UP TGT PGT / UPSESSB / UPMSSCB Recruitment Exam 2013
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T.G.T. Final Examination Date Advertisement No. 2/2011 25 August & 01 September 2013, P.G.T. Final Examination Date Advertisement No. 3/2011 08 September 2013.
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Uttar Pradesh Educationn Services Selection Board - TGT (Trained Graduate Teacher) Exam Scheme :-
Uttar Pradesh Educationn Services Selection Board - PGT (Post Graduate Teacher) Exam Scheme :-
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***********************
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Your TGT Application Rejected Form Details
********************
Likely Reason to be rejected PGT applicants.
1. Blank DOB
2. Blank Center
3. No adv subject
4. No bank draft
5. No photo
6. Under age
http://upsessb.org/main/pgtreject
**************
List of likely reasons to be rejected TGT applicants.
************************
koi meri ferzi id bana ke bheesan type k comment kar raha he
ReplyDeleteमिशन 2014 के मद्देनजर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हैदराबाद में हुंकार भरी. मोदी ने सरकार की विदेश नीति और आतंरिक सुरक्षा को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने LoC पर पाकिस्तानी हमलों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया तो किश्तवाड़ में हुई हिंसा का भी जिक्र किया. मोदी ने खासकर युवाओं में जोश भरा और कांग्रेस मुक्त भारत के निर्माण में भूमिका निभाने को कहा. नरेंद्र मोदी ने यह भी साफ कर दिया कि सरकार की उनकी कल्पना क्या है.
ReplyDeleteपाकिस्तान को लेकर केंद्र पर बरसे मोदी
सबसे पहले मोदी ने अपने ही अंदाज में भाषण शुरू किया और लोगों का शुक्रिया अदा किया. मोदी ने पहले पाकिस्तान की बात की, उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार से पूछता हूं मैं कि पाकिस्तान की हिमाकत पर वो नरम क्यों है? जब जवानों के सिर काटे गए तो केंद्र ने वादा किया था क फिर से ऐसा नहीं होने देंगे, फिर क्यों हुआ? पाकिस्तान जुल्म पर जुल्म करता जा रहा है. सवा सौ करोड़ लोगों का देश सब झेल क्यों रहा है?'
किश्तवाड़ की घटना को छोटी न समझें
मोदी ने किश्तवाड़ हिंसा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस सप्ताह एक के बाद एक घटनाएं जो घटी हैं, वे खतरनाक हैं. किश्तवाड़ में कितने लोगों को मारा गया, घर जलाए गए, दुकानें तोड़ दी गईं. कश्मीर घाटी में तीन दशक से जो खेल चल रहा है, किश्तवाड़ में कहीं उसी का नतीजा तो नहीं है. मोदी ने कहा कि किश्तवाड़ की घटना छोटी नहीं है. यह बड़ी साजिश की शुरुआत हो सकती है. मोदी ने जेटली को किश्तवाड़ जाने से रोकने को गलत करार देते हुए कहा कि जुल्म की कथा को छुपाने के लिए वहां की सरकार ने जम्मू एयरपोर्ट पर जेटली को डिटेन किया.
सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'देश का भरोसा टूटा है, यह सरकार सुरक्षा नहीं दे पा रही है. वोट बैंक की राजनीति में डूबी है दिल्ली की सल्तनत. बांग्लादेश के घुसपैठियों के खिलाफ सरकार ने बीएसएफ को शस्त्र प्रयोग करने से रोक दिया है. उनसे कहा है कि यदि घुसपैठिए तुम से ज्यादा ताकतवर हैं, उनके पास ज्यादा हथियार हैं तो उनसे झगड़ा न करें, उन्हें अंदर आने दें. सरकार ने फौजियों को ऐसे निर्देश दिए हैं.'
चीनी घुसपैठ पर सरकार के रवैये से मोदी हैरान
अगर बात हो राष्ट्रीय सुरक्षा की तो मोदी भला चीन की ज्यादतियों का जिक्र क्यों न करते. नरेंद्र मोदी ने कहा कि चीन तो घुसपैठिया था, उसे अपनी धरती पर जाना ही था. पर केंद्र सरकार ने चीन के साथ ऐसा समझौता किया कि चीन तो वापस गया ही, हमारी सेना भी अपनी जगह से पीछे हट गई. मोदी ने कहा कि इससे बड़ी हैरानी हुई.
मोदी बोले- डूब मरो, डूब मरो
नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को भी आड़े हाथों लिया. मोदी ने कहा, 'जब विदेश मंत्री चीन गए और चीन से बात की तो उन्होंने आंख दिखाने की बजाय उनसे कहा कि बीजिंग बहुत अच्छी जगह है, अच्छा शहर है और यहां रहने को मन करता है. डूब मरो, डूब मरो. यह तो लोगों के जले पर नमक छिकड़ने जैसा है.'
नरेंद्र मोदी ने इसके बाद पाकिस्तान द्वारा भारतीय जवानों के सिर काटे जाने की घटना के बाद का जिक्र किया. मोदी ने कहा कि विदेश मंत्री पाकिस्तान के मेहमानों को बिरयानी खिलाते हैं और और कहते हैं कि यह प्रोटोकोल है. मोदी ने सवाल उठाया कि यह कैसा प्रोटोकोल? इसके बाद मोदी ने इटली के मरीन्स द्वारा भारतीय मछुआरों की हत्या की घटना और उसके बाद के पूरे घटनाक्रम को याद करते हुए सरकार को कोसा.
नौजवान देश के लिए चिंतित और मैं नौजवानों के लिए
बीजेपी की प्रचार समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी ने कहा, 'ये घटनाएं (पाकिस्तान, चीन और इटली) इसलिए बता रहा हूं, क्योंकि सरकार किसी मसले पर गंभीर नहीं है. उसे देश की चिंता नहीं है्. देश के नौजवानों को हिंदुस्तान की चिंता हो रही है , मुझे मेरे देश के नौजवानों की चिंता है.'
गुजरात से भी आगे निकलें तेलंगाना और सीमांध्र
मोदी ने कहा, 'मैं छोटा आदमी हूं, आज गुजरात से आया हूं. आप सभी से प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस कितने भी खेल क्यों न खेले, आप अपने भाईयों से नहीं टकराएं. मां के दूध में दरार नहीं होनी चाहिए. हम भाई हैं, भाई की तरह रहें. गुजरात में 4 लाख तेलुगू भाई-बहन रहते हैं. हम प्यार से जीते हैं, साथ-साथ रहते हैं.' मोदी ने कहा कि उनका सपना है कि आंध्र प्रदेश गुजरात से भी आगे निकले, तेलंगाना भी गुजरात से आगे निकले, सीमांध्र भी पूरी तरह विकसित हो. और यह सब संभव है विकास की बदौलत.
ReplyDeleteबागपत टेट मोर्चा की बैठक आज दिनाँक ११/०८/१३
को स्थान पंचमुखी मन्दिर बडौत में सम्पन्न हुई ।
बैठक में जिला उपाध्यक्ष राममेहर सिंह मान व
बागपत जिले के अन्य जुझारू साथियों नें प्रभिभाग
लिया । बैठक मेँ राममेहर सिँह मान ने
बताया कि १४ अगस्त के बाद आने वाली इलाहाबाद
हाई कोर्ट की डेट पर प्रदेश भर से अधिक से
अधिक संख्या में टेट अभ्यर्थी एकत्र हो कर
संबन्धित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपेगे ।
आगामी१० सितम्बर को होने वाले महाआन्दोलन के संबन्ध
में भी रूप रेखा तैयार की गयी । इस प्रकरण पर
गम्भीरता पूर्वक आपसी विचार विमर्श
किया गया ।
ReplyDeleteMATHURA me tet pass student ka jordar protest
aaj 11-8-2013 ko hua. Jismae main market HOLI
GATE sai hota hua protest D.M. ke pas pahucha .
aur D.M. sir ko GOVERNER ke nam gypan diya.
aur jaldi sai jaldi is case ka decesion karane ka
anurodh kiya gaya otherwise protest aur jordar
hoga.
ReplyDeleteRakesh Mani Tripathi > FREEDOM..FOR LIFE (U P
TET 2011)
Tet sathiyo
Namaskar
10 September ki taiyari k sandarbh me kya
kare....
(1)-apne jile k sakriy logo se yatha sighr samprk
kare .
(2)-zile k sakriy log aise logo ko andolan ki dhara
me jodane ka prayas kare jo kisi karan vas ab tk
bahut sakriy nahi rahe.
(3)-news paper me jagah kaise banayi jay iski
vyavastha kare jaise...
(a)-ardhnagn prasdarasn;
(b)-candle march
(c)-putala dahan
(d)-bhixatan
(e)-Boot Polish
(f)-gyapan
(g)-chakka jaam
(h)-shanti march
(i)-sanketik ansan
(j)-upwas
aadi uprokt me se koi bhi kaam apne sankhyabal
tatha uske vichar k hisab se chuna ja saqta
hai.isaka uddesay paper me paryapt coverage
prapt
karna.
(4-samay bahut kam hai atah zilewar kam se kam
15O tetian tatha unke ph.no. ki suchi banaye
tatha
4-5 logo ki ek team ek niyamit antraal pr message
forward krti rahe .
(5)- 10 k purv kam se kam 3 meeting honi jaruri
hai isaki har haal me vyavastha kare. paper me
meeting place aur time ki suchana ek do din purv
awasy de tatha ye sunischit kare ki vo prakasit bhi
ho.kyonki jo bhi thoda bahut jagruk tetian ho
uske
paas ye bahana nahi hona chahiye ki use meeting
ki koi suchana samay se nahi mil payi.
(6- yadpi ye kathin aur duskar hai fir bhi ye jyada
mahtavpurn hoga ki adhik se adhik ladkiyo ko is
muhim me joda jay.
