/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Monday, August 26, 2013

Big News : नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर, खुद अपना प्रमाण पत्र अटेस्ट कर सकेंगे छात्र


Big News : नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर, खुद अपना प्रमाण पत्र अटेस्ट कर सकेंगे छात्र

No need of document attestation from Gazetted Officer.

Candidate can self attest its document / xerox copy of mark sheet.

रांची। नौकरी का आवेदन देने या प्रतियोगी परीक्षा फॉर्म भरने के लिए सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी अटेस्टेड कराने को लेकर अब युवकों को अफसरों के दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वे खुद सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी को अटेस्ट कर सकते हैं।
केंद्र सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर राज्य सरकारों को इस नियम को लागू करने का आदेश दिया है। इससे पहले चाहे कॉलेज में नामांकन हो, नई वैकेंसी के लिए आवेदन भरना हो या फिर नौकरी मिलने के बाद प्रमाण पत्रों की जांच करानी हो,तो गजटेड अधिकारियों से अटेस्टेड कराना पड़ता था। केंद्र सरकार ने दिया निर्देश, कई बार समाहरणालय में हो चुका है हंगामा

समय बचेगा,परेशानी भी नहीं होगी

अटेस्टेड कराने के लिए स्टूडेंट्स को कई दिनों तक समाहरणालय के कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता था। उनका काफी समय इसी में निकल जाता था। इस कारण उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कम समय मिलता था। केंद्र सरकार के इस फैसले से अब उन्हें राहत मिलेगी। परीक्षा की तैयारी के लिए उन्हें अधिक समय मिलेगा और परेशानी भी नहीं होगी।

फर्जीवाड़े से डरते थे अफसर

फर्जीवाड़े से बचने के लिए अफसर सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी को अटेस्टेड नहीं करते थे। उन्हें प्रमाणपत्र की मूल कॉपी पर भी संदेह होता था। उपायुक्त विनय कुमार चौबे ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि बिना वेरीफिकेशन के अटेस्टेड करने में मुश्किल होती है।

जहां जरूरी, वहां मूल प्रमाण दिखाना होगा

मुख्य सचिव ने इस संबंध में सभी विभागों को पत्र भेजा है। अब छात्र या आवेदक अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्रों को स्वयं अटेस्टेड कर सकते हैं। जहां जरूरत है, वहां उन्हें अपना मूल प्रमाण पत्र दिखाना होगा। अटेस्टेड के लिए अधिकारियों के पीछे दौडऩे की जरूरत नहीं रह गई है।'
सतीश कुमार, अवर सचिव, झारखंड सरकार


News Sabhaar : Bhaskar.com ( 25.8.2013)

3 comments:

  1. academic supporter to chahte hain ki bharti latki rahe aur mamala dheere dheere thanda pad jaye aur sarkar manmani kar le.


    but 10 september ko ham unko unki aukat bata denge!!

    lucknow ko tetions se bhar denge!!!

    ReplyDelete
  2. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  3. Dear All,
    10 sept. Ka maqshad sirf bheed ikattha nahi karna hai, wo poorva me ho chuka hai... mauka ek hi hai aur kaam pahad jaisa hai isliye hame apni strong presence deni hogi.. matlab ye hanara dil sirf dhahdke nahi bhadke.... lahoo sirf rago me daure nahi ubley... har ek tetion ki awaj itni buland honi chahiye ki bahri vyavastha ko bhi sab saaf saaf sunai de ki ki ham bheekh ahi maang rahe hai apna haq maang rahe hai... sabkuch 10 sept. Par depend hai, aap chahoge to hammari niyukty ka raasta lucknow se hokar hi sahi allahabad pahunchega jaroor...... Bas hume is moarchey par tanik bhi aashwast nahi hona hai ki ho jayega chin se nahi baithna hai jab tak ki ye prakirya hamaari maango ke anuroop nahi hoti.......
    Regards,
    Salim Ahmad

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।