प्रभा का अरेस्ट स्टे खारिज कराने की तैयारी(UPTET : Police is trying to dismiss stay on arrest of Prabha Tripathi)
कानपुर। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) से जुड़े घोटाले की जांच में जुटी रमाबाई नगर पुलिस और माध्यमिक शिक्षा सचिव प्रभा त्रिपाठी के बीच जंग छिड़ गई है। प्रभा त्रिपाठी के अरेस्ट स्टे लेने के बाद अब विवेचक ने उन पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया है। विवेचक ने इस बाबत माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र सौंपकर जांच में सहयोग के लिए मातहतों को उचित दिशा-निर्देश देने के लिए कहा है। सोमवार को विवेचक प्रभा त्रिपाठी से पूछताछ के लिए इलाहाबाद गए लेकिन वह नहीं मिलीं। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने अब उनका अरेस्ट स्टे खारिज कराने के लिए भी कागजी कार्रवाई शुरू कर दी है।
टीईटी घोटाले की जांच कर रही अकबरपुर (रमाबाई नगर) कोतवाली पुलिस ने जांच तेज कर दी है। थाना प्रभारी दिनेश त्रिपाठी टीम के साथ सचिव प्रभा त्रिपाठी से पूछताछ करने सोमवार को इलाहाबाद में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय और सचिव के आफिस गए। वहां अफसरों ने बताया कि प्रभा त्रिपाठी को अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा कार्यालय से संबद्ध किया गया है। पुलिस टीम वहां भी गई लेकिन पता चला कि प्रभा त्रिपाठी ने वहां ज्वाइन नहीं किया है। थाना प्रभारी का कहना है कि प्रभा त्रिपाठी जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं। वह न तो बयान दे रही है और न ही टीईटी घोटाले से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध करा रही हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीपी त्रिपाठी ने अपने स्तर से दस्तावेज तलाश कराए लेकिन सफलता नहीं मिली। उन्होंने पुलिस को बताया कि पूर्व निदेशक संजय मोहन ने टीईटी से संबंधित कागजात अपने एक व्यक्तिगत सहायक को दिए थे। अब यह सहायक कौन है, इसका पुलिस पता लगा रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि उन्होंने प्रभा त्रिपाठी की जांच में सहयोग न करने की शिकायत निदेशक सीपी त्रिपाठी से की है। बकौल थानाप्रभारी अगर प्रभा त्रिपाठी ने जांच में मदद नहीं की तो वे कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर अरेस्ट स्टे खारिज करने की अपील करेंगे। इसलिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों से लगातार पत्र व्यवहार किया जा रहा है। इन पत्रों को स्टे खारिज कराने का आधार बनाया जाएगा।
News : Amar Ujala (29.2.12)
कानपुर। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) से जुड़े घोटाले की जांच में जुटी रमाबाई नगर पुलिस और माध्यमिक शिक्षा सचिव प्रभा त्रिपाठी के बीच जंग छिड़ गई है। प्रभा त्रिपाठी के अरेस्ट स्टे लेने के बाद अब विवेचक ने उन पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया है। विवेचक ने इस बाबत माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र सौंपकर जांच में सहयोग के लिए मातहतों को उचित दिशा-निर्देश देने के लिए कहा है। सोमवार को विवेचक प्रभा त्रिपाठी से पूछताछ के लिए इलाहाबाद गए लेकिन वह नहीं मिलीं। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने अब उनका अरेस्ट स्टे खारिज कराने के लिए भी कागजी कार्रवाई शुरू कर दी है।
टीईटी घोटाले की जांच कर रही अकबरपुर (रमाबाई नगर) कोतवाली पुलिस ने जांच तेज कर दी है। थाना प्रभारी दिनेश त्रिपाठी टीम के साथ सचिव प्रभा त्रिपाठी से पूछताछ करने सोमवार को इलाहाबाद में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय और सचिव के आफिस गए। वहां अफसरों ने बताया कि प्रभा त्रिपाठी को अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा कार्यालय से संबद्ध किया गया है। पुलिस टीम वहां भी गई लेकिन पता चला कि प्रभा त्रिपाठी ने वहां ज्वाइन नहीं किया है। थाना प्रभारी का कहना है कि प्रभा त्रिपाठी जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं। वह न तो बयान दे रही है और न ही टीईटी घोटाले से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध करा रही हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीपी त्रिपाठी ने अपने स्तर से दस्तावेज तलाश कराए लेकिन सफलता नहीं मिली। उन्होंने पुलिस को बताया कि पूर्व निदेशक संजय मोहन ने टीईटी से संबंधित कागजात अपने एक व्यक्तिगत सहायक को दिए थे। अब यह सहायक कौन है, इसका पुलिस पता लगा रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि उन्होंने प्रभा त्रिपाठी की जांच में सहयोग न करने की शिकायत निदेशक सीपी त्रिपाठी से की है। बकौल थानाप्रभारी अगर प्रभा त्रिपाठी ने जांच में मदद नहीं की तो वे कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर अरेस्ट स्टे खारिज करने की अपील करेंगे। इसलिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों से लगातार पत्र व्यवहार किया जा रहा है। इन पत्रों को स्टे खारिज कराने का आधार बनाया जाएगा।
News : Amar Ujala (29.2.12)