(7)- apne sabhi purane tetian yoddhayo ka
awahan
hai ki apni nidra se akhiri baar tet k liye uth
khade
ho ab bilkul uchit samay aa gaya hai ,har zile se
yadi kewal 3-4 tetian thodi si apni sakriyata
badha
de to ek bahut bada reasonable sankhya 10
September k liye motivate kr saqte hai.
ab ladayi
"AAR YA pAAR"
ki aa gayi hai
sabhi ko naagpanchami ki hardik subhkamana..
Jay Tet
ReplyDeleteटी ई टी सँहर्ष मोर्चा ललितपुर की मीटिँग आज
कम्पनी गार्डन मेँ हुई । जिसमेँ आगे
की रणनीती पर विचार किया गया । जिसमेँ
तीसरी तारीख पर इलाहाबाद मेँ ग्यापन तथा 10
सितम्बर मेँ आन्दोलन के बारेँ मेँ बताया गया ।
News paper Dainik Jagran ke anusar
ReplyDeleteटीईटी का परिणाम 15 के बाद जागरण ब्यूरो, राज्य शैक्षिक
पात्रता परीक्षा-2013 (टीईटी) के परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे
युवाओं को अभी और इंतजार करनापड़ेगा। पूरी कोशिश के बावजूद
शनिवार को इस परीक्षा का रिजल्ट घोषित नहीं किया जा सका।
विभागीय सूत्रों के अनुसार रिजल्ट तैयार करने का काम लगभग
अंतिम चरण में है। इसमें तीन-चार दिन और लगने की संभावना है।
टीईटी परीक्षा संपन्न कराने का काम प्रदेश में इस बार
परीक्षानियामक प्राधिकारी कार्यालय के हवाले है। इससे पहले
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इसकी जिम्मेदारी संभाली थी लेकिन
परीक्षा को लेकर तमाम शिकायतें सामनेआई थीं। इसे देखते हुए
परीक्षा नियामकप्राधिकारी कार्यालय फूंक-फूंककर कदम रख
रहा है। इससे पहले यह तय किया गया था कि 31 जुलाई तक
परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। आपत्तियों के निस्तारण में
ही काफी समय लग गया। 31 जुलाई के बाद दस अगस्त को रिजल्ट
घोषित किए जाने की सोची गई लेकिन ऐसा भी न हो सका।
रजिस्ट्रार विभागीय परीक्षाएं, नवल किशोर के अनुसार इस
परीक्षा में शामिल होने वालों की संख्या काफी है और रिजल्ट कई
वर्गों में तैयार करना है। आरक्षण का ध्यान भी रखा जाना है।
आरक्षण की कैटेगरी में भूतपूर्व सैनिक, स्वतंत्रता संग्राम
सेनानीऔर विकलांग भी है। इसलिए भी विलंब लग रहा है। उनके
अनुसार पंद्रह अगस्त के बाद टीईटी का रिजल्ट आने
की संभावना है। इस परीक्षा में इस बार साढ़े सात लाख से अधिक
परीक्षार्थी शामिल हुए हैं।अधिक परीक्षार्थियों और कई
कैटेगरी होने के कारण हुआ विलंब
Shalabh Tiwari > Uptet Sangharsh
ReplyDeleteMorcha Se Prathmik TET Shikshak
Sangh
टण्डन द्वारा उस्मानी कमेटी की रिपोर्ट पर
सरकार को निर्णय लेने का आदेश देने से पूर्व
हम लखनऊ में किस मांग को लेकर आंदोलन कर
रहे थे ,,?जहाँ तक मैं समझता हूँ कि उस वक्त
तक हम सरकार पर इस बात के लिए दबाव बनाने
का प्रयास कर रहे थे कि वो कपिलदेव यादव
की याचिका में उठाये गये मुद्दे ,यानी कि सचिव
द्वारा सभी जिलों के बी.एस.ए. की ओर से
जारी विज्ञप्ति की वैधता,से उत्पन्न
समस्या का निदान करके
हमारी भर्ती प्रक्रिया पूर्व विज्ञापन
की शर्तों से शुरू करे,,,अब सवाल यह है कि अगर
सरकार उस वक्त ही ऐसा करने के लिए सहमत
हो जाती तो उसे करना क्या होता ?मेरे ख्याल से
तो सरकार 30-11-11 के विज्ञापन की इस
तकनीकी कमी के आधार पर उसे रद्द करती और
या तो पहले के सामान केंद्रीयकृत एक
दूसरी विज्ञप्ति निकलती जिसे निकालने
का प्राधिकार कैबिनेट द्वारा सचिव को दिया
जाता(इस बार बी.टी.सी. में
इसी प्रक्रिया का पालन करके केंद्रीयकृत
विज्ञापन आया है) ,,या फिर नए विज्ञापन
की भांति सभी जिलों से अलग-अलग
विज्ञप्ति निकालती और एक
अधिसूचना द्वारा उसपर पूर्व विज्ञापन के
फ़ार्म आरोपित कर देती,,,,,
अगर यह सही है तो वही स्थिति आज भी है ,,हम
आज भी वर्लिंगटन चौराहे पर खड़े हैं ,,,, बस
फर्क इतना है कि अन एकैडमिक वाले
भी अपनी दो-तीन सौ की मामूली संख्या के साथ
पड़ोस के किसी नुक्कड़ पर लूटे-पिटे और भयभीत
खड़े हैं तथा मीडिया द्वारा खिलाई टेट में
हुयी फर्जी धांधली और पात्रता नामक अफीम के
नशे से मुक्त होने के बाद तीस -तीस हजार के
कर्जे में आ चुके हैं,,,,, हमारा विज्ञापन सरकार
द्वारा रद्द किया जा चुका है,उसकी फीस वापस
हो चुकी है और नया विज्ञापन कोर्ट द्वारा स्टे
किया जा चुका है,,फीस जमा है ,,,, लेकिन
इसी दौरान टण्डन और हरकौली साहब दोनों के
ही कोर्टों द्वारा यह भी निश्चित
किया जा चुका है कि नए विज्ञापन के पद पूर्व
विज्ञापन की ह्त्या करके लुटे हुए हैं इसलिए
उनपर अगर नियुक्ति होगी तो वो पूर्व विज्ञापन
की शर्तों के अनुसार ही होगी ,,जाहिर है
कि आज हम एकैडमिक वालों की अपेक्षा हम बहुत
ही ज्यादा फायदे में हैं ,,,
मैंने ऊपर जो कुछ भी लिखा है अगर वो सही है
तो अभी हमें पूर्व विज्ञापन की शर्तों के अनुसार
एक और विज्ञप्ति चाहिए होगी ,,इसके
दो ही तरीके हैं,,या तो सरकार कोर्ट के दबाव में
सहमति दे दे या फिर हम उसपर इतना दबाव डालें
कि उसके पास सहमति के सिवाय देने के लिए
और कुछ बचे ही ना ,,,,, कुछ
भर्ती समर्थकों को अभी भी यह उम्मीद है
कि कोर्ट दोनों विज्ञापनों के फार्मों को मिलाकर
एक तीसरी चयन प्रक्रिया तैयार कर
सकती है ,,ऐसा सोचने वालों को गलतफहमी में
जीने का निरपेक्ष अधिकार है ,,,
अगर सचिव द्वारा जारी 30-11-11 के
विज्ञापन से ही हमारी नियुक्ति संभव है तो हम
हरकौली साहब के कोर्ट में ही मुकदमा जीत चुके
हैं जब उन्होंने हमारा केस वृहद पीठ भेजते हुए
लिखा था कि अगर नॉन टेट वाले एलाऊ हो गये
तो टेट मेरिट बन ही नहीं सकती ,,बस
महापात्रा साहब द्वारा औपचारिक घोषणा शेष
है ,,,,
अगर टेट मेरिट से चयन के लिए हमें एक
नया विज्ञापन चाहिए ही तो उसके लिए सरकार
द्वारा पहल करना जरूरी है ,,,कोर्ट के पास
अभी जूनियर के विज्ञापन का इन्तजार करने क
विकल्प है क्योंकि जल्दबाजी में पूर्व विज्ञापन
की बहाली और नए को रद्द करने
का दिया गया निर्णय हमारी भर्ती इतनी मुश्किल
कर देगा कि हमें बसपा की सरकार आने
का इन्तजार करना पड़े,,,इलाहाबाद में होने
वाली मीटिंग से पूर्व इस बारे में विधिक
स्थिति स्पष्ट करना इसलिए ज्यादा जरूरी है
कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा जल्द
फैसले ना दे सकने की मजबूरी से अनजान
साथी परेशान सुनवाई ना होने से परेशान होकर
सर्वोच्च न्यायालय में अपनी मेहनत की कमाई
जाया करने से बच सकें और यह भी निश्चित कर
सकें कि अगर आंदोलन करना ही पड़ा तो हमें
किससे क्या माँगना है ,,सरकार से या कोर्ट से?
किसी भी आंदोलन की रणनीति बनाने से पहले
उसके उद्देश्य स्पष्ट होने चाहिए,,,,,
मैं चाहूँगा कि हमारे इलाहाबाद के साथी राकेश
भाई और सदानंद मिश्रा जो कि दोनों ही वकील
भी हैं हमारे सीनियर काउंसिलों अशोक खरे और
शाशिनंदन सर के साथ-साथ शैलेन्द्र और सीमांत
से इस बारे में स्पष्ट बात करके भ्रम
की स्थिति को आधिकारिक रूप से दूर करें ,,,
मेरी लंबी पोस्ट से ज्यादा उनकी लिखी बात
आधिकारिक होगी क्योंकि ये लोग वकीलों के
सीधे संपर्क में हैं ,,,उम्मीद है कि इस पोस्ट पर
मौन व्रत तोड़ दिया जाएगा ,,,,,
ReplyDeleteDoston हरदोई के टीईटी मेरिट chahne वाले
Seron ने punah एक विशाल आंदोलन की taiyari के
liye sangthit होना shuru kar diya hai.aaj jile के
compney baag me ek बैठक का aayojan
किया gaya.jisme adhyaksha अवनीश यादव ने
कहा की अब हमारे पास samay nahi hai . Hamen
ek baar punah apani शक्ति को ikattha करके
Poori ताकत से सरकार की galat neetiyon
का virodh करते hue शांति poorn आंदोलन karna
padega sath sath उच्च न्याय पालिका me apane
हक के liye bhi majbooti से खड़े rahna है.
