी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठते हैं। इन परीक्षाओं में नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए), कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (सीडीएस), सिविल परीक्षाएं, बैंकिंग, इंजीनियरिंग व मेडिकल के इम्तिहान प्रमुख हैं।
Hi
ReplyDeleteCourt apna aadesh kab dega kisi ko koe jankari h....
ReplyDeletekjhjkj
ReplyDeletesabas rahul ji gaali to achhi likhte ho. ye gussa bharti par he ya sarkar par.
ReplyDeleteEk authentic news mil rhi hai... Decision summr vaccion k bad ayega, may b julay last week aa sakta hai...
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