टीईटी ः फार्म बिक्री के 62 करोड़ गायब
(UPTET : 62 Crore Rupees of TET forms sells is Missing)
लखनऊ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के 62 करोड़ रुपये गायब हैं। फार्मों की बिक्री से आई यह रकम नियम के मुताबिक इलाहाबाद में यूपी बोर्ड के खाते में जमा होनी चाहिए। लेकिन अफसरों ने मिलीभगत करके ये रकम लखनऊ के एक बैंक में निदेशक व सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद के नाम से खोले गए संयुक्त खाते में रख दी। पुलिस बोर्ड के पूर्व निदेशक संजय मोहन से इस खाते का नंबर और पता पूछकर हार चुकी है, लेकिन वह खामोशी साधे हुए हैं। पुलिस परिषद की पूर्व सचिव प्रभा त्रिपाठी की भी तलाश कर रही है, जिससे गोरखधंधे का खुलासा हो सके। लेकिन, वे भी नहीं मिल रहीं। वहीं, घोटाले का दायरा बड़ा होने से पुलिस अफसर औपचारिक तौर पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
टीईटी फार्म की बिक्री पंजाब नेशनल बैंक से की गई थी। सामान्य व पिछड़ा वर्ग के लिए फार्म 500, एससी-एसटी के लिए 250 रुपये और विकलांगों के लिए मुफ्त था। टीईटी में 11 लाख 53 हजार परीक्षार्थी बैठे थे। फार्मों की बिक्री से आई रकम नियम के मुताबिक, सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद के खाते में जमा होनी चाहिए। लेकिन अफसरों ने ये रकम लखनऊ के एक बैंक में रखी। पुलिस ने संजय मोहन से टीईटी फार्म की बिक्री और उससे आई रकम के बारे में जानकारी मांगी थी।
उनसे पूछा गया था कि फार्म बिक्री के रुपये कहां रखे गए और इसका खाता नंबर क्या है। लेकिन सजय मोहन से पुलिस को कुछ खास हासिल नहीं हो सका।
औपचारिक तौर पर रमाबाईनगर (कानपुर) की पुलिस सिर्फ इतना कह रही है कि वह सिर्फ संजय मोहन के आपराधिक कृत्य की छानबीन कर रही है और उसकी जांच का दायरा इस बाबत दर्ज मुकदमा व उसके तथ्य हैं। पुलिस का यह जवाब तब है जबकि माध्यकि शिक्षा निदेशक जैसे बड़े अफसर और खासतौर पर सत्ता में गहरी पैठ रखने वाले संजय मोहन जैसे अफसर की गिरफ्तारी करने के बाद पुलिस ने ही टीईटी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा किया था। पुलिस सूत्रों का तो यह भी कहना है कि टीईटी फार्म की बिक्री से आए रुपयों में भी गोलमाल किया गया है। प्रभा त्रिपाठी को इसकी जानकारी है, इसीलिए वे पुलिस की पूछताछ से बचना चाहती हैं। इस संबंध में सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया, तो वह बचते रहे। बाद में उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया और घर का फोन उठा नहीं।
प्रभा त्रिपाठी को पुलिस ने भेजा समन ः टीईटी घोटाले में रमाबाई नगर पुलिस ने पूर्व सचिव प्रभा त्रिपाठी को पूछताछ के लिए मंगलवार को सम्मन भेजा है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्व निदेशक संजय मोहन और राज्य संसाधन केेंद्र के असिस्टेंट प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर नरेंद्र प्रताप सिंह सहित 12 लोगों के जेल जाने के बाद भी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
News :Amar Ujala (29.2.12)
~ To matlab ab humko un paison ko bhi khojna hoga kya ?....
ReplyDelete~ Kya majak chal raha hei......
~ Ab humse forms kharidne ki slip bhi mangenge kyj ?
~ MAJAK bana di UPTET parikcha.....
~ MADHYAMIC SIKCHA BOARD ne kya kar diya....
loot lo india loot lo
ReplyDeleteSarita shukla & kapil dev ab to tum khush ho saalo tet fail khud to kisi kam ke he nahi dusro ko bhi kam nahi karne denge
ReplyDeleteHum berozgaro ko lutkar ye chain ki nind sone wale hum tumhe jine nahi denge
ReplyDeleteya to hum nahi ya fir tum nahi
Ab aar paar ki ladai hogi
bilkul sahi kaha. In kanjro ko aesi hi saza milni chahiyen taki in future koi b apne zati faide or lalach k liye itne badhe jan samahun k bhavishya se khilwadh na kar sake.
ReplyDeletemujhe to aesa lag raha h jaise koi competition chal raha ho desh ko lutne ka. Sab lut rahen h is pawan darti ko, iski bholi janta ko or kanun chup h. Pralay ana wala h. Ab to Angrezoun or inme koi faraq nai reh gaya h. Agar yahi loktantra h to rajshahi kahin achi thi. Shame, shame, shame the democracy
ReplyDeleteउधर भाजपा प्रवक्ता सत्यदेव सिंह ने शिक्षक पात्रता परीक्षा के 62 करोड़ रुपये गायब होने को सरकारी धन पर डकैती बताया। कहा कि बसपा शासन में भ्रष्टाचार की नई परम्परा शुरू हुई है। कानूनन टीईटी फामरें की बिक्री से आई रकम यूपी बोर्ड के खाते में जमा होनी चाहिए लेकिन रकम को निदेशक व सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद के संयुक्त खाते में जमा कराना दुस्साहस है। मामले की उच्च स्तरीय जाच हो।
ReplyDeletehttp://www.jagran.com/uttar-pradesh/lucknow-city-8961815.html