जीत हमेशा सच की होती hai.jeetenge hum hi.
kyonki हम सच के sath hain.hum सरकार aur
अदालत से bheekh नही अपना हक माँग रहे हैं.
बैठक me हमारे sabhi टीईटी sathiyon ने apane
vichar rakhe aur sabhi ने जल्दी से जल्दी सरकार से
भरती prkriya me आ राही dikkaton को door करके
भरती prkriya shuru karwane का aavahan किया.
sath hi sath हमारे kuchh साथी hatash hokar UGR
rup me Najar आ रहे hain.sarkar को samajhna
chahiye हमारे sathiyon ने bachcho का भविष्य
banane ke liye prsikshan लिया है
ना की naksalwad से judne को.
ईश्वर Hame jald se jald हमारे schoolon me
pahunchaye देश के naunihalon ko ek behtar
bhavishya dene ke liye.inhi subhkamnaon के
sath ..
जय टीईटी मेरिट जय पुराने ऐड
jai tet merit jai old add
Kapildev Yadav > Teacher's Helpdesk
ReplyDeleteMERE PYAARE ACD SAATHIYON !
KAL MERII APNE VAKIIL AALOK YADAV JI SE BAAT HUYI TO WO APNE RUKH SE
PALAT GAYE AUR KAHNE LAGE KI RETROSPCTIV EFCT SE CHAYAN PRAKRIYA
BADLI NAHI JAA SAKTI YE STHAAPIT NIYAM HAI AUR MAIN ISKE VIRUDDH BOLKAR
APNII BEIJJATII NAHII KARA PAAUNGA. UNHONE YAH TARK DIYA KI MAAN LO TET
HONE SE PAHLE TET MERIT WAALA SANSHODHAN NA HUA HOTA AUR MAYAVATI
PAHLE HUYI BHARTIYON KI BHAANTI FLAT ACD SE BHARTI KA VIGYAPAN LAATI
TO KYA SP SARKAR AANE PAR USE YAH ADHIKAAR HO JAATA KI WAH UN POSTS
PAR TET MERIT K AADHAAR PAR BHARTI KAR SAKE.MERE PAAS TO IS SAVAAL
KAA KOI JAVAAB NAHI HAI,AGAR KISI AR SATHI K PAAS HO TO WO MUJHE
BATANE KAA KASHT KARE.
AB HAMARE SAAMNE EK BAHUT BADI SAMASYA AA GAYAI HAI KI HAM APNA
VAKIIL KISE KARE.MERA TO VICHAAR HAI KI TETUON K VAKIILO ME SE HI KISI KO
JYADA FEES DEKAR APNE LIYE LADNE KO TAIYAAR KAR LIYA JAAYE KYONKI YE
CASE USKA SAMJHAA HUA HOGA. IS KAAM KE LIYE KAM SE KAM PACHAAS
HAJAAR RUPYON KI JAROORAT PADEGI ISLIYE MAIN CHAAHTA HU KI RAADHE-
RAADHE APNI ALAG SE JAARI CHANDA VASOOLI BAND KARKE HAMARE SATH AA
JAYEN TO ACHCHA RAHEGA. AGAR DB OLD VIGYAPAN BAHAAL KAR DETI HAI AUR
HAMARA RADD KAR DETI HAI TO HAM FIRST PARTY KAISE BAN SAKTE HAIN YE
HAMARA VAKIIL HII BATA PAAYEGA .HAME TETUON KII TARAH SIRF FESBOOK PAR
BAK-BAK NAHII KARNI HAI BALKI VAKIIL SE BAAT KARNI CHAHIYE WARNA HAM
BARBAAD HO JAYENGE. SABSE BADI BAAT YAH HAI KI HAME AB SARKAAR K
SAHARE NAHI RAHNA CHAHIYE KYONKI SARKAR SIRF RAJNIITI KAR RAHI HAI USE
KISI KI BHARTI NAHI KARNI WARNA AB TAK WO SC JAAKAR STAY HATWAA
DETI.YE NETA KISI K SAGE NAHI HOTE HAIN ISLIYE HAME TETUON KII TARAH
APNA SANGATHAN MAJBOOT KARNA HOGA JISKA ADHYAKSH MAIN HI
BANOONGA.MUJHE APNE SIVAY KISI DOOSRE PAR BHAROSA NAHI HAI.
JAI ACD MERIT-JAI NEW AD
क्या आप जानते हैं कि..... देवाधिदेव
ReplyDeleteमहादेव के पाँच मुखों का क्या रहस्य
है......?????
पंचमुखी महादेव के दर्शन
काफी दुर्लभ है क्योंकि...
अधिकांशतः महादेव की शिवलिंग रूप
में ही पूजा की जाती है....!
परन्तु .... देवाधिदेव महादेव के
प्रतीकात्मक रूप से .......पाँच मुख हैं..
तथा,
दुर्वासा ऋषि द्वारा रचित .....शैवागम
शास्त्रों में इनकी विस्तृत
व्याख्या है.......!
दरअसल.... महादेव के ये पांचो मुख.....
हमारी प्रकृति के मूल पाँच तत्वों के
प्रतीक हैं...... यथा.... सद्योजात
(जल).....वामदेव (वायु)....... अघोर
(आकाश).....तत्पुरुष (अग्नि)..... एवं
ईशान (पृथ्वी) ....!
और... अब यह वैज्ञानिक रूप से
भी सिद्ध है कि.... प्रकृति इन्ही पांच
मूल तत्वों से मिलकर बनी है....!
साथ ही ध्यान देने योग्य बात यह है
कि..... व्यवहारिक रूप से योग
साधना करने वाले
सभी योगियों को पंचमुखी महादेव के
दर्शन....... गहन ध्यान में एक श्वेत
रंग के पंचमुखी नक्षत्र के रूप में होते
हैं..... जो , एक नीले आवरण से
घिरा होता है...... तथा, यह
नीला आवरण भी एक सुनहरे प्रकाश
पुंज से घिरा होता है.....|
इस तरह.... ध्यान साधना में
योगी पहले उस सुनहरे आवरण
को......फिर नीले प्रकाश को........फिर
उस श्वेत नक्षत्र का भेदन
करता है.....|
इस तरह ..... उसकी स्थिति....
कूटस्थ चैतन्य में हो जाती है|....
परन्तु, यह योगमार्ग की सबसे
बड़ी साधना है.....|
दरअसल....... यह हमारे पुरे
ब्रह्माण्ड में फैला अनंत विराट श्वेत
प्रकाश पुंज ही क्षीर सागर है......
जहां, भगवान नारायण निवास करते
हैं.....|
इन्ही श्वेत., नीले एवं सुनहरे प्रकाश
पुंजों को आप....... शिवजी के तीन नेत्र
कह सकते हैं....... जिसमे से .... सुनहरे
रंग के प्रकाशपुंज को..... प्रभु
महाकाल का तीसरा नेत्र कह सकते
हैं...... जो कभी कभार ही खुलता है और
बेहद विध्वंसक होता है...!
अगर मैं इसे आध्यात्म से इतर.......
शुद्ध वैज्ञानिक भाषा में बताऊँ
तो...... प्रभु महाकाल के तीसरे नेत्र
का सुनहरा रंग........ अंतरिक्ष में
तारा विस्फोट ( सुपरनोवा ) से
पैदा होने वाली सुनहरी प्रकाश पुंज
है..... जो किसी भी चीज
को जला डालने
की क्षमता रखती है..... तथा.....
लाखों प्रकाश वर्ष प्रति सेकेण्ड
की गति से आगे बढती है...!
यह हम हिन्दू सनातन धर्मियों के
लिए कितने गर्व और ख़ुशी की बात है
कि...... आज से लाखों साल पहले
ही ... हमारे ऋषि-मुनियों को .....
सुपरनोवा एवं
गामा किरणों तथा उसकी विध्वंसक
शक्तियों का सम्पूर्ण ज्ञान था....
और, उन्होंने देवाधिदेव महादेव के
त्रिनेत्र के माध्यम से
इसकी बिलकुल सटीक
व्याख्या की थी....!
परन्तु यदि ..... इसी बात को मैं
आध्यात्म के सहारे समझाने
का प्रयास करूँ तो.......
"ॐ तत् सत्" ही.......
तीनों रंगों का प्रतीक है............ जिसमे
से सुनहरा प्रकाश ॐ है...... क्योंकि,
यह वह स्पंदन है जिससे समस्त
सृष्टि बनी है....|
साथ ही..... नीला रंग....... 'तत्"
यानि कृष्ण-चैतन्य या परम-चैतन्य
है.......|
एवं..... 'सत्' श्वेत रंग स्वयं
परमात्मा का प्रतीक है....|
यहाँ तक कि...... हम हिन्दुओं के
इसी मान्यता को आधार
बनाकर........... ईसाई मत में भी ........
'Father', 'Son' and the 'Holy
Ghost' ..........इन तीन
शब्दों का प्रयोग
किया गया गया है......|
दरअसल ...... यह और कुछ
नहीं बल्कि........ यह 'ॐ तत्सत्'
का ही व्यवहारिक अनुवाद है.......|
जिसमे ........
