आशियाना क्षेत्र में नौकरी न लगने से हताश टीईटी पास प्रिया द्विवेदी ने बुधवार शाम फांसी लगा जान दे दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, आशियाना के एसएस कॉलोनी निवासी पुलिस से रिटायर्ड दीवान रमा शंकर द्विवेदी की बेटी प्रिया (24) टीईटी पास कर निजी स्कूल में पढ़ाती थी।
घरवालों के मुताबिक, नौकरी न मिलने से वह कई दिनों से डिप्रेशन में थी। प्रिया ने दो माह पहले से निजी स्कूल में भी पढ़ाना छोड़ दिया था। शाम चार बजे बच्चे ट्यूशन पढ़ने आए तो देखा दरवाजा खुला हुआ था।
बच्चे दरवाजा खोलकर अंदर गए तो देखा वह फंदे के सहारे लटक रही थी। यह देख बच्चों के होश उड़ गए और वह शोर मचाते घर से बाहर निकल आए। शोर सुनकर पिता छत से उतरे तो बेटी को लटका देख उसे फंदे से उतारा।
फरवरी में होनी थी शादी
सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की। एसओ सुधीर सिंह का कहना है कि जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि युवती की शादी राजाजीपुरम निवासी युवक से फरवरी में होनी थी।
साथियोँ,
ReplyDeleteमाननीय सु.कोर्ट ने 70/65 का पहला कट-ऑफ दिया है और क्लासीफिकेशन को पूर्णतः खत्म कर दिया है और क्वालिटी टीचर चयनित करने का आदेश दिया है
कुछ विद्वान साथी तो खुद को सु.कोर्ट से भी बड़ा समझते हैँ और कह रहे हैँ कि नॉन-सलैक्टेड कैँडिडेट्स को 72825 से अलग सरकार से नये एड की माँग करनी चाहिए।अब मैँ उनसे जानना चाहता हूँ कि जब 3 लाख से भी ज्यादा पोस्ट खाली हैँ और सबका चयन का आधार टेट मेरिट ही रहना है और सु.कोर्ट को भी नये एड की जरुरत नहीँ तो आपको क्या जरुरत है?क्या आप अपने घर मेँ पढ़वायेँगे?
ReplyDeleteAb sarkar ghr ghr bulane to jayegi nhi ki bhaiya aao aur teacher bno
DeleteKhud ko job mil rhi hai to km se km dusro k jakhmo pe namak mt chidko
khud ko to ek mhine me letter mil jayega is liye dusro ko gyan dena asan lag rha hai
pta nahi aur kitne masoom logo ki bali legi ye nikkami sarkar.
ReplyDeletesirf political rivalry ki vajah se ye govt. bharti nahi kar rahi hai. inhe koi farq nahi pdta ki koi mar raha hai ya maut se badttar zindagi ji raha hai.
aisi samvednaheen aur bhrasht gov dobara nahi banni chahiye mitro nahi hamare un bhai behano ko shanti nahi milegi jo is govt. ki zyadti se dukhi ho ker maut ko gale laga chuke hain.
Rest In Peace Priya ...
Isme sarkar ki to jo galti hai so hai court ne km karname nhi kiye......
Deleteabhi jane aur kitni jane legi ye naukriya
Felt v bad to see this news. Ek aur jaan le li is bharti , its not a suicide its a mudder n murderer is akhilesh yadav n his govt. Na jaane kitno ki jaan lenge ye log:-( Zara si bhi insaaniyat nhi in logo me. Friends pls don't take this type of step , its not d solution . pls think about Ur family before thinking to take this type of step, noone will suffer except Ur family. Friends u will hurt Ur family if u'll take this step , is akhilesh n iski govt ka kuch nahi jayega . So pls never n ever do this.plss be brave n face d world , is job k na Milne se sare raste band nhi ho gye , aur kisi job me try kriye zarur milegi job.
ReplyDeleteHan hum maante hain dukh to bhut hua hai is job k na Milne se hum sabhi ko jinko job Milne ki ummeed khatam ho gyi h but iska mtlb ye nhi ki suicide kr li Jaye.aur kisi job k liye try kriye but not commit suicide plz.
ReplyDeleteVery sad ye sab nikkami gov. Ki vajah se ho raha hai. Mai Bahut dukhi hu lakin umid nahi chhoda hai.
ReplyDeletePriya bhai , awam bahano yesa Koi karya mat karna jisase pariwar walo ko kast ho.
Ladege akhiri dam tak
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteprt bhai jo meeting me aadesh hua hai use clear karo ,order kuchh hai explanation different aa rhe hai
ReplyDeletedosto m orrisa m hi.koi2&3cnslg k bad kind etah ki cutoff bat a do.mere126 art m obc he. m pareshan hu mera hua ya hi.