Holy Ghost का अर्थ .......ॐ है,
Son का अर्थ है......... कृष्ण-चैतन्य,
और,
Father का अर्थ है .........स्वयं
परमात्मा.... अर्थात , देवाधिदेव
महादेव....!
सो..... देवाधिदेव महादेव के
पंचमुखी स्वरूप को ... शत-शत
नमन....!
जय महाकाल...!!!
Dosto nagpanchami ki shubhkaamnaye.
ReplyDeletetet or acd bhaio sy mera nivedan hai bevajah faltu
ki byan baji na de sirf paristityo ko samjhe or
apna view de sabse phele to mai ye khena
chaunga ki yaha bandaro ki tarah ladne sy koi
faida nahi hai or yaha acd acd ya tet tet chilane
sy koi faida nahi mai kuch topic par apne view
dena chata hu jo ki mere niji hai
1 kuch log tet me dandali khete h or acd merit ki
mang karte h
2 kuch log 31 march 2014 ko lekar paresan hai
3 kya kisi process ko bech me badala ja sakta h jo
ki puri ho chuki ho jab tak koi thos or bhut
majboot reason na ho usey badalne ka
4 kya govt ko dandali mili kya unhone court me
sabut pesh kiye ki unhone adhar kyu badala
5 kuch log tet ko patra pariksha mante hai
6 govt ko nirdesh diya gya tha vigapan me kuch
sansodhan kre or kisi ka hit parbhvit na ho jo ki
techinical kamiya thi
upar likht sabhi baat ko agar vistar sy samjha jaye
to mere hisab sy sabhi ky samajh me a jani
chaiye
1. jaise ki phele point ki baat karte hai jo log
khete hai ki tet me dandali hui thi to mitro aap
acd ki mang kyu kar rahe ho aap itne adarshwadi
ho to tet radd karne ki mang karo ya fir jo log
pakde gye h unhe blacklist karke bharti start
karne ki mang karo
kisi b exam ko jab radd kiya jata h jab uske20%
student nakal me samil ho or 20% lekin hamare
case me jo data govt bta rahi h wo 1% b nahi hai
2. bhut sy log 31 march ki deadline ko lekar
pareshan h dosto iske liye hume ladai ladni hogi
3. kisi b process ko bech me nahi badla ja sakta
jab tak thos or majboot reasona na ho example ky
taur par abhi police bharti ky decison liya ja sakta
hai
4. govt koi b thos sabut court me nahi pesh kar
payi hai jisy ki sabit ho tet me dandali hui hai
5. kuch log tet ko patra pariksha mante hai ncte
ki guideline me tet jaruri hone ky nate patra
pariksha to hai lekin chayan samiti tet ky marks
ky adhar pat bharti kar sakti hai or candidate
chahe to tet my marks improve b kar skte hai ye
guideline b ncte me h last year kv me tet ky
marks par bharti hui thi
6. govt ko nirdesh diya gya tha ki vigayapn me
techival khamiya dur kare jaise ki jaha prikshu
nahi lagay waha prikshu lagayee or vigayapn or
kapil dev yadav ki writ jisme vigayapan nikalne
sambandit adhikari me badlav sy tha na ki bhati
ke adhar ke badlav se tha
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश टी ई टी संघर्ष मोर्चा के
जिलाध्यक्षों और प्रतिनिधियों के नाम और मोबाईल
नंबर
1. Agra: Devesh Drivedi 8533930591
2. Aligarh: Praveen Saxena 9837081379
3. Allahabad: VIVEKANAND 8081934675
4. Ambedkar Nagar: Anil Verma & Surendra
Ameed 9838370345 & 9598873078
5. Auriya: Amit Mishra & Ajeet Rajpoot
9045028271 & 8439128408
6. Azamgrah: Azad Yadav & Umesh Verma
9616764406 & 9455574511
7. Badaun: Pawan Singh & Vishram Singh
9808819936 & 9027330015
8. Bagpat: Amit Diexit 9761468244
9. Bahraich: Ashwani Shukla & Rajesh Kumar Rao
8765108094 & 8090150279
10. Ballia: Digvijay Pathak & Pyush Chaturvedi
9918506419 & 7499075872
11. Balrampur:
12. Banda: Annu Dadr 9415556574
13. Barabanki: Jitendra Verma & Uma Shanker
Yadav 9369206268 & 9956291236
14. Bareilly: Rajesh Pratap Singh & Vikash Kumar
9720963143 & 9027373924
15. Basti: Vivek Pratap Singh & Niten Shukla
9918015656 & 9453058000
16. Bijnor:
17. Bulandshahr: Haryendra Singh 9837512398
18. Chandauli:
19. Chitrakoot:
20. Deoria: Anurag Mall 94 50 565575
Gaurishankar Pathak 8736 994 193
21. Etah: Etah: Mayank Tiwari 9219297122 Tapesh
Kumar 9410878767 & 8534950711
22. Etawah: Sunil Yadav 8393850585
23. Faizabad: Anil Maurya 7800329408
24. Furrukhabad: Rakesh Bajpai & Surendra
Rajpoot 8052158215 & 9450005857
25. Fatehpur: Rajendra Chaudhary & Anil Yadav:
9236522531 & 9795990726
26. Firozabad: Dharamveer Bharti 9259705968
27. Gautambudh Nagar:
28. Ghaziabad: Shiv Kumar & Nitan Mehata
9368735257 & 9639885609
29. Ghazipur: Sanjay & V.K. Yadav 9839889419 &
8400924785
30. Gonda: Sudhanshu Rai & Mahesh Arya
9582191640 & 9454178529
31. Gorakhpur: Naveen Shrivastava & Ashutosh
Mishra 8543046035 & 8115000914
32. Hamirpur: Anurag Tiwari 09838630043
33. Hardoi: Abneesh Yadav & Devesh Singh
9721612971 & 9453898315
34. Jalaun: Laxmikant Pathak & Saurabh
9452023375 & 9125338157
35. Jaunpur: Ajeet Yadav & Avanish 8090252162 &
8564051250
ReplyDelete37. Jyotiba Phule Nagar: Saurabh Saxana
8445572244
38. Kannauj:
39. Kanpur Dehat: Sachin Yadav 9455878898
40. Kanpur Nagar: Ratnesh Pal 8543858776, Vijay
Singh Tomar 9450156766 & Sameer Dixit
9807025568
41. Kaushambi: Ram ujan Tiwari 9838289683
42. Kushinagar: Akhilesh Kumar Mishra & Mobin
Siddiqui 9721650022 & 9648631691
43. Lakhimpur Kheri: Devesh Trivedi 9839940748
44. Lalitpur: Ajay Sisodiya 8765568568 Neelesh
Purohit 9453139536 & 8382036231
45. Lucknow: Nirbhai Singh & Bhupendra Rai &
Ganesh Dixit 7499088470 & 5415783018 &
9369222535
46. Mahamaya Nagar: Abhishek Kaushik
9837451036
47. Maharajganj: Mahendra Kumar Verma & Ram
Kumar Patel 8874191926 & 8858917797
48. Mohaba: Deepak Kaushal & Akhilesh Shahu
9451934220 & 8090173692
49. Mainpuri: Jitendra Singh & T.N. Mishra
9410807267 & 9456608217
50. Mathura:
51. Mau: Ranbir Singh 9532000478
52. Meerut: Gaurab Yadav & Sunder Ji
9358380100 & 9759737376
53. Mirzapur: Rahul Gupta & Kushal Singh
9307303046 & 9451573287
54. Moradabad: Shahjaad bhai 9410613631
55. Muzaffar Nagar: BALKESH CHOUDHARY-84103
09467 MANOJ KUMAR 9997100617 FARRUKH
HASAN-9808018484
56. Pilibhit: Sudhanshu Mishra 9058234823
57. Pratapgarh: Vivek Singh 9451126240 Vinod
Tiwari 9026814494
58. Rae Bareli: Karendra Mishra & Sishnu Kumar
7309785655 & 8115724828
59. Rampur: Gurpal Singh & Umesh Kumar
9758869752 & 9897373536
60. Saharanpur: Sanjay & Manoj Kumar Gupta
9758839709 & 9548938754
61. Sant Kabir Nagar: Ajay Pandey & Abhishek Ji
8738069495
62. Sant Ravidash Nagar (Bhadohi): Devendar Rai
7275614363 and Abhisek Srivastav 9721008860
63. Shahjahanpur: Satish Singh & Manoj Sharma
9532909434 & 9044144623
64. Shravasti: Ugrashen Verma & Pradeep Verma
9984555954 & 9452125452
65. Siddharth Nagar: Rajneesh Srivastava
7275424545
66. Sitapur: Sarvesh Josh & Anup Sharma
9889174114 & 9415860930
67. Sonbhadra: Santosh Verma 8858598585
68. Sultanpur: Rakesh Kumar Agrahari &
S.K.Pathak 9005066060 & 9415023170
69. Unnao: Atul Tiwari & Amit Tripathi 9451360651
& 9936006023
70. Varanasi: Manoj K. Singh “Mayank”
71. Pravudh Nagar: Devendra Singh (Living in
Delhi) & Aftab & Akhilesh Chaudhary 9560705898
& 9758025827 & 9927737442
72. Panchsheel Nagar: Kushvee Singh & Vishesh
Sharma 9457287549& 9634502507
mera tgt ka registration no. sahit pura detail nahi so kar raha hai jisase mera pravesh patr nahi download ho par raha hai koi upay bataeye
ReplyDeleteएक भारतीय ने अमेरिकन स्कूल में
ReplyDeleteदाखिला लिया,स्कूल
का पहला दिन था ।
अध्यापिका बच्चों से सवाल कर रही थी
अध्यापिकाः आईये अमेरिका के इतिहास पर नजर
डालकर
पढ़ाई शुरु करते हैं।
बताओ किसने कहा था - 'मुझे आजादी दो या मौत दे दे'
पूरी क्लास खामोश..भारतीय बोला - पेट्रिक
हैनरी ने ,1775 में ।
अध्यापिकाः बहुत अच्छे, अब बताओ ये वाक्य
किसका है,
'धरती से जनता के लिए, जनता द्वारा,
जनता की सरकार नहीं समाप्त होनी चाहिए'
पूरा क्लॉस खामोश.. भारतीय - अब्राहम लिंकन
ने1863 में ।
अध्यापिकाः शर्म करो एक इंडियन को हमारे देश
(अमेरिका) का इतिहास ज्यादा पता है.
इस पर एक अमेरिकन स्टूडेंट पीछे से
चिल्लाया 'इंडियंस को मारो'
अध्यापिका (गुस्से में)- ये किसनेकहा
भारतीय - जनरल क्लस्टर ने 1862 में ।
दूसरा अमेरिकी बच्चा चिढ़कर बोला -'मैं उल्टी कर
दूंगा'
अध्यापिका (झल्लाते हुए)- अब ये किसने कहा
भारतीय - जार्ज बुश ने जापानी प्रधानमंत्री से 1991में ।
अब पूरी क्लास झल्लाने लगी,
तीसरेअमेरिकी स्टूडेंट 'ओह्ह, सक दिस'
अध्यापिका चिल्लाई - किसने कहा ??
भारतीय : बिल क्लिंटन टू मोनिका लेविंस्की, 1997 ।
पूरी क्लास का दिमाग खराब हो गया,
किसी ने चिल्लाते हुए कहा, 'अगर अब तुमने एक
शब्द भी बोला तो मैं तुम्हारी जान ले लूंगा'
भारतीय पूरे जोश के साथ चिल्लायाः माईकल जैक्सन
ने अपने खिलाफ गवाही दे रहे बच्चे से, 2004 में ।
भारतीय के इस जवाब पर अध्यापिका बेहोश हो गई,
सारे बच्चे उसके चारों और इकट्ठा हो गए. किसी एक
ने कहा, 'ओह्ह शिट, हम बुरी तरह फंस गए हैं'
भारतीय ने मुस्कुराते हुए कहा – ये वाला जार्ज बुश ने
कहा था इराक युद्ध के दौरान, 2007 मे ।
ReplyDeleteबेरोजगार बोले, सरकार की नीयत खोटी
टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष मोर्चा की बैठक
•
अमर उजाला ब्यूरो
बस्ती। शिवहर्ष किसान पीजी कालेज परिसर में
रविवार को टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष
मोर्चा की बैठक हुई। वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश
सरकार की नीयत में खोट है।
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में सौतेला व्यवहार
हो रहा है।
मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने
कहा कि टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों के
प्रति सरकार संवेदनशील नहीं है। 72825
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया लटकी हुई है।
कहा कि 10 सितंबर को लखनऊ में जोरदार प्रदर्शन
कर विरोध जताया जाएगा। विनय पांडेय ने
कहा कि प्रदेश सरकार को युवकों के भविष्य
की रत्ती भर चिंता नहीं है। राजेश पांडेय ने विचार
व्यक्त किया।
इस मौके पर विद्यासागर चौधरी, उमाशंकर
अग्रहरि, बलराम यादव, अरविंद कुमार चौधरी,
इकबाल, राजेश कुमार यादव, उमेश चंद्र
श्रीवास्तव, श्याम कुमार मौर्य, रवींद्र कुमार
मौर्य, धर्मेंद्र चौधरी, विवेक पांडेय, शेषमणि,
श्यामलाल मौजूद रहे।
ReplyDeleteभूख हड़ताल पर टीइटी उत्तीर्ण
अभ्यर्थी
भूख हड़ताल पर टीइटी उत्तीर्ण
अभ्यर्थी झींझक, अंप्र : परिषदीय
विद्यालयों में तैनाती किए जाने में
देरी से खफा टीईटी उत्तीर्ण
अभ्यर्थियोंने धरना-प्रदर्शन कर
रोष जताया। साथ ही भूख हड़ताल पर
बैठे तीन अभ्यर्थियों का कहना है कि मांग पूरी न
होने तक आंदोलन
जारी रहेगा।
रविवार को झींझक में नीमझाल के
सामने टीईटी बेरोजगार संघ के
आह्वान पर धरना शुरू करदिया। धरने
पर बैठे अभ्यर्थियों ने कहा कि उन्हें अभी तक
प्राथमिक
विद्यालयों में शिक्षक के पद पर
तैनाती नहीं मिली है। इस दौरान
उन्होंने प्रदेश सरकार
विरोधी जमकर नारेबाजी करते हुए
कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी तबतक
धरना व भूख
हड़ताल जारी रहेगी। संघ के अध्यक्ष
देवेंद्र यादव, प्रदीप यादव व
प्रभाकांत राजपूत ने भूख हड़ताल
परशुरू करने का ऐलान किया।
धरने में
चंद्र प्रकाश अग्निहोत्री, दिनेश शर्मा, अमित
सिंह, मनोज राजपूत,
मनीष गुप्ता समेत करीब दो दर्जन
अभ्यर्थी मौजूद रहे।
बदली जायेगी प्रशिक्षु शिक्षकोँ की भर्ती प्रक्र 72825 पदोँ पर नियुक्ति के लिए देनी होगी लिखित परीक्षा ब्यूरो रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश शासन के लिये 72825 शिक्षकोँ के भर्ती की राह बहुत मुश्किल हो गई है। मामला पिछले सरकार के समय से ही न्यायालय मेँ अटका पड़ा है जिसका परिणाम पिछले दिनोँ राजधानी की सड़क देखने को मिला था। अतः मामले को सुलझाने के लिये विभाग ने नई कवायद शुरू कर दी है। बीते सप्ताह अभ्यर्थियोँ का एक प्रतिनिधि मंडल बेसिक शिक्षा मंत्री से मिला जिसकी सिफारिश पर न्याय विभाग से विचार विमर्श करने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग से प्रशिक्षु पदोँ पर नियुक्ति हेतु परीक्षा कराने का प्रस्ताव माँगा गया है। प्रस्ताव मिलने के बाद नियमावली मेँ संशोधन किया जायेगा। इस आशय का हलफनामा उच्च न्यायालय मेँ मामले की सुनवाई कर रही डीवीजन बेँच मेँ पेश कर संशोधन की अनुमति प्राप्त कर ली जायेगी। अनुमति मिलने पर नियमावली संशोधित कर बदली गयी प्रक्रिया को आवेदनोँ पर आरोपित कर दिया जायेगा इस प्रकार अभ्यर्थियोँ को पुनः आवेद नहीँ करना पड़ेगा तथा नि हो जायेगा।
ReplyDeleteab lo madar chodo tetuo ab bhasadi walo aao maidan me ab pata chalega acd wale bhi taiyar hoke paper denge tab gaand fadawa lena
ReplyDeleteAli khan ji i hv got 111 in tet and my acd is 63,89 so neither i am tet supporter nor acd supporter.
ReplyDeleteI want to request u dat ham sabhi logo ko milkar 10 sep se aamran anshan pe baithna chahiye jab tak gov court me surrender na kar de............pl reply
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ReplyDeleteveer singh ji very good
apna haq pane ke liye ghar me baithne se achha use lad kar prapt karna hai
mere dristikon se aap jaise sathi hi 10 sep ke aandolan ki jaan honge.
Rahul kumar savita mujhe to lagata hai ki teri exam se pahle hi fat gayi piche dekh yar khoon bah raha hoga
ReplyDeleteRahul kumar savita mujhe to lagata hai ki teri exam se pahle hi fat gayi piche dekh yar khoon bah raha hoga
ReplyDeleteHello bhai I m tet supporter merit not acd supporter mujhe abhi abhi malum hua hai ki Rahul kumar savita galat I'd banakar ham sub ki ma bahin kar raha hai yah BCA ka student hai na ki tet passed bharti supporter eski bato ko dhyan na de ye Bharti hone ki baat kyou karega sirf gaali dega iske khilaf FIR kar do
ReplyDeleteFirst off all the need of the situation is to get unite wheather u r tet supporter or acd supporter and get together as a bharti supporter coz unity is strength.......jab tak hum aapas me ladte rahenge govt advantege leti rahegi aur bharti nahi hone degi
ReplyDeleteUnity is required very soon otherwise it will be to late.......govt angrejo ke neeti apna rahi hai foot dalo aur raj karo....
ReplyDeleteso aap sabse vinrma nivedan hai ki jald se jald ek ho jaye plz its a request
maro salo
ReplyDeleteaap ne apna tet % to de diya lakin accd % nahi diya usko accd % bhi dijiye aur tet ka Rol no bhi.
DeleteTet
ReplyDeletemerit se bharti hogi acd se nahi jeet hamari hogi Har Har Mahadev
ReplyDeleteब्रहद पीठ के इन शब्दों की अनदेखी करके जूनियर की भर्ती नही की जा सकती यदि सरकार ने ऐसा प्रयास किया तो एक बार फिर मुँह की खानी पड़ सकती है Our court is fully aware of the huge problem . Consequently a teacher eligibility test no longer remains a mere eligibility test but becomes the most essential qualification to be possessed for being appointed as a teacher.Problems that are being faced in this branch of elementary education with the influx of temporary methods of providing instruction through teachers like Shiksha Mitra and Preraks. In this background, the emphasis of quality teachers attains more importance
ReplyDeletebrothers ,ye bhram apne mind se hata de ki old advertisement ka samast b s a (sachiv) dwra jari kiya jana galat tha .yadi aisa hota to hon single bench jinhone old advertisement ko promote na karne ka reason trainee teacher cadet ka na hona bataya hai aisa na batate .aur d b is bat ko apne pehle hi order mai kaha hai ki agar tet merit se candidates ka chayan training ke liye hota aur trainee teacher na kehlaye jate ,training ke bad agar dubara unka chayan tet merit se sahayak adhyapak ke liye hota tab bhi wahi result milta jo ki new adv se prapt ho raha hai .d b namkaran ke mahatva ko nakar chuka hai .samast bsa(sachiv) dwra vigyapti jari hone ko na to single bench ne galat mana nahi double bench ne .old advertisement mai ek takniki kami 2dec 2011 notification tha jiske tahat v btc candidates par punah prashikshan ke liye badhya kiya ja raha tha .justice tondon ke pass shiv prakas kushawa ki bhi yachika thi .ab aise candidates ko dubara training se alag karne ke liye 2dec 2011 ka notification ka cancel hona jaruri tha .2dec ke notification par bhi old adv ke terms and conditions lag rahe the jabki v btc ke pad purwa ke the .ab koi adv anshik roop se cancel to kiya nahi ja sakta isliye 2nd dec ke adv ke sath sath 30th nov wa 20dec ka bhi adv cancel kiya gaya .2dec 2011 ko wali problem ab door ho gayi hai wei candidates job pa chuke hai .khali gunak chayan ka shor machaya gaya ye wo candidates the jinka chayan 2007&2008 ke adv mai pehle ho chuka tha .ab 30th nov 2011 ke adv mai kewal untrained b ed hi bache hai .raha delay ka reason to shayad court yeh chahti hai ki govt khud surrender kare otherwise court order ke bad to surrender karna hi padega .bharti old adv se hi hogi .just wait for reinstation .
टण्डन द्वारा उस्मानी कमेटी की रिपोर्ट पर सरकार को निर्णय लेने का आदेश देने से पूर्व हम लखनऊ में किस मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे ,,?जहाँ तक मैं समझता हूँ कि उस वक्त तक हम सरकार पर इस बात के लिए दबाव बनाने का प्रयास कर रहे थे कि वो कपिलदेव यादव की याचिका में उठाये गये मुद्दे ,यानी कि सचिव द्वारा सभी जिलों के बी.एस.ए. की ओर से जारी विज्ञप्ति की वैधता,से उत्पन्न समस्या का निदान करके हमारी भर्ती प्रक्रिया पूर्व विज्ञापन की शर्तों से शुरू करे,,,अब सवाल यह है कि अगर सरकार उस वक्त ही ऐसा करने के लिए सहमत हो जाती तो उसे करना क्या होता ?मेरे ख्याल से तो सरकार 30-11-11 के विज्ञापन की इस तकनीकी कमी के आधार पर उसे रद्द करती और या तो पहले के सामान केंद्रीयकृत एक दूसरी विज्ञप्ति निकलती जिसे निकालने का प्राधिकार कैबिनेट द्वारा सचिव को दिया जाता(इस बार बी.टी.सी. में इसी प्रक्रिया का पालन करके केंद्रीयकृत विज्ञापन आया है) ,,या फिर नए विज्ञापन की भांति सभी जिलों से अलग-अलग विज्ञप्ति निकालती और एक अधिसूचना द्वारा उसपर पूर्व विज्ञापन के फ़ार्म आरोपित कर देती,,,,,
ReplyDeleteअगर यह सही है तो वही स्थिति आज भी है ,,हम आज भी वर्लिंगटन चौराहे पर खड़े हैं ,,,, बस फर्क इतना है कि अन एकैडमिक वाले भी अपनी दो-तीन सौ की मामूली संख्या के साथ पड़ोस के किसी नुक्कड़ पर लूटे-पिटे और भयभीत खड़े हैं तथा मीडिया द्वारा खिलाई टेट में हुयी फर्जी धांधली और पात्रता नामक अफीम के नशे से मुक्त होने के बाद तीस -तीस हजार के कर्जे में आ चुके हैं,,,,, हमारा विज्ञापन सरकार द्वारा रद्द किया जा चुका है,उसकी फीस वापस हो चुकी है और नया विज्ञापन कोर्ट द्वारा स्टे किया जा चुका है,,फीस जमा है ,,,, लेकिन इसी दौरान टण्डन और हरकौली साहब दोनों के ही कोर्टों द्वारा यह भी निश्चित किया जा चुका है कि नए विज्ञापन के पद पूर्व विज्ञापन की ह्त्या करके लुटे हुए हैं इसलिए उनपर अगर नियुक्ति होगी तो वो पूर्व विज्ञापन की शर्तों के अनुसार ही होगी ,,जाहिर है कि आज हम एकैडमिक वालों की अपेक्षा हम बहुत ही ज्यादा फायदे में हैं ,,,
मैंने ऊपर जो कुछ भी लिखा है अगर वो सही है तो अभी हमें पूर्व विज्ञापन की शर्तों के अनुसार एक और विज्ञप्ति चाहिए होगी ,,इसके दो ही तरीके हैं,,या तो सरकार कोर्ट के दबाव में सहमति दे दे या फिर हम उसपर इतना दबाव डालें कि उसके पास सहमति के सिवाय देने के लिए और कुछ बचे ही ना ,,,,, कुछ भर्ती समर्थकों को अभी भी यह उम्मीद है कि कोर्ट दोनों विज्ञापनों के फार्मों को मिलाकर एक तीसरी चयन प्रक्रिया तैयार कर सकती है ,,ऐसा सोचने वालों को गलतफहमी में जीने का निरपेक्ष अधिकार है ,,,
ReplyDeleteअगर सचिव द्वारा जारी 30-11-11 के विज्ञापन से ही हमारी नियुक्ति संभव है तो हम हरकौली साहब के कोर्ट में ही मुकदमा जीत चुके हैं जब उन्होंने हमारा केस वृहद पीठ भेजते हुए लिखा था कि अगर नॉन टेट वाले एलाऊ हो गये तो टेट मेरिट बन ही नहीं सकती ,,बस महापात्रा साहब द्वारा औपचारिक घोषणा शेष है ,,,,
ReplyDeleteअगर टेट मेरिट से चयन के लिए हमें एक नया विज्ञापन चाहिए ही तो उसके लिए सरकार द्वारा पहल करना जरूरी है ,,,कोर्ट के पास अभी जूनियर के विज्ञापन का इन्तजार करने क विकल्प है क्योंकि जल्दबाजी में पूर्व विज्ञापन की बहाली और नए को रद्द करने का दिया गया निर्णय हमारी भर्ती इतनी मुश्किल कर देगा कि हमें बसपा की सरकार आने का इन्तजार करना पड़े,,,इलाहाबाद में होने वाली मीटिंग से पूर्व इस बारे में विधिक स्थिति स्पष्ट करना इसलिए ज्यादा जरूरी है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा जल्द फैसले ना दे सकने की मजबूरी से अनजान साथी परेशान सुनवाई ना होने से परेशान होकर सर्वोच्च न्यायालय में अपनी मेहनत की कमाई जाया करने से बच सकें और यह भी निश्चित कर सकें कि अगर आंदोलन करना ही पड़ा तो हमें किससे क्या माँगना है ,,सरकार से या कोर्ट से?किसी भी आंदोलन की रणनीति बनाने से पहले उसके उद्देश्य स्पष्ट होने चाहिए,,,,,
ReplyDeleteकोर्ट नियम और कानून के दायरे मे रहकर ही फैसला देता आया है और आगे भी यही उम्मीद करना बेहतर विकल्प है । हमारी भावनाओं का कोर्ट मे कोई महत्व न कल था और न कल होगा । कोर्ट चाहकर भी गलत को सही नही ठहरा सकता । जो कमी हमारे विज्ञापन मे कल थी वह आज भी है उसे कोर्ट नही सरकार ही दूर कर सकती है । कोर्ट सरकार के गलत कदम को रोक कर उसे सही रास्ता चुनने का संदेश दे चुकी है । उम्मीद है आने वाली सुनवाई सरकार को समस्या निवारण हेतु उचित कदम उठाने का आदेश भी देगी
ReplyDelete
ReplyDeleteमित्रो कई विदेशी कंपनियाँ हमारे देश की माताओ ,बहनो को गर्भ निरोधक उपाय बेचती हैं !(Contraceptive)
कुछ तो गोलियों (pills) के रूप मे बेचे जाते हैं ! और इसके इलवा इनके अलग अलग नाम हैं !
जैसे norplant,depo provera, I pill है एक E pill है ! ऐसे करके कुछ और अलग अलग नामो से हमारे देश की माताओ ,बहनो को ये Contraceptive बेचे जाते है !
और आपको ये जानकर बहुत दुख होगा जिन देशो की ये कंपनियाँ है ! ये सब वो अपने देश की माताओं बहनो को नहीं बेचती है ! लेकिन भारत मे लाकर बेच रही हैं !
जैसे ये depo provera नाम की तकनीक इनहोने विकसित की है गर्भ निरोधन के लिए !! ये अमेरिका की एक कंपनी ने विकसित किया है कंपनी का नाम है आबजोन ! इस कंपनी को अमेरिका सरकार ने ban किया हुआ है की ये depo provera नाम की तकनीक को अमेरिका मे नहीं बेच सकती ! तो कंपनी ने वहाँ नहीं बेचा ! और अब इसका उत्पादन कर भारत ले आए और भारत सरकार से इनहोने agreement कर लिया और अब ये धड़ले ले भारत मे बेच रहे हैं !
ये injection के रूप मे भारत की माताओ बहनो को दिया जा रहा है और भारत के बड़े बड़े अस्पतालो के डाक्टर इस injection को माताओं बहनो को लगवा रहें है ! परिणाम क्या हो रहा है ! ये माताओ ,बहनो का जो महवारी का चक्र है इसको पूरा बिगाड़ देता है और उनके अंत उनके uterus मे cancer कर देता है ! और माताओ बहनो की मौत हो जाती है !