ReplyDeleteप्रिय मित्रों
ReplyDeleteअकादमिक की तरफ से ही नही बल्कि टेट मोर्चे
के तरफ से भी विकास सिंह जी ने मा.कोर्ट से
कट आफ कम करने की प्रे की थी जिसका हमारे
सभी लाॅयर्स ने पुरजोर समर्थन
किया था,इसका उद्देश्य अधिकतम
लोगों को लाभान्वित करने का था....अकादमिक
की तरफ से प्रीतिका मेम ने बाहर निकल कर
अकादमिक समर्थकों से कहा चलो अब
सबका हो जायेगा तो पता क्या चला कि जितने
लोग वहाँ थे सब के सब नये कट आफ के कारण
बाहर हो गये थे...ईश्वर की तरफ से और
मा.कोर्ट के तरफ से ऐसा न्याय होगा मैने
सोचा भी नही था....अब बात करें अंतरिम आदेश
की तो अकादमिक समर्थक और सरकारसोंच
रहें थे कि वही चालाक हैं पर मा.कोर्ट
को सरकारों की पैंतरेबाजी का अच्छा ज्ञान है
जिसके चलते अंतिम आदेश नही दिया पैरोल पर
छुटे हुए मुजरिम की तरह रोज-रोज थाने पर
अपने होने का प्रमाण सरकार को अब कोर्ट
को देना होगा..अंतरिम आदेश में बस
इतना ही परिवर्तन होगा कि नियुक्ति पश्चात
यह अंतिम आदेश में बदल जायेगा जिसमें तीन
लाख पदों पर नियुक्ति की डेडलाइन भी होगी....
एक नाविक तीन साल से एक ही जहाज पर काम कर रहा था।एक दिन नाविक रात मेँ नशे मेँ धुत हो गया। ऐसा पहली बार हुआ था। कैप्टन नेँ इस घटना को रजिस्टर मेँ इस तरह दर्ज किया, ” नाविक आज रात नशे मेँ धुत था।”
ReplyDeleteनाविक नेँ यह बात पढ़ ली। नाविक जानता था कि इस एक वाक्य से उसकी नौकरी पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। इसलिए वह कैप्टन के पास गया, माफी मांगी और कैप्टन से कहा कि उसनेँ जो कुछ भी लिखा है, उसमेँ आप ये जोड़ दीजिये कि ऐसा तीन साल मेँ पहली बार हूआ है, क्योँकि पुरी सच्चाई यही है।
कैप्टन नेँ उसकी बात से साफ इंकार कर दिया और कहा,-” कि मैनेँ जो कुछ भी रजिस्टर मेँ दर्ज किया है. वही सच है।”
कुछ दिनों बाद नाविक की रजिस्टर भरनेँ की बारी आयी। उसनेँ रजिस्टर मेँ लिखा-” आज की रात कैप्टन नेँ शराब नहीँ पी है।” कैप्टन नेँ इसे पढ़ा और नाविक से कहा कि इस वाक्य को आप या तो बदल देँ अथवा पूरी बात लिखनेँ के लिए आगे कुछ और लिखेँ, क्योँकि जो लिखा गया था, उससे जाहिर होता था कि कैप्टन हर रोज रात को शराब पीता था। नाविक नेँ कैप्टन से कहा कि उसनेँ जो कुछ भी रजिस्टर मेँ लिखा है, वही सच है।
दोनोँ बातेँ सही हैँ, लेकिन दोनोँ से जो संदेश मिलता है, वह झूठ के सामान है।
इस कहानी से हम दो बातें सीखने को मिलती है ,
पहली – हमें कभी इस तरह की बात नहीं करी चाहिए जो सही होते हुए भी गलत सन्देश दे और
दूसरी किसी बात को सुनकर उस पर अपना विचार बनाने या प्रतिक्रिया देने से पहले एक बार सोच लेना चाहिए कि कहीं इस बात का कोई और पहलु तो नहीं है। संक्षेप में कहें तो हमे अर्धसत्य से बचना चाहिए।
यद्यपि नदी विशाल है, तुम्हारी प्यास एक घूँट से भर जाती है| यद्यपि पृथ्वी पर इतना भोजन है, थोड़ा सा ही तुम्हारा पेट भर देता है| तुम्हें केवल थोड़े थोड़े की ही आवश्यकता है| जीवन में हर चीज़ का छोटा सा अंश स्वीकार करो, उससे तुम्हें संतुष्टि मिलेगी|
ReplyDeleteउस जीवन के वचन
ReplyDelete.