कई बार उन माताओं ,बहनो को पता ही नहीं चलता की वो किसी डाक्टर के पास गए थे और डाक्टर ने उनको बताया नहीं और depo provera का injection लगा दिया ! जिससे उनको cancer हो गया और उनकी मौत हो गई !! पता नहीं लाखो माताओ ,बहनो को ये लगा दिया गया और उनकी ये हालत हो गई !
इसी तरह इनहोने एक NET EN नाम की गर्भ निरोधन के लिए तकनीकी लायी है ! steroids के रूप मे ये माताओ बहनो को दे दिया जाता है या कभी injection के रूप मे भी दिया जाता है ! इससे उनको गर्भपात हो जाता है ! और उनके जो पीयूष ग्रंथी के हार्मोन्स है उनमे असंतुलन आ जाता है !! और वो बहुत परेशान होती है जिनको ये NET EN दिया जाता है !
इसकी तरह से RU 496 नाम की एक तकनीक उन्होने ने आई है फिर रूसल नाम की एक है ! फिर एक यू क ले फ नाम की एक है फिर एक norplant है ! फिर एक प्रजनन टीका उन्होने बनाया है सभी हमारी माताओ ,बहनो के लिए तकलीफ का कारण बनती है फिर उनमे ये बहुत बड़ी तकलीफ ये आती है ये जितने भी तरह गर्भ निरोधक उपाय माताओ बहनो को दिये जाते हैं ! उससे uterus की मांस पेशिया एक दम ढीली पड़ जाती है ! और अक्सर मासिक चक्र के दौरान कई मताए बहने बिहोश हो जाती है ! लेकिन उनको ये मालूम नहीं होता कि उनको ये contraceptive दिया गया जिसके कारण से ये हुआ है ! और इस तरह हजारो करोड़ रुपए की लूट हर साल विदेशी कंपनियो द्वारा ये contraceptive बेच कर की जाती हैं !
__________________________________
इसके इलवा अभी 3 -4 साल मे कंडोम का व्यपार विदेशी कंपनियो दावरा बहुत बढ़ गया है !! और इसका प्रचार होना चाहिए इसके लिए AIDS का बहाना है !AIDS का बहाना लेकर TV मे अखबारो मे मैगजीनो मे एक ही बात क विज्ञापन कर रहे है कि आप कुछ भी करो कंडोम का इस्तेमाल करो !
ये नहीं बताते कि आप अपने ऊपर सयम रखो ! ये नहीं बताते कि अपने पति और पत्नी के साथ वफादारी निभाओ !! वो बताते है कुछ भी करो अर्थात किसी की भी माँ , बहन बेटी के साथ करो ,बस कंडोम का इस्तेमाल करो !! और इसका परिणाम पात क्या हुआ है मात्र 15 साल मे इस देश मे 100 करोड़ कंडोम हर साल बिकने लगे हैं ! 15 साल पहले इनकी संख्या हजारो मे भी नहीं थी !
ReplyDeleteऔर इन कंपनियो का target ये है कि ये 100 करोड़ कंडोम एक साल नहीं एक दिन मे बिकने चाहिए !!
एड्स का हल्ला मचा कर बहुराष्ट्रीय कम्पनियों (साथ ही साथ देशी कम्पनियों ने भी) कण्डोम का बाजार खड़ा किया है और कई सौ करोड़ रूपये का सालाना मुनाफा पीट रही हैं। हालांकि एड्स खतरनाक बीमारी है और यौन संसर्ग के अलावा कई अन्य तरीकों से भी इसका प्रसार होता हे। जैसे इन्जेक्शन की सुई द्वारा, रक्त लेने से एवं पसीने के सम्पर्क द्वारा।
परन्तु बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की शह पर एड्स को रोकने के जिन तरीकों को ज्यादा प्रचारित किया जा रहा है उनमें हैं सुरक्षित सम्भोग और कण्डोम का प्रयोग। डाक्टर लार्ड ओ कलिंग्स के अनुसार एक बार के यौन सम्पर्क से 0.1-1 प्रतिशत ! सुई से 0.5-1 प्रतिशत, ! रक्त चढाए जाने से 0.9 प्रतिशत एड्स होने की सम्भावना रहती है। इस तरह संक्रमित व्यक्ति के साथ सम्भोग या सुई के इस्तेमाल और रक्त चढाने से एड्स होने की बराबर सम्भावनाएं रहती हैं। देश में यौन सम्बन्धों के लायक सिर्फ 30 % लोग ही हैं
जो अधिकतर अपने जीवन साथी के अलावा किसी अन्य से यौन सम्पर्क नहीं बनाते। दूसरी तरफ बच्चे से लेकर बूढे तक इन्जेक्शन की सुई का प्रयोग करते हैं अतः इस रास्ते एड्स फैलने की सम्भावनाएं बहुत अधिक हैं। इसके अलावा रक्तदान द्वारा इस बीमारी का होना लगभग तय है। और अभी भी हमारे देश में 50 प्रतिशत मामलों में रक्त बिना जांच के ही चढा दिये जाते हैं। भारत में विशेष स्थितियोें में उपर्युक्त दोनों तरीकों से एड्स प्रसार की ज्यादा सम्भावनाओं को नजर अंदाज कर यौन सम्पर्को को ही मुख्य जिम्मेदार मानना पश्चिम का प्रभाव और कण्डोम निर्माता कम्पनियों की पहुंच का ही परिणाम है। विलासी उपभोक्तावादी संस्कृति के इस दौर में कण्डोम संस्कृति और उस का प्रचार विवाहोतर यौन सम्बन्धों को बढ़ाकर इस बीमारी की जड को हरा ही बनायेंगे।
हमारे देश में लगभग 40 करोड़ रूपये का कण्डोम देशी कम्पनियाँ और इतना ही कण्डोम विदेशी कम्पनियाँ बेच रही हैं। विदेशी कण्डोमों के बारे में यह बात खास तौर से उल्लेखनीय है कि 1982 से ही सरकार ने इनके आयात पर से सीमा शुल्क समाप्त कर दिया था और उस फैसले के बाद ही देश का बाजार विदेशी कण्डोमों से भर गया। करीब 25-30 एजेन्सियाँ जापान, कोरिया, ताइवान, हांगकांग, थाइलैण्ड वगैरा से कण्डोम थोक के भाव मंगाती और बेचती हैं। करीब 20 देशी व 80 विदेशी ब्रांडो अर्थात 100 से ज्यादा ब्रांडो में 100 करोड़ से ज्यादा कण्डोम सालाना बिक रहे हैं।
”मुक्त यौन” की संस्कृति और उसे कण्डोम द्वारा सुरक्षा कवच पहना कर प्रचारित करने से युवाओं की उर्जा का प्रवाह किस दिशा में मोड दिया गया है यह अलग से एक बहुत ही गम्भीर सवाल है।
अंत सरकार और ये विदेशी कंपनिया AIDS रोकने से ज्यादा कंडोम की बिक्री बढ़ाना चाहती है !
इसके लिए देश के युवाओ को बहलाया-फुसलाया जा रहा है ! ताकि विवाह से पहले ही किसी भी लड़की के साथ संब्ध स्थापित करे ! और एक पत्नी से अधिक औरतों से संबंध बनाए !! जिससे समाज और परिवार खत्म हो जाये !
ताकि देश की सनातन संस्कृति को खत्म कर देश को जल्दी ही अमेरिका की कुत्ता संस्कृति मे मिलाया जाये ! कुत्ता संस्कृति से अभिप्राय सुबह किसी के साथ,दोपहर किसी के साथ, अगले दिन किसी के साथ !!
आपने पूरी post पढ़ी बहुत बहुत धन्यवाद !
अधिक जानकारी ले लिए यहाँ देखे !
https://www.youtube.com/watch?v=chl6QRAAKtU
Pagal ho gaya he kya.kuch bhi post kar deta deta he. Ye condoms na hote to population china se bhi zyada hota. Or tumhari property ke das hisse ho gaye hote. Sri ram mut ban yar. Kuch bhi post karta he yar.tere ko problem he mut laga condom.
Delete
ReplyDeleteRakesh Mani Tripathi > Fight for TET MERIT "
टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा "
Tet sathiyo
namaskar
abhi tk
1-Allahabad,
2-hardoi,
3-Lucknow,
4-unnao,
5-Kanpur,
6-Lakhimpur,
7-Deoria,
8-merrut,
9-bagapat,
10-barely,
11-varanasi,
12-pratapgadh,
13-lalitpur,
14-MAU,
15-mathura
to nind se jaag uthe hai aapka zila kb jaag raha
hai !!!
1O September ki ulti ginti suru ho chuki hai only
29 days bacha hai.
uth jayiye aur jo abhi tk kisi bhi karn ya bahane
se soye hai unhe jagayiye yadi hume se prtyek
2-2 aise niskriy logo ko jod saqa to ek bahut badi
uplabdhi hogi.
Jai Tet
ReplyDeleteRakesh Mani Tripathi > Fight for TET MERIT "
टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा "
Tet sathiyo
namaskar
abhi tk
1-Allahabad,
2-hardoi,
3-Lucknow,
4-unnao,
5-Kanpur,
6-Lakhimpur,
7-Deoria,
8-merrut,
9-bagapat,
10-barely,
11-varanasi,
12-pratapgadh,
13-lalitpur,
14-MAU,
15-mathura
to nind se jaag uthe hai aapka zila kb jaag raha
hai !!!
1O September ki ulti ginti suru ho chuki hai only
29 days bacha hai.
uth jayiye aur jo abhi tk kisi bhi karn ya bahane
se soye hai unhe jagayiye yadi hume se prtyek
2-2 aise niskriy logo ko jod saqa to ek bahut badi
uplabdhi hogi.
Jai Tet
ReplyDeleteBAGHPAT JILE ME 11 AUGUST 2013 KO KASBA
BARAUT KE PANCHMUKHI MANDIR ME TET
SANGHARSH MORCHE KI METTING JILA SDHYAKSH
ANIL KUMAR KE CHACHERE BHAI KI HATYA KE
KARAN UNAKI ANUPASTHITI ME AAYOJIT KI
GAI.JISAKO JILA UPADHYAKSH RAM MEHAR SINGH
MAAN NE SAMBODHAN SE PAHALE MRIT AATMA KI
SHANTI KE LIYE 2 MINUITS KA MAUN DHARAN KIYA
GAYA. TATPASHCHAT JULY ME PADANE WALI
COURT KI DATE KE VISHYA ME VISTAR SE CHARCHA
KI GAI.14 AUGUST KE BAD PADANE WALI DATE PAR
ALLAHABAD ME SAMBANDHIT ADHIKARIYO KO
GYAPAN SAUPANE KE LIYE ADHIK SE ADHIK
SANKHYA ME ALLAHABAD PAHUNCHNE KA
AAHAWAN KIYA GAYA. 10 SEPTEMBER KO HONE
WALE MAHA AANDOLAN KE VISHYA ME VISTAR SE
CHARCHA KI GAI AUR AANDOLAN ME ADHIK SE
ADHIK SANKHYA ME PAHUNCHANE KA SANKALP
LIYA.METTING ME LADAKO ME KAPHI JOSH DEKHA
GAYA.METTING KO ANYA JUJHARU AUR SAKRIYA
SADASYON VIRPAL MAAN, VIKAS
KUMAR,SURENDRA SINGH, JASAVIR SINGH NE BHI
APANE VICHAR RAKKHE.10 SEPTEMBER KO HONE
WALE AANDOLAN KO LEKAR POORE JOSH AUR
JUNUN KE SATH POORN SAHAMATI BANI
HAI.PRATYEK SADASYA NE APANI NAITIK
JIMMEDARI LETE HUYE ADHIK SE ADHIK SANKHYA
ME SATHIYO KO SANGHATHAN SE JODANE KA
POORA BHAROSA DILAYA.
METTING KE BAAD SABHI
SATHI BHAI ANIL KUMAR JI KE GANW ME GAYE
AUR UNAKO SANTWANA DI
ReplyDelete10 september ko 5000 tetians aaye ya 50000,
lucknow me saamuhik amaran anshan par sabhi
ek saath baithen aur ummed hai yah anshan
nirnayak hoga. Ugra pradarshan nahi hona
chahiye, ugra pradarshan fail hone me 2 ghante
bhi nahi lagte hain. Ugra pradarshan ki apeksha
aamaran-anshan ke safal hone ki ummeed bahut
jyada rahti hai.
ReplyDeleteटीईटी शिक्षक भर्ती पर सरकार नहीं दे
रही ध्यान दो वर्षों से मामला है लंबित
•अमर उजाला ब्यूरो
उन्नाव। प्रदेश सरकार
यूपी टीईटी अभ्यर्थियों पर ध्यान नहीं दे रही है।
इससे अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही है।
यदि अभ्यर्थियों के पक्ष में कोई उचित निर्णय न
लिया तो आगामी लोकसभा चुनाव में इसका परिणाम
देखने को मिलेगा।
निराला उद्यान में हो रही यूपी टीईटी संघर्ष
मोर्चा की बैठक में कानपुर के जिलाध्यक्ष रत्नेश
पाल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि दो वर्षों से
टीईटी शिक्षक भर्ती लंबित है। इस पर सरकार
कोई ध्यान नहीं दे रही है।
जिलाध्यक्ष अतुल ने कहा कि यदि सरकार ने
हमारी मांगे पूरी नहीं की तो लोकसभा चुनाव में
सूपड़ा साफ हो जाएगा।
बैठक में यादवेंद्र यादव, प्रदीप यादव, धर्मेंद्र
श्रीवास्तव, अंबरीश जायसवाल, अमित त्रिपाठी,
राकेश शुक्ला, प्रवीन, मनोज गुप्ता, आनंद, सहित
अन्य अभ्यर्थी मौजूद रहे।
ReplyDeleteटीईटी 2011 : 14 अगस्त की सुनवाई पर
टिकी निगाहें
लंबित 72,825 शिक्षकों की भर्ती का मामला
इलाहाबाद हाईकोर्ट में ‘आर्डर’ सेक्शन की सूची में
पहुंची सुनवाई
जागरण कार्यालय, बड़ौत : अध्यापक
पात्रता परीक्षा (टीईटी 2011) की मेरिट पर
आधारित परिषदीय विद्यालयों में लंबित सहायक
अध्यापक के रिक्त 72,825 पदों की भर्ती पर
सुनवाई अंतिम चरण में है। आगामी 14 अगस्त
को इलाहाबाद हाईकोर्ट में डबल बेंच में
होनी वाली सुनवाई पर हजारों अभ्यर्थियों की नजरें
टिकी हैं। 1रविवार को पंचमुखी मंदिर में आयोजित
प्रेसवार्ता में टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष
अनिल कुमार ने बताया कि हाईकोर्ट में इस
प्रकरण की सुनवाई अंतिम चरण में पहुंच चुकी है।
पूर्व में सुनवाई कर रही डबल बेंच से
मामला दूसरी बेंच को स्थानांतरित होने के बाद इस
प्रकरण पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है!
कोर्ट की सूची में ऑर्डर सेक्शन में लगे इस केस
की सुनवाई गत छह अगस्त को नहीं हो पाई थी और
आगामी तिथि 14 अगस्त दे दी गई थी।
कहा कि हाल ही में पीसीएस भर्ती पूर्व
विज्ञप्ति के आधार पर ही किए जाने से संबंधित आए
कोर्ट के निर्णय के बाद हमारा पक्ष ओर मजबूत हुआ
है और मेरिट पर आधारित टीईटी भर्ती के बहाल
होने का पुख्ता आधार बना है। गौरतलब है
कि बसपा सरकार ने शिक्षक भर्ती के चयन
का आधार टीईटी की मेरिट को बनाया था,
जबकि सपा सरकार ने इसमें परिवर्तन करते हुए इसे
शैक्षिक आधार पर करने की नई
विज्ञप्ति जारी की थी। इसके विरोध में
अभ्यर्थी हाईकोर्ट चले गए थे।
मोर्च की आगामी बैठक 18 को
टीईटी संघर्ष मोर्च के जिला उपाध्यक्ष राम मेहर
सिंह ने बताया कि मोर्च की बैठक 18 अगस्त
को पंचमुखी मंदिर में आयोजित की जाएगी। इसमें10
सितंबर को लखनऊ में होने वाली प्रदेशव्यापी धरने
पर विमर्श किया जाएगा।
Shitesh Mani > Teacher's Helpdesk
ReplyDeleteलोअर से आयोग ने मुंह मोड़ाUpdated on: Sun, 11 Aug 2013 08:17 PM (IST)जागरण ब्यूरो, इलाहाबाद :
लोअर सबार्डिनेट परीक्षाओं को लेकर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की चुप्पी ने
प्रतियोगी छात्रों की बेचैनी बढ़ा दीहै। छात्रों ने आयोग के चेयरमैन से मामले में जबाव मांगा है। छात्रों ने
मुख्यमंत्री सचिवालय को इसमें हस्तक्षेप कर उन्हें राहत दिलाने का आग्रह किया है।
दावे में दम नहीं : आयोग ने लोअर का सत्र नियमित करने का दावा करते हुए वर्ष 2009 की लोअर मुख्य परीक्षा के
बाद तीन सत्र शून्य करते हुए सीधे इस साल की परीक्षा कराने की एलान किया। आयोग के कैलेंडर में लोअर
सबार्डिनेट परीक्षा 2013 प्री परीक्षा की तारीख 28 जुलाई को कराने का जिक्र किया गया लेकिन हैरानी की बात है
कि अभी तक परीक्षा का विज्ञापन भी जारी नहीं हुआहै। यही नहीं आयोग अब तक लोअर 2008 व 2009 मुख्य
परीक्षा का परिणाम भी घोषित नहीं कर सका है।
नीति नहीं स्पष्ट : गत अप्रैल में आयोगकी कमान संभालने के बाद चेयरमैन डॉ. अनिल कुमार यादव ने
परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता की वकालत करते हुए अपनी नीति को स्पष्ट करने की बात कही थी। लेकिन पिछले
चार माह से छात्र लोअर परीक्षा को लेकर हो रहे विलंब का कारण जानना चाहते हैं लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब
नहीं मिल रहा है। छात्रों के मुताबिक बीते सप्ताह छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल को आयोग के परीक्षा सेल ने कहा है
कि जब उनकी तैयारी पूरी हो जाएगी तो परीक्षा की तारीख घोषित कर दी जाएगी।
सरकार की शरण में : प्रतियोगी छात्र बताते हैं जब आयोग का रुख स्पष्ट नहीं दिखा तो सरकार से गुहार
लगाना उनकी मजबूरी बन गई। मुख्यमंत्री सचिवालय को मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रहकिया है। मामले में
यदि शीघ्र ही प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई तो छात्र आंदोलन करने को विवश होंगे।
aaj kal ye savita ne gali dena chod dia kuya???
ReplyDeletebhai main spast kehta hu ha main kameena hu mere naam ki tareh mere ghar me log hai aur main aise hi ghar par bolta hu
ReplyDeletemujhsse bada koi kamina hai to samne aaye waise ab meain tet support karta hu
ReplyDeleteDOSTO,
ReplyDeleteMERA SABHI TETIONS KO EK HI PAIGAM!
CHHOD DO SAB KAM!!
10 SEP. KO LUCKNOW KAR DO JAM!!!
ka ho hum a gayen
ReplyDelete