.
.
.
.
.
"और तुम जो पुत्र हो, इसलिये परमेश्वर ने अपने पुत्र के आत्मा को, जो हे अब्बा, हे पिता कह कर पुकारता है, हमारे हृदय में भेजा है। इसलिये तू अब दास नहीं, परन्तु पुत्र है; और जब पुत्र हुआ, तो परमेश्वर के द्वारा वारिस भी हुआ।'' .
.
.
.
.
.
गलातियों 4:6-7
टीईटी 2011 के वे समस्त आवेदक जो मा0 उच्चतम न्यायालय के 17 दिसम्बर के आदेश के अन्दर आते है यानी टीईटी मे प्राप्त अंक 70 प्रतिशत तक के समस्त अभ्यर्थी और शेष समस्त आरक्षित वर्ग के 65 प्रतिशत वाले अपने अपने जनपद के बीएसए जो कि नियुक्ति अधिकारी है को मा0 उच्चतम न्यायालय के 17 दिसम्बर के आदेश की प्रति लगाकर नियुक्ति पत्र की मॉंग हेतु एक एप्लीकेशन रिसीव करा दे
ReplyDeleteजिससे कि भविष्य में मा0 उच्चतम न्यायालय के 17 दिसम्बर के आदेश के अनुसार आपको नियुक्ति पत्र मिलने में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पडे
यदि आप सब द्वारा मा0 उच्चतम न्यायालय के 17 दिसम्बर के आदेश की प्रति लगाकर नियुक्ति पत्र की मॉंग हेतु एक एप्लीकेशन रिसीव कराए रहेंगें तो मा0 उच्चतम न्यायालय के 17 दिसम्बर के आदेश के अनुसार बीएसए जो कि नियुक्ति अधिकारी है 70 प्रतिशत तक के सामन्य सहित सब और समस्त आरक्षित वर्ग के 65 प्रतिशत वालो को छ सप्ताह में यानी कि सभी के साथ आप सबको भी नियुक्ति पत्र अवश्य मिलेगा इसको कोई भी झुठलाया नही जा सकता
इसलिए आप सभी लोग अपने अपने हित को ध्यान में रखते हुए शीघ्रातिशीघ्र अपने अपने जिे के बीएसए जो कि नियुक्ति अधिकारी है को मा0 उच्चतम न्यायालय के 17 दिसम्बर के आदेश की प्रति लगाकर नियुक्ति पत्र की मॉंग हेतु एक एप्लीकेशन रिसीव करा दे !
Friends plz don't be helpless don't commit socite dis is nt d solution.we can get job again but not life.our life is precious for our family ,don't hurt them.jai hind
ReplyDeleteOne can live without oxygen but not without hope....
ReplyDeleteMay god give peace to the departed soul of Priya...
I have not seen worst govt. than this abysmal govt.
And friend this is not the last job of this life...and please keep patience because court itself has given assurance of low merit holders...so please let High Merit Holders(excluding me) to grab their appointment letter...everyone will be selected soon...keep patience.
aavedan hetu kis jile ka selection kare
ReplyDeleteplb aap poori jankari do
ReplyDeletesc ke bad sarkar ka kya vichar hai
ReplyDeletebhai aisi bhai jinki merit 70 65% se kam h unka v ho hoga. seat khali rahne par sc khud seat bhrne ko kahega.. dhairya rakhe... jiwan anmol h. ise jine k liye kai chhote mote raste h.
ReplyDeletesarkar unki hi bharti karegi jinki conlig hui hai letest news
ReplyDeleteBreaking news
ReplyDeleteAbhi abhi mili suchna ke aadhar pe Up government 70 65% tak sbi ko niyukti patre dene par vichar kar rhi h.
V gud news for all tetians
ise breaking news kyu bol rahe ho bhai ?
ReplyDeleteNotout ji itni raat ko apko kaha se news mil gaee? Kyu logo ko sapne dikha rahe ho?
ReplyDeleteAmit ji , inke kahne ka matlab SABHI 70% 65% walo ko niyukti dene pr vichar ho rha h.
ReplyDeleteumashankar ji
ReplyDeletematlab to main bhi samajh gya bs ye nahi samjha ki notout ansari ise BREAKING NEWS kyu bol rahe hain
Tariq bhai 70 65 walo ko sbi ko joining krane ke news mjhe kuch vishesagyo se mili h
ReplyDeleteJinko sarkari logo se pata chali h
Aur tprt sir bhi is news ko blog pe dala h
Khi na khi sarkari khemo me aisi bate zarur chal rhi